*सरदार पटेल की जयंती पर डीएम व एसपी ने राष्ट्रीय एकता व अखंडता की दिलाई शपथ*
फर्रुखाबाद l सरदार वल्लभभाई पटेल का जन्म 31 अक्टूबर 1875 को गुजरात में हुआ था। सरदार वल्लभ भाई पटेल एक भारतीय राजनीतिज्ञ थे। उन्होंने भारत के पहले उप-प्रधानमंत्री के रूप में कार्य किया।वे एक भारतीय अधिवक्ता और राजनेता थे, जो भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता और भारतीय गणराज्य के संस्थापक पिता थे जिन्होंने स्वतंत्रता के लिए देश के संघर्ष में अग्रणी भूमिका निभाई और एक एकीकृत, स्वतंत्र राष्ट्र में अपने एकीकरण का मार्गदर्शन किया।
भारत और अन्य जगहों पर, उन्हें अक्सर हिंदी, उर्दू और फ़ारसी में सरदार कहा जाता था, जिसका अर्थ है "प्रमुख"। उन्होंने भारत के राजनीतिक एकीकरण और 1947 के भारत-पाकिस्तान युद्ध के दौरान गृह मंत्री के रूप में कार्य किया।
लोग उन्हें लोह पुरुष भी कहते थे।देश का लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल को कहा जाता है।उन्हें लौह पुरुष इसलिए कहा जाता है क्योंकि उनमें लोहे की सी दृढ़ता थी।राष्ट्र निष्ठा और कर्तव्य परायणता कूट कूट कर भरी थी।स्वतन्त्रता के पश्चात देशी रियासतों का एकीकरण उनकी दृढ़ता और प्रशासनिक सूझ बूझ का बेजोड़ नमूना है ।
सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती पर कलेक्ट्रेट सभागार में राष्ट्रीय एकीकरण के शिल्पकार लोह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल को राष्ट्रीय एकीकरण दिवस के रूप में मनाया गया। इस दौरान जिलाधिकारी संजय कुमार सिंह ने कलेक्ट्रेट के सभी अधिकारियों व कर्मचारियों को राष्ट्रीय एकता दिवस की शपथ दिलाई।
पुलिस अधीक्षक विकास कुमार द्वारा पुलिस लाइन स्थित क्वार्टर गार्ड पर सरदार वल्लभभाई पटेल जी के चित्र पर माल्यार्पण किया गया था उसके बाद समस्त अधिकारी व कर्मचारी गणों को राष्ट्रीय एकता व अखंडता की शपथ दिलाई गई।
Oct 31 2023, 17:50