स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही से घर पर प्रसव के बाद प्रसूता की हुई मौत परिजनों में मचा कोहराम
हलिया (मिर्जापुर): क्षेत्र के गलरिया गांव निवासी इंद्रजीत कोल की 20 वर्षीय पत्नी उषा देवी की रविवार की देर शाम प्रसव के बाद हालत बिगड़ने पर उपचार के लिए बरौंंधा स्थित एक निजी क्लीनिक पर लेकर गये जंहा पर चिकित्सक ने स्वरुप रानी के लिए रेफर कर दिया जंहा पर प्रसूता की मौत हो गई मौत की जानकारी मिलने पर परिजनों में कोहराम मच गया है।
परिजनों द्वारा स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही से प्रसूता की मौत का आरोप लगाया जा रहा है अगर समय रहते प्रसूता की जांच स्वास्थ्य विभाग द्वारा किया गया होता तो शायद प्रसूता की जान नहीं जाती।
इंद्रजीत कोल की पत्नी को दो तीन दिन से प्रसव पीड़ा शुरु होने पर परिवार के लोग पहले रतेह चौराहा स्थित एक एएनएम के पास लेकर गये जंहा पर एएनएम ने प्रसूता को नया प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ड्रमंड गंज के लिए रेफर कर दिया जंहा पर परिजन लेकर गये वंहा पर दो तीन दिन प्रसव में समय बताते हुए प्रसूता को एएनएम द्वारा घर भेज दिया गया जिस पर परिजन प्रसूता को लेकर घर चले आये और प्रसूता ने रविवार की देर शाम प्रसव होने पर बच्चे को जन्म दिया और इसके बाद प्रसूता की हालत बिगड़ते देख परिवार के लोग बरौंंधा स्थित एक निजी क्लीनिक पर लेकर गये जंहा पर चिकित्सक ने हालत गंभीर देखकर मिर्जापुर के लिए रेफर कर दिया जंहा पर चिकित्सक ने प्रयागराज जनपद के स्वरूप रानी अस्पताल में पंहुचते ही प्रसूता ने दम तोड़ दिया प्रसूता के मौत के बाद परिजनों में कोहराम मच गया।
स्वास्थ्य विभाग कि लापरवाही से प्रसूता की मौत होना बताया जा रहा है कि अगर समय रहते प्रसूता का जांच किया गया होता तो शायद प्रसूता की मौत नहीं होती। जबकि स्वास्थ्य विभाग द्वारा हर गांव में प्रसुता की जांच के लिए आशा कार्यकर्ताओं को तैनात किया है लेकिन आशा कार्यकर्ताओं द्वारा काम नहीं किया जा रहा है जिससे आये दिन प्रसूता की मौत हो रही है इसके बाद भी जिम्मेदार मौन धारण किये हुए हैं।
Nov 06 2023, 12:13