छत्तीसगढ़ के रायपुर की दक्षिण सीट पर होगा जोरदार मुकाबला
रायपुर- छत्तीसगढ़ की रायपुर की चारों विधानसभा सीटों में से सबसे हाट और रोमांच वाली सीट इन दिनों रायपुर दक्षिण बन गई है। चाहे कांग्रेस पार्टी हो या बीजेपी दोनों ही राजनैतिक दलों द्वारा इस सीट के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगाया जा रहा है और पूरा दमखम लगा दिया गया है। दोनों ही पार्टियों द्वारा किसी भी प्रकार से कोई कोताही नहीं बरती जा रही है। बीजेपी से जहां लगातार सात बार के विधायक मैदान में हैं, वहीं कांग्रेस से महंत रामसुंदर दास कांग्रेस से हैं।
कहा जा रहा है कि दोनों ही पार्टियों द्वारा स्पष्ट रूप से अपने समर्थकों को कह दिया गया है कि किसी भी हालत में जीत चाहिए चाहे मार्जिन कम हो या ज्यादा हो, उससे कोई फर्क नहीं पड़ेगा। यहां के मतदाताओं का कहना है कि वैसे तो रायपुर दक्षिण से भाजपा व कांग्रेस पार्टी ही प्रमुख रहती है, लेकिन इस बार 12 प्रत्याशियों के नाम वापसी से चुनावी माहौल और गरमा गया है। साथ ही निर्दलीय प्रत्याशियों द्वारा भी पहली बार जबरदस्त प्रचार पर फोकस किया जा रहा है।
छत्तीसगढ़ अलग हुआ तो दो विधानसभा को बांटकर चार सीट बनाई गई
वर्ष 2000 में जब छत्तीसगढ़ अलग राज्य बना। उसके बाद ही रायपुर की दो विधानसभा सीटों को बांटकर चार सीट बनाई गई। बृजमोहन अग्रवाल रायपुर दक्षिण से लगातार चुनाव जीतते आ रहे हैं। अविभाजित मध्य प्रदेश में भी वह विधायक रहे और 1990 से लगातार विधायक रहे हैं। वहीं महंत रामसुंदर दास भी जांजगीर चांपा से दो बार के विधायक रह चुके हैं। इस बार कांग्रेस ने उन्हें रायपुर दक्षिण से उम्मीदवार बनाया है।
इस प्रकार है मतदाताओं की स्थिति
रायपुर दक्षिण सीट में दो लाख 38 हजार से ज्यादा मतदाता हैं। इसमें करीब 28 हजार मुस्लिम मतदाता और 26 हजार ब्राह्मण मतदाता हैं। हालांकि यहां के लोगों का कहना है कि यहां जाति और धर्म के आधार पर वोटिंग नहीं होती। काम के आधार पर वोटिंग होती है।
एक-दूसरे पर होने लगी तीखी बयानबाजी
दोनों ही पार्टियों द्वारा एक-दूसरे पर तीखी बयानबाजी होने लगी है। एक पार्टी प्रत्याशी द्वारा दूसरी पर जान से मारने की कोशिश का आरोप लगाया जा रहा है तो दूसरी पार्टी यह कह रही है कि यह एक प्रकार का चुनावी स्टंट है। लोगों का कहना है कि दोनों ही पार्टी की प्रतिष्ठा यहां दांव पर लगी हुई है और ऐसा माहौल हो गया है कि दक्षिण सीट जीतना जरूरी है।
मुकाबले का यह है दिलचस्प पहलू
वर्ष 2018 के चुनाव में प्रदेश भर में कांग्रेस की लहर थी। इसके बावजूद रायपुर दक्षिण से बीजेपी विजेता रही। इस वर्ष रायपुर दक्षिण से महंत रामसुंदर दास कांग्रेस के टिकट से चुनाव लड़ रहे हैं और उनका मुकाबला बीजेपी से सात बार से लगातार विधायक बृजमोहन अग्रवाल से है। मुकाबले में दिलचस्प पहलू यह उभरकर सामने आया है कि महंत रामसुंदर दास दूधाधारी मठ के प्रमुख हैं और बृजमोहन अग्रवाल इसी मठ के अनुयायी हैं। कहा जाता है कि स्टूडेंट लाइफ से ही अग्रवाल मठ के कार्यक्रम में जाते रहे हैं।
Nov 11 2023, 17:28