अजब-गजब : रात में नहर पर प्रशासन का पहरा, किसानों से हो रहा विवाद
राजगढ़, मीरजापुर। राजगढ़ क्षेत्र में धनरौल बांध से 1 नवंबर को नहर में पानी छोड़ा गया है और पानी आने से जगह-जगह कैनाल माइनरों पर पुलिस प्रशासन का पहरा सिंचाई विभाग के ठेकेदार बैठकर खुद निगरानी कर रहे है। जिससे रजवाहा से निकली नहरो में पानी न आने से किसान परेशान हो रहे हैं और अपनी फसल को किसी तरह से बचाने के लिए पानी खरीद कर सिंचाई करने को मजबूर हैं।
यह प्रशासन और सिंचाई विभाग का दोहरा रूप किसानों को रूला रहा है। किसान दिन भर नहर पर टकटकी लगाए बैठे हैं की इधर का फाटक कब खुलेगा और खेतों में पानी कब तक आ जाएगा। बीती रात करीब 10 बजे के आसपास सैकड़ों की संख्या में किसान सेमरा रजवाहा पर इकट्ठा हुए और जैसे ही नहर खोलना चाहा मौके पर नहर विभाग के ठेकेदार अधिकारी पहुंच गए।
किसान सुभाष सिंह, मेवा सिंह ,जगदीश सिंह, निरंजन सिंह, संतोष सिंह, रविंद्र सिंह, शेखर सिंह, बलवंत सिंह, पप्पू सिंह, कृष्ण कुमार ने कहा कि नहर में पानी न होने से फसलों पर सूखे का जहां असर देखा जा रहा है वहीं खेतों में दरार पड़ गई है। अगर सिंचाई नहीं हुआ तो धान की पक कर तैयार होने को फसल आधे से ज्यादा खराब हो जाएंगी और खाने के लाले पड़ जाएंगे।
पशुओं के चारे की व्यवस्था कहां से होगी? यह भी एक चिंता का विषय बना हुआ है। काफी बहस होने लगी तो कुछ लोगों ने डायल 112 को बुला लिया। लेकिन नहर नहीं खुल पाई और किस वहां से मायूस लौट गए। पूछे जाने पर सिंचाई विभाग के ठेकेदार ने बताया कि मड़िहान और पटेहरा को पानी पहुंचाना है, वहीं के लिए पानी छोड़ा जा रहा है।
अधिकारियों के निर्देश पर यह सब किया जा रहा है। लेकिन राजगढ़ के किसानों ने कहा कि राजगढ़ को पानी कब मिलेगा इस पर उन्होंने चुप्पी साध ली। इससे पहले भी राजगढ़ में किसानों को पानी नहीं मिला। यहां के किसान पानी खरीद कर खेतों को सिंचाई करने को मजबूर हैं। नालियों को व्यापारियों और मकान मालिक घर बनाकर क्षतिग्रस्त कर दिए हैं।
पुरैनिया में नाली को क्षतिग्रस्त कर दिया गया है खेतों में पानी नहीं जा रहा है। जिससे गंभीर समस्या उत्पन्न हो गई है। लेकिन अभी तक घर बनाए हुए लोग नाली साफ नहीं कर रहे हैं और यहां के किस रविंद्र सिंह, अनिल कुमार, सुनील कुमार, संजय ने बताया कि 1 किलोमीटर के आसपास नाली को क्षतिग्रस्त होने से खेतों में सिंचाई बाधित है। फसलों की लागत दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। दूसरों से पानी खरीद कर सिंचाई करने को विवश है। जिससे अन्य पैदा किया जा सके और पशुओं को चारा खाने की व्यवस्था किया जा सके।
लेकिन किसानों की आय दुगनी होने को कौन कहे घटती ही जा रही है। जहां किसानों की लागत बढ़ रही है। वहां पर प्रशासन और अधिकारियों की वजह से खेतों में पानी नहीं पहुंच पा रहा है। इस संबंध में जब सिंचाई विभाग के एक्सीयन वैभव सिंह से बात हुई तो उन्होंने कहा कि 2 दिन के अंदर पटेहरा में पानी पहुंच जाएगा। उसके बाद तीसरे दिन राजगढ़ क्षेत्र में भी नहर खोल दिया जाएगा। जिससे किसानों की सुख रही फसल को संजीवनी मिल जाएगी।
Nov 04 2023, 15:44