कार्तिक पूर्णिमा पर्व पर गंगा स्नान एवं परिक्रमा के लिए अयोध्या पहुंचे श्रद्धालु

खजनी गोरखपुर।देव माह कार्तिक के समापन और कार्तिक पूर्णिमा पर्व पर क्षेत्र से बड़ी संख्या में आस्थावान श्रद्धालू गंगा स्नान के लिए विभिन्न तिर्थस्थलों पर गए। अपनी श्रद्धा और सामर्थ्य के अनुसार अयोध्या, बडहलगंज,गोला,प्रयागराज आदि तिर्थस्थानों के लिए जाने वाले श्रद्धालुओं की संख्या अधिक रही।

पौराणिक मान्यताओं के अनुसार सनातन धर्म में कार्तिक पूर्णिमा पर्व का बड़ा महत्व माना गया है।अयोध्या में 84 कोसीय परिक्रमा देव दीपावली और तुलसी विवाह का पर्व मनाया जाता है।

इस अवसर पर लोग व्रत रहने के साथ ही गृहणियां अपने घरों में विधि विधान से चौके रंगोली आदि बना कर भगवान के आगमन की पारंपरिक रूप से पूजा करती हैं।आंवले के वृक्ष के नीचे भोजन बनाने खाने और कार्तिक माह में तुलसी के वृक्ष को दीपक जलाने की परंपरा को शुभ एवं भाग्योदय तथा आरोग्य के लिए अत्यंत शुभ माना गया है।

हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल ने जच्चा बच्चा केंद्र नगर निगम कैंपस में सीसी रोड का किया लोकार्पण

गोरखपुर। जच्चा बच्चा केंद्र नगर निगम केंपस में पार्षद अजय राय द्वारा बनवाए गए सीसी रोड का हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ला द्वारा लोकार्पण किया गया।

बता दे की अपने मूल निवास गोरखपुर में दो दिवसीय दौरे पर आए हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ला से उनके आवास पर मिलने वालों का ताता लगा रहा।

वहीं हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ला ने भी अपने सभी शुभचिंतको व स्थानीय लोगों से बारी बारी मुलाकात कर उनका कुशलक्षेम जाना। इस अवसर पर नगर महापौर डॉ मंगलेश श्रीवास्तव सहित बड़ी संख्या में स्थानीय लोग मौजूद रहे।

हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल ने जच्चा बच्चा केंद्र नगर निगम कैंपस में सीसी रोड का किया लोकार्पण

गोरखपुर। जच्चा बच्चा केंद्र नगर निगम केंपस में पार्षद अजय राय द्वारा बनवाए गए सीसी रोड का हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ला द्वारा लोकार्पण किया गया। बता दे की अपने मूल निवास गोरखपुर में दो दिवसीय दौरे पर आए हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ला से उनके आवास पर मिलने वालों का ताता लगा रहा। वहीं हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ला ने भी अपने सभी शुभचिंतको व स्थानीय लोगों से बारी बारी मुलाकात कर उनका कुशलक्षेम जाना। इस अवसर पर नगर महापौर डॉ मंगलेश श्रीवास्तव सहित बड़ी संख्या में स्थानीय लोग मौजूद रहे

*कार्तिक पूर्णिमा पर्व पर गंगा स्नान एवं परिक्रमा के लिए अयोध्या पहुंचे श्रद्धालू*

खजनी गोरखपुर।।

देव माह कार्तिक के समापन और कार्तिक पूर्णिमा पर्व पर क्षेत्र से बड़ी संख्या में आस्थावान श्रद्धालू गंगा स्नान के लिए विभिन्न तिर्थस्थलों पर गए। अपनी श्रद्धा और सामर्थ्य के अनुसार अयोध्या, बडहलगंज,गोला,प्रयागराज आदि तिर्थस्थानों के लिए जाने वाले श्रद्धालुओं की संख्या अधिक रही।

पौराणिक मान्यताओं के अनुसार सनातन धर्म में कार्तिक पूर्णिमा पर्व का बड़ा महत्व माना गया है।अयोध्या में 84 कोसीय परिक्रमा देव दीपावली और तुलसी विवाह का पर्व मनाया जाता है।

इस अवसर पर लोग व्रत रहने के साथ ही गृहणियां अपने घरों में विधि विधान से चौके रंगोली आदि बना कर भगवान के आगमन की पारंपरिक रूप से पूजा करती हैं।आंवले के वृक्ष के नीचे भोजन बनाने खाने और कार्तिक माह में तुलसी के वृक्ष को दीपक जलाने की परंपरा को शुभ एवं भाग्योदय तथा आरोग्य के लिए अत्यंत शुभ माना गया है।

*टीबी से स्वस्थ हो चुके लोग नेटवर्क से जुड़ कर बन सकते हैं टीबी चैंपियन*

जिला क्षय रोग अधिकारी ने ड्रिस्ट्रिक्ट टीबी नेटवर्क को मजबूत बनाने की अपील की

गोरखपुर, टीबी से ठीक हो चुके लोग ड्रिस्ट्रिक्ट टीबी नेटवर्क से जुड़ कर टीबी चैंपियन बन समाज में पहचान बना सकते हैं । इन चैंपियन की टीबी उन्मूलन में काउंसिलिंग और जनजागरूकता के जरिये एक विशेष भूमिका है । इसी उद्देश्य से जिले में नेटवर्क बनाया गया है जिससे कोई भी ऐसा व्यक्ति स्वेच्छा से जुड़ सकता है जो टीबी से ठीक हो चुका हो ।ऐसे लोगों को टीबी सर्वाइवर कहते हैं । यह जानकारी जिला क्षय लोग अधिकारी (डीटीओ) डॉ गणेश यादव ने दी ।

डीटीओ ने बताया कि इस वर्ष ड्रिस्ट्रिक्ट टीबी नेटवर्क की तीन बैठकें हो चुकी हैं । बीते 25 नवम्बर को हुई तीसरी बैठक तक सात नये टीबी सर्वाइवर नेटवर्क से जुड़े हैं । यही सर्वाइवर जब प्रशिक्षण के बाद टीबी उन्मूलन कार्यक्रम में योगदान देने लगते हैं तो इन्हें टीबी चैंपियन कहा जाता है । सहयोगी संस्था वर्ल्ड विजन इंडिया के सहयोग से इस समय बीस टीबी चैंपियन जिले में सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं और उन्हें संस्था की मदद से कुछ प्रोत्साहन राशि भी दी जाती है । जिले में नये टीबी चैंपियन भी ड्रिस्ट्रिक्ट नेटवर्क के जरिये चुने जाएंगे । गैर सरकारी सेवा वाले टीबी चैंपियन अगर नया टीबी मरीज खोजते हैं और जांच के बाद टीबी की पुष्टि हो जाती है तो इन्फार्मेंट योजना के तहत 500 रुपये उनके खाते में देने का सरकारी प्रावधान भी है। टीबी चैंपियन को समुदाय में यह संदेश देना है कि नया टीबी मरीज मिलने पर जब उसका इलाज शुरू कर दिया जाता है तो वह तीन सप्ताह बाद किसी भी स्वस्थ व्यक्ति को संक्रमित नहीं करता है।

मरीज को जानकारी के साथ दें संबल

उप जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ विराट स्वरूप श्रीवास्तव ने टीबी चैंपियन और सर्वाइवर से कहा है कि वह लक्षणों के आधार पर लोगों को टीबी जांच के लिए नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र जाने के लिए प्रेरित करें। उन्हें बताएं कि दो सप्ताह तक खांसी, रात में पसीने के साथ बुखार, वजन घटने, भूख न लगने जैसे लक्षण दिखने पर टीबी जांच अवश्य कराएं । टीबी मरीज को अपना उदाहरण देकर समझाएं कि सम्पूर्ण इलाज से यह ठीक हो जाती है । उन्हें मानसिक संबल दें और मनोबल बढ़ाएं ।

नेटवर्क से जुड़ने के लिए करें सम्पर्क

डीटीओ ने बताया कि टीबी नेटवर्क से जुड़ने के लिए वर्ल्ड विजन इंडिया संस्था के जिला समन्वयक शक्ति पांडेय के मोबाइल नंबर 9005159259 पर सम्पर्क कर सकते हैं । बीमारी की जांच व अन्य सुविधाओं की जानकारी के लिए पीपीएम समन्वयक अभय नारायण मिश्र के मोबाइल नंबर 8299807923 पर सम्पर्क किया जा सकता है । गोरखपुर शहर में जिला क्षय रोग केंद्र पर कार्यक्रम समन्वयक धर्मवीर प्रताप सिंह और पीपीएम समन्वयक मिर्जा आफताब बेग से भी मदद ली जा सकती है ।

नेटवर्क से जुड़ कर नई जानकारी मिली

एक्स्ट्रा पल्मनरी टीबी (गैर संक्रामक) की दो बार मरीज रह चुकी 28 वर्षीय सुनिधि (काल्पनिक नाम) ने बताया कि संस्था द्वारा प्रेरित करने पर वह दो बार नेटवर्क की बैठक में आ चुकी हैं । उन्हें गले में गांठ वाली टीबी थी जो ठीक हो चुकी है। वह बैठकों से मिली जानकारी का प्रचार प्रसार कर रही हैं। प्रशिक्षण के बाद उन्हें टीबी चैंपियन बनने का मौका मिलेगा।

जिले में टीबी की स्थिति (जनवरी से 23 नवम्बर तक)

उपचाराधीन ड्रग सेंसिटिव टीबी मरीज-8852

उपचाराधीन ड्रग रेसिस्टेंट टीबी मरीज-367

गोद लिये जा चुके टीबी मरीज-2535

जिले में टीबी नोटिफिकेशन-107 फीसदी

गत वर्ष की उपचार सफलता दर-92 फीसदी

निक्षय पोषण योजना के लाभार्थी टीबी मरीज-8985

*महालक्ष्मी आराधना से सर्वांगीण सुख- राघव ऋषि*

खजनी गोरखपुर।सम्पूर्ण भगवत में राधा शब्द का उल्लेख नहीं है क्योंकि वे शुकदेव जी की गुरु है। शुकदेव जी पूर्वजन्म में तोता थे भागवत में '' श्रीशुक उवाच ''लिखा है।

श्री का अर्थ है राधा। श्रीशुक में गुरु,शिष्य दोनों का नाम छिपा है केवल कृष्ण और शुकदेव का नाम के आगे ''श्री'' प्रयुक्त हुआ है जीव को सर्वांगीण सुख की प्राप्ति महालक्ष्मी आराधना से होती है।

ऋषि सेवा समिति,माल्हनपार के तत्वावधान में धोबौली गहरवार गांव में चल रही संगीतमयी भागवत कथा के छठवें दिन व्यास पीठ से राघव ऋषि ने कहा कि यह आराधना भगवान शिव द्वारा प्रणीत है। महालक्ष्मी के कुल आठ स्वरूप हैं। जिसमें एक स्वरूप इस मृत्युलोक के लिए निर्धारित है चार ग्रहों-बुध,बृहस्पति,शुक्र,व शनि का संचालन महालक्ष्मी करती हैं।

इसी आराधना को भगवान श्रीराम व कृष्ण ने किया। कथा प्रसंग बढ़ाते हुए ऋषि ने कहा कि रासलीला कामविजय लीला है। कथा आती है कि वेद की एक लाख ऋचाओं ने ब्रह्मा जी के पास जाकर मुक्त होने के लिए प्रार्थना की। ब्रह्मा जी ने अपने कमण्डल से जल निकालकर उनपर छिड़का तो सभी गोपी रूप में परिणित हो गईं। उन्हीं एक लाख ऋचा रूपी गोपियों ने भगवान से नृत्य सानिध्य प्राप्त किया। साधना से भगवान उनके वश में हैं अत: भगवान बीच से ही अन्तर्ध्यान हो गए।

प्रभु के विरह में गोपियों ने जो गीत गाया वह 'गोपीगीत' के रूप में है। जीव के विरह गीत ही गोपीगीत हैं। धर्मानुसार श्रमपूर्वक नीतिपूर्वक से प्राप्त धन महालक्ष्मी हैं। ऐसा धन हमेशा शुभ कार्यों में खर्च होगा। अलक्ष्मी-पापाचरण,अनीति से प्राप्त धन अलक्ष्मी हैं, और ऐसा धन विलासिता में ही बह जाएगा, और जीव को अशान्ति दे जाएगा।

हिरण्यकश्यपु,रावण,कंस,दुर्योधन, सिकन्दर,नौपोलियन,एडोल्फ हिटलर आदि इसके उदाहरण हैं। रुक्मिणी महालक्ष्मी ही हैं जो कि शिशुपाल को नहीं नारायण का वरण करती हैं। कथा के दौरान रुक्मिणी-विवाह में बड़ी धूमधाम से बारात आई और कन्यदान की परम्परा मुख्य यजमान नूरा देवी- नरेन्द् सिंह,धर्मेंद्र यादव,त्रिपुरारी सिंह,कन्हैया सिंह,सूर्यमणि तिवारी, दशरथ जायसवाल,उपेंद्र तिवारी,

सुरेंद्र जायसवाल, छांगुर गुप्ता, रामजीत सोनकर,घनश्याम सिंह सहित क्षेत्र के अनेक गणमान्य भक्तों ने प्रभु की भव्य आरती की।

*शिक्षा की नींव मजबूत होगी तो ही बनेगी बुलंद तस्वीर*

खजनी गोरखपुर।शिक्षा की मजबूत नींव होगी तो ही बुलंद भारत की बुलंद तस्वीर बनेगी। देहात क्षेत्र में अत्याधुनिक शिक्षा की गुणवत्ता पूर्ण व्यवस्था करना समाज की सेवा का एक बहुत ही पवित्र संकल्प है। जिसके लिए स्कूल के संस्थापक बधाई के पात्र हैं।

उक्त बातें सपा युवजन सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुहम्मद फहद ने मुख्य अतिथि के रूप में क्षेत्र के सरयां तिवारी गांव में स्थित ज्ञानस्थली एकेडमी स्कूल के वार्षिकोत्सव के दौरान कहीं। कार्यक्रम को विशिष्ट अतिथि यश भारती से सम्मानित मणिंद्र मिश्रा न्यायाधीश सृष्टि मांगलिक तथा सेवा निवृत्त न्यायाधीश गंगाशरण राम त्रिपाठी सहित अन्य वक्ताओं ने भी संबोधित किया।

स्कूल में आयोजित वार्षिकोत्सव में बच्चों ने रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए। जिसमें नाटक,एकांकी,गीत, नृत्य,संगीत,कविता सहित दर्जनों कार्यक्रम हुए। मूक-बधिर दिव्यांग कक्षा 7 की छात्रा सोनम निषाद की प्रस्तुति को सभी ने सराहा, वहीं स्कूल के विद्यार्थी महेश यादव, काजल प्रजापति,ईशा त्रिपाठी,श्रेया त्रिपाठी,अंकित यादव समेत दर्जनों ने मंच पर अपनी प्रतिभा दिखाई, जिसे दर्शकों ने खूब पसंद किया। इस दौरान मुख्य अतिथि एवं विशिष्ट अतिथियों के द्वारा प्रतिभागियों एवं अच्छे प्राप्तांक वाले विद्यार्थियों को प्रमाणपत्र और शिल्ड देकर सम्मानित किया गया।

देर रात तक चले कार्यक्रम में स्कूल के प्रिंसिपल शैलेश शर्मा,शिक्षक महिमा सिंह,राहुल त्रिपाठी, प्रियंका,शुभम,मुनिराज एवं अभिभावकों समेत बड़ी संख्या में स्थानीय लोग मौजूद रहे।

महामहिम राज्यपाल से मिले भाजपा युवा नेता ने दी समस्याओं की जानकारी

खजनी गोरखपुर।हिमांचल प्रदेश के महामहिम राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ला से मिले भाजपा युवा मोर्चा के निवर्तमान जिला महामंत्री आदर्श राम त्रिपाठी ने उन्हें खजनी क्षेत्र की जनसमस्याओं की जानकारी दी।

शिष्टाचार मुलाकात के दौरान राज्यपाल महोदय ने युवा नेता से चर्चा के दौरान खजनी तहसील क्षेत्र का हाल जाना और स्थानीय जनसमस्याओं की जानकारी लेते हुए।

आम जनता को मिलने वाली सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं, आयुष्मान हेल्थ कार्ड,खंड विकास कार्यालय और पंचायत विभाग के द्वारा चलाए जा रहे कार्यक्रमों, शिक्षा,सार्वजनिक वितरण प्रणाली, संपर्क मार्गों,पेयजल आपूर्ति सहित अन्य विभागों के कार्यों की जानकारियां लीं।

बता दें कि रूद्रपुर ग्रामसभा के मूल निवासी महामहिम राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ला जी के द्वारा क्षेत्र में आगमन पर अपने गांव क्षेत्र से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियां और बचपन के सहपाठियों तथा उनके परिजनों से संबंधित औपचारिक जानकारियां ली जाती है।

मृदुभाषी विनम्र एवं सरल स्वभाव के महामहिम राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ला द्वारा सजग सचेत रह कर निरंतर समाज सेवा के सामाजिक कार्यक्रमों और शिक्षा तथा जन स्वास्थ्य सेवाओं की जानकारियां ली जाती हैं।

विकास के चक्कर में सैकड़ों घरों का रोका रास्ता व पानी

गोरखपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गृह जनपद में विकास बहुत ही जोरों से हो रहा है। लेकिन उस विकास के चक्कर में आम जनता की परेशानियों से विभाग और ठिकेदार को कोई सरोकार नहीं है।

मुख्यमंत्री जी के गृह जनपद में विकास तो हो रहा है, पर ठिकेदार और संबंधित विभाग के अधिकारियों की मनमानी से आम जनता को बहुत ही अधिक परेसानियो का सामना करना पड़ रहा है। आपको बता दे गोरखपुर शहर के पैडलेगंज से फिराक चौराहे तक फोर लेन सड़क और नाली बन रही है जो पीडब्ल्यूडी के संरक्षण में ठिकेदार द्वारा कराया जा रहा है।

ठिकेदार और विभाग के जेई ने पैडलेगंज - छात्र संघ चौराहे के बीच सूरी के मकान के बगल में जो गली जाती है उसके सामने नाला खोद दिया और पानी के सप्लाई का पाइप जिससे पूरे कॉलोनी को पानी मिलता है।

उसको तोड़ कर उसी दशा में छोड़ कर चले गए,जिसके कारण पूरे कॉलोनी का पानी और रास्ता बंद हो गया। मुहल्ले के नागरिकों ने बताया कि बिना किसी सूचना के रास्ता बंद कर दिया गया है और पानी पाइप टूटने से पूरे मुहल्ले में पानी सड़कों पर बह रहा है।

जिसके कारण लोग अपने घरों में कैद हो गए है। अपको बता दे की इस गली के सैकड़ों परिवारों में कोई अचानक अगर बीमार पड़ जाए या फिर कोई आपदा आ जाए तो वह घर से बाहर निकल उसका समाधान करने में बहुत ही दिक्कत आ सकता हैं जिससे जनता में काफी रोष है।

दो दिवसीय जुजुत्सु शिविर संपन्न, बच्चों ने शिखा आत्मरक्षा के गुण

गोरखपुर। जुजुत्सु एसोसिएशन आॅफ गोरखपुर के द्वारा 25 , 26 नवंबर को आयोजित दो दिवसीय जू - जुत्सू ट्रेनिंग कैंप आज समाप्त हुआ इस कैंप में शहर के 70 जिसमे हर्ष यादव, शुभम सिंह, कुमारी नैंसी, सागर कुमार, विवेक कुशवाहा, तेजेंद्र मणि, अभिषेक जैसवाल, साध्वी सिंह, कुनाल कुमार, सोनाक्षी सिंह, वीणा मणी , खुशी कुमारी, राजवीर सिंह, रागिनी राय, पुनीत सिंह, अदिति राव, अपूर्वा, कृतार्थ उपाध्याय, अनन्या राव, आयुष कुमार, सचिव मिश्रा, काजल कनौजिया, अन्वी यादव, अनन्या तिवारी, प्रखर सिंह, सत्यम सिंह, कृपांश कुशवाहा, पर्व मिश्रा, अर्थ मिश्रा, अंशुल , अमृतांश मुरारी, श्रेया वर्मा , शौर्य , अदिति वर्मा, आरव, अमिताश, जयते, पूर्वांश , शश्मिता चौधरी, दिव्यांश निषाद, अर्पिता विश्वकर्मा , गार्गी पांडेय, रितेश यादव, सिद्धार्थ पाठक , शुक्ति त्रिपाठी, पूर्वी चौधरी, हर्षप्रीत कौर, प्रज्वल शुक्ला ,सानवी पाठक, अहाना सिंह, तृषा श्रीवास्तव, रचित श्रीवास्तव, काव्या, शुभांगी सिंह, वर्तिका, नीलम विश्वकर्मा, विनायक जैसवाल, लक्ष्य सैनी, कृष्णा मरवानी, मो रैयान खान, रौनक कश्यप, निथ्या नवेली, ओम श्रीवास्तव, वान्या पांडेय, तान्या सिंह, रवि कांत , कृतक सिंह, अवनीश वर्मा, सर्वज्ञ त्रिपाठी ने अपने आयु और भार वर्ग में बेहतरीन प्रदर्शन किया खिलाड़ियों ने हिस्सा लेकर जुजुत्सु विद्या के दांव पेंच सीखें ।

जुजुत्सु एसोसिएशन आफ गोरखपुर के अध्यक्ष योगेंद्र प्रताप (ब्लैक बेल्ट सेकंड डान) ने शिविर के बारे में बताते हुए कहा कि जुजुत्सु खेल में युवाओं के लिए बेहतर मौका है ।उन्होंने जुजुत्सु मार्शल आर्ट के बारे में बताते हुए कहा कि यह जापान से निकली एक प्रचलित मार्शल आर्ट विद्या है, जो लगभग पूरे विश्व में फैली हुई है। उन्होंने बताया कि जुजुत्सु मार्शल आर्ट को हमारे देश में खेल के रूप में सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त है, जुजुत्सु ऐसा मार्शल आर्ट है जिसमें सामने वाले प्रतिद्वंदी पर किक, पंच द्वारा प्रहार करने के साथ-साथ शरीर के कई हिस्सों लॉक लगाकर बेबस करना शामिल होता है।

इस शिविर में में बच्चो ने टेकडाउन , लेग स्वीप, फेकना , ट्रैपिंग, पिन, जॉइंट लॉक , होल्ड , चोकहोल्ड , गला घोंटना, किक, पंच जैसे जुजुत्सु की तकनीक को सीखा । जुजुत्सु किया सिविल आगामी 2 , 3 दिसंबर को मेरठ में होने वाले राज्य स्तरीय जुजुत्सु प्रतियोगिता के मध्य नजर कराया गया है इस सिविक से प्रतिभावान खिलाड़ियों को ट्रायल के बाद राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में गोरखपुर की टीम में से खेलने का मौका मिलेगा शिविर को संपन्न कराने में इंद्रा प्रकाश निगम, जितेंद्र प्रताप, योगेंद्र प्रताप प्रशिक्षकों ने अपना योगदान दिया आज शिविर के समापन के अवसर पर मुख्य अतिथि समाजसेवी विश्वजीत त्रिपाठी द्वारा सर्टिफिकेट प्रदान कर सम्मानित किया गया ।