चांद के साथ पति की सूरज देख निहाल हुई सुहागिनें
भदोही। चांद छुपा बादल में शरमा के मेरी जाना, आ जा रे आ जा चंदा, जब तक तू ना आएगा सजना के चेहरे को देखने ये मन तरसा जाएगा...हम दिल दे चुके सनम फिल्म का यह गाना करवा चौथ व्रत रखने वाली सुहागिनों की जुबां पर देर शाम सिर चढ़कर बोल रहा था। उनके दिल की यह इच्छा सवा आठ बजे चांद निकलने पर पूरी हुई।
इस दौरान उनकी खुशी का कोई ठिकाना नहीं रहा और उन्होंने चांद का दीदार करने के बाद अपने जीवन साथी के दीदार किए। दरअसल सूर्यास्त के बाद से ही उनकी नजरें आसमान की ओर थी।
करवा चौथ के मौके पर सुहागिनों ने सोलह श्रृंगार कर अपने जीवन साथी की लंबी उम्र की कामना के लिए व्रत किया। सुहागिनों ने रंग-बिरंगे परिधानों में सजधज कर दिन में मंदिरों में व्रत पूजा अर्चना करने के साथ-साथ कथा सुनी। वहीं कुछ सुहागिनों ने अपने घरों में ही पूजा अर्चना की और कथा सुनी। झंडेवाला देवी मंदिर में भगवती के दर्शन कराने के साथ-साथ पूजा अर्चना कराने के बाद कथा सुनाई गई और उन्हें श्रृंगार का सामान भेंट किया गया।
व्रत रखने वाली सुहागिनों ने देर शाम चांद निकलते ही जल और गेहूं के दानों का अर्घ्य दिया। इसके अलावा उन्होंने छलनी में दीया रखकर पहले चांद का दीदार किया और फिर अपने जीवन साथी का चेहरा देखा। इसके बाद उनके जीवन साथी ने उनको जल ग्रहण कराया और उपहार भेंट किया। इस तरह उन्होंने पूजा अर्चना करने के साथ घर के बड़े-बुर्जर्गों से आशीर्वाद प्राप्त किया।
Nov 03 2023, 08:58