रवि की फसलों के लिए काल बने आवारा जानवर
अमेठी। किसान कड़ी मेहनत करके फसलों को अपने खेतों में लगाता है लेकिन आवारा जानवर किसानों की मेहनत को चौपट कर रहे है।सैकड़ो आवारा जानवर सरसों गेहूं,मटर की फसल को चट करने में जुट गए है लेकिन प्रसाशन सिर्फ कागजों पर ही कार्यवाही करने में जुटा है।
जिले में आवारा जानवरों से हो रहे नुकसान को लेकर सांसद स्मृति ईरानी ने भी 6 महीने पहले अमेठी प्रसाशन को पत्र लिखा था लेकिन वो भी ठंडे बस्ते मे चला गया।
दरअसल अमेठी में आवारा जानवरों से किसानों को छुटकारा नही मिल पा रहा है।सैकड़ो की संख्या में झुंड के झुंड आवारा जानवर किसानों की फसलों को नुकसान पहुचाने में जुट गए है।अभी गेहूं,मटर,सरसों के फसल की बुवाई चल रही है।
कई किसानों के खेतो में सरसों की फसल भी उग आई है लेकिन अब आवारा जानवर फसल को खाने में जुट गए है ।आलम ये है किसान रात दिन ठंड के मौसम में अपने फसलों की रखवाली कर रहा है।आवारा जानवरों से सबसे बड़ी मुसीबत जिला मुख्यालय गौरीगंज से सटे टिकरिया गांव के ग्रामीणों को है जहाँ बड़ी संख्या में आवारा जानवर उनकी फसलों को नुकसान पहुँचा रहे है।
वही अमेठी तहसील के अमेठी से सुल्तानपुर मार्ग पर आवास विकास कालोनी से लेकर बेनीपुर के बीच मे आवारा पशुओं का जमावड़ा लगा रहता है कई बार सम्बंधित विभाग को बताया भी गया है और इस रोड पर आवारा जानवरो से कई बार दुर्घटना भी हो चुकी है ।
लेकिन कोई भी इस पर नजर नहीं डालता और लोग दुर्घटना का शिकार भी हो रहे है यहाँ तक की इस रोड पर प्रतिदिन हजारों छात्र साईकिल से पढ़ने आते है और पशु से आये दिन लड़कर चोटिल भी हो जाते है सम्बंधित विभाग सिर्फ वीआईपी के आने के बाद आवारा पशुओं को सडको से दूर हटाने मे जूटा रहता है।
और जैसे ही वीआईपी अमेठी से चले जाते है तुरंत उन आवारा पशुओं को किसानों की फसल को नुकसान करने के लिए छोड़ दिया जाता है और फिर किसान रातदिन जानवर खेत से भागने मे लगा रहता है ।
सांसद के पत्र का भी नही दिखा असर
करीब 6 महीना पहले केंद्रीय मंत्री और अमेठी सांसद स्मृति ईरानी ने अमेठी प्रसाशन को पत्र लिखकर आवारा जानवरों को पकड़कर गौशालाओं में भेजने का आदेश दिया था लेकिन उनका आदेश भी जिले के अधिकारियों ने ठंडे बस्ते में डाल दिया।
Dec 07 2023, 15:56