सोनभद्र के स्वाधीनता आंदोलन में रामलीला का योगदा

संतोष देवगिरी मिजार्पुर। सोनभद्र जनपद मुख्यालय रॉबर्ट्सगंज प्रतिवर्ष रामलीला मैदान में होने वाले रामलीला का इतिहास लगभग 18 दशक प्राचीन है। रामलीला का मंचन स्थानीय लोगों के मनोरंजन, शिक्षा का साधन ही नहीं बल्कि पराधीनता के काल में नगर सहित जनपद सोनभद्र के क्रांतिकारी, देशभक्त, स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के संरक्षण एवं रामलीला में गाये वाले देशभक्ति गीत रामलीला देखने वाले श्रोताओं में देश पर मर मिटने का जज्बा जागते थे। और रामलीला मंच से गीतों एवं संवादों के माध्यम से क्रांतिकारी क्रांति का संदेश आंदोलन की रणनीति का संकेत देते थे।

रामायण कलर मैपिंग योजना के डिस्ट्रिक्ट कोआॅर्डिनेटर एवं संस्कृति विभाग उत्तर प्रदेश के विशेषज्ञ दीपक कुमार केसरवानी के अनुसार-सन 1830 में मिजार्पुर जनपद की स्थापना के पश्चात इस क्षेत्र में जनसंख्या को मद्दे नजर रखते हुए ब्रिटिश प्रशासन की हुकूमत को कायम करने के लिए इस जंगली क्षेत्र में कुसाचा (रॉबर्ट्सगंज) एवं दुद्धी तहसीलकी स्थापना हुई। जनता अंग्रेज सरकार एवं उनके कारकूनो, ठेकेदारों, नुमाइदो के प्रताड़ना से त्रस्त थी, लेकिन सन 1921 में महात्मा गांधी के स्वतंत्रता आंदोलन ने स्थानीय लोगों में ब्रिटिश साम्राज्य से लोहा लेने के लिए कमर कस लिया था। क्रांतिकारियों ने आंदोलन के प्रचार-प्रचार का माध्यम रामलीला को बनाया। उस समय रामलीला का मंचन स्थानीय युवाओं द्वारा किया जाता था और इसमें रॉबर्ट्सगंज नगर के रईस, व्यापारी, क्रांतिकारी, देशभक्त, स्वतंत्रता संग्राम सेनानी,शायर अभिनय किया करते थे।

रामलीला के पात्रों में टाउन एरिया के प्रथम अध्यक्ष बद्री नारायण केसरवानी, द्वितीय अध्यक्ष बलराम दास केसरवानी, शायर विश्वनाथ प्रसाद "खादिम"(बी० एन० बाबू) मास्टर विश्वनाथ प्रसाद आदि लोग शामिल थे।

क्रांतिकारी बलराम दास केसरवानी के नेतृत्व में रॉबर्ट्सगंज तहसील क्षेत्र में उनके सहयोगी साथी चंद्रशेखर वैद्य, अली हुसैन उर्फ बेचू, मोहनलाल गुप्ता, शिव शंकर प्रसाद केसरवानी आदि युवा स्वतंत्रता आंदोलन के अंतर्गत होने वाले धरना, प्रदर्शन, पिकेटिंग में भाग लेते थे और स्थानीय पुलिस से बचने के लिए वह रामलीला के भीड़ में छुपकर बैठते थे या रामलीला के पात्रों का अभिनय करते थे इन क्रांतिकारियों, देशभक्तो पुलिस का मुखबिर, स्थानीय दरोगा पुरुषोत्तम सिंह एवं उनके हमराही नहीं पहचान पाते थे, रामलीला मंचन क्रांतिकारियों को सुरक्षा कवच प्रदान करता था।

वरिष्ठ साहित्यकार अजय शेखर के अनुसार-"हम लोगों के बचपन में रामलीला का आयोजन स्थानीय स्तर पर मल्हर गुरु की कमेटी द्वारा आयोजित किया जाता था, रामलीला, नाट्य मंचन में पात्रों की भूमिका मैं और मेरे मित्र गोपीबल्लभ दीक्षित, कृष्ण कुमार दीक्षित,भीखराज केडिया, विश्वनाथ प्रसाद अग्रहरी, महेंद्र प्रताप सिंह आदि युवा निभाते थे, नगर की समृद्ध सांस्कृतिक, साहित्यिक रामलीला की परंपरा रही है।"

लोक साहित्यकार डॉ अर्जुन दास केसरी का मानना है कि-"रामलीला के मंचन में आज भी लोक परंपराओं का पालन होता है, पात्रों के वेशभूषा, संवाद, मंच की साज- सज्जा, भाषा आदि प्राचीन है, रामलीला के आयोजन में आधुनिकता का पुट देखने को मिलता है।"

साहित्यकार प्रतिभा देवी के अनुसार-"रामलीला में हमारी प्राचीन राम कथा सदियों से सुरक्षित है और दर्शकों को प्रतिवर्ष रामायण के पात्र राम कथा का रसपान करा कर राम कथा की पुनरावृत्ति करते हैं।"

जनपद मुख्यालय रॉबर्ट्सगंज मैं रामलीला की परंपरा सांस्कृतिक संक्रमण के बावजूद अभी तक कायम है श्री रामलीला समिति के अध्यक्ष पवन कुमार जैन के अनुसार-" आज के आधुनिक युग में भले हम इंटरनेट तक पहुंच गए हैं, लेकिन रामलीला का कोई जोड़ नहीं है, आज भी रामलीला पंडाल में लोग श्रद्धा, विश्वास, उत्साह, उमंग के साथ महिलाएं बच्चे, बूढ़े, जवान भूमि पर बैठकर रामलीला का आनंद उठते हैं, यद्यपि रामलीला समिति द्वारा कुर्सी इत्यादि की व्यवस्था की गई है लेकिन पहले आओ, आगे बैठो वाले तर्ज पर लोग आगे बैठकर लीला का आनंद लेते हैं।

अदलगंज बाजार से मुखिया भूरालाल द्वारा मिजार्पुर के तर्ज पर प्रारंभ की गई रामलीला बिना किसी परिवर्तन के आजनिरंतर कायम है और भविष्य में भी रहेगी।

राजगढ़ जमीन के विवाद में हुई मारपीट में तीन लोग गंभीर रूप से जख्मी

राजगढ़ मीरजापुर । राजगढ़ थाना क्षेत्र के रामपुर बरहो गांव में मकान निर्माण को लेकर दो पक्षों में विवाद होने पर जमकर लाठी डंडे चलने लगे।जिसमें तीन लोग गम्भीर रूप से घायल हो गए।सूचना पर पहुंची पुलिस सभी घायलों का सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र राजगढ़ में इलाज कराने के बाद पीड़ितों की तहरीर पर मुकदमा पंजीकृत कर कार्यवाही में जुट गई है।

थाना क्षेत्र के रामपुर बरहो गांव मे दो पक्षों में काफी दिनों से जमीन का विवाद चल रहा है।गांव के ही विजेन्द्र सिंह द्वारा विवादित जमीन में लगभग एक सप्ताह पूर्व मकान का निर्माण शुरू किया गया।जिस पर दूसरा पक्ष राजगढ़ थाने पर तहरीर देकर मकान निर्माण रोकने की मांग किया गया था।जिसपर पुलिस मामले का छानबीन कर वापस लौट गई और मकान का निर्माण जारी रहा। जिससे दूसरे पक्ष के लोगों का रविवार को दोपहर में मकान निर्माण कर रहे लोगों से मकान निर्माण रोकने को लेकर विवाद हो गया।

देखते ही देखते विवाद इस कदर बढ़ गया कि दोनो पक्ष में लाठी-डंडे व इंट-पत्थर चलने लगे। इस दौरान विजेंदर सिंह 48 वर्ष,राजेन्द्र सिंह 50 वर्षे तथा विनोद सिंह 52 वर्ष गम्भीर रूप से घायल हो गए।सूचना पर पहुंची पुलिस तीनों घायलों का सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र राजगढ़ में इलाज कराने के बाद विजेन्द्र सिंह के प्रार्थना-पत्र के आधार पर धर्मेंद्र सिंह, विशेश्वर सिंह,जय सिंह व अंजना देवी के विरूद्ध सुसंगत धाराओं में मुकदमा पंजीकृत कर अग्रिम कार्यवाही में जुट गई है।इस संबंध में राजगढ़ थानाध्यक्ष राणा प्रताप यादव ने बताया कि रामपुर बरहो गांव में दो पक्षों में मकान निर्माण को लेकर मारपीट हुई है।जिसमें तीन लोग घायल हुए हैं।एक पक्ष के द्वारा प्राप्त प्रार्थना पत्र के आधार पर चार लोगों के विरुद्ध मुकदमा पंजीकृत कर अग्रिम कार्रवाई की जा रही है।

रमाशंकर सिंह यादव की दो पुस्तकों का हुआ विमोचन

मिजार्पुर। उत्तर प्रदेश साहित्य सभा, मीरजापुर इकाई के तत्वावधान में ग्राम पंचायत, कलना गहरवार, गैपुरा में पुस्तक विमोचन व कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के अध्यक्ष प्रसिद्ध नवगीतकार गणेश गम्भीर, मुख्य अतिथि वरिष्ठ साहित्यकार भोलानाथ कुशवाहा, विशिष्ट अतिथि वरिष्ठ साहित्यकार लल्लू तिवारी रहे। रमाशंकर सिंह यादव की दो पुस्तकों "वेलेंटाइन डे" और "दारूवाला" का विमोचन मंचासीन अतिथियों व साहित्यकारों ने किया।

कार्यक्रम का आरम्भ अतिथियों एवं कवियों द्वारा माँ सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर किया गया तत्पश्चात् लोक कलाकार शुभम् यादव एवं जयकिशन यादव द्वारा माँ सरस्वती की वन्दना एवं स्वागत गीत की सांगितिक प्रस्तुति दी गयी। पुस्तक विमोचन कार्यक्रम के पश्चात् अतिथियों द्वारा रमाशंकर यादव की रचनाधर्मिता, समकालीन कविता एवं विमोचित पुस्तकों पर चर्चा की गयी।

कार्यक्रम अध्यक्ष सुप्रसिद्ध नवगीतकार-आलोचक गणेश गम्भीर ने समकालीन कविता की प्रमुख प्रवृत्तियों पर चर्चा करते हुए विमोचित कृतियों की समीक्षा की। उन्होंने कहा-

"शब्दातीत को शब्द सम्भव बनाना ही कविता है। किसी रचना का आँकलन उसके शीर्षक से नहीं अपितु उसकी अन्तर्वस्तु के द्वारा किया जाता है। रमाशंकर यादव ने अपनी कृतियों में अनेक शब्दातीत अनुभवों को शब्द सम्भव बनाया है।"

परिचर्चा सत्र में मुख्य अतिथि समकालीन कविता के सुख्यात कवि भोलानाथ कुशवाहा ने उनके रचनाकर्म पर चर्चा करते हुए कहा कि- "रमाशंकर की रचनाओं में जीवन के प्रति सोच का विस्तार है।"

विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित हिन्दी-भोजपुरी के प्रख्यात कवि लल्लू तिवारी ने कहा- "रमाशंकर ने अपनी रचनाओं में समाज की विकृतियों पर प्रहार किया है।"

मंचस्थ अतिथि राकेश तिवारी ने कहा- इन पुस्तकों में युवा पीढी के साथ-साथ हम सभी के लिए सकारात्मक संदेश है।

रचनाकार रमाशंकर सिंह यादव ने अपने रचना अनुभवों को साझा करते हुए कहा- "मैंने वेलेंटाइन डे और दारूवाला पुस्तक के माध्यम से प्रेम दिवस मनाने और शराब पीकर घर और स्वयं का स्वास्थ्य बरबाद कर रहे लोगों तक अपने विचार और संदेश पहुंचाने का प्रयास किया है।"

पुस्तक विमोचन एवं परिचर्चा सत्र का संचालन शुभम् श्रीवास्तव ओम द्वारा किया गया। इससे पूर्व उप्र साहित्य सभा की ओर से कार्यक्रम संयोजक पूजा यादव द्वारा आमंत्रित रचनाओं का सम्मान माल्यार्पण, अंगवस्त्र एवं स्मृति चिह्न भेंट कर किया गया। इस दौरान हिन्दी श्री की ओर से रचनाकार रमाशंकर यादव का सम्मान किया गया।

कार्यक्रम के द्वितीय सत्र में कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया जिसका संचालन प्रयागराज के युवा कवि शिवप्रकाश साहित्य ने किया। डॉ० सुधा सिंह, सारिका चौरसिया, आनन्द अमित, नन्दिनी वर्मा, धर्मदास, शुभम् श्रीवास्तव ओम, पूजा यादव, श्याम अचल, इला जायसवाल ने शानदार कविताओं से श्रोताओं से खूब तालियाँ बजवायी। इस अवसर पर ग्राम प्रधान शांति देवी, वीरेंद्र यादव, बालकिशन यादव, राजन चौबे, केसराज, राजेश्वरी प्रसिद्द दुबे, बादशाह दुबे, अपर्णा पटेल आदि गणमान्य लोग उपस्थित रहे।

विंध्याचल में फिर भिड़े पुलिस और पंडा, तार-तार हो रही सुरक्षा व्यवस्था

मिर्जापुर- विंध्य कॉरिडोर के जरिए जिस विंध्याचल देवी धाम को सूबे के मुख्यमंत्री विश्व स्तर पर एक नई पहचान दिलाने में जुटे हुए हैं। उसी विंध्याचल देवी धाम में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर तथा अराजकता को लेकर अक्सर सवाल खड़े हो जाते हैं। सवाल तब और गंभीर हो जाते हैं जब पंडा और पुलिस प्रशासन के लोग ही इसके घेरे में आ जाते हैं। वैसे भी विंध्याचल देवी धाम में पंडा और पुलिस प्रशासन का आमने-सामने होना, अराजकता भरा वातावरण कोई नई बात नहीं रही है। पूर्व में भी कई ऐसे मामले सामने आ चुके हैं, जिससे लाखों भक्तों की आस्था आहत होने के साथ ही साथ यहां की सुरक्षा व्यवस्था और धार्मिक आस्था को लेकर सवाल खड़े होते रहे हैं।

ताजा मामला शनिवार का है। विंध्याचल में शारदीय नवरात्र मेला के दौरान मंदिर पर पंडा और पुलिस आपस में भिड़ गए। जिससे मौके पर अपरा तफरी का माहौल व्याप्त होने के साथ ही साथ एक बारगी भगदड़ की स्थिति उत्पन्न हो गई थी। दरअसल यह मामला निकास द्वारा से अंदर जाने को लेकर होना बताया जा रहा है। विवाद इस कदर बढ़ा कि सभासद और पंडा अवनीश मिश्रा और सीओ में धक्का-मुक्की होने लगी थी। बीच बचाव करने में जुटे पुलिस कर्मियों को भी पसीने छूटने लगे थे।

इस दौरान पुलिस को धमकी दे रहे सभासद अवनीश मिश्रा अपने पूरे रौब में नज़र आये। दर्शनार्थी को दर्शन कराने के लिए सभासद व पंडा अवनीश मिश्रा सीओ से भिड़ने के दौरान मिनटों में सारी व्यवस्था बिगाड़ देंगे कि चेतावनी देते सुने जा रहे हैं जिसका वीडियो वायरल होने के बाद जहां हड़कंप मच गया था, वहीं पुलिस के अधिकारी भी मामले को डैमेज कंट्रोल करने में तेजी के साथ जुट गए थे। गौरतलब हो कि विंध्याचल देवी धाम के पंडा एवं सभासद अवनीश मिश्रा नवरात्रि के छठे दिन मां विन्ध्यवासिनी दरबार में निकास द्वार से अपने यजमान को जबरदस्ती दर्शन को ले जा रहे थे। जहां ड्यूटी में लगे क्षेत्राधिकारी अनिल कुमार पांडेय ने उन्हें ऐसा ना कर निर्धारित कतार के तहत दर्शन पूजन करने की बात कही तो वह आग बबूला हो गये। रोका जाना पंडा अवनीश मिश्रा को इतना नागवार गुजरा कि वह धमकी भरे लहजे में पूरा मामला पलट जायेगा तक बोल गए। जिसको लेकर विंध्याचल धाम क्षेत्र चर्चा परिचर्चा करते हुए लोग देखे गए तो वहीं सवाल खड़े हो रहे हैं कि आखिरकार कब थमेगा विंध्याचल में अराजकता भरा वातावरण?

हाइटेंशन तार गिरने से गाय की दर्दनाक मौत

मिर्जापुर- हलिया थाना क्षेत्र के महुगढ़ गांव में शनिवार दोपहर बारह बजे हाइटेंशन तार गिरने से एक गाय की दर्दनाक मौत हो गई। महुगढ़ गांव निवासी पशुपालक श्याम लाल कोल के घर के सामने खूंटे से बंधी हुई दुधारू गाय के ऊपर घर के सामने से गुजरा जर्जर हाइटेंशन तार गिरने से गाय की दर्दनाक मौत हो गई।

गाय के ऊपर बिजली का तार गिरने पर पशुपालक व ग्रामीणों ने घटना की सूचना विद्युत उपकेंद्र हलिया पर देकर विद्युत आपूर्ति बंद कराया लेकिन तबतक गाय की मौत हो चुकी थी। सूचना पाकर मौके पर पहुंचे प्रधान पति बिजेंद्र पांडेय ने घटना की सूचना विद्युत विभाग के अवर अभियंता व हल्का लेखपाल को देते हुए पशुपालक को शासन से हर संभव मदद दिलाने का आश्वासन दिया।पशुपालक ने इस दुर्घटना के लिए बिजली विभाग को जिम्मेदार ठहराते हुए मुआवजे की मांग की है। पशुपालक की सूचना पर पहुंचे पशु चिकित्सक डाक्टर कमलेश कुमार ने मृत गाय का पोस्टमार्टम किया।

दर्शनार्थियों से भरा वाहन पलटा, देवर-भाभी की मौत, 28 घायल

मिर्जापुर- लालगंज थाना क्षेत्र के गैपुरा रोड पर कुशियरा फॉल के पास पिकअप वाहन अनियंत्रित होकर पलट गया। जिसमें लगभग 30 लोग सवार थे, जिन्हें चोटें आयी है। घायल 2 लोगों की मृत्यु हो गयी है। 5 लोगों को बीएचयू वाराणसी रेफर किया गया है। 13 लोगों को हल्की चोटे आयी है।

लालगंज थाना क्षेत्र के गड़बड़ गांव से विजयपुरा व विंध्याचल दर्शन के लिए एक पिकअप में सवार होकर 30 लोग जा रहे थे। गैपुरा मार्ग पर कुशियरा फॉल के पास सामने से आ रहे ट्रैक्टर को बचाने के चक्कर में असंतुलित होकर पिकअप पलट गया। मौके पर हा हा कार मच गई। पिकअप सवार सभी लोग घायल हो गए। सूचना पर थाना लालगंज पुलिस बल द्वारा तत्काल मौके पर पहुंचकर घायलों को प्राथमिक उपचार हेतु हास्पिटल भिजवाया गया। चार एम्बुलेंस के माध्यम से घायलों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लालगंज लाया गया। जहां प्राथमिक उपचार के बाद गंभीर हालत को देखते हुए चिकित्सा अधीक्षक डॉक्टर संजय सिंह ने 17 श्रद्धालुओं को मिर्जापुर मंडलीय अस्पताल रेफर कर दिया। मंडलीय अस्पताल पहुंचने में दो श्रद्धालुओं की मौत हो गई है। वहीं तीन लोगों को वाराणसी ट्रॉमा सेंटर रेफर किया गया। कनोई देवी (45) और उसके देवर भोला (29) की मौत हुई है।

शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। अस्पताल पहुंचे परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल रहा। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र प्रभारी डॉक्टर संजय सिंह ने बताया कि अर्जुन की दो वर्षीय पुत्री आराध्या को कहीं भी खरोच नहीं आई है।जिलाधिकारी मिर्जापुर प्रियंका निरंजन व पुलिस अधीक्षक अभिनन्दन द्वारा मण्डलीय चिकित्सालय पहुंचकर घायलों की स्थिति का लिया जायजा।

*हत्या के मामले में सोनभद्र एमपी-एमएलए कोर्ट से विधायक रहे खब्बू तिवारी बाइज्जत बरी*

मीरजापुर। सोनभद्र जिले की एमपी-एमएलए कोर्ट से पूर्व-विधायक खब्बू तिवारी को राहत मिली है। कोर्ट ने हत्या के मामले में उन्हें बाइज्जत बरी किया है। पूर्व विधायक पर 26 साल पहले मर्डर का मुकदमा दर्ज हुआ था। सोनभद्र की एमपी-एमएलए कोर्ट से अयोध्या की गोसाईगंज सीट से पूर्व विधायक खब्बू तिवारी को बड़ी राहत मिली है।

कोर्ट ने बाहुबली पूर्व विधायक इंद्र प्रताप तिवारी को हत्या के मामले में दोषमुक्त कर दिया है। 1997 से ही पूर्व विधायक इंद्र प्रताप तिवारी पर सोनभद्र में हत्या का मुकदमा दर्ज हुआ था, जिसमें गुरूवार को एमपी-एमएलए कोर्ट ने फैसला सुनाते हुए उन्हें दोषमुक्त कर दिया।

ठेकेदारी को लेकर हुई थी हत्या:

सोनभद्र के पिपरी थाना क्षेत्र में 3 जून 1997 को हिंडाल्को कम्पनी में ठेकेदारी को लेकर एक हत्या हुई थी। जिसमें खब्बू तिवारी समेत तीन लोगों पर हत्या का मुकदमा दर्ज हुआ था। सोनभद्र जिले की एमपी-एमएलए कोर्ट द्वारा आज उनको इस मामले में दोषमुक्त कर दिया गया। खब्बू तिवारी की तरफ से अधिवक्ता धर्मेद्र दुबे और विकास शुक्ला ने बहस की।

कच्चे मकान की बंडेर में फांसी के फंदे झूली विवाहिता की मौत

हलिया मिर्जापुर।ड्रमंडगंज थाना क्षेत्र के भैसोड़ बलाय पहाड़ गांव में शुक्रवार को सुबह एक 25 वर्षीय महिला ने कच्चे मकान के बंडेर में फांसी लगाकर जान दे दी। घटना से स्वजनों में कोहराम मच गया। शाम करीब चार बजे मैके वालों की सूचना पर थानाध्यक्ष ड्रमंडगंज अरविन्द कुमार सरोज मौके पर पहुंचे।

मौके की जांच पड़ताल करते हुए उन्होंने मामले की सूचना उच्चाधिकारियों को दी। सूचना मिलने पर शाम पांच बजे एडीशनल एसपी आपरेशन ओमप्रकाश सिंह भी मौके पर पहुंचकर ने घटना की जांच पड़ताल की। उसके बाद पुलिस ने मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में पंचनामा कराने के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। भैसोड़ बलाय पहाड़ गांव निवासी राम सिंगार यादव की 25 वर्षीया पत्नी कविता यादव की गुरुवार की रात खाना बनाने को लेकर अपने पति से कहासुनी हो गई थी।

इस दौरान उसकेपति ने उसको डाट फटकार भी लगाई थी। जिससे नाराज होकर शुक्रवार को सुबह करीब सात बजे महिला ने कच्चे मकान के बंडेर में साड़ी के फंदे से फांसी लगाकर जान दे दी। घटना के समय उसके पति रामसिंगार शौच के लिए घर से बाहर गए हुए थे। शौच करने के बाद घर आकर राम सिंगार ने पत्नी को फांसी के फंदे पर लटका देख चीख पुकार करते हुए उसे नीचे उतारा।

तब तक महिला की मौत हो चुकी थी। घटना की सूचना पाकर दोपहर में मृतका के पिता व मायके वाले पहुंचे और घटना की जानकारी ड्रमंडगंज पुलिस को दी। उसके बाद थानाध्यक्ष ड्रमंडगंज अरविन्द सरोज तथा एसआई भरत राय ने मौके पर पहुंच कर घटना के संबंध में मृतका के पिता राम सहाय तथा पति रामसिंगार के अलावा अन्य परिजनों से जरूरी पूछताछ की।

मृतका का मायका मध्य प्रदेश के सीधी जिला के बहरी थाना क्षेत्र के परसवार मयापुर में है। शादी वर्ष 2018 में हुई थी। मृतका को डेढ़ वर्षीया तथा छह माह की दो पुत्रियां हैं। इस संबंध में थानाध्यक्ष अरविन्द कुमार सरोज ने बताया कि मृतका के मायके पक्ष की सूचना पर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। मायके पक्ष से तहरीर नही मिली है तहरीर मिलने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।

*नाबालिग किशोरी को भागने वाले आरोपित को पुलिस ने गिरफ्तार कर भेजा जेल*

हलिया मिर्जापुर।हलिया थाना क्षेत्र के गड़बड़ा पुल के पास से गुरुवार की सुबह मुखबिर की सूचना पर चौकी प्रभारी मतवार रविप्रकाश व एसआई अजय कुमार मिश्र व कांस्टेबल राम अजोर ने नाबालिग किशोरी को बहला फुसलाकर भगाने वाले आरोपित प्रयागराज के कोरांव थाना क्षेत्र के देवघाट निवासी मेराज अंसारी को नाबालिग अपह्रता के साथ गिरफ्तार कर आरोपित को जेल भेज दिया जबकि अपहृता किशोरी को नारी निकेतन सोनभद्र भेज दिया है।

बताते चलें कि आरोपित ने थाना क्षेत्र के एक गांव से नाबालिग किशोरी को बहला फुसलाकर भगा ले गया था जिस पर नाबालिग किशोरी के पिता ने आरोपित के खिलाफ थाने में मुकदमा दर्ज कराया था पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर आरोपित की तलाश करने में जुट गई थी।

इस संबंध में थानाध्यक्ष हलिया विष्णु प्रभा सिंह ने बताया कि नाबालिब किशोरी को भगाने वाले आरोपित को किशोरी के साथ गिरफ्तार कर आरोपित को जेल भेज दिया गया है जबकि किशोरी को नारी निकेतन सोनभद्र भेज दिया गया है।

*वन विभाग के वाचर ने जंगल से महुआ के पेड़ को कटवाया, वन विभाग ने केस दर्ज किया*

मिजार्पुर। हलिया वन रेंज के हर्रा जंगल में पौधों के देखभाल करने के लिए रखे गए वाचर रमाशंकर उर्फ चिन्नी ने जंगल में सुखा एक महुआ के पेड़ को कटवाकर उसकी लकड़ी को उठाकर अपने घर पर रखा हुआ था कि ग्रामीणों ने वाचर के इस करतूत की जानकारी वन विभाग को दे दिया।

जिस पर मौके पर पहुंचे वन विभाग की टीम ने महुआ के लकड़ी को कब्जे में लेते हुए हर्रा डाक-बंगला पर सुरक्षित रखवाते हुए वाचर के खिलाफ केस दर्ज करते हुए मामले की जांच पड़ताल करने में जुट गई है। इस संबंध में वन क्षेत्राधिकारी हलिया रामनारायण जैसल ने बताया कि वाचर के खिलाफ केस दर्ज कर मामले की जांच पड़ताल किया जा रहा है।