चंद्रयान मिशन की सफलता से उत्साहित प्रधानमंत्री नरेंद्र इसरो को दिए लक्ष्य, 2035 तक अंतरिक्ष स्टेशन व 2040 तक चांद पर जाए भारतीय*


नई दिल्ली:- चंद्रयान मिशन की सफलता से उत्साहित प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के लिए महत्वकांक्षी लक्ष्य तय किया. उन्होंने वैज्ञानिकों से कहा कि वे 2035 तक एक भारतीय अंतरिक्ष केंद्र स्थापित करने और 2040 तक पहले भारतीय को चंद्रमा पर भेजने का लक्ष्य रखें।

मोदी ने यह निर्देश इसरो प्रमुख एस. सोमनाथ द्वारा गगनयान मिशन की प्रगति को लेकर उन्हें दी जा रही जानकारी के दौरान दिया.

इसरो गगनयान मिशन की तैयारी के तहत 21 अक्टूबर को अंतरिक्ष यात्री बचाव प्रणाली एवं अन्य पहल का पहली बार प्रदर्शन करेगा।

प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) द्वारा बैठक के बाद जारी बयान में कहा गया कि भारत का अंतरिक्ष में पहली बार अंतरिक्ष यात्रियों को भेजने का मिशन 2025 में पूरा होने की उम्मीद है. प्रधानमंत्री ने बैठक के दौरान भारत के अंतरिक्ष अन्वेषण प्रयासों के भविष्य की रूपरेखा तैयार की और वैज्ञानिकों से शुक्र ऑर्बिटर मिशन और मंगल लैंडर सहित विभिन्न अंतरग्रहीय मिशन की दिशा में काम करने का आग्रह किया।

बयान में कहा गया कि प्रधानमंत्री ने हालिया चंद्रयान-3 और आदित्य एल1 मिशन सहित भारतीय अंतरिक्ष पहल की सफलता के मद्देनजर निर्देश दिया कि भारत को अब 2035 तक भारतीय अंतरिक्ष स्टेशन स्थापित करने और 2040 तक चंद्रमा पर पहले भारतीय को भेजने सहित नए और महत्वाकांक्षी लक्ष्य निर्धारित करने चाहिए।

इसमें बताया गया कि इस सोच को साकार करने के लिए अंतरिक्ष विभाग चंद्र अन्वेषण के लिए एक खाका तैयार करेगा.बयान में कहा गया कि इसमें चंद्रयान मिशन की एक श्रृंखला, अगली पीढ़ी के एक प्रक्षेपण यान (एनजीएलवी) का विकास, एक नए लॉन्च पैड का निर्माण, मानव-केंद्रित प्रयोगशालाओं और संबंधित प्रौद्योगिकियों की स्थापना शामिल होगी. 

अंतरिक्ष विभाग ने गगनयान मिशन का एक समग्र अवलोकन पेश किया, जिसमें ह्यूमन रेटेड लॉन्च व्हीकल और प्रणाली दक्षता जैसी अब तक विकसित विभिन्न प्रौद्योगिकियों के बारे में बताया गया।

इस बात पर गौर किया गया कि ह्यूमन रेटेड लॉन्च व्हीकल (एचएलवीएम3) के तीन मानव रहित मिशन सहित लगभग 20 प्रमुख परीक्षणों की योजना बनाई गई है. प्रधानमंत्री मोदी ने भारत की क्षमताओं पर विश्वास व्यक्त किया और अंतरिक्ष अन्वेषण में नयी ऊंचाइयां छूने को लेकर देश की प्रतिबद्धता की पुष्टि की।

शुरुआत में गगनयान मिशन के तहत दो अंतरिक्ष यात्रियों को पृथ्वी की निचली कक्षा में 2022 में भेजने की योजना थी, लेकिन कोविड महामारी और मिशन की जटिलता की वजह से भारत के पहले मानव मिशन को 2024 के उत्तरार्ध में भेजने की उम्मीद थी. मंगलवार की बैठक के बाद यह सामने आया कि अब गगनयान मिशन को 2025 में लांच किया जाएगा।

बैठक के दौरान सोमनाथ के अलावा प्रधानमंत्री कार्यालय के मंत्री जितेंद्र सिंह, प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव पी.के.मिश्रा और अन्य अधिकारी मौजूद थे.

प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में हुई यह बैठक भारत द्वारा 23 अगस्त को चंद्रयान-3 की सफलतापूर्वक दक्षिणी गोलार्द्ध में सॉफ्ट लैंडिंग कराने के बाद हुई है. चंद्रयान-3 मिशन की सफलता के 10 दिन के भीतर दो सितंबर को भारत ने सूर्य का पृथ्वी से करीब 15 लाख किलोमीटर की दूरी पर लैगरेंज प्वाइंट (एल1) से अध्ययन करने करने के लिए आदित्य एल1 को प्रक्षेपित किया।

आदित्य एल-1 सूर्य के वार्तावरण, सौर चुंबकीय तूफान और पृथ्वी के आसपास के वातावरण पर पड़ने वाले असर का अध्ययन करेगा।

अगर आपके बच्चे भी अपनी उम्र के हिसाब से है अंडरवेट, तो अपने बच्चे का वजन बढ़ाने के लिए खिलाएं, ये फूड मेमोरी होगी तेज और वेट भी होगा गेन।


दिल्ली:बच्चे देश का भविष्य होते हैं इसलिए बच्चे का शारीरिक और मानसिक विकास होना जरूरी हैं उम्र के हिसाब से बच्चे वजन होना चाहिए कम वजन होना फिजिकल हेल्थ के लिए हानिकारक है।

बच्चों की उम्र जैसे- जैसे बढ़ती है, वैसे-वैसे उनका शरीर तो बढ़ता ही है.हालांकि कई बार बढ़ती उम्र और बॉडी के साथ उनकी सेहत नहीं बनती है। ऐसे में मां-बाप अपने बच्चों का वजन बढ़ाने के लिए कई कोशिशें करते हैं। लेकिन सफलता हासिल नहीं होती। तो आइए आज हम आपको कुछ ऐसे फूड आइटम बताएंगे जिससे आपके बच्चों का वजन बढ़ सकता है।

वजन बढ़ाने के लिए खाएं ये फूड्स

मूगंफली

एक रिसर्च के मुताबिक बच्चों को मूंगफली खिलाने के कई फायदे होते हैं. पीनट्स में सही मात्रा में ऊर्जा होती है, मूंगफली से आप अपने बच्चों के लिए मूंगफली से अच्छे स्नैक्स भी बना सकते हैं, जो खाने में टेस्टी होते हैं और सेहत के लिए हेल्दी भी और वजन बढ़ाने में भी मददगार मूंगफली साबित हो सकता है।

डेयरी प्रोडक्ट्स है जरुरी

बढ़ते हुए बच्चों को डेयरी प्रोडक्ट्स खाने को जरूर देना चाहिए. डेयरी प्रोडक्ट्स में प्रोटीन और कैल्शियम होता है अधिक मात्रा में होता है. बच्चों का वजन बढ़ाने के लिए दूध, दही, पनीर, बटर, घी जैसी चीजें बच्चों को खिलाएं.

स्मूदी और हरी सब्जियां

सब्जियों में सभी ऐसे पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो एक बच्चे के शारीरिक विकास के लिए जरूरी हैं. आप अपने बच्चे को आलू, शकरकंद, गोभी, पालक, हरी पत्तेदार सब्जियां खिला सकते हैं. आप बच्चों को फलों की स्मूदी बनाकर पिला सकते हैं. इससे बच्चों को पर्याप्त पोषक तत्व मिलेंगे, साथ ही वजन भी बढ़ेगा.

ड्राय फ्रूट्स: 


ड्राय फ्रूट्स सेहत के लिए काफी फायदेमंद होते हैं. अगर आपके बच्चों का वजन काफी कम है तो उन्हें ड्राय फ्रूट्स खिलाना शुरू कर दें. ड्राय फ्रूट्स शारीरिक हेल्थ के साथ साथ ब्रेन की हेल्थ के लिए भी बहुत फायदेमंद होते हैं. आप बच्चों को बादाम, काजू, अखरोट, किशमिश खाने के लिए दे सकते हैं. इसके अतिरिक्त बच्चों को मखाना दे सकते हैं. ड्राय फ्रूट्स के साथ साथ बच्चों को दूध भी दें।

देसी घी खिलाएं

देसी घी वजन भी तेजी से वजन बढ़ाने में मदद करता है. अगर आप कम वक्त में वजन बढ़ाना चाहते हैं तो बच्चों को खाने में सुबह शाम पर्याप्त मात्रा में घी खिलाएं. घी में विटामिन ए, विटामिन डी,, पोटैशियम, कैल्शियम और फॉस्फोरस जैसे जरूरी तत्व पाए जाते हैं जो कि मेंटल हेल्थ को भी इम्प्रूव करते हैं।

नॉनवेज दें

अगर आपको नॉनवेजिटेरियन खाने से कोई दिक्कत नहीं है तो आप अपने बच्चे को नॉनवेज दे सकते हैं. बच्चे का वजन बढ़ाने के लिए उसे अंडा, मटन, चिकन या फिर मछली खाने में दे सकते हैं. सी फूड वजन बढ़ाने में काफी मददगार होते हैं.

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने आरबी एजुकेशनल ट्रस्ट के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग मामले जम्मू-कश्मीर में 8 स्थानों पर की छापेमारी


नई दिल्ली:- प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मंगलवार को आरबी एजुकेशनल ट्रस्ट के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग मामले (पीएमएलए) में जम्मू-कश्मीर में विभिन्न स्थानों पर स्थित आठ परिसरों पर छापेमारी की. जांच एजेंसी ने जम्मू, कठुआ और पठानकोट में कार्रवाई की. एक मामले में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) द्वारा की जा रही जांच के आधार पर यह कार्रवाई की गई।

सीबीआई ने 12 सितंबर 2020 को मामले में पहली सूचना रिपोर्ट (एफआईआर) दर्ज की. सीबीआई ने 28 अक्टूबर, 2021 को मामले में एक आरोप पत्र भी दायर किया गया था. आरोपपत्र में आरबी एजुकेशनल ट्रस्ट की अध्यक्ष कांता अंडोत्रा और 2011 में हलका करांडी खुर्द के तत्कालीन पटवारी रविंदर सिंह और मुथी हरदो का नाम शामिल किया गया।

आरोप है कि इन्होंने आपराधिक मिलीभगत से धांधली को अंजाम दिया. जम्मू और कश्मीर कृषि सुधार अधिनियम 1976 की धारा 14 के तहत लगाई गई 100 मानक कनाल की अधिकतम सीमा के उल्लंघन के आरोप लगाए गए. इससे ट्रस्ट को अनुचित आर्थिक लाभ मिला।

इसमें शामिल मुख्य व्यक्तियों में पूर्व सांसद और पूर्व विधायक एक लाल सिंह, उनकी पत्नी कांता अंडोत्रा (पूर्व विधायक और ट्रस्ट की अध्यक्ष) और तत्कालीन पटवारी शामिल हैं. दौरान ईडी द्वारा जांच के दौरान यह सामने आया है कि अतिरिक्त भूमि का उपयोग ट्रस्ट द्वारा डीपीएस स्कूल और अन्य व्यावसायिक गतिविधियों को चलाने के लिए सक्रिय रूप से किया गया।

एजेंसी ने कहा कि ट्रस्ट से जुड़े लोगों के परिसरों पर छापेमारी की गई. इनमें अध्यक्ष, भूमि दाता, भूमि दाताओं की ओर से पावर ऑफ अटॉर्नी धारक, गवाह जिन्होंने कार्यों को निष्पादित किया था शामिल हैं. इसके साथ ही तत्कालीन पटवारी जिन्होंने आरबी एजुकेशनल ट्रस्ट के कार्यों को निष्पादित करने देने के लिए गलत तरीके से फर्द जारी किया था।

दिल्ली:दिल्ली एनसीआर में तेज हवा के साथ हुई बारिश,मौसम ने बदला मिजाज,ठंड ने दी दस्तक

नई दिल्ली:-दिल्ली एनसीआर में तेज हवा के साथ हुई बारिश से मौसम का रुख बदल गया है। बारिश के बाद मंगलवार सुबह तेज हवा चलने से तापमान में गिरावट आई है, जिससे लोगों को सर्दी का एहसास हो रहा है।

मंगलवार को भी हैं बारिश के आसार

मौसम विभाग ने सोमवार को मंगलवार के मौसम का पूर्वानुमान साझा करते हुए बताया कि मंगलवार को भी कमोबेश ऐसा ही मौसम बना रहेगा। दिन भर बादल छाए रहेंगे और गर्जन के साथ ही हल्की बारिश हो सकती है। इस दौरान अधिकतम तापमान 31 डिग्री, जबकि न्यूनतम तापमान 20 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहेगा।

मौसम विभाग के मुताबिक, दिल्ली की मानक वेधशाला सफदरजंग में सोमवार का अधिकतम तापमान 30.5 डिग्री सेल्सियस रहा, जो सामान्य से तीन डिग्री कम है। यह इस सीजन का ही नहीं बल्कि 16 अक्टूबर की तारीख में 2014 के बाद सबसे कम अधिकतम तापमान है।

बारिश के बाद फिर बढ़ेगा तापमान

मौसम विभाग का कहना है के आने वाले दिनों में न्यूनतम तापमान कमी देखने को मिलेगी और यह 17 डिग्री तक हो जाएगा जबकि दिन का तापमान दो दिन बाद एक बार फिर बढ़कर 35 डिग्री तक पहुंच जाएगा।

महाराष्ट्र में न्यू आष्टी से अहमदनगर जा रही लोकल ट्रेन में लगी आग,धू धू कर जल उठी 5 बोगियां



*मुंबई :आजकल ट्रेन में भी कई हादसा हो रहे है अभी कुछ दिन पहले कामख्या जा रही ट्रेन में हादसा हुआ था,अब नई खबर मुंबई से आ रही है,खबर सामने आई है. यहां न्यू आष्टी से अहमदनगर जा रही एक लोकल ट्रेन में अचानक आग लग गई. इस हादसे में ट्रेन के पांच डिब्बे धू-धू के जल उठे, यह घटना दोपहर करीब तीन बजे नारायणदोह और अहमदनगर सेक्शन के बीच हुई।

रेलवे अधिकारियों ने यह जानकारी दी. आग सबसे पहले गार्ड-साइड ब्रेक वैन में लगी और तेजी से बगल के चार डिब्बों में फैल गई. हालांकि, आग आगे फैलने से पहले सभी यात्री ट्रेन से सुरक्षित बाहर निकलने में सफल रहे।

मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी डा. शिवराज मानसपुरे ने पीटीआई-भाषा से कहा कि आग लगने की घटना में कोई भी यात्री जख्मी नहीं हुआ है और आग दोपहर करीब तीन बजे शुरू हुई. उन्होंने कहा कि आग को बुझाने के लिए अहमदनगर जिले से दमकल की गाड़ियों को बुलाया गया. आग लगने के कारण का तत्काल पता नहीं चल सका है.

सीपीआरओ मध्य रेलवे ने जानकारी देते हुए बताया कि अहमदनगर और नारायणपुर स्टेशनों 5 डिब्बों में आग लग गई. किसी के घायल होने या मौत की सूचना नहीं है. आग लगने पर सभी यात्री ट्रेन से उतर गए थे. जलते डिब्बों के अंदर कोई भी व्यक्ति नहीं फंसा. रेलवे अधिकारियों द्वारा अग्निशामकों को ‘बुलाया गया है।

दिल्ली:नवरात्र के दूसरे दिन कुट्टू के आटे से बने खाद्य पदार्थों के सेवन से 15 लोगों की बिगड़ी हालत,अस्पताल में भर्ती

दिल्ली:-नवरात्र में फिर से कुट्टू के मिलावटी आटे का अवैध व्यापार लोगों के लिए मुसीबत बन गया है। मुरादनगर में नवरात्र के दूसरे दिन ही कुट्टू के आटे से बने खाद्य पदार्थों के सेवन के बाद 15 लोगों की हालत बिगड़ गई।

सभी को अलग-अलग अस्पताल में भर्ती कराया गया है। एसडीएम मोदी नगर संतोष कुमार समेत प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग के कई अधिकारियों ने अस्पतालों में पहुंचकर बीमार हुए लोगों से हालचाल पूछा है।

अस्पताल में भर्ती कराए गए सभी लोग मुरादनगर आयुध निर्माणी कारखाना परिसर व आसपास के क्षेत्र में रहते हैं। लोगों ने अपने बयान में बताया कि उन्होंने कारखाना परिसर में धमीजा किराना स्टोर से कुट्टू का आटा खरीदा था।

दुकानदार के खिलाफ थाना मुराद नगर में शिकायत दी गई है। एसडीम संतोष कुमार का कहना है कि दुकानदार के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई जा रही है। आटा का नमूना भी ले लिया गया है।

अगर आप नवरात्रि में व्रत रख रहे हैं तो मिलेंगे आपको 4 खास फायदे,आइए जानते है व्रत करने से होने वाले फायदे के बारे में


दिल्ली:-नवरात्रि 15 अक्टूबर से शुरू हो गया है, नवरात्रि को भारत में सबसे शुभ त्योहारों में से एक माना जाता है।

नौ दिनों तक चलने वाले इस त्योहार के दौरान देश भर में भक्त मां दुर्गा की पूजा करते हैं और व्रत भी रखते हैं।नवरात्रि के व्रत करना ज्यादातर लोगों को पसंद होता है। क्योंकि पूजा-पाठ और भोजन से जुड़े कुछ नियमों के अलावा नवरात्र के व्रत में बहुत अधिक बंधन नहीं होते। 

हिंदू धर्म में वैसे भी व्रत को शरीर और मन की शुद्धि से जोड़ा गया है। ना कि किसी भी तरह की बहुत अधिक पाबंदी से। यहां जानते है, नवरात्रि के व्रत रखने पर आपको किस तरह के लाभ मिलते हैं...

सबसे पहले शरीर की शुद्धि

-नवरात्रि के व्रत 9 दिनों तक रखे जाते हैं। अलग-अलग चिकित्सा पद्धतियों के अनुसार आपके शरीर को पूरी तरह डिटॉक्सिफाई करने के लिए एक सप्ताह का समय पर्याप्त होता है। यानी इन 9 दिनों में आप अपने शरीर के सभी विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालकर शरीर का शुद्धिकरण कर सकते हैं।

फ्रेश मेंटल एनर्जी

-हम जिस तरह का भोजन करते हैं, उसी तरह के भाव हमारे मन में उत्पन्न होते हैं। इस कारण नवरात्रि के व्रत में किए जानेवाले फलाहार का आपके शरीर और मन पर सीधा प्रभाव पड़ता है। नवरात्र के व्रत के दौरान ना केवल आपका शरीर शुद्ध होता है बल्कि मानसिक शुद्धिकरण भी होता है। यदि आप थोड़े भी भक्ति-भाव के साथ नवरात्र के दिनों में दो समय गाय के घी का दीपक जलाकर अपने घर में धूप-दीप के साथ पूजन करेंगे तो आप अपने अंदर एक अलग तरह की शांति का अनुभव करेंगे, जो आपको मानसिक रूप से अधिक मजबूत बनाने और नई ऊर्जा से भरने का काम करेगी।

पाचनतंत्र की हीलिंग होना

आपने शायद ही कभी इस बात पर गौर किया हो कि नवरात्र के व्रत करने के दौरान पूरी 7 से 9 दिनों के अंदर आपके पाचनतंत्र की हीलिंग होती है। यानी पाचनतंत्र में जमा अपशिष्ट पदार्थ बाहर निकल जाते हैं। क्योंकि नवरात्र के दौरान आप जिस फलाहार और सात्विक भोजन का उपयोग करते हैं, वह आपके पाचनतंत्र की आंतरिक सफाई और नसों तथा नाड़ी की हीलिंग का काम करता है।इस दौरान आंत में आई आंतरिक सूजन, लिवर में आई खान-पान से जुड़ी गड़बड़ियां, घाव, अल्सर इत्यादि प्राकृतिक रूप से ठीक होने लगते हैं। इस तरह यह व्रत आपके पाचन को बेहतर बनाने का भी काम करता है।

बढ़ते वजन को नियंत्रित करना

जो लोग अपने बढ़ते वजन से परेशान रहते हैं, वे नवरात्र व्रत के दौरान अपने मोटापे पर नियंत्रण लगा सकते हैं। वह भी बिना भूखा रहे। क्योंकि नवरात्र के व्रत में आपको फलाहार, कुट्टू, सिंघाडे़ का आटा और साबूदाना खाने की स्वतंत्रता होती है।इन सभी चीजों को बहुत ही मामूली-सी चिकनाई के साथ तैयार कर आप अपने फैट को कम कर सकते हैं। 

क्योंकि नवरात्र के व्रत में खाई जानेवाली ज्यादातर चीजें प्राकृतिक रूप से फैट फ्री होती हैं। बस इन्हें रसोई में पकाते समय आप इनके इस गुण को बनाए रखने का प्रयास करें। यानी इन्हें बहुत अधिक तेल या घी में ना बनाएं।

भारत में इस जनजाति में है अजीब रिवाज,जो दामाद को मानता है नौकर, खेतों में काम करवाकर पिलाता है सूअर का खून!


 नयी दिल्ली : भारत में दामाद को भगवान का दर्जा दिया जाता है. अगर दामाद ससुराल चला जाए तो उसे छप्पन भोग खिलाकर उसका स्वागत किया जाता है. लेकिन आज हम आपको एक ऐसी जनजाति के बारे में बताने जा रहे हैं, जहां दामाद को नौकर की तरह ट्रीट किया जाता है. खेतों में काम कराया जाता और पीने के‍ि लिए सुअर का खून दिया जाता है.

शादी से पहले ही देना पड़ता है प्यार का सबूत

भारत में शादियां किसी त्यौहार की तरह की जाती है. लड़की पक्ष अपनी जिंदगीभर की कमाई लगाकर अपनी बेटी की शादी करते हैं. दामाद भले ही निकम्मा हो, उसे ससुराल में पूरा सम्मान दिया जाता है. 

ससुराल आए दामाद को किसी चीज की कमी नहीं होने दी जाती है. नाश्ते से लेकर रात का खाना दामाद की पसंद का ही बनाया जाता है. लगभग हर जगह दामाद की आव-भगत इसी तरह से की जाती है. लेकिन भारत में ही रहने वाली एक जनजाति इससे ठीक उलट काम करती है।

वैसे तो भारत काफी बड़ा देश है. यहां कई धर्म के लोग रहते हैं. साथ ही कई जनजातियां भी भारत में रहती हैं. ये जनजातियां आज भी अपने नियम और ट्रेडिशन को फॉलो कर रही हैं. इन्हें संरक्षण देने के लिए सरकार भी कई तरह की पहल करती रहती है।

कई ऐसी जनजातियां भी हैं, जिनके बारे में तो ज्यादातर लोगों को पता भी नहीं है. आज हम आपको एक ऐसी ही जनजाति के बारे में बताने का रहे हैं. इस जनजाति के कुछ नियम इतने अजीबोगरीब हैं कि आपको खुद ही यकीन नहीं हो पाएगा.

शादी की यूनिक प्रथा

हम बात कर रहे हैं मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में रहने वाले गोंड जनजाति की. ये लोग अभी तक के इतिहास के सबसे प्राचीन जनजाति में गिने जाते हैं. वैसे तो इनके सामने आए काफी समय हो गया है लेकिन ये लोग आज भी अपनी प्रथाओं को तहे दिल से मानते हैं. खासकर शादी से जुड़े नियमों को.

इस जनजाति की शादियां बेहद यूनिक होती हैं. हर शादी की तरह इसमें भी खूब नाच गाना होता है लेकिन कुछ ऐसे नियम हैं जो शॉकिंग है. खासकर अगर लड़का-लड़की लव मैरिज कर रहा है तो.

नौकर जैसा व्यवहार

जहां भारत में दामाद को स्पेशल ट्रीटमेंट दिया जाता है, वहीं इस जनजाति में अगर कपल को लव मैरिज करना है तो लड़के को पहले अपने ससुर के खेत में काम करना पड़ेगा. जब ससुर को लगेगा कि वाकई लड़का मेहनती है तब ही शादी की इजाजत देता है. इतना ही नहीं, लड़के को सूअर का खून पीकर ससुर को यकीन दिलाना पड़ता है कि वो उसकी बेटी के लिए कुछ भी कर सकता है.

गोंड जनजाति के लोग ज्यादातर शिकार पर जीवित रहते हैं. इनके भोजन में मांस-मछली का अहम स्थान है. महिलाएं साड़ी पहनती हैं और मर्द धोती और गंजी।

साल का दूसरा और आखिरी सूर्य ग्रहण लग चुका है,ऐसी दिखी सूर्य ग्रहण की पहली तस्वीर, दिखा अद्भुत नजारा


नयी दिल्ली : ये है सूर्य ग्रहण की पहली तस्वीर, दिखा अद्भुत नजारा.साल का दूसरा और आखिरी सूर्य ग्रहण लग चुका है. यह सूर्य ग्रहण भारतीय समयानुसार रात 8 बजकर 33 मिनट पर शुरू हुआ है और ये 15 अक्टूबर की मध्य रात्रि 2 बजकर 25 मिनट तक रहेगा।

यह ग्रहण भारत में दिखाई नहीं दे रहा है. साल का दूसरा और आखिरी सूर्य ग्रहण लग चुका है. है. ग्रहण भारतीय समयानुसार, रात 8 बजकर 33 मिनट पर शुरू हुआ है और ये 15 अक्टूबर की मध्य रात्रि 2 बजकर 25 मिनट तक रहेगा।

यह वलयाकार या कंकड़कृति सूर्य ग्रहण है जो भारत में नहीं दिखेगा. यह कोई आम सूर्य ग्रहण नहीं है बल्कि बहुत खास है. इसकी खासियत यह है कि इसमें चांद पृथ्वी से सबसे दूर होगा।

इस ग्रहण को सबसे खास बनाती है वो ये कि इसमें एक ऐसा नजारा देखने को मिलेगा जो संयोग से बनता है. यह ग्रहण भले ही भारत में दिखाई नहीं दे रहा है लेकिन यह कई मायनों में खास बताया जा रहा है। 

यह सूर्य ग्रहण कन्या राशि और चित्रा नक्षत्र में लग रहा है. ये एक वलयाकार ग्रहण है जो देखने में आग के गोले जैसा नजर आ रहा है जिस वजह से इसे रिंग ऑफ फायर कहा गया है।

नासा के अनुसार, यह अमेरिका समेत कुछ देशों में ही दिखाई दे रहा है.सूर्य ग्रहण का एक दुर्लभ 'रिंग ऑफ फायर' के रूप में पूरे उत्तरी अमेरिका से लेकर अफ्रीका के भी कुछ जगहों पर दिखाई देगा.

यह भारत में दृश्यमान नहीं होगा. इसे पश्चिमी अफ्रीका, उत्तरी अमेरिका, दक्षिण अमेरिका, अटलांटिक और आर्कटिक जैसे देशों में देखा जाएगा।

दिल्ली:दिल्ली एनसीआर में फिर से भूकंप के झटके किए गए महसूस,फरीदाबाद में था केंद्र

नई दिल्ली: - दिल्ली, नोएडा, ग्रेटर नोएडा, गाजियाबाद, गुरुग्राम समेत पूरे एनसीआर में रविवार शाम करीब 4 बजे भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। आनन-फानन में सोसायटियों में रहने वाले लोग अपने घरों से बाहर निकल कर आ गए।

रविवार होने की वजह अधिकांश लोग घर पर ही थे। ऐसे में भूकंप के झटके महसूस होने पर दिल्ली-एनसीआर की सोसायटियों में काफी हड़कंप मच गया। लोग सोसायटियों के कॉमन एरिया में इकट्ठा हो गए।

दिल्ली-एनसीआर में बार-बार आ रहे भूकंप से लोग दहशत में हैं।

राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र ने जानकारी दी है कि आज शाम 4 बजकर 8 मिनट में बजे हरियाणा के फरीदाबाद में रिक्टर स्केल पर 3.1 तीव्रता का भूकंप आया। इससे पहले, 3 अक्टूबर को दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में तेज झटके महसूस किए गए थे, स्थानीय लोग दहशत में अपने घरों और दफ्तरों से बाहर निकल आए थे।

फरीदाबाद रहा केंद्र

राष्‍ट्रीय भूकंप केंद्र ने बताया कि स्‍थानीय समय के अनुसार दोपहर बाद लगभग 4:08 बजे भूकंप आया। इसकी तीव्रता रिक्‍टर पैमाने पर 3.1 मापी गई। इसका केंद्र हरियाणा के फरीदाबाद में था जो दिल्‍ली की सीमा से सटा हुआ है।

भूकंप का केंद्र जमीन से 10 किलोमीटर की गहराई पर था।

भूकंप के झटके आते ही लोग अपने घरों और कार्यालयों से भागकर बाहर निकल गये।

लोगों ने बताया कि उन्‍होंने भूकंप के तेज झटके महसूस किए। कुछ दिन पहले भी राष्‍ट्रीय राजधानी, उत्‍तर प्रदेश और उत्‍तराखंड में भूकंप आया था। उस समय भूकंप का केंद्र नेपाल था।