आरक्षण (संशोधन) अधिनियम-2023 के प्रावधानों को लागू करने के लिए सीएम ने उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की, अधिकारियों को दिए जरुरी निर्देश

डेस्क : बिहार में हुई जातीय गणना सर्वे के बाद आरक्षण को बढ़ाकर 75 प्रतिशत करने का नीतीश सरकार का निर्णय आज मंगलवार से लागू हो गया। एससी-एसटी, EBCऔर ओबीसी के आरक्षण को 50 फीसदी से बढ़ाकर 65 फीसदी करने और EWS के लिए 10 फीसदी का कोटा रखने को लेकर बिहार गजट में इसे प्रकाशित कर दिया गया है। वही आज मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्य के सभी सरकारी विभागों में आरक्षण (संशोधन) अधिनियम-2023 के प्रावधानों को लागू करने के लिए उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की और अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिये।

बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार में सभी दलों की सहमति से जाति आधारित गणना कराई गई। जाति आधारित गणना की रिपोर्ट आने के बाद बिहार विधानसभा और बिहार विधान परिषद् में उस पर चर्चा की गई और उसके आधार पर सभी वर्गों की स्थिति को ध्यान में रखकर आरक्षण की सीमा को बढ़ाकर 75 प्रतिशत तक किया गया। दोनों सदनों से यह विधेयक सर्वसम्मति से पारित कराया गया और इसका गजट प्रकाशित हो चुका है। सभी विभाग इसको ध्यान में रखते हुए आरक्षण अधिनियम के प्रावधानों को पूर्णतः लागू करें ताकि लोगों को इसका तेजी से लाभ मिले।

सीएम ने कहा कि कानून व्यवस्था को बेहतर बनाया गया है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि राज्य में लॉ एंड ऑर्डर को हर स्थिति में कायम रखें। जो भी व्यक्ति गड़बड़ करते हैं चाहे वे कोई भी हों उन पर सख्त कार्रवाई करें। समाज में प्रेम और भाईचारे का माहौल कायम किया गया। उन्होंने कहा कि मंदिर और कब्रिस्तान की घेराबंदी कराई गई है जो बचे हुए हैं उनकी घेराबंदी भी जल्द कराएं। राज्य में कई आईकोनिक बिल्डिंग बनाई गई है। कई नये सरकारी भवनों बनाए गए हैं। सभी का ठीक ढंग से मेंटेनेंस करवाएं। बेहतर पथों के निर्माण के साथ-साथ उसका मेंटेनेंस भी जरूरी है। उन्होंने कहा कि बच्चों को हर हालत में बेहतर शिक्षा जरूरी है। स्कूलों में पठन-पाठन का कार्य बेहतर ढंग से कराएं। साथ ही सभी अभिभावकों को प्रेरित करें कि अपने बच्चों को नियमित रूप से स्कूल भेजें।

मुख्यमंत्री ने कहा कि जाति आधारित गणना में लोगों की आर्थिक स्थिति की भी गणना करायी गयी है जिसके आधार पर तय किया गया है कि प्रत्येक गरीब परिवार को दो लाख रुपये की राशि उपलब्ध कराई जाएगी। भूमिहीन परिवारों को मकान बनाने के लिए जमीन क्रय हेतु एक लाख रुपये की राशि उपलब्ध कराई जाएगी। सतत् जीविकोपार्जन योजना के प्रत्येक लाभार्थी को 2 लाख रूपये तक का लाभ दिया जायेगा। राज्य में अब तक 1 करोड़ 30 लाख जीविका दीदियां स्वयं सहायता समूह से जुड़ चुकी हैं, अब 1 करोड़ 50 लाख जीविका दीदियों को स्वयं सहायता समूह से जोड़ने का लक्ष्य रखा गया है। शहरों में भी अब स्वयं सहायता समूह का गठन किया जाएगा।

कहा कि वर्ष 2005 ई0 में सरकार में आने के बाद से राज्य सरकार सभी वर्गों के लिए न्याय के साथ विकास का कार्य कर रही है। सभी जाति एवं सभी वर्गों के हित के लिए सरकार लगातार काम कर रही है। उन्होंने कहा कि 12.5 प्रतिशत बच्चे स्कूल से बाहर थे, जिन्हें स्कूल पहुंचाया गया और अब स्कूल से बाहर रहने वाले बच्चों की संख्या आधे प्रतिशत से भी कम हो गयी है। जब सर्वे कराया गया तो पता चला कि पति-पत्नी में अगर पत्नी मैट्रिक पास है तो देश की प्रजनन दर 2 थी और बिहार की भी प्रजनन दर 2 थी। पति-पत्नी में अगर पत्नी इंटर पास है तो देश की प्रजनन दर 1.7 थी और बिहार की प्रजनन दर 1.6 थी। इसको ध्यान में रखते हुए लड़कियों की शिक्षा पर हमने काफी जोर दिया। लड़कियों के शिक्षित होने से राज्य की प्रजनन दर घटी है। महिलाओं के शिक्षित होने से न सिर्फ उनका भला होता है बल्कि पूरे परिवार एवं समाज का भला होता है। उन्होंने कहा कि राज्य में काफी संख्या में सड़कों और पुल-पुलियों का निर्माण कराया गया। राज्य के किसी भी हिस्से से पटना पहुंचने के लिए 6 घंटे का लक्ष्य प्राप्त कर लिया गया और अब 5 घंटे के लक्ष्य पर काम किया जा रहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार से झारखंड के अलग होने के बाद राज्य का हरित आवरण क्षेत्र करीब 9 प्रतिशत था। काफी संख्या में पौधारोपण कराया गया और राज्य का हरित आवरण क्षेत्र अब 15 प्रतिशत से अधिक हो गया है। पहाड़ी क्षेत्रों में भी पौधों के बीजों का छिड़काव कर पौधारोपण किया गया। जल संरक्षण और हरियाली को बढ़ावा देने के लिए जल-जीवन-हरियाली अभियान चलाया जा रहा है। हर घर तक बिजली पहुंचा दी गई है। लोगों की स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर सरकार द्वारा कई कार्य किए गए हैं। राज्य में शराबबंदी लागू की गई जिससे समाज का वातावरण बदला है। नीरा के उत्पादन को बढ़ावा दिया जा रहा रहा है और उससे बने हुए प्रोडक्ट को भी प्रोत्साहित किया जा रहा है।

बैठक में मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, मुख्य सचिव आमिर सुबहानी, पुलिस महानिदेशक आर०एस० भट्टी, राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के अपर मुख्य सचिव ब्रजेश मेहरोत्रा, शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव के०के० पाठक, जल संसाधन विभाग के अपर मुख्य सचिव चैतन्य प्रसाद, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव सह गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ० एस० सिद्धार्थ, पथ निर्माण, आपदा प्रबंधन सह स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत, ग्रामीण विकास विभाग के सचिव डॉ० एन० सरवन कुमार, ग्रामीण कार्य विभाग के सचिव पंकज कुमार पाल, गृह विभाग के सचिव के० सेंथिल कुमार, अपर पुलिस महानिदेशक, मुख्यालय जे०एस० गंगवार, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार, मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन विभाग के सचिव विनोद सिंह गुंजियाल, सामान्य प्रशासन विभाग के सचिव मो० सोहेल, भवन निर्माण विभाग के सचिव कुमार रवि सहित अन्य वरीय अधिकारी उपस्थित थे।

लखीसराय और वैशाली में हुई गोलीबारी को लेकर बीजेपी सरकार पर हुई हमलावर, प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने कही यह बात

डेस्क : बीते सोमवार को छठ के समापन के दिन प्रदेश के लखीसराय और वैशाली जिले में दो बड़ी आपराधिक घटनाएं हुई। लखीसराय में सनकी दामाद ने ही अपने ससुराल वालों को निशाना बनाते हुए 6 लोगों को गोली मार दी। जिसमें तीन लोगों की मौत हो गई। 

इधर इन दोनो घटनाओं को लेकर प्रदेश की मुख्य विपक्षी पार्टी बीजेपी सरकार पर हमलावर है। भाजपा अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने कहा है कि इस बार छठ महापर्व के दौरान लखीसराय और वैशाली में गोलीबारी हुई। सीतामढ़ी और गोपालगंज में जहरीली शराब से कई लोगों की मौत हो गई। हकीकत है कि सत्ताधारी दल से बिहार नहीं संभल रहा है।

मीडिया से बातचीत में प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि आमतौर पर छठ के चार दिवसीय अनुष्ठान के दौरान अपराधी, माफिया शांत रहते हैं। लेकिन इस बार पावन पर्व छठ पर भी माफिया, अपराधी सक्रिय रहे। लखीसराय में एक परिवार के नरसंहार की कोशिश की गई। इस घटना में एक ही परिवार के तीन लोगों की मौत हो गई और अपराधी को पकड़ने में पुलिस विफल है। सीतामढ़ी और गोपालगंज में इस दौरान जहरीली शराब से 10 से अधिक घर उजड़ गए। पुलिस 10 से अधिक लोगों की मौत के बाद अब मामले को छिपाने की कोशिश कर रही है। 

प्रदेश अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि जब सरकार में बैठे लोगों को कुछ याद नहीं रहता तो फिर उनकी पुलिस का विश्वास लोगों में कहां रह पाएगा।

छठ महापर्व संपन्न होने के साथ ही यात्रियों के बिहार से लौटने का सिलसिला हुआ शुरू, आज पटना जंक्शन, दानापुर और राजगीर से खुलेगी स्पेशल ट्रेन

डेस्क : लोक आस्था के महापर्व छठ संपन्न होने के साथ यात्रियों के बिहार से लौटने का सिलसिला भी शुरू हो गया। दीपावली से लेकर छठ तक अपने-अपने घरों पर आए परदेश में रहने वाले लोग अब अपने-अपने काम-धंधे पर लौटने लगे है। हालांकि सोमवार को छठ के समापन के बाद पहले दिन सुबह में विशेष ट्रेनों में अपेक्षाकृत भीड़ कम रही। लेकिन देर शाम नियमित ट्रेनों में अच्छी खासी भीड़ देखी गई। 

पटना जंक्शन और दानापुर से अलग-अलग शहरों के लिए 11 विशेष ट्रेनों का परिचालन किया गया। पटना से हैदराबाद, आनंद बिहार टर्मिनल, सिकंदराबाद जबकि दानापुर से पुणे, कोटा, सिकंदराबाद, बेंगलुरु और साबरमती के लिए ट्रेनें चलाई गईं।

आज पटना जंक्शन, दानापुर और राजगीर से खुलेगी स्पेशल ट्रेन 

वहीं आज मंगलवार को विभिन्न शहरों के लिए सात विशेष ट्रेन चलेगी। इनमें पटना जंक्शन से आनंद बिहार टर्मिनल, पुरी और अहमदाबाद के लिए ट्रेनों का परिचालन होगा। वहीं दानापुर स्टेशन से बेंगलुरु व वॉलसड जबकि राजगीर से आनंद बिहार टर्मिनल के लिए विशेष ट्रेन चलेगी। सोमवार को ट्रेन के अंदर भीड़-भाड़ जैसी स्थिति नहीं थी। 

महाप्रबंधक ने लिया व्यवस्था का जायजा 

पूर्व मध्य रेल के महाप्रबंधक अनिल कुमार खंडेलवाल ने सोमवार को पटना जंक्शन का औचक निरीक्षण कर अधिकारियों को यात्रियों की सुरक्षा एवं सुविधा को लेकर निर्देश दिए। वहीं पटना जंक्शन के प्लेटफार्म नंबर 1 से चार बजे शाम को खुलने वाली गाड़ी संख्या 02353 के यात्रियों के बीच फूड पैकेट, बिस्किट और पानी की बोतलों का वितरण किया। वहीं यात्रियों से मिलकर रेलवे द्वारा उपलब्ध कराई जा रही सुविधा को लेकर उनका फीडबैक भी लिया। इस दौरान दानापुर रेल मंडल के डीआरएम जयंत कुमार चौधरी भी उनके साथ रहे। दोनों अफसरों ने स्टेशन परिसर में बने अस्थाई प्रतीक्षालय में मौजूद यात्रियों से भी बात की। 

कंट्रोल रूम से स्टेशन परिसर की गतिविधियों का जायजा सीसीटीवी के जरिए लिया। इस दौरान कई यात्री फुट ओवरब्रिज पर खड़े दिखे। जीएम ने अफसरों को निर्देश दिया कि किसी भी हाल में कोई यात्री फुटओवरब्रिज पर खड़ा न रहे। प्लेटफार्म संख्या एक पर खड़ी एक वृद्ध महिला से भी उन्होंने बात की। महिला ने बताया कि नालंदा से छठ मना कर लौट रही हैं और उन्हें हावड़ा जाना है। उन्होंने महिला को फूड पैकेट, पानी की बोतल और बिस्किट दिलवाया।

लखीसराय गोली कांड अपडेट : मरने वालों की संख्या बढ़कर हुई 3, घर के दामाद पर ही घटना को अंजाम दिए जाने का आरोप

डेस्क : लखीसराय में आज सोमवार के सुबह-सुबह एक ही परिवार पर हुए गोलीकांड मामले में बड़ा अपडेट सामने आया है। घटना में जहां अब मरने वालों की संख्या बढ़कर तीन हो गई है। वहीं घटना को अंजाम देने का आरोप दामाद पर लग रहा है। 

लखीसराय एसपी की मानें तो गोली मारनेवाला घर का दामाद है और उस घर की बेटी से पांच साल पहले शादी हुई थी। लेकिन पिछले कुछ माह दंपती में झगड़ा चल रहा था। एसपी ने बताया कि इस घटना में शामिल आरोपी का नाम आशीष चौधरी है, जिसकी गिरफ्तारी के लिए सभी थानों की पुलिस को ड्यूटी पर लगाया गया है। जो कि पंजाबी मोहल्ले में मृतकों के परिवार के पड़ोस में ही रहता था। वहीं अब इस गोलीकांड में मरनेवालों की संख्या तीन हो गई है।

बता दें लोक आस्था के महापर्व छठ के आज समापन के साथ ही बेखौफ अपराधियों ने लखीसराय में बड़ी घटना को अंजाम दिया है। जहा कबैया थाना क्षेत्र के पंजाबी मुहल्ला में सुबह-सुबह अपराधियों ने अंधाधुंध फायरिंग की। जिसमें एक ही परिवार के छह लोग घायल हो गए। जिसमें दो सगे भाइयों की मौत हो गई है। वहीं चार लोगों गंभीर हालत में पीएमसीएच रेफर किया गया है।

मिली जानकारी के अनुसार स्थानीय निवासी शशि भूषण के परिवार पर अपराधियों ने हमला किया और अंधाधुंध फायरिंग की। जिसमें शशिभूषण झा के दो बेटे चंदन झा एवं राजेंद्र झा की मौत गोली लगने से हो गई जबकि खुद शशिभूषण झा, इनके एक और बेटे दुर्गा झा, बहु लवली देवी पत्नी राजनंदन झा एवं प्रीति देवी पत्नी कुंदन झा गोली लगने से जख्मी हैं।  

बताया जाता है कि सभी लोग सुबह अर्घ्य देकर वापस लौट रहे थे। घर के करीब पहुंचने पर एक शख्स ने फायरिंग की गई है। आपसी रंजिश में गोली मारने की बात सामने आ रही है। जहां फायरिंग हुई वहां केवल खून ही खून दिखाई दे रहा हैं। पूरे इलाके में दहशत का माहौल व्याप्त है।

बड़ी खबर : लखीसराय में बेखौफ अपराधियों ने छठ का अर्घ्य देकर लौट रहे एक ही परिवार के 6 लोगों को मारी गोली, 2 की मौत 4 की हालत गंभीर

डेस्क : लोक आस्था के महापर्व छठ के आज समापन के साथ ही बेखौफ अपराधियों ने लखीसराय में बड़ी घटना को अंजाम दिया है। जहा कबैया थाना क्षेत्र के पंजाबी मुहल्ला में सुबह-सुबह अपराधियों ने अंधाधुंध फायरिंग की। जिसमें एक ही परिवार के छह लोग घायल हो गए। जिसमें दो सगे भाइयों की मौत हो गई है। वहीं चार लोगों गंभीर हालत में पीएमसीएच रेफर किया गया है।

मिली जानकारी के अनुसार स्थानीय निवासी शशि भूषण के परिवार पर अपराधियों ने हमला किया और अंधाधुंध फायरिंग की। जिसमें शशिभूषण झा के दो बेटे चंदन झा एवं राजेंद्र झा की मौत गोली लगने से हो गई जबकि खुद शशिभूषण झा, इनके एक और बेटे दुर्गा झा, बहु लवली देवी पत्नी राजनंदन झा एवं प्रीति देवी पत्नी कुंदन झा गोली लगने से जख्मी हैं।  

बताया जाता है कि सभी लोग सुबह अर्घ्य देकर वापस लौट रहे थे। घर के करीब पहुंचने पर एक शख्स ने फायरिंग की गई है। आपसी रंजिश में गोली मारने की बात सामने आ रही है। जहां फायरिंग हुई वहां केवल खून ही खून दिखाई दे रहा हैं। पूरे इलाके में दहशत का माहौल व्याप्त है। 

पुलिस ने घर पर आकर परिवार के सदस्यों से पूछताछ की। सनकी ने किस कारण से इस घटना को अंजाम दिया है इसका अभी पता नहीं चल सका है। पुलिस हर स्तर से जांच कर रही है। वहीं डीएम अमरेंद्र कुमार, एसपी पंकज कुमार, एएसपी रौशन कुमार पुलिस बल के साथ पहुंचे हैं।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने परिवार के साथ मनाया महापर्व छठ, उदयमान सूर्य को अर्घ्य देकर राज्य के लिए तरक्की की कामना की

डेस्क : लोक आस्था के चार दिवसीय छठ महापर्व का आज उगते हुए सूर्य के अर्ध्य के साथ समापन हो गया। यह महापर्व बीते शुक्रवार को नहाय-खाय के साथ शुरू हुआ था। शनिवार की शाम को छठव्रतियों ने भगवान सूर्य की पूजा कर तथा उन्हें भोग अर्पित कर खरना का प्रसाद ग्रहण किया था। इसके साथ ही आज सोमवार को उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देने तक 36 घंटे का निर्जला व्रत आरंभ हो गया था। 

बीते रविवार को अस्तचगामी सूर्य को पहला अर्घ्य दिया गया था और आज सोमवार को उदयगामी सूर्य को अर्ध्य समर्पित करने के बाद व्रर्तियों द्वारा अन्न-जल ग्रहण करने के साथ ही इस महापर्व का समापन हो गया। 

इधर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज सोमवार को अपने सरकारी निवास एक अन्ने मार्ग में अपने परिजनों के साथ छठ महापर्व मनाया। इस दौरान उन्होंने उदयमान सूर्य को अर्घ्य दिया। ये आयोजन पूरी तरह पारिवारिक था। जिसमें नीतीश के भाई और बहनों का पूरा परिवार शामिल था। 

इस मौके पर सीएम नीतीश कुमार ने राज्य की तरक्की की कामना की और कहा कि यह अनुशासन का पर्व है। व्रती साफ मन से डूबते और सूर्य को अर्घ्य अर्पित करते हैं। सूर्य देव से राज्य की प्रगति, सुख- समृद्धि की प्रार्थना करता हूं।

आपको बताते चलें कि, छठ महापर्व के सफल तथा निर्विघ्न आयोजन के लिए शासन-प्रशासन की और से पुख्ता इतंजाम किये गए थे। सभी छठ घाटों पर मजिस्ट्रेट की तैनाती की गई थी। राज्यभर में 4000 से अधिक छठ घाट सरकार के नगर विकास विभाग द्वारा तैयार किये गये थे। वहीं इससे बड़ी तादाद में समाजिक संगठनों द्वारा भी अर्ध्य के लिए तालाबा और पोखर तैयार किये गये थे। जहां छठ व्रर्तियों ने भगवान भास्कर को अर्ध्य दिया।

उदयमान सूर्य को अर्ध्य के साथ लोक आस्था के महापर्व छठ का हुआ समापन, राज्य में तकरीबन 80 लाख से अधिक परिवारों ने किया यह व्रत

डेस्क : लोक आस्था के चार दिवसीय छठ महापर्व का आज उगते हुए सूर्य के अर्ध्य के साथ समापन हो गया। यह महापर्व बीते शुक्रवार को नहाय-खाय के साथ शुरू हुआ था। शनिवार की शाम को छठव्रतियों ने भगवान सूर्य की पूजा कर तथा उन्हें भोग अर्पित कर खरना का प्रसाद ग्रहण किया था। इसके साथ ही आज सोमवार को उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देने तक 36 घंटे का निर्जला व्रत आरंभ हो गया था। 

बीते रविवार को अस्तचगामी सूर्य को पहला अर्घ्य दिया गया था और आज सोमवार को उदयगामी सूर्य को अर्ध्य समर्पित करने के बाद व्रर्तियों द्वारा अन्न-जल ग्रहण करने के साथ ही इस महापर्व का समापन हो गया। 

आपको बताते चलें कि, छठ महापर्व के सफल तथा निर्विघ्न आयोजन के लिए शासन-प्रशासन की और से पुख्ता इतंजाम किये गए थे। सभी छठ घाटों पर मजिस्ट्रेट की तैनाती की गई थी। राज्यभर में 4000 से अधिक छठ घाट सरकार के नगर विकास विभाग द्वारा तैयार किये गये थे। वहीं इससे बड़ी तादाद में समाजिक संगठनों द्वारा भी अर्ध्य के लिए तालाबा और पोखर तैयार किये गये थे। जहां छठ व्रर्तियों ने भगवान भास्कर को अर्ध्य दिया।  

एक बार फिर इस महापर्व में सामूहिकता बोध उदाहरण के रूप में दिखने को मिला। छठ महापर्व में शामिल होने के लिए दूर देश व प्रदेशों से स्वजन भी अपने-अपने गांव आ पहुंचे। जो परदेसी नहीं आ पाये, वे छठ पर्व के बिहार के इस अनमोल संस्कार को वहीं जीवंत बनाया हैं।

माथे पर दउरा लेकर छठ घाट पहुंचे केन्द्री गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय, अस्ताचलगामी सूर्य को दिया अर्ध्य, प्रदेशवासियों के समृद्धि की कामना की

डेस्क : चार दिवसीय लोक आस्था के महापर्व छठ के आज तीसरे दिन डूबते सूर्य को अर्ध्य दिया गया। राजधानी पटना के गंगा घाट से लेकर तालाबों और घरों पर लोगो पूरे श्रद्धा के साथ छठ व्रर्ती अस्तचलगामी भगवान सूर्य को अर्ध्य दिया। पूरा वातावरण भक्तिमय बना हुआ है। वहीं कल सुबह उगते हुए सूर्य यानी उदयगामी भगवान भास्कर को अर्घ्य देंगी। अस्ताचलगामी भगवान सूर्य को अर्घ्य देने के लिए छठव्रती और श्रद्धालु दोपहर बाद से ही छठ घाटों पर पहुंचने लगे थे। 

वही इस पावन अवसर पर केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय ने भी डूबते सूर्य को अर्घ्य दिया और छठ मईया से देश और प्रदेशवासियों की सुख शांति और समृद्धि की कामना की। केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय खुद माथे पर दउरा लेकर छठ घाट पहुंचे, जहां छठव्रतियों के अर्घ्य देने के बाद उन्होंने भी अर्घ्य दिया। 

नित्यानंद राय ने बिहार समेत देश के लोगों को छठ महापर्व की बधाई और शुभकामनाएं दी। इस दौरान छठ घाट पर केंद्रीय गृह राज्यमंत्री के साथ सेल्फी लेने वालों की भीड़ देखने को मिली। घाट पर मौजूद श्रद्धालु अपने नेता नित्यानंद राय के साथ सेल्फी लेने नजर आए। इस मौके पर लालगंज विधायक संजय सिंह मौजूद थे।

लोक आस्था का महापर्व छठ : सीएम आवास में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने डूबते भगवान सूर्य को अर्घ्य दिया, प्रदेश की सुख, शांति और समृद्धि की कामना की

डेस्क : चार दिवसीय लोक आस्था के महापर्व छठ के आज तीसरे दिन डूबते सूर्य को अर्ध्य दिया जा रहा है। राजधानी पटना के गंगा घाट से लेकर तालाबों और घरों पर लोगो पूरे श्रद्धा के साथ छठ व्रर्ती अस्तचलगामी भगवान सूर्य को अर्ध्य दे रहे है। पूरा वातावरण भक्तिमय बना हुआ है। वहीं कल सुबह उगते हुए सूर्य यानी उदयगामी भगवान भास्कर को अर्घ्य देंगी। अस्ताचलगामी भगवान सूर्य को अर्घ्य देने के लिए छठव्रती और श्रद्धालु दोपहर बाद से ही छठ घाटों पर पहुंचने लगे। 

इधर राजधानी पटना के एक अणे मार्ग स्थित सीएम आवास में भी पूरे धूमधाम के साथ छठ पर्व हो रहा है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सगे संबंधी छठ व्रर्त कर रहे है। वहीं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने डूबते हुए भगवान सूर्य को अर्घ्य दिया और प्रदेश की सुख, शांति और समृद्धि की कामना की। 

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने लोक आस्था के महापर्व छठ पूजा के अवसर पर बिहार वासियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि यह आत्मानुशासन का पर्व है। लोग शुद्ध अन्तःकरण एवं निर्मल मन से अस्ताचल और उदीयमान भगवान सूर्य को अर्घ्य अर्पित करते हैं। भगवान भास्कर से राज्य में प्रगति, सुख, समृद्धि और शांति के लिए प्रार्थना करता हूं।

महापर्व छठ को लेकर राजधानी पटना की बदली रहेगी आज से कल सुबह तक यातायात व्यवस्था, जानिए पूरा डिटेल

डेस्क : चार दिवसीय लोक आस्था के महापर्व छठ के आज तीसरे दिन डूबते सूर्य को अर्ध्य दिया जायेगा। इधर इस महापर्व को लेकर राजधानी पटना में सुरक्षा के साथ-साथ यातायात के भी व्यापक प्रबंध किये गए है। राजधानी पटना के अशोक राजपथ से मरीन ड्राइव तक यातायात व्यवस्था बदली रहेगी। 

आज 19 नवंबर की दोपहर 12 बजे से लेकर शाम के सात बजे तक और सुबह के अर्ध्य को लेकर रविवार की देर रात दो बजे से लेकर 20 नवंबर की सुबह आठ बजे तक पटना के यातायात में व्यापक बदलाव किया गया है। प्रतिबंधित इलाकों में सिर्फ एम्बुलेंस, दमकल और पुलिस की गाड़ियों का आवागमन हो सकेगा। करगिल चौक से पटनासिटी दीदारगंज तक किसी भी वाहनों का परिचालन नहीं किया जा सकेगा। वहां सिर्फ छठ व्रतियों के वाहन जा सकेंगे।

जेपी गंगा पथ (मरीन ड्राइव) पर सिर्फ आपातकालीन वाहन ही जा सकेंगे। जबकि अशोक राजपथ पर आम वाहनों का प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा। करगिल चौक से पूरब पटनासिटी दीदारगंज तक किसी भी प्रकार के वाहनों के परिचालन पर रोक है।

खजांची रोड से पटना व साइंस कॉलेज परिसर में केवल छठव्रतियों की गाड़ियां पार्किंग के लिए जा सकेंगी। ट्रैफिक एसपी पूरन कुमार झा ने बताया कि छठ व्रतियों के वाहन के खड़ा करने के लिए दीघा और कलेक्ट्रियट घाट पर बड़ी पार्किंग का प्रबंध किया गया है। उन्होंने अपील की है कि लोग परेशानी से बचने के लिए समय से पहले घाटों पर पहुंचे। घाट पर जाने के लिए अशोक राजपथ का प्रयोग करें।