*जुए के विवाद को लेकर युवक की गोली मारकर हत्या*

मीरजापुर। जिगना थाना क्षेत्र के बभनी गांव में जुए के विवाद को लेकर युवक की गोली मारकर हत्या कर दिया गया। बताया जाता है कि बभनी गांव में बुधवार की देर शाम जुआ हो रहा था। जुए के अड्डे पर युवक विक्की उर्फ विवेक सिंह पुत्र अजीत सिंह उम्र 25 वर्ष निवासी गौरा गया हुआ था। इस दौरान जुए के अड्डे पर विवाद हो गया, जहां विवाद के दौरान युवक की गोली मारकर हत्या कर दी गई।

युवक को इलाज के लिए मंडलीय अस्पताल लाया गया, जहां पर डॉक्टरों ने मृत्यु घोषित कर दिया। ग्रामीणों के मुताबिक कुछ दिनों पहले भी विवाद हुआ था, जहां पर युवकों ने देख लेने की धमकी दी थी। मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ आरबी कमल ने बताया कि युवक को पांच गोलियां लगी हुई है। युवक के सिर, कान के नीचे व अन्य जगहों पर गोली लगी हुई है। युवक को यहां पर लाया गया है, जहां पर डॉक्टरों ने मृत्यु घोषित कर दिया है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।

सड़क दुर्घटना में घायल युवक की इलाज के दौरान मौत

राजगढ़,मीरजापुर/ राजगढ़ थाना क्षेत्र अंतर्गत एक सप्ताह पहले सड़क दुर्घटना में गम्भीर रूप से घायल राजगढ़ बाजार निवासी युवक की ट्रामा सेंटर वाराणसी में इलाज के दौरान मंगलवार रात लगभग 9 बजे मौत हो गयी। राजगढ़ बाजार निवासी प्रदीप कुमार उर्फ लल्लू 42 वर्ष पुत्र मन्ना लाल एक सप्ताह पहले रात अपने घर के बाहर खड़ा था कि इसी दौरान मिर्जापुर की तरफ से आ रही तेज रफ्तार पिकअप प्रदीप को धक्का मार दिया।

जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। स्थानीय लोगों द्वारा घायल प्रदीप को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र राजगढ़ में भर्ती कराया गया। जहां हालत गंभीर देख चिकित्सक ने ट्रामा सेंटर वाराणसी रेफर कर दिया था। वहीं धक्का मारने के बाद फरार हो रही पिकअप व चालक को पड़कर ग्रामीण ने पुलिस को सौंप दिया था।

ट्रामा सेंटर वाराणसी में भर्ती प्रदीप कुमार का इलाज चल रहा था। मौत की खबर से परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल हो गया था।

*राजगढ़ फसल चराने से मना करने पर दबंगों ने पिता पुत्री मां को पीटा*

राजगढ़,मीरजापुर/ राजगढ़ थाना क्षेत्र के बघौड़ा पोखरौद गांव में फसल चराने से मना करने पर दबंगों ने माता-पिता और पुत्री को पीटा, जिसमें पिता को गंभीर रूप से चोट आई। घायलावस्था में राजगढ़ अस्पताल में इलाज के लिए गए जहां डॉक्टरों ने पिता की गंभीर चोट को देखते हुए वाराणसी के लिए रेफर कर दिया। जहां पैसे के अभाव में पिता का इलाज नहीं हो पा रहा है।

पीड़ित के पुत्र ने इस संबंध में राजगढ़ थाने में तहरीर देकर दबंग के खिलाफ कार्रवाई करने एवं पिता का इलाज करने की मांग की है। बघौड़ा गांव के पूर्वा पोखरौद में शिवपति कोरी अपनी खेती किए हुए हैं और उसी जगह घर बनाकर रहते हैं रविवार को इसी गांव के बाबा पुत्र मुखिया राकेश पुत्र कुंज बिहारी सूरज नीरज पुत्र शंकर शिव पति का फसल अपने पशुओं से चरा रहे थे जब शिव पति ने मना किया तो इन लोगों ने शिव पति को उनकी पत्नी रेखा देवी और बेटी प्रीति को लाठी डंडों से पिता जिसमें शिव पति को गम्भीर चोट आई मारने के बाद यह लोग पशु लेकर फरार हो गए।

कुछ देर बाद घायल का पुत्र मौके पर पहुंचा और तीनों को लेकर राजगढ़ अस्पताल इलाज के लिए लाया जहां शिव पति को गम्भीर चोट होने पर उन्हें अन्यत्र इलाज के लिए भेज दिया जहां पैसे के अभाव में उसका इलाज नहीं हो पा रहा है।

इस संबंध में थाना अध्यक्ष राणा प्रताप यादव ने बताया कि मारपीट के मामले की तहरीर मिली है मुकदमा दर्ज कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई होगी।

*प्रदेश के मुख्य सचिव ने मां विन्ध्यवासिनी देवी, अष्टभुजा व कालीखोह का किया दर्शन*

मीरजापुर । प्रदेश के मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र ने आज पूर्वान्ह मां विन्ध्यवासिनी देवी के मन्दिर पहंुचकर दर्शन पूजन किया तथा विधि विधान के साथ हवन भी किया गया।

तत्पश्चात मुख्य सचिव अपने परिवार के साथ मां कालीखोह का दर्शन किया तथा अष्टभुजा देवी दर्शन के लिये कालीखोह से रोपवे पर बैठकर अष्टभुजा पहाड़ी पर गये तत्पश्चात अष्टभुजा देवी का दशर्न पूजन भी किया गया।

इस अवसर पर जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन द्वारा मुख्य सचिव महोदय को देवी चित्र व चुनरी भी भेट किया गया। इस अवसर पर मण्डलायुक्त डाॅ0 मुथुकुमार स्वामी बी0, जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन भी रोपवे व दर्शन के दौरान मुख्य सचिव के साथ रहेें। दर्शन के पश्चात मुख्य सचिव द्वारा अष्टभुजा पहाड़ी रैन बसेरा के सामने बनाये गये गंगा दर्शन पार्क के सेल्फी प्वाइंट पर पहंुचकर सेल्फी लिया गया तथा फोटो खिचवाया गया। उन्होने कहा कि गंगा दर्शन के लिये यह प्वाइंट अच्छी जगह पर है इसे और अच्छे ढंग से विकसित किया जाये।

विन्ध्याचल में दर्शन के बाद मुख्य सचिव द्वारा दुकान पर चुनरी व अन्य सामाग्री क्रय करने के बाद दुकानदार के क्यू0आर0कोड0 को अपने मोबाइल से स्कैन करके भुगतान किया गया।

दर्शन पूजन के पश्चात मुख्य द्वारा अष्टभुजा निरीक्षण गृह के सभागार में विन्ध्य कारीडोर से सम्बन्धित कार्यदायी विभागो व एजेंसियों के अ धिकारियों के साथ बैठक कर विन्ध्य कारीडोर के कार्य में तेजी लाते हुये समय से पूर्ण कराने का निर्देश दिया। उन्होने कहा कि कारीडोर के अगले फेज के निर्माण पहले डिजाइन आदि इस तरह से तैयार किया जाय कि विन्ध्याचल में आने वाले श्रद्धालुगण को आसानी से दर्शन व गंगा दर्शन/स्नान प्राप्त होने के साथ ही दुकानदारो को भी कोई असुविधा न होेने पाये।

उन्होने कहा कि पक्के घाट मार्ग पर अच्छे वैराइटी के छोटे पौधो व फूलो को लगाया जाय ताकि उसकी सुन्दरता भी बनी रहे और पीछे दुकानदारो व दर्शनाथियों को असुविधा न हो। उन्होने कहा कि परकोटा के कार्य पत्थर लगाने के बाद उसकी फिनिशिंग भी की जाये तथा विन्ध्य कारीडोर में हमेशा साफ सफाई व्यवस्थित ढंग से होती रहे इसके लिये भी कार्य योजना बनाकर कार्य किया जाय।

उन्होने कहा कि विन्ध्य कारीडोर कार्य के निर्माण से जहां दर्शनार्थियो की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है तो वही स्थानीय लोगो को अनेक रोजगार के अवसर प्राप्त हो रहे हैं। इसके पूर्व मुख्य सचिव द्वारा परिक्रमा पथ, पक्का घाट मार्ग का भ्रमण कर निरीक्षण किया गया तथा शास्त्री पुल रोड से होते हुये दीवान घाट तक प्रस्तावित विन्ध्य गंगा परिपथ मार्ग/सड़क के बारे में भी जिलाधिकारी से जानकारी ली गयी।

इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक अभिनन्दन, मुख्य विकास अधिकारी श्रीलक्ष्मी वीएस, संयुक्त मजिस्ट्रेट आलोक प्रसाद, अपर जिलाधिकारी वि0/रा0 शिव प्रताप शुक्ल, अपर पुलिस अधीक्षक नीतेश सिंह, नगर मजिस्ट्रेट विनय कुमार सिंह, उप जिलाधिकारी सदर चन्द्रभानु सिंह, क्षेत्राधिकारी नगर, परियोजना प्रबन्धक राजकीय निर्माण निगम वीरेन्द्र कुमार, अधिशासी अभियन्ता लोक निर्माण विभाग, विद्युत के अलावा अन्य सम्बन्धित अधिकारी उपस्थित रहें।

*अवैध खनन,परिवहन पर अंकुश लगाने के लिए मुख्य वन संरक्षक ने टास्कफोर्स का किया गठन*

हलिया मिर्जापुर। कैमूर वन्यजीव बिहार मीरजापुर के अंतर्गत अबैध खनन परिवहन वन मार्ग के अनाधिकृत प्रयोग से वन्यजीवों के प्राकृतवास पर पड़ने वाले प्रतिकुल प्रभाव आदि गतिविधियों तथा वन अपराधों पर अंकुश लगाने व रोकथाम के लिए मुख्य वन संरक्षक पश्चिमी क्षेत्र कानपुर डाक्टर शेष नारायण द्वारा स्पेशल टास्कफोर्स का गठन किया गया है।

स्पेशल टास्कफोर्स स्वयं गोपनीय सूचना प्राप्त होने पर प्रभागीय वनाधिकारी कैमूर वन्यजीव प्रभाग द्वारा दिये गये निर्देशानुसार एवं अधोहस्ताक्षरी द्वारा सूचना दिये जाने पर वन अपराधों की रोकथाम हेतु औचक निरीक्षण छापेमारी कर कार्रवाई करेगा गठित स्पेशल टास्कफोर्स प्रतिकर वसूलने एचटू केस जारी करने आदि का अधिकार नहीं होगा एचटू केस जुर्माना प्रतिकर सीजर चालान आदि की कार्रवाई संबंधित क्षेत्रीय वनाधिकारी जिनके कार्य क्षेत्र में वन अपराध सीजर किया गया हो के माध्यम से सुनिश्चित किया जायेगा‌‌।

स्पेशल टास्कफोर्स टीम के प्रभारी उप क्षेत्रीय वनाधिकारी योगेश कुमार सिंह व सदस्य वन दारोगा सुरेंद्र बहादुर सिंह, अवधेश सिंह,सूरज पांडेय के साथ वन्यजीव रक्षक नीटू शर्मा होंगे।

*बाइक सवार कुत्ते को बचाने के चक्कर में गिरकर माता व पुत्र घायल*

हलिया मिर्जापुर।हलिया थाना क्षेत्र के हलिया देवरी मार्ग बैधा गांव में रविवार की रात्रि में बाइक सवार कुत्ते को बचाने के चक्कर में गिरकर बाइक चालक व बाइक सवार माता गंभीर रूप से घायल हो गई ग्रामीणों ने इसकी सूचना एंबुलेंस सेवा 108 पर दिया मौके पर पहुंचे एंबुलेंस सेवा के ईएमटी ने घायल मां व पुत्र को उपचार के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र हलिया लेकर आया जंहा पर चिकित्सक ने महिला की प्राथमिक उपचार के बाद सिर में गंभीर चोट देखकर देखकर मंडलीय चिकित्सालय के लिए रेफर कर दिया है ।

जबकि बाइक सवार युवक का उपचार किया जा रहा है।ड्रमंडगंज थाना क्षेत्र के बिलरा पटेहरा गांव निवासी 25 वर्षीय लवलेश अपनी माता 45 वर्षीय संगीता को बाइक पर बैठाकर अपने माता के घर जा रहा था कि जैसे ही हलिया देवरी मार्ग बैधा गांव में पंहुचा था कि बाइक के सामने अचानक कुत्ता आ जाने के कारण बाइक सवार सड़क पर बाइक सहित गिरकर गंभीर रूप से घायल हो गया मौके पर पहुंचे ग्रामीणों ने इसकी सूचना एंबुलेंस सेवा 108 पर दिया जिस पर मौके पर पहुंचे एंबुलेंस सेवा वाहन के ईएमटी संतोष भारतीय ने घायल महिला व उसके पुत्र को उपचार के लिए एंबुलेंस सेवा से प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र हलिया लेकर आये ज़हां पर चिकित्सक विवेक खरे ने महिला की प्राथमिक उपचार के बाद हालत गंभीर देखकर मंडलीय चिकित्सालय के लिए रेफर कर दिया है।इस

संबंध में चिकित्सक विवेक खरे ने बताया कि बाइक सवार मां व पुत्र बाइक से गिरकर घायल हो कर उपचार के लिए आये थे जंहा पर उपचार के बाद महिला को मंडलीय चिकित्सालय के लिए रेफर कर दिया गया है।महिला के सिर में चोट लगी है।

सोनभद्र के स्वाधीनता आंदोलन में रामलीला का योगदा

संतोष देवगिरी मिजार्पुर। सोनभद्र जनपद मुख्यालय रॉबर्ट्सगंज प्रतिवर्ष रामलीला मैदान में होने वाले रामलीला का इतिहास लगभग 18 दशक प्राचीन है। रामलीला का मंचन स्थानीय लोगों के मनोरंजन, शिक्षा का साधन ही नहीं बल्कि पराधीनता के काल में नगर सहित जनपद सोनभद्र के क्रांतिकारी, देशभक्त, स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के संरक्षण एवं रामलीला में गाये वाले देशभक्ति गीत रामलीला देखने वाले श्रोताओं में देश पर मर मिटने का जज्बा जागते थे। और रामलीला मंच से गीतों एवं संवादों के माध्यम से क्रांतिकारी क्रांति का संदेश आंदोलन की रणनीति का संकेत देते थे।

रामायण कलर मैपिंग योजना के डिस्ट्रिक्ट कोआॅर्डिनेटर एवं संस्कृति विभाग उत्तर प्रदेश के विशेषज्ञ दीपक कुमार केसरवानी के अनुसार-सन 1830 में मिजार्पुर जनपद की स्थापना के पश्चात इस क्षेत्र में जनसंख्या को मद्दे नजर रखते हुए ब्रिटिश प्रशासन की हुकूमत को कायम करने के लिए इस जंगली क्षेत्र में कुसाचा (रॉबर्ट्सगंज) एवं दुद्धी तहसीलकी स्थापना हुई। जनता अंग्रेज सरकार एवं उनके कारकूनो, ठेकेदारों, नुमाइदो के प्रताड़ना से त्रस्त थी, लेकिन सन 1921 में महात्मा गांधी के स्वतंत्रता आंदोलन ने स्थानीय लोगों में ब्रिटिश साम्राज्य से लोहा लेने के लिए कमर कस लिया था। क्रांतिकारियों ने आंदोलन के प्रचार-प्रचार का माध्यम रामलीला को बनाया। उस समय रामलीला का मंचन स्थानीय युवाओं द्वारा किया जाता था और इसमें रॉबर्ट्सगंज नगर के रईस, व्यापारी, क्रांतिकारी, देशभक्त, स्वतंत्रता संग्राम सेनानी,शायर अभिनय किया करते थे।

रामलीला के पात्रों में टाउन एरिया के प्रथम अध्यक्ष बद्री नारायण केसरवानी, द्वितीय अध्यक्ष बलराम दास केसरवानी, शायर विश्वनाथ प्रसाद "खादिम"(बी० एन० बाबू) मास्टर विश्वनाथ प्रसाद आदि लोग शामिल थे।

क्रांतिकारी बलराम दास केसरवानी के नेतृत्व में रॉबर्ट्सगंज तहसील क्षेत्र में उनके सहयोगी साथी चंद्रशेखर वैद्य, अली हुसैन उर्फ बेचू, मोहनलाल गुप्ता, शिव शंकर प्रसाद केसरवानी आदि युवा स्वतंत्रता आंदोलन के अंतर्गत होने वाले धरना, प्रदर्शन, पिकेटिंग में भाग लेते थे और स्थानीय पुलिस से बचने के लिए वह रामलीला के भीड़ में छुपकर बैठते थे या रामलीला के पात्रों का अभिनय करते थे इन क्रांतिकारियों, देशभक्तो पुलिस का मुखबिर, स्थानीय दरोगा पुरुषोत्तम सिंह एवं उनके हमराही नहीं पहचान पाते थे, रामलीला मंचन क्रांतिकारियों को सुरक्षा कवच प्रदान करता था।

वरिष्ठ साहित्यकार अजय शेखर के अनुसार-"हम लोगों के बचपन में रामलीला का आयोजन स्थानीय स्तर पर मल्हर गुरु की कमेटी द्वारा आयोजित किया जाता था, रामलीला, नाट्य मंचन में पात्रों की भूमिका मैं और मेरे मित्र गोपीबल्लभ दीक्षित, कृष्ण कुमार दीक्षित,भीखराज केडिया, विश्वनाथ प्रसाद अग्रहरी, महेंद्र प्रताप सिंह आदि युवा निभाते थे, नगर की समृद्ध सांस्कृतिक, साहित्यिक रामलीला की परंपरा रही है।"

लोक साहित्यकार डॉ अर्जुन दास केसरी का मानना है कि-"रामलीला के मंचन में आज भी लोक परंपराओं का पालन होता है, पात्रों के वेशभूषा, संवाद, मंच की साज- सज्जा, भाषा आदि प्राचीन है, रामलीला के आयोजन में आधुनिकता का पुट देखने को मिलता है।"

साहित्यकार प्रतिभा देवी के अनुसार-"रामलीला में हमारी प्राचीन राम कथा सदियों से सुरक्षित है और दर्शकों को प्रतिवर्ष रामायण के पात्र राम कथा का रसपान करा कर राम कथा की पुनरावृत्ति करते हैं।"

जनपद मुख्यालय रॉबर्ट्सगंज मैं रामलीला की परंपरा सांस्कृतिक संक्रमण के बावजूद अभी तक कायम है श्री रामलीला समिति के अध्यक्ष पवन कुमार जैन के अनुसार-" आज के आधुनिक युग में भले हम इंटरनेट तक पहुंच गए हैं, लेकिन रामलीला का कोई जोड़ नहीं है, आज भी रामलीला पंडाल में लोग श्रद्धा, विश्वास, उत्साह, उमंग के साथ महिलाएं बच्चे, बूढ़े, जवान भूमि पर बैठकर रामलीला का आनंद उठते हैं, यद्यपि रामलीला समिति द्वारा कुर्सी इत्यादि की व्यवस्था की गई है लेकिन पहले आओ, आगे बैठो वाले तर्ज पर लोग आगे बैठकर लीला का आनंद लेते हैं।

अदलगंज बाजार से मुखिया भूरालाल द्वारा मिजार्पुर के तर्ज पर प्रारंभ की गई रामलीला बिना किसी परिवर्तन के आजनिरंतर कायम है और भविष्य में भी रहेगी।

राजगढ़ जमीन के विवाद में हुई मारपीट में तीन लोग गंभीर रूप से जख्मी

राजगढ़ मीरजापुर । राजगढ़ थाना क्षेत्र के रामपुर बरहो गांव में मकान निर्माण को लेकर दो पक्षों में विवाद होने पर जमकर लाठी डंडे चलने लगे।जिसमें तीन लोग गम्भीर रूप से घायल हो गए।सूचना पर पहुंची पुलिस सभी घायलों का सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र राजगढ़ में इलाज कराने के बाद पीड़ितों की तहरीर पर मुकदमा पंजीकृत कर कार्यवाही में जुट गई है।

थाना क्षेत्र के रामपुर बरहो गांव मे दो पक्षों में काफी दिनों से जमीन का विवाद चल रहा है।गांव के ही विजेन्द्र सिंह द्वारा विवादित जमीन में लगभग एक सप्ताह पूर्व मकान का निर्माण शुरू किया गया।जिस पर दूसरा पक्ष राजगढ़ थाने पर तहरीर देकर मकान निर्माण रोकने की मांग किया गया था।जिसपर पुलिस मामले का छानबीन कर वापस लौट गई और मकान का निर्माण जारी रहा। जिससे दूसरे पक्ष के लोगों का रविवार को दोपहर में मकान निर्माण कर रहे लोगों से मकान निर्माण रोकने को लेकर विवाद हो गया।

देखते ही देखते विवाद इस कदर बढ़ गया कि दोनो पक्ष में लाठी-डंडे व इंट-पत्थर चलने लगे। इस दौरान विजेंदर सिंह 48 वर्ष,राजेन्द्र सिंह 50 वर्षे तथा विनोद सिंह 52 वर्ष गम्भीर रूप से घायल हो गए।सूचना पर पहुंची पुलिस तीनों घायलों का सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र राजगढ़ में इलाज कराने के बाद विजेन्द्र सिंह के प्रार्थना-पत्र के आधार पर धर्मेंद्र सिंह, विशेश्वर सिंह,जय सिंह व अंजना देवी के विरूद्ध सुसंगत धाराओं में मुकदमा पंजीकृत कर अग्रिम कार्यवाही में जुट गई है।इस संबंध में राजगढ़ थानाध्यक्ष राणा प्रताप यादव ने बताया कि रामपुर बरहो गांव में दो पक्षों में मकान निर्माण को लेकर मारपीट हुई है।जिसमें तीन लोग घायल हुए हैं।एक पक्ष के द्वारा प्राप्त प्रार्थना पत्र के आधार पर चार लोगों के विरुद्ध मुकदमा पंजीकृत कर अग्रिम कार्रवाई की जा रही है।

रमाशंकर सिंह यादव की दो पुस्तकों का हुआ विमोचन

मिजार्पुर। उत्तर प्रदेश साहित्य सभा, मीरजापुर इकाई के तत्वावधान में ग्राम पंचायत, कलना गहरवार, गैपुरा में पुस्तक विमोचन व कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के अध्यक्ष प्रसिद्ध नवगीतकार गणेश गम्भीर, मुख्य अतिथि वरिष्ठ साहित्यकार भोलानाथ कुशवाहा, विशिष्ट अतिथि वरिष्ठ साहित्यकार लल्लू तिवारी रहे। रमाशंकर सिंह यादव की दो पुस्तकों "वेलेंटाइन डे" और "दारूवाला" का विमोचन मंचासीन अतिथियों व साहित्यकारों ने किया।

कार्यक्रम का आरम्भ अतिथियों एवं कवियों द्वारा माँ सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर किया गया तत्पश्चात् लोक कलाकार शुभम् यादव एवं जयकिशन यादव द्वारा माँ सरस्वती की वन्दना एवं स्वागत गीत की सांगितिक प्रस्तुति दी गयी। पुस्तक विमोचन कार्यक्रम के पश्चात् अतिथियों द्वारा रमाशंकर यादव की रचनाधर्मिता, समकालीन कविता एवं विमोचित पुस्तकों पर चर्चा की गयी।

कार्यक्रम अध्यक्ष सुप्रसिद्ध नवगीतकार-आलोचक गणेश गम्भीर ने समकालीन कविता की प्रमुख प्रवृत्तियों पर चर्चा करते हुए विमोचित कृतियों की समीक्षा की। उन्होंने कहा-

"शब्दातीत को शब्द सम्भव बनाना ही कविता है। किसी रचना का आँकलन उसके शीर्षक से नहीं अपितु उसकी अन्तर्वस्तु के द्वारा किया जाता है। रमाशंकर यादव ने अपनी कृतियों में अनेक शब्दातीत अनुभवों को शब्द सम्भव बनाया है।"

परिचर्चा सत्र में मुख्य अतिथि समकालीन कविता के सुख्यात कवि भोलानाथ कुशवाहा ने उनके रचनाकर्म पर चर्चा करते हुए कहा कि- "रमाशंकर की रचनाओं में जीवन के प्रति सोच का विस्तार है।"

विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित हिन्दी-भोजपुरी के प्रख्यात कवि लल्लू तिवारी ने कहा- "रमाशंकर ने अपनी रचनाओं में समाज की विकृतियों पर प्रहार किया है।"

मंचस्थ अतिथि राकेश तिवारी ने कहा- इन पुस्तकों में युवा पीढी के साथ-साथ हम सभी के लिए सकारात्मक संदेश है।

रचनाकार रमाशंकर सिंह यादव ने अपने रचना अनुभवों को साझा करते हुए कहा- "मैंने वेलेंटाइन डे और दारूवाला पुस्तक के माध्यम से प्रेम दिवस मनाने और शराब पीकर घर और स्वयं का स्वास्थ्य बरबाद कर रहे लोगों तक अपने विचार और संदेश पहुंचाने का प्रयास किया है।"

पुस्तक विमोचन एवं परिचर्चा सत्र का संचालन शुभम् श्रीवास्तव ओम द्वारा किया गया। इससे पूर्व उप्र साहित्य सभा की ओर से कार्यक्रम संयोजक पूजा यादव द्वारा आमंत्रित रचनाओं का सम्मान माल्यार्पण, अंगवस्त्र एवं स्मृति चिह्न भेंट कर किया गया। इस दौरान हिन्दी श्री की ओर से रचनाकार रमाशंकर यादव का सम्मान किया गया।

कार्यक्रम के द्वितीय सत्र में कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया जिसका संचालन प्रयागराज के युवा कवि शिवप्रकाश साहित्य ने किया। डॉ० सुधा सिंह, सारिका चौरसिया, आनन्द अमित, नन्दिनी वर्मा, धर्मदास, शुभम् श्रीवास्तव ओम, पूजा यादव, श्याम अचल, इला जायसवाल ने शानदार कविताओं से श्रोताओं से खूब तालियाँ बजवायी। इस अवसर पर ग्राम प्रधान शांति देवी, वीरेंद्र यादव, बालकिशन यादव, राजन चौबे, केसराज, राजेश्वरी प्रसिद्द दुबे, बादशाह दुबे, अपर्णा पटेल आदि गणमान्य लोग उपस्थित रहे।

विंध्याचल में फिर भिड़े पुलिस और पंडा, तार-तार हो रही सुरक्षा व्यवस्था

मिर्जापुर- विंध्य कॉरिडोर के जरिए जिस विंध्याचल देवी धाम को सूबे के मुख्यमंत्री विश्व स्तर पर एक नई पहचान दिलाने में जुटे हुए हैं। उसी विंध्याचल देवी धाम में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर तथा अराजकता को लेकर अक्सर सवाल खड़े हो जाते हैं। सवाल तब और गंभीर हो जाते हैं जब पंडा और पुलिस प्रशासन के लोग ही इसके घेरे में आ जाते हैं। वैसे भी विंध्याचल देवी धाम में पंडा और पुलिस प्रशासन का आमने-सामने होना, अराजकता भरा वातावरण कोई नई बात नहीं रही है। पूर्व में भी कई ऐसे मामले सामने आ चुके हैं, जिससे लाखों भक्तों की आस्था आहत होने के साथ ही साथ यहां की सुरक्षा व्यवस्था और धार्मिक आस्था को लेकर सवाल खड़े होते रहे हैं।

ताजा मामला शनिवार का है। विंध्याचल में शारदीय नवरात्र मेला के दौरान मंदिर पर पंडा और पुलिस आपस में भिड़ गए। जिससे मौके पर अपरा तफरी का माहौल व्याप्त होने के साथ ही साथ एक बारगी भगदड़ की स्थिति उत्पन्न हो गई थी। दरअसल यह मामला निकास द्वारा से अंदर जाने को लेकर होना बताया जा रहा है। विवाद इस कदर बढ़ा कि सभासद और पंडा अवनीश मिश्रा और सीओ में धक्का-मुक्की होने लगी थी। बीच बचाव करने में जुटे पुलिस कर्मियों को भी पसीने छूटने लगे थे।

इस दौरान पुलिस को धमकी दे रहे सभासद अवनीश मिश्रा अपने पूरे रौब में नज़र आये। दर्शनार्थी को दर्शन कराने के लिए सभासद व पंडा अवनीश मिश्रा सीओ से भिड़ने के दौरान मिनटों में सारी व्यवस्था बिगाड़ देंगे कि चेतावनी देते सुने जा रहे हैं जिसका वीडियो वायरल होने के बाद जहां हड़कंप मच गया था, वहीं पुलिस के अधिकारी भी मामले को डैमेज कंट्रोल करने में तेजी के साथ जुट गए थे। गौरतलब हो कि विंध्याचल देवी धाम के पंडा एवं सभासद अवनीश मिश्रा नवरात्रि के छठे दिन मां विन्ध्यवासिनी दरबार में निकास द्वार से अपने यजमान को जबरदस्ती दर्शन को ले जा रहे थे। जहां ड्यूटी में लगे क्षेत्राधिकारी अनिल कुमार पांडेय ने उन्हें ऐसा ना कर निर्धारित कतार के तहत दर्शन पूजन करने की बात कही तो वह आग बबूला हो गये। रोका जाना पंडा अवनीश मिश्रा को इतना नागवार गुजरा कि वह धमकी भरे लहजे में पूरा मामला पलट जायेगा तक बोल गए। जिसको लेकर विंध्याचल धाम क्षेत्र चर्चा परिचर्चा करते हुए लोग देखे गए तो वहीं सवाल खड़े हो रहे हैं कि आखिरकार कब थमेगा विंध्याचल में अराजकता भरा वातावरण?