मधुमेह एवं उच्च रक्तचाप के रोगी खोजने में जिला रहा अव्वल

ललितपुर। आपाधापी के दौर में लोगों की जीवन शैली दिन प्रतिदिन बदलाव देखा जा रहा है। एक ओर जहां सही खानपान नहीं है, वहीं दूसरी ओर बढ़ता तनाव उच्च रक्तचाप एवं मधुमेह के प्रमुख कारणों में से एक है।

गैर संचारी रोगों के नोडल अधिकारी डा.अवधेश यादव बताते हैं कि जनपद में उच्च रक्तचाप का प्रसार लगभग 17 प्रतिशत हैं, यानि कुल वयस्क आबादी के 17 प्रतिशत लोग उच्च रक्तचाप की समस्या से जूझ रहें हैं।

उच्चरक्तचाप एक साइलेंट किलर है, इसके लक्षण देर से उभर कर आते हैं। लेकिन इसकी वजह लकवा, दिल का दौरा, रक्तवाहनियों के कठोर होने जैसे गम्भीर रोग हो सकते हैं। वहीं, मधुमेह से नसों में सुन्नपन,आंख के पर्दे की खराबी एवं हृदयाघात की संभावना बढ़ जाती है।

इंडिया हाइपरटेंशन कंट्रोल इनिशिएटिव प्रोग्राम (आईएचसीआई) के डिस्ट्रिक्ट कोऑर्डिनेटर अनुराग श्रीवास्तव ने बताया कि अक्टूबर 2021 में नेशनल प्रोग्राम फॉर प्रिवेंशन एंड कंट्रोल ऑफ नॉन कम्युनिकेवल डिसीस (एन.पी.-एन.सी.डी.) के अंतर्गत इंडिया हाइपरटेंशन कण्ट्रोल इनिसिएटिव (आईएचसीआई) कार्यक्रम की शुरुआत हुई है, जिसमें अभी तक हाई ब्लड प्रेशर के 7785 मरीज व मधुमेह के 5228 मरीज चिन्हित हुए हैं, जिनका उपचार चल रहा है।

इस कार्यक्रम का उद्देश्य है कि 30 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों का ब्लड प्रेशर व डायबिटीज की स्क्रींनिंग कर चिन्हित मरीजों को नियमित दवा दी जाती है साथ ही उनका फॉलो अप किया जाता है।

जनपद का आंकड़ा

राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वे-5 (एनएफएचएस-5) वर्ष 2019-2021 के अनुसार जनपद के वयस्क वर्ग में 17.2 प्रतिशत हाइपरटेंशन से ग्रसित हैं। इसी प्रकार जनपद के वयस्क वर्ग के 5.5 प्रतिशत लोग मधुमेह से पीडि़त हैं।

ऐसे करें बचाव

कम्युनिटी मेडिसिन विशेषज्ञ डा.सौरभ सक्सेना बताते हैं गैर संचारी रोग से बचाव के लिए खाने में नमक व चीनी कम ले, वजन नियंत्रित रखें, मादक पदार्थों का सेवन न करे, योग, प्राणायाम और व्यायाम को नियमित रूप से करें।

इनका कहना है

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा.इम्तियाज अहमद का कहना है कि उच्च रक्तचाप और मधुमेह एक गंभीर समस्या है। दिनचर्या में परिवर्तन, संतुलित खानपान एवं तनाव कम कर उच्च रक्तचाप से होने वाले खतरों को टाला जा सकता है।

सड़क किनारे समान रखकर अतिक्रमण ना करें दुकानदार : आलोक तिवारी

ललितपुर। यातायात व्यवस्था को सुद्रढ़ बनाने के लिए अब ट्रैफिक विभाग तेजी से कार्य कर रहा है। सर्वप्रथम शहर की सड़कों को मूर्त रूप में लाने के लिए तमाम प्रयास किये जा रहे हैं।

इसके लिए यातायात प्रभारी उप निरीक्षक आलोक कुमार तिवारी शहर में लगातार पैदल भ्रमण करते हुये दुकानदारों से सामान को सड़क किनारे रखकर अतिक्रमण न करने का आह्वान करते हुये नजर आ रहे हैं तो वहीं वाहन चालकों से भी यातायात नियमों का सख्ती से पालन करने की अपील उनके द्वारा की जा रही है।

टीएसआई आलोक तिवारी का कहना है कि यातायात व्यवस्था को दुरुस्त बनाने के लिए अस्थाई अतिक्रमण को किसी भी दशा में बर्दाश्त नहीं किया जायेगा।

गौरतलब है कि पुलिस अधीक्षक मो.मुश्ताक के आदेश और अपर पुलिस अधीक्षक अनिल कुमार व क्षेत्राधिकारी यातायात के निर्देशन में यातायात व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने के लिए यातायात विभाग सतत रूप से कार्य करने में जुटा है।

सड़क किनारे दुकानदारों द्वारा सामान रखकर फुटपाथ पर अतिक्रमण कर लिये जाने से पैदल राहगीरों को सड़क पर पैदल निकलना पड़ता है तो वहीं वाहन चालकों द्वारा गाडिय़ों को सड़क पर रखना पड़ता है, जिससे आवागमन बाधित होता है।

शहर के मध्य इस विकराल समस्या को दूर करने के लिए सर्वप्रथम दुकानदारों को यही कहा जा रहा है कि वह अपनी दुकान का सामान दुकान के अंदर ही रखें। किसी भी वस्तु का प्रदर्शन करना है तो उसे काउण्टर से ही करें, सामान को सड़क किनारे पटरी तक न फैलायें, जिससे कि अस्थाई अतिक्रमण को बढ़ावा मिले।

ऐसी स्थिति में कार्यवाही की जद में आये दुकानदारों को परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। आम जन-मानस को यातायात नियमों के बारे में भी जागरूक किया गया कि फाल्टी नम्बर प्लेट, बिना नम्बर प्लेट के वाहन न चलाये, वाहनों पर विशेषकर बुलेट मोटर साइकिल पर मोडिफाइड सालेन्सर का उपयोग न करें, दो-पहिया वाहन चलाते समय हमेशा हेलमेट का उपयोग करें, तीन सवारी बैठाकर दो पहिया वहान न चलाये।

इस दौरान विशेष पुलिस महानिदेशक कानून एवं व्यवस्था उत्तर प्रदेश के आदेश के अनुपालन में अभियान चलाकर जनपद ललितपुर में संचालित हो रहे ई-रिक्शों का सत्यापन करते हुये यातायात नियमों का उल्लंघन करने वाले वाहन चालकों पर आवश्यक वैद्यानिक कार्यवाही की गयी।

इस दौरान मॉडीफाइड साइलेंसर के चार, फाल्टी नम्बर/बिना नम्बर के आठ और दो पहिया वाहन चलाते समय हेलमेट का प्रयोग न करने वाले 11, चार पहिया वाहन चलाते समय सीट बेल्ट का उपयोग न करने पर आठ, नो-इण्ट्री में वाहन का प्रवेश करने पर चार और दो पहिया वाहन पर तीन सवारी बैठाकर चलने पर सात चालान किये गये।

रोहित जैन ने प्रश्न पद लेखन की राष्ट्रीय मैराथन में किया प्रथम स्थान प्राप्त

ललितपुर। केरल राज्य के कासरगोड में स्थित केन्द्रीय विश्वविद्यालय के हिन्दी विभाग में शोधार्थी रोहित जैन ने राष्ट्रीय परीक्षण सेवा भारत, भारतीय भाषा संस्थान मैसूर द्वारा एनआईपी 2020 के सफलता पूर्वक तीन वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में 28 अगस्त से 11 सितम्बर 2023 तक हिन्दी भाषा और साहित्य में प्रश्न पद लेखन पर ऑनलाइन मोड में आयोजित पन्द्रह दिवसीय राष्ट्रीय मैरथन में प्रथम स्थान प्राप्त कर जनपद को गौरवान्वित किया है।

प्रथम स्थान प्राप्त कर शोधार्थी रोहित जैन को राष्ट्रीय स्तर पर स्मृति चिह्न, नकद पुरुस्कार व प्रमाण पत्र भी प्राप्त हुआ है। गौरतलब है कि जिले के वरिष्ठ पत्रकार राहुल कुमार जैन के सुपुत्र रोहित जैन हिन्दी भाषा में काफी रूचि रखते हैं।

इसी के चलते उन्होंने हिन्दी भाषा और साहित्य में प्रश्न पद लेखन में यह महत्वपूर्ण सफलता हांसिल की है। रोहित जैन ने इस गौरवशाली क्षण के लिए अपने गुरूजनों, माता-पिता को श्रेय देते हुये कहा कि वह हिन्दी भाषा में और अधिक ज्ञान अर्जित करने के लिए प्रयासरत हैं।

इस महत्वपूर्ण सफलता पर जनपद उनके शुभचिन्तकों ने हर्ष व्यक्त किया है।

जिलाधिकारी की पहल पर स्कूली छात्र-छात्राओं ने देखे पर्यटन स्थल

ललितपुर। जिलाधिकारी अक्षय त्रिपाठी की पहल पर जनपद के स्कूली छात्र-छात्राओं को पर्यटन स्थलों के बारे में जानकारी प्रदान करने, पर्यटन की महत्ता, लोक कलाओं, सांस्कृतिक व ऐतिहासिक महत्व के बारे में जानकारी प्रदान करने हेतु दिये गये निर्देशों के क्रम में सर्वप्रथम राजकीय बालिका इण्टर कॉलेज की छात्राओं को भ्रमण कराने की कार्ययोजना बनाई गयी, जिसके तहत अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व अंकुर श्रीवास्तव ने स्कूली छात्राओं से पर्यटन स्थलों के बारे में संवाद किया और धरोहरों के संरक्षण हेतु जागरूक किया।

उन्होंने जी.जी.आई.सी. की 50 प्रतिशत छात्राओं एवं अध्यापिकाओं सहित पुरातात्विक धरोहरों से परिपूर्ण विश्वविख्यात देवगढ़ के भ्रमण हेतु बस को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया। इस अवसर पर पर्यटक अधिकारी हेमलता ने छात्राओं को जनपद के पर्यटन स्थलों के बारे में जानकारी देते हुये देवगढ़ स्थित अमूल्य धरोहरों के बारे में विस्तृत रूप से बताया।

पर्यटन मित्र फिरोज इकबाल ने छात्राओं को जनपद के पर्यटन स्थलों से सम्बन्धित जानकारी का ब्रोशर वितरित करते हुये धरोहरों के संरक्षण का संकल्प दिलाया। देवगढ़ भ्रमण में बच्चों ने देवगढ का दशावतार मंदिर जैन मंदिर समूह सहित राजघाटी, नाहरघाटी, सिद्धगुफा, वराह मंदिर, बुद्धगुफा आदि धरोहरों का अवलोकन किया एवं उनके महत्व को समझा।

बच्चों को ए.एस.आई. के गाईड एवं मलखान सिंह द्वारा धरोहरों की पुरातात्विक जानकारियों से अवगत कराया। इस दौरान जीजीआईसी की प्रधानचार्या पूनम मालिक, प्रवक्ता ऋतु गुप्ता के अलावा विद्यालय की शिक्षिकाएं ओर स्टाफ भी उपस्थित रहे।

*शहर में प्रभावी तरीके से सुधरेगी यातायात व्यवस्था : आलोक तिवारी*

ललितपुर। शहर में यातायात व्यवस्था अब पुराने ढर्रे पर नहीं रहेगी। वाहन चालकों को यातायात नियमों के प्रति जागरूक करने के अलावा दुकानदारों को अस्थाई अतिक्रमण न करने और बिगड़ैल वाहन चालकों के खिलाफ सख्ती से कार्यवाही शुरू कर दी गयी है।

इसी क्रम में सोमवार को यातायात प्रभारी उप निरीक्षक आलोक कुमार तिवारी ने शहर में पैदल गश्त करते हुये दुकानदारों को सड़क किनारे सामान न रखने की सख्त हिदायत दी। इसके अलावा वाहन चालकों को नियमों का पालन करने के लिए जागरूक किया गया।

पुलिस अधीक्षक मो.मुश्ताक ने यातायात माह नवम्बर का शुभारंभ करते हुये स्पष्ट संकेत दिये थे कि अब यातायात नियमों का पालन न करने वालों पर सख्ती से कार्यवाही की जायेगी। साथ ही शहर में अस्थाई रूप से अतिक्रमण करने वालों के खिलाफ भी कार्यवाही होगी।

अपर पुलिस अधीक्षक अनिल कुमार भी यातायात व्यवस्था को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए काफी संजीदा हैं। क्षेत्राधिकारी सदर अभय नारायण राय शहर में अस्थाई अतिक्रमण के खिलाफ लगातार अभियान चलाते हुये लोगों को जागरूक कर रहे हैं।

सोमवार को यातायात प्रभारी उप निरीक्षक आलोक कुमार तिवारी ने अपने हमराहियों के साथ शहर में पैदल गश्त करते हुये दुकानदारों को समझाया कि वह अपनी दुकान का सामान दुकान की सीमा में ही रखें। सड़क किनारे सामान रखकर अस्थाई अतिक्रमण को बढ़ावा न दें, अन्यथा की स्थिति में कार्यवाही की जद में आ जायेंगे।

साथ ही उन्होंने वाहन चालकों को भी नियमों का कढ़ाई से पालन करने का आह्वान किया। यातायात प्रभारी ने कहा कि शहर में यातायात व्यवस्था को सुगम बनाने के लिए प्रभावी कदम भी उठाये जा रहे हैं। उन्होंने दो पहिया वाहन चालकों से आह्वान किया कि वह हेलमेट पहनकर ही वाहन को चलायें और आवश्यक दस्तावेज साथ में रखें।

इसके अलावा चार पहिया वाहन चालकों से आह्वान किया कि वह सीट बेल्ट अवश्य लगायें और नियमों का पालन करें। उन्होंने टैक्सी संचालकों से आह्वान किया कि बेतरबीब तरीके से वाहनों का खड़ा न करें। नगर पालिका परिषद द्वारा बनाये गये स्थाई स्टैण्ड पर ही टैक्सी खड़ी करें और सवारी लेने के लिए साइड में गाड़ी रोककर सवारी बैठायें या उतारें।

साथ ही जागरूकता के कम में थाना कोतवाली में छात्र-छात्राओं को स्टूडेन्ट पुलिस एक्पेरीमेन्टल लर्निंग कार्यक्रम के तहत यातायात नियमों के बारे में प्रशिक्षित किया गया। इसके अलावा कार्यवाही में फाल्टी नम्बर प्लेट के 07, दो पहिया वाहन में स्टंट करने पर 04 और दो पहिया वाहन में 3 सवारी बैठाकर चलने वाले 11 वाहन चालकों के खिलाफ चालान की कार्यवाही की गयी।

*कानपुर में जनपद के मास्टर्स एथलीटों ने रचा इतिहास*

 ललितपुर। पंचायत राज विभाग ललितपुर के नदीपुरा निवासी,अंतरराष्ट्रीय मास्टर्स एथलीट अरविन्द कुमार प्रजापति के द्वारा चयनित एथलीटों ने उत्तर प्रदेश मास्टर्स एथलेटिक्स असोशिएशन के तत्वावधान में 09 व 10 दिसम्बर को कानपुर के आरमरीना स्टेडियम अरमापुर एस्टेट में सम्पन्न हुई 32 वीं यूपी मास्टर्स एथलेटिक्स चैम्पियनशिप 2023 में शानदार प्रदर्शन कर इस 7 गोल्ड, 4 सिल्वर और 2 ब्रॉन्ज समेत 13 मेडल जीते।

जो क्रमशः राहुल झां 30 प्लस एज ग्रुप में 100 मीटर दौड़ में सिल्वर मेडल और लॉन्ग जंप में गोल्ड मेडल, प्रियंका नामदेव 30 प्लस एज ग्रुप में लॉन्ग जंप में सिल्वर मेडल, ट्रिपल जंप में सिल्वर मेडल और 200 मीटर दौड़ में ब्रॉन्ज मेडल , प्रीतम अहिरवार 45 प्लस एज ग्रुप में 10 कि.मी. दौड़ में सिल्वर मेडल और 4×100 मीटर रिले रेस में ब्रॉन्ज मेडल जीता , देवेन्द्र पाल सिंह 70 प्लस एज ग्रुप में 1500 मीटर में गोल्ड, 5 कि.मी. में गोल्ड और 10 कि.मी. दौड़ में भी गोल्ड मेडल जीत बने प्रदेश चैम्पियन और वहीं 75 प्लस एज ग्रुप में निहाल सिंह ने भी 5 कि.मी. पैदल चाल में गोल्ड , लॉन्ग जंप में गोल्ड और 100 मीटर बाधा दौड़ में गोल्ड मेडल जीत प्रदेश चैम्पियनशिप बनाई,।

अरविन्द अपनी प्रैक्टिस के साथ साथ जनपद के युवाओं को निः शुल्क फिजिकल ट्रेनिंग देते हैं और साथ ही 30 वर्ष से अधिक आयु कर चुके मास्टर्स एथलीटों के अंदर उत्साह जगाकर उन्हें भी तैयार कर रहे हैं।

उक्त स्टेट चैम्पियनशिप में उत्कृष्ठ प्रदर्शन करने पर जिला पंचायत राज अधिकारी नवीन मिश्रा, रंजीत सिंह, अजय प्रताप सिंह, डॉ. अनुपम मिश्रा, राम तिवारी , हरीश कपूर(टीटू) चंदू भैया (राज्य मंत्री प्रतिनिधि), डॉ.अरविन्द दिवाकर, डॉ. राजीव जैन (निर्मल), संजीव बावरा, रविन्द्र राठौर, शिया देवी, राजेन्द्र सिंह, अंकुर यादव , राकेश रैकवार , रजनीश चतुर्वेदी, रामेश्वर प्रसाद पाल, प्रतिभा गुप्ता, श्याम पटैरया, अभय सिंह, कृष्ण कुमार, रामसेवक प्रजापति, सीताराम कुशवाहा, दशरथ प्रजापति, बेनीबाई, उषा प्रजापति ,यशिका प्रजापति व सभी खेल प्रेमियों ने हौसला आफजाई की।

*मानवीय मूल्यों की स्थापना के लिए जीवन समर्पित करने पर सम्मान समारोह आज*

प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के वरदानी भवन में होगा आयोजन

ललितपुर। सुपर मार्केट स्थित अमर शहीद गणेश शंकर विद्यार्थी पत्रकार भवन में सोमवार को प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के वरदानी भवन द्वारा आयोजित कार्यक्रम की जानकारी देने के लिए एक पत्रकारवार्ता का आयोजन किया गया।

पत्रकारवार्ता में बी.के. माया बहन व बी.के.प्रीति बहन ने संयुक्त रूप से बताया कि प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय एक अंतरराष्ट्रीय आध्यात्मिक संस्था है, जो पिछले 87 वर्षों से आध्यात्मिकता की मशाल सम्पूर्ण विश्व में मानव कल्याण हेतु मानवीय मूल्यों की स्थापना में संलग्न हैं और इसी तत्परता से कार्य कर रहीं हैं।

इसी अभियान को लेकर संस्था पिछले 33 वर्षों से कार्य करते हुए संचालित है और 12 दिसंबर 2012 को स्थायी रूप से सेवा केन्द्र वरदानी भवन की स्थापना हुई। जहां हजारों भाई-बहनें विश्वविद्यालय की शिक्षाओं से अपने जीवन मे सकारात्मक जीवन, व्यसन मुक्त जीवन, तनाव जीवन जीने की कला सीखकर अपना जीवन बनाया है।

यही खुशियां बिखेरने के लिए अनेक बहनों ने अपना जीवन ईश्वरीय सेवा में समर्पित कर दिया है। इसी क्रम में ललितपुर जिले से 9 बहनों ने अपना जीवन ईश्वरीय सेवा में समर्पित किया है और आज के दिन एक और कड़ी जुडऩे जा रही है।

शहर के मोहल्ला तालाबपुरा निवासी विन्द्रावन यादव की पुत्री ब्रह्माकुमारी निशा, जो कि विद्यालय की शिक्षाओं से प्रेरित होकर अपना संपूर्ण जीवन ईश्वरीय सेवा में समर्पित करने जा रही हैं। जिसका दिव्य समर्पण, अलौकिक बंधन 12 दिसम्बर 2023 को ब्रह्माकुमारीज के मध्य प्रदेश व उत्तर प्रदेश की क्षेत्रीय निर्देशिका एवं रोजयोग एज्युकेशन एण्ड रिसर्च फाउण्डेशन के प्रशासनिक सेवा प्रभाग की राष्ट्रीय संयोजिका राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी अवधेश बहिन की गरिमामयी उपस्थिति और जोन की वरिष्ठ दीदीयों बहनों के बीच परामात्मा शिव को अपना जीवन साथी स्वीकारते हुये आजीवन परमात्म सेवा में समर्पित करेंगी।

साथ ही स्थानीय सेवा केन्द्र में नवनिर्मित महा वरदानी हॉल का उदघाटन एवं भवन के ऊपर वरदानेश्वर शिव लिंग का पूजन कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। इसी क्रम में ललितपुर में आध्यात्मिक ज्ञान का बीज बोने वाली बी.पंचशिला बहनें एवं बी.प्रियंका बहन का आशीर्वाद समारोह होगा।

साथ ही ललितपुर जिले से अपना जीवन समर्पित करने वाली बी.के.रानी बहन, बी.के.गीता बहन, बी.के.मनीषा बहन, बी.के. किरन बहन, बी.के.प्रीति बहन, बी.के.पुष्पा बहन, बी.के.रूबी बहन एवं बी.के.विद्यासागर भाई का सम्मान एवं बधाई समारोह कार्यक्रम का आयोजन होगा।

इस दौरान बी.के.माया बहन, बी.के.प्रीति बहन, रामस्वरूप भाई, राहुल जैन नवभारत भाई, लक्ष्मी नारायण भाई के अलावा प्रेस क्लब संरक्षक सदस्य मंजीत सिंह सलूजा, संतोष शर्मा, अध्यक्ष राजीव बबेले सप्पू, महामंत्री अंतिम जैन, वरिष्ठ उपाध्यक्ष विजय जैन कल्लू व कोषाध्यक्ष रमेश रायकवार के अलावा अन्य पत्रकार साथी उपस्थित रहे।

*जीवन में महत्व संघर्ष का है : पुलिस अधीक्षक*

ललितपुर। बुंदेखण्ड विश्वविद्यालय झांसी द्वारा आवंटित अन्तर महाविद्यालयीन हैण्डवाल (महिला) प्रतियोगिता का आयोजन नेहरू महाविद्यालय में संपन्न हुआ।

प्रतियोगिता का शुभारम्भ मुख्य अतिथि पुलिस अधीक्षक मो. मुश्ताक, प्राचार्य, संस्कृत विभाग प्रो.ओमप्रकाश शास्त्री ने संयुक्त रूप से अतिवीर हनुमानजी के चित्र पर माल्यापर्ण एवं दीप प्रज्जवलित करके किया।

मुख्य अतिथि पुलिस अधीक्षक मो. मुश्ताक ने कहा कि जीवन में महत्व सफलता का नहीं, संघर्ष का है। जो हमें खेल भावना से मिलती है। प्रत्येक खिलाड़ी टीम भावना के साथ संबंधित क्षेत्र में उपलब्धि हासिल करके महाविद्यालय, परिवार, समाज व देश व गौरान्वित करे।

उन्होंने कहा कि विद्यार्थी श्रेष्ठ गुणों को आत्मसात कर तरक्की के आयाम तय करें। हार-जीत का खेल में महत्व नहीं होता। जहाँ एक ओर खेल में जीतने से खिलाड़ी को शिक्षा मिलती है कि जीवन में सफलता पर घमण्ड नहीं करना चाहिए। वहीं दूसरी ओर हारे खिलाड़ी को असफलता में हिम्मत न हारने की प्रेरणा मिलती है।

प्राचार्य ने कहा कि विद्यार्थी के सर्वांगीण विकास के लिए खेलों का महत्वपूर्ण स्थान है। खेलों से न केवल विद्यार्थी का शारीरिक विकास होता है अपितु वे जीवन में चुनौतियों का सफलतापूर्वक सामना करने में सक्षम होते हैं।

उन्होंने कहा कि आप सभी श्रेष्ठ खिलाड़ी बनने की दिशा में अग्रसर हैं। आपकी प्रबल इच्छाशक्ति तुम्हारा हौसला ही तुम्हें मुकाम हासिल करने में मदद करेगा। मनोविज्ञान विभाग के प्रो. अवधेश अग्रवाल ने कहा कि शिक्षा और खेलों का समन्वय ही व्यक्तित्व निर्माण की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है।

इसलिए खिलाड़ी अपने परिवेश में सक्रिय भूमिका का निर्वहन कर समाज को स्वस्थ्य रखने के लिए संदेश प्रेरित कर सकते हैं। संस्कृत विभाग के प्रो.ओमप्रकाश शास्त्री ने कहा कि सैद्धान्तिक ज्ञान के साथ खेलों की शिक्षा प्रदान की जाती थी। कक्षा, मंच और मैदान में सहभागिता ही विद्यार्थी जीवन का श्रेष्ठतम उद्देश्य होना चाहिए।

जानकारी देते हुए प्रतियोगिता संयोजक प्रो.अनिल सूर्यवंशी ने बताया कि अन्तर महाविद्यालय टीमों में बुंदेलखण्ड विश्वविद्यालय झाँसी कैम्पस, महर्रा महाविद्यालय, पनारी स्थित महिला महाविद्यालय, नेहरू महाविद्यालय, राजकीय महाविद्यालय झांसी की टीमों ने प्रतिभाग किया।

प्रतियोगिता में प्रथम स्थान पर नेहरू महाविद्यालय ललितपुर, द्वितीय स्थान पर बुंदेलखण्ड विश्वविद्यालय झाँसी कैम्पस एवं तृतीय स्थान पर पनारी स्थित महिला महाविद्यालय की टीम रही। इसमें कोच आसिफ खान, नीतेश राज, सुरेन्द्र कुमार, वेदिका रावत रहे।

बुंदेलखण्ड विश्वविद्यालय झांसी से चयनकर्ता के रूप में विनोद बौद्ध रहे। रैफरी प्रदीप गुर्जर, चंद्रपाल पटेल, रमाकांत दुबे, अरविंद भार्गव रहे। प्रतियोगिता संपन्न कराने में अभिषेक यादव, आसिफ खान, अरूण धाकड़, प्रिंस शुक्ला, मोहन राजा, सौरभ अहिरवार, युवराज शर्मा ने सहयोग प्रदान किया।

चैम्पियन छात्राओं में नेमवि की महिमा, दीक्षा, राजाबेटी, साक्षी, रोशनी, रचना, खुश्बू, सपना, रानी साहू, हेलन शामिल रहीं। बुवि कैम्पस से अनीता, गुनगुन, खुशी, साक्षी, प्रियंका, अनुष्का, अन्वेषा, अंशु, मिनर्वा शामिल रहीं।

इस मौके पर प्रो. अवधेश अग्रवाल, प्रो.पंकज शर्मा, असि. प्रो. अनीता, डा.मनोज कुमार, डा.रौशन सिंह, डा.सुभाष जैन, डा.संजीव कुमार शर्मा, डा.सूबेदार यादव, डा.रामकुमार रिछारिया, डा.शैलेन्द्र सिंह चौहान, डा.रेनू चंदेल, डा.राजेश तिवारी, डा.ऊषा तिवारी, डा.ओ.पी.चौधरी, डा.बलराम द्विवेदी, डा.दीपक पाठक, डा.प्रीति पाठक, डा.विनोद कुमार, डा.वर्षा साहू, डा.लक्ष्मीकांत मिश्रा, डा.गीरेन्द्र सिंह, संदीप श्रीवास्तव, डा.जितेन्द्र राजपूत, डा.जगत कौशिक, डा.अवनीश त्रिपाठी, डा.अरिमर्दन सिंह, डा.रजनी चौबे, डा.रिचा साहनी, डा.रिचा सक्सेना, कविता पैजवार, डा.जगवीर सिंह, डा.विनीत अग्निहोत्री, डा.पराग कुमार, डा.अनूप दीक्षित, धर्मेन्द्र यादव, धु्रव किलेदार, फहीम बख्श, अंकित चौबे, हरदयाल, राकेश प्रजापति, भरत सिंह, मिलन सेन आदि उपस्थित रहे। संचालन डा.सुधाकर उपाध्याय ने किया। अंत में प्रो. अनिल सूर्यवंशी ने सभी का आभार जताया।

राष्ट्रीय स्तर पर रैंकिंग के लिए केन्द्रीय टीम ने किया निरीक्षण

ललितपुर। हेल्थ एण्ड बैलनेस सेंटर कड़ेसराकलां में राष्ट्रीय स्तर पर (एन.क्यू.ए.एस.) रैंकिंग के लिए गुवाहाटी आसाम से आये डा.स्वप्ना बोधुनकर एवं भोपाल से डा.रितेश तंवर द्वारा पर्यवेक्षण किया गया। टीम के हेल्थ एण्ड बैलनेस सेंटर पहुंचते ही पारंपरिक लोकगीतों से स्वागत किया गया। जिसमें अधीक्षक डा. विशाल पाठक, ग्राम प्रधान ज्ञान सिंह यादव उपस्थित रहे। 

स्वागत गीत से टीम सदस्यों ने प्रसन्न जाहिर की। इस दौरान टीम द्वारा सेंटर पर उपलब्ध स्वास्थ्य सेवाओं की जानकारी ली गयी। सारे उपकरणों एवं रिकॉर्ड का बारीकी से निरीक्षण किया गया। तदोपरान्त ए.एन.एम. ज्योति के साथ सभी आशाओं का उनके कार्य के बारे में उनकी कितनी जानकारी है एवं कार्य करने के तरीके के बारे में पता किया गया। सी.एच.ओ. सरिता बघेल द्वारा भी मरीजों को प्रदान की जा रहीं स्वास्थ्य सेवाओं के बारे में जानकारी ली गयी। सेंटर पर कितनी प्रकार की जांचें उपलब्ध हैं, उनकी भी जानकारी ली गयी। 

आशाओं से उनके कार्यक्षेत्र एवं गर्भवती महिलाओं एवं बच्चों को कौन-कौन सी स्वास्थ्य सेवायें उपलब्ध करायी जा रहीं हैं। इसकी भी जानकारी ली गयी। अंत में टीम द्वारा हेल्थ एण्ड बेलनेस सेंटर पर उपलब्ध सेवाओं को सराहा गया एवं स्टाफ की सराहना की गयी। साथ ही सेंटर पर सफाई व्यवस्था, शासन की कल्याणकारी योजनाओं के बारे में प्रदर्शित सामग्री भी श्रेष्ठ मिली। अंत में टीम का आभार अधीक्षक डा.विशाल पाठक द्वारा व्यक्त किया गया। 

वहीं ग्राम प्रधान ज्ञान सिंह यादव द्वारा टीम को पुष्प गुच्छ भेंट किया गया। इस अवसर पर सी.एम.ओ. डा.इम्तियाज अहमद, डा.तारिक अंसारी, डा.पटेल, डी.पी.एम.रजिया फिरोज, डी.पी.एस. बसन्त पाराशर, स्वास्थ्य परा.अशोक नायक, धीरज कुमार, सी.एच.ओ. मयंक पाल, सूरज सोनी, नेत्र परीक्षण अधिकारी श्यामवीर सिंह, नीलेश सिंह एवं अन्य अधिकारी व कर्मचारी मौजूद रहे।

श्रीसत्य साई सेवा समिति द्वारा स्वास्थ्य परीक्षण शिविर आयोजित

ललितपुर। श्रीसत्य साई सेवा समिति के तत्वाधान में स्थानीय सिंचाई विभाग कॉलोनी के अंतर्गत विश्वेश्वरैया हाल के पास गोविंद सागर बांध की तलहटी में स्वास्थ्य परीक्षण शिविर का आयोजन किया गया। शिविर के अंतर्गत 200 से अधिक लोगों ने अपने स्वास्थ्य का परीक्षण कराया। 

इस स्वास्थ्य परीक्षण शिविर के अंतर्गत लोगों का ब्लड शुगर, ब्लड प्रेशर, हीमोग्लोबिन, एवं अन्य परीक्षण डॉ लाल पैथोलॉजी के माध्यम से मनीष पटवारी लैब टेक्नीशियन के नेतृत्व में किए गए। कार्यक्रम का शुभारंभ अधिशासी अभियंता भूपेश कुमार सुहेरा, एवं अधिशासी अभियंता भागीरथ के मुख्य अतिथ्य एवं सहायक अभियंता नवाब सिंह एवं स्वामी अनुराग अमर के विशिष्ट आतिथ्य में संपन्न हुआ। 

श्रीसत्य साई सेवा समिति के वरिष्ठ सहयोगी एवं श्रीवर्णी जैन इंटर कॉलेज के पूर्व प्राचार्य अशोक कुमार श्रीवास्तव ने कहा श्रीसत्य साई बाबा जी ने अपने जीवन में सेवा को सर्वाधिक महत्व दिया है। उन्होंने कहा कि बाबा ने मानव सेवा को माधव सेवा बताया है। उन्होंने कहा आज का स्वास्थ्य शिविर लोगों के स्वास्थ्य के लिए लाभप्रद हो ऐसी हमारी भगवान से कामना है। अलिशासी अभियंता भूपेश कुमार सुहेरा ने कहा शारीरिक स्वास्थ्य के साथ-साथ मानसिक स्वास्थ्य भी अत्यंत आवश्यक है, उन्होंने कहा हमें मानसिक तनाव से मुक्ति के लिए प्रयास करने की अत्यंत आवश्यकता है।

 जिला अध्यक्ष अजय श्रीवास्तव ने कहा स्वामी के मार्गदर्शन एवं आशीर्वाद से श्री सत्य साई सेवा समिति ललितपुर सेवा के कार्यों में लगातार संलग्न है, उन्होंने कहा कि स्वामी ने कहा है की सेवा के माध्यम से हम अपने आत्मा की शुद्ध एवं विकास का कार्य करते हैं, इसलिए हमें सेवा करने पर किसी प्रकार का दिखावा करने की आवश्यकता नहीं है। इस अवसर पर बुंदेलखंड सेवा प्रमुख हरीश कपूर टीटू, कौमी एकता समिति के परवेज पठान, नामदेव समाज के अध्यक्ष दीपक नामदेव, साहू समाज के अध्यक्ष ध्रुव साह, कायस्थ सभा के मंत्री संजय श्रीवास्तव, सिंचाई विभाग चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी अध्यक्ष आनंद रजक, अधिवक्ता राजेश देवरिया, विजय श्रीवास्तव, धर्मराज यादव, भारतलाल सेन, महेंद्र कुमार, भरत रावत, जगदीश पाराशर, रामबाब, अंगद रजक, आदि ने प्रमुख रूप से प्रतिभाग किया। कार्यक्रम का संचालन लक्ष्मी नारायण विश्वकर्मा आचार्य ने किया।