सीएम ने अपने बयान को लेकर मांगी माफी, विपक्ष के हंगामे के कारण बिहार विधान मंडल के शीतकालीन सत्र के तीसरे दिन की कार्यवाही 2 बजे दिन तक स्थगित

डेस्क : बिहार विधान मंडल के शीतकालीन सत्र के आज तीसरे दिन की कार्यवाही हंगामे के साथ शुरु हुई। मंगलवार को नीतीश कुमार ने विधानसभा और विधान परिषद में जिस तरीके से महिला औऱ पुरूष के शारीरिक संबंधों को बताया था उसे लेकर आज बुधवार को विधानसभा की कार्यवाही शुरू होते ही बीजेपी विधायकों ने भारी हंगामा शुरू कर दिया। 

बीजेपी ने कहा-ऐसे मेंटल मुख्यमंत्री ने पूरे देश में बिहार की भद्द पिटवा दी है। वहीं जवाब देने उठे नीतीश कुमार के चेहरे पर बौखलाहट दिख रही थी। नीतीश कुमार ने कहा-मैं अपनी निंदा खुद करता हूं, मैं अपनी बात वापस लेता हूं। 

सीएम ने कहा कि वे अपनी बातों के लिए खेद प्रकट करते हैं। नीतीश कुमार ने कहा-मैं अपनी बातों को वापस ले रहा हूं। मैं खुद पर शर्म कर रहा हूं। मैं माफी मांग रहा हूं। मैं अपनी निंदा खुद कर रहा हूं। 

इस दौरान नीतीश कुमार ये भी बताते रहे कि वे जनसंख्या नियंत्रण पर बोल रहे थे कि बिहार में कितना अच्छा काम हुआ है। महिलायें पढ गयी हैं तो प्रजनन दर कम गया है। लेकिन बीजेपी विधायकों का हंगामा जारी रहा। नीतीश की मौजूदगी में नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा ने कहा कि नीतीश कुमार की जो मानसिक स्थिति हो गयी है उसमें वे बिहार नहीं चला सकते हैं। ऐसे मुख्यमंत्री को तत्काल इस्तीफा देना चाहिये।

सदन में भारी हंगामा और शोर शराबा को देखते हुए विधानसभा अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी ने सदन की कार्यवाही दो बजे दिन तक के लिए स्थगित कर दी।

बिहार के सीएम के बयान पर भड़का राष्ट्रीय महिला आयोग : अध्यक्ष बोलीं-महिलाओं से मांफी मांगे नीतीश कुमार

डेस्क : बीते मंगलवार को शीतकालीन सत्र के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सदन के अंदर जनसंख्या नियंत्रण में महिलाओं की भूमिका पर बोलते हुए ऐसी बात बोल गए जिसे लेकर हंगामा खड़ा हो गया। प्रदेश की मुख्य विपक्षी पार्टी बीजेपी के साथ-साथ अब राष्ट्रीय महिला आयोग ने उनके बयान पर कड़ी आपत्ति जाताया है।  

दरअसल सीएम नीतीश कुमार ने बिहार में जन्म दर का अनुपात कम होने को अपनी सरकार की उपलब्धि बताते हुए कहा कि हमने प्रदेश की महिलाओं को शिक्षित किया। जिसकी वजह वे अपने पतियों को सेक्स के लिए रोकती और सही समय पर करने के लिए कहती हैं। इसके कारण बिहार की जनसंख्या नियंत्रण में है। उनके इस बयान के बाद बवाल मच गया है। विपक्ष के साथ-साथ अब राष्ट्रीय महिला आयोग ने कड़ी आलोचना की है।  

राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने कहा कि "एनसीडब्ल्यू इस देश की प्रत्येक महिला की ओर से सीएम नीतीश कुमार से तत्काल और स्पष्ट माफी की मांग करती है। विधानसभा में उनकी अशोभनीय टिप्पणी अपमानजनक है।" एनसीडब्ल्यू की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने कहा कि उस गरिमा और सम्मान के लिए जिसकी हर महिला हकदार है। उनके भाषण के दौरान इस्तेमाल की गई ऐसी अपमानजनक और घटिया भाषा हमारे समाज पर एक काला धब्बा है। अगर कोई नेता लोकतंत्र में इतनी खुलेआम ऐसी टिप्पणियां कर सकता है, तो कोई केवल कल्पना कर सकता है कि राज्य कितना भयावह होगा उनके नेतृत्व में।

मौसम अलर्ट : राजधानी पटना समेत अन्य जिलों में गिरेगा तापमान, ठंढ मे होगी बढ़ोत्तरी

डेस्क : राजधानी पटना समेत प्रदेश के सभी जिलों में अगले तीन दिनों के दौरान न्यूनतम तापमान में एक से दो डिग्री सेल्सियस गिरावट आने का मौसम विभाग की ओर से पूर्वानुमान किया गया है। इस कारण प्रदेश में ठंड बढ़ेगी। 

मौसम विभाग के अनुसार बीते मंगलवार को प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में न्यूनतम तापमान में 4.4 से 0.3 डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई। पटना के न्यूनतम तापमान में 0.8 डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई। इस कारण पटना का न्यूनतम तापमान मंगलवार को 18.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज की गई।

वहीं मौसम विभाग के अनुसार राज्य में पछुआ एवं उत्तर पछुआ का प्रवाह सतह से 5.8 किलोमीटर ऊपर तक बना हुआ है। इस कारण अगले 24 घंटे के दौरान प्रदेश का मौसम शुष्क बना रहेगा और आंशिक रूप से बादल छाए रहेंगे।

हवा बहुत ही खराब होने के मामले में दिल्ली की श्रेणी में पहुंचा पटना, प्रदेश के इन 6 शहरों में वायु बहुत ही प्रदूषित

डेस्क : वायु प्रदूषण के मामले में अब बिहार की स्थिति भी बहुत खराब हो रही है। प्रदेश के 6 शहरों की हवा बहुत ही खराब है। वहीं पटना का हाल भी दयनीय है। अब पटना की स्थिति दिल्ली वाली हो गई है। महज सात दिनों में पटना का वायु गुणवत्ता सूचकांक 100 अंक से ऊपर चढ़ गया। एक नवंबर को शहर का सूचकांक 234 था।

मंगलवार की शाम छह बजे यह 329 पहुंच गया, वहीं दिल्ली का सूचकांक 394 रहा। पटना और दिल्ली दोनों शहरों के सूचकांक वैल्यू के मुताबिक हवा की गुणवत्ता बहुत खराब श्रेणी की मानी गयी है। शाम ढलते ही प्रदूषित हवा का मीटर बढ़ने लगा है। दोनों शहरों की हवा बहुत खराब हो चुकी है।

छपरा, राजगीर, बेगूसराय, पूर्णिया और सहरसा की भी हालत खराब 

केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण पर्षद की ओर से जारी 245 शहरों के राष्ट्रीय वायु गुणवत्ता सूचकांक के मुताबिक सूबे में सबसे अधिक छपरा का सूचकांक 352 रहा, जबकि दूसरे नंबर पर 337 के साथ राजगीर और तीसरे स्थान पर बेगूसराय है। वहीं चौथे स्थान पर पटना 329 और पांचवें स्थान पर सहरसा 324 रहा। 

सूबे के अन्य प्रदूषित शहरों में सबसे तेजी से जहां की हवा प्रदूषित हो रही है उसमें पटना है। पटना में हवा बहुत खराब होने के पीछे मुख्य करण पीएम10 और पीएम 2.5 है। मोटे और महीन धूलकण की मात्रा पटना में मानक से अधिक हो गया है। पीएम 10 यानी मोटे धूलकण की मात्रा मानक से छह गुना अधिक हो गया है। इतना ही नहीं राजधानी के छह प्रमुख क्षेत्रों में सबसे अधिक गांधी मैदान क्षेत्र की हवा गंभीर श्रेणी में पहुंच गयी है। यहां का औसत सूचकांक 410 पहुंच गया है।

सीएम नीतीश कुमार का बड़ा एलान, गरीब परिवार क मिलेगा 2-2 लाख रुपया

डेस्क : बिहार के गरीब परिवार के लिए बड़ी खुशखबरी है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उन्हें 2-2 लाख रुपये दिए जाने का एलान किया है। है। सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि सामाजिक, आर्थिक व शैक्षणिक सर्वे की रिपोर्ट के अनुसार प्रदेश में 94 लाख गरीब परिवार हैं। इन्हें 2-2 लाख रुपए देंगे। इसमें हर वर्ग के गरीब परिवार शामिल हैं।

उन्होंने आवासहीन परिवारों को जमीन व घर के लिए 2.20 लाख देने का एलान किया। इसमें जमीन के लिए 40 हजार रुपए अधिक दिये जाएंगे। उन्हें अब जमीन के लिए 60 हजार की जगह एक लाख और घर बनाने के लिए 1.20 लाख रुपए दिये जाएंगे। सीएम ने कहा कि जरूरत पड़ी तो हम इसकी सीमा भी बढ़ाएंगे।

मुख्यमंत्री ने बताया कि जिन पंचायतों में साक्षरता दर कम है, वहां शिक्षा विभाग विशेष अभियान चलाएगा। इसके लिए विशेष योजना भी बनायी जाएगी।

सीएम ने कहा कि इसके पहले जाति आधारित गणना हुई ही नहीं तो फिर इसके आंकड़ों पर सवाल कैसे उठा सकते हैं? कैसे कह सकते हैं कि किसी जाति की संख्या कम हो गयी या फिर बढ़ गयी? यह सब बोगस बात है। ऐसी बातें नहीं होनी चाहिए। हमने तो केन्द्र से भी अनुरोध किया था कि वह जातीय गणना करा ले।

बड़ी खबर : बिहार में लागू होगा 65 प्रतिशत आरक्षण ! कैबिनेट की बैठक में रिजर्वेशन को बढ़ाकर 65% करने के प्रस्ताव पर लगी मुहर

डेस्क : बिहार में 75 प्रतिशत आरक्षण लागू किये जाने के प्रस्ताव को कैबिनेट से मंजूरी मिल गई है। दरअसल विधानसभा में आज जातीय जनगणना की रिपोर्ट पेश होने के बाद नीतीश कुमार ने एलान किया था कि बिहार में आरक्षण की सीमा बढायी जायेगी। नीतीश के एलान के कुछ घंटे बाद ही कैबिनेट की बैठक हुई और उसमें आरक्षण की सीमा बढ़ाने का प्रस्ताव पास कर दिया गया। 

हालांकि यह हम आपको बताते चले कि सुप्रीम कोर्ट के आदेनुसार आरक्षण की सीमा को 50 प्रतिशत से ज्यादा नहीं बढाया जा सकता। ऐसे में राज्य सरकार सिर्फ केंद्र सरकार के पास प्रस्ताव भेज सकती है।

नीतीश कैबिनेट में आज आरक्षण बढ़ाये जाने के प्रस्ताव पर मुहर लगा दी गयी। सरकार ने तय किया है कि वह 9 नवंबर को बिहार विधानसभा में आरक्षण बढ़ाए जाने का बिल लाएगी। पहले से तैयारी थी इसलिए नीतीश कैबिनेट ने विधानसभा में जातीय जनगणना की रिपोर्ट पेश होते ही बिहार आरक्षण बिल 2023 पर मुहर लगा दी ।

नीतीश कैबिनेट से पास बिल में नये सिरे से आरक्षण देने का प्रस्ताव किया गया है। नये सिरे से आरक्षण की स्थिति कुछ इस तरह होगी। सरकार ने अनुसूचित जाति यानि एससी को पहले से मिल रहे 16 परसेंट के बजाय 20 परसेंट आरक्षण देने का प्रस्ताव पास किया है। वहीं अनुसूचित जनजाति यानि एसटी को पहले से मिल रहे 1 परसेंट आरक्षण के बजाय 2 परसेंट आरक्षण देने का प्रस्ताव पास किया गया है। 

इसके अलावा अति पिछड़े तबके यानि ईबीसी के लिए 25 परसेंट आरक्षण देने का प्रस्ताव पास किया गया है। वहीं,  ओबीसी को 18 प्रतिशत आऱक्षण देने का प्रस्ताव पास किया गया है। इसके अलावा आर्थिक रूप से पिछड़े यानि EWS वर्ग को 10 प्रतिशत का आरक्षण दिया जायेगा। कुल मिलाकर आरक्षण 75 परसेंट होगा। 

कैबिनेट की बैठक में गरीब परिवारों की मदद के लिए सतत जीवोकापार्जन योजना के तहत मदद राशि बढ़ाने का भी फैसला लिया है। नीतीश कुमार ने आज ही ये एलान किया है कि बिहार के 94 लाख 42 हजार गरीब परिवारों को स्वरोजगार के लिए किश्तों में 2 लाख रूपये की मदद दी जायेगी। इस पर भी कैबिनेट से मुहर लगायी

दीपावली एवं छठ के अवसर पर चलायी जा रही हैं स्पेशल ट्रेनें, जानिए पूरा डिटेल

हाजीपुर-दीपावली एवं छठ के दौरान यात्रियों की अतिरिक्त भीड़ के मद्देनजर उनकी सुविधा हेतु रेलवे द्वारा कई स्पेशल ट्रेनों का परिचालन किया जा रहा है । इसी क्रम में दिल्ली से जयनगर एवं सीतामढ़ी, साबरमती से दानापुर, डॉ. अम्बेडकर नगर (इंदौर) से पटना तथा अहमदाबाद से समस्तीपुर एवं गोमतीनगर से मालतीपाटपुर (भुवनेश्वर) के लिए स्पेशल ट्रेनों का परिचालन किया जायेगा जिनका विवरण निम्नानुसार है - 

1. गाड़ी सं. 04006/04005 दिल्ली-जयनगर-दिल्ली फेस्टिवल स्पेशल (मुरादाबाद-लखनऊ- गोरखपुर-हाजीपुर-दरभंगा के रास्ते) - गाड़ी संख्या गाड़ी सं. 04006 दिल्ली-जयनगर फेस्टिवल स्पेशल 09, 12 एवं 15.11.2023 को दिल्ली से 23.05 बजे खुलकर अगले दिन 23.45 बजे जयनगर पहुंचेगी । वापसी में, गाड़ी संख्या गाड़ी सं. 04005 जयनगर-दिल्ली फेस्टिवल स्पेशल 11, 14 एवं 17.11.2023 को जयनगर से 01.30 बजे खुलकर अगले दिन 01.00 बजे दिल्ली पहुंचेगी । इस स्पेशल में शयनयान श्रेणी के 10 एवं साधारण श्रेणी के 08 कोच होंगे । 

2. गाड़ी सं. 04004/04003 नई दिल्ली-सीतामढ़ी-नई दिल्ली अनारक्षित फेस्टिवल स्पेशल (मुरादाबाद-गोरखपुर-नरकटियागंज के रास्ते) - गाड़ी संख्या 04004 नई दिल्ली-सीतामढ़ी अनारक्षित फेस्टिवल स्पेशल 11, 14 एवं 17.11.2023 को नई दिल्ली से  00.10 बजे खुलकर उसी दिन 23.30 बजे सीतामढ़ी पहुंचेगी । वापसी में, गाड़ी संख्या 04003 सीतामढ़ी-नई दिल्ली अनारक्षित फेस्टिवल स्पेशल 12, 15 एवं 18.11.2023 को सीतामढ़ी से 02.00 बजे खुलकर अगले दिन 01.30 बजे नई दिल्ली पहुंचेगी । इस स्पेशल में साधारण श्रेणी के 20 कोच होंगे । 

3. गाड़ी सं. 09403/09404 साबरमती-दानापुर-साबरमती सुपरफास्ट स्पेशल (अजमेर-जयपुर- आगरा फोर्ट-कानपुर-प्रयागराज-डीडीयू के रास्ते) - गाड़ी संख्या 09403 साबरमती-दानापुर सुपरफास्ट स्पेशल (साप्ताहिक) दिनांक 12, 19 एवं 26.11.2023 (रविवार) को साबरमती से 08.15 बजे खुलकर सोमवार को 14.15 बजे दानापुर पहुंचेगी । वापसी में, गाड़ी संख्या 09404 दानापुर-साबरमती सुपरफास्ट स्पेशल (साप्ताहिक) दिनांक 13, 20 एवं 27.11.2023 (सोमवार) को दानापुर से 18.00 बजे खुलकर मंगलवार को 23.30 बजे साबरमती पहुंचेगी । इस स्पेशल में वातानुकूलित द्वितीय श्रेणी के 02, वातानुकूलित तृतीय श्रेणी के 06, शयनयान श्रेणी के 08 एवं साधारण श्रेणी के 04 कोच होंगे । 

4. गाड़ी सं. 09343/09344 डॉ. अम्बेडकर नगर-पटना-डॉ.अम्बेडकर नगर स्पेशल (इंदौर-उज्जैन-बीना-सतना-प्रयागराज छिवकी-डीडीयू के रास्ते) - गाड़ी संख्या 09343 डॉ. अम्बेडकर नगर-पटना स्पेशल (साप्ताहिक) दिनांक 09, 16, 23 एवं 30.11.2023 (गुरूवार) को डॉ. अम्बेडकर नगर से 18.30 बजे खुलकर शुक्रवार को 18.30 बजे पटना पहुंचेगी । वापसी में, गाड़ी संख्या 09344 पटना-डॉ.अम्बेडकर नगर स्पेशल (साप्ताहिक) दिनांक 10, 17 एवं 24.11.2023 तथा 01.12.2023 (शुक्रवार) को पटना से 21.30 बजे खुलकर शनिवार को 23.55 बजे डॉ. अम्बेडकर नगर पहुंचेगी । इस स्पेशल में वातानुकूलित द्वितीय श्रेणी के 02, वातानुकूलित तृतीय श्रेणी के 06, शयनयान श्रेणी के 08 एवं साधारण श्रेणी के 03 कोच  होंगे । 

5. गाड़ी सं. 09413/09414 अहमदाबाद-समस्तीपुर-अहमदाबाद स्पेशल (भुसावल-जबलपुर- सतना-प्रयागराज छिवकी-डीडीयू-पटना-बरौनी के रास्ते) - गाड़ी संख्या 09413 अहमदाबाद-समस्तीपुर स्पेशल (साप्ताहिक) दिनांक 09, 16, 23 एवं 30.11.2023 (गुरूवार) को अहमदाबाद से 15.30 बजे खुलकर शुक्रवार को 22.25 बजे पटना रुकते हुए शनिवार को    04.00 बजे समस्तीपुर पहुंचेगी । वापसी में, गाड़ी संख्या 09414 समस्तीपुर-अहमदाबाद स्पेशल (साप्ताहिक) दिनांक 11, 18 एवं 25.11.2023 तथा 02.12.2023 (शनिवार) को समस्तीपुर से 08.15 बजे खुलकर 12.55 बजे पटना रुकते हुए रविवार को 22.45 बजे अहमदाबाद पहुंचेगी । इस स्पेशल में वातानुकूलित द्वितीय श्रेणी के 03, वातानुकूलित तृतीय इकॉनोमी श्रेणी के 12, शयनयान श्रेणी के 03 एवं साधारण श्रेणी के 02 कोच होंगे । 

6. गाड़ी सं. 05068/05067 गोमतीनगर-मालतीपाटपुर-गोमती नगर स्पेशल (गोरखपुर-वाराणसी-डीडीयू-गया-गोमो-चांडिल-सीनी-कटक-भुवनेश्वर के रास्ते) - गाड़ी संख्या 05068/05067 गोमतीनगर-मालतीपाटपुर-गोमती नगर स्पेशल 09.11.23 से 30.11.2023 तक प्रत्येक गुरूवार को गोमतीनगर से 18.55 बजे खुलकर शुक्रवार को 08.15 बजे डीडीयू, 10.55 बजे गया के रास्ते शनिवार को 04.20 बजे मालतीपाटपुर पहुंचेगी । वापसी में, गाड़ी संख्या 05067 मालतीपाटपुर-गोमती नगर स्पेशल 11.11.23 से 02.12.2023 तक प्रत्येक शनिवार को मालतीपाटपुर से 10.00 बजे खुलकर रविवार को 03.55 बजे गया, 07.00 बजे डीडीयू के रास्ते रविवार को 20.00 बजे गोमतीनगर पहुंचेगी । इस स्पेशल में वातानुकूलित द्वितीय श्रेणी के 01, वातानुकूलित तृतीय श्रेणी के 04, शयनयान श्रेणी के 11 एवं साधारण श्रेणी के 04 कोच होंगे ।

शीतकालीन सत्र में सीएम ने आरक्षण का दायरा बढ़ाने का दिया प्रस्ताव, जानिए नीतीश कुमार ने क्या कहा

डेस्क : जातीय गणना को अपनी सरकार की बड़ी उपलब्धि बता रहे सीएम नीतीश कुमार ने शीतकालीन सत्र के आज दूसरे दिन सदन में बड़ा प्रस्ताव दिया। उन्होंने कहा कि मेरा सुझाव है कि मौजूदा 50 प्रतिशत आरक्षण है उसे बढ़ाकर 65 फीसदी कर दिया जाना चाहिए।

उन्होंने कहा कि जातीय गणना सर्वे से पिछड़ा और अति पिछड़ा सहित एससी और एसटीआबादी का जो आंकड़ा आया है उस अनुरूप आरक्षण बढ़ाने की जरूरत है। इसके लिए मेरा यह कहना है कि जो 50 प्रतिशत आरक्षण है, उसे हम 65 प्रतिशत कर दें। पहले से अगड़ी जातियों को 10 प्रतिशत है तो इस 65 प्रतिशत के बाद कुल आरक्षण 75 प्रतिशत हो जाएगा। तब अनारक्षित 25 प्रतिशत बचेगा।

वहीं बिहार के 94 लाख से अधिक गरीब परिवारों के लिए सीएम नीतीश ने एक अन्य महत्वपूर्ण प्रस्ताव दिया। उन्होंने कहा कि बिहार में 94 लाख से ज्यादा ऐसे परिवार हैं जिनकी मासिक आमदनी 6 हजार रुपए तक है। ऐसे परिवारों को आर्थिक रूप से सबल बनाने के लिए बिहार सरकार उन्हें 2 लाख रुपए की आर्थिक सहायता करने का प्रस्ताव रखती है।

जातीय सर्वे की दूसरी रिपोर्ट आई सामने, प्रदेश में 25% सवर्ण गरीबा रेखा के नीचे

डेस्क : बिहार सरकार की जातीय सर्वे की दूसरी रिपोर्ट सामने आ गई है। पहले रिपोर्ट में जहां बिहार में रहनेवाली जातियों की संख्या की जानकारी दी गई थी। वहीं दूसरी रिपोर्ट में विभिन्न जातियों में गरीबों रेखा से नीचे रहनेवालों की संख्या की जानकारी दी गई है। 

इस दूसरे रिपोर्ट में आश्चर्य जनक बात सामने आई है। रिपोर्ट के अनुसार बिहार में सवर्ण वर्ग में 25 फीसदी से ज्यादा लोग गरीबी रेखा से नीचे बताये गए हैं। वहीं गरीबी रेखा से नीचे रहनेवालों में सबसे अधिक 47.70 प्रतिशत अनुसूचित जनजाति के लोगों की बताई गई है। 

रिपोर्ट के अनुसार सामान्य वर्ग में कुल परिवारों की संख्या 43,28,282 लाख बताई गई है। जिसमें ब्राह्मणों की संख्या 10 लाख से अधिक बताई गई है। इसमें गरीब परिवारों की आबादी 2,72,576 बताई गई है। जो कि उनकी कुल आबादी का 25 परसेंट है। इसी तरह भूमिहारों की कुल परिवार 8.38 लाख है। जिसमें 2,32,211 परिवार गरीब बताए गए हैं। जो कि उनकी संख्या के 27.58 फीसदी है।

राजपूतों में कुल परिवार 9,53,784 है। जिसमें 2,37,412 परिवार गरीब बताए गए हैं। जो कि कुल परिवारों की संख्या के 24.89 फीसदी है।

जबकि सबसे बेहतर कायस्थों की बताई गई है। रिपोर्ट में कायस्थों में कुल परिवारों की संख्या 1,70,985 बताई गई है। जिसमें सिर्फ 23,639 परिवार गरीब बताए गए हैं। जो कि कुल परिवारों के 13.83 फीसदी है।

शेखों में कुल परिवार 10,38,388 बताए गए हैं। जिसमें 2,68, 398 परिवार गरीबी रेखा से नीचे बताये गए हैं। जो कि कुल परिवार के 25.84 है। इसी तरह पठान(खान) में कुल परिवार 1,89,777 हैं, जिसमें 42,137 परिवार गरीब बताए गए हैं। जो कि कुल परिवार के 22.20 है। सैयद परिवारों की संख्या 59,838 है। जिसमें 10,540 गरीबी रेखा से नीचे बसर करते हैं। यह उनकी कुल संख्या का 17.61 फीसदी है।

संविदा कर्मियों के लिए खुशखबरी, जल्द ही बढ़ेगा मानदेय और पारिश्रमिक

डेस्क : बिहार के संविदा कर्मियों के लिए खुशखबरी है। राज्य सरकार के विभिन्न कार्यालयों मंा संविदा पर नियोजित कर्मियों का मानदेय और पारिश्रमिक बढे़गा। राज्य सरकार ने संविदा पर नियोजित कर्मियों के मानदेय-पारिश्रमिक के निर्धारण और पुनरीक्षण का निर्णय लिया है। इसके लिए विकास आयुक्त की अध्यक्षता में कमेटी गठित की गई है।

कमेटी के सदस्य सचिव सभी संबंधित विभागों के प्रधान सचिव या सचिव होंगे। सामान्य प्रशासन विभाग एवं वित्त विभाग के प्रधान सचिव या सचिव भी इसके सदस्य बनाए गये हैं। राज्य सरकार ने अपने सभी विभागों से कहा है कि मानदेय का निर्धारण आज की तारीख में उचित नहीं लग रहा तो विकास आयुक्त की अध्यक्षता वाली समिति के समक्ष इसे रखें। 

इस संबंध में सामान्य प्रशासन विभाग के प्रधान सचिव डॉ. बी. राजेन्दर ने सभी विभागों के सचिव, पुलिस महानिदेशक, प्रमंडलीय आयुक्त और जिला पदाधिकारियों को पत्र लिखा है। पत्र में नियोजित तथा संविदाकर्मियों के मानदेय या पारिश्रमिक पुनरीक्षण के लिए विकास आयुक्त की अध्यक्षता में कमेटी गठित किये जाने की सूचना दी गई है।

सामान्य प्रशासन विभाग के निर्देश के अनुसार, यह समिति दो बिंदुओं पर विचार कर पारिश्रमिक का निर्धारण करेगी। इसमें पहला बिंदु बाजार दर होगी। वहीं, दूसरा बिंदु सरकार में उपलब्ध समकक्ष पद के प्रारंभिक स्तर का वेतन, महंगाई भत्ता एवं अन्य भत्तों को मिलाकर समेकित रूप से प्राप्त योगफल होगा।

विभाग ने सभी विभागीय अपर मुख्य सचिव, प्रधान सचिव व सचिव से कहा है कि यदि नियोजित कर्मियों के मानदेय का निर्धारण उचित प्रावधान के तहत नहीं किया गया है तो अपने नियंत्रण के अधीन संविदा पर नियोजित कर्मियों के पारिश्रमिक निर्धारण-पुनरीक्षण संबंधित प्रस्ताव उक्त समिति के समक्ष विचार के लिए भेजें, ताकि इस संबंध में आगे की कार्रवाई जल्द की जाए।