नियम-कानूनः बेधड़क लगा रहे होर्डिंग और बैनर, सबसे अधिक राजनीति पार्टियों के विज्ञापन, शुल्क लगाने की तैयारी
भदोही- नगर निकायों में जगह-जगह मनमाने तरीके से होर्डिंग लगवाईं है। इससे नगर की सुंदरता नष्ट हो रही है। दुघर्टना की भी आंशका बनी रहती है। जिले के सभी सातों नगर निकायों में होर्डिंग- बैनर आदि लगाने का कोई नियम नहीं है। अधिशासी अधिकारियों का कहना है अब शुल्क लगाने की तैयारी की जा रही है। भदोही और गोपीगंज नगर पालिका के अलावा ज्ञानपुर, सुरियावां, घोसिया, खमरिया और नई बाजार पांच नगर पंचायत है। इन निकायों में बिजली खंभे चौराहे और तिहारे पर होर्डिंग और बैनरों की भरमार है। जगह-जगह लगे होर्डिंग निकायों की सुंदरता पर ग्रहण तो लगाते ही है। इस बार होर्डिंग की वजह से दुघर्टना भी होते-होते बचती है।
शनिवार street Buzz टीम ने शनिवार को पांचों निकायों की पड़ताल की तो तमाम होर्डिंग - बैनर जहां - तहां लगे मिले। खास बात यह है कि इन होर्डिंग को अवैध होर्डिंग इसलिए नहीं कहा जा सकता कि किसी भी निकायों में होर्डिंग को लेकर नियम कानून नहीं बनाए हैं। जगह-जगह बैनर लगाने वाले राजनीतिक पार्टियों के लोगों के अलावा समाजसेवी और बिजनेस मैन अपनी इच्छानुसार किसी भी दिवार या बिजली के खंभे पर अपना होर्डिंग टांग देते हैं। पड़ताल में पाया गया कि सबसे अधिक होर्डिंग राजनीति पार्टियों के टंगे रहे। गोपीगंज नगर में ओवरब्रिज की सुंदरता को लेकर लगातार प्रयास हो रहे हैं लेकिन वहां भी ओवरब्रिज के खंभों में बैनर - पोस्टर चिपका दिया जाता है। जिससे नगर पालिका प्रशासन को प्रयासों पर पानी फिर जाता है। इसी तरह भदोही शहर में विभिन्न मार्गों पर दर्जनों छोटे-बड़े होर्डिंग लगाए गए हैं। सभी होर्डिंग या तो किसी मकान पर है या सड़क किनारे के पटरी छोड़कर लगे हुए हैं।
भदोही नगर पालिका में इस तरह होर्डिंग के लिए कोई उपविधि नहीं है। इसके चलते होर्डिंग पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं हो सकी है। अधिशासी अधिकारी रविशंकर शुक्ल ने बताया कि नगर होर्डिंग से संबंधित नियम बनाने की प्रक्रिया चल रही है। अगले वित्तीय वर्ष से इसके लागू किया जाएगा।
Nov 25 2023, 12:30