ऑक्सीजन प्लांट तीन माह से बंद, अफसर अनजान
भदोही। वैश्विक महामारी कोविड काल में अलग-अलग मदों से लाखों खर्च कर पांच स्वास्थ्य केंद्रों पर स्थापित आॅक्सीजन प्लांट की हालत खराब हो चुकी है। अफसरों की उदासीनता और देखरेख न होने के कारण प्लांट तीन महीने से बंद हैं। इससे अचानक जरूरत पड़ने पर स्वास्थ्य विभाग की मुश्किलें बढ़नी तय है।कोरोना महामारी की दूसरे लहर में आॅक्सीजन की कमी को देखते हुए विभिन्न मदों से भदोही एल-टू, भदोही सीएचसी, औराई, सुरियावां और जिला चिकित्सालय में आॅक्सीजन प्लांट स्थापित किए गए थे। व्यवस्थाओं को बेहतर रखने के लिए प्लांट पर स्वास्थ्यकर्मी की तैनाती की गई लेकिन अफसरों की तरफ से ध्यान नहीं दिया गया।
वहां तैनात स्वास्थ्यकर्मी न तो प्लांट पर जाते हैं और न ही निगरानी करते हैं। इस कारण केंद्रो पर बने प्लांट की हालत खराब हो चुकी है। ज्ञानपुर जिला चिकित्सालय का प्लांट पिछले एक माह से चालू नहीं किया गया। जबकि सप्ताह में कम से कम एक से दो दिन उसे चालू कर के देखना चाहिए। सुरियावां सीएचसी अधीक्षक अभिषेक नाग ने बताया कि आॅक्सीजन प्लांट में पिछले तीन महीने से तकनीकी खराबी है। इसकी सूचना विभाग के उच्चाधिकारियों को दी गई है। औराई सीएचसी पर स्थापित प्लांट के आस-पास गंदगी का अंबार लगा है।
भदोही का भी प्लांट बंद ही है। ऐसे में अगर मरीजों को आॅक्सीजन की जरूरत पड़े तो महकमा हाथ खड़ा कर देगा। मरीजों को खुद ही व्यवस्था करनी पड़ेगी। बताते चलें कि आॅक्सीजन प्लांट की हर महीने मॉक ड्रील जरूरी है। सप्ताह में एक दिन चालू करने से उसकी समस्या पकड़ी जा सकती है लेकिन ऐसा कुछ नहीं हो रहा है।
कहां कितनी क्षमता के प्लांट
एल-टू भदोही - 850 एलपीएम - 100
एमसीएस ज्ञानपुर - 500 एलपीएम - 50
एमबीएस भदोही -250 एलपीएम - 50
सीएचसी सुरियावां -250 एलपीएम - 30
सीएचसी औराई -250 एलपीएम - 30
एलपीएम यानी लीटर प्रति मिनट क्षमता
Nov 03 2023, 19:20