सरकारी स्कूल में कैंप लगाकर बच्चों की स्वास्थ्य जांच

खजनी गोरखपुर।आज खजनी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी डॉक्टर प्रदीप त्रिपाठी के निर्देशानुसार खजनी ब्लॉक के प्राथमिक विद्यालय भिटहां में राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के माइक्रोप्लान के तहत स्वास्थ्य कैम्प का आयोजन किया गया। जिसमें विद्यालय के कक्षा 1 से 5 तक के बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। सामान्य बीमारियों के इलाज के लिए बच्चों को मुफ्त दवाएं भी दी गई।

साथ ही डेंटल डिजीज,एनिमिया, स्किन डिजीज,बुखार आदि से पीड़ित बच्चों को इलाज के लिए पीएचसी बुलाया गया।जांच टीम के नोडल प्रभारी डॉ त्रिवेणी दूबे मेल स्टाॅफ नर्स सुवेश राय ऑपटोमेट्रिस्ट विकास श्रीवास्तव तथा स्कूल के शिक्षक मौजूद रहे।

उनवल नगर पंचायत में भाजपा किसान मोर्चा की बैठक हुई

खजनी गोरखपुर।पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार कस्बा संग्रामपुर उनवल नगर पंचायत में भारतीय जनता पार्टी जिला किसान मोर्चा की महत्वपूर्ण बैठक की गई।

जिसमें सभी विधानसभाओं और नगर क्षेत्रों में आयोजित होने वाली कबड्डी प्रतियोगिता के सम्बंध में विस्तृत जानकारियां देते हुए आवश्यक चर्चा की गई।

कार्यक्रम के दौरान निर्धारित किया गया कि भाजपा किसान मोर्चा के पदाधिकारियों के द्वारा कैंपेन चलाकर स्थानीय खिलाड़ियों की प्रतिभा को सम्मान देने के लिए यह आयोजन किया जा रहा है।

प्रतियोगिता में जीते हुए खिलाड़ियों को जिला और प्रदेश तथा राष्ट्रीय स्तर के आयोजनों में सम्मिलित होने पर सम्मानित किया जाएगा।इस आयोजन से ग्रामीण क्षेत्र की प्रतिभाओं को निखरने में बड़ी मदद मिलेगी।बैठक में किसान मोर्चा के जिला महामंत्री राजेश सिंह,विनय सिंह जिला अध्यक्ष रामानंद नन्हे क्षेत्रीय मंत्री,जिला महामंत्री तथा चेयरमैन नगर पंचायत उनवल एड.महेश कुमार दूबे,संजय सिंह सहित भाजपा पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

पूर्व ब्लॉक प्रमुख की पूण्यतिथि पर श्रद्धांजलि सभा में उपस्थिति की अपील



गोरखपुर । पूर्व ब्लॉक प्रमुख खजनी स्वर्गीय सुरेन्द्र बहादुर सिंह उर्फ 'गुड्डू भईया' की सप्तम (7वीं) पुण्यतिथि पर उनकी पावन स्मृति में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन दिनांक- 23 नवंबर को अपरान्ह 12:30 बजे से वीर बहादुर सिंह पी.जी. कॉलेज परिसर हरनहीं महुरावं में किया गया है। ब्लाॅक प्रमुख अंशु सिंह ने सभी क्षेत्रीय गणमान्य जनों,जनप्रतिनिधियों, समाजसेवियों एवं प्रशासनिक अधिकारियों को कार्यक्रम में उपस्थित रहने की प्रार्थना की है।

मन मंथन से ही परमानंद की प्राप्ति- राघव ऋषि

खजनी गोरखपुर।मंगलाचरण की कथा में व्यास पीठ से राघव ऋषि ने उपस्थित श्रोताओं को बताया कि कथा के माध्यम से सच्चिदानंद प्रभु की प्राप्ति होती है। जो आनंद हमारे भीतर है,उसे जीवन में किस प्रकार प्रकट करें यही श्रीमद्भागवत शास्त्र सिखाता है। जैसे दूध में मक्खन रहता है,पर वह दिखाई नहीं देता किंतु मंथन करने पर मिल जाता है।उसी प्रकार मानव मन का मंथन करके आनंद प्रकट करना ही मानव जीवन का लक्ष्य है।

परमात्मा से मिलना उनकी कृपा अनुकंपा प्राप्त करने में ही जीवन की सफलता है। जिसने प्रभु को प्राप्त किया उसी का जीवन सफल है।

उन्होंने बताया कि श्रीमद्भागवत आदर्श दिव्य ग्रन्थ है। गृहस्थ में रहकर के भगवान को कैसे प्राप्त करें इस शास्त्र में सिखाया गया है। गोपियों ने घर नहीं छोड़ा घर गृहस्थी का काम करते हुए भी भगवान को प्राप्त किया।

एक योगी को जो आनंद समाधी में मिलती है वही आनंद आप घर में रहकर भी प्राप्त कर सकते हैं।

कथाक्रम को आगे बढ़ते हुए पूज्य राघव ऋषि ने कहा कि भागवत की रचना व्यासजी ने की है,किंतु इसका लेखन श्रीगणेश जी ने किया उन्होंने कथा का माहात्म्य बताते हुए कहा की जिस समय शुकदेव जी परीक्षित जी को कथा सुना रहे थे।

उसी समय स्वर्ग से देवता अमृत भरा कलश लेकर प्रकट हुए और उन्होंने कहा की स्वर्ग का अमृत हम राजा को देते हैं, जिसे पीकर वो अमर हो जायेंगे। बदले में कथामृत आप हमको प्रदान करें शुकदेव जी ने राजन से पूछा तुम्हें कौन सा अमृत पीना है। उत्तर में राजा ने कहा की स्वर्ग का अमृत पीने से पुण्यों का क्षय होता है। परन्तु कथामृत पीने से जन्म जन्मांतर के पापों का नाश होता है, और जीव पवित्र हो जाता है अतः मैं इस कथामृत का ही पान करूंगा मनुष्य के भीतर ज्ञान और वैराग्य जो सोये हुए हैं।

उन्हें जागृत करने के लिए ही यह कथा है इस हृदयरूपी वृन्दावन में कभी-कभी वैराग्य जागृत होता है परन्तु स्थाई नहीं रहता उसे स्थायित्व इस कथा से मिलता है।

पहले दिन की कथा बताया कि तुंगभद्रा नदी के किनारे आत्मदेव नाम का ब्राह्मण रहते थे, उनकी पत्नी धुन्धुली क्रूर स्वाभाव की थी। पुत्रहीन होने कारण एक दिन आत्महत्या करने के लिए जाते हैं।

मनुष्य शरीर ही तुंगभद्रा है,इसमें जीवात्मा रुपी आत्मदेव निवास करता है। तर्क कुतर्क करने वाली बुद्धि ही धुन्धुली है। किसी संत की कृपा से विवेकरूपी पुत्र का जन्म होता है, जो जीव का कल्याण करता है। धुन्धुली का पुत्र धुंधकारी अनाचारी था जो व्यक्ति अनाचारी होता है वह क्रमशः रूप,रास,गंध, शब्द एवं स्पर्श रुपी पांच वेश्याओं से फँस जाता है,जो इस जीवात्मा की हत्या कर देती हैं जिससे वह प्रेत योनि में चला जाता है।

उसे श्रीमद्भागवत कथा के माध्यम से मुक्ति मिलती है।कथा में बड़ी संख्या में श्रद्धालु श्रोता उपस्थित रहे।इससे पूर्व बांसगांव ऋषि सेवा समिति माल्हनपार के तत्वावधान में क्षेत्र के धोबौली गहरवार गांव में चल रही भागवत कथा के पहले दिन कथा के भव्य शुभारंभ में अनेक श्रद्धालु,गणमान्य और मुख्य यजमान नरेंद्र सिंह नूर सिंह ने भागवत सहित व्यासपीठ आसीन पूज्य श्री राघव ऋषिजी का सविधि पूजन किया।

उनवल नगर पंचायत के निर्माणाधीन मकान में चोरी

खजनी गोरखपुर।थाने की उनवल चौकी कस्बा संग्रामपुर उनवल नगर पंचायत के वार्ड संख्या-14 में बीती रात एक निर्माणाधीन मकान में रखे हुए लगभग 25 हजार से अधिक के कारपेंटर टूल्स अज्ञात चोर उठा ले गए।

चोरी की जानकारी होते ही वार्ड संख्या-13 के निवासी मकान मालिक नरेंद्र कुमार ने बताया कि वह वार्ड-14 में नया मकान बनवा रहे हैं। कारपेंटर द्वारा लकड़ी का काम किया जा रहा है। छठ पूजा में दो दिन काम बन्द था। लकड़ी के काम करने वाले मिस्त्रीयों के सभी सामानों का टूल बैग अज्ञात चोर उठा ले गए।

जिसमें हेक्सा कटर, आरी,ड्रिल मशीन,हैमर मशीन, गुनियां,रंदा मशीन सहित लगभग 25 हजार रुपए से अधिक मूल्य के सामान थे। उसे कमरे में रख कर बाहर से ताला लगाया गया था।अनुमान है कि चोर पीछे पेड़ के रास्ते चढ़े और कमरे में रखा सभी सामान चुरा ले गए होंगे।

घटना की तहरीर पुलिस चौकी पर दे दी गई है। इस संबंध में थानाध्यक्ष गौरव आर कन्नौजिया ने बताया कि मामले की जाँच की जा रही है।

बता दें कि हाल फिलहाल में उनवल चौकी क्षेत्र में दर्जनों चोरियां हो चुकी हैं स्थानीय लोगों का मानना है कि ऐसी चोरियां नशेड़ी किस्म के चोर कर रहे हैं। पुलिस भी इस बात को जानती है लेकिन चोर पकड़े नहीं जा रहे हैं।

पुल और अंडरपास की मांग को लेकर कांग्रेस पदाधिकारी ने डीएम को सौंपा ज्ञापन, कार्रवाई की की की मांग

गोरखपुर। उ0प्र0 कांग्रेस कमेटी के प्रदेश सचिव/प्रभारी महराजगंज दिलीप कुमार निषाद के नेतृत्व में वार्ड सं018 गायत्रीनगर झरना टोला, कैण्ट स्टेशन के समीप बने रेलवे क्रासिंग फाटक के ऊपर ब्रिज एवं भूमिगत अण्डरपास की मांग एवं कैण्ट स्टेशन के समीप तीन फीट संकरे लोहे के पैदल पुल के बगल में पुल निर्माण को लेकर मुख्यमंत्री को सम्बोधित दो सूत्री मांगपत्र जिलाधिकारी गोरखपुर के माध्यम से सौंपा गया।

इस दौरान नेतागणों ने अपनी मांग को लेकर नारे भी लगायें। कार्यक्रम का संचालन प्रदेश महासचिव पिछड़ा वर्ग देवेन्द्र निषाद धनुष ने किया।

उ0प्र0 कांग्रेस कमेटी के प्रदेश सचिव/प्रभारी महराजगंज दिलीप कुमार निषाद ने कहा कि सेटेलाईट कैण्ट स्टेशन गोरखपुर के समीप रेलवे के आवागमन के लिये रेलवे क्रासिंग फाटक लगा हुआ है।

जो आये दिन रेल के आवागमन पर हर पांच मिनट में बन्द हो जाता है और लगभग 45-60 मिनट के बाद खुलता है। झरना टोला, गायत्रीनगर, लालगंज, उंचवा टोला, टीचर कालोनी, दरगहिया टोला, पवन विहार, सिंहासनपुर, कोड़इया टोला इसके अलावा रेलवे सेटेलाईट स्टेशन कैंट, आकाश विहार एयरफोर्स, कारखाना कंक्रीट यान, पुल कारखाना, लौह भण्डार कारखाना, नीना थापा इण्टर कालेज, बाबू पुरुषोत्तमदास डिग्री कालेज, लिटिल कान्वेंट स्कूल, जानकी मॉडल स्कूल, जे0सी0 इण्टरनेशनल स्कूल, ईस्वी पब्लिक स्कूल, आर्मी पब्लिक स्कूल, केन्द्रीय विद्यालय एयरफोस, एयरफोर्स विद्यालय के छात्र-छात्राओं के आवागमन का मुख्य मार्ग है।

रेलवे क्रासिंग फाटक बन्द होने से ये सभी लोग प्रभावित होते हैं। क्रासिंग फाटक के ऊपर ब्रिज एवं अण्डरपास की मांग को लेकर 2001 से लगभग 22 वर्षों से मांग चल रही है। जिसके सम्बन्ध में क्षेत्रवासियों ने हस्ताक्षर अभियान चलाया जिसमें 50 हजार लोगों ने अपना हस्ताक्षर करते हुए समर्थन दिया जो रेल महाप्रबंधक को सौंपा जा चुका है।

रेल प्रशासन का कहना है कि दोना क्रासिंग फाटक के ऊपर हम ब्रिज बनाने को तैयार हैं यहीं तक हमारा अधिकार है दोनों ढलान तरफ राज्य सरकार का परिक्षेत्र है राज्य सरकार सेतु बनाये तो समस्या का समाधन होगा। मांगों पर यथाशीघ्र विचार नहीं होने पर कांग्रेस पार्टी जनहित में सड़क पर उतरकर संघर्ष करने को बाध्य होगी जिसकी सारी जिम्मेदारी शासन-प्रशासन की होगी।

महानगर अध्यक्ष आशुतोष तिवारी एवं देवेन्द्र निषाद धनुष ने संयुक्त रूप से कहा कि छावनी स्टेशन के समीप कई वर्षों से तीन फीट लोहे का संकरा पुल बना हुआ है जो छावनी कैंट स्टेशन एवं आरपीएफ ट्रेनिंग सेंटर के मध्य है। रेलवे लाईन विस्तार के कारण इस संकरे लोहे के पैदल पुल पर आवागमन बाधित हो रहा है।

राज्य सरकार द्वारा गोड़धोइया नाले से लेकर तीन फुट लोहे के संकरे पुल के समीप सीवरेज ट्रीटमेंट प्लान (एसटीपी) का निर्माण कार्य प्रगति पर है इस योजना के तहत गोड़धोइया नाले से लेकर तीन फुट लोहे के संकरे पुल के अन्तिम छोर तक कई पुल का निर्माण होना है। राज्य सरकार से हमारी मांग है कि लोहे के संकरे पैदल पुल के समीप एक पुल का निर्माण किया जाय।

जिससे क्षेत्रवासियों को आवागमन में सहूलियत हो सके।कार्यक्रम में पूर्व महानगर अध्यक्ष अरूण अग्रहरी, अनवर हुसैन, देवेन्द्र निषाद धनुष, इन्द्रजीत चौधरी, एआईसीसी स्नेहलता, महानगर अध्यक्ष अनुसूचित विभाग सुनीला देवी, जिलाध्यक्ष पिछड़ा वर्ग जयनरायन यादव, तौकीर आलम, राहुल निषाद, साहिल निषाद, सुदीप निषाद, मोनू निषाद, वार्ड अध्यक्ष विपुल निषाद, अंकित निषाद आदि लोग मुख्य रूप से उपस्थित रहें।

अधिवक्ताओं ने तहसील कर्मचारी को मारपीट कर किया घायल मुकदमा दर्ज*एल

गोरखपुर। तहसील कैंपियरगंज में तैनात फौजदारी लिपिक संबंध एसडीएम न्यायिक कैंपियरगंज कार्यालय में रीडर संतोष कुमार सिंह को 21 नवंबर 2023 को लगभग 2:30 बजे अधिवक्ता संतोष कुमार सिंह जैनुल अबुद्दीन सहित 10 से 12 अधिवक्ता एसडीएम न्यायिक कार्यालय में आकर भद्दी भद्दी गालियां देते हुए लात धूषो से मारपीट कर घायल कर दिए कोर्ट में रखे हुए फाइलों को इधर-उधर फेंक कर दहशत फैलाकर हमें लहू लुहान कर दिए कोर्ट में आए हुए फरियादी इधर-उधर भाग कर अपनी जान बचाई जिसकी सूचना उच्च अधिकारियों को देते हुए कैंपियरगंज थाने पर मुकदमा दर्ज करने का प्रार्थना पत्र दिया।

इंस्पेक्टर कैंपियरगंज ने तत्परता दिखाते हुए धारा 147, 323, 504, 506, 324, 353, 333 एससी एसटी के अंतर्गत मुकदमा दर्ज कर लिया। एसडीएम कैंपियरगंज में बताया कि हमारे कर्मचारियों को अधिवक्ताओं द्वारा मारा पीटा गया। कर्मचारी संघ के अध्यक्ष द्वारा थाने पर तहरीर देकर मुकदमा पंजीकृत कराया गया है।

जिसकी जांच कराई जा रही है की किन कारणों से अधिवक्ताओं ने हमारे कर्मचारियों को मारा पीटा है। उधर अधिवक्ताओं ने आरोप लगाते हुए न्यायिक कार्यों से विरत रहने का निर्णय लिया। आरोप लगाया कि अधिकारी व कर्मचारी अधिवक्ताओं का उत्पीड़न करते हैं।

अब तो जांच होने के बाद ही पता चलेगा कि अधिवक्ता कर्मचारी का उत्पीड़न कर रहे हैं या कर्मचारी अधिवक्ता का बरहाल कैंपियरगंज थानेदार ने मुकदमा पंजीकृत कर जांच शुरू कर दिया है।

जरूरतमंद बच्चों का भविष्य संवारने को योगी सरकार की विशेष पहल

गोरखपुर। किन्हीं परिस्थितियों के चलते निराश्रित या आर्थिक रूप से कमजोर एकल अभिभावक वाले बच्चों को भी सामान्य बच्चों जैसा भविष्य संवारने का उचित अवसर देना योगी सरकार की प्राथमिकता में शामिल है। इसी प्राथमिकता के मद्देनजर प्रदेश के सभी जिलों में जरूरतमंद बच्चों को 'स्पॉन्सरशिप योजना' के तहत कवर किया जा रहा है।

गोरखपुर में 225 जरूरतमंद बच्चों को इस योजना का लक्ष्य दिया जाना निर्धारित किया गया है। इसमें बच्चों के पालन-पोषण और उनकी बेहतर शिक्षा के लिए प्रति माह चार हजार रुपये दिए जाएंगे।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की बच्चों के प्रति संवेदनशीलता जग जाहिर है। कोरोना के अभूतपूर्व संकटकाल में उन्होंने कोरोना संक्रमण के चलते माता-पिता को खोने वाले बच्चों के लिए मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना शुरू की।

इस योजना में लाभार्थी बच्चे को प्रतिमाह चार हजार रुपये दिए जाते हैं ताकि उनका पालन-पोषण और पढ़ाई बाधित न हो। इसके साथ ही गैर कोरोना संक्रमण से निराश्रित हुए बच्चों को दो हजार पांच सौ रुपये प्रतिमाह दिए जाते हैं। गोरखपुर में मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना (कोविड) से 564 और मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना (सामान्य) से 284 बच्चे लाभान्वित हो रहे हैं।

अब सरकार उन जरूरतमंद बच्चों को स्पॉन्सरशिप योजना से भरपूर आर्थिक सहायता देने की ओर कदम बढ़ा चुकी है जो अब तक किसी तरह की योजना के दायरे में नहीं आ सके हैं।

स्पॉन्सरशिप योजना महिला एवं बाल विकास विभाग की ओर से संचालित है। इसमें चयनित लाभार्थियों की पढ़ाई तथा पालन-पोषण के लिए हर महीने चार हजार रुपये की आर्थिक सहायता मिलेगी। जिला प्रोबेशन अधिकारी समर बहादुर सरोज बताते हैं कि गोरखपुर जिले में दिसंबर माह तक 225 जरूरतमंद बच्चों को इस योजना का लाभ दिलाया जाना लक्षित है।

उनका कहना है कि लक्ष्य से अधिक आवेदन आने पर भी सभी जरूरतमंद बच्चों को इस योजना के दायरे में लाने का प्रयास होगा।

योजना के लिए ये होंगे पात्र

डीपीओ के अनुसार योजना के लिए एक से अठारह साल तक के वे बच्चे पात्र होंगे जिनके पिता की मृत्यु हो गई हो, मां तलाकशुदा हैं या परिवार द्वारा परित्यक्त हैं। माता-पिता या उनमें से कोई गंभीर, जानलेवा रोग से ग्रसित है। बेघर, अनाथ या या विस्तारित परिवार के साथ रहने वाले बच्चे भी पात्र होंगे।

इसके अलावा कानून से संघर्षरत मसलन बाल तस्करी, बाल विवाह, बाल वैश्यावृत्ति, बाल श्रम, बाल भिक्षावृत्ति में शामिल बच्चे, किसी प्राकृतिक आपदा के शिकार, दिव्यांग, लापता या घर से भागे हुए, ऐसे बच्चे जिनके माता-पिता या उनमें से कोई एक जेल में हैं, एचआइवी या एड्स प्रभावित, ऐसे बच्चे जिनके माता-पिता आर्थिक, शारीरिक या मानसिक रूप से देखभाल के लिए असमर्थ हैं।

सहायता और पुनर्वास की आवश्यकता वाले बच्चे, फुटपाथ पर जीवनयापन करने वाले, प्रताड़ित, उत्पीड़ित या शोषित बच्चे भी पात्रता की श्रेणी में होंगे।

माता-पिता दोनों की मृत्यु पर आय सीमा की बाध्यता नहीं

पात्र आवेदक की पारिवारिक आय को लेकर डीपीओ ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में परिवार की अधिकतम आय 72 हजार रुपये वार्षिक तथा अन्य क्षेत्रों में अधिकतम आय 96 हजार रुपये वार्षिक होनी चाहिए। पुनर्वास स्पांसरशिप तथा माता-पिता दोनों अथवा वैध संरक्षक की मृत्यु होने पर परिवार की अधिकतम आय सीमा की जरूरत नहीं है।

आवेदन के लिए आधार कार्ड, आय प्रमाण पत्र, आयु प्रमाण पत्र, अभिभावक का मृत्यु प्रमाण पत्र, शिक्षण संस्थान में पंजीयन के प्रमाण पत्र की जरूरत होगी।

आसपास के जरूरतमंद बच्चों को दिलाएं योजना का लाभ

योजना के लिए बच्चों की आर्थिक मदद के लिए जिला प्रोबेशन अधिकारी कार्यालय में आवेदन किया या कराया जा सकता है। जिला प्रोबेशन अधिकारी समर बहादुर का कहना है कि सरकार की यह योजना जरुरतमंद बच्चों का भविष्य उज्ज्वल करेगी। सभी नागरिक अपने आसपास के जरूरतमंद बच्चों की मदद के लिए उनके अभिभावकों या संरक्षकों को योजना की जानकारी देकर, आवेदन के लिए प्रेरित कर सकते हैं।

नागरिकों की यह पहल किसी जरूरतमंद बच्चे का भविष्य संवार सकती है।

सपा के संस्थापक, पूर्व मुख्यमंत्री व पूर्व रक्षामंत्री स्व मुलायम सिंह यादव की कार्यकर्ताओं ने मनाई 85 वीं जन्म जयंती

गोरखपुर। समाजवादी पार्टी के संस्थापक पूर्व मुख्यमंत्री, पूर्व रक्षा मंत्री स्वर्गीय मुलायम सिंह यादव नेताजी की 85वी जयंती पार्टी के बेतियाहाता स्थित कार्यालय पर जिलाध्यक्ष ब्रजेश कुमार गौतम की अध्यक्षता में मनाई गई। संचालन जिला महासचिव रामनाथ यादव ने किया नेताओं व कार्यकर्ताओं ने उनके चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी तथा उनके व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डाला जिलाध्यक्ष ब्रजेश कुमार गौतम ने कहा कि आज जिस तरह का आतंक फैला हुआ है।

हम सभी नेता जी को याद कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी नेता जी की नीतियों पर चलकर हो रहे अन्याय के खिलाफ आवाज उठाएगी और उससे लड़ेगी. कमजोर और वंचितों को नेता जी के विचारों और संघर्षों ने सत्ता तक पहुंचाया. जिलाध्यक्ष ने इस मौके पर मुलायम सिंह यादव को समाजवाद का प्रेरणापुंज बताया और कहा कि नेताजी न्याय और बराबरी के पक्षधर थे. ।

वह हर मजदूर, दलित, वंचित, शोषित की मुखर आवाज थे, उनके विचारों का प्रकाशपुंज हमेशा हमें आलोकित करता है. हम लोग अपना बूथ मजबूत करने में जुटे हुए हैं 2024 में भाजपा को हटाना है उपस्थित सपा नेताओं ने कहा कि महान व्यक्तित्व, सरल ह्रदय और जमीन से सदा जुड़े रहे धरतीपुत्र मुलायम सिंह यादव की जयन्ती पर कोटि-कोटि नमन. हम हमेशा नेताजी के दिखाए मार्ग पर चलते रहेंगे।

.इस दौरान प्रमुख रूप से जिलाध्यक्ष ब्रजेश कुमार गौतम रामनाथ यादव डॉक्टर मोहसिन खान अवधेश यादव यशपाल रावत राम सिंह जफर अमीन डक्कू मुन्नी लाल यादव मिर्जा कदीर बेग दूधनाथ मौर्य देवेंद्र भूषण निषाद राजेंद्र यादव सुरेंद्र निषाद दयाशंकर निषाद गिरीश यादव विश्वनाथ विश्वकर्मा जियाउल इस्लाम इनामुल्लाह खान शहाब अंसारी अखिलेश यादव हाजी शकील अंसारी राघवेंद्र तिवारी राजू रामजतन यादव अशोक यादव अशोक चौधरी रामहित यादव बिंदा देवी सुशीला भारती मैंना भाई नमिता सिंह रूबी खातून दूईजा देवी दिलशाद राईन महेंद्र निषाद शशिकांत दुबे शब्बीर कुरैशी पप्पू यादव राजाराम बेलदार रामजीत यादव रफीउल्लाह सलमानी कपिल मुनि यादव जनार्दन सिंह फौजी शमशेर शाही हीरालाल यादव घनश्याम राव रामाशंकर यादव धनंजय सिंह राजेश सिंह बृजनाथ मौर्य महेंद्र तिवारी अभिषेक पांडे संतोष यादव अनूप यादव गोली यादव विनोद विश्वकर्मा सीताराम गौड़ हरिकेश यादव राम अजोर मौर्य शकील शाही मनोज निषाद पुजारी यादव सोहराब खान।

संदीप यादव लालमोहन यादव भवनाथ यादव लालजी यादव अफसैन हैदर इम्तियाज चंद्रभान यादव इमरान खान सदानंद यादव अविनाश तिवारी छोटेलाल राजभर सत्य प्रकाश जायसवाल नारद यादव भृगुनाथ निषाद नौशाद भाई बी डी अंसारी आदि मौजूद रहे।

सभी कष्टों से मुक्ति दिलाती है श्रीमद्भागवत कथा-बालक दास

खजनी गोरखपुर।बच्चे के जन्म लेते ही दुनिया के संबंधों से उसका परिचय कराया जाता है। बड़े होने पर अपनी देंह और रूप का अभिमान फिर पैसे कमाने यश समृद्धि बढ़ाने की चिंता, वृद्ध होने पर परिवार मोह माया का जंजाल, दुनियां में जीवन भर जीव को ईश्वर से दूर रखने के बहुतेरे उपाय है। किंतु अंत में जब शरीर से राम निकल जाते हैं तब उसे याद दिलाया जाता है कि 'राम नाम सत्य है।'

जबकि इस संसार में सिर्फ राम नाम अर्थात ईश्वर ही सत्य है इसका एहसास हमें हमेशा बनाए रखना चाहिए।उक्त विचार खजनी कस्बे के निकट बरीबंदुआरी गांव के काली मंदिर परिसर में श्रीमद्भागवत कथा महापुराण के दूसरे दिन व्यास पीठ से संत बालक दास ने जी ने श्रद्धालु श्रोताओं के समक्ष व्यक्त किए।

इस दौरान उन्होंने द्वापर युग में भगवान श्री कृष्ण के इस संसार को छोड़कर स्वधाम जाने और एक बहेलिए के द्वारा भगवान श्रीकृष्ण के श्री चरणों में तीर मारने की कथा का विस्तार पूर्वक वर्णन किया। उन्होंने बताया कि इस संसार में नेक और पुण्य कर्मों से ही मनुष्यता की पहचान होती है। हमारे सत्कर्म ही लोगों को युगों-युगों तक याद रहते हैं।

अतः लोकहित के पावन पुनीत कार्यों को करने का कोई भी अवसर हमें नहीं चूकना चाहिए। कथा में मुख्य यजमान रामप्रताप राम तिवारी, कैलाश तिवारी,राम समुझ तिवारी, संतोष तिवारी ,वशिष्ठ तिवारी, अर्पित,अभिषेक,राममणि समेत दर्जनों महिलाएं और श्रद्धालु श्रोता मौजूद रहे।