65 लाख की अंग्रेजी शराब बरामद, ट्रक से झारखंड ले जा रहे दो अंतरराज्यीय तस्कर भी गिरफ्तार

भदोही। थाना भदोही व स्वाट की संयुक्त टीम ने नेशनल तिराहे पर रात्रि चेकिंग के दौरान ट्रक पर लदे 740 पेटी अवैध अंग्रेजी व्हिस्की शराब संग 02 अंतरराज्यीय तस्करों को दबोचने में कामयाबी हासिल की है। तस्कर पकड़ी गई 6602 लीटर इम्पीरियल ब्लू व्हिस्की अंग्रेजी शराब हरियाणा से ट्रक पर लादकर खपाने हेतु झारखंड ले जा रहे थे। बरामद अंग्रेजी शराब की कीमत 65 लाख, तो ट्रक वाहन की कीमत करीब 25 लाख रुपये बताई गई है। 

पुलिस मुकदमा दर्ज कर वैधानिक कार्रवाई में जुटी गई है। पुलिस सोनीपत निवासी ट्रक मालिक की तलाश करने व गिरफ्तार तस्करों के आपराधिक इतिहास खंगालने में भी जुटी हुई है।

एडीजी जोन वाराणसी के द्वारा अवैध मादक पदार्थों की अवैध तस्करी के विरुद्ध विशेष अभियान चलाया जा रहा है। इसी क्रम में पुलिस अधीक्षक डॉ. मीनाक्षी कात्यायन के कुशल निर्देशन में भदोही पुलिस जनपद के रास्ते हो रही अवैध मादक पदार्थों की तस्करी को लेकर बेहद सक्रिय है। रात्रि गस्त व चेकिंग के दौरान भदोही नेशनल तिराहे के पास थाना भदोही पुलिस व क्राइम ब्रांच की टीम ने एक संदिग्ध ट्रक को पकड़ा।

 जांच पड़ताल में ट्रक से व्यापक मात्रा में करीब 740 पेटी इंपीरियल ब्लू व्हिस्की अंग्रेजी शराब बरामद हुई। पुलिस ने ट्रक पर मौजूद दो अंतर्राज्यीय तस्करों को भी दबोचने में सफलता हासिल की। तस्करों ने पूछताछ में बताया कि वह उक्त अंग्रेजी शराब हरियाणा से क्रय कर 10 चक्का ट्रक पर लादकर झारखंड राज्य में महंगे दामों पर खपाने हेतु ले जा रहे थे। बरामद 6602 लीटर अवैध अंग्रेजी शराब की कीमत 65 लाख रुपए, जबकि 10 चक्का ट्रक वाहन की कीमत करीब 25 लाख रुपए सहित कुल बरामदगी 90 लाख की बताई जा रही है।

प्रेस कॉन्फ्रेंस में जानकारी देते हुए अपर पुलिस अधीक्षक राजेश भारती ने बताया कि गिरफ्तार अंतरराज्यीय तस्कर रोहित गालयान एवं जोगिंदर सिंह पानीपत, राज्य-हरियाणा के रहने वाले हैं। मुकदमा दर्ज कर तस्करों के विरुद्ध वैधानिक कार्रवाई की जा रही है। बरामद ट्रक के मालिक गुरुजी उर्फ विजय निवासी सोनीपत, हरियाणा की तलाश की जा रही है। साथ ही तस्करों के आपराधिक इतिहास भी खंगाले जा रहे हैं। एसपी डॉ. मीनाक्षी कात्यायन ने गिरफ्तारी व बरामदगी करने वाली सफल पुलिसकर्मियों को 25 हजार रुपये इनाम देने की घोषणा की है।

जिले में घटे चार हजार परीक्षार्थी,यूपी बोर्ड की परीक्षाएं चुनाव से पहले कराने की तैयारियों में जुटे विभागीय अधिकारी

भदोही। यूपी बोर्ड परीक्षा में इस साल करीब चार हजार विद्यार्थियों की संख्या कम हो गई है। इसके कारण करीब 10 परीक्षा केंद्रों की संख्या भी घटेगी। जिला प्रशासन की ओर से इसे लेकर तैयारियों को अंतिम रूप देने का काम किया जा रहा है। बता दें कि आगामी साल मार्च-अप्रैल में लोकसभा के चुनाव होने हैं।

ऐसे में यूपी बोर्ड की परीक्षाओं को पहले कराने की तैयारियां विभागीय अधिकारियों की ओर से की जारी रही है। जिसे में भी माध्यमिक शिक्षा विभाग के अफसरों को इस दिशा निर्देश मिल चुके हैं। जिसके बाद से बोर्ड परीक्षा को लेकर सितंबर माह से ही तैयारियां शुरू कर दी गई थी।

बोर्ड फाॅर्म जमा होने के बाद करीब एक माह पहले परीक्षार्थियों की तस्वीर साफ हो गई है।विभागीय आंकड़ों पर गौर करें तो 2022-2023 की बोर्ड परीक्षा में हाईस्कूल में 16 हजार 380 छात्र 15 हजार 68 छात्राएं शामिल रही। जबकि इंटरमीडिएट में 14 हजार 114 छात्र और 12 हजार 300 छात्राएं पंजीकृत थी। हाईस्कूल और इंटरमीडिएट को मिलाकर 59 हजार 898 परीक्षार्थी में शामिल हुए।

जिला विद्यालय निरीक्षक विकालय भारती ने बताया कि सत्र 2023-2024 में बोर्ड परीक्षा के लिए 55 हजार 965 परीक्षार्थी पंजीकृत हैं। इसमें हाईस्कूल में 30 हजार 153 और इंटरमीडिएट में 25 हजार 812 परीक्षार्थी पंजीकृत कराए हैं।

कहा कि पिछले साल की अपेक्षा इस साल करीब चार हजार परीक्षार्थी कम हो ग‌ए है। पिछले साल 105 परीक्षा केंद्र बनाए गए थे। विद्याथिर्यों की संख्या कम होने पर यह 10 कम यानी 95 तक हो सकती है।

डिजिटल एक्सरे के लिए पांच किमी की दौड़ लगा रहे टीबी मरीज

भदोही। 2025 तक सरकार देश को टीबी मुक्त बनाने की मिशन में जुटी हुई है, लेकिन जिले में टीबी मरीजों को सुविधाओं के लिए पापड़ बेलने पड़ रहे हैं। चिकित्सक को दिखाने के बाद डिजिटल एक्सरे कराने के लिए पीड़ितों को पांच किमी दूर जाना पड़ता है। इससे उन्हें परेशान होती है।

करीब एक दशक पूर्व सरकार ने देश को टीबी मुक्त बनाने का अभियान शुरू किया। 2025 तक उसे पूर्ण करना है। सरकार टीबी की रोकथाम, जागरूकता संग अन्य व्यवस्थाओं पर हर साल करोड़ो रूपये भी खर्च करती है। इसके बावजूद मरीजों को सुविधाएं नहीं मिल पाती है। विभाग के मुताबिक जिले में 1350 टीबी मरीज है। महाराजा चेतसिंह जिला चिकित्सालय में स्थित टीबी अस्पताल में मरीजों की जांच होती है।

यहां पर मैनुअल एक्सरे की व्यवस्था है, जबकि डिजिटल एक्सरे की व्यवस्था नहीं है। इसके लिए मरीजाें को पांच किमी दूर सरपतहां के सौ शैय्या अस्पताल जाना पड़ता है। शनिवार को अस्पताल आए मरीजों ने बताया कि डिजिटल एक्सरे के लिए मशक्कत करनी पड़ती है। विभाग की ओर से टीबी के मरीजों के लिए हर अस्पताल में संपूर्ण इलाज की व्यवस्था नहीं है। इससे मरीजों को परेशानी होती है। 100 शैय्या अस्पताल में ही टीबी अस्पताल है, लेकिन इसमें दवा रखी जाती है।

क्योंकि स्वास्थ्य विभाग के ड्रग वेयर हाऊस नहीं है। इसके कारण टीबी अस्पताल सहित सौ शैय्या के विभिन्न बिल्डिंग में कार्पोरेशन की दवा रखी जाती है। स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक आगामी छह महीने में ड्रग वेयर हाऊस बनकर तैयार हो जाएगा। कॉर्पोरेशन की सारी दवा वहां पर शिफ्ट कर दी जाएगी। जिला क्षय रोग अधिकारी डाॅ. विवेक श्रीवास्तव ने बताया कि डिजिटल एक्सरे की जरुरत 100 में से पांच मरीज को पड़ती है।

जरुरत पड़ने पर ही मरीज को एक्सरे कराया जाता है। जिले में 1350 टीबी मरीजों का उपचार चल रहा है।

ढाई लाख बच्चों के इलाज लिए केवल पांच चिकित्सक,बालरोग विशेषज्ञ के सृजित नौ में से चार पद हैं खाली

भदोही। मौसम बदलते पर बच्चे सर्दी-जुकाम और वायरल बुखार की चपेट में आ जाते हैं। जनपद में नैनिहालों के उपचार लिए पर्याप्त बाल रोग विशेषज्ञ नहीं है।

स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक जनपद में बाल रोग विशेषज्ञ के नौ पद सृजित हैं। जिसमें से मात्र पांच चिकित्सक तैनात हैं। गोपीगंज, सुरियावां, दुर्गागंज और जिला चिकित्सालय में बच्चों के एक भी डॉक्टर नहीं है। यहां इलाज के लिए पहुंचने वाले बच्चे को दिक्कत होती है। जिले की आबादी करीब 28 लाख है।

इसमें पांच साल तक के करीब ढाई लाख बच्चे हैं। हर महीने लगभग 1200 नवजात शिशु जन्म लेते हैं। सृजित पद में बाल रोग विशेषज्ञ के आधे खाली है। स्वास्थ्य विभाग की तरफ से चिकित्सकों की तैयारी के लिए पत्र लिखे जाने का दावा किया जाता है। लेकिन क‌ई साल में पद रिक्त हैं। इससे अस्पतालों में आने वाले बच्चों को समुचित उपचार नहीं मिल पाता। सौ शैय्या अस्पताल के बाल रोग विशेषज्ञ क‌ई माह छुट्टी पर हैं।

वहीं जिला चिकित्सालय में नवनियुक्त बाल रोग विशेषज्ञ पांच महीने बाद भी ज्वाइंन नहीं किए हैं। सुरियावां सीएचसी और दुर्गागंज में बच्चों के डाॅक्टर का पद सृजित नहीं है। जबकि बाल रोग विशेषज्ञ के दो पद सृजित हैं। लेकिन एक भी डॉक्टर न होने के कारण परिजनों को निजी अस्पतालों का रुख करना पड़ता है। दूसरे फिजिशियन ही उनको देखकर दवाएं देते हैं। वहीं महाराजा चेतसिंह जिला चिकित्सालय में हर रोज लगभग 1100 की ओपीडी होती है।

स्वास्थ्य व्यवस्था को बेहतर करने का प्रयास किया जा रहा है। जनपद में बाल रोग विशेषज्ञ के कुल नौ पद सृजित हैं, पांच की तैनाती है‌। जिला अस्पताल में बाल रोग विशेषज्ञ ने अभी तक ज्वाइन नहीं किया है। न‌ए चिकित्सकों की तैनाती के लिए शासन को पत्र लिखा गया है।

डॉ संतोष कुमार चक मुख्य चिकित्साधिकारी

20 स्वास्थ्यकर्मियों का रोका वेतन,सीएचसी में सीएमओ के निरीक्षण पर रहे गैरहाजिर

भदोही। मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ संतोष कुमार चक ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सुरियावां का निरीक्षण किया। इस दौरान पांच पुरुष चिकित्सक, तीन महिला चिकित्सक सहित कुल 20 स्वास्थ्य अनुपस्थिति स्वास्थ्यकर्मियों का एक दिन के वेतन रोकने का निर्देश दिया और स्पष्टीकरण तलब किया।

डिप्टी सीएम से लेकर डीएम तक स्वास्थ्य केंद्रों पर चिकित्सकों, स्वास्थ्यकर्मियों की उपस्थिति को लेकर लगातार निर्देश देते हैं, लेकिन स्थिति में सुधार नहीं हो रहा है। डॉ संतोष कुमार चक सीएचसी सुरियावां पहुंचे परिसर में गंदगी अव्यस्था देखकर सीएचसी अधीक्षक से नाराजगी जताई। सफाई व्यवस्था दुरुस्त रखने की हिदायत दी।

लापरवाही बरतने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। सीएमओ ने अनुपस्थित कर्मचारियों से स्पष्टीकरण मांगा। बताते चलें कि सीएचसी और पीएचसी पर स्वास्थ्यकर्मी से लेकर चिकित्सक मनमुताबिक ड्यूटी करते हैं। मुख्य चिकित्साधिकारी के अल्टीमेटम के बाद भी व्यवस्थाओं में सुधार नहीं हो रहा है।

मुख्यचिकित्साधिकारी ने कहा कि अपनी कार्यप्रणाली में सुधार लाएं अन्यथा सख्ती की जाएगी।

युवती खुदकुशी मामले में आरोपी गिरफ्तार


भदोही। कोतवाली क्षेत्र के नेवादा कला गांव में 27 अक्तूबर को बरामद शव के मामले में पुलिस ने आशीष गुप्ता को गिरफ्तार कर लिया।

पुलिस का मानना है कि आरोपी ने किशोरी को आत्महत्या के लिए उकसाया था। 25 अक्तूबर को किशोरी के परिजनो ने कोतवाली में अपने पुत्री के लापता हो जाने और गांव के ही एक युवक पर उसे बहला फुसलाकर भगा ले जाने संबंधी तहरीर दी थी।

अभी छानबीन ही की जा रही थी कि दो दिन बाद किशोरी का शव उसके गांव के ही एक तालाब में उतराया हुआ मिला। मामले का संज्ञान लेते हुए पुलिस अधीक्षक ने घटना स्थल का मुआयना कर अधिकारियों को आरोपियों को तत्काल गिरफ्तार करने के निर्देश दिए थे।

सीओ अजय सिंह चौहान ने बताया कि परिजनों का मुकदमा पहले ही दर्ज था लेकिन विवेचना और पोस्टमार्टम रिपोर्ट आ जाने के बाद धाराओं में तरमीम कर विवेचना की जा रही थी। नेवादा पुलिया के पास मामले में नामजद आशीष को धर दबोचा गया और चालान न्यायालय कर दिया गया।

गंगा में डूबे दो युवक, तलाश में जुटी एसडीआरएफ,अधूरे पीपापुल से नदी में लगाई थी छलांग


भदोही। कोइरौना थाना क्षेत्र के सीतामढ़ी गंगा घाट के समीप बने अधूरे पीपापुल से देर रात दो युवक गंगा में डूब गए। दोनों की तलाश में गोताखोर लगे है। डूबने वाला पहला युवक आकाश पांडेय 21 पुत्र मनोज पांडेय सीतामढ़ी का निवासी है। जबकी दूसरा सीतामढ़ी से सटे प्रयागराज के हंडिया कोतवाली के महखरा निवासी विष्णु सिंह 24 पुत्र अशोक सिंह था। उनके साथ बारीपुर गांव निवासी ऋषभ सिंह भी था ऋषभ ने बताया कि दोनों युवक देर रात के बाद सीतामढ़ी गंगा घाट पर पहुंचे और निर्माणाधीन पीपा पुल पर चढ़ कर चहल कदमी करने लगे।

दोनों युवकों का कपड़ा, मोबाइल, घड़ी, जूता आदि पीपा पुल पर मिला। आशंका जताई जा रही है कि दोनों युवक गंगा में नहाने के लिए छलांग लगाई होगी। गंगा में पानी अधिक होने के चलते डूब गए। दोनों के साथ रहे ऋषभ सिंह ने इसकी जानकारी परिजनों को दी। घर के लोग घटना स्थल पर पहुंच गए। कोइरौना थानाध्यक्ष गीता राय और सीतामढ़ी चौकी इंचार्ज श्री प्रकाश मिश्रा पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच गए। देर रात तक खोजबीन की जाती रही लेकिन कोई अतापता नहीं चल सका सुबह एसडीआरएफ की टीम पहुंच कर गंगा में डूबे युवकों की खोजबीन में लगी है।

भदोही में डेंगू के मिले पांच न‌ए मरीज,कुल 161 केस आए सामने


भदोही- जिले में डेंगू केस थमने का नाम नहीं ले रहा है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी रिपोर्ट में डेंगू के पीड़ित कुल पांच केस में इजाफा हुआ। अब तक कुल 161 डेंगू के मरीज हो ग‌ए है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा कुल 372 संभावित मरीजों का जांच हो चुका है।

मच्छरों के प्रकोप से डेंगू, मलेरिया, टाइफाइड व बुखार के मरीजों में इजाफा होता जा रहा है।जिस बस्ती में दूषित पानी जमा है। वहां के लोग डेंगू की चपेट में ज्यादा आ रहे हैं। मच्छरों का बढ़ा प्रकोप लोगों को बीमार दे रहा है। डेढ़, मलेरिया व टाइफाइड मरीजों में इजाफा होता जा रहा है। चुपके से दस्तक दे रहा डेंगू व मलेरिया लोगों को अस्पताल पहुंचा दे रहा है।

जिला मलेरिया अधिकारी राम आसरे पाल ने बताया कि जिले में अब तक डेंगू से पीड़ित मरीजों की संख्या 161 हो गई है। जबकि कुल 372 संभावित मरीजों का जांच हो चुका है।

सामूहिक दुष्कर्म मामले में पूर्व विधायक विजय मिश्र को 15 साल की सजा, कोर्ट ने एक लाख का जुर्माना भी लगाया

भदोही- ज्ञानपुर के पूर्व बाहुबली विधायक विजय मिश्र को सामूहिक दुष्कर्म मामले में 15 साल की सजा हो गई है। शुक्रवार को एमपीएमएलए कोर्ट में विजय मिश्र को दोषी करार दिया था। वहीं पूर्व विधायक के बेटे विष्णु मिश्र और नाती ज्योति उर्फ विकास मिश्र साक्ष्य के अभाव में दोषमुक्त हो गए थे। फैसले के बाद न्यायालय में सुरक्षा बढ़ा दी गई और डॉग स्क्वायड, क्राइम ब्रांच संग थाने की पुलिस तैनात की गई है।

रिश्तेदार की संपति हड़पने के मामले में पूर्व विधायक विजय मिश्र समेत कुनबे के छह सदस्यों पर जुलाई 2020 में मुकदमा दर्ज किया गया था। उसके बाद मध्य प्रदेश के आगर से उन्हें गिरफ्तार किया। पूर्व विधायक की गिरफ्तारी के बाद वाराणसी की एक गायिका ने पूर्व विधायक, बेटे विष्णु मिश्र, नाती विकास मिश्र के खिलाफ सामूहिक दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज कराया। जिसमें करीब तीन साल से कोर्ट में सुनवाई चल रही थी।

एक सप्ताह पूर्व सुनवाई पूर्ण होने पर तीन नवंबर को सजा के फैसले की सुनवाई की तिथि तय की गई थी। शुक्रवार को सजा को लेकर कोर्ट में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई। अपर पुलिस अधीक्षक राजेश भारती संग सीओ, ज्ञानपुर थाने की पुलिस, क्राइम ब्रांच की टीम अलर्ट मोड में रही।

बीती रात भूकंप के झटके से थर्रायी भदोही, कमरों के सामान लगे हिलने


भदोही- बीती रात 11 बजकर 36 मिनट पर जिले में भूंकप के झटके महसूस किए। गए। इस भूकंप से सहमें ज्यादातर लोग आधी रात में भी घरों से बाहर भाग निकल पड़ेंबताते चलें कि बीती रात नगर के वार्ड नंबर चार के ज्ञानसरोवर मार्ग पर एक व्यक्ति सोने की तैयारी ही कर रहे थे कि घर में रखे सामान हिलने डुलने लगे। पुत्री ने भी जब महसूस किया तो हड़बड़ा उठी।तब तक सब कुछ सामान्य हो गया।

इसके बाद भी आसपास के लोगों के बीच रात्रि में बाहर चहलकदमी देखी गई।साथ ही कुछ लोग मोबाइल फोन पर अपने रिश्तेदारों से भूकंप के झटके की जानकारी लेते रहे। लोगों की घबराहट को देख भूकंप की जानकारी पर नींद से जागे लोगों को विश्वास नहीं हो रहा था। लेकिन जानकारी होते ही लोगों के बीच तेज झटकों की दहशत बनीं रही जबकि कुछ ही पलों में सबकुछ सामान्य हो गया था। फिर भी लोगों के चेहरों पर भय की स्पष्ट लकीरें देखी गई।