सरकारी आवास में फर्जीवाड़ा करने वाले गिरोह का भंडाफोड़,एसटीएफ ने कानपुर से चार अभियुक्तों को किया गिरफ्तार
लखनऊ । एसटीएफ यूपी को प्रधानमंत्री आवास योजना एवं अन्य सरकारी आवास सम्बन्धित योजनाओं के नाम पर फर्जीवाड़ा कर छल व ठगी करने वाले गिरोह के चार सदस्यों को कानपुर नगर से गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त हुई। गिरफ्तार अभियुक्त का नाम अनिरूद्ध सिंह पुत्र स्व. हरिमोहन सिंह , संतोष कुमार सिंह पुत्र स्व. रजीत, अजीत सिंह पुत्र स्व. कृष्ण कुमार सिंह, दिलीप सिंह पुत्र रामबाबू है। उसके कब्जे से चार मोबाइल फोन, चार फर्जी कूटरचित आधार कार्ड और 230 रुपये नकद बरामद किया है।
एसटीएफ लखनऊ द्वारा प्रधानमंत्री आवास योजना एवं अन्य सरकारी आवास सम्बन्धित योजनाओं के नाम पर फर्जीवाड़ा कर ठगी करने वाले गिरोह के सदस्यों पर अभिसूचना संकलन एवं कार्रवाई के लिए निर्देशित किया गया। एसटीएफ मुखबिर से ज्ञात हुआ कि कुछ लोग संगठित गिरोह बनाकर विभिन्न माध्यमों से आम जनता का विवरण प्राप्त कर विभिन्न मोबाइल नम्बरों से आम जनता को फोन करके बताते हैं कि आपने प्रधानमंत्री आवास योजना का फार्म भरा है और उनके पारिवारिक सदस्यों का विवरण बताकर उस व्यक्ति को विश्वास में लेते हैं और उनको आवास दिलाने के नाम पर उनसे दो हजार रुपए से दस हजार रुपए तक की ठगी करते हैं।
प्रतिदिन 15-20 व्यक्तियों को वे ठगी का शिकार बनाते हैं। इसी क्रम में 24 नवंबर को निरीक्षक राघवेन्द्र सिंह के नेतृत्व में एसटीएफ फील्ड इकाई गोरखपुर व लखनऊ की टीम कानपुर नगर गयी। वहां पर स्थानीय पुलिस को साथ लेकर ग्राम रेवरी पोस्ट पोस्ट रामपुर भीमसेन, थाना सचेण्डी कानपुर नगर में कैंधा जाने वाली सड़क के किनारे से उपरोक्त चार व्यक्तियों को आवश्यक बल प्रयोग कर घेरमारकर गिरफ्तार कर लिया गया जिनके पास से उपरोक्त बरामदगी हुई।
पूछताछ में अनिरूद्ध ने बताया कि हम लोग कई वर्षों से काम करते हैं मुझे मेरे ही गांव के आशीष सिंह पुत्र गुलाब सिंह ग्राम रेवरी पोस्ट रामपुर भीमसेन, थाना सचेण्डी कानपुर नगर ने यह काम करना सिखाया था। किसी भी मोबाइल नम्बर का अंतिम के 4-5 अंक बदलकर हम लोग कॉल करते हैं और बताते हैं कि हम प्रधानमंत्री आवास योजना कार्यालय आफिस से बोल रहे हैं आपका कालोनी में आवास का पैसा आया है। कुछ खर्चा लगेगा भेज दो तो आपका काम हो जायेगा और पैसा आपके खाते में चला जायेगा।
इसके बाद हम लोग आशीष के नम्बर पर गुगल पे, फोन पे, पेटीएम पर आदि के माध्यम से पैसा जमा करा लेते हैं। इससे पहले उसका आधार नम्बर मांग लेते हैं । जिसे आशीष को भेजकर उसके परिवार का पूरा विवरण प्राप्त करते हैं जब कभी फोन पे, गुगल पे, पेटिएम ब्लाक होता है तो आशीष खाता खुलवाता था फिर एक दो दिन में नया फोन पे, गुगल पे, पेटिएम बना देता था और वो नम्बर हम लोगों को देता था तो फिर नया कस्टमर हम लोगों के झांसे में आता है तो उसको नया वाला फोन पे, गूगल पे, पेटिएम नम्बर देकर पैसा मंगा लेते थे। जिस नम्बर से हम लोग कस्टमर को काल करते थे वो सारा नम्बर आशीष लाकर देता था। एक नम्बर हम लोग 15-20 दिन उपयोग करते है। फिर बंद कर देते हैं या झाड़ी में छिपा देते हैं फिर बाद में उसे झाड़ी से निकालकर उपयोग करते है।
यही काम मेरे गांव के अजीत सिंह पुत्र स्व. कृष्ण कुमार सिंह निवासी रेवरी थाना सचण्डी भी करते हैं। संतोष पुत्र रंजीत ग्राम व पोस्ट भौसाना थाना चौबेपुर कानपुर नगर भी यही काम करता है। जो भी पैसा खाते में आता था उसमें से आधा आशीष ले लेता था। हम लोगों के गांव जितने भी लड़के आशीष के माध्यम से काम करते थे उसमें से आधा पैसा आशीष उपरोक्त काट कर के पैसा देता था क्योंकि आशीष उपरोक्त ही खाते और नये सिम की व्यवस्था करता था। हम लोग कस्टमर का नम्बर आशीष को देते हैं फिर आशीष उनसे बात करके फोन पे, गुगल पे, पेटिएम आदि नम्बर या क्यूआर कोड कस्टमर के व्हाट्सएप नम्बर पर भेज देता था और पैसा मंगा लेता था।
संतोष पुत्र स्व. रंजीत ने पूछताछ पर बताया कि मेरी मौसेरी बहन की शादी मंगल सिंह ग्राम रेवरी पोस्ट रामपुर भीमसेन, थाना सचेण्डी कानपुर नगर के साथ हुई है मैं रेवरी आता जाता रहता हूं आने-जाने में मेरी जान-पहचान अनिरूद्ध सिंह उपरोक्त तथा अतीत सिंह पुत्र रामबाबू ग्राम साकेतनगर रेवरी पोस्ट रामपुर भीमसेन, थाना सचेण्डी कानपुर नगर से हुई और इन्ही के साथ मिलकर प्रधानमंत्री आवास योजना दिलाने के नाम पर लोगों का फर्जी पंजीकरण कराकर विभिन्न गुगल पे, फोन पे और पेटीएम खातों में पैसा मंगवाते हैं।
वर्ष 2022 में मैं भी जेल गया था। अजीत सिंह पुत्र स्व. कृष्ण कुमार सिंह साकिन रेवरी पोस्ट रामपुर भीमसेन, थाना सचेण्डी जनपद कानपुरनगर का रहने वाला है। इसकी जान पहचान अनिरूद्ध सिंह उपरोक्त तथा अतीत सिंह पुत्र रामबाबू ग्राम रेवरी पोस्ट रामपुर भीमसेन, थाना सचेण्डी कानपुर नगर से हुई और इन्ही के साथ मिलकर प्रधानमंत्री आवास योजना दिलाने के नाम पर लोगों का फर्जी पंजीकरण कराकर विभिन्न गूगल पे, फोन पे और पेटीएम खातों में पैसा मंगवाते हैं।
उपरोक्त गांव के अन्य कई व्यक्ति भी अन्य प्रदेशों के जहां पर साईबर क्राइम पूरे देश से होता है उसी तर्ज पर इस तरह के फर्जीवाड़ा,छल,धोखाधड़ी के अपराध में संलिप्त हैं। जिनके बारे में अभिसूचना संकलन किया जा रहा है तथा स्थानीय पुलिस से सूचना को साझा कर साक्ष्य एकत्र कर कार्रवाई की जायेगी। उपरोक्त अभियुक्तों को थाना सचेण्डी कमिश्नरेट कानपुर नगर में दाखिल किया गया। अग्रिम विधिक कार्रवाई थाना सचेण्डी कमिश्नरेट कानपुर नगर द्वारा किया जा रहा है।
Nov 26 2023, 12:46