मिट्टी से कर दी डामर रोड की पैचिंग, श्रद्धालुओं की सुरक्षा से खिलवाड़

रायबरेली- ऐतिहासिक पौराणिक राजकीय डलमऊ मेला आज से शुरू हो गया है। प्रतिवर्षों कि भांति इस वर्ष भी डलमऊ में कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर भव्य मेले का आयोजन हो रहा है। डलमऊ में प्रतिवर्ष मेले में लाखों श्रद्धालु स्नान करने आते हैं। जिसके लिए लगातार डीएम ने बैठक व निरीक्षण करके खुद कमान संभाली।

एडीएम लगातार मेले की तैयारियां कराते रहे मगर डलमऊ फतेहपुर मार्ग से निकलकर सुरजीपुर मोड़ को जाने वाले सम्पर्क मार्ग में बड़ी गिट्टिया डालकर गढ्ढो को भरने का प्रयास किया गया। हद तो तब हो गयी जब मंडी समिति के अधिकारियों ने रोड में गिट्टी के ऊपर मिट्टी डालकर जेसीबी से समतल कराया और रोलर से मिट्टी दाबकर पैचिंग कर दी, स्थानीय राहगीर व निकलने वाला हर व्यक्ति विभाग के इस रोड बनाने के नए तरीके को देखकर हैरान था।

इसी रोड से लाखों की संख्या में स्नान करने श्रद्धालुओं को जाना है, गिट्टी के ऊपर की मिट्टी कितनी देर तक रूक पाएगी इसका अंदाजा उसको देखकर ही लगाया जा सकता है। फिलहाल मिट्टी से रोड पैचिंग करवाकर मंडी समिति विभाग ने जिला प्रशासन की जमकर किरकिरी कराई है।

कार्तिक मेले में ट्रैक्टर-ट्रॉली सहित अन्य माल वाहक वाहनों से न आये श्रद्धालु,लगी पाबंदी

रायबरेली।गोकना और डलमऊ गंगा तट पर लगने वाले कार्तिक पूर्णिमा मेला के अवसर पर श्रद्धालुओं की सुरक्षा के दृष्टिगत जिला प्रशासन ने माल वाहक वाहनों तथा ट्रैक्टर-ट्रॉली, पिक-अप लोडर, डाला, डम्पर आदि से सवारी ढोने पर पूर्णतया प्रतिबंध लगाने का निर्देश पुलिस ने निर्गत किया है।

जनपदवासियों और मेले में आने वाले दूर-दराज के श्रद्धालुओं से पुलिस ने अपील की है कि ट्रैक्टर-ट्रॉली, पिक-अप लोडर, डाला, डम्पर आदि से यात्रा न करें। ट्रैक्टर-ट्राली मे यात्रा करना खतरनाक है। अत: स्वयं अथवा मेले में आए दूसरे श्रद्धालु की जान जोखिम में न डालें।

पुलिस की मीडिया सेल द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि मेले में आग्नेयाश्त्र, ज्वलनशील पदार्थ, हथियार आदि लेकर आवागमन पूर्ण रुप से प्रतिबंधित रहेगा। यह निर्देश तत्काल प्रभाव से लागू होंगे तथा मेले के सकुशल सम्पन्न होने तक लागू रहेंगे। उक्त निर्देश अथवा निर्देश के किसी अंश का उल्लंघन करना भारतीय दण्ड विधान की धारा-188 के अन्तर्गत दण्डनीय अपराध है।

यदि कोई व्यक्ति उक्त निर्देश का उल्लंघन करता हुआ पाया जाएगा तो उसके विरुद्ध विधि-अनुकूल दंडात्मक कार्यवाही सुनिश्चित की जायेगी और यदि कोई माल वाहक वाहन पर सवारी ढोता पाया जायेगा तो प्रथम अपराध पर 10 हजार रुपये का शमन शुल्क तथा द्वितीय अथवा अनुवर्ती अपराध की दशा में 10 हजार रुपये का शमन शुल्क अधिरोपित किया जायेगा।

बंद सिनेमा घरों पर अब बनाए जा सकेंगे कांप्लेक्स,जिले के सिनेमाघरों की जमीन का हो सकेगा उपयोग

रायबरेली। अब बंद सिनेमा घरों कांप्लेक्स बनाए जा सकते हैं। इसके लिए राज्य कर विभाग की एनओसी लेना होगा और तय भू-उपयोग पर निर्माण की अनुमति मिलेगी। आवास विभाग ने सिनेमा हाल मालिकों को बड़ी राहत दी है। 

शहर एक ही सिनेमाघर मिलन संचालित हो रहा है बाकी दो सिनेमाघर मनिका और कैपिटल बंद पड़े हैं। उनका इस्तेमाल न के बराबर हो रहा है।

मनिका सहित कई सिनेमाघर शहर में प्राइम लोकेशन पर हैं। अब इन्हे 

बिजनेस काम्प्लेक्स, पार्किंग या अन्य इस्तेमाल से राहत मिलेगी। जिले में ऊंचाहार,बछरावा,लालगंज आदि कस्बों में भी ये सिनेमाघर हैं जो बंद पड़े हैं। जिनके मालिक अपने हिसाब से इनका उपयोग कर रहे है। अब शासन के इस फैसले से इन लोगों को काफी राहत मिलेगी। 

 जबकि कुछ बंद सिनेमा घरों ने इसके इतर उत्सव लान आदि बना लिया है अभी इसकी अनुमति भी नही ली है। इस फैसले से उन सभी को भी राहत मिलेगी और उसपर वह निर्माण कर सकेंगे।ऊंचाहार नगर का सिनेमाघर पिछले पंद्रह सालों से बंद है। जिससे सिनेमाघर मालिक का करोड़ों रुपए फंस कर रह गया है।  

 वहीं बंद रहने से इसका मेंटीनेंस भी नहीं हो पाता है। क्योंकि इससे कमाई की कौन कहे, लागत भी फंसी हुई है। सलोन निवासी अशोक कुमार मौर्य ने लाखों की लागत से नगर में विशाल सिनेमाघर बनवाया था। लेकिन कुछ वर्षों तक सिनेमाघर ठीकठाक चला। लेकिन टेलीविजन की चकाचौंध में सिनेमाहॉल पर ग्रहण लगना शुरू हुआ। 

आखिरकार कुछ वर्षों चलने के बाद इस सिनेमाघर में ताला लग गया। सिनेमाघर के तत्कालीन मैनेजर तारकेश्वर मिश्रा ने बताया कि वर्ष 1990 में इसका संचालन शुरू हुआ। लेकिन धीरे धीरे दर्शकों की संख्या घटने लगी और वर्ष 2008 सिनेमाहॉल को बंद करना पड़ा। करीब पंद्रह वर्षों से बंद रहने के चलते इसका मेंटीनेंस भी नहीं हो पा रहा है। उन्होंने बताया कि सरकार इसकी भूमि उपयोग बदलने की अनुमति देती है तो इसे काम्प्लेक्स या मैरिज लॉन में बदलाव कर आर्थिक भरपाई की जा सकती है।

क्या बोले जिम्मेदार

जिला कर एवं मनोरंजन अधिकारी अभिषेक तिवारी ने बताया की जिले के सिनेमाघर एक ही संचालित है बाकी लगभग बंद ही है। अभी तक उन्हें कोई इस तरह के कांप्लेक्स बनाने का कोई प्रपोजल नही मिला है।

क्या बोले सिनेमाघर संचालक

मिलन सिनेमा के मालिक आशीष मिश्रा ने बताया की उनका सिनेमा हॉल अभी संचालित है ठीक ठाक लोग आ जाते हैं अभी उनका उसे बंद करने या कांप्लेक्स बनाने का कोई विचार नहीं है।

कार्तिक पूर्णिमा के मेले में चाक-चौबंद होगी सुरक्षा व्यवस्था

रायबरेली।जनपद के दो प्रमुख गंगा घाटों डलमऊ और गोकना में होने वाले कार्तिक पूर्णिमा स्नान व चार दिवसीय मेले को लेकर जिला प्रशासन ने कमर कस ली है। इन दोनों मेलों में करीब दस लाख लोगों के जुटने की उम्मीद है। 

अपर जिला अधिकारी प्रशासन प्रफुल्ल कुमार त्रिपाठी ने बताया है कि डलमऊ कार्तिक पूर्णिमा मेला का मुख्य स्नान 27 नवंबर को मनाया जाएगा। 26 नवंबर को सायंकाल में गंगा आरती का आयोजन होना है। 

मेले में श्रद्धालुओं का आगमन 26 नवंबर से ही प्रारंभ हो जाएगा। मेला/गंगा स्नान 26 नवंबर की मध्य रात्रि से शुरू होकर मुख्य मेला गंगा स्नान 27 नवंबर को होगा। मेला 28 नवंबर तक चलेगा। इसी तरह गोकना गंगा घाट पर भी आयोजन होगा। इस पर्व में गंगा स्नान के श्रद्धालुओं की भारी भीड़ होती है। 

पर्व में जनपद तथा अन्य जनपदों से काफी संख्या में लोग गंगा स्नान,पूजा-अर्चना के लिए यहां आते हैं और रात्रि में विश्राम करते हैं। मेला मुराई बाग से डलमऊ गंगा घाट तक तीन से चार किमी क्षेत्र में रहता है। जिसमें लगभग तीन से चार लाख श्रद्धालु गंगा स्नान के लिए आते हैं।

प्रत्येक घाट पर कानून एवं शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए मेले वाले दिन 26नवंबर शाम 5 बजे से 27 नवम्बर सुबह 5 बजे तक के लिए जोनल मजिस्ट्रेट तैनात किए गए हैं। जिनमें से जोन 1 के लिए ओमकार राणा, जिला विद्यालय निरीक्षक,जोन 2 के लिए नवीन सिंह, जिला पंचायती राज अधिकारी, जोन 3 के लिए अखिलेश पांडे, जिला कृषि अधिकारी को जोनल मजिस्ट्रेट बनाया गया है।

इसी प्रकार 27 नवंबर को प्रातः 5:00 बजे से गंगा स्नान/मेला समाप्ति तक के लिए जोन 1 के लिए नवीन शुक्ला, उप जिलाधिकारी न्यायिक सदर, जोन 2 के लिए सर्वेश यादव, उप जिलाधिकारी न्यायिक, ऊंचाहार, जोन 3 के लिए अभिनव पाठक, अतिरिक्त जिला अधिकारी को जोनल मजिस्ट्रेट बनाया गया है।

अस्थाई मेला कंट्रोल रूम स्थापित

कार्तिक पूर्णिमा स्नान व मेले को लेकर जिला स्तर पर कलेक्ट्रेट स्थित कोविड एकीकृत कंट्रोल रूम में अस्थाई रूप से कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है। जिसका मोबाइल नंबर 9454418979 है, जो दिनांक 26 नवंबर से शाम 7 से प्रारंभ होकर 27 नवंबर शाम 7 बजे तक स्नान समाप्ति तक क्रियाशील रहेगा। कंट्रोल रूम में शरद कुमार त्रिपाठी,जिला कार्यक्रम अधिकारी को (मो08299710695) नोडल अधिकारी बनाया गया है तथा मेडीलाल, चकबंदी अधिकारी, सलोन(मो09450052722) को प्रभारी कंट्रोल रूम बनाया गया है। राकेश कुमार, चकबंदीकर्ता (मो09838531278), अनिल कुमार, लेखपाल चकबंदी विभाग (मो09838988062) को कंट्रोल रूम सहायक बनाया गया है।

लक्ष्यों को समय से हासिल करना ऊंचाहार परियोजना की कार्य संस्कृति : उज्ज्वल कांति भट्टाचार्य

ऊंचाहार।एनटीपीसी में निर्धारित समयावधि में लक्ष्यों को हासिल करना ऊंचाहार परियोजना की संस्कृति में समाहित है। एनटीपीसी ऊंचाहार ने कार्य-निष्पादन, विद्युत उत्पादन तथा प्रोजेक्ट निर्माण के सभी मानकों का अनुपालन करते हुए जिस तरह का परिणाम दिया है उससे एनटीपीसी के शीर्ष प्रबंधन की इस आशा को बल मिला है कि देश की ऊर्जा आवश्यकता को पूरा करने में देश की अग्रणी विद्युत संस्था एनटीपीसी अपने उद्देश्यों और सरकार की अपेक्षाओं पर खरा उतरते हुए पूरी क्षमता के साथ आगे बढ़ रही है।

उक्त विचार एनटीपीसी के निदेशक (परियोजनाएं) उज्ज्वल कांति भट्टाचार्य ने ऊंचाहार परियोजना में अपने भ्रमण के दौरान व्यक्त किए। श्री भट्टाचार्य ने एनटीपीसी ऊंचाहार का दौरा किया और इस दौरान उन्होंने परियोजना के चतुर्थ चरण विस्तार क्षेत्र में नवस्थापित वैगन टिपलर परिसर का उद्घाटन किया।परियोजना का भ्रमण करते हुए निदेशक ने एफजीडी कार्यप्रणाली का अवलोकन किया तथा आवश्यक दिशा निर्देश दिए। श्री भट्टाचार्य ने विद्युत ग्रह के भ्रमण के पश्चात् वरिष्ठ अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की।

इस बैठक में प्लांट की गतिविधियों तथा भावी योजनाओं पर वरिष्ठ अधिकारियों ने एक-दूसरे के साथ अपने-अपने विचार साझा किए। समीक्षा बैठक शुरू होने के पहले परियोजना प्रमुख मनदीप सिंह छाबड़ा ने निदेशक (परियोजनाएं) श्री भट्टाचार्य का अभिनंदन किया और अन्य महाप्रबंधकों की उपस्थिति में ऊंचाहार परियोजना की प्रगति में श्री भट्टाचार्य द्वारा समय-समय पर मिले सहयोग एवं मार्गदर्शन के लिए उनके प्रति कृतज्ञता ज्ञापित की। महाप्रबंधक (परियोजना) स्वप्न कुमार मण्डल ने प्रोजेक्ट निर्माण की गतिविधियों से सभी को अवगत कराया।

अपनी यात्रा के दौरान श्री भट्टाचार्य ने वृक्षारोपण किया तथा यूनियन व एसोसिएशन के पदाधिकारियों के साथ शिष्टाचार मुलाकात की। इस अवसर पर महाप्रबंधक (प्रचालन एवं अनुरक्षण) आलोक कुमार त्रिपाठी, महाप्रबंधक (ईंधन प्रबंधन) के डी यादव, महाप्रबंधक (आॅप्रेशन) राजेश कुमार व सभी विभागाध्यक्ष एवं निर्माण कार्य से जुड़ी कंपनियों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।

प्रेमी ने प्रेमिका के घर जाकर खुद को लगाई आग

ऊंचाहार-रायबरेली।कोतवाली क्षेत्र में प्रेमिका व युवक के परिजनों द्वारा शादी से इंकार करने से आहत युवक ने प्रेमिका के घर के पास ही पेट्रोल डालकर खुद को आग के हवाले कर दिया, युवक को जलता देख ग्रामीणों ने आग बुझाकर उसे एम्बुलेंस की मदद से सीएचसी भिजवाया, जहां से प्राथमिक उपचार के बाद उसे जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया है, पुलिस मामले की छानबीन कर रही है।

हरदोई जिले के कासिमपुर थाना क्षेत्र के अंतर्गत सरेहरी छत्ता खेड़ा निवासी धीरज कुमार की 6 वर्ष पूर्व क्षेत्र के छतौना मरियानी गाँव निवासी एक युवती से रांग नम्बर के जरिये बातचीत शुरू हो गई, जिसके बाद दोनों में बातों के बीच प्यार उमड़ आया ,और दोंनो के परिजनों को भी मामले की जानकारी हो गई, इसी दौरान युवक व युवती ने एक दूसरे को अपना बनाने का फैसला भी कर लिया, लेकिन बताते हैं कि दोनों के परिजनों ने कुछ दिन पूर्व शादी से इंकार कर दिया और युवती से उसकी बातचीत भी बन्द हो गई।

बुधवार को इसी बात से आहत धीरज युवती के गांव छतौना मरियानी पहुंचा और उसके घर के पास ही खुद को पेट्रोल डालकर आग लगा ली, युवक को जलता देख ग्रामीणों ने आनन फानन आग बुझाकर उसे एम्बुलेंस की मदद से रोहनियां सीएचसी भिजवाया जहां से प्राथमिक उपचार के बाद उसे जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया है।

सीएचसी अधीक्षक डॉ अनवर ने बताया कि आग से झुलसने के बाद युवक को सीएचसी लाया गया था जो 35 फीसदी झुलसा था, प्राथमिक उपचार के बाद उसे जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया है।कोतवाल आदर्श कुमार सिंह ने बताया कि परिजनों द्वारा शादी से मना करने पर युवक ने आहत होकर खुद को आग लगा लिया है, जिसका जिला अस्पताल में उपचार चल रहा है, तहरीर मिलने पर कार्यवाही की जायेगी।

एडीएम ने किया मेला परिसर का निरीक्षण

डलमऊ। ऐतिहासिक डलमऊ कार्तिक पूर्णिमा मेले की तैयारियों को अंतिम रूप देने के लिए प्रशासन दिन रात एक किये हुए है। आगामी 26 व 27 नवम्बर को लगने वाले ऐतिहासिक मेले की तैयारी को लेकर एडीएम प्रशासन प्रफुल्ल त्रिपाठी ने बुधवार को मेला परिसर का निरीक्षण किया, तैयारियों में खामी मिलने पर एडीएम ने सम्बंधित विभाग के अधिकारियों को तेजी लाने के निर्देश दिए।

एडीएम ने स्नान के पूर्व सभी व्यवस्थाएं पूर्ण करने के निर्देश दिए। एडीएम ने नगर पंचायत के कर्मचारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि गहरे घाटों को श्रद्धालुओं के स्नान के लिए प्रतिबंधित कर दिया जाए, जिससे किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना से बचाया जा सके।

विद्युत विभाग के अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा की तराई क्षेत्र में श्रद्धालुओं की सुविधाओं के लिए पर्याप्त प्रकाश की व्यवस्था समय से पूर्व कर ली जाए जिससे कि किसी प्रकार की समस्या ना उत्पन्न हो सके। इस मौके पर एसडीएम डलमऊ अभिषेक वर्मा, अधिशासी अधिकारी नगर पंचायत आरती श्रीवास्तव, नगर पंचायत अध्यक्ष बृजेश दत्त गौड़, प्रभारी निरीक्षक डलमऊ ओम प्रकाश तिवारी, नगर पंचायत के वरिष्ठ लिपिक सोहराब अली आदि के साथ अन्य विभागीय अधिकारी मौजूद रहे।

मरीज दिखाने आए तीमारदार ने चिकित्सक को धमकाया,चिकित्सक की हालत गंभीर होने पर जिला अस्पताल रेफर

रायबरेली।बछरावां में मंगलवार की देर शाम मरीज के साथ आए तीमारदार ने जब हड्डी का डॉक्टर नहीं पाया तो वह आग बबूला हो गया। ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर को तमाम तरह के आरोप लगाते हुए उन्हें धमकाया और देख लेने की धमकी तक दे डाली। इसके बाद चिकित्सक का ब्लड प्रेशर बढ़ गया आनन-फानन उन्हें बछरावां से रेफर करने के बाद जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

मामला बछरावां थाना क्षेत्र के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का है। यहां पर आज डॉक्टर गणनायक पांडे की इमरजेंसी ड्यूटी थी शाम लगभग 6:30 बजे के करीब एक मरीज को हड्डी में दिक्कत थी उसके साथ कुछ तीमारदार भी डॉक्टर के गणनायक के पांडे के पास पहुंचे उन्होंने अपनी हड्डी की तकलीफ बताई जिस पर डॉक्टर गणनायक पांडे ने कहा कि यहां पर हड्डी का कोई भी डॉक्टर नहीं है इसी बात को लेकर उनके तीमारदार आग बबूला हो गए और डॉक्टर गणनायक पांडे पर अपशब्दों की बौछार कर दी यहां तक की उन्होंने कहा कि अभी अस्पताल में सैकड़ो लोग आकर आपको देख लेंगे ।

मौके पर मौजूद लोगों के बढ़ते दबाव को देखते हुए डॉक्टर पांडे घबरा गए और उनका ब्लड प्रेशर अचानक बढ़ गया यह देख वहां पर मौजूद अस्पताल के कर्मचारियों के हाथ पांव फूल गए उन्होंने आनन-फानन उनका ब्लड प्रेशर चेक किया तो वह उसे वक्त काफी बड़ा हुआ था। डॉक्टर पांडे को जिला अस्पताल ले जाया गया वहां पर उनकी स्थिति अब सामान्य बताई जा रही है ।

इस बारे में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर वीरेंद्र सिंह से जब बात की गई तो उन्होंने मामले के प्रति अभिज्ञता जाहिर करते हुए बताया कि अभी उनके जानकारी में यह मामला नहीं है। इधर अधीक्षक डॉक्टर अनिल कुमार जैसर ने बताया कि एक मरीज आए था और उन्हीं से डॉक्टर गणनायक पांडे की कहा सुनी हुई जिससे उनकी तबीयत अचानक खराब हो गई हैऔर उन्हें जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है उनकी हालत वहां पर सामान्य बताई जा रही है ।

इस बारे में थानाध्यक्ष बृजेश कुमार राय का कहना है की सूचना मिलने के बाद मौके पर पुलिस बल भेजा गया है तहरीर मिलते ही रिपोर्ट दर्ज कर विधिक कार्यवाही की जाएगी।

मंडलायुक्त ने जनता दर्शन कार्यक्रम में सुनीं लोगो की समस्याएं

रायबरेली।मंडलायुक्त लखनऊ डॉ0 रोशन जैकब ने कलेक्ट्रेट स्थित बचत भवन में मंडलीय जनता दर्शन में लोगो की समस्याएं सुनीं। सबसे पहले मंडलायुक्त ने जनपद में लगभग दो माह पूर्व किये गए जनता दर्शन मे आयी हुई शिकायतों के निस्तारण में हुई अब तक की गयी कार्यवाही के बारे में विभागीय अधिकारियों से जानकारी ली।

मंडलायुक्त के सामने बिजली,पानी,सड़क,सुरक्षा,स्वास्थ्य,राशन कार्ड,पेंशन,राजस्व से संबंधित मामले आये,जिन्हें उन्होंने संबंधित अधिकारियों को सौपते हुए शीघ्र निस्तारित करने के निर्देश दिए। मंडलायुक्त के सामने ज्यादातर जमीनी विवाद से संबंधित मामले आए।

लेखपाल को मंडलायुक्त ने किया निलंबित रायबरेली।मंडलायुक्त ने नरपतगंज,डलमऊ के लेखपाल रविचक को लापरवाही और कार्य मे शिथिलता बरते पर निलंबित करने का निर्देश दिया। दरअसल, प्रार्थिनी सोनी ने अपने प्रार्थना पत्र में मंडलायुक्त से शिकायत करते हुए बताया कि उनकी जमीन पर कुछ लोगो द्वारा अवैध कब्जा कर लिया गया है,जिस पर बार-बार शिकायत करने के बावजूद भी कार्यवाही नहीं कि जा रही है।

मामले को तत्काल संज्ञान में लेते हुए मंडलायुक्त ने लेखपाल को तुरंत निलंबित करने के निर्देश उप जिलाधिकारी,डलमऊ को दिए। राजस्व के ही एक अन्य मामले में मंडलायुक्त ने प्रार्थी कुलदीप सिंह के प्रार्थना पत्र के आधार पर भानू प्रताप सिंह,रणवीर सिंह,दिनेश प्रताप सिंह,तेज प्रताप सिंह और कमल प्रताप सिंह के खिलाफ गुंडा एक्ट की कार्यवाही करते हुए,उनका असलहा लाइसेंस रद्द करने का निर्देश दिया।

प्रार्थी ने अपने प्रार्थना पत्र में बताया गया है कि इनके द्वारा राष्ट्रीय राजमार्ग की जमीन पर अवैध रूप से कब्जा करके उसका व्यवसायिक उपयोग किया जा रहा है, जिससे कि शासकीय क्षति हो रही है। मंडलायुक्त ने जनपद के समस्त उप जिलाधिकारियों को सख्त निर्देश देते हुए कहा कि जमीनी विवाद से संबंधित प्रकरणों को तहसील स्तर पर जल्द से जल्द निस्तारित करने का प्रयास किया जाए अन्यथा उन पर भी कार्यवाही की जाएगी।

*बेटी की मौत के साथ दफन हो गया हाथ पीले करने का सपना,लखनऊ में रहकर कर रही थी परीक्षा की तैयारी*

रायबरेली।जिस बेटी को पाल पोस कर बड़ा किया ।उसका जीवन खुशियों से भरा हो इसलिए खूब पढ़ाई लिखाई कराई और फिर सुयोग्यवर के साथ उसका विवाह हो जाए और वह अपनी दुनिया में सदैव प्रसन्न रहे। यह सोचते सोचते एक पिता को अचानक जब यह खबर मिल जाए की उसकी बेटी ने मौत को गले लगा लिया है तो उस पिता पर क्या गुजरी होगी ।शायद इसको शब्दों में बयां कर पाना बहुत ही कठिन है। एक ओर बेटी के विवाह का सपना दफन हुआ तो दूसरी ओर मां की ममता को छोड़कर बेटी हमेशा के लिए चली गई।

मामला क्षेत्र के महरौरा गांव का है यहां की रहने वाली अनुकृति वर्मा 28 वर्ष लखनऊ के अलीगंज इलाके में एक घर में पीजी में रहकर परीक्षा की तैयारी कर रही थी। परंतु जब अचानक कल उसकी मौत की खबर घर पहुंची तो मानो पूरे घर पर वज्रपात हो गया हो। पिता ओंकार वर्मा सूचना के बाद जब बेटी के शव के पास पहुंचे तो उससे लिपटकर विलख पड़े उन्होंने कहा की बेटी हमारे परवरिश में आखिर कौन सी कमी रह गई थी जो तुमने इस तरह का कदम उठाया लिया।

आंसुओं से भरी आंखों के बीच ओंकार वर्मा कहते हैं कि हमारी बेटी बहुत ही पढ़ने में तेज थी उसने बछरावां दयानंद पीजी कॉलेज से 2 वर्ष पूर्व एमकॉम किया था फिर उसने डीएलएड किया और कांटेक्ट बेस पर लखनऊ के संजय गांधी हॉस्पिटल में कंप्यूटर डाटा आॅपरेटर पर भी चयनित हो गई थी परंतु उसने कहा था कि पापा हम ऐसी छोटी नौकरी नहीं करेंगे हमें कुछ बड़ा करना है ।आपके सपनों को पूरा करना है। अपने माता-पिता के आंखों की लाडली बिटिया अभी दीपावली में आई थी और अपनी छोटी बहन आकृति वर्मा है और छोटे भाई अर्चित सिंह जो की रायबरेली के एक स्कूल में हाई स्कूल का छात्र है इन दोनों को खूब समझाया था कि पढ़ लिखकर अच्छे इंसान बना जा सकता है।

आज दोनों अपनी बहन को खोने के बाद उसकी यादों को याद कर रोते रहते हैं। मां सुनीता ने भी अपनी बेटी अनुकृति के लिए जब वह वापस लखनऊ जा रही थी तो उसके बैग में खाने पीने का सामान रखने बाद कहा था कि बिटिया पढ़ाई के साथ-साथ अपना ध्यान रखना परंतु मां के इस वचन को भी अनुकृति शायद किसी कारणवश पूरा नहीं कर सकी। मां सुनीता बेटी के गम में बीच-बीच में बेहोश हो जाती है वह कहती है कि उनकी बिटिया कहां चली गई। मां की ममता के साथ पढ़ा लिखा कर अपने पैरों पर खड़ा करने के बाद एक बेटी के हाथ पीले करने का पिता का भी सपना दफन हो गया।

इनसेट

पढ़ लिख कर अफसर बनना चाहती थी अनुकृति

बछरावां की अनुकृति बचपन से ही कुशाग्र बुद्धि की थी ।क्षेत्र के सुदूर गांव महरौरा से बछरावां जाकर एम काम करना और उसके बाद डीएलएड करना फिर लखनऊ जाकर परीक्षा की तैयारी करना यह उसके जुनून में था ।वह अपने पापा ओंकार से कहती थी कि पापा पढ़ा लिखा इंसान ही सब कुछ कर सकता है हम पढ़ेंगे और अपने भाई बहन को भी पढ़ाएंगे और देखना एक दिन आपका नाम रोशन करेंगे ।हम अफसर बनेंगे और अपने गांव का भी मान बढ़ाएंगे लेकिन अनुकृति को आखिर कौन सी ऐसी दिल पर गहरी चोट लगी की उसने फांसी के फंदे को अपने गले में डालकर हमेशा हमेशा के लिए इस दुनिया को छोड़कर चली गई।