दिल्ली-नोएडा ही नहीं देश के इन शहरों का हाल है बेहाल, प्रदूषण के मामले में “गंभीर

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वैसे तो देश की राजधानी दिल्ली सियासी हलचल के लिए हमेशा सुर्खियों में रहती है। हालांकि पिछले कुछ सालों में सर्दियां सुरू होने से पहले दिल्ली गंभीर प्रदूषण के कारण चर्चा में रहती है। बीते कुछ दिनों से राजधानी क्षेत्र दिल्ली-एनसीआर के आसमान में धुंध छाई हुई है।केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के आंकड़ों के मुताबिक, लगातार सातवें दिन दिल्ली में कई स्थानों पर एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) ने '400' यानी खतरे के निशान को पार कर लिया है।वैसे दिल्ली एनसीआर ही नहीं देश के कई शहरों में इन दिनों हवा जहरीली होती जा रही है।

देश के टॉप-10 प्रदूषित शहर

देश के टॉप-10 प्रदूषित शहरों की लिस्‍ट में आज सबसे ऊपर उत्‍तर प्रदेश का ग्रेटर नोएडा है, जहां एक्‍यूआई लेवल 441 के स्‍तर यानी गंभीर श्रेणी में बना हुआ है। वहीं, दूसरे स्‍थान पर हरियाणा का फतेहबाद है, जहां एक्‍यूआई 428 के स्‍तर पर है। तीसरे स्‍थान पर राजस्‍थान का गंगानगर है, जहां एक्‍यूआई लेवल 406 है। हरियाणा के हिसार में भी एक्‍यूआई लेवल 406 है। हरियाणा का जींद(398), राजस्‍थान का धौलपुर(393), दिल्‍ली (393), राजस्‍थान का भिवाड़ी (389), हरियाणा का सोनीपत (380) और हरियाणा का फरीदाबाद (375) भी आज टॉप 10 प्रदूषित शहरों में शामिल है।

दुनिया के 10 सबसे ज्यादा प्रदूषित शहरों में भारत के तीन शहर

इससे पहले सोमवार को दुनिया के 10 सबसे प्रदूषित शहरों की लिस्ट जारी हो गई। इस लिस्ट में दिल्ली पहले स्थान पर है, दूसरे स्थान पर पाकिस्तान का लाहौर शहर है। टॉप 5 सबसे प्रदूषित शहरों की लिस्ट में तीन भारतीय शहर हैं। दुनिया के 10 सबसे प्रदूषित शहरों की लिस्ट को स्विस ग्रुप आईक्यूएयर की तरफ जारी किया गया है. ये ग्रुप वायु प्रदूषण के आधार पर एयर क्वालिटी इंडेक्स तैयार करता है। लिस्ट के मुताबिक, देश की राजधानी दिल्ली, मुंबई और कोलकाता 10 सबसे खराब आबोहवा वाले शहरों में शामिल हैं।

हमास के साथ जंग के बीच 1 लाख भारतीयों को नौकरी देगा इजरायल, जानें क्‍या है वजह

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गाजा में हमास और इजरायल के बीच बीते एक महीने से जंग जारी है। अब तक इस जंग में 10 हजार से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है।इतने नरसंहार के बाद भी युद्ध रूकने की कोई संभावना नजर नहीं आ रही है।इजराइल लगातार गाजा पट्टी पर बम बरसा रहा है। इन सबके बीच इजराइल ने भारत से तत्काल प्रभाव से एक लाख श्रमिकों की मांग की है।क्योंकि इजराइल ने 90 हजार फ़िलिस्तीनियों का परमिट रद्द कर दिया है।दरअसल, हमास के हमले के बाद अपने देश से 1 लाख फिलिस्तीनियों को काम से निकालने की योजना तैयार की है। इन फिलिस्तीनियों की जगह 1 लाख भारतीय कामगारों को इजरायल नौकरियाँ देगा।

इजरायल में काम करने वाले फिलिस्तीनी कामगार, फिलिस्तीन या गाजा में काम करने वाले कामगारों से कहीं अधिक कमाते हैं। हालाँकि, हमले के बाद अब इनके प्रति अविश्वास पैदा हो गया है, इसलिए इनको हटा कर इनकी भरपाई भारत से लाए गए कामगारों से करने की योजना तैयार की जा रही है। 

जिन फिलिस्तीनियों को हटाया जा रहा है, उनमें से अधिकाँश कंस्ट्रक्शन के क्षेत्र में काम करते थे। इनके हटने से इजरायल में कामगारों की एकाएक कमी हो गई है। कामगारों की कमी से इस क्षेत्र में रुकावट ना पैदा हो, इसके लिए इजरायली बिल्डर्स एसोसिएशन ने सरकार से 50,000-1,00,000 तक भारतीय कामगारों को मंजूरी देने की अपील की है।

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इज़राइल बिल्डर्स एसोसिएशन के उपाध्यक्ष हैम फीग्लिन ने जानकारी दी है कि इजराइल सरकार की मंजूरी मिलते ही हम एक लाख भारतीयों को नौकरी के लिए हायर करेंगे। हम भारत सरकार के साथ भी बातचीत कर रहे हैं। हालांकि अभी भारत के विदेश मंत्रालय ने इजराइल में भारतीयों को नौकरी देने संबंधी सवालों का जवाब नहीं दिया है।

भारत और इजरायल के बीच पहले ही 42,000 भारतीयों को इजरायल में काम करने के लिए सहमति बन चुकी है। इसके लिए दोनों देशों के बीच मई 2023 में समझौता हुआ था। यदि अब 1 लाख कामगार भारत से और जाते हैं तो यह संख्या तीन गुने से अधिक हो आएगी।

बता दें कि भारत ऑपरेशन अजय के तहत अपने लोगों को इजराइल से निकाल रहा है, वहीं इजराइल की मांग पर एक लाख भारतीयों को नौकरी के लिए वहां जाने की अनुमति देगा या नहीं? यह बड़ा सवाल है।

वायु प्रदूषण के चलते दिल्ली-एनसीआर में हालात गंभीर, धुंध की चादर में लिपटा वातावरण, जानें आज कितना है AQI

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दिल्ली में प्रदूषण खतरनाक स्तर को पार कर गया है। दिल्ली के एयर क्वालिटी इंडेक्स के रिकॉर्ड हैरान करने वाले हैं।मंगलवार को दिल्ली में ज्यादातर स्थानों पर एक्यूआई 450 के ऊपर दर्ज किया गया। खासतौर पर आनंद विहार, गाजियाबाद, नोएडा, और गुरुग्राम में स्थिति नाजुक रही।केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने आशंका जताई है कि यह स्थिति अगले तीन दिनों तक बनी रह सकती है।

प्रदूषण बोर्ड के आंकड़ों के मुताबिक मंगलवार की सुबह दिल्ली में ओवरऑल एक्यूआई 399 दर्ज किया गया है। वहीं अलग अलग अलग इलाकों में प्रदूषण का स्तर 450 के पार रहा है। पुषा में लगे प्रदूषण मॉनिटरिंग सिस्टम में एक्यूआई 372 दर्ज किया गया। वहीं दिल्ली यूनिवर्सिटी में यह आंकड़ा 461 के पार रहा। इसी प्रकार लोधी रोड पर 371, एयरपोर्ट पर 433, नोएडा में 463, मथुरा रोड पर 417 और आयानगर में 392 दर्ज किया गया है।केंद्रीय प्रदूषण बोर्ड की रिपोर्ट के मुताबिक आईआईटी दिल्ली में प्रदूषण का स्तर 416, गुरुग्राम में 369 और धीरपुर में 400 दर्ज किया गया है। रिपोर्ट के मुताबिक आनंद विहार में 441, मयूर विहार फेस 1 में 441 और नेहरु नगर में 424, ओखला फेस 2 में 427, आरके पुरम में 437 और सोनिया विहार में 418 के अलावा वजीरपुर में एक्यूआई 438 दर्ज किया गया है।

दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण की गंबीर स्थिति को देखते हुए सोमवार को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सचिवायल में उच्च स्तरीय बैठक की थी। इस बैठक में मंत्री गोपाल राय भी मौजूद रहे थे। दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने जानकारी देते हुए बताया कि दिल्ली में ऑड ईवन लागू होगा। 13 से 20 नवंबर के बीच इसे लागू किया जाएगा। ऑड-ईवन यातायात नियम एक ऐसी प्रणाली है, जिसके तहत ऑड नंबर पर खत्म होने वाले पंजीकरण संख्या वाले वाहनों को सप्ताह के ऑड दिनों पर चलने की अनुमति होती है। ईवन नंबर पर समाप्त होने वाली पंजीकरण संख्या वाले वाहनों को सप्ताह के अन्य वैकल्पिक दिनों में सड़कों पर चलने की अनुमति है। पूर्व में रविवार को सभी वाहनों की आवाजाही के लिए खुला रखा गया है। 

सितंबर से नंबर महीने के दौरान हर साल दिल्ली एनसीआर में यही स्थिति देखने को मिलती है। हवा में स्मॉग इतना बढ़ जाता है कि स्कूलों की छुट्टी कर दी जाती है। क्योंकि ये जहरीली हवा बच्चों के स्वास्थ्य को बहुत ज्यादा प्रभावित करती है। इस साल भी वही स्थिति है। प्रदूषण का लेवल बढ़ने का सबसे बड़ा कारण पराली जलाना है, जिसे स्टबल बर्निंग कहा जाता है। इस दौरान, किसान खेतों में पराली जलाते हैं, जिसका धुंआ हवा में घुल जाता है। पंजाब और हरियाणा दिल्ली से काफी नजदीक हैं इसलिए दिल्ली और एनसीआर के इलाकों में इसका असर बहुत ज्यादा नजर आता है।

मिजोरम और छत्तीसगढ़ में पहले चरण के मतदान जारी, वोटिंग के बीच सुकमा में आईईडी विस्फोट

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छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव 2023 के लिए आज पहले चरण की वोटिंग शुरू हो चुकी है। पहले चरण के लिए 20 सीटों पर मतदान होना हैं। मतदान को लेकर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। मिजोरम विधानसभा की 40 सीटों के लिए मतदान शुरू हो चुका है।छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के लिए पहले चरण में 10 सीटों पर सात से 3 बजे तक और बाकी की 10 सीटों पर सुबह आठ से शाम पांच बजे तक मतदान होगा।

छत्तीसगढ़ में नक्सल प्रभावित सुकमा के कारीगुंडम इलाके में 23 साल बाद मतदान हो रहा है। इलाके में वोटिंग कराने के लिए चाक-चौबंद सुरक्षा व्यवस्था की गई है। मतदान प्रक्रिया सीआरपीएफ 150 बटालियन और जिला बल के सुरक्षा घेरे में हो रही है। हालांकि इस दौरान सुकमा के टोंडामर्का इलाके में नक्सलियों ने आईईडी ब्लास्ट किया है। ब्लास्ट में सीआरपीएफ कोबरा बटालियन का एक जवान घायल हो गया है। यह जवान मतदान की सुरक्षा में लगा था।

छत्तीसगढ़ के 20 सीटों मोहला मानपुर, अंतागढ़, भानुप्रतापपुर, कांकेर, केशकाल, कोंडागांव, नारायणपुर, दंतेवाड़ा, बीजापुर, कोंटा, पंडरिया, कवर्धा, खैरागढ़, डोंगरगढ़, राजनांदगांव, डोंगरगांव, खुज्जी, बस्तर, जगदलपुर और चित्रकोट की जनता प्रत्याशियों की किस्मत को ईवीएम में कैद करेगी।

छत्तीसगढ़ में कुल 90 विधान सभा सीटें हैं, जिनमें से 20 सीटों पर आज पहले चरण में मतदान होगा, जबकि शेष 70 सीटों पर 17 नवंबर को मतदान होगा। वोटिंग के मद्देनज़र दोनों ही राज्यों में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। दोनों ही राज्यों के विधानसभा चुनाव के नतीजे 3 दिसंबर को घोषित किए जाएंगे।

*पीएम मोदी ने ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी से फोन पर की बात, इजरायल-हमास जंग पर हुई चर्चा*

इजरायल-हमास के बीच जंग जारी है। एक महीने से दोनों तरफ से एक-दूसरे पर जोरदार हमले हो रहे हैं।इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ईरान के राष्ट्रपति सैयद इब्राहीम रईसी से बात की है। इस दौरान इजराइल-हमास जंग को लेकर चर्चा की गई। पीएम मोदी ने ट्वीट कर ये जानकारी दी है।

पीएम मोदी ने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा, ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी से वेस्ट एशिया में मुश्किल हालात और इज़राइल हमास संघर्ष को लेकर बात की। आतंकवादी घटनाएं, हिंसा और नागरिकों की जान का नुकसान गंभीर चिंता का विषय है।तनाव बढ़ने से रोकना, निरंतर मानवीय सहायता सुनिश्चित करना और शांति, स्थिरता की शीघ्र बहाली इस वक्त सबसे अहम है। हमने चाबहार बंदरगाह सहित हमारे द्विपक्षीय सहयोग में प्रगति का स्वागत किया।

इससे पहले विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने भी रविवार को ईरान के विदेश मंत्री हुसैन आमिर अब्दुल्लाहियन से इजराइल-हमास संघर्ष को लेकर फोन पर बात की थी।

*खत्म नहीं हो रही है आप की मुश्किलें, अब पंजाब में विधायक जसवंत सिंह गज्जनमाजरा पर कसा शिकंजा, ईडी हिरासत में लेकर कर रही पूछताछ*

#aam_aadmi_party_mla_jaswant_singh_gajjanmajra_ed_raid

आम आदमी पार्टी की मुश्किलें कम होती नहीं दिख रही हैं। अब प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने सोमवार को आम आदमी पार्टी के अमरगढ़ से विधायक जसवंत सिंह गज्जनमाजरा के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की। ईडी ने उन्हें मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े मामले में हिरासत में लिया है। उनके खिलाफ गत साल से ईडी जांच कर रही थी। 

बताया जा रहा है कि वर्ष 2014 दौरान बैंक से लिए करीब 40 करोड़ रुपये के कर्जे के मामले की जांच चल रही है, जिसमें उनसे सीबीआई व ईडी द्वारा पहले भी पूछताछ की गई है। ईडी द्वारा उन्हें कुछ समय पहले भी पूछताछ के लिए बुलाया गया था, जिसके बाद सोमवार को अचानक उन्हें ईडी ने हिरासत में ले लिया है। ईडी की टीम उन्हें हिरासत में लेने के बाद जालंधर ले गई है।

सितंबर 2022 में ईडी की एक टीम ने गज्जनमाजरा के घर के अलावा अमरगढ़ में उनके परिवार द्वारा संचालित एक स्कूल और एक पशु चारा फैक्टरी पर छापा मारा था। केंद्रीय जांच ब्यूरो ने पिछले साल 40.92 करोड़ के बैंक धोखाधड़ी मामले में उनकी संपत्तियों की छापेमारी की थी, जिसके बाद ईडी ने उनके खिलाफ पीएमएलए मामला दर्ज किया था। 

सीबीआई ने कहा था कि तलाशी के दौरान16.57 लाख की राशि, 88 विदेशी मुद्रा नोट और आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद किए गए। याद रहे कि लुधियाना स्थित बैंक ऑफ इंडिया की एक शाखा द्वारा मालेरकोटला के गौंसपुरा में गज्जनमाजरा की फर्म के खिलाफ शिकायत के बाद सीबीआई जांच की गई थी। बैंक की शिकायत में कहा गया है कि उसके निदेशकों के माध्यम से फर्म ने बंधक स्टॉक को छुपाया था और गलत और बेईमान इरादे से बही ऋणों को डायवर्ट किया था। ताकि इसे लेनदार बैंक को निरीक्षण के लिए और सुरक्षित लेनदार के रूप में वसूली के लिए उपलब्ध न कराया जा सके।

बता दें कि दिल्ली से लेकर पंजाब तक आम आदमी पार्टी के नेता ईडी और सीबीआई के रडार पर हैं। दिल्ली में कथित शराब घोटाले में सत्येंद्र जैन, मनीष सिसोदिया और संजय सिंह सलाखों के पीछे हैं। ईडी ने अपनी जांच में इन नेताओं पर कई गंभीर आरोप लगाया है। इन नेताओं में से कई को तो सुप्रीम कोर्ट से भी राहत नहीं मिल पाई है।

BRO ने रचा इतिहास, अमरनाथ धाम तक पहुंचा वाहनों का पहला जत्था, अब श्रद्धालुओं की यात्रा होगी बेहद आसान !

सीमा सड़क कर्मियों (बीआरओ) ने हाल ही में वाहनों के पहले जत्थे को पवित्र अमरनाथ गुफा तक पहुंचाने के साथ इतिहास रच दिया है। सीमा सड़क संगठन (बीआरओ), जिसे अमरनाथ गुफा मार्गों पर सड़क चौड़ीकरण का काम सौंपा गया था, ने इस कठिन कार्य के पूरा होने की घोषणा की। बीआरओ ने एक्स पर एक पोस्ट में घोषणा करते हुए कहा कि, 'प्रोजेक्ट बीकन अमरनाथ यात्रा ट्रैक की बहाली और सुधार में शामिल है। सीमा सड़क कर्मियों ने कठिन कार्य पूरा किया और वाहनों के पहले सेट के पवित्र गुफा तक पहुंचने के साथ इतिहास रचा।'

BRO के एक अधिकारी ने कहा कि उन्होंने डुमैल (गांदरबल जिले में) से बालटाल बेस कैंप के माध्यम से अमरनाथ गुफा तक एक ट्रक और छोटे पिकअप वाहन लिया, जो गुफा तक पहुंचने के दो मार्गों में से एक है। उन्होंने कहा कि बीआरओ ने इन वाहनों का इस्तेमाल अमरनाथ की पवित्र गुफा के पास चल रहे काम के लिए किया। उन्होंने कहा कि, "गाड़ियां वहां (गुफा पर) गई थीं क्योंकि हमें बहुत सारा सामान ले जाना था क्योंकि हमें बहुत सारे स्थायी काम करने थे। यह बीआरओ के लिए बड़ी उपलब्धि रही है, क्योंकि बहुत ही कम समय में हम वहां पहुंच सके। हमने अपने संसाधन लगाए क्योंकि हमारा लक्ष्य बर्फबारी से पहले वहां पहुंचना था।'

अधिकारी ने कहा कि अभी, संगम बेस से गुफा तक और संगम टॉप रोड से बालटाल होते हुए लगभग 13 किलोमीटर सड़क का चौड़ीकरण किया गया है। अमरनाथ तक सड़क बनने से तीर्थयात्रियों के लिए यात्रा का समय कम हो जाएगा। दक्षिण कश्मीर में श्री अमरनाथ जी की गुफा समुद्र तल से लगभग 3,888 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है और यह यात्रा हिंदुओं के लिए एक पवित्र तीर्थयात्रा के रूप में अत्यधिक महत्व रखती है। हर साल, हजारों श्रद्धालु अमरनाथ यात्रा में भाग लेते हैं और इस साल, 4.5 लाख से अधिक तीर्थयात्रियों ने गुफा मंदिर में पूजा-अर्चना की।

यात्रा दोनों मार्गों से एक साथ होती है - अनंतनाग जिले में पहलगाम ट्रैक और गांदरबल जिले में बालटाल। इस साल अप्रैल में, केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने घोषणा की थी कि श्री अमरनाथ तीर्थ जा रहे तीर्थयात्रियों की सुविधा के लिए पहलगाम में पवित्र अमरनाथ गुफा तक जाने वाला 110 किलोमीटर लंबा अमरनाथ मार्ग लगभग 5300 करोड़ रुपये की लागत से बनाया जाएगा।

पूर्व क्रिकेटर और तेलंगाना विस चुनाव में कांग्रेस कैंडिडेट मोहम्मद अजहरुद्दीन की बढ़ी मुश्किलें, दर्ज किए गए 4 एफआईआर

#mohammed_azharuddin_in_trouble_4_cases_filed_against_him

तेलंगाना में 30 नवंबर को विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। इससे पहले सियासी सरगर्मी जोरों पर है। सभी पार्टियां मतदाताओं को अपनी ओर खींचने के लिए तमाम तरह के हथकंड़े अपना रही हैं। इस बीत पूर्व क्रिकेटर और कांग्रेस पार्टी की ओर से उम्मीदवार मोहम्मद अजहरुद्दीन की मुश्किलें बढ़ गई हैं। उनके खिलाफ 4 केस दर्ज कराए गए हैं। बता दें कि अजहरूद्दीन जुबली हिल्स से कांग्रेस के प्रत्याशी हैं।

अजहरुद्दीन पर हैदराबाद क्रिकेट असोसिएशन (एचसीए) के अध्यक्ष रहने के दौरान धन के दुरुपयोग का आरोप है। रचाकोंडा पुलिस ने अजहरुद्दीन सहित एचसीए के पदाधिकारियों और पिछले सदस्यों के खिलाफ चार मामले दर्ज किए हैं।अब पूर्व क्रिकेटर ने अपने खिलाफ दर्ज सभी चार केसों में जमानत के लिए मल्काजगिरी कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है।

पिछले महीने जब उनके खिलाफ शिकायत दी गई थी, तब इन आरोपों पर अजहरुद्दीन ने कहा था कि यह मेरी छवि खराब करने के लिए मेरे प्रतिद्वंद्वियों की ओर से किया गया चुनावी स्टंट है। अजहरुद्दीन ने एक्स (पहले ट्विटर) पर इस मामले में लिखा मैंने कई खबरें देखीं हैं जिनमें बताया गया है कि हैदराबाद क्रिकेट असोसिएशन की सीईओ की शिकायतों पर मेरे खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। मैं बताना चाहता हूं कि ये सभी झूठे और राजनीति से प्रेरित आरोप हैं। मैं किसी भी तरह से इन आरोपों से जुड़ा नहीं हूं। सही समय आने पर मैं इसे लेकर और जवाब दूंगा। यह मेरी इमेज खराब करने के लिए मेरे प्रतिद्वंद्वियों की ओर से किया गया स्टंट है, लेकिन हम इससे कमजोर नहीं होंगे। हम और मजबूत रहेंगे और कड़ी लड़ाई लड़ेंगे।

इजरायल-हमास युद्ध के बीच मध्य-पूर्व पहुंची अमेरिका की परमाणु पनडुब्बी,जानें क्या है इसके मायने

#israel_hamas_war_us_announces_entry_of_nuclear_submarine_in_west_asia

इजराइल और हमास के बीच संघर्ष को अब एक महीने पूरे होने वाले हैं। हालांकि दोनों तरफ से जंग तेज है। एक तरफ इजराइल में में हमास के हमले में अब तक 1400 से ज्यादा की मौत हुई है, वहीं गाजा पट्टी में इस्राइली सेना के पलटवार में करीब 10 हजार की जान जा चुकी है।इस बीच इजराइल का लगातार समर्थन करने वाले दुनिया के सबसे शक्तिशाली देश अमेरिका ने वेस्ट एशिया में परमाणु पनडुब्बी को तैयात किया है।

अमेरिकी सेंट्रल कमांड ने सोमवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर कहा कि उसकी एक ओहायो क्लास सबमरीन पांच नवंबर को ही कमान के जिम्मेदारी वाले इलाके में उतर चुकी है। सेंट्रल कमांड ने इस पोस्ट में एक तस्वीर भी साझा की है, जिसमें सबमरीन को मिस्र के काहिरा में स्थित अल-सलाम ब्रिज के नीचे से गुजरते देखा जा सकता है।

अमेरिकी नौसेना ने अप्रत्याशित रूप से सोशल प्लेटफॉर्म पर जानकारी दे सबको हैरान कर दिया है। आमतौर पर पनडुब्बियों की गतिविधियों को काफी गुप्त रखा जाता है। पारम्परिक तौर पर माना जाता है कि पनडुब्बियां दुश्मन की निगाहों में नहीं आनी चाहिए। ऐसे में अमेरिका के इस असामान्य ऐलान ने रक्षा विशेषज्ञों को भी हैरान कर दिया है। ऐसे में सवाल है आखिर दुनिया को क्या बताना चाहता है सबसे शक्तिशाली माना जाने वाला देश अमेरिका? क्या हमास आतंकियों को बताना चाहता है कि इजरायल के खिलाफ अगर उसने युद्ध जारी रखा तो आगे कुछ भी हो सकता है। साथ ही ये भी संकेत दे रहा है कि इजरायल के खिलाफ अरब देश युद्ध में कूदे तो अमेरिका भी तैयार है।

अमेरिकी नौसेना ने ओहियो क्लास की इस परमाणु पनडुब्बी की पहचान का खुलासा नहीं किया है। यह भी ज्ञात नहीं है कि यह टॉमहॉक क्रूज मिसाइलों को ले जाने वाली चार पनडुब्बियों में से एक है या ट्राइडेंट- II बैलिस्टिक मिसाइलों को ले जाने वाली 14 पनडुब्बियों में से एक है। ट्राइडेंट- II अमेरिका की परमाणु मिसाइल है, जो एक साथ कई वॉरहेड ले जा सकती है। इसके बावजूद यह पनडुब्बी मध्य पूर्व में अमेरिकी सैन्य ताकत में महत्वपूर्ण इजाफा करेगी और दुश्मनों को अमेरिकी सेना पर हमले से रोकने के काम आएगी। अगर अमेरिकी बलों पर हमला होता है तो यह पनडुब्बी दुश्मन के खिलाफ रणनीतिक रूप से बड़ी भूमिका निभा सकती है।

अरविंद केजरीवाल की पत्नी को दिल्ली हाईकोर्ट से मिली राहत, जानें क्या है पूरा मामला

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दो वोटर आईडी कार्ड के मामले में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल को दिल्ली हाई कोर्ट से बड़ी राहत मिली है।सुनीता केजरीवाल पर दो अलग-अलग निर्वाचन क्षेत्रों के वोटर आई कार्ड रखकर लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम, 1951 के प्रावधानों के कथित उल्लंघन का आरोप है।इसी मामले में ट्रायल कोर्ट ने सुनीता को समन जारी किया था। इसी मामले में हाईकोर्ट ने निचली अदालत द्वारा उन्हें मिले समन पर सोमवार को रोक लगा दी।सुनीता केजरीवाल को 28 अगस्त 2023 को समन जारी किया गया था।

दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल पर भाजपा नेता हरीश खुराना की शिकायत पर मामला दर्ज किया गया था।खुराना ने 2019 में सुनीता केजरीवाल के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी कि वो दिल्ली के साहिबाबाद (गाजियाबाद निर्वाचन क्षेत्र) और चांदनी चौक की मतदाता सूची में मतदाता के रूप में पंजीकृत हैं, जो जन प्रतिनिधित्व अधिनियम की धारा 17 का उल्लंघन है। ट्रायल कोर्ट ने मामले को सुनने के बाद समन जारी किया था।

न्यायमूर्ति अमित बंसल ने ट्रायल कोर्ट के आदेश को चुनौती देने वाली सुनीता केजरीवाल की याचिका पर राज्य के साथ-साथ शिकायतकर्ता को भी नोटिस जारी किया है।इसमें सुनीता केजरीवाल से आरोप के संबंध में 18 नवंबर को अदालत में पेश होने के लिए कहा गया था। मामले पर अगली सुनवाई 1 फरवरी को होगी। कोर्ट ने आदेश दिया कि तब तक विवादित आदेश के क्रियान्वयन पर रोक रहेगी।