नक्सल उन्मूलन अभियान में शहीदों के परिजन/आश्रितों को राशि का किया गया भुगतान


नक्सल अभियान में 14 अगस्त 2023 को चाईबासा सब इंस्पेक्टर अमित तिवारी, कांस्टेबल गौतम शहीद हुए थे।इसी घटना के मद्देनजर झारखंड पुलिस और स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया के संयुक्त तत्वावधान मे शाहिद के परिजनो को कंपनसेशन के तौर पर सब इंस्पेक्टर अमित कुमार तिवारी को 25 लाख का चेक DGP अजय कुमार सिंह ने दिया।इसके इलावा झारखंड सरकार की तरफ से दिवंगत अमित तिवारी को 1 करोड़ 78 लाख मिल चुका है।

वही 15 लाख का चेक कांस्टेबल गौतम कुमार के परिजनों को दिया गया। इसके अलावा झारखंड सरकार की ओर से ही 1 करोड़ 63 लाख मिल चुका है।

आज पुलिस मुख्यालय में एक साधे समारोह के दौरान डीजीपी ने कहां की सरकार के पॉलिसी के तहत दिवंगत के परिजनों को मुआवजा राशि दी गई। जो त्वरित प्रक्रिया के बाद निष्पादित हुई। इसके अलावा डीजीपी अजय कुमार ने कहा कि नक्सलियों के खिलाफ अभियान लगातार जारी रहेगा। काम के साथ अगर हमारे जवान या ऑफिसर को किसी प्रकार की परेशानी होती है तो विभाग हमेशा उनके साथ है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देवघर एम्स के जन औषधि केंद्र का ऑनलाइन उद्घाटन किया


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देवघर एम्स के जन औषधि केंद्र का ऑनलाइन उद्घाटन कर दिया है. बता दें कि यहीं से प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र के 25000 केंद्र खोलने की शुरुआत भी होगी.

एनएच-33 अंतर्गत विकास (नेवरी) से रामपुर तक की सड़क दिसंबर तक चालू होने की उम्मीद


रांची : एनएच-33 अंतर्गत विकास (नेवरी) से रामपुर तक की सड़क (रिंग रोड फेज-1 व 2) बन कर तैयार नहीं हुई है. ऐसे में इसे अभी चालू नहीं किया जा सकेगा. इसके एक साइड के मार्ग को दिसंबर के अंत तक चालू करने की उम्मीद है. 

पथ निर्माण विभाग ने एनएचएआइ के अफसरों के साथ इसके कार्य की समीक्षा की. इसमें पाया कि कार्य प्रगति अभी भी धीमी है. पहले यह अनुमान लगाया जा रहा था कि अक्तूबर-नवंबर तक सड़क को एक तरफ से चालू कर दिया जायेगा. इस पर यातायात शुरू हो जायेगा, लेकिन कई काम नहीं होने से इसे चालू नहीं किया जा सका है.

चार साल में भी नहीं बनी सड़क :

इस सड़क को फोरलेन करना था. इसका काम मेसर्स रामकृपाल सिंह कंस्ट्रक्शन को वर्ष 2019 में दिया गया था. इस तरह चार साल हो गये हैं, लेकिन अभी तक सड़क पूरी नहीं हो सकी है. सड़क को पूरी तरह बनाने में अभी और चार से छह माह लगने का अनुमान है. ऐसे में इस योजना को पूर्ण होने में पांच साल का समय लग जायेगा.

सीएम हेमन्त सोरेन सिमडेगा के कोलेबिरा में "आपकी योजना -आपकी सरकार -आपके द्वार" कार्यक्रम में हुए शामिल

रांची: "आपकी योजना -आपकी सरकार- आपके द्वार" अभियान के तहत लग रहे शिविरों में मेले जैसा माहौल है। यहां बड़ी संख्या में लोग पहुंच रहे हैं और सरकार की योजनाओं की जानकारी लेने के साथ उससे जुड़ भी रहे हैं। इन शिविरों में अधिकारियों का दल पूरी संवेदनशीलता के साथ लोगों की समस्याओं को ना सिर्फ सुन रहे हैं बल्कि उसका समाधान भी कर रहे हैं। इसी कड़ी में मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन आज सिमडेगा जिले के कोलेबिरा में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने सरकार की विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं से जुड़कर सशक्त और आत्मनिर्भर बन रहे लोगों के साथ सीधा संवाद भी किया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड शुरू से ही वीरों की धरती रही है। भगवान बिरसा मुंडा, सिदो -कान्हू नीलांबर- पीतांबर, तेलंगा खड़िया जैसे कई अमर वीर शहीदों ने अंग्रेजों और शोषण के खिलाफ संघर्ष करते हुए अपनी शहादत दी। वहीं, झारखंड अलग राज्य के लिए 40 वर्षों तक चले आंदोलन में सैकड़ो लोगों ने अपनी कुर्बानी दे दी। आज भी यहां के आदिवासी मूलवासी संघर्ष कर रहे हैं। हमारी सरकार इन वीर शहीदों का झारखंड बनने के साथ यहां के आदिवासियों- मूल वासियों, आदिवासी, दलित, पिछड़ों और अल्पसंख्यकों को पूरे मान-सम्मान के साथ उनका हक और अधिकार दे रही है।

उन्होंने कहा कि झारखंड में बहुतायत मात्रा में खनिज संपदा होने कर बावजूद यह राज्य पिछड़ा है। यहां के लोग मेहनती हैं। फिर भी रोजी-रोटी के लिए लोगों का पलायन होता आ रहा है। लेकिन, किसी का भी ध्यान इस ओर नहीं गया। जब से हमारी सरकार बनी है राज्य से जुड़ी प्रमुख समस्याओं का आकलन करते हुए उसी के अनुकूल योजना बनाकर धरातल पर उतार रहे हैं , ताकि राज्य के साथ राज्यवासियों का भी विकास तेज गति से हो। जब तक सरकार अपने लोगों को सामाजिक सुरक्षा का कवच नहीं देगी राज्य मजबूती से आगे नहीं बढ़ेगा, इसी सोच को ध्यान में रखकर हमारी सरकार ने यूनिवर्सल पेंशन स्कीम लागू किया है। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि यहां के 11 लाख लोगों का राशन कार्ड पहले छीन लिया गया था। लेकिन, हमारी सरकार ने 20 लाख हरा राशनकार्ड जारी किया है और इन्हें बाजार भाव से अनाज खरीद कर दिया जा रहा है । अब हर राशन कार्डधारी को अनाज के साथ एक किलो दाल भी दिया जाएगा।

अबुआ आवास योजना की बात करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के गरीब और घर विहीन लोगों को तीन कमरों का सुसज्जित मकान दिया जाएगा। इसके तहत अगले 3 सालों में 8 लाख मकान बनाए जाएंगे। साथ ही गांव और शहरों के बीच निरंतर कनेक्टिविटी बनाए रखने के लिए मुख्यमंत्री ग्राम गाड़ी योजना शुरू की गई है। सभी बुजुर्ग, दिव्यांग और विद्यार्थियों को इस योजना के तहत निःशुल्क बस परिवहन की सेवा मिलेगी।

सीएम ने कहा कि हमारी सरकार आदिम जनजातियों को सशक्त करने की दिशा में लगाकर प्रयास कर रही है। इसी कड़ी में आदिम जनजाति के विद्यार्थियों को प्रतियोगिता परीक्षाओं की तैयारी के लिए कोचिंग कराई जा रही है । मुझे पूरा विश्वास है कि ये बच्चे अपनी मेहनत से अपना मुकाम हासिल करेंगे और कलेक्टर तथा अन्य बड़े अधिकारी बनकर अपने परिवार और जनजाति का नाम रोशन करेंगे।

वही सिमडेगा- खूंटी जिला के बारे में कहा की यह इलाका हॉकी के लिए जाना जाता है। यहां के घर-घर में हॉकी की दीवानगी देखने को मिलती है। इसी का परिणाम है कि यहां से कई अंतरराष्ट्रीय हॉकी खिलाड़ी निकले हैं। वह अपने परिवार, राज्य और देश का नाम रोशन कर रहे हैं। ऐसे में हॉकी को बढ़ावा देने के लिए यहां कई स्टेडियम बनाए जा रहे हैं ।  

मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर 20 करोड़ 99 लाख 65 हज़ार 111 रुपए की लागत से निर्मित 653 योजनाओं का उद्घाटन किया। वहीं, 800 योजनाओं की आधारशिला रखी । इन योजनाओं पर कुल 134 करोड़ 78 लाख 54 हज़ार 339 रुपए ख़र्च होंगें। मुख्यमंत्री ने विभिन्न योजनाओं के 40321 लाभुकों के बीच 31 करोड़ 17 लाख 62 हज़ार 385 रुपए की परिसंपत्ति प्रदान कर उनके सशक्तिकरण और स्वावलंबी बनने का राह प्रशस्त किया।

संगठनात्मक मजबूती को लेकर जनता दल यूनाइटेड झारखंड की बैठक, ललन सिंह और प्रभारी अशोक चौधरी भी उपस्थित


रांची: जनता दल यूनाइटेड झारखंड में अपने जनाधार को आगामी चुनाव के लिए मजबूती से बढ़ने के लिए लगातार कोशिश जारी है। इसी के तहत झारखंड की राजधानी रांची में बिहार के जनता दल यूनाइटेड पार्टी के दिग्गज नेता सहित झारखंड प्रदेश के प्रभारी जुटे हुए हैं। 

प्रदेश के पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं के साथ जदयू के जनाधार को मजबूत करने को लेकर लगातार चिंतन और मंथन का दौर जारी है। इसी कड़ी में आज रांची के मोराबादी स्थित अतिथिशाला में जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह, झारखंड प्रभारी अशोक चौधरी, झारखंड प्रदेश अध्यक्ष खीरू महतो पूर्व मंत्री सुधा चौधरी के साथ संगठनात्मक मजबूती को लेकर बैठक हुई।

पत्रकारों से रूबरू होते हुए झारखंड जदयू प्रभारी ने कहा कि पुरानी धार को फिर से मजबूत कर जनाधार को धारदार बनाने को लेकर हमारा प्रयास जारी है। आने वाले समय में जनता दल यूनाइटेड के द्वारा झारखंड में लगातार कार्यक्रम होने वाले हैं। उन्होंने यह भी कहा की भाजपा और झामुमो के कुछ लोग भी हमारे जदयू के संपर्क में हैं। 

वहीं पूर्व मंत्री सुधा चौधरी ने कहा कि जदयू एक बार फिर पुराने तेवर में झारखंड में खड़ा होगा और जदयू का संगठन झारखंड में फिर से वापसी करेगा झारखंड बनने के बाद भी झारखंड वासियों को मूलभूत सुविधा मुहैया नहीं हो पा रहा इसे लेकर जदयू ध्यान केंद्रित कर रहा है।

एसएसपी चंदन कुमार सिन्हा ने रांची में जुआ खेलते पकड़े गए 9 पुलिसकर्मियों को किया सस्पेंड, 5 अन्य पर भी होगी कार्यवाई


झारखंड की राजधानी रांची में बीते दिनों 14 पुलिस कर्मी समेत कुल 20 लोग पकड़े गए थे। जुआ खेलते पकड़े गए 14 में से नौ पुलिसकर्मी सस्पेंड कर दिए गए हैं। एसएसपी चंदन कुमार सिन्हा ने इससे संबंधित आदेश जारी कर दिया है। पांच अन्य पुलिसकर्मियों की तैनाती झारखंड आर्म्ड पुलिस (जैप) में है। इसलिए उनके खिलाफ जैप कमांडेंट के स्तर से कार्रवाई होगी। 

दरसल इन पुलिस कर्मी को पूरे दिन थाने में हिरासत में रखा गया था, बाद में पीआर बांड पर इन्हें जमानत दे दी गई थी। इनके पास से करीब 3.50 लाख रुपए भी बरामद हुए थे। पुलिसकर्मियों को थाने से जमानत दिए जाने पर सवाल खड़ा होने लगा था।

बता दें कि इसी महीने पुलिस ने रांची में अलग-अलग अड्डों पर जुआ खेलते 51 से ज्यादा जुआरियों को गिरफ्तार किया था। जिसमे पुलिसकर्मियों को पकड़े जाने के बाद भी थाने से जमानत दे दी गई। अब इसी मामले में 9 पुलिसवालों को सस्पेंड कर दिया गया है। इसे पुलिस पर बड़ा एक्शन माना जा रहा है।

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह 30 नवंबर को पहुंचेंगे राँची,बीएसएफ के 59वें स्थापना दिवस समारोह में होंगे शामिल


राँची,( डेस्क ): केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह 30 नवंबर को विशेष विमान से रांची पहुंचेंगे. इसके बाद बिरसा मुंडा एयरपोर्ट से सीधे हजारीबाग मेरू स्थिति बीएसएफ कैंप जायेंगे. 

यहां पर वे रात्रि विश्राम करेंगे. एक दिसंबर को यहां होनेवाले बीएसएफ के 59वें स्थापना दिवस समारोह में शामिल होंगे. इसके बाद हेलीकॉप्टर से बिरसा मुंडा एयरपोर्ट, रांची पहुंचेंगे और विशेष विमान से दिल्ली के लिए रवाना होंगे. इसको लेकर बीएसएफ की ओर से तैयारी शुरू कर दी गयी है. इससे पहले चार फरवरी को अमित शाह झारखंड आये थे. वह उस दिन देवघर गये थे.

सारंडा में चलाए जा रहे नक्सल विरोधी अभियान अंतिम चरण में, 40 से 50 हथियारबंद नक्सली को टारगेट कर चलाया जा रहा है अभियान

(झारखंड डेस्क)

झारखंड में नक्सली संगठन के खिलाफ सारंडा में चलाये जा रहे अभियान अंतिम चरण में है।

नक्सली के प्रभाव वाले क्षेत्र सारंडा में 40-50 हथियारबंद माओवादियों के दस्ते को चिन्हित कर अभियान चलाया जा रहा है। झारखंड पुलिस के साथ सीआरपीएफ, कोबरा बटालियन, जगुआर की टीमें भी इस अभियान में शामिल है।

पिछले 10 नवंबर से माओवादियों के खिलाफ शुरू हुए विशेष अभियान के दौरान केंद्रीय गृह मंत्रालय हर दिन का अपडेट ले रहा है। कोल्हान इलाके में सरायकेला के कुचाई ट्राइजंक्शन पर लंबे समय तक एक करोड़ के इनामी माओवादी पतिराम मांझी ने डेरा डाल रखा था। चार-पांच सालों तक ट्राइजंक्शन पर माओवादियों का वर्चस्व रहा। लेकिन इस साल की शुरुआत में अभियान चलाने के बाद ट्राइजंक्शन खाली हुआ।

डीजीपी के निर्देश पर रणनीतिक अभियान चल रहा है। संयुक्त बलों की टीम अभियान में जुटी हुई है। आईईडी के कारण इस बीच सुरक्षाबलों के साथ ग्रामीणों को नुकसान उठाना पड़ रहा है। संयुक्त टीम डिमाइनिंग को लेकर अलग से अभियान चला रही है, ताकि विस्फोट पर लगाम लगे।'

इन नक्सल प्रभावित क्षेत्र में चल रही है अभियान

कुइडा, छोटा कुइडा, मारादिरी, मेरालगड़ा, कटंबा, बायहातु, हाथीबुरू, तियालबेड़ा, बोयपाईससांग, बोरो, लेमसाडीह, टोन्टो के हुसिपी, राजाहासा, तु्म्बाहाका, रेगड़ा, पाटातोरब, गोबुरू, लुईया।

नक्सलियों पर लगाम लगाम लगाने के लिए सरकार की है ये पॉलिसी

● झारखंड सरकार ने माओवादी सरेंडर पॉलिसी बदली है।

● सरेंडर करने वाले माओवादियों को सीधे ओपन जेल भेजने का नियम बनाया गया है।

● माओवादी ओपन जेल में परिवार के साथ रह सकते हैं।

● पुलिस ने साइ-ऑप्स के तहत माओवादियों के पोस्टर उनके सक्रिय इलाकों में जारी किया है।

जानिए नक्सल विरोधी अभियान में अब तक कितनी मिली सफलता..?

● सितंबर 2022 में केंद्र व राज्य की सरकार ने बूढ़ापहाड़ को नक्सलमुक्त घोषित किया।यहां सक्रिय माओवादियों ने बाद में लातेहार, चतरा जैसे इलाकों में शरण ली। अधिकांश ने सरेंडर किया और गिरफ्तारी भी हुई।

● कभी मजबूत माओवादी गढ़ रहे पारसनाथ-पीरटांड़ इलाके में अब चार-पांच हथियारबंद माओवादियों का दस्ता सक्रिय है।

● बोकारो के लुगू पहाड़, ललपनिया, झुमरा के इलाके में भी चार-पांच माओवादियों का दस्ता सक्रिय है।

● चतरा, पलामू, सरायकेला, खूंटी जैसे जिलों में भाकपा माओवादियों की गतिविधि नगण्य हो चुकी है।

● लातेहार में सिर्फ छोटू खेरवार का दस्ता एक्टिव है। लोहरदगा में भी रवींद्र गंझू के नेतृत्व में महज चार-पांच माओवादी एक्टिव हैं।

 सारंडा में कर रहे थे कई नक्सली कैंप

ट्राइजंक्शन खाली होने के बाद माओवादियों के पोलित ब्यूरो मेंबर मिसिर बेसरा, पतिराम मांझी, अनमोल, करमचंद उर्फ मोछू, चमन, कांडे, अजय महतो, सागेन अंगरिया, अश्विन जैसे माओवादी करीब 100 की संख्या में हथियारबंद दस्ते के साथ सारंडा में कैंप कर रहे थे। 10 नवंबर से शुरू हुए अभियान के बाद दस्ता बिखर चुका है। 

जानकारी के मुताबिक, अब 50 हथियारबंद माओवादियों का दस्ता झारखंड- ओडिशा सीमा पर गोईलकेरा के समीप जुटा हुआ है। इन्हें सुरक्षाबलों ने चारों तरफ से घेरे रखा है। ऐसे में माओवादी आईईडी की घेराबंदी कर रहे हैं।

सात जनवरी 2024 को होने वाले झारखंड प्रदेश आंगनबाड़ी वर्कर्स यूनियन के महाअधिवेशन की तैयारी को लेकर हुई आज बैठक


राँची, (डेस्क ): झारखंड प्रदेश आंगनबाड़ी वर्कर की बैठक सोमवार को मोरहाबादी में हुई. बैठक में सात जनवरी 2024 को होने वाले झारखंड प्रदेश आंगनबाड़ी वर्कर्स यूनियन के महाअधिवेशन की तैयारी पर चर्चा की गयी. 

बालमुकुंद सिंह ने कहा कि सरकार से मांग है कि आंगनबाड़ी सेविका सहायिका को स्थायी कर सरकारी कर्मचारी का दर्जा दिया जाये. सम्मेलन को सफल बनाने के लिए पंचायत से प्रखंड, प्रखंड से जिला तक संगठन को मजबूत किया जायेगा. 

बैठक की अध्यक्षता प्रदेश अध्यक्ष बीना सिंह ने की. मौके पर गढ़वा की कौशल्या देवी, पुष्पा देवी, सुशीला देवी, गौर मनी देवी, कल्याणी देवी, मीना देवी आदि मौजूद थीं.

साहिबगंज एसपी नौशाद आलम हाजिर हुए ईडी ऑफिस, आज ईडी करेगी पूछताछ


रांची : साहिबगंज के एसपी नौशाद आलम आज पहुंचे है प्रवर्तन निदेशालय। बता दें कि इससे पहले बीते 22 नवंबर को ईडी ने एसपी नौशाद आलम को पूछताछ के लिए उपस्थित होने को कहा था। लेकिन एसपी नौशाद आलम के द्वारा ईडी को पत्र भेज कर उपस्थित होने के लिए दूसरी तारीख की मांग की थी। जिसके बाद ईडी ने दूसरा समन भेजकर 28 नवंबर को नौशाद आलम को  उपस्थित होने को कहा था। 

साहिबगंज के एसपी नौशाद आलम पर अवैध खनन के मामले में गवाहों को प्रभावित करने के आरोप मे प्रवर्तन निदेशालय के द्वारा समन जारी किया गया था। नौशाद ईडी दफ्तर जाने से पूर्व नौशाद आलम झारखंड पुलिस मुख्यालय गये और अधिकारियों को पूरे मामले की जानकारी दी और अपने साथ ले गये डॉक्यूमेंट भी उन्होंने अधिकारियों को दिखाये।

जानकारी के अनुसार नौशाद आलम ने ईडी के गवाह रहे विजय हांसदा मामले में अपनी कोई भी गलत भूमिका होने से इनकार किया है। पुलिस मुख्यालय को नौशाद आलम के द्वारा यह बताया गया है कि साहिबगंज पुलिस ने विजय हांसदा को कोर्ट के निर्देश के बाद बॉडीगार्ड उपलब्ध करवाया था। जब नौशाद आलम ने साहिबगंज एसपी का पदभार ग्रहण किया, उसके बाद विजय हांसदा ने सुप्रीम कोर्ट में एक केस के सिलसिले बॉडीगार्ड के साथ दिल्ली जाने को लेकर आवेदन दिया था।