स्थानांतरण के बाद भी कुर्सी नहीं छोड़ रहा दरोगा

हरचन्दपुर,रायबरेली। स्थानांतरण के बाद भी थाना से एसआई सुरेंद्र प्रताप का कुर्सी से मोह नहीं छूट रहा है। एसआई अपनी ठसक दिखाते हुए पुलिस अधीक्षक के आदेश पर भारी पड़ रहे हैं। वहीं थाना हरचन्दपुर की बात करें तो अभी भी अधिकारियों सहित नेताओं से जुगाड़ लगाकर दरोगा जी थाने में जमे है।

आखिरकार स्थानांतरण सूची जारी होने के बाद भी एसआई सुरेंद्र प्रताप को थाने से रिलीव क्यों नहीं किया जा रहा है यह लोगों के समझ से परे है।

थानों में व्याप्त भ्रष्टाचार, अवैध कारोबार पर अंकुश लगाने और कामकाज में पारदर्शिता और कसावट लाने के मकसद से तबादला नीति बनाई गई।

जिसके तहत पुलिस अधीक्षक ने थानों में लंबे समय से जमे कर्मचारियों का स्थानांतरण किया था। जबकि कई ऐसे पुलिसकर्मी हैं जो लंबे समय से थाना में पदस्थ है और इनकी शिकायत भी पुलिस अफसरों तक पहुंच चुकी है।

इस तरह यह पुलिसकर्मी पुलिस विभाग की तबादला नीति को मुंह चिढ़ा रहा है। दरोगा जी नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए वर्षों से हरचन्दपुर थाने में जमे है। नेताओं या फिर विभागीय आकाओं के सरपरस्ती में अपनी ठसक दिखा रहे हैं हालांकि बदली का जब फरमान आया तो बेचैन हो उठे।

सूत्र बताते हैं कि यह दरोगा जी थाने में रहकर लंबे समय से चांदी काट रहे हैं और खूब उगाही - बगाही कर रहे हैं। अब जब ट्रांसफर हुआ तो यह अपने आकाओं के पास फिर माथा टेकने पहुंच रहे हैं और अपने ट्रांसफर को रुकवाने के प्रयास में लग गए हैं।

अनियंत्रित कार एक दुकान में घुसी, एक घायल

विंध्यवासिनी शुक्ला

डलमऊ,रायबरेली।सोमवार की देर रात एक तेज रफ्तार कार अनियंत्रित होकर एक दुकान में घुस गई।जिससे एक अधेड़ घायल भी हो गया।

दरअसल सोमवार की रात करीब दस बजे एक कार घोरवारा के निकट अनियंत्रित हो गई। इसने पहले घोरवारा निवासी साइकिल सवार 50 वर्षीय सुरेश शर्मा को जोरदार टक्कर मार दी।

इसके बाद वह साहिल की दुकान में जा घुसी। इस कार में लाखों के पटाखे लदे थे। ये तो गनीमत थी की कोई विस्फोट नही हुआ नही तो बड़ा हादसा हो सकता था।

ग्रामीणों ने बताया की इस कार में लाखो के पटाखे लदे थे यदि विस्फोट हो जाता तो भयंकर आग लग सकती थी। इससे दूकानदार साहिल का भी काफी नुकसान हुआ।

स्थानीय लोगो की मदद से घायल को सीएचसी में भर्ती कराया गया। घटना के बाद कार चालक व कार को घोरवारा पुलिस ने अपने कब्जे में ले लिया।

इस संबंध में घोरवारा चौकी प्रभारी निखिल मलिक से बात करने का प्रयास किया गया, मगर उनसे संपर्क नही हो सका।

जश्न में बगैर अनुमति छलकाये जा रहे जाम, शादी के नाम पर हो जाती है शराब पार्टी, विभाग मेहरबान

दुर्गेश मिश्र

रायबरेली- शादी समारोहों एवं अन्य पार्टियों में बगैर अनुमति सार्वजनिक रूप से जाम छलकाये जा रहे हैं।सहालग का मौसम चल रहा है इस और अभी आबकारी महकमा पूरी तरह से आंख बंद किए हुए है। धडल्ले से होटल, रेस्त्रां एवं मैरिज लॉन संचालकों के संरक्षण में शराब पार्टी तक हो रही हैं। लोग खुले में शराब पार्टी करने के साथ सड़क पर पीकर गाड़ी चलाने में भी गुरेज नहीं कर रहे। जबकि नियम है कि इसके लिए जेल भी जाना पड़ सकता है।

शादी-समारोहों में नहीं हो रहा नियमों का पालन

मैरिज लॉन, होटल, रेस्त्रां एवं अन्य किसी समारोहों में जाम छलकाने के लिए अनुमति लेनी जरूरी है। मगर आमतौर पर ऐसा नहीं हो रहा। रायबरेली जिले में एक सैकड़ा से अधिक मैरिज पैलेस हैं। जिले में ही देखा जाए तो करीब दो-तीन दर्जन से अधिक मैरिज लॉन हैं। जहां पर शादी-विवाह, बर्थडे पार्टी एवं अन्य कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। बड़ी संख्या में बेरोकटोक मैरिज लॉनों में बगैर अनुमति जाम छलकाते कभी भी देखा जा सकता है।ऐसे में आबकारी महकमा इनपर शिकंजा कसने का मन बना ले तो शराब का इस तरह से लोग प्रयोग करने से बचें।

मनमानी पर मैरिज लॉन प्रबंधक भी होंगे दोषी

बड़े शहरों में मैरिज हाल, शादी कार्यक्रम कराने वाले होटल, बारात घर में होने वाले कार्यक्रम में लोगों को शराब पिलाने के लिए अनुमति लेनी होती है। इस प्रकार की व्यवस्था अब धीरे-धीरे सभी जनपदों में की जा रही है। उस दिन से मैरिज हाल में लोगों को शराब पिलाने के लिए आबकारी विभाग से एक दिन का लाइसेंस लेना होगा, जहां पर कार्यक्रम होगा, वहा के प्रबंधक इसके लिए आयोजकों से पैसा लेंगे। विभाग से अनुमति लेकर ही वहां पर शराब पिलाई जा सकेगी। अगर किसी भी शादी में लोग चोरी-छिपे शराब पीते हुए पाए जाएंगे तो घराती और बाराती को तो दिक्कत होगी ही, मैरिज हाल के प्रबंधक को तो जेल जाना पड़ेगा।

मैरिज लॉन या होटल में अनुमति के बाद ही पीला सकते हैं शराब

शादी में शराब पिलाने को अनुमति मिलने पर ही आबकारी विभाग के माध्यम से या अपने से भी शराब खरीदकर आयोजक पिला सकता है। इस प्रकार की सख्ती होने पर शादी में शराब पीकर हुड़दंग करने वालों पर भी अंकुश लगेगा। शादी के बाद देर रात होने वाले सड़क हादसों में भी कमी आएगी।

नियमों का उल्लंघन करने पर होगी कार्रवाई : जिला आबकारी अधिकारी

जिला आबकारी अधिकारी रविंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि मैरिज पैलेस में शादी विवाह के अवसर पर बिना अनुमति के शराब पिलाने की जानकारी मिल रही है। इसके लिए टीम का गठन किया जाएगा है। सबको नोटिस जारी की जायेगी।टीम समय-समय पर मैरिज पैलेस में जाकर चैकिंग करेगी। जरूरत पड़ने पर पुलिस का भी सहयोग लिया जाएगा। अगर बिना अनुमति के शराब पिलाने का मामला पकड़ा गया तो संबंधित होटल, रेस्त्रां, मैरिज पैलेस संचालकों के साथ ही कार्यक्रम आयोजक और पीने वालों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जाएगी। मौके से शराब को जब्त कर लिया जाएगा। जेल भी भेजा जा सकता है।

बच्ची पर गिरा टूटा बिजली का पोल, गंभीर रुप से घायल, ट्रामा सेंटर रेफर

रायबरेली- थाना क्षेत्र के जलालपुर धई में एक ठेकेदार नीम का पेड़ काटवा रहा था। इसी समय नीम के पेड़ की डाल बिजली के पोल पर गिर गई।जिससे से बिजली का पोल टूट गया। यह टूटा पोल नीम की डाल सहित मासूम बच्ची के ऊपर गिर गया। जिससे बिजली के पोल के नीचे दबने से मासूम बच्ची गंभीर रूप घायल हो गई। जिसे परिजनों ने सी एच सी गौरा पहुंचाया जहां से उसे जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया।मामला गदागंज थाना क्षेत्र के जलालपुर धई गांव का है। जहां 12 वर्षीय राबिया पुत्री सब्बन अपने ननिहाल में नाना के यहां रहतीं थी। वह शनिवार को पढ़ने के लिए मदरसा स्कूल गई थी। वही पर बाहर खेलते वक्त सीढ़ी पर चढ़ रही थी। तभी ठेकेदार द्वारा नीम का पेड़ जो कटवाया जा रहा था। उसकी डाल अचानक नीम के पेड़ पर गिर गई। यह डाल बिजली के पोल के ऊपर गिर गई और बिजली का पोल पेड़ की डाल सहित वहीं पर खेल रही मासूम बच्ची के ऊपर गिर पड़ा। जिसके नीचे दबकर मासूम बच्ची गंभीर रूप से घायल हो गई। घटना से पूरे गांव में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में ग्रामीणों की मदद से पेड़ की डाल और पोल के नीचे दबी बच्ची को बाहर निकाल लिया गया। बच्ची को नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया।जहां उसकी हालत गंभीर होने पर उसे जिला अस्पताल ले जाया गया। जिला अस्पताल में इलाज के बाद जब हालत में अधिक सुधार नही हुआ तो डॉक्टर ने बच्ची की हालत नाजुक देखते हुए उसे लखनऊ ट्रामा सेंटर के लिए रेफर कर दिया गया। वहीं इस सम्बन्ध में मासूम बच्ची की मां नाजमा बानो ने मामले की तहरीर थाने में दी है।

बिन परमिट काटा जा रहा था पेड़

बच्ची की मां ने थाने में दी तहरीर में बताया की ठेकेदार जो नीम का हरा पेड़ काट रहा था। उसका विभाग से परमिट नही लिया था। अगर पेड़ सावधानी से काटा जाता तो यह घटना न होती।

मन बढ़ लकड़कटो की आई बाढ़

क्षेत्र में इस तरह के मनबढ़ लकड़ कटो की बाढ़ सी आ गई है। हर जगह ये लकड़कटे अपने हिसाब से बिन परमिट के पेड़ काटते रहते हैं। कही कोई कार्रवाई नही होती इसीलिए इनके मन बढ़े हुए हैं।

प्रति पेड़ देते हैं कमीशन

एक ठेकेदार ने नाम न छपने की शर्त पर बताया की थाने और बन विभाग और कुछ स्थानीय अखबार के लोगो को पर पेड़ के हिसाब से भुगतान दे दिया जाता है इसीलिए सब मैनेज हो रहा है।

आखिर किसके संरक्षण में लगातार चल रहा हरियाली पर आरा

आखिर किस के संरक्षण में क्षेत्र की हरियाली पर आरा चलाया जा रहा है। यह यक्ष प्रश्न है जिसका जवाब तो सभी जानते हैं लेकिन बताना कोई नही चाहता है। आरोप है की इस लकड़ी के खेल में चाहे थाना हो या वन विभाग सब अपनी तरह से सेट रहते हैं। इसके चलते सब आंख मूंद लेते हैं और यह खेल बदस्तूर चलता रहता है। जब इस तरह की कोई घटना होती है तो कुछ समय के लिए कुछ ठीक रहता है बाकी सब फिर वैसे ही ढाक के तीन पात।

क्या बोले जिम्मेदार

गदागंज थाना प्रभारी संतोष कुमार सिंह ने बताया की ठेकेदार पेड़ काट रहा था जिससे उसकी डाल खंभे पर गिरी और इससे खंभा टूट कर बालिका पर गिर गया है। जो गंभीर रुप से घायल है।मामले की तहरीर मिली हैं मामला दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है।

बच्चों ने दी श्रद्धांजलि

रायबरेली।छात्र छात्राओं ने हेलीकॉप्टर हादसे में शहीद सीडीएस मेजर जनरल बिपिन रावत को विनम्र श्रद्धांजलि दी गई।

नगर के जवाहर विहार कॉलोनी स्थित दुर्गा इंटरमीडिएट कॉलेज के छात्र-छात्राओं ने देश के प्रथम चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ मेजर जनरल बिपिन रावत को दूसरी पुण्यतिथि पर अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की। ठीक 2 वर्ष पूर्व हेलीकॉप्टर हादसे में मेजर जनरल समेत 12 अन्य ऑफिसर्स शहीद हुए थे।

विद्यालय के छात्र-छात्राओं ने मेजर जनरल के छायाचित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की। विद्यालय की प्रबंधिका ऋतु शुक्ला ने बताया कि 8 दिसंबर को हुआ हादसा भारतीयों के लिए काला दिन था जिसमें हमने पहले सीडीएस को और अन्य अधिकारियों को खोया।

विद्यालय के छात्र-छात्राओं ने जनरल बिपिन रावत पर अपने व्यक्तव्य दिए। विद्यालय के समस्त अध्यापक अध्यापको ने भी छायाचित्र पर माल्यार्पण कर अपने श्रद्धा सुमन अर्पित किए। को आर्डिनेटर किरन बाला ने मेजर जनरल बिपिन रावत का सम्पूर्ण जीवन हम सभी के लिए प्रेरणादायक है और उनके जीवन पर प्रकाश डाला।

यूपी बोर्ड की हाईस्‍कूल और इंटरमीड‍िएट परीक्षाओं का कार्यक्रम जारी,जिले में 70793 परीक्षार्थी होंगे शामिल

रायबरेली। हाईस्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षाएं कराने के लिए यूपी बोर्ड ने तिथियां घोषित कर दी है।इसके साथ ही परीक्षा की हलचल तेज हो गई है। बोर्ड परीक्षाएं 22 फरवरी से नौ मार्च तक कराई जाएंंगी। इस बार 70793 विद्यार्थी परीक्षा में बैठेंगे।

बोर्ड की ओर से अभी तक 100 परीक्षा केंद्रों की अनंतिम सूची जारी हो गई है।नवंबर के आखिरी सप्ताह में बोर्ड परीक्षा कराने के लिए 100 केंद्रों की अनंतिम सूची जारी की गई थी। इन सेंटरों पर आपत्तियां मांगने के साथ ही उनके निस्तारण की प्रक्रिया चल रही। डीएम ने सभी एसडीएम को अपने-अपने क्षेत्रों के परीक्षा केंद्रों का सत्यापन करने का निर्देश दिए है। इसमें केंद्र काटने से विद्यालय संचालक परेशान हैं।

परीक्षा कार्यक्रम घोषित होने के बाद विभागीय गतिविधियां तेज हो गई हैं।

घोषित स्कीम में प्रथम पाली की परीक्षाएं सुबह 8.30 से 11.45 बजे तक और दूसरी पाली की परीक्षाएं दोपहर दो से शाम 5.15 बजे तक होंगी। 22 फरवरी को प्रथम पाली में हाईस्कूल की हिंदी और दूसरी पाली में वाणिज्य विषय की परीक्षा होगी। वहीं इंटर के सैन्य विज्ञान की परीक्षा प्रथम पाली और हिंदी की परीक्षा द्वितीय पाली में होगी। नौ मार्च को परीक्षाएं समाप्त हाेंगी।

यूपी बोर्ड परीक्षा 2024

जिले की स्थिति

अभी तक परीक्षा केंद्र -100

70793 - कुल परीक्षार्थी

30710 - इंटर के परीक्षार्थी

40083 - हाईस्कूल के परीक्षार्थी

माध्यमिक शिक्षा परिषद हाईस्कूल-इंटर परीक्षा 2023 पर एक नजर

परीक्षा केंद्र- 118

हाईस्कूल में पंजीकृत परीक्षार्थी- 41,833

इंटर में पंजीकृत परीक्षार्थी- 32,052

कुल परीक्षार्थी -73935

इस वर्ष घटे परीक्षार्थी-3142

घटे परीक्षा केंद्र-18

क्या बोले जिम्मेदार

जिले में परीक्षा की हो रही तैयारियों के विषय में जिला विद्यालय निरीक्षक ओमकार सिंह राणा से बात करने का प्रयास किया गया पर बात नही हो सकी। उनके किसी सहकर्मी ने फोन उठाया कहा साहब बाहर गए हैं अभी बात नही हो सकती।

विभागीय बाबू नही उठा रहे फोन

कई वर्षो से परीक्षा विभाग में डटे बाबू भी उदासीन हो गए हैं। परीक्षा विभाग देख रहे बाबू जयेंदु मिश्र से कई बार फोन पर बात करने का प्रयास किया गया पर फोन नही उठा।

*बेटी, बेटा, पत्नी की हत्या कर फांसी के फंदे से झूला डॉक्टर*

रायबरेली। लालगंज स्थित आधुनिक रेल कोच कारखाना के आवासीय परिसर में उस समय हड़कम्प मच गया जब डॉक्टर, उसकी पत्नी एक बेटे व बेटी का शव उनके आवास के अंदर बरामद हुआ, सूचना पर पहुची आरपीएफ और पुलिस ने दरवाजा तोड़ कर शवों को बाहर निकाला।

चिकित्सक का शव फांसी के फंदे पर था ज‍बकि, उनकी पत्नी, पुत्र और पुत्री बेड पर पड़े हुए थे। सूचना पर पहुची आरपीएफ और पुलिस ने दरवाजा तोड़ कर शवों को बाहर निकाला। चिकित्सक के परिवार को अंतिम बार रविवार को देखा गया था।

कल देर रात उनके सहयोगी उनका हालचाल जानने के लिए जब उनके आवास पहुंचे तो घटना की जानकारी हुई। सूचना पर पुलिस अधीक्षक फरेंसिक टीम के साथ मौके पर पहुंचे और शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भिजवाया।

फारेंसिक टीम मौके से साक्ष्य संकलन में जुटी हुई है। लालगंज में संचालित आधुनिक रेल डिब्बा कारखाना है जो कि देश मे चलने वाली ट्रेनों के लिए आधुनिक डिब्बों का निर्माण करता है। इसी कारखाने में 2017 में डीएमओ के पद पर कार्यरत डॉ अरुण सिंह, जो कि नेत्र सर्जन विशेषज्ञ थे, तैनात थे।

कारखाना के आवासीय परिसर में उनकी पत्नी अर्चना (40), बेटे आरव (चार) और बेटी अरीबा (12) के साथ रहते थे।

डॉ अरुण सिंह को अंतिम बार रविवार को देखा गया। उसके बाद उनके घर के किसी भी सदस्य को परिसर में रहने वाले व्यक्ति ने नहीं देखा।सूचना पर पहुंची पुलिस ने इसकी सूचना आलाधिकारी को दी तो पुलिस अधीक्षक फरेंसिक टीम के साथ मौके पर पहुंचे और घर का दरवाजा तुड़वा कर कमरे में दाखिल हुआ गया।

चिकित्सक फांसी के फंदे पर लटक रहे थे और उनका पूरा परिवार मृत अवस्था में बेड पर पड़ा था। शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया और मामले की तहकीकात शुरू कर दी गई।

मिर्जापुर के निवासी थे डॉक्टर अरुण

मिर्जापुर के निवासी अरुण कुमार सिंह (45) आधुनिक रेल कोच कारखाना स्थित अस्पताल में 2017 से नेत्र रोग विशेषज्ञ के पद पर तैनात थे। वह कारखाना परिसर स्थित आवास में परिवार के साथ रहते थे।

योजनाबद्ध तरीके से की खुदकुशी

एसपी पुलिस अधीक्षक आलोक प्रियदर्शी ने बताया कि डॉक्टर साहब 2017 से कारखाने में नौकरी कर रहे है। वह नेत्र सर्जन थे। उन्होंने कई तरह के इंजेक्शनों का प्रयोग किया और पहले बच्चों को बेहोश किया फिर उनके सिर पर वार कर उन्हें मौत के घाट उतार दिया।

खुद के हाथों की नस काटी जब सफल नहीं हुए तो कुर्सी रखकर फांसी लगा ली। रविवार को उनको अंतिम बार देखा गया था।आज उनके सहयोगी जब उनके आवास पर पहुचे तो दरवाजा तोड़ा गया और ये मंजर दिखाई दिया।

शवों को कब्जे में ले लिया गया है। डॉक्टर साहब के एक पुत्र, पुत्री और पत्नी भी मृत अवस्था में मिले हैं। मामले की जांच की जा रही है। पोस्टमॉर्टम के बाद मौत का सही कारण स्पष्ट होगा। पुलिस ने कहा कि शुरुआती जांच में यह पता चला कि चिकित्सक अवसाद से ग्रसित था।

आसपास रह रहे लोगों के अनुसार परिवार को दो दिन पहले रविवार को देखा गया। पुलिस ने कहा कि मामले में गहन छानबीन की जा रही है।

बस की टक्कर से बाइक सवार दो युवकों की मौत

रायबरेली।भदोखर थाना क्षेत्र के मुंशीगंज डलमऊ मार्ग पर मनेहरू गांव के निकट बस की टक्कर से बाइक सवार दो युवको की मौत गई। गंभीर रूप से घायल एक युवक को लखनऊ रेफर कर दिया गया।सोमवार की देर रात लगभग बारह बजे बस व बाइक की टक्कर हो गई ।

जिसमें बाइक सवार दो युवकों की मौत एक गंभीर रूप से घायल हो गया । अभिषेक 24 वर्ष पुत्र रंजीत निवासी सिद्धार्थ थाना जगतपुर, अनिल कुमार 25 वर्ष पुत्र राम आसरे, शनि 17 वर्ष पुत्र कन्हैया निवासी मिश्रन का पुरवा मजरे सुलखियापुर तीनों एक ही बाइक पर सवार होकर डलमऊ की तरफ से वापस घर आ रहे थे।

मनेहरू गांव के निकट पहुंचते ही सामने से आ रही बस से टक्कर हो गई। बस की टक्कर होते ही बाइक सवार तीनों युवक गिरकर गंभीर रूप से घायल हो गए। टक्कर होते ही रात के अंधेरे में आसपास के स्थानीय व राहगीर घटनास्थल की तरफ दौड़ पड़े ।

गंभीर रूप से घायल खून से लतपत बाइक सवार तीनों युवाओं को सूचना पर पहुंची पुलिस ने आनन फानन जिला अस्पताल पहुंचाया। जहां पर डॉक्टरों ने अभिषेक व अनिल कुमार को मृत घोषित कर दिया ।

गंभीर रूप से घायल शनि का इलाज करते हुए लखनऊ रेफर कर दिया। मौत की खबर परिजनों को मिलते ही परिजनों में चीज पुकार मच गई। एम्स चौकी प्रभारी कपिल ने बताया कि दोनों शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।बस को हिरासत में ले लिया गया है।तहरीर मिलने पर मामला दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी।

अतिक्रमण पर चला बुलडोजर और हटाया अवैध कब्जा

रायबरेली। कस्बा महराजगंज में जाम के झाम की समस्या से निदान हेतु कस्बे के प्रमुख मार्गों पर उच्चाअधिकारियों की मौजूदगी में बुलडोजर चला और अतिक्रमण हटाया गया पूर्व नियोजित क्रम के तहत बिगत तीन दिनों से अधिशासी अधिकारी अपर्णा मिश्रा द्वारा नगर पंचायत की ओर से संपूर्ण कस्बे में माइक के माध्यम से अलाउंस करा कर व्यापारियों को सूचित किया जा रहा था कि, जो व्यक्ति रोड के बगल में व नाले के ऊपर अतिक्रमण किए हैं।

 वह स्वत: अपना आतिक्रमण हटा लें अन्यथा तीन दिसंबर को प्रशासन की मौजूदगी में व भारी पुलिस बल के साथ आतिक्रमण हटाया जाएगा। जिसके तहत रविवार की दोपहर 2 बजे उप जिलाधिकारी राजित राम गुप्ता, क्षेत्राधिकारी यादवेंद्र पाल, व अधिशासी अधिकारी अपर्णा मिश्रा, व कोतवाली प्रभारी बालेन्दु गौतम तथा नगर पंचायत के कर्मचारी व भारी मात्रा में पुलिस बल की मौजूदगी में कस्बे के पुलिस चौकी से लेकर कोतवाली परिसर तक अतिक्रमण हटाया गया। तथा नाली पर किए गए अतिक्रमण को जेसीबी मशीन द्वारा हटवाया गया। 

अतिक्रमण हटाओ अभियान शुरू होते ही संपूर्ण कस्बे के व्यापारियों में अफरा तफरी का माहौल व्याप्त है तो वही कस्बे में इस बात की भी चर्चा है कि, पूर्व में भी कई बार आतिक्रमण हटाओ अभियान शुरू तो किया गया था लेकिन दूसरे दिन टांय - टांय फिस हो जाता है।

 ऐसे में क्या इस बार उपजिलाधिकारी क्षेत्राधिकारी व अधिशासी अधिकारी की मौजूदगी में संपूर्ण कस्बे से पूरा आतिक्रमण हट पायगा य फिर राजनीति की भेंट आतिक्रमण हटाओ अभियान चढ़ेगा। इस मौके पर एसआई अनिल यादव, एसआई संजय पांडे, एसआई दिनेश गोस्वामी, एसआई मुन्नालाल मिश्रा, एसआई शार्वेस यादव, एसआई देवेश यादव, नगर पंचायत के लिपिक रामचंद्र बाबू, जमुना प्रसाद, भारत लाल, चंद्रकेश मौर्य, आदि अधिकारी व कर्मचारी मौजूद रहे।

धरने में जा रहे शिक्षक नेता रहे दिन भर नजर बंद

रायबरेली।उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ के जिला अध्यक्ष समेत कई शिक्षक नेता पुलिस अभिरक्षा में दिनभर नजर बंद रहे। लखनऊ विधानसभा घेराव में जिले के शिक्षक नही पहुंच सके।

एक दिसंबर को उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ चन्देल गुट के प्रांतीय नेतृत्व के आवाहन पर पुरानी पेंशन की बहाली एवं एनपीएस में हुए घोटाले को लेकर तथा तदर्थ शिक्षकों के विनियमितीकरण एवं 9 नवंबर के सेवा समाप्ति के आदेश के खिलाफ शिक्षकों को विधानसभा का घेराव करना था। जिले से कई शिक्षक नेताओं को एक दिसंबर को विधानसभा का घेराव करने लखनऊ जाना जाना था। इसकी भनक पुलिस प्रशासन को लग गई, जिससे जिले की पुलिस हरकत में आ गई। जिले की पुलिस सुबह से ही शिक्षक नेताओं की तलाश करती रही। जिला अध्यक्ष अशोक कुमार शुक्ला को गिरफ्तार कर लेने से शिक्षक नेताओं की योजना धरी की धरी रह गई। इसके बावजूद भी कुछ शिक्षक नेता पुलिस को चकमा देकर लखनऊ पहुंचने में कामयाब रहे।

इस प्रकार उत्तर प्रदेश सरकार की दमनकारी नीतियों से शिक्षकों में काफी आक्रोश है। शिक्षक नेताओं का कहना है कि अभिव्यक्ति की आजादी पर पाबंदी लगाना सरकार की निरंकुशता का परिचायक है, जबकि शिक्षक कानून के दायरे में रहकर ही अपनी मांगों के समर्थन में प्रदर्शन करने के लिए लखनऊ जा रहे थे। प्रदेश सरकार को इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा।

जिला अध्यक्ष अशोक कुमार शुक्ला ने कहा है कि इस तरह शिक्षकों को लखनऊ जाने से रोके जाने से यह स्पष्ट होता है कि सरकार शिक्षकों की लामबंदी से घबरा गई है। उसे खतरे की घंटी महसूस होने लगी है। अब इस आंदोलन को और तेज किया जाएगा।