महाबोधि मंदिर में वार्षिक पूजाओं का हुआ आगाज: पूरी तरह स्वस्थ्य है पवित्र बोधिवृक्ष, बौद्ध भिक्षुओं का कठिन चीवर दान का होगा आयोजन
गया/बोधगया। विश्व धरोहर महाबोधि मंदिर एवं बोधगया में पर्यटन सीजन शुरू होते ही विदेशी बौद्ध श्रद्धालुओं का आगमन काफी उत्सुकता के साथ देखने को मिल रहा है। महाबोधि मंदिर परिसर में दिन-प्रतिदिन विदेशी बौद्ध श्रद्धालुओं का परिदर्शन में वृद्धि देखने को मिल रही है। पिछले छः दिनों में देशी-विदेशी लगभग 42388 पुरूष श्रद्धालु एवं 34609 महिला श्रद्धालुओं द्वारा परिभ्रमण किया गया है।
आगामी दिनों में दिनांक 12.11.2023 को महबोधि मंदिर के बौद्ध भिक्षुओं द्वारा कठिन चीवर दान का आयोजन होने जा रहा है। इसके बाद दिनांक 13, 14, 16, 20, 22 नवम्बर को विभिन्न मंदिर एवं वियतनाम, कोरिया, श्रीलंका के श्रद्धालुओं का कठिन चीवर दान, Chanting Seela Programe का आयोजन होने जा रहा है।
दिसम्बर 2023 के शुरूआत में Light Buddha Dharma Foundation, USA के द्वारा 18th International Tipitaka Chanting Ceremony का आयोजन 2 to 12 दिसम्बर 2023 को होने जा रहा है। इसमें लगभग 9-10 देशों के श्रद्धालु बड़ी संख्या में भाग लेते हैं।
इसके बाद दिनांक 15 to 21 दिसम्बर 2023 को Kagyu Monlam Chenmo पूजा का आयोजन होना है। दिनांक 22 दिसम्बर 2023 को वियतनाम के श्रद्धालुओं द्वारा एक दिन का पूजा किया जाना है।
20 दिसम्बर 2023 को महाबोधि सांस्कृतिक केन्द्र में महामहिम दलाई लामाजी के द्वारा International Sangha Forum का आयोजन किया जायगा, इसके मुख्य अतिथि के रूप बिहार के मुख्यमंत्री होंगें, इसमें लगभग 2500 लोग 30 देशों यथा, श्रीलंका, थाईलैण्ड जापान, कोरिया, वियतनाम, आदि देश के श्रद्धालु भाग लेंगें।
दलाई लामाजी द्वारा दिनांक 23 December 2023 को दलाई लामाजी द्वारा महाबोधि मंदिर परिसर में International Sangha Forum-2023 के समापन के अवसर पर संबोधन करेंगें। बोधगया स्थित कालचक्र मैदान में भी दलाई लामाजी द्वारा 3 दिनों के लिए Teaching का आयोजन दिनांक 30, 31 एवं 1 जनवरी 2024 को किया जायगा।
दिसम्बर माह में महाबोधि मंदिर में कुल 7 पूजाओं का आयोजन होगी। जनवरी माह में 6 पूजा फरवरी में 4 पूजा एवं मार्च में पूजा का आयोजन हेतु पूजा कैलेण्डर BTMC द्वारा जारी किया गया है। वन अनुसंधान संस्थान, देहरादून ( भारत सरकार के दो वैज्ञानिकों द्वारा दिनांक 1-3 नवम्बर 2023 को पवित्र बोधिवृक्ष की जाँच हेतु परिभ्रमण हुआ जिसमें इनके द्वारा बताया गया कि यह पूरी तरह से स्वस्थ एवं किसी प्रकार की बीमारी नहीं है और किसी प्रकार की दवा की आवश्यकता नहीं है। इनके द्वारा बताया गया कि वैसी शाखाऐं जहाँ पर कट प्वाईंट है, उनके माध्यम से किसी तरह के कीट प्रवेश न कर सके इसके चौवटिया पेस्ट लगाकर उन्हें बंद किया गया है, जिससे शाखाऐं स्वस्थ्य रह सके ।
बोधिवृक्ष की शाखा को सपोर्ट के लिए एक पोल लगाया गया है ताकि वृक्ष को नुकसान न हो। बोधिवृक्ष की नियमित जाँच FRI के वैज्ञानिकों डॉ० संतन वर्थवाल एवं शैलेश पांडे के साथ किया गया। इस कार्य के समय BTMC सचिव डा० महाश्वेता महारथी, सदस्य डॉ० अरविन्द कुमार सिंह, किरण लामा, भिक्षु प्रभारी भिक्षु चालिंदा एवं अन्य मौजूद रहे।
Nov 11 2023, 09:40