लोक आस्था का महापर्व छठ : सीएम आवास में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने डूबते भगवान सूर्य को अर्घ्य दिया, प्रदेश की सुख, शांति और समृद्धि की कामना की

डेस्क : चार दिवसीय लोक आस्था के महापर्व छठ के आज तीसरे दिन डूबते सूर्य को अर्ध्य दिया जा रहा है। राजधानी पटना के गंगा घाट से लेकर तालाबों और घरों पर लोगो पूरे श्रद्धा के साथ छठ व्रर्ती अस्तचलगामी भगवान सूर्य को अर्ध्य दे रहे है। पूरा वातावरण भक्तिमय बना हुआ है। वहीं कल सुबह उगते हुए सूर्य यानी उदयगामी भगवान भास्कर को अर्घ्य देंगी। अस्ताचलगामी भगवान सूर्य को अर्घ्य देने के लिए छठव्रती और श्रद्धालु दोपहर बाद से ही छठ घाटों पर पहुंचने लगे। 

इधर राजधानी पटना के एक अणे मार्ग स्थित सीएम आवास में भी पूरे धूमधाम के साथ छठ पर्व हो रहा है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सगे संबंधी छठ व्रर्त कर रहे है। वहीं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने डूबते हुए भगवान सूर्य को अर्घ्य दिया और प्रदेश की सुख, शांति और समृद्धि की कामना की। 

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने लोक आस्था के महापर्व छठ पूजा के अवसर पर बिहार वासियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि यह आत्मानुशासन का पर्व है। लोग शुद्ध अन्तःकरण एवं निर्मल मन से अस्ताचल और उदीयमान भगवान सूर्य को अर्घ्य अर्पित करते हैं। भगवान भास्कर से राज्य में प्रगति, सुख, समृद्धि और शांति के लिए प्रार्थना करता हूं।

महापर्व छठ को लेकर राजधानी पटना की बदली रहेगी आज से कल सुबह तक यातायात व्यवस्था, जानिए पूरा डिटेल

डेस्क : चार दिवसीय लोक आस्था के महापर्व छठ के आज तीसरे दिन डूबते सूर्य को अर्ध्य दिया जायेगा। इधर इस महापर्व को लेकर राजधानी पटना में सुरक्षा के साथ-साथ यातायात के भी व्यापक प्रबंध किये गए है। राजधानी पटना के अशोक राजपथ से मरीन ड्राइव तक यातायात व्यवस्था बदली रहेगी। 

आज 19 नवंबर की दोपहर 12 बजे से लेकर शाम के सात बजे तक और सुबह के अर्ध्य को लेकर रविवार की देर रात दो बजे से लेकर 20 नवंबर की सुबह आठ बजे तक पटना के यातायात में व्यापक बदलाव किया गया है। प्रतिबंधित इलाकों में सिर्फ एम्बुलेंस, दमकल और पुलिस की गाड़ियों का आवागमन हो सकेगा। करगिल चौक से पटनासिटी दीदारगंज तक किसी भी वाहनों का परिचालन नहीं किया जा सकेगा। वहां सिर्फ छठ व्रतियों के वाहन जा सकेंगे।

जेपी गंगा पथ (मरीन ड्राइव) पर सिर्फ आपातकालीन वाहन ही जा सकेंगे। जबकि अशोक राजपथ पर आम वाहनों का प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा। करगिल चौक से पूरब पटनासिटी दीदारगंज तक किसी भी प्रकार के वाहनों के परिचालन पर रोक है।

खजांची रोड से पटना व साइंस कॉलेज परिसर में केवल छठव्रतियों की गाड़ियां पार्किंग के लिए जा सकेंगी। ट्रैफिक एसपी पूरन कुमार झा ने बताया कि छठ व्रतियों के वाहन के खड़ा करने के लिए दीघा और कलेक्ट्रियट घाट पर बड़ी पार्किंग का प्रबंध किया गया है। उन्होंने अपील की है कि लोग परेशानी से बचने के लिए समय से पहले घाटों पर पहुंचे। घाट पर जाने के लिए अशोक राजपथ का प्रयोग करें।

महापर्व छठ को लेकर पटना जिला प्रशासन ने सुरक्षा के किये है तगड़ा इंतजाम, बड़े घाटों पर ड्रोन से गतिविधियों पर रखा जाएगा नजर

डेस्क : चार दिवसीय लोक आस्था के महापर्व छठ के आज तीसरे दिन डूबते सूर्य को अर्ध्य दिया जायेगा। इधर पटना जिला प्रशासन की ओर से पहले और दूसरे अर्घ्य के दिन सुरक्षा के तगड़े इंतजाम किये गये हैं। बड़े घाटों पर ड्रोन से गतिविधियों पर नजर रखा जाएगा। कुल पांच हजार पुलिसकर्मियों को पटना के अलग-अलग गंगा घाटों पर तैनात किया गया है। 

वहीं जिलाधिकारी डॉ. चन्द्रशेखर सिंह और वरीय पुलिस अधीक्षक राजीव मिश्रा ने शनिवार को वरीय पदाधिकारियों के साथ छठ घाटों का निरीक्षण किया गया। तैयारियों और प्रबंधन का जायजा लिया गया।

पटना एसएसपी राजीव मिश्रा ने बताया कि दीदारगंज से लेकर दानापुर तक गंगा घाटों को 21 सेक्टरों में बांटा गया है। इन सभी घाटों पर हर विभाग के एक-एक नोडल ऑफिसर तैनात रहेंगे। पुलिस कप्तान ने बताया कि महकमे के सभी अफसरों को अलर्ट रहने के निर्देश दिये गये हैं। जिन घाटों पर अधिक भीड़ होगी वहां ज्यादा फोर्स की तैनाती की जायेगी। 

यातायात पुलिस की तैनाती भी भीड़ वाले इलाकों में की गई है। सीसीटीवी कैमरे से पुलिस सभी घाटों, सड़कों व चौक-चौराहों पर नजर रखेगी। सादे लिबास में भी पुलिस के जवानों को ड्यूटी पर लगाया गया है। घाट पर एसडीआरएफ-एनडीआरएफ की टीम रहेगी। घाटों पर काफी संख्या में महिला पुलिसकर्मी भी तैनात रहेंगी।

लोक आस्था के महापर्व छठ का पहला अर्ध्य आज, डूबते सूर्य को दिया जायेगा अर्ध्य

डेस्क : लोक आस्था के चार दिवसीय छठ महापर्व शुक्रवार को नहाय-खाय के साथ शुरू हुआ था। शनिवार की शाम को छठव्रतियों ने भगवान सूर्य की पूजा कर तथा उन्हें भोग अर्पित कर खरना का प्रसाद ग्रहण किया। इसके साथ ही सोमवार को उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देने तक 36 घंटे का निर्जला व्रत आरंभ हो गया। वहीं आज रविवार को अस्तचगामी सूर्य को पहला अर्घ्य और कल सोमवार को उदयगामी सूर्य को अर्ध्य समर्पित करने के बाद ही व्रती अब अन्न-जल ग्रहण करेंगे।

इधर बिहार में घर-घर में छठ के गीत गूंज रहे हैं और शक्ति के प्रमुख स्त्रत्तेत भुवन भास्कर के प्रति श्रद्धा तथा भक्ति-भाव से पूजन-अर्चन की तैयारी में हर आम-औ-खास जुटे हैं। जानकारी के मुताबिक, बिहार में तकरीबन 2.97 करोड़ परिवारों में से 80 लाख से अधिक परिवारों में छठ महापर्व मनाया जा रहा है।

आलम यह है कि एक-एक परिवार में चार-पांच तक व्रती हैं, जो जलाशयों में कर जोर समभाव से रविवार को अस्ताचलगामी तथा सोमवार को उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देंगे। राज्य के तमाम नदी, नहर, झील, तालाब, पोखर, सरोवरों के अलावा घरों की छतों पर सूर्यदेव को अर्घ्य देने की तैयारी है। शनिवार शाम खरना के साथ ही सभी छठव्रती नेम-निष्ठा के इस महापर्व की कठिन साधना में जुट गये। परिवार की महत्ता के साथ सामाजिक सद्भाव, प्रकृति के प्रति निष्ठा का संदेश देते इस महापर्व में खेत-खलिहान, नदी-पोखर, फल-फूल, पास-पड़ोस सभी की सहभागिता होगी। मौसम एवं मिट्टी से जुड़ाव प्रदर्शित होगा

अपनी माटी की खुशबू और अपनों का साथ से ही मनेगा आस्था का महापर्व छठ, देखिए दिल को छू लेने वाला वीडियो -
अपनी माटी की खुशबू और अपनों का साथ से ही मनेगा आस्था का महापर्व छठ, देखिए दिल को छू लेने वाला वीडियो

श्रद्धा,भक्ति,विश्वास और आस्था,का महापर्व है छठ,जाने इसका महत्व

छठ पूजा का सनातन धर्म में बड़ा धार्मिक महत्व हैं. इस पर्व पर व्रती भगवान सूर्य और छठ माता से प्रार्थना करते हैं और उनके आर्शीवाद की कामना करते हैं. साथ ही लोग सूर्य के प्रति अपना सम्मान और आभार भी व्यक्त करते हैं क्योंकि वो सभी जीवित प्राणियों को प्रकाश सकारात्मकता और जीवन प्रदान करते हैं.

छठ पूजा सनातन धर्म के प्रमुख त्योहारों में से एक हैं, जो बिहार, उत्तर प्रदेश, झारखंड, मध्य प्रदेश और पश्चिम बंगाल में मनाया जाता हैं. इस शुभ दिन पर, भक्त बड़ी श्रद्धा के साथ भगवान सूर्य और छठ माता की पूजा करते हैं. यह व्रत पूरी तरह से छठी मैया को समर्पित हैं. यह पर्व कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि से शुरू होता हैं और पूरे देश में धूमधाम से मनाया जाता हैं

इस साल यह पर्व 17 नवंबर से शुरू होगा और 20 नवंबर को समाप्त होगा. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, जो लोग इस व्रत को रखते हैं, उन्हें पवित्रता का खास ख्याल रखना चाहिए, जिससे बिना किसी बाधा के व्रत संपूर्ण हो सके. छठ पूजा का सनातन धर्म में बड़ा ही धार्मिक महत्व हैं. इस पर्व पर व्रती भगवान सूर्य और छठ माता से प्रार्थना करतें हैं और उनके आर्शीवाद की कामना करते हैं, क्योंकि वो सभी जीवित प्राणियों को प्रकाश, सकारात्मकता और जीवन प्रदान करते हैं.

छठ पूजा को सूर्य षष्ठी, डाला छठ, प्रतिहार और छठी के नाम से भी जाना जाता हैं.यह व्रत मुख्य रूप से महिलाओं द्वारा परिवार और बच्चों की सलामती के लिए रखा जाता हैं और वे सूर्योदय और सूर्यास्त के दौरान सूर्य और छठी मैया की प्रार्थना करती हैं.

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नियोजित शिक्षकों के लिए खुशखबरी, जल्द मिल सकता है राज्यकर्मी का दर्जा

डेस्क : बिहार के नियोजित शिक्षकों के लिए खुशखबरी है। राज्य के करीब चार लाख नियोजित शिक्षकों को राज्यकर्मी का दर्जा जल्द मिलने की उम्मीद है। 

इसके लिए नियमावली को शिक्षा विभाग ने अंतिम रूप दे दिया है। जिस पर राज्य सरकार से मंजूरी लेने की तैयारी है। शीघ्र ही इस पर मुहर लगने के आसार हैं।

सरकार की मंजूरी के बाद नियोजित शिक्षकों की सक्षमता परीक्षा लेकर उत्तीर्ण होने वालों को राज्यकर्मी का दर्जा दे दिया जाएगा। इसके बाद उन्हें बिहार लोक सेवा आयोग से बहाल शिक्षकों के समतुल्य वेतनमान और अन्य सुविधाएं मिलने लगेंगी।

मालूम हो कि विभाग ने बिहार विद्यालय विशिष्ट शिक्षक नियमावली, 2023 का प्रारूप 11 अक्टूबर को जारी किया था। इस पर सुझाव और आपत्ति की मांग की गई थी। एक लाख से अधिक के सुझाव विभाग को ई-मेल के द्वारा प्राप्त हुए। इन सुझावों पर विचार करने के बाद नियमावली को अंतिम रूप दिया गया है। 

सूत्रों के मुताबिक, शिक्षा विभाग ने नियोजित शिक्षकों की सक्षमता परीक्षा नहीं लिये जाने वाले सुझाव को नहीं माना है। बिहार विद्यालय परीक्षा समिति इन शिक्षकों की सक्षमता परीक्षा लेगी। इस परीक्षा में उत्तीर्ण होने के लिए अधिकतम तीन मौके दिये जाएंगे। प्रारूप में साफ किया गया था कि सक्षमता परीक्षा पास नहीं करने वालों की सेवा समाप्त कर दी जाएगी।

छठ महापर्व को लेकर सरकार ने जारी किया है 25 करोड़ 51 लाख रुपए, सभी 261 नगर निकायों में 4050 घाटों को किया गया है तैयार

डेस्क : छठ महापर्व को लेकर सरकार की ओर से पूरी तैयारी की गई है। राज्यभर के सभी 261 नगर निकायों में 4050 घाटों को तैयार किया जा रहा है। 465 घाट खतरनाक श्रेणी में रखे गए हैं। यहां खासतौर से बैरेकेडिंग की गई है। खतरे के निशान के लिए लाल कपड़ा एवं साइनेज का प्रयोग किया गया है। 

सभी घाटों तक आने वाली छठ व्रतियों के लिए लाइट, घाट तक पहुंचने के लिए समुचित रास्ता, पार्किंग, चेंजिंग रूम, अस्थाई शौचालय, वाटर टैंकर समेत अन्य सभी मूलभूत सुविधाएं बहाल की जा रही हैं। 

सभी नगर निकायों के लिए नगर विकास एवं आवास विभाग ने 25 करोड़ 51 लाख रुपए जारी किये हैं। इसमें पटना नगर निगम क्षेत्र के लिए 15 करोड़ 50 लाख रुपये जारी किए हैं। पिछले वर्ष 2022 में छठ महापर्व की तैयारी के लिए 15 करोड़ रुपये जारी किए गए थे। 

गौरतलब है कि छठ पूजा की तैयारियों की विस्तृत समीक्षा उप-मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने 4 नवंबर को की थी। फिर 14 नवंबर को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार व उपमुख्यमंत्री ने पटना के सभी छठ घाटों का निरीक्षण किया व सुविधाओं का जायजा लिया।

पूर्व मध्य रेल के महाप्रबंधक द्वारा छठ पर्व पर क्राउड मैनेजमेंट, यात्री सुविधा/सुरक्षा पर तैयारियों की समीक्षा की गई

हाजीपुर : पूर्व मध्य रेल के महाप्रबंधक अनिल कुमार खंडेलवाल ने धनबाद मंडल के सभाकक्ष से वीडियो कांफ्रेंसिंग द्वारा आज लोक आस्था के महापर्व छठ पूजा में क्राउड मैनेजमेंट, यात्री सुविधा/सुरक्षा के लिए पूर्व मध्य रेल की तैयारियों की समीक्षा की। 

मुख्यालय, हाजीपुर में प्रमुख विभागाध्यक्ष के साथ अपर महाप्रबंधक तरूण प्रकाश एवं सभी मंडल के मंडल रेल प्रबंधक व अधिकारीगण वीडियो कांफ्रेंसिंग से जुड़े। 

महाप्रबंधक ने अधिकारियों को छठ पर्व के दौरान स्टेशनों एवं ट्रेनों में होने वाली यात्रियों की अतिरिक्त भीड़ को देखते हुए एक कार्य योजना के तहत् कार्य करने का निर्देश दिया। 

उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि यात्री सुविधा और उनकी सुरक्षा हमारे लिए सर्वोपरि है और इसमें किसी प्रकार की कोताही न बरती जाए । 

महाप्रबंधक खंडलेवाल ने यात्रियों से ज्वलनशील पदार्थ लेकर यात्रा ना करने तथा यात्रा के दौरान बीड़ी/सिगरेट के सेवन नहीं करने की अपील की। 

उन्होंने अधिकारियों, कर्मचारियों एवं सुरक्षा बलों को ऐसे लोगों की पहचान के लिए सतर्क रहने का निर्देश दिया।

महाप्रबंधक ने सभी प्रकार की यात्री सुविधाओं जैसे बैठने की व्यवस्था, पीने का पानी, सफाई, पे एंड यूज़ शौचालय, पार्किंग, स्टेशनों पर उचित प्रकाश व्यवस्था आदि की निगरानी चौबीसों घंटे करने का निर्देश दिया। 

यात्रा टिकट आसानी से प्राप्त हो सके इसके लिए स्टेशनों पर अतिरिक्त टिकट काउंटर सुनिश्चित किए जा रहे हैं। यात्रीगण बिना लाइन में लगे यूटीएस ऑन मोबाईल एप तथा एटीवीएम द्वारा अनारक्षित टिकट प्राप्त कर सकते हैं। 

महापबंधक ने ट्रेनों के आगमन एवं प्रस्थान के लिए पूर्व निर्धारित प्लेटफॉर्म में किसी प्रकार का बदलाव नहीं करने का सख्त निर्देश दिया। 

नियमित आधार पर गाड़ियों के आगमन/प्रस्थान घोषणाएं सुनिश्चित की जा रही हैं तथा प्लेटफार्म के बाहर माइक लगाया जा रहा है।

पूछताछ कार्यालय के कर्मचारियों को अद्यतन जानकारी के साथ चौकस रहने का निर्देश दिया गया है। 

ट्रेनों के आवागमन संबंधी सूचनाएं एनटीईएस पर निरंतर अद्यतन किया जाएगा । कैटरिंग यूनिट पर कड़ी निगरानी रखने का निर्देश दिया गया है। 

जनता भोजन और पैकेज्ड पीने के पानी जैसे स्टालों पर भोजन की पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी। वाटर वेंडिंग मशीन और जल बूथों सुचारू रूप से कार्य करें इसे सुनिश्चित किये जायेंगे।

यात्री सुरक्षा पर विशेष बल देते हुए महाप्रबंधक ने पैदल उपरी पुल/प्लेटफार्म और सर्कुलेटिंग एरिया में, स्टेशनों पर और ट्रेनों में पर्याप्त संख्या में सुरक्षा बलों को तैनात करने का निर्देश दिया । 

यात्रियों के सामान्य आवागमन के लिए रेल सुरक्षा बल/पुलिस प्रशासन के अतिरिक्त रेलकर्मियों की भी तैनाती की गयी है । यात्री सुविधा एवं सुरक्षा से जुड़े कार्यों की लगातार उच्चस्तरीय निगरानी की जा रही है तथा इस कार्य हेतु अधिकारियों की तैनाती भी की गयी है । 

भीड़ प्रबंधन में स्थानीय प्रशासन का भी सहयोग लिया जा रहा है । वरिष्ठ नागरिकों, मरीजों और दिव्यांगजनों के लिए व्हीलचेयर, स्ट्रेचर और अतिरिक्त काउंटर की व्यवस्था सुनिश्चित की गई है।

अत्याधिक भीड़ वाले ट्रेनों के प्रस्थान के समय यात्रियों के मदद हेतु रेल सुरक्षा बल एवं वाणिज्य विभाग के कर्मी उपस्थित रहेंगे। 

असमाजिक तत्वों तथा भीड़ नियंत्रण हेतु यात्री सुरक्षा को देखते हुए मुख्य स्टेशनों पर सी0सी0टी0वी0 कैमरे से रेल सुरक्षा बलों द्वारा चौबीसों घंटे गहन निगरानी की जा रही है। रेल सुरक्षा बल/पुलिस प्रशासन के अतिरिक्त प्रमुख स्टेशनों पर स्काउट एवं गाईड की भी तैनाती सुनिश्चित् की जा रही है । साथ ही यात्रियों की सहायता हेतु प्रमुख स्टेशनों पर ‘‘मे आई हेल्प यू/हेल्प डेस्क/सहयोग बूथ‘‘ बनाया गया है जहॉ सम्बंधित विभाग के वरिष्ठ कर्मचारी आवश्यक जानकारी के साथ निरंतर ड्यूटी पर तैनात हैं । 

साथ ही चिकित्सा मदद के लिए चिकित्सा सहायता बूथ भी बनाए गए हैं । साथ ही भीड़-भाड़ वाले प्रमुख स्टेशनों पर एंबुलेंस की भी उपलब्धता सुनिश्चित की जा रही है ।

रेल सुरक्षा बल की खुफिया इकाइयों को विभिन्न स्रोतों से हरसंभव खुफिया जानकारी एकत्र करने के लिए विशेष रूप से सक्रिय किया गया है। राजकीय रेल पुलिस/स्थानीय पुलिस केंद्रीय/राज्य के खुफिया विभागों के साथ निरंतर समन्वय रखा जा रहा है। 

महिला यात्रियों की सुरक्षा एवं मदद हेतु ट्रेनों एवं प्रमुख स्टेशनों पर आरपीएफ की अतिरिक्त महिला कांस्टेबलों की टीम ‘‘मेरी सहेली‘‘ की तैनाती की गयी है।एस्केलेटर और लिफ्ट पर कर्मी की नियमित तैनाती होगी । 

छठव्रतियों के आवागमन की सुविधा के लिए लेवल क्रॉसिंग चिन्हित कर वहां आरपीएफ/जीआरपी/होम गार्ड की तैनाती की जाएगी । ट्रेनों में यात्रियों के चढ़ते/उतरते समय धक्का-मुक्की न हो, इसके लिए सुरक्षा बलों द्वारा ज्यादा भीड़-भाड़ वाली टेªनों में यात्रियों को कतारबद्ध तरीके से चढ़ने की व्यवस्था की जा रही है ।

मुजफ्फरपुर से संतोष तिवारी