*उगते सूर्य को अर्घ्य देकर महिलाओं ने किया पारण*


पूरा हुआ 36 घंटे का छठ पूजा व्रत भदोही में गंगा घाटों पर रही भारी भीड़

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। जिले के नगर समेत ग्रामीण अंचलों में सूर्य उपासना के चार दिवसीय कठिन महापर्व डाला छठ के आज चौथे दिन उगते हुए सूर्य को अर्घ देकर प्रति महिलाओं ने व्रत का पारण किया उगते हुए सूर्य को अर्घ देने के लिए महिलाएं अपने परिजनों के साथ 4:00 बजे भोर से ही गंगा घाटों की ओर रवाना हो गई ।

इस दौरान गंगा घाटों के सड़क पर मेला जैसा नजारा रहा । सुरक्षा व्यवस्था में पुलिस बल तैनाती की गई थी।

बता दें कि जिले में शुक्रवार को नहाए खाए के साथ चार दिवसीय कठिन महापर्व डाला छठ के आज चौथे दिन महिलाओं ने सुबह गंगा घाट पहुंच गई ।

गंगा घाट पहुंची महिलाओं ने दउरी में रखे प्रसाद को लेकर गंगा नदी में सुबह से खड़ी हो गई , जैसे ही भगवान सूर्य दिखाई दिए वैसे ही महिलाओं ने अर्घ देने के साथ विधी विधान से पूजन अर्चन किया । बता दे की महिलाओं का आज 36 घंटे की तपस्या पूरी हुई ।

ठंड के मौके में भी महिलाओं का अस्था ठंड पर भारी दिखा । सुबह से ही गंगा नदी में ठंडे पानी में महिलाएं खड़ी रही। गंगा घाटों पर सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर काफी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई थी ।

जिले के सीतामढ़ी गंगा घाट ,रामपुर गंगा घाट, महाराजगंज गंगा घाट ,भोगाव गंगा घाट समेत ज्ञानपुर के ज्ञान सरोवर पर सुबह की महिलाएं उगते हुए सूर्य को अर्घ देने के लिए ठंडे जल में खड़ी होकर भगवानपुर के निकलने का इंतजार करती रही और जैसे ही भगवान सूर्य निकले अर्घ देकर अपने व्रत का पारण किया ।बता दें कि जनपद में ठंड पढ़नी शुरुआत हो गई है जिससे लोगों की दिनचर्या जहां विलंब से शुरू हो रही है ।

वैसे में कठिन व्रत रखने वाली महिलाओं ने आज 4: बजे भोर से ही गंगा घाट पर पहुंच गई । गंगा घाट पहुंची महिलाओं ने गंगा नदी में खड़ी होकर उगते हुए भगवान सूर्य का इंतजार किया।

ठंडे पानी में महिलाओं को खड़ा दे लोगों में चर्चा रहा की आस्था एक ऐसी चीज है की जो हर मौसम पर भारी पड़ सकती है । जिसका उदाहरण गंगा नदी में खड़ी महिलाएं हैं जो इस ठंड के मौसम में ठंडे पानी में खड़ी होकर भगवान सूर्य की पूजा कर रही है ।

छठ महापर्व पर रविवार को डूबते सूर्य को अर्घ्य देकर पूजा अर्चना की गई

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। मन में श्रद्धा और भक्ति का उल्लास और छठी मइया से परिवार के सुख-समृद्धि की कामना को लेकर व्रती महिलाओं ने रविवार को अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य दिया। महिलाओं की अगाध श्रद्धा और कठोर तप वाले पर्व पर घाटों पर आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा।

 निराजल व्रत रखने वाली महिलाओं ने घुटने भर पानी में खड़े होकर अस्त होते भगवान भास्कर को जल अर्पित किया तो पूरा परिसर छठी मइया के जयकारे से गूंज उठा। लोक आस्था के महापर्व छठ पूजा को लेकर रविवार की दोपहर बाद से ही लोग गाजे-बाजे के साथ नदी और तालाबों पर पहुंचने लगे। 

दिव्य प्रकाश और छठी मइया के गीतों ने पूरे वातावरण को भक्तिमय बना दिया। छठी मइया के पारंपरिक और नए लोक गीतों को गाती-गुनगुनाती महिलाए हाथों में दीप लिए घाटों पर पहुंची। पीछे-पीछे सिर पर दउरा और कांधे पर ईख लेकर चल रहे पुरुष भी छठी मइया की भक्ति में तल्लीन दिखे।

 तेजस्वी पुत्र और परिवार की सुख समृद्धि की कामना को लेकर नगर से लेकर गांव-देहात तक महिलाओं ने निराजल व्रत रखा था।जिले के रामपुर, सीतामढ़ी, धनतुलसी घाट, कलिजरा, भोगांव, पारीपुर, फुलौरी, इटहरा, बेरवा पहाड़पुर, पुरवां, जगन्नाथपुर सहित ज्ञानसरोवर और अन्य ताल तलैया पर चार बजे के बाद से ही व्रती महिलाओं की भीड़ जुटने लगी।

 शाम होते-होते घाटों पर पैर रखने की जगह नहीं बची। अपनी-अपनी वेदियों के सामने पूजन सामग्री रख व्रती महिलाएं नदी में पश्चिम मुख किए खड़ी थी, तो साथ के लोग घाट पर थे। अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य देने का समय आया, तो सभी के हाथ आगे बढ़ते गए। व्रती महिलाओं के साथ परिवार के अन्य सदस्यों ने अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य दिया।

 वेदियों पर पूजन-अर्चन के बाद दीप जलाए गए। दीप जलते नदी के घाट जगमगा उठे। विद्युत झालरों से सजे घाट दुधिया रोशनी से नहा उठे। इस दौरान घाटों पर भीड़ पर नजर रखने के लिए पुलिस के पुख्ता इंतजाम किए गए थे।मान्यता के अनुसार छठ देवी सूर्य देव की बहन हैं और उन्हीं को प्रसन्न करने के लिए भगवान सूर्य की आराधना की जाती है।

 व्रत करने वाले मां गंगा और यमुना या किसी नदी या जलाशयों के किनारे आराधना करते हैं. इस पर्व में स्वच्छता और शुद्धता का विशेष ख्याल रखा जाता है. वहीं, पुराणों में मां दुर्गा के छठे रूप कात्यायनी देवी को भी छठ माता का ही रूप माना जाता है. छठ मईया को संतान देने वाली माता के नाम से भी जाना जाता है. माना जाता है कि ये व्रत संतान प्राप्ति और संतान की मंगलकामना के लिए रखा जाता है।

कालीन नगरी में लोगों पर किक्रेट का बुखार, घरों से लेकर दुकानों में देखा जाएगा मैच

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। पुरुष क्रिकेट विश्वकप का फाइनल मुकाबला आज रविवार को खेला जाएगा। इसे लेकर लोगों के सिर पर खुमार छाया हुआ है। कुछ लोग मोबाइल पर घर में जबकि अधिकांश लोग दुकानों व सार्वजनिक स्थलों पर टीवी पर दोस्तों के साथ मैच का आनंद लेंगे। उधर, सुरक्षा को लेकर पुलिस के जवान भी चक्रमण करते रहेंगे।

बता दें कि इस साल विश्व कप की मेजबानी कर रहे भारत ने अभी तक के अपने सभी मैचों को जीतने का काम किया है। कप्तान रोहित शर्मा,विराट कोहली,श्रेयस अय्यर, केएल राहुल,शुभमन गिल, मोहम्मद शमी, जसप्रीत बुमराह, रवींद्र जडेजा, और कुलदीप यादव ने अच्छा प्रदर्शन किया है। पूर्व क्रिकेटर शिवाकांत यादव, इरशाद खां, अशोक सिंह, ने बताया कि रविवार का मुकाबला काफी कड़ा होने जा रहा है।

ऑस्ट्रेलिया की टीम बड़े मैचों में हमेशा अच्छा प्रदर्शन करती हैं। ऐसे में भारत को संभल कर खेलना होगा। कहा कि घर पर ही मोबाइल में मैच का आनंद लिया जाएगा। उधर,हरिनाथ यादव,लालमन,का कहना था कि मैच का आनंद दोस्तों संग आता है। ऐसे में दुकान व प्रतिष्ठान पर टीवी पर मैच देखा जाएगा। तीसरी बार कप हासिल करने के लिए भारत को संभल कर खेलना होगा अन्यथा अब तक किए गए पानी फिरना तय है।

भदोही के सभी तहसीलों में आयोजित हुआ संपूर्ण समाधान दिवस, जीएम ने कहा- शिकायतों का तत्काल कराया जाए निस्तारण

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही- जनपद के सभी तहसीलों में आयोजित किया गया तहसील ज्ञानपुर में आयोजित सम्पूर्ण समाधान दिवस में फरियादियों की शिकायतों को जिलाधिकारी गौरांग राठी, मुख्य विकास अधिकारी यशवंत कुमार सिंह, मुख्य चिकित्साधिकारी संतोष कुमार चक व एसडीएम ज्ञानपुर ने गंभीरता से सुनकर निस्तारण किया। सम्पूर्ण समाधान दिवस के इसी क्रम में तहसील भदोही में अपर जिलाधिकारी वित्त राजस्व कुँवर वीरेंद्र मौर्य व तहसील औराई में अपर जिलाधिकारी न्यायिक शिव नारायण सिंह की अध्यक्षता में संपूर्ण समाधान दिवस का आयोजन किया गया। जनपद के सभी तहसीलों में समाधान दिवस के अंतर्गत अधिकारियो द्वारा सम्पूर्ण समाधान दिवस में उपस्थित होकर फरियादियों की समस्याओ को सुनकर गुणवत्तापूर्ण निस्तारण किया गया।

जिलाधिकारी गौरांग राठी ने सम्पूर्ण सम्पूर्ण समाधान दिवस में आये शिकायतों के निस्तारण व फीडबैक की जानकारी ली। जिलाधिकारी ने कहा कि सम्पूर्ण समाधान दिवस पर प्राप्त प्रार्थना पत्रों को अधिकारी गुणवत्तापूर्ण ढंग से एक सप्ताह के अन्दर निस्तारण कराना सुनिश्चित कराये। ससमय एवं गुणवत्तापूर्ण निस्तारण न पाये जाने पर सम्बन्धित अधिकारी/कर्मचारी के विरूद्ध कठोर कार्यवाही की जायेगी।

जिलाधिकारी ने सभी तहसीलदारों को निर्देशित किया कि जो मामले या विवाद बार बार आ रहे है, उनकी सूची बनाकर पुलिस के साथ मिलकर मामले का निस्तारण करना सुनिश्चित करायें। सम्पूर्ण समाधान दिवस में उपस्थित होकर सभी संबंधित अधिकारियों ने फ़रियादियों की समस्याओ को गंभीरता से सुनकर निस्तारण किया।

जनपद के सभी तहसीलों में जिलाधिकारी के निर्देश के क्रम में लगायें गये विभिन्न कैम्पो- बाल विकास पुष्टाहार विभाग, आयुष्मान गोल्डेन कार्ड, परिवार नियोजन, समाज कल्याण विभाग द्वारा वृद्धावस्था पेंशन, महिला कल्याण विभाग द्वारा महिलाओं एवं बालिकाओं के उन्ययन हेतु विविध योजना मिशन शक्ति, राजस्व विभाग हेल्प डेस्क, जागरूकता हेतु लगाये गये। तहसील ज्ञानपुर में लगाये गये कैम्प का जिलाधिकारी व मुख्य विकास अधिकारी ने निरीक्षण करते हुयें उनके द्वारा लाभार्थियों को दी जाने वाली योजनाओं एवं सुविधाओं की जानकारी ली।जिलाधिकारी व मुख्य विकास अधिकारी के समक्ष विभिन्न विभागो से सम्बन्धित तहसील ज्ञानपुर में कुल 32 फरियादियो के द्वारा अपनी समस्याओ से अवगत कराया गया जिसमें से उनके द्वारा 06 प्रार्थना पत्रो को मौके पर ही निस्तारित करते हुये शेष प्रार्थना पत्रो को सम्बन्धित विभाग के अधिकारियो को निर्धारित समय सीमा के अन्दर गुणवत्तापूर्ण ढंग से निस्तारित करने का निर्देश दिया गया। इसी क्रम में तहसील भदोही में अपर जिलाधिकारी वित्त राजस्व द्वारा 77 में से 11 का निस्तारण तथा तहसील औराई में अपर जिलाधिकारी न्यायिक द्वारा 33 प्रार्थना पत्रो में से 04 का निस्तारण किया गया।

त्यौहार पर बाजार में बढ़े सब्जियों के दाम

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही- ठंड का सीजन होने के बाद भी आम आदमी की थाली से पौष्टिक सब्जियां इन दिनों गायब हैं। उसका बड़ा कारण गत माह हुई बारिश के कारण फसलों को नुकसान और मांगलिक कार्यक्रमों के बीच अधिक मांग को बताया जा रहा है। रोज मर्रा की सब्जियों के दामों को सुनकर ही आम आदमी को ठंड में पसीने छूट रहे हैं। सरकार व प्रशासन से इस पर अंकुश लगाने की मांग की गई है।

बता दें कि इन दिनों हिन्दू व मुस्लिम दोनों समाज में शादियों की धूम मची हुई है। मंडी से बाजारों में सब्जी पहुंचने के बाद कुछ ही देर बाद गायब हो जाती है। उत्पादन से अधिक खपत देखी जा रहा है। डेंगू बुखार ने वैसे ही आम आदमी की कमर तोड़ने का काम किया है। मंदी व महंगाई के बीच किसी तरह लोग जीविकाओं कर रहे हैं। उत्तम स्वास्थ्य के लिए दूध, दही, मोटा अनाज, के साथ थाली में सब्जियों का होना नितांत आवश्यक है।

लालचंद मौर्य ने कहा कि गत माह अक्टूबर में हुई बारिश के कारण सब्जियों के उत्पादन पर असर पड़ा था। इन दिनों बाजार में अधिक मांग है, जबकि उत्पादन कम। बताया कि महंगी सब्जी का फायदा दुकानदार अधिक उठाने का काम करते हैं। किसानों को अधिक दाम नहीं मिल पाता है।

पांच पिकअप वाहन से 22 गोवंश बरामद, आठ तस्कर गिरफ्तार

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही- हाईवे पर गो तस्करी के खिलाफ सुबह पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की। पांच अलग-अलग पिकअप से 22 गोवंश को बरामद किया। आठ तस्करों को गिरफ्तार कर उनके पास से पांच चापड़ बरामद किए।

एसपी डॉ. मीनाक्षी कात्यायन के निर्देश पर तस्करी के खिलाफ थानों की पुलिस अलर्ट मोड में है। की सुबह गोपीगंज थाने की पुलिस ने अमवां फ्लाईओवर के पास पांच पिकअप से क्रूरतापूर्वक वध के लिए ले जाए जा रहे कुल 22 राशि गोवंश को बरामद किया। गौ तस्कर तस्कर महेंद्र यादव निवासी रसार, हंडिया प्रयागराज, मनोज सरोज निवासी चेतगंज बाजार चील्ह मिर्जापुर, विशंशु पकरी विंडमगंज सोनभद्र, सूरज चंद्रवंशी निवासी हिबही विंडमगंज सोनभद्र, मिथिलेश निवासी जोड़ो खाड़ सोनभद्र, सुनील यादव निवासी घूमा सोनभद्र, अमलेश यादव और कमलेश कुमार निवासी जोडूखाड़ सोनभद्र को गिरफ्तार किया। गिरफ्तारी टीम में प्रभारी निरीक्षक संतोष श्रीवास्तव, हीरालाल वर्मा, कमल कुमार राव, शक्ति पाल आदि रहे।

व्रती महिलाओं की आगवानी में संवारे घाट, खरना आज

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही- लोक आस्था का महापर्व डाला छठ शुक्रवार को नहाय-खाय शुरू हो गया। पहले दिन व्रती महिलाओं पूरे घर की साफ-सफाई की और गंगाजल से धोकर शुद्ध किया। इसके बाद विधिवत पूजा पाठ शुरू की। दूसरी तरफ व्रती महिलाओं की आगवानी को छठ घाट सज-संवर कर तैयार हो गए हैं। रंग-बिरंगी लाइटों से सजे घाटों को देखकर ऐसा लग रहा है कि मानों घाट किनारे स्वर्ग उतर आया हो।

जिले में लोक आस्था का महापर्व डाला छठ शुक्रवार को नहाय-खाय के साथ ही शुरुआत हो गई है। वैसे तो छठ पर्व कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि को मनाया जाता है, परन्तु दो दिन पहले से ही इसकी शुरुआत हो जाती है। शनिवार को खरना होगा और रविवार को अस्तांचलगामी सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा। वहीं उसके अगले दिन सोमवार को उगते सूर्य को अर्घ्य देने के साथ ही महापर्व का समापन हो जाएगा।

खरना के दिन से 36 घंटों का निर्जला उपवास शुरू हो जाता है, जो पारण के दिन उगते सूर्य को अर्घ्य देने के साथ खत्म होता है। जिले में 12 गंगा घाटों के साथ-साथ 134 तालाब और कुंडों पर छठ महाव्रत किया जाता है। प्रमुख रामपुर, सीतामढ़ी और डेंगूरपुर गंगा घाटों के अलावा सुरियावां के बावन बीघा तालाब के अलावा ज्ञानपुर के हरिहरनाथ स्थित ज्ञानसरोवर और औराई के कैयरमऊ, राजापुर, कंसापुर सहसेपुर पर हजारों की भीड़ जुटती है।

शुक्रवार को चार दिवसीय महोत्सव की शुरूआत हो गई। पहले दिन महिलाओं ने पूरे घर को गंगाजल व शुद्ध पानी से धोकर साफ-सफाई की। इसके बाद शुद्ध जल से महिलाओं ने लौकी-चावल बनाया और विधिवत छठी मइया की अराधना की प्रसाद ग्रहण किया। अब व्रती महिलाएं शनिवार की शाम खरना के दौरान खीर का प्रसाद ग्रहण कर 36 घंटे का कठिन व्रत शुरू करती हैं। ज्ञानपुर के ज्ञान सरोवर पर बाबा बर्फानी ग्रुप के सदस्यों ने पूरे घाट का रंगे-रोगन कर दिया गया है।

576 पेटी अवैध शराब को न्यायालय के आदेश पर किया गया नष्ट

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही - जिले में अवैध शराब तस्करी पर रोक लगाने को लेकर सुरियावा पुलिस ने बीते कुछ महीनो पूर्व 576 पेटी शराब पकड़ा था। जिसको आज उप जिला अधिकारी न्यायालय के आदेश पर सुरियावा थाना क्षेत्र के जोधराज तालाब पर मजिस्ट्रेट एवं पुलिस अधिकारियों के मौजूदगी में नष्ट कराया गया। इस दौरान काफी संख्या में स्थानीय लोगों की भी मौजूदगी रही।

बता दें की पुलिस अधीक्षक डॉक्टर मीनाक्षी कात्यान के निर्देश पर लगातार जनपद में तस्करी पर रोक लगाने को लेकर पुलिस सतर्क है । इस क्रम में सुरियावा थाना पुलिस ने बीते कुछ महीनो पूर्व चेकिंग के दौरान 576 पेटी अवैध शराब बरामद किया था। जिसको लेकर न्यायालय मजिस्ट्रेट ज्ञानपुर के आदेश पर आज सुरियावां थाना क्षेत्र के जोधराज तालाब पर उप जिला अधिकारी एवं क्षेत्र अधिकारी अजय चौहान समेत थाना प्रभारी विनोद दुबे के मौजूदगी में बयलट से 576 पेटी अवैध शराब को नष्ट कराया गया। जिसमें कुल नष्ट 5017 लीटर शराब बताया गया।

सुरियावा थाना क्षेत्र के जोधराज तालाब पर अचानक पुलिस फोर्स व अधिकारियों के गाड़ी पहुंचने पर स्थानीय लोगों की भीड़ लग गई। लोग कुछ अनहोनी की आशंका को लेकर काफी परेशान व चिंतित दिखाई दिए। किंतु जब पता चला कि पुलिस फोर्स उप जिला अधिकारी पकड़े गए शराब को नष्ट करने के लिए आए हैं तो स्थानीय लोगों को राहत मिली।

वंदन योजना से बदलेगा जिले के दो मंदिरों का स्वरूप

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। कालीन नगरी में सांस्कृतिक, धार्मिक और पौराणिक ऐतिहासिक मंदिरों का विकास कार्य किया जाएगा। जिले के दो मंदिर का चयन वंदन योजना में हुआ है। योजना के तहत इन मंदिरों का चहुंमुखी विकास होगा।

ज्ञानपुर के हरिहरनाथ मंदिर और घोसिया वार्ड संख्या छह में स्थित शिव मंदिर का स्वरूप बदला जाएगा। जिसमें कुल 17 बिंदुओं पर काम होगा। इसमें ढाई करोड़ रुपए खर्च होंगे। नगर पंचायत डीपीआर तैयार कर जल्द ही शासन को भेजेगा।

जिले के सांस्कृतिक, धार्मिक और पौराणिक महत्व वाले ऐतिहासिक मंदिरों के विकास के लिए शासन की ओर से प्रस्ताव मांगा गया था। अक्टूबर 2023 में वंदन योजना के तहत हर निकाय से दो - दो मंदिरों की सूची मांगी थी।

सख्त निर्देशादित किया गया था नाम उन्हीं मंदिरों को होनी चाहिए, जहां पर किसी प्रकार का विवाद न हो, डीएम स्तर पर गठित टीम ने निकाय क्षेत्र से से 14 मंदिर का नाम चुना था। जिसमें से शासन की ओर से ज्ञानपुर के हरिहरनाथ और घोसिया के शिव मंदिर का चयन हुआ है।

जिला प्रशासन व नगर पंचायत की ओर से संयुक्त रुप से डीपीआर तैयार किया जा रहा है। ज्ञानपुर नगर पंचायत ईओ राजेन्द्र कुमार दूबे ने बताया कि नगर से काकभुशुंडी मंदिर और हरिहरनाथ मंदिर का नाम भेजा गया था। जिसमें हरिहरनाथ का चयन वंदन योजना में हुआ है।

मंदिर के विकास को लेकर डीपीआर तैयार किया जा रहा है। जल्द ही इसे शासन को भेजा जाएगा।

ठेकुआ के बिना अधूरी है छठ पूजा, घर ही आटा पीसती हैं महिलाएं

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। लोक आस्था के महापर्व छठ शुक्रवार से नहाय-खाय शुरू हो जाएगा। चार दिनों तक चलने वाले इस महापर्व में व्रती महिलाएं परिवार की सुख-समृद्धि के लिए सूर्य देव की उपासना करती हैं। इस पूजा में शुद्धता का विशेष ध्यान रखा जाता है। खासकर छठी मइया को चढ़ाए जाने वाले प्रसाद को लेकर महिलाएं विशेष साफ-सफाई का ध्यान रखती हैं।

 छठी मइया की अराधना ठेकुआ प्रसाद के बिना अधूरा है। खास बात है कि महिलाएं इसे खुद के हाथों से घर पर पीसे आटे से तैयार करती हैं।लोक आस्था के महापर्व छठ पर बहुत से पकवान बनते हैं। खरना के दिन गुड़ और चावल की खीर बनता है। इसके अलावा अन्य दिनों कई तरह की सब्जियां बनाई जाती हैं।

 इस पूजा में एक चीज जो सबसे खास है वो है ठेकुआ। छठ महापर्व पर ठेकुआ क प्रसाद में खासतौर पर बनाया जाता है। यह प्रसाद छठी मैया के साथ सूर्य देवता को भी चढ़ाया जाता है। गेहूं के आटे, गुड़ और सूजी से बने इस प्रसाद को महिलाएं घर पर ही तैयार करती हैं। 

इसमें शुद्धता का विशेष ध्यान रखा जाता है। महिलाएं घर पर अपने हाथों से पीसे आटे से ही ठेकुआ का प्रसाद बनाती हैं। ज्ञानपुर के वार्ड नंबर नौ निवासी अनीता सिंह ने बताया कि ठेकुआ छठी मइया का विशेष प्रसाद होता है। इसके बिना छठ की पूजा अधूरी मानी जाती हैं। हमारे दादी के जमाने से ही हम छठ मनाते हैं।

 गेहूं को धोकर, सुखाकर इसे घर पर ही पीसा जाता है। जिसके बाद पूरी शुद्धता से ठेकुआ का प्रसाद बनाया जाता है।