अबुआ आवास योजना को लेकर उपायुक्त, नमन प्रियेश लकड़ा की अध्यक्षता में प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन


गिरिडीह: आज समाहरणालय सभागार कक्ष में उपायुक्त-सह-जिला दंडाधिकारी, नमन प्रियेश लकड़ा की अध्यक्षता में अबुआ आवास योजना को लेकर जिले के सभी प्रिंट एवं इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के प्रतिनिधियों के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया। 

इस दौरान उपायुक्त, नमन प्रियेश लकड़ा ने प्रेस बंधुओं को संबोधित करते हुए कहा कि राज्य सरकार की अतिमहत्वाकांक्षी योजना अबुआ आवास योजना राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों के गरीब गृहविहीन लोगों को पक्का घर उपलब्ध कराने हेतु कृत संकल्पित है। जिले में ऐसे लोग जो गृहविहीन है या कच्चे घरों में रह रहे हैं। ऐसे गरीब लोगों को पक्का घर उपलब्ध कराने हेतु राज्य संपोशित योजना के रूप में अबुआ आवास योजना प्रारम्भ किया गया है। अबुआ आवास योजना के अन्तर्गत तीन कमरों का पक्का मकान एवं रसोई घर बनाया जाएगा, जिसका क्षेत्रफल 31 वर्गमीटर होगा। 

राज्य सरकार द्वारा अबुआ आवास योजना अन्तर्गत तीन कमरों सहित स्वच्छ रसोई घर का प्रावधान किया गया है। अतएव योग्य लाभुक के लिए अबुआ आवास योजना अन्तर्गत आवास निर्माण के लिए सहयोग राशि बढ़ाकर दो लाख (2,00,000/-) रू० का प्रावधान किया गया है। साथ ही लाभार्थी को मनरेगा अन्तर्गत अपने आवास के निर्माण के लिए वर्तमान मजदूरी दर (समय-समय पर संशोधित) पर अधिकतम 95 अकुशल मानव दिवस के समतुल्य राशि अबुआ आवास योजना अन्तर्गत आवास निर्माण हेतु प्राप्त होगा। 

इसके अलावा अबुआ आवास योजना के तहत तीन कमरे के आवास का निर्माण न्यूनतम 31 वर्ग मीटर में किया जाएगा, जिसमें स्वच्छ रसोईघर भी शामिल है। अबुआ आवास योजना घरों को अनिवार्य रूप से परिवार की महिलाओं के नाम पर पंजीकृत किया जाएगा। महिला की मृत्यु या अनुपस्थिति की स्थिति में, परिवार के मुखिया के नाम पर आवास पंजीकृत किया जा सकता है। प्रति यूनिट आवास की सहायता राशि 2.00 लाख होगी। यह योजना 100 प्रतिशत राज्य सरकार सम्पोषित योजना होगी। स्वच्छ भारत मिशन- ग्रामीण (SBM) या किसी अन्य समर्पित स्रोत के साथ अभिसरण के माध्यम से शौचालय निर्माण के लिए सहायता दिये जाने का प्रावधान है। 

साथ ही सभी अबुआ आवास योजना लाभार्थियों को महिला स्वयं सहायता समूह के अंतर्गत अनिवार्य रूप से आच्छादित किया जाएगा। घर के निर्माण के लिए यूनिट सहायता राशि के अलावा मनरेगा के तहत अधिकतम 95 मानव दिवस अकुशल मजदूरी भुगतान करने का प्रावधान है। मापदंडों के आधार पर लाभार्थियों की पहचान, चयन तथा संबंधित ग्राम सभा के द्वारा चयनित लाभार्थियों का सत्यापन किया जाएगा। लाभार्थियों को सहायता राशि का भुगतान केवल आधार से जुड़े हुए उनके बैंक खातों में हस्तांतरित किया जाएगा।

● लाभार्थियों की पहचान एवं चयन....

लाभार्थियों की पहचान और लाभार्थी चयन में निष्पक्षता एवं पारदर्शिता अबुआ आवास योजना के लक्ष्य को साकार करने की आधारशिला है। इस हेतु यह सुनिश्चित किया जाएगा कि आवास का लाभ वास्तविक वंचित परिवारों को मिले, अतः लाभुक चयन प्रक्रिया को उद्देश्यपूर्ण और सत्यापन योग्य बनाया जाएगा। 

अतएव इच्छुक लाभार्थी सीधे प्रखण्ड विकास पदाधिकारी को आवेदन ऑनलाईन या ऑफलाईन कर सकेंगे। प्राप्त आवेदनों के आधार पर जाँच टीम द्वारा प्रखण्डों में सत्यापन/सर्वेक्षण/जाँच का कार्य किया जाएगा एवं तदोपरांत प्राथमिकता सूची तैयार की जाएगी।

● लाभार्थी चयन के मापदण्ड...

इस योजना का लाभ राज्य के उन ग्रामीणों को दिया जाएगा, जो गरीब व अभावग्रस्त हैं। साथ ही योजनान्तर्गत वैसे लाभुकों का चयन किया जा सकेगा, जो निम्न श्रेणी में आते हैं।

1. कच्चे घरों में रहने वाले परिवार (निर्धारित अंक-2)।

2. आवासविहीन एवं निराश्रित परिवार (निर्धारित अंक-2)।

3. विशेष रूप से कमजोर जनजाति समूह के परिवार (निर्धारित अंक-1)।

4. प्राकृतिक आपदा के शिकार परिवार (निर्धारित अंक-1)।

5. कानूनी तौर पर रिहा किये गये बंधुआ मजदूर (निर्धारित अंक-1)।

6. वैसे परिवार, जिन्हें पूर्व में राज्य सरकार अथवा केन्द्र सरकार द्वारा संचालित आवास योजना, यथा-प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण/बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर आवास योजना/बिरसा आवास योजना/इंदिरा आवास योजना इत्यादि आवास का लाभ नहीं दिया गया हो (निर्धारित अंक-1)।

उपर्युक्त पात्रता मापदंड के अनुसार लाभार्थी की स्थायी प्रतीक्षा सूची ग्राम सभा में तैयार की जाएगी। अधिकतम मापदंडों को पूरा करने वाले परिवारों को उनकी विशेष श्रेणी (अनुसूचित जनजाति/अनुसूचित जाति/पिछड़ा वर्ग/अल्पसंख्यक/सामान्य) में अधिकतम अंक प्राप्त होगा। इसका मतलब है कि यदि कोई विशेष परिवार छः मानदंडों को पूरा करता है तो उसे 8 अंक मिलेंगे और उसे अपनी श्रेणी में सर्वाेच्च प्राथमिकता मिलेगी। इस प्रकार पात्र परिवारों को 1-8 के बीच प्राथमिकता अंक दिए जाएंगे और आगे सभी को तदनुसार रैंक दिया जाएगा और ग्राम सभा में स्थायी प्रतीक्षा सूची को अंतिम रूप दिया जाएगा।

(ख) स्थायी प्रतीक्षा सूची तैयार करते समय यदि दो या दो से अधिक परिवारों को समान अंक मिलते हैं, यानी बराबरी की स्थिति में प्राथमिकता निम्नलिखित मापदंडों के अनुसार तय की जाएगी:

1. परिवार, जिसमें कोई वयस्क सदस्य नहीं हो।

2. दिव्यांग सदस्य वाले परिवार।

3. महिला प्रधान परिवार, जिसमें कोई वयस्क पुरुष सदस्य न हो।

प्रेस कॉन्फ्रेंस में उपरोक्त के आलावा निदेशक डीआरडीए, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी, प्रिंट एवं इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के प्रतिनिधि व अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।

उच्च शिक्षा से वंचित बच्चों को गुरुजी स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना से किया जायेगा लाभान्वितः-उपायुक्त


गिरिडीह: उपायुक्त-सह-जिला दंडाधिकारी, श्री नमन प्रियेश लकड़ा के द्वारा जानकारी दी गई कि झारखण्ड राज्य में गुरूजी स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना के तहत राज्य में 10वीं/12वीं कक्षा उत्तीर्ण ऐसे विद्यार्थी, जो आर्थिक कारणों से उच्च शिक्षा प्राप्त करने से वंचित रह जाते है, उनको आर्थिक सहायता प्रदान करने हेतु झारखण्ड राज्य में गुरूजी स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना लागू किया गया है। 

इससे राज्य के छात्रों को उच्च शिक्षा के क्षेत्र/संस्थान जैसे-इंजिनियरिंग, मेडिकल,लॉ,रिसर्च, आईआईटी,आईआईएम आदि में शिक्षा प्राप्त करने में सुविधा हो सकेगी। इस योजना के अन्तर्गत 10/12वीं कक्षा उत्तीर्ण प्रत्येक इच्छुक तथा अर्हत्ता प्राप्त विद्यार्थी को बैंकों से जोड़कर शिक्षा ऋण उपलब्ध कराने का उद्देश्य है। इसके अलावा गुरूजी स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना का क्रियान्वयन वित्तीय वर्ष 2023-24 से किया जाना है।

 उक्त के आलोक में जिला स्तर पर गुरूजी स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना संबंधी निम्न कार्रवाई करना सुनिश्चित किया जाय-

इस योजना से आवेदक को 15 लाख रूपये तक का ऋण,04 प्रतिशत प्रतिवर्ष के साधारण व्याज दर पर आसान ऋण,आवेदक से कोई संपार्शिवक (कोलेटरल) नहीं लिया जाएगा, 15 साल तक ऋण चुकाने की अवधि, कोर्स पूरा होने उपरांत ऋण चुकाने हेतु एक वर्ष तक स्थगन मोरेटोरियम का विकल्प,पाठयक्रम शुल्क और छात्रावास जैसे संस्थागत खर्चों के लिए कवरेज,गैर-संस्थागत खर्चों जैसे मेस शुल्क, यात्रा आदि के लिए अधिकतम 30रू ऋण के उपयोग का प्रावधान, 2000 से भी अधिक मेधावी छात्रों को ऋण प्रदान करने के लिए बजट का प्रावधान किया गया है।

● कौन आवेदन कर सकते है....

● डिप्लोमा पाठ्यक्रम हेतु झारखण्ड राज्य स्थित मान्यता प्राप्त स्कूल से दसवी कक्षा उत्तीर्ण। 

● स्नातक, स्नाकोत्तर और डॉक्टरेट पाठ्यक्रमों के लिए झारखण्ड राज्य स्थित मान्यता प्राप्त स्कूल से दसवी और बारहवी कक्षा उत्तीर्ण छात्र।

● ऐसे शैक्षणिक संस्थानो में एडमिशन सुरक्षित करना होगा जो एनआईआरएफ की ओवरऑल सूची में 200 रैंक तक है या संस्थानों के संबंधित व्यक्तिगत श्रेणी में एनआईआरएफ रैंक 100 तक है या जिन्हें नैक द्वारा ‘ए’ या उससे उपर का दर्जा प्राप्त हो।

● 40 वर्ष से अधिक की आयु नही होनी चाहिए। 

● संबंधित कोर्स के लिए किसी भी बैंक से पूर्व से शिक्षा ऋण नही मिला हो।

इस योजना का पूर्व लाभार्थी नहीं होना चाहिए।

गिरिडीह: दो अल्पव्यस्क लड़कियों के साथ जंगल में बलात्कार,वीडियो बनाकर सोशल मीडिया में किया वायरल

गिरिडीह: सोशल मीडिया और ऑनलाइन सुविधा का अपराधियों द्वारा धड़ल्ले से दुरुपयोग किए जाने के मामले सामने आ रहे हैं। वर्चुअल वर्ल्ड ने जहां लोगों के जीवन की गोपनीयता भंग करके रख दी है।वहीं अपराधी इनके माध्यम से बड़े-बड़े अपराधों को अंजाम देने में लगे हैं।जिससे पीड़ितों की जिंदगी दांव पर लग जा सकती है। ऐसा ही एक मामला गिरिडीह जिले से सामने आया है।

जिले में तिसरी थाना क्षेत्र अंतर्गत एक गांव में दो नाबालिग किशोरियों के साथ तीन युवकों द्वारा जबरन शारीरिक संबंध बनाने व अश्लील वीडियो बनाकर वायरल करने का सनसनीखेज मामला प्रकाश में आया है। आरोप उसी गांव के युवकों पर लगा है।

मामले को लेकर पीड़ित द्वारा तिसरी थाने में लिखित शिकायत की गई है।प्राप्त जानकारी के अनुसार दोनों नाबालिग किशोरियाँ सोमवार की शाम चार बजे पत्ता तोड़ने के लिए गांव से कुछ दूरी पर स्थित जंगल की ओर गई थीं। तभी मामले के आरोपित तीनों युवक वहां आ पहुंचे। 

जैसा आरोप है उसके मुताबिक उन युवकों ने दोनों किशोरियों को जान से मारने का भय दिखाकर उनको अपने कब्जे में ले लिया।जिसके बाद उनमें से दो युवकों ने दोनों किशोरियों के साथ जबरन शारीरिक संबंध बनाया।

वहीं आरोप है कि तीसरे युवक ने पूरे घटनाक्रम का अश्लील वीडियो बना लिया।जिसमें से कुछ वीडियो क्लिप सोशल मीडिया पर भी वायरल करने की बात सामने आ रही है। इधर पुलिस मामले की जांच में जुट गई है।

गिरिडीह: उपायुक्त ने अबुआ आवास योजना के सफल क्रियान्वयन को लेकर अधिकारियों के साथ की वर्चुअल बैठक


गिरिडीह: ग्रामीण विकास विभाग, झारखंड सरकार का कल्याणकारी प्रयास से गरीबों को अपना आशियाना मिलेगा। इसी कड़ी में आज उपायुक्त, श्री नमन प्रियेश लकड़ा ने अबुआ आवास" योजना के सफल क्रियान्वयन को लेकर सभी संबंधित अधिकारियों के साथ वर्चुअल बैठक की।

बैठक के दौरान उपायुक्त ने अबुआ आवास योजना की मुख्य विशेषताएं की जानकारी दी और आवास लाभुकों से आवेदन प्राप्त करने हेतु विस्तृत चर्चा की गई। उन्होंने कहा कि आपकी योजना आपकी सरकार आपके द्वार कार्यक्रम दिनांक 24 नवम्बर 2023 से 26 दिसंबर 2023 तक आयोजित किया जाएगा। इसी कैम्प में अलग स्टाल लगाया जाएगा और उसी स्टाल में लाभुकों से आवेदन प्राप्त किया जायेगा। आवेदन के साथ लाभुक अपना जॉब कार्ड, आधार कार्ड, बैंक पासबुक की छाया प्रति के साथ आवेदन पूर्ण रूप से भरा हो ताकि उनका एप्पलीकेशन में इंट्री किया जा सके।

जैसे कच्चे घरों में रहने वाले परिवार, आवास विहीन एवं निराआश्रित परिवार, विशेष रूप से कमजोर जनजाति समूह, प्राकृतिक आपदा के शिकार परिवार, बंधुआ मजदूर, वैसे परिवार जिन्हें राज्य सरकार अथवा केंद्र सरकार द्वारा संचालित आवास योजना योजना यथा प्रधानमंत्री आवास योजना, बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर आवास योजना, बिरसा आवास योजना, इंद्रा आवास योजना इत्यादि आवास का लाभ नहीं दिया गया हो। सभी पात्रता मापदंड के अनुसार लाभार्थी की स्थायी प्रतीक्षा सूची ग्राम सभा मे तैयार की जाएगी और पोर्टल द्वारा तैयार सूची का सत्यापन ऐप्प के माध्यम प्रखंड स्तर से गठित चार सदस्यीय समिति के द्वारा किया जाएगा।

आवास निर्माण हेतु कुल सहायता राशि 2,00,000 रुपया प्रति ईकाई हैं। आवास का निर्माण तीन कमरे के साथ 31 वर्ग मीटर में किया जाएगा। जिसमे स्वच्छ रसोईघर भी शामिल हैं। घर के निर्माण के लिए यूनिट सहायता राशि के अलावा मनरेगा के तहत अधिकतम 95 मानव दिवस, केंद्र तथा राज्य सरकार की अन्य योजनाओं का लाभ अभिसरण के माध्यम से दिया जाएगा। योजनाओं का क्रियान्वयन, पर्यवेक्षण और निगरानी ई-गवर्नेंस के माध्यम से की जाएगी।

इसके अलावा उपायुक्त ने सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी को निर्देश देते हुए कहा कि अबुआ आवास योजना राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं से एक महत्वपूर्ण योजना है। प्राथमिकता के आधार पर योग्य लाभुकों का चयन करते हुए अबुआ आवास योजना का लाभ देंगे। उन्होंने कहा कि इस योजना का व्यापक प्रचार-प्रसार करें। 

बैठक में निदेशक डीआरडीए, सभी अनुमंडल पदाधिकारी, गिरिडीह जिला, सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी/अंचलाधिकारी, गिरिडीह जिला व अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।

अपडेट:-गिरिडीह: डॉक्टरों के नाम पर फर्जी वेबसाइट बनाकर मरीजों से रुपए झटक लेने वाले 9 साइबर क्रिमिनल्स गिरफ्तार


गिरिडीह:कहा जाता है कि वर्चुअल वर्ल्ड ने इन दिनों लोगों की जिंदगी आसान बना दी है।पलक झपकते ही हमें आजकल प्रत्येक तरह ही वस्तुएं एवं सुविधाएं हासिल हो जाती हैं।चाहे हम महानगरों से रहते हैं अथवा किसी सुदूरवर्ती ग्रामीण इलाके के कस्बे में हों।

केवल एक क्लिक ने हमें विश्व के सभी देशों,प्रदेशों तक हमे पहुंचा दिया है।विभागीय कार्य भी सहजता से उपलब्ध हो जाती हैं।लेकिन कुछ ऐसे शातिर अपराधी उक्त फैंटेसी दुनिया में तेजी से विचरण कर रहे हैं,जो आपकी जरूरतों व चाहतों की कीमत पर आपको चोरी छिपे येन केन प्रकारेण आपको चूना लगाने की जुगत में लगे रहते हैं।

 आजकल ऐसे अपराधियों की संख्या सैकड़ों ही नहीं लाखों में मानी जा सकती है।वास्तव में यह साइबर अपराधी आपके इर्द गिर्द रहने वाले मामूली इंसान ही हैं।जिन्होने अपनी अल्प प्राप्त ज्ञान के बल पर आपके जीवन भर की संपति जमा धन को लूटने का मन बना रखा है।रही बात अपने राज्य झारखंड की तो ताजा सूचना में केरल पुलिस को मिली जानकारी अनुसार जामताड़ा जिले के एक विद्यालय के कुल 325 छात्रों के साइबर क्राइम में जुड़े होने की संभावना पर जांच चल ही रही थी कि गिरिडीह से एक हैरत अंगेज खबर सामने आई है।जिसमें बीमार लोगों को चकमा देकर लाखों रुपए पर डाका डालने का मामला सामने आया है।पुलिस ने इस मामले में 9 युवकों को गिरफ्त में लिया है।साथ ही कई आपत्तिजनक सामग्रियां बरामद की गई है।

जिनमें जिले के गांडेय थाना क्षेत्र के मंडरडीह निवासी ताज़ हुसैन पिता कलीम अंसारी, खुर्शीद अंसारी पिता मो अमजद अंसारी, अनीस अंसारी पिता मुस्ताक अंसारी, जोकटियाबाद निवासी मुकेश तिवारी पिता राजेंद्र तिवारी, बेंगाबाद के देवाटांड निवासी टार्जन अंसारी पिता बलाउद्दीन अंसारी, महबूब अंसारी पिता समसूर आंसरी, मो साबिर पिता सीतो मियां शामिल हैं।इसके अलावा दो अन्य फरार अभियुक्त बिरनी थाना क्षेत्र के करमाटांड निवासी विशाल मंडल व बाराडीह निवासी गोविन्द कुमार मंडल शामिल हैं।

एसपी दीपक कुमार शर्मा के6 मुताबिक 9 में सात अपराधी ऐसे हैं जो डॉक्टर का फर्जी वेबसाइट बनाकर उसमें अपना नंबर डाल देते थे। जब कोई पीड़ित या बीमार व्यक्ति अपने इलाज के लिए इंटरनेट को सर्च करता हैं और इस तरह वेबसाइट में दर्ज मोबाइल नंबर से सम्पर्क करते हैं तो इनके जाल में जा फंसते हैं।इनके पास से 17 मोबाइल जब्त किए गए।

बेंगाबाद, गांडेय और मुफ्फसिल थाना क्षेत्र में एक साथ छापेमारी कर 9 साइबर अपराधी को पुलिस ने किया गिरफ्तार

गिरिडीह पुलिस ने साइबर अपराध के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है. पुलिस ने बेंगाबाद, गांडेय और मुफ्फसिल थाना इलाके में एक साथ छापेमारी कर 9 शातिर साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया है. इनके पास से 17 मोबाइल फोन भी बरामद किये गये हैं.

गिरिडीह:रंगदारी में रुपए नहीं देने पर मारपीट करने व पंद्रह हजार रुपए छिनतई का आरोप

गिरिडीह: नगर थाना क्षेत्र के नगीना सिंह रोड निवासी इशाक अहमद ने मारपीट कर 15 हजार रुपए छिनतई का आरोप लगाया है। 

उन्होने गिरिडीह नगर थाना प्रभारी को आवेदन देकर हुट्टी बजार निवासी पल्टन मियां उर्फ अनवर अली, मो कर्नल, मो फिरदौस, मो नवाब, मो आशीफ, मो राजा सहित 10 लोगों पर हुट्टी बाजार,हटिया में दुकान लगाने के बाद रंगादारी नहीं देने पर डंडे से मारकर गंभीर रूप से जख्मी करते हुए 15 हजार रुपये छीनने की प्राथमिकी दर्ज कराई।

बताया जाता है कि 19 नवंबर को हुट्टी बजार में दुकान लगाने के मामले को लेकर इशाक अहमद ने हुट्टी बाजार के पल्टन मियां उर्फ अनवर अली सहित 10 लोगों पर रंगदारी नहीं देने पर मारपीट करके गंभीर रुप से जख्मी करते हुए उसके जेब से 15 हजार रुपये छीन लेने का आरोप लगाया है। इस मामले की जांच की जा रही है।पुलिस के अनुसार सभी दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी।

गिरिडीह:जंगली हाथियों के झुंड ने अहिल्यापुर के दादा पोती को कुचलकर मार डाला

 गिरिडीह:जंगली हाथियों के झुंड ने सोमवार की दोपहर यहां गांडेय प्रखंड के फुलझरिया अहिल्यापुर के एक वृद्ध व बच्ची को कुचलकर मार डाला। दोनों दादा पोती थे। घटनास्थल जामताड़ा जिले के नारायणपुर थाना क्षेत्र में है।

दोनों दादा पोती जंगली हाथियों को देखने पहुंचे थे। इसी क्रम में हाथियों ने दोनों पर हमला कर दिया। हाथियों के इस झुंड ने पिछले एक सप्ताह में धनबाद जिले के टुंडी प्रखंड में दो आदिवासियों को कुचलकर मार डाला है। सोमवार को ही ये हाथी टुंडी से होते हुए गिरिडीह जिले में प्रवेश किए थे।बताते हैं कि अभी भी हाथी अहिल्यापुर से सटे नारायणपुर थाना क्षेत्र में डेरा डाल रखा है।

गिरिडीह:उगते सूर्य भगवान भास्कर को अर्घ्य के साथ ही महापर्व छठ हुआ संपन्न


गिरिडीह:लोक आस्था का चार दिवसीय महापर्व छठ सोमवार को उदीयमान भगवान भास्कर को अर्ध्यदान के साथ सम्पन्न हुआ।जिसके बाद 36 घंटों के निर्जला उपवास के बाद व्रतियों ने पारण कर अल्पाहार ग्रहण किया।मौके पर गिरिडीह जिले में विभिन्न छठ घाटों तथा आने जाने वाले सभी घाटों में स्थानीय छठ पूजा समितियों की ओर से साफ सफाई,प्रकाश,साज सज्जा व साउंड की व्यवस्था की गई थी।वहीं पर्व में किसी प्रकार का कोई व्यवधान उत्पन्न न हो इसके लिए पुलिस प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद रही।

इस क्रम में गिरिडीह के प्रसिद्ध छठ घाट अरगाघाट में हजारों की संख्या में भक्त पहुंचे और श्रद्धा भाव से अस्ताचलगामी भगवान सूर्य को अर्घ्य दिया। वहीं शहर के प्रमुख छठ घाटों में शामिल दिन दयाल छठ घाट, शिव शक्ति छठ घाट, आम छठ घाट, शास्त्रीनगर छठ घाट, पेसरा बहियार छठ घाट के अलावे पचंबा स्थित बुढ़वा अहार छठ घाट और अंदुडीह तेलिया आहार छठ घाट सहित अन्य छठ घाटों में भी अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य देने के लिए छठ व्रतियों के साथ-साथ भक्तों की भीड़ उमड़ी हुईं थी।

इधर डुमरी प्रखंड में महिलाओं ने दुर्गा मंदिर,शिव मंदिर,पार्वती मंदिर,सूर्य मंदिर एवं शनि मंदिर में भी पूजा अर्चना की।वहीं मंत्री बेबी देवी प्रखंड विभिन्न छठ घाटों में पहुंच कर श्रद्धालुओं से मिली।साथ ही अर्घ्य दिया।जमतारा के जामुनिया नदी व अरगाघाट के बुढ़िया नदी छठ घाट,पम्पू तालाब छठ घाट,डुमरी के हेठटोला छठ घाट,अतकी के केन्दुवाडीह छठ घाट सहित लक्ष्मणटुंडा,चैनपुर,रोशनाटुंडा,पोरदाग,कुलगो, डोमाबरा,निमियाघांट,नगरी,पडरियाटांड़,ताम्बागुडियों,भरखर,चंदनाडीह,तेलखारा,जीतकुंडी,घावाटांड़ आदि विभिन्न स्थानों के छठ घाटों में भी हजारों श्रद्धालुओं ने उदीयमान भास्कर को अर्ध्य दे कर अपने व अपने परिवार की खुशहाली व आरोग्यता की कामना की।

भारतीय संस्कृति व सभ्यता को परिलक्षित करने वाले इस पवित्र पर्व पर विभिन्न छठ घाटों में सामाजिक कार्यकर्ताओं तथा राजनीतिक दलों के कार्यकर्ताओं द्वारा फल-दूध आदि वितरण किया गया।

पीरटांड़ प्रखंड अंतर्गत विभिन्न छठ घाटों पर भी छठ व्रतियों ने अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य दिया।

मौके पर पीरटांड़ प्रखंड अंतर्गत सभी तालाबों, नदियो,सरोवर, आहर,जल श्रोतो में श्रद्धालुओं ने नेम निष्ठा व श्रद्धा भक्ति भाव से उदयीमान सूर्य भगवान भास्कर को अर्घ्य दिया।

छठ पर्व के अंतिम दिन दूसरे अर्घ्य के लिए सोमवार को अहले सुबह से ही श्रद्धुलों ने दौरा और डाला लेकर पहुंचना शुरू कर दिया था।

वहीं बरियारपुर,दुधनिया, पालगंज ,खरपोका के कांगोडीह आदि क्षेत्रों में छठ पूजा समिति एवम युवाओं द्वारा स्वच्छता,सुरक्षा,प्रकाश की खास व्यवस्था की गई थी।सूर्योदय से पूर्व ही छठ घाटों पर व्रती कतार बद्ध हो कर सूर्योदय की प्रतीक्षा में खड़े होकर भगवान भास्कर को प्रणाम किया।जिसके बाद उगते हुए सूर्य को नेम निष्ठा के साथ अर्घ्य दिया गया।मौके पर बड़ी संख्या में छठ व्रती एवं श्रद्धालु छठ घाटों पर पहुंचे।

वहीं बगोदर में श्री श्री नवग्रह सूर्मंदिर,मंझिलाडीह बगोदर के समीप स्थित मंझिलाडीह के प्राचीन छठ घाट में उदयगामी सूर्य देव एवम छठी मैया को सूर्य मंदिर के पुजारी सह आचार्य श्री बिनोदचंद्र शास्त्री के द्वारा उच्चारित मंत्रोचारण के साथ अर्घ्य अर्पित किया गया।इस घाट में हजारों की संख्या में छठव्रती एवम श्रद्धालुगण पूजा अर्चना के लिए आया करते हैं।

गिरिडीह:शहरवासी पीयूष सागर की छठ महापर्व पर छठी माई की बरतिया प्रस्तुत

गिरिडीह:शहर के बीट ऑफ़ लाइफ एंटरटेनमेंट के निर्देशक पियूष सागर और उनकी टीम द्वारा छठ महापर्व पर एक बेहतरीन वीडियो गीत की प्रस्तुति की गयी है। पियूष सागर की पूरी टीम ने यह शूटिंग पटना के गंगा घाट और वैशाली में पूरी की। इस शूटिंग के दौरान गंगा घाट में नाव का भी इस्तेमाल किया गया।

गीत के निर्देशक पियूष सागर हैं।जबकि निर्माता विष्णुकांत पाठक एवं रजनीकांत पाठक है। इस गीत में स्वर अनामिका कुमारी ने दिया है।

इस टीम में पियूष सागर, निहारिका कृष्णा, यति सिंह, लव कुश, पंकज, अविनाश, विष्णु स्वर्णकार, विजय साव, गोपी चंद, सुगन शर्मा, राजवीर कुमार, नीरज कुमार, अभिषेक कुमार, उज्जवल यादव, प्रेम सागर, मेघा सिन्हा, पियन सिंह, एवं रुपाली डे शामिल हैं। जिन्होंने मिलकर इस शूटिंग को पूरा किया और गीत को सभी प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध कराया गया।