कार्तिक पूर्णिमा पर लाखों श्रद्धालुओं ने लगाई गंगा में डुबकी
नितेश श्रीवास्तव
भदोही। पूर्णिमा कई प्रकार के होते हैं लेकिन उसमें भी कार्तिक पूर्णिमा का विशेष महत्व माना गया है. इस पूर्णिमा को लोग व्रत भी करते हैं और इस दिन स्नान का विशेष महत्व माना गया है. कई सारे लोग तो कार्तिक महीने में पूरे माह सूर्योदय कल में ही जो अरुणोदय कल होता है।
उस वक्त ही स्नान आदि करते हैं. लेकिन पूर्णिमा के दिन जिसे कार्तिक पूर्णिमा भी कहते हैं. इस दिन खासकर विशेष तौर पर स्नान का महत्व है. जितने भी महत्वपूर्ण नदियां होती है गंगा, जमुना, कावेरी, सरस्वती, कमल, जीवछ तमाम नदियों में इस दिन श्रद्धालु अपने श्रद्धा की डुबकी लगाते है।कार्तिक पूर्णिमा पर गंगा में डुबकी लगाने के लिए आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा। सोमवार को गंगा घाट की ओर जाने वाले हर मार्ग पर नर-नारियो का समूह दिखाई पड़ रहा था।
घाट पर सुरक्षा व्यवस्था के लिए जल पुलिस के साथ मौजूद अधिकारी सतर्कता पूर्वक निगरानी मे लगे रहे।कार्तिक में पूरे माह तक चले स्नान दान के साथ जनपद के सबसे बडे़ स्नान पर्व कार्तिक पूर्णिमा पर गंगा मे डुबकी लगाने के लिए वैसे तो रविवार को शाम से ही दूरदराज के लोगो का पहुंचने का सिलसिला शुरु हो गया था।
सोमवार को भोर से ही पूण्य की डुबकी लगाने के लिए निकली आस्थावानो की भीड़ बढती गयी। समय की गति के साथ बढी भीड़ से गंगा घाट की ओर जाने वाला हर मार्ग भर गया। भीड़ का दबाव देखते हुए राजमार्ग बडा चौराहा पर लगे बैरिकेडिग को अंततह खोलना पड़ गया। शाम तक चले स्नान दान में लाखो की संख्या मे लोगों ने डुबकी लगाकर पुण्य लाभ अर्जित किया।
कार्तिक मास की पूर्णिमा पर गंगा स्नान फलदायी माना जाता है। कई श्रद्धालु कातिक महीने भर गंगा स्नान के अनुष्ठान का इस दिन डुबकी लगाकर समापन करते हैं। छोटे-बड़े सभी घाटों पर श्रद्धालुओं का रेला लगा रहा। सुरक्षा के लिए घाटों पर जल पुलिस तैनात की गई थी। स्नान के चलते गोपीगंज नगर से लेकर रामपुर घाट तक मेले जैसा नजारा दिखा।
Nov 27 2023, 13:47