विद्यालय समय में ही प्रवेश परीक्षा की मांग
अयोध्या।नवोदय विद्यालय प्रवेश परीक्षा की अतिरिक्त कक्षाएं विद्यालय समय में ही की जाएं संचालित नीलमणि त्रिपाठी उत्तर प्रदेसीय प्राथमिक शिक्षक संघ अयोध्या ने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अयोध्या के उस आदेश को अव्यवहारिक माना है जिसमें की जवाहर नवोदय विद्यालय प्रवेश परीक्षा में कक्षा 5 के विद्यार्थियों के लिए अतिरिक्त कक्षाएं सायं तीन बजे से 5:00 बजे तक न्याय पंचायत स्तर पर संचालित किए जाने के निर्देश दिए हैं ।
संघ के जिला अध्यक्ष एव प्रांतीय आडिटर नीलमणि त्रिपाठी ने बताया कि इस आदेश से बच्चों के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा एवं उनकी पठन-पाठन क्षमता घट जाएगी, प्रातः 8:00 बजे घर से निकलने वाला दस, ग्यारह साल का विद्यार्थी सायं 5:00 बजे तक कैसे अध्ययन कर सकता है? एक तरफ जहां इससे उसके स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा वहीं दूसरी ओर सुबह_ शाम बच्चों को माता-पिता के कृषि कार्यों में जाने पर छोटे बच्चों की देखभाल की भी जिम्मेदारी इन्ही विद्यार्थियों पर ही रहती है।
ऐसी स्थिति में इतना अधिक समय विद्यालय में उनको दे पाना संभव नहीं है।श्री त्रिपाठी ने कहा कि विद्यालय समय में ही जवाहर नवोदय विद्यालय प्रवेश परीक्षा में आवेदन करने वाले छात्रों की अतिरिक्त क्लास चलाई जानी चाहिए इसके लिए विद्यालय के ही क्षेत्रीय इच्छुक शिक्षक को जिम्मेदारी सौंप जानी चाहिए व अच्छा परिणाम देने वाले शिक्षकों को प्रोत्साहन दिया जाना चाहिए कि यदि उनके विद्यालय का छात्र चयनित होता है तो उन्हें प्रशस्ति पत्र से सम्मानित किया जाएगा ।
वहीं दूसरी ओर संघ के जिला मंत्री डा चक्रवर्ती सिंह ने कहा कि यह आदेश पूर्णतया अव्यवहारिक है एवं दिखावा मात्र होकर रह जाएगा यदि करना हो तो विद्यालय समय में अतिरिक्त कक्षाएं संचालित की जाए जिससे कि इस परीक्षा में ज्यादा से ज्यादा बच्चे सफल हो सके विद्यालय समय के बाद न्याय पंचायत स्तर पर बच्चों को उपस्थित होकर पुनः शिक्षण कार्य तैयारी का कर पाना संभव नहीं है ऐसी स्थिति में बेसिक शिक्षा अधिकारी को अपने निर्णय पर पुनर्विचार करना चाहिए
उल्लेखनीय है की इस संदर्भ में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अयोध्या संतोष कुमार राय द्वारा जनपद में प्रवेश परीक्षा में आवेदन किए हुए।
10500 छात्र छात्राओं के लिए सायं कालीन 3 बजे से 5 बजे तक न्याय पंचायत स्तर पर अतिरिक्त कच्छा संचालित किए जाने का निर्देश जारी क्या गया है इसे शिक्षक व छात्र स्वीकार नहीं कर पा रहे।वहीं ग्रामीण क्षेत्र के अभिभावको की ऐसी भी स्थिति नहीं है कीअपना काम धंधा छोड़ कर 3:00 बजे के बाद विद्यालय से बच्चों को लेकर न्याय पंचायत पर जाकर 3 बजे से 5:00 बजे तक रुक सकें ,वर्तमान समय में दिन छोटा हो रहा है ऐसी स्थिति में शाम को 5:00 बजे के बाद यदि छात्र-छात्रा न्याय पंचायत से निकलकर आते हैं तो उनके साथ किसी अप्रिय स्थिति की जिम्मेदारी किसकी होगी? यह भी सुनिश्चित किया जाना आवश्यक है।
Oct 20 2023, 19:58