ई कवच पर हर परिवार की होगी फीडिंग, आभा आईडी से भी जोड़ा जाएगा

गोरखपुर, ई कवच पोर्टल पर जिले के प्रत्येक परिवार की फीडिंग की जाएगी और इस पोर्टल को आभा आईडी से जोड़ा जाएगा । साथ ही यूनिफाइड डिजीज सर्विलांस पोर्टल (यूडीएसपी) के जरिये भी बारह प्रकार की बीमारियों की रिपोर्ट ऑनलाइन देखी जा सकेगी।

यह दोनों कार्य जिले में संभव हो सकें इसके लिए स्वास्थ्य विभाग संबंधित अधिकारियों, स्वास्थ्यकर्मियों और सहयोगी संस्थाओं को प्रशिक्षित कर रहा है । यह जानकारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ आशुतोष कुमार दूबे ने दी ।

मुख्य चिकित्सा अधिकारियों ने बताया कि अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी आरसीएच डॉ एके चौधरी, जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ नंदलाल कुशवाहा और जिला मलेरिया अधिकारी अंगद सिंह की उपस्थिति में अलग अलग प्रशिक्षण सत्र आयोजित किये गये ।

स्वयंसेवी संस्था डब्ल्यूजेसीएफ के प्रतिनिधि दिलीप गोबिंद राव और आजम के सहयोग से ई कवच पर फीडिंग के संबंध में सभी सहयोगी संस्थाओं के प्रतिनिधियों और ब्लॉक स्तरीय कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षित किया गया है ताकि सभी ब्लॉक में गुणवत्तापूर्ण फीडिंग की जा सके।

फीडिंग का यह कार्य आशा और एएनएम की मदद से हो रहा है। इससे त्वरित फायदा यह होगा कि शून्य से पांच वर्ष के सभी बच्चों को नियमित टीकाकरण की सेवा मिल सकेगी और उनका गंभीर बीमारियों से बचाव होगा।

ई कवच पर फीडेड प्रत्येक परिवार का विवरण आभा आईडी से भी जोड़ा जाएगा जिसका फायदा यह होगा कि देश में कहीं से भी लाभार्थी का विवरण देखा जा सकेगा ।

प्रशिक्षण में डब्ल्यूएचओ, यूनिसेफ, जेएसआई, यूएनडीपी, यूपीटीएसयू और चाई संस्था के प्रतिनिधिगण मौजूद रहे । सहायक शोध अधिकारी अजीत सिंह इस कार्य में सहयोग प्रदान कर रहे हैं।

डॉ दूबे ने बताया कि भटहट सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर एक दिसम्बर को सभी सीएचओ को यूडीएसपी पोर्टल के बारे में प्रशिक्षित किया गया । जब भी कोई तेज बुखार का रोगी मिलेगा तो उसका विवरण इसी पोर्टल पर दर्ज किया जाएगा।

उसके परामर्श और जांचों का विवरण भी पोर्टल पर दर्ज किया जाएगा । यह पोर्टल भी आभा आईडी से जुड़ेगा जिससे मरीज का विवरण वह खुद और सेवा प्रदाता भी उसकी सहमति से कहीं से भी प्राप्त कर सकेंगे। जिस प्रकार से कोविड की रिपोर्ट लोग घर बैठे देख लेते हैं, उसी प्रकार से इन बीमारियों की रिपोर्ट भी घर बैठे देखी जा सकेगी।

इस प्रशिक्षण में भटहट सीएचसी के अधीक्षक डॉ अश्विनी चौरसिया, डीडीएम दुर्गेश गुप्ता, पाथ संस्था से डॉ पीएल बिस्वाल, डॉ अर्पित पटनायक, डॉ शिवम शिंदे, डॉ राहुल कांबले और अभिनय कुशवाहा ने विशेष सहयोग किया ।

सभी सीएचओ को इस पोर्टल पर मलेरिया, डेंगू, चिकनगुनिया, जेई, स्क्रबटाइफस, कालाजार, हेपेटाइटिस बी, हेपेटाइटिस सी, थायरायड, कालरा, फाइलेरिया और लेप्टोस्पायरोसिस बीमारियों के फीडिंग का चरणबद्ध तरीका बताया गया ।

भटहट से हुई है शुरूआत

जिला मलेरिया अधिकारी अंगद सिंह ने बताया कि यूडीएसपी पोर्टल के ब्लॉक स्तरीय प्रशिक्षण की शुरूआत भटहट से हो चुकी है । धीरे धीरे सभी ब्लॉक का प्रशिक्षण किया जाएगा। जिला स्तरीय प्रशिक्षण पहले ही कराया जा चुका है ।

किसानों के फसल को छुट्टा पशु कर रहे बर्बाद

घघसरा/गोरखपुर। पाली क्षेत्र के नेवास। कोटिया भगवानपुर मोहानाग रानूखोर गांव अजगईबा घाट के पास छुट्टा पशुओं का आतंक बढ़ गया है। किसानों द्वारा बुवाई की गई गेहूं की फसल खेतों में अभी बड़ा होने शुरू हुए कि क्षेत्र के छुट्टा अपना निवाला बनाना अभी से ही शुरू कर दिया है।

छुट्टा पशु खेतों में जितना अपना निवाला बनाते हैं उससे अधिक वह नाजुक गेहूं फसल को रौंदकर बर्बाद कर रहे हैं। ऐसे आवारा छुट्टा पशुओं से आखिर किसान कैसे पाएं निजात।

इस संबंध में किसानों से बात की गई तो लोगों ने बताया कि खेतों की निगरानी के समय खेत में छुट्टा पशुओं के झुण्ड को किसी तरह भगा तो दिया जाता है लेकिन शिवान में चारों तरफ फसलें हैं, छुट्टा पशु जहां जाते हैं वहां फसलों को नुकसान करते हैं।

बड़हलगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर नि:शुल्क कैंसर की प्राथमिक जांच एवं प्रशिक्षण शिविर का हुआ आयोजन

गोरखपुर। मुख्य चिकित्साधिकारी गोरखपुर के सहयोग से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, बड़हलगंज के प्रांगण में हनुमान प्रसाद पोद्दार कैंसर अस्पताल एवं शोध संस्थान, गीता वाटिका, गोरखपुर द्वारा एक नि:शुल्क कैंसर की प्राथमिक जांच एवं प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया।

जिसमें 124 मरीजों ने आकर कैंसर अस्पताल के चिकित्सक डॉ. राकेश श्रीवास्तव से कैंसर संबंधित परामर्श लिया, लक्षण की जांच कराई तथा उचित निशुल्क दवा पाकर शिविर का लाभ उठाया। शिविर का हिस्सा बनने वाले लोगों में बड़ी संख्या में मध्यम एवं वरिष्ठ आयु वर्ग के व्यक्ति शामिल थे।

सबसे ज्यादा दिखाने वाले पुरुषो में माउथ, लंग, पेट, प्रोस्टेट, पैर में गांठ आदि में परेशानी वाले लोग रहे जबकि महिलाओं में ब्रेस्ट की गांठ, गर्भाशय, मुंह, अंडाशय, पित्त आदि की समस्या वाले लोग आए।

कैंसर के प्रकार एवं उनके लक्षण के दुर्दांत रोग कैंसर के विषय में मरीजों एवं उनके परिजनों को प्रशिक्षण तथा इलाज के बारे में जानकारी दी गई।

इस स्वास्थ्य केंद्र से संबंधित लोगों तथा यहां दिखाने आए सभी लोगों को बुलाकर कैंसर जागरूकता अभियान के तहत उनको कैंसर लक्षण का प्रशिक्षण तथा इलाज के बारे में जानकारी दी गई कि इन शिविरों के मुख्य उद्देश्य भारत में सर्वाइकल कैंसर, ब्रेस्ट कैंसर, माउथ कैंस आदि के बारे में जागरूकता बढ़ाना है। इन्हें बताया गया की इन शिविरों की विशिष्टता केवल स्क्रीनिंग नहीं है, बल्कि सामान्य अच्छे स्वास्थ्य चाहने वाले व्यवहार, पोषण, गर्भाशय ग्रीवा और स्तन कैंसर आदि के बारे में जागरूकता में सुधार तथा महिलाओं को स्तन परीक्षण की स्व-तकनीक सीखने में मदद करना है। उन्हें कैंसर से बचाव के लिए धूम्रपान करने वालों को धूम्रपान न करने, बीवी बच्चों आदि के सामने धूम्रपान न करने की सलाह दें। यह धूम्रपान न करने वालों को सेकेंड हैंड धुएं से दूर रखेगा। माता-पिता अपने परिवार को संतुलित आहार जैसे हरी पत्तेदार सब्जियां खाने, जंक फूड आदि न लेने से एक स्वस्थ जीवन शैली बनाए रखने की सलाह दें। उन्हें यह समझने की जरूरत है कि रोकथाम इलाज से बेहतर है'। सभी लोगो को कैंसर से संबंधित पत्रक, विवरण पुस्तिका, फ्लिपबुक, पोस्टर, लीफलेट/चित्रों के साथ पैम्फलेट आदि वितरित किया गया ताकि वे अपने क्षेत्र में कार्यक्रम आयोजित कर और लोगो को कैंसर के बारे मे जागरुक कर सकें।

शिविर में चिकित्सा अधीक्षक डॉ. शुभम कुमार, अजय श्रीवास्तव, रानी त्रिपाठी, श्रीभगवान यादव, सोनी पासवान, नारद, संजय, अस्पताल के डॉक्टर एवं कर्मचारियों आदि का कार्य उल्लेखनीय रहा ।

*सुख के साथी सब होते हैं लेकिन दुख के साथी कोइ नही*

पाली/सहजनवां। विकास खण्ड पाली क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम पंचायत चड़राव में चल रहे श्री मद् भागवत कथा महापुराण के पांचवें दिन चल रहे ।

कथा के दौरान पुज्य आचार्य सुधांशु कृष्ण जी महाराज जी ने कृष्ण बाल लीला,पुतना उद्घार का प्रसंग सुनाया ।

महराज ने बताया कि सुख के ‌साथी तो सब होते हैं सुख सबको चाहिए, लेकिन दुख का सहयोगी कोई नहीं होता।

पुण्य सबको चाहिए, लेकिन पांप किसी को नहीं चाहिए। लेकिन हमारे गोविंद,भक्तो के अनेकों जन्मों के अर्जित पाप को भी चुरा लेते हैं।बाल लीला का मनोहारी चित्रण कर पुतना उद्घार कि कथा सुनाई।

उन्होंने बताया कि कैसा भी प्राणी हो भगवान के संन्मुख आ जाये तो वे उसका उद्धार हो जाता हैं। भगवान भी ब्रज में रह कर माखन चोरी की लीला किए। आगे वृंदावन की सुन्दर कथाओं का वर्णन किया।

बकासुर अधासुर आदि दैत्यों का उद्घार ‌कालिया मर्दन के बाद गोवर्धन धारण कर ‌भगवान‌ ब्रजवासियों कि रक्षा किया।इस दौरान एस पी सिंह, जितेन्द्र सिंह, प्रमोद सिंह , गुड्डू सिंह , बिजय सिंह , राधेश्याम सिंह , गणेश साहनी , धर्मेन्द्र गिरधर, अंकित सिह सहित आदि लोग मौजूद रहे।

विकसित भारत संकल्प यात्रा कार्यक्रम आयोजित

पाली,सहजनवां। विकासखंड के ग्राम पंचायत बाहिलपार में विकसित भारत संकल्प यात्रा कार्यक्रम का आयोजन किया गया। संकल्प यात्रा में भारत सरकार द्वारा चलाई गई सभी योजनाओं जैसे विकलांग पेंशन, विधवा पेंशन ,ग्रामीण आवास ,स्वच्छ भारत मिशन, शौचालय, आयुष्मान कार्ड, स्वास्थ्य योजनाओं का सजीव प्रसारण किया गया।

कार्यक्रम ब्लॉक प्रमुख ई शशी प्रताप सिंह के नेतृत्व में आयोजित किया गया। उक्त अवसर पर जिला महामंत्री डा आर डी सिंह ,जिला मंत्री राम उजिगर शुक्ला, वीडियो बृजेश यादव, प्रधान प्रतिनिधि रमेद्र मिश्रा, अभिमन्यु मौर्य, सचिव विजय मौर्य, सचिव धनेंद्र सिंह,सचिव हेमंत सिंह व समस्त ग्रामवासी उपस्थित रहे।

*एम्स गोरखपुर में आईएपीएसएम के मंच पर फाइलेरिया मरीजों की आवाज बनीं पूजा*

गोरखपुर। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) गोरखपुर में इंडियन एसोसिएशन ऑफ प्रिवेंटिव एंड सोशल मेडिसिन का दो दिवसीय छब्बीसवां कांफ्रेस लाइलाज उपेक्षित बीमारी फाइलेरिया के लिहाज से भी खास रहा ।

पहली बार इस मंच पर फाइलेरिया उत्तरजीवी नेटवर्क की सदस्य पूजा सिंह को भी अपनी कहानी सुनाने का मौका मिला, जिससे इस उपेक्षित बीमारी के मरीजों को भी स्वर मिला ।

फाइलेरिया मरीजों की बात आई तो इसके उन्मूलन के प्रयासों के बारे में भी कई कहानियां सामने आईं । पूरा सत्र जीवंत बन गया और कार्यकारी निदेशक डॉ सुरेखा किशोर की उपस्थिति में हुई इस खुली चर्चा की सभी ने सराहना की ।

कांफ्रेंस के पहले दिन का आखिरी सत्र फाइलेरिया उन्मूलन का था जिसके मॉडरेटर रहे बिल एंड मिलिंडा गेट्स फाउंडेशन में नेगलेक्टेड ट्रॉपिकल डिजीज इलिमिनेशन प्रोग्राम्स के कंट्री लीड डॉ भूपेंद्र त्रिपाठी । उन्होंने इस लाइलाज बीमारी के विभिन्न पक्षों की जानकारी दी।

पाथ संस्था के राज्य प्रतिनिधि डॉ शोएब अनवर और पीसीआई संस्था के प्रतिनिधि रनपाल सिंह ने भी फाइलेरिया की गंभीरता से सबको अवगत कराया। सीफार संस्था की कार्यकारी निदेशक डॉ अखिला शिवदास ने कार्यक्रम में सामुदायिक भागीदारी पर प्रकाश डाला और इसमें फाइलेरिया नेटवर्क के प्रयासों को साझा किया। इसी क्रम में फाइलेरिया नेटवर्क की सक्रिय सदस्य सदस्य पूजा सिंह को अपनी कहानी के लिए आमंत्रित किया ।

पेशे से शिक्षिका पूजा ने बताया कि करीब दस से बारह साल पहले वह फाइलेरिया से ग्रसित हुई थीं । उन्हें फाइलेरिया हुआ तो वह भी इस बीमारी से अपरिचित थीं। जब उन्होंने बीमारी के बारे में बताया तो उनके जानने वाले लोगों ने तरह तरह की जड़ी बूटी और गैर वैज्ञानिक उपायों से यह बीमारी ठीक होने की सलाह दी। वह लोगों की सलाह पर भटकती रहीं।

धीरे धीरे परेशानी बढ़ने लगी और पैर में दर्द और सूजन बढ़ता गया। एक बार तो सूजन इतना अधिक बढ़ गया कि पैर से पानी का रिसाव होने लगा। दर्द इतना भयानक था कि वह कई रातें सो नहीं पाईं। उन्होंने कई डॉक्टर को दिखाया पर कोई सही इलाज नहीं मिला इस कारण से उन्हें अपना अध्यापक का काम छोड़ना पड़ा और इससे उनकी आर्थिक स्थिति काफी खराब हो गई।

बीमारी के कारण उन्हें सामाजिक उपेक्षा और भेदभाव भी झेलना पड़ा। लोगों को यह लगता था कि उनके पैर के पानी से उन्हें भी संक्रमण हो जाएगा। वह हीन भावना का शिकार होने लगीं। वह शारीरिक और मानसिक रूप से कमजोर होने लगीं।

इसी बीच पूजा के गांव में स्वास्थ्य विभाग द्वारा सेंटर फॉर एडवोकेसी एंड रिसर्च संस्था के सहयोग से फाइलेरिया रोगी नेटवर्क का गठन किया गया और नियमित बैठकें होने लगीं।

पूजा भी इसमें भाग लेने लगीं और विशेषज्ञों से बीमारी के बारे में कई प्रमुख जानकारी ली और देखभाल के तरीके सीखे। इससे उनके मन में सकारात्मकता का संचार हुआ । व्यायाम और फाइलेरिया प्रभावित अंग की देखभाल से उन्हें आराम मिला है और वह आज दूसरे लोगों को इस बीमारी के प्रति व्याप्त भ्रांतियों के बारे में जागरूक कर रही हैं।

खुल कर हुई चर्चा

पूजा की कहानी सुनने के बाद सत्र में इस मुद्दे पर जीवंत चर्चा हुई। गोरखपुर के जिला मलेरिया अधिकारी अंगद सिंह ने कहा कि सहयोगी संस्था पीसीआई और सीफार तथा फाइलेरिया रोगी नेटवर्क की पहल से जिले में कई अभिनव प्रयास हुए हैं। उन्होंने पिपराईच ब्लॉक के महराजी गांव का भी उदाहरण दिया जहां अभियान के दौरान सौ फीसदी/ 100 प्रतिशत परिवारों को दवा का सेवन कराया गया और प्रवासी लोगों को भी घर वापस आने पर फाइलेरिया कार्नर के जरिये दवा खिलाया जा रहा है।

कार्यक्रम संयोजक डॉ हरिशंकर जोशी ने अपना अनुभव साझा करते हुए बताया कि एम्स में बने बूथ के जरिये बड़े पैमाने पर लोगों ने इस बार फाइलेरिया से बचाव की दवा का सेवन किया है । खुली चर्चा में इस बात पर जोर दिया गया कि समाज के प्रभावशाली लोग जब दवा का सेवन करेंगे तो आमजन भी बचाव की दवा खाएंगे और इस बीमारी का उन्मूलन संभव होगा। चिकित्सकों और स्वास्थ्यकर्मियों को इस दवा का सेवन सबसे पहले करना चाहिए।

फाइलेरिया को जानिए

• यह गंदे पानी में पनपने वाले क्यूलेक्स मादा मच्छर के काटने से होता है। यह न तो अनुवांशिक है और न ही इसके मरीज के साथ उठने या बैठने से यह बीमारी होती है।

• फाइलेरिया का संक्रमण होने के बाद इसके लक्षण दिखने में पांच से पंद्रह साल तक का समय लग सकता है। इसके लक्षण हाइड्रोसील, हाथीपांव, स्तन में सूजन आदि के जरिये प्रकट होते हैं।

• पांच साल तक लगातार साल में एक बार दवा का सेवन करने से इससे बचाव होता है।

• शुरूआती दौर में इसकी पहचान हो जाने से एमएमडीपी के जरिये इसे नियंत्रित किया जा सकता है और इसके एक्यूट अटैक से भी बच सकते हैं।

तीन राज्यों में भाजपा की जीत 2024 का आगाज : गोविंद नारायण

गोरखपुर। भाजपा गोरखपुर क्षेत्र के नए प्रभारी, प्रदेश महामंत्री/एमएलसी गोविंद नारायण शुक्ला सोमवार को क्षेत्रीय कार्यालय पर आहूत परिचयात्मक बैठक में शामिल हुए और 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव को लेकर टिप्स दिए। बोले, मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में भाजपा की बड़ी जीत आगामी लोकसभा चुनाव का आगाज है।

गोरखपुर क्षेत्र की सभी 13 सीटों पर जीत हासिल करने के लिए पदाधिकारियों को अपनी तैयारी रखने की जरूरत है।इस बैठक में शामिल क्षेत्रीय पदाधिकारियों, जिलाध्यक्ष, जिला प्रभारियों, मोर्चो के क्षेत्रीय अध्यक्षों को संबोधित करते हुए प्रदेश महामंत्री ने कहा कि गोरखपुर क्षेत्र में लोकसभा की 13 सीटें हैं।

यह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का गृह क्षेत्र है। इसलिए सभी सीटों पर भाजपा का परचम लहराए, इसके लिए हर कोशिश होनी चाहिए। राजस्थान के विधान सभा चुनाव में प्रभारी के रूप में अपने अनुभव को साझा करते हुए कहा कि पुराने और नए कार्यकर्ताओं का समन्वय पार्टी को ताकत देती है।

अगर पार्टी ने हमें अवसर दिया है तो काम करके अपनी पहचान बनानी चाहिए। पार्टी नेतृत्व की ओर से दायित्वधारी कार्यकर्ताओं को यही नसीहत भी रहती है। उन्होंने वर्तमान में चल रहे वोटर चेतना अभियान और विकसित भारत संकल्प यात्रा को सफल बनाने का आह्वान किया।

गोरखपुर क्षेत्र के अध्यक्ष सहजानंद राय ने क्षेत्रीय प्रभारी गोविंद नारायण शुक्ला का स्वागत करते हुए कहा कि भाजपा नीत नया कीर्तिमान स्थापित कर रही है। दायित्व परिवर्तन पार्टी की परंपरा बताए हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की गरीब कल्याण और जन कल्याणकारी योजनाओं के कारण गोरखपुर क्षेत्र की सभी लोकसभा की सीटों को जीतने के संकल्प को पूरा करेंगे।

संचालन क्षेत्रीय महामंत्री सुनील गुप्ता ने किया। बैठक में सर्वप्रथम सभी पदाधिकारियों ने क्षेत्रीय प्रभारी का स्वागत किया। इस मौके पर प्रदेश अध्यक्ष किसान मोर्चा कामेश्वर सिंह, क्षेत्रीय कोषाध्यक्ष पुष्पदत्त जैन, क्षेत्रीय उपाध्यक्ष डा सत्येंद्र सिन्हा, विश्वजीतांशु सिंह आशू, अरविंद जैसवाल, संजीव राय, क्षेत्रीय मंत्री जनार्दन तिवारी, पंचायत प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक रमेश सिंह, जिलाध्यक्ष युधिष्ठिर सिंह, महानगर अध्यक्ष राजेश गुप्ता, क्षेत्रीय मीडिया प्रभारी डा नवीन पांडेय, विनय सिंह जेआरएफ, सिद्धार्थ शंकर पांडेय, राहुल तिवारी,जिलाध्यक्ष भूपेंद्र सिंह, नुपुर अग्रवाल, कन्हैया पासवान, जगदंबा लाल श्रीवास्तव , दुर्गेश राय, गोपेश्वर त्रिपाठी, शिवनाथ चौधरी, जिला प्रभारी अजय सिंह गौतम, संतराज यादव, अशोक सिंह आदि प्रमुख रूप से मौजूद रहे।

पीजी कॉलेज में मतदाता शिविर, 480 विद्यार्थियों का पंजीकरण

खजनी गोरखपुर।क्षेत्र के वीर बहादुर सिंह पीजी कॉलेज हरनहीं में मतदाता पंजीकरण शिविर में 480 विद्यार्थियों का पंजीकरण किया गया। प्रदेश निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार इन दिनों नए मतदाताओं के मतदाता पहचान पत्र बनाने के लिए शिविर लगाकर 18 वर्ष आयु पूरी करने वाले विद्यार्थियों का पंजीकरण किया जा रहा है।

इस दौरान खजनी तहसील के नायब तहसीलदार हरीश यादव और लेखपाल रवी सैनी तथा महाविद्यालय के विद्यार्थी और प्राचार्य मौजूद रहे।

आईटीएम कॉलेज में राष्ट्रीय खेल कूद प्रतियोगिता का हुआ आयोजन

सहजनवां,गोरखपुर। डॉ एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय के द्वारा आयोजित राज्य स्तरीय खेलकूद प्रतियोगिता मे इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट गीडा गोरखपुर के छात्रों ने टीम मैनेजर ए के सिन्हा एवं वन्दिता के कुशल नेतृत्व मे बास्केटबॉल प्रतियोगिता (बालिका वर्ग ) मे रजत पदक प्राप्त किया एवं दीपक यादव ने जेवेलिन (बालक वर्ग ) मे कांस्य पदक प्राप्त किया|

संस्थान के निदेशक डॉ एन के सिंह ने छात्रों की इस सफलता पर बधाई देते हुए कहा कि इस तरह के प्रतियोगिता मे प्रतिभाग करने से छात्रों का सर्वांगीण विकास होता हैं | उन्होंने छात्रों को आगे और भी करने के लिए प्रेरित किया | इस अवसर पर संस्थान के अध्यक्ष नीरज मातनहेलिया, सचिव श्याम बिहारी अग्रवाल, कोषाध्यक्ष निकुंज मातनहेलिया, संयुक्त सचिव अनुज अग्रवाल एवं संस्थान के सभी शिक्षकों ने छात्रों को बधाई एवं शुभकामनायें दिया |

पीएम मोदी के नेतृत्व में देश में बना खेलों का शानदार माहौल : सीएम योगी

गोरखपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पिछले नौ-दस वर्षों में देश के अंदर खेलों की गतिविधियों का शानदार माहौल बना है। इन गतिविधियों का परिणाम है कि देश खेल के क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तेजी से आगे बढ़ रहा है। ओलंपिक, एशियन गेम्स, कॉमनवेल्थ गेम्स में प्रतिभागी खिलाड़ियों और उनके द्वारा जीते जा रहे पदकों की संख्या से इसका अंदाजा लगाया जा सकता है।

सीएम योगी सोमवार को उत्तर प्रदेश ग्रामीण खेल लीग के शुभारंभ एवं ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ स्मृति अखिल भारतीय प्राइजमनी कबड्डी प्रतियोगिता के समापन-पुरस्कार वितरण समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने ग्रामीण खेल लीग की मशाल को प्रज्ज्वलित कर लीग का शुभारंभ किया और कबड्डी प्रतियोगिता का फाइनल मुकाबला समाप्त करने के बाद खिलाड़ियों को पुरस्कृत किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि खेलो इंडिया, फिट इंडिया मूवमेंट और सांसद खेल स्पर्धा से खेल और खिलाड़ियों को काफी प्रोत्साहन मिला है। इसे और गति देने के हर जिले में स्पोर्ट्स सेंटर बनाए जा रहे हैं।

खेल के संसाधनों और गतिविधियों को बढ़ा रही सरकार

सीएम योगी ने कहा कि प्रदेश में खेल के संसाधनों और गतिविधियों को बढ़ाने के लिए सरकार ने कई कदम उठाए हैं। इसके तहत हर गांव में खेल के मैदान व ओपन जिम विकसित किए जा रहे हैं। जिला स्तर पर स्टेडियम व ब्लॉक स्तर पर मिनी स्टेडियम बनाए जा रहे हैं। वर्तमान में उत्तर प्रदेश में 2 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम हैं। वाराणसी में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम का कार्य युद्ध स्तर पर जारी है। प्रदेश में 15 सिंथेटिक हॉकी ट्रैक, 3 सिंथेटिक रनिंग ट्रैक, 67 बहुउद्देश्यीय स्पोर्ट्स हाल, 15 इनडोर बास्केटबॉल हाल, 2 जुडो हाल, 6 शूटिंग रेंज बनाए जा चुके हैं। मेरठ में मेजर ध्यानचंद के नाम पर प्रदेश मैं पहका विश्व स्तरीय स्पोर्ट्स विश्वविद्यालय का निर्माण युद्ध स्तर हो रहा है।

खिलाड़ियों को दी जा रही भरपूर धनराशि और नौकरी

सीएम योगी ने कहा कि खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने के लिए प्रदेश सरकार भरपूर धनराशि देने के साथ उन्हें सरकारी नौकरी दे रही है। डेढ़ लाख रुपये मासिक मानदेय पर कई कोच नियुक्त किए गए हैं। एकलव्य क्रीड़ा कोष से भी खिलाड़ियों को मदद दी जा रही है। उन्होंने कहा कि ओलंपिक, एशियन गेम्स, कॉमनवेल्थ गेम्स, विश्व चैंपियनशिप में प्रतिभाग करने और पदक जीतने वाले प्रदेश के खिलाड़ियों को भरपूर पुरस्कार राशि तो दिया ही जा रहा है, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पदक जीतने वालों को राजपत्रित पदों पर नियुक्त किया जा रहा है। प्रदेश में 500 खिलाड़ियों को नियुक्ति दी जा चुकी है।

जीत से आगे बढ़ने की प्रेरणा तो हार कमियों को सुधारने का अवसर

महंत अवेद्यनाथ स्मृति अखिल भारतीय प्राइजमनी कबड्डी प्रतियोगिता में प्रतिभाग करने वाले सभी खिलाड़ियों को शुभकामना देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि जीत से हमे और आगे बढ़ने की प्रेरणा मिलती है और हार से कमियों को परिमार्जित करने का अवसर मिलता है। उन्होंने कहा कि खिलाड़ी अपने मेहनत व पुरुषार्थ से अपनी पहचान बनाकर क्षेत्र व देश का नाम रोशन करता है। यदि अभ्यास पर ध्यान देते हुए टीम भावना से परिश्रम किया जाता है तो उसके सफल परिणाम आते हैं।

सभी विकास खंडों में होगी ग्रामीण खेल लीग प्रतियोगिता

मुख्यमंत्री ने उत्तर प्रदेश ग्रामीण खेल लीग का शुभारंभ करते हुए कहा कि यह प्रतियोगिता प्रदेश के सभी विकास खंडों में होगी। इसमें कई तरह की खेल प्रतियोगिताएं होंगी। ब्लॉक स्तर के बाद ग्रामीण खेल प्रतिभाओं को जनपद, जोन और प्रदेश स्तर पर मौका मिलेगा। इससे लाखों खिलाड़ी लाभान्वित होंगे। मुख्यमंत्री ने खेल विभाग को निर्देशित किया कि ग्रामीण खेल लीग में पुरस्कार राशि बेहतरीन होनी चाहिए।

अगले वर्ष दोगुनी होगी कबड्डी प्रतियोगिता की पुरस्कार राशि

इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ स्मृति अखिल भारतीय प्राइजमनी कबड्डी प्रतियोगिता में अगले वर्ष पुरस्कार राशि दोगुनी करने का निर्देश भी खेल विभाग को दिया। उन्होंने कहा कि कबड्डी भारत की पहचान रही है। उत्तर प्रदेश ने देश को कई उत्कृष्ट और अंतरराष्ट्रीय कबड्डी खिलाड़ी दिए हैं। इन खिलाड़ियों ने अपने सामर्थ्य से प्रदेश और देश को गौरवांवित किया है।

यूपी ने देश को दी हैं कई खेल विभूतियां

मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश ने देश को कई खेल विभूतियां दी हैं। एशियन गेम्स में देश ने पहली बार पदकों का आंकड़ा सौ पार किया तो इसमें यूपी के खिलाड़ियों की भी बड़ी भागीदारी रही। देश ने गत एशियन गेम्स में मिले 70 पदक की तुलना में इस बार 107 पदक जीते।

सीएम के नेतृत्व में खेल विभाग ने लिए कई ऐतिहासिक निर्णय: खेल मंत्री

कार्यक्रम में खेल एवं युवा कल्याण राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) गिरीश चंद्र यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में प्रदेश हर क्षेत्र में नित नई ऊंचाइयों को छू रहा है। सीएम योगी के नेतृत्व में प्रदेश में खेल विभाग ने कई ऐतिहासिक निर्णय लिए हैं। पहली बार खेल और खिलाड़ियों के प्रोत्साहन के लिए एक मुकम्मल खेल नीति बनाई गई। मुख्यमंत्री की मंशा है कि कोई भी प्रतिभावान खिलाड़ी किसी तरह के अभाव में न रहे। यूपी में खिलाड़ियों के लिए पुरस्कार राशि को दो से ढाई गुना तक कर दिया गया है।

इस अवसर पर गोरखपुर के सांसद रविकिशन शुक्ल, महापौर डॉ मंगलेश श्रीवास्तव, विधायक विपिन सिंह, प्रदीप शुक्ल, प्रदेश के खेल सचिव एलवाई सुहास, खेल निदेशक आरपी सिंह, यूपी कबड्डी संघ के अध्यक्ष विकास सिंह, महासचिव राजेश कुमार, यूपी कुश्ती संघ के उपाध्यक्ष दिनेश सिंह, जिला कबड्डी संघ के अध्यक्ष अरुणेश शाही, हॉकी की पूर्व ओलंपियन प्रेम माया, अंतरराष्ट्रीय पहलवान पन्नेलाल यादव, डॉ विभ्राट चंद कौशिक, महामंडलेश्वर सतुआ बाबा, महंत रविंद्रदास आदि मौजूद रहे। कार्यक्रम के दौरान उत्तर प्रदेश ग्रामीण खेल लीग पर एक शार्ट फिल्म का भी प्रदर्शन किया गया।

फाइनल मुकाबले में खिलाड़ियों का उत्साह बढ़ाया मुख्यमंत्री ने

कबड्डी प्रतियोगिता के फाइनल मुकाबले का आनंद उठाते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने खिलाड़ियों का उत्साह बढ़ाया। सीएम ने दोनों टीमों यूपी और जेडी एकेडमी नई दिल्ली के खिलाड़ियों के बेहतर मूव्स पर ताली बजाकर उनकी हौसला बढ़ाया। मुकाबला समाप्त होने के बाद मुख्यमंत्री ने विजयी टीमों व खिलाड़ियों को पुरस्कृत किया।

यूपी की टीम ने किया खिताब अपने नाम

कबड्डी प्रतियोगिता के फाइनल मुकाबले में यूपी की टीम ने जेडी एकेडमी को 61-36 के अंतर से पराजित कर खिताब अपने नाम किया। विजेता टीम को सरकार की तरफ से दो लाख और उप विजेता को एक लाख रुपये का नकद पुरस्कार भी दिया गया। सेमी फाइनल खेलने वाली बाकी दो टीमों को भी पचास-पचास हजार रुपये का पुरस्कार मिला।