शराब बरामदगी के मामले में हरियाणा का अभियुक्त दोषी करार

औरंगाबाद - आज व्यवहार न्यायालय औरंगाबाद में एडिजे सह स्पेशल उत्पाद अन्नय कोर्ट प्रथम ने बारूण थाना कांड संख्या -467/22 जी आर 1336/22 टी आर 09/23 मे निर्णय पर सुनवाई करते हुए एकमात्र काराधीन अभियुक्त रविन्द्र, दहमन फतेहबाद, हरियाणा को प्रतिबंधित 113 लीटर शराब बरामदगी के मामले में दोषी करार दिया है।

स्पेशल पीपी अवधेश कुमार सिंह ने कहा कि अभियुक्त को बिहार मध निषेध उत्पाद एक्ट की धारा 30 ए के तहत दोषी ठहराया गया है सजा के बिन्दु पर सुनवाई के तिथि 30/10/23 निर्धारित किया गया है।

विधि परामर्शी शेखर कुमार ने बताया कि प्राथमिकी 22/10/22 को सहायक अवर निरीक्षक अजीत कुमार सिंह ने दर्ज कराया था जिसमें कहा था कि थाना क्षेत्र के जी टी रोड पर बाबा के ढाबा लाइन होटल के सामने अभियुक्त को शराब के साथ गिरफ्तार किया गया था।

आरोप गठन -30/05/23 को किया गया था मात्र पांच माह में सुनवाई पूरी कर अभियुक्त को आज दोषी ठहराया गया है।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

औरंगाबाद पुलिस ने डेढ़ किलो गांजा के साथ एक तस्कर को किया गिरफ्तार

औरंगाबाद : जिले के नबीनगर प्रखंड में बड़ेम ओपी की पुलिस ने एक गांजा तस्कर को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने उसके पास से डेढ़ किलो गांजा बरामद किया है। गिरफ्तार तस्कर राजकुमार राम तिवारीडीह का निवासी है।

बड़ेम ओपी अध्यक्ष सिमरन राज ने बताया कि गुप्त सूचना मिली कि ओपी क्षेत्र के तिवारीडीह गांव निवासी राजकुमार राम गांजा की तस्करी के धंधें में लिप्त है। वह बाहर से गांजा लाकर इलाके पर बेंचता है।

सूचना के सत्यापन के लिए उन्होने पुलिस की एक टीम गठित कर छापेमारी की। छापेमारी में राजकुमार राम को डेढ़ किलो गांजा के साथ गिरफ्तार किया गया।

गिरफ्तार तस्कर काफी दिनों से किराना दुकान के आड़ में गांजा की बिक्री का काम करता था। मामले में गांजा तस्कर के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट एवं अन्य सुसंगत धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है। पुलिस आगे की कार्रवाई में जुटी है।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

पुलिस की नौकरी लगते ही पति ने पत्नी को घर से निकाला, पीड़िता ने एसपी से लगाई न्याय की गुहार

औरंगाबाद : जिले से एक बड़ी खबर सामने आई है। जहां पुलिस की नौकरी लगने के बाद युवक ने पत्नी को घर से निकाल दिया है।अब पीड़िता ने एसपी से न्याय का गुहार लगाई है।

बताया जा रहा है कि युवक की शादी हुई। पत्नी के ससुराल आते ही पति की किस्मत चमक गई। उसकी पुलिस में नौकरी लग गई। पति की नौकरी लगने के तीन साल तक सबकुछ ठीक ठाक रहा। इस दौरान एक बेटी भी हुई, जो अभी छः साल की है।

नौकरी लगते ही युवक और उसके परिवार के रंग ढंग बदल गए। विवाहिता से दहेज की मांग होने लगी। प्रताड़ना का दौर शुरू हो गया। इसी बीच उसे जहर देकर जान मारने की भी कोशिश हुई लेकिन उपर वाले की मेहरबानी से वह बच गयी। अब मामला कोर्ट-कचहरी का चल रहा है और वह न्याय के लिए दर दर की ठोंकरे खा रही है।

मामला भागलपुर के तातारपुर थाना के कंपनी बाग का है, जो औरंगाबाद से इस कारण जुड़ा है क्योकि विवाहिता का पति औरंगाबाद के पुलिस अधीक्षक के आवास पर कार्यरत है।

मामले को लेकर औरंगाबाद की पुलिस कप्तान स्वपना गौतम मेश्राम से न्याय की गुहार लगाने आई पीड़िता चंद्रकला देवी ने रोते-बिलखते हुए बताया कि उसका मायका भागलपुर के नाथनगर थाना के पुरानी सराय है। वह राधारमण मंडल की पुत्री है। उसकी शादी 20 मई 2013 को भागलपुर के तातारपुर थाना के कंपनी बाग निवासी दिनेश मंडल के पुत्र गोपाल मंडल के साथ हुई थी।

शादी के तीन साल बाद 2016 में बिहार पुलिस में सिपाही के पद पर नौकरी लग गई। नौकरी लगने के बाद पति और पूरे परिवार का रंग ढंग बदल गया। उसे दहेज की मांग को लेकर ससुरालियों द्वारा प्रताड़ित किया जाने लगा। दहेज की मांग पूरी नही होने पर 21 अप्रैल 2019 को उसे जहर खिलाकर मारने का प्रयास किया गया लेकिन वह बच गई।

इसके बाद उसने भादंवि की धारा 323, 328, 498 ए, 34 एवं 3/4 दहेज प्रतिषेध अधिनियम के तहत तातारपुर थाना में पाथमिकी संख्या-104/2019 दर्ज करा दी।

इस मामले में जमानत के लिए पति ने पटना उच्च न्यायालय में दायर अर्जी में कहा कि वह पत्नी को ससम्मान अपने साथ रखेगा। इस आधार पर हाइकोर्ट ने पत्नी को साथ रखने का निर्देश देते हुए दो माह की औपबंधक जमानत दे दी।

पति ने 16 अगस्त 2022 को कोर्ट में झूठ बोला कि वह पत्नी को घर ले जा रहा है लेकिन वह उसे घर ले जाने के बजाय कोर्ट में ही छोड़ गया। कहा कि मेरी एक छः साल की पुत्री है, जिसका भरण पोषण करने में वह समर्थ नही है। पति न मुझे और न ही पुत्री को अपने साथ रखता है। न तो किसी तरह का खर्च देता है और न ही न्यायालय का आदेश मानता है। इसी वजह से उसने एसपी को आवेदन देकर न्याय की गुहार लगाई है।

मामले में एसपी स्वपना गौतम मेश्राम ने कहा कि महिला ने शिकायत आवेदन दिया है। शिकायत की जांच की जिम्मेवारी पुलिस लाइन के मेजर को दी गई है। जांच रिपोर्ट के आलोक में आगे की कार्रवाई की जाएगी।

वही मामले में पीड़िता के पति गोपाल मंडल ने कहा कि मामला कोर्ट में है। कोर्ट का जो आदेश आएगा, वह उसका पालन करेगा।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

खाट के नीचे युवक की शव मिलने से गांव में सनसनी, मौके पर पहुंचे लोजपा नेता प्रमोद सिंह

औरंगाबाद : जिले के रफीगंज प्रखंड के कासमा थाना क्षेत्र के दुगुल पंचायत के सिमला गांव में एक 19 वर्षीय युवक की हत्या का मामला प्रकाश में आया है। जिसके शव को कासमा पुलिस ने सोमवार को उसके घर से बरामद किया है। 

मृतक युवक की पहचान सिमला गांव के सुदामा चौधरी के पुत्र पप्पू कुमार के रूप में की गई है। पप्पू गांव में टेंट पंडाल का काम करता था।

सोमवार को मृतक के पिता सुदामा चौधरी ने बताया कि पप्पू रात्रि 9 बजे खाना खाकर नए वाले घर में सोने चला गया। सुबह उठने के बाद नित्य क्रिया से निवृत होने के बाद घर पहुंचा तो गांव में एक कार्यक्रम में कुर्सी टेबल नही पहुंचने पर फोन आया तो पंडाल में काम करने वाले कर्मी को पप्पू को उठाने को कहा और अपने काम में लग गया। 

काफी देर बाद जब पंडाल के कर्मी ने बताया कि काफी खटखटाने के बाद दरवाजा नहीं खुला। उसके कहने पर चिंता हुई और जब जाकर देखा तो सही में कमरे का दरवाजा बंद है और पुकारने के बाद भी अंदर से पप्पू ने कोई आवाज नहीं दी। तो सीढ़ी से चढ़कर देखा तो पप्पू खाट के नीचे पड़ा हुआ है। मृतक पप्पू की मां शांति देवी दुगूल पंचायत की पंचायत समिति सदस्य भी है। पप्पू की मौत के बाद परिजनों का रो रोकर हाल बेहाल है। 

घटना की सूचना के बाद स्थानीय लोगों का आक्रोश भड़क गया और उन्होंने सिमला मोड़ के समीप मदनपुर कासमा सड़क को जाम कर दिया और टायर जलाकर प्रदर्शन किया।जिससे आवागमन ठप हो गया।

घटना की सूचना मिलते ही कासमा थानाध्यक्ष मनेश कुमार दल बल के साथ घटना स्थल पहुंचे और लोगों के आक्रोश को शांत कराने की कोशिश की मगर सफल नहीं हो सके।परिजनों ने बताया कि पप्पू की हत्या की गई है और इस घटना में शामिल लोगों की गिरफ्तारी 24 घंटे के अंदर सुनिश्चित हो।

थानाध्यक्ष ने इसकी सूचना वरीय पदाधिकारियों को दी और आक्रोशितों को कारवाई का आश्वासन दिया और दोपहर 12 बजे सड़क को जाम से मुक्त कराया।

इधर इस संबंध में कासमा थानाध्यक्ष ने बताया कि फिलहाल शव का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है और मृतक के परिजनों के द्वारा दिए गए आवेदन के आधार पर आगे की कारवाई की जायेगी।

वहीं लोजपा नेता प्रमोद कुमार सिंह ने युवक की मौत की खबर सुन मौके पर पहुंचे। परिजनो को ढाढ़स बंधाया और वहाँ खड़ी पुलिस से 48 घण्टे के भीतर आरोपी की गिरफ्तारी की मांग की साथ ही कहा कि 48 घण्टे के भीतर अगर पुलिस गिरफ्तार नही करती है तो सड़क जाम कर आंदोलन करने को बाध्य होंगे।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

पत्नी और पुत्री की निर्मम हत्या करने वाले आरोपी को उम्रकैद की सजा

औरंगाबाद - आज़ व्यवहार न्यायालय औरंगाबाद में एडिजे सात सुनील कुमार सिंह ने कासमा थाना कांड संख्या -33/21 में सज़ा के बिन्दु पर सुनवाई करते हुए अभियुक्त ओपू रजक कासमा को भादंवि धारा -302 में आजीवन कारावास और पचीस हजार जुर्माना लगाया है। जुर्माना न देने पर एक वर्ष अतिरिक्त कारावास होगी। 

अधिवक्ता सतीश कुमार स्नेही ने बताया कि सज़ा के बिन्दु पर सुनवाई करते हुए दोनों पक्षों को सुनने के पश्चात न्यायधीश ने अभियुक्त ओपू रजक को उम्रकैद की सजा सुनाई है। अभियुक्त को 12/10/23 को वाद के निर्णय पर दोषी ठहराया गया था। जबकि एक अन्य अभियुक्त मालती देवी को साक्ष्य के अभाव में दोषमुक्त किया गया था। 

अधिवक्ता ने आगे बताया कि प्राथमिकी सूचक उमेश रजक हकीमचक रफ़ीगंज ने 24/ 04/21 को प्राथमिकी दर्ज कराई थी। जिसमें कहा था कि अभियुक्तों ने उसकी बेटी और नतिनी को दहेज के लिए जलाकर मार डाला। घटना से 14 दिन पहले महिला हेल्पलाइन में समझौता कराकर भेजा गया था। बेटी नीलम देवी की शादी 2013 मे ओपू रजक से की थी पैसा और बाइक की मांग अभियुक्तों द्वारा की जाती थी। पुलिस ने घटना के दुसरे दिन अभियुक्तों को गिरफ्तार किया था। 

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

बीजेपी के वरिष्ठ नेता रामाधार सिंह अपनी ही पार्टी के सांसद के खिलाफ खोला मोर्चा, सुशील सिंह पर लगाए कई गंभीर आरोप

औरंगाबाद - भाजपा के सीनियर लीडर और पूर्व सहकारिता मंत्री रामाधार सिंह ने बिहार-झारखंड के चार जिलों के 1 लाख 11 हजार 521 हेक्टेयर खेतों की सिंचाई के लिए लाइफलाईन बनने वाली उत्तर कोयल नहर परियोजना को लेकर बड़ा खुलासा किया है। इसे लेकर उन्होने बिहार सरकार और अपनी ही पार्टी के औरंगाबाद से सांसद सुशील कुमार सिंह पर भी बड़ा हमला बोला है। 

श्री सिंह ने सोमवार को यहां प्रेसवार्ता में कहा कि केंद्र सरकार ने उत्तर कोयल नहर परियोजना के अधूरे कार्यों को पूरा कराने के लिए बिहार सरकार के जिस प्रस्ताव पर 2,430.76 करोड़ की स्वीकृति दी है, उस प्रस्ताव पर काम होने से सौ साल में भी किसानों के खेतों तक पानी नही पहुंचेगा। कहा कि परियोजना के प्रस्ताव में गड़बड़ी के लिए बिहार सरकार और औरंगाबाद के सांसद दोषी है। 

उन्होने आरोप लगाया कि सांसद सुशील सिंह ने राज्य सरकार के प्रस्ताव की अनदेखी कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कटघरें में खड़ा कराने का काम किया है। वें प्रधानमंत्री को बदनाम करना चाहते है ताकि भाजपा से टिकट कटने पर आरजेडी से टिकट ले सके। इसके लिए वें किसी माध्यम से राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद के संपर्क में है। 

पूर्व मंत्री ने बिहार सरकार के प्रस्ताव की एक-एक कर खामियां गिनाते हुए कहा कि खेतों की पर्याप्त सिंचाई के लक्ष्य को पाने के लिए उत्तर कोयल परियोजना के उद्गम स्थल कुटकु डैम से 4,400 क्यूसेक वाटर डिस्चार्ज का प्रावधान होना चाहिए था लेकिन इस प्रस्ताव में मात्र 3 हजार क्यूसेक पानी के डिस्चार्ज की चर्चा है। प्रस्ताव के तहत उतर कोयल प्रोजेक्ट से झारखंड को 300 क्यूसेक ही पानी लेना है लेकिन झारखंड अभी 1300 क्यूसेक पानी ले रहा है। वर्तमान प्रोजेक्ट के अनुसार परियोजना के मोहम्मदगंज बराज पर 2700 क्यूसेक पानी मिलेगा लेकिन इतनी मात्रा में पानी को आगे ले जाने में बराज से 0 आरडी पर निकलने वाला बटाने लेफ्ट और राइट कैनाल सक्षम नही है। इसे सक्षम बनाने के लिए दोनो कैनाल का चौड़ीकरण जरूरी है, जिसकी प्रस्ताव में कोई चर्चा नही है। इस स्थिति में 2700 क्यूसेक पानी के डिस्चार्ज के दबाव को कम चौड़ा कैनाल झेल नही पाएंगा और नहर बार-बार टूटेगी।  

मोहम्मदगंज से आगे 103 आरडी से नबीनगर डिविजन, 144 आरडी से अम्बा डिविजन, 211 आरडी से औरंगाबाद डिविजन और उससे आगे मदनपुर डिविजन शुरू होता है। इसी के बीच से कोटवारा माइनर निकलता है, जिसकी चर्चा प्रस्ताव में नही है। बलहाबार से 259 आरडी शुरू होता है। 259 आरडी से आगे 266 आरडी यानी आंजन गांव से पूरब छेछानी जाने वाले रोड में अभी 8 फीट चौड़ा नहर खोदना बाकी है, जो सिंचाई में नही है। इसके बावजूद वहां नहर पर पुल बना दिया गया है। इसका भी जिक्र बिहार सरकार के प्रस्ताव में नही है। इसके आगे बरहा माइनर है, जिसके लिए अभी भूमि अधिग्रहण भी नही हुआ है। यह भी प्रस्ताव में शामिल नही है। इसके आगे एकौना माइनर, सिमरा माइनर, चतरा माइनर, कपसिया माइनर, पांडेयपुर माइनर एवं अन्य उप वितरणियों की कोई चर्चा राज्य सरकार के प्रस्ताव में नही है। इस प्रस्ताव पर काम होने से तीन-तीन पीढ़िया पार लग जाएगी। सौ साल पार हो जाएंगे। फिर भी उत्तर कोयल नहर का पानी गुरुआ तक नही पहुंचेगा। 

कहा कि त्रुटिपूर्ण प्रस्ताव के लिए सांसद और बिहार सरकार दोषी है। सांसद ने यदि राज्य सरकार का प्रस्ताव देखा होता तो ऐसी नौबत नही आती। कहा कि राज्य सरकार ने जान बूझकर त्रुटिपूर्ण प्रस्ताव भेजा है ताकि केंद्र सरकार की बदनामी हो और परियोजना पूरा न हो। कहा कि इसमें सांसद की भी भूमिका संदिग्ध है, क्योकि वें टिकट कटने की संभावना को लेकर राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद के संपर्क में है। पूर्व मंत्री ने सांसद पर व्यक्तिगत हमले भी किए। कहा कि सांसद जिस दल में होते है, उसमें भीतरघात करते है। इसके लिए जदयू में रहते अपने बड़े भाई सुनील सिंह को औरंगाबाद से राजद के टिकट पर चुनाव लड़ाया। सांसद को कुछ उदाहरण देकर डरपोक भी कहा। सांसद व उनके परिवार को दलेलचक बघौरा तथा दरमियां नरसंहार कराने वाला भी करार दिया। 

यह भी आरोप लगाया कि सांसद ने चुनाव जीतने के लिए नक्सली कमांडर संदीप यादव को 6 करोड़ दिए। गुरुआ में भाजपा कैंडिडेट राजीव रंजन दांगी को विधानसभा चुनाव हराने के लिए आरसीसी के कमांडर मरांडी को एक करोड़ देकर विधानसभा चुनाव लड़वाया, जिससे दांगी 6 हजार वोट से चुनाव हार गए। इसी सदमें में ब्रेन हेमरेज से उनकी मौत भी हो गई। कहा कि मुझे भी सांसद ने दो करोड़ खर्च कर विधानसभा चुनाव हराया। औरंगाबाद के सभी 6 विधानसभा सीटों पर एनडीए के उम्मीदवारों को हराने का काम किया। 

कहा कि इन्ही सब वजहों से वे पार्टी के केंद्रीय और राज्य नेतृत्व से सुशील सिंह का लोकसभा टिकट काटने की मांग करते है।इसके बावजूद पार्टी ने उन्हे टिकट दिया तो लोकसभा चुनाव में घुम घुमकर सुशील सिंह को वैसे ही हराने का काम करेंगे, जैसे उन्हे हराने का काम उन्होने किया। इसके लिए पार्टी मुझे निकाल भी दे तो कोई गम नही होगा। इतना ही होगा कि मरने पर मैं पूर्व मंत्री होने के नाते तिरंगे में तो लिपटा जरूर जाउंगा लेकन पार्टी के झंडें में  लिपटने की मेरी तमन्ना पूरी नही हो पाएंगी। यह भी कहा कि सांसद ने अकूत संपत्ति बना रखी है, जिसका मेरे पास साक्ष्य नही है। इसके बावजूद वें ईडी से सांसद की संपत्ति की जांच कराए जाने की मांग कर रहे है। 

प्रेसवार्ता में भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष दशरथ मेहता, रामकेवल सिंह एवं संत सिंह आदि मौजूद रहे।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

केस डायरी न्यायालय में उपलब्ध नहीं कराने पर दो थानाध्यक्षों को कोर्ट ने जारी किया शोकोज नोटिस

औरंगाबाद : आज़ व्यवहार न्यायालय औरंगाबाद में एडिजे तीन प्रंनव शंकर ने जमानत याचिकाओं पर सुनवाई करते हुए जिले के दो थानाध्यक्षों को शोकोज किया है।

अधिवक्ता सतीश कुमार स्नेही ने बताया कि पोथु थाना कांड संख्या -112/23 जो भादंवि धारा -379,414 से सम्बंधित है उसमें वाद दैनिकी की मांग 22/09/23 से अभी तक की जा रही है। 

अभियुक्त 05/09/23 से जेल में बंद हैं, न्यायालय के आदेश का अवमानना और याचिका निष्पादन में विलम्ब के कारण न्यायधीश द्वारा थानाप्रभारी को शोकोज किया गया है। जिसमे कहा गया है कि क्यों न याचिका के निष्पादन में विलम्ब के दोषी मानते हुए आप पर अर्थदंड लगाया जाए। 

शोकोज पर अगली तिथि -18/10/23 निर्धारित किया गया है। 

अधिवक्ता सतीश कुमार स्नेही ने बताया कि दाउदनगर थाना कांड संख्या -47/23 में केश डायरी की मांग 02/09/23 से अभी तक की जा रही है। 

मगर आज तक केस डायरी न्यायालय में उपलब्ध नहीं कराई गई है जो न्यायालय के आदेश का अवहेलना है। इसलिए थाना प्रभारी को शोकोज करते हुए कहा गया है कि क्यों न वाद में

विलम्ब का दोषी मानते हुए आप पर अर्थदंड लगाया जाए।

यह वाद भादंवि धारा -168/420 से सम्बंधित है सुनवाई के अगली तिथि -31/10/23 निर्धारित किया गया है।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

औरंगाबाद में होने वाले बिहार श्रमजीवी पत्रकार यूनियन के राज्य सम्मेलन की तैयारी जोरों पर, स्मारिका के प्रकाशन के साथ 5 वरीय पत्रकारों को मिलेगा

औरंगाबाद - इंडियन जर्नलिस्ट यूनियन से संबद्ध बिहार श्रमजीवी पत्रकार यूनियन के औरंगाबाद में आगामी 28 अक्टूबर को होने वाले राज्य सम्मेलन को लेकर तैयारी जोर - शोर से शुरू हो गई है। इस सिलसिले में आज कर्मा रोड स्थित चित्रगुप्त सभागार में यूनियन की हुई बैठक में राज्य सम्मेलन के दौरान पत्रकार हित से जुड़े मुद्दों और पत्रकारों की समस्याओं को प्रमुखता से उठाने का निर्णय लिया गया। बैठक की अध्यक्षता राज्य सम्मेलन के संयोजक कमल किशोर ने की ।

बैठक के दौरान राज्य सम्मेलन में भाग लेने नई दिल्ली , पटना, रांची और बिहार के अन्य जिलों से आ रहे पत्रकार प्रतिनिधियों के स्वागत, आवासन ,परिवहन आदि की व्यवस्था पर विचार - विमर्श किया गया । राज्य सम्मेलन के अवसर पर एक स्मारिका का भी प्रकाशन किया जाएगा जिसमें पत्रकार और पत्रकारिता से जुड़े आलेख एवं संदेश होंगे । राज्य सम्मेलन के दौरान प्रदेश के 5 वरिष्ठ पत्रकारों को लाइफटाइम अचीवमेंट सम्मान प्रदान किया जाएगा । 

राज्य सम्मेलन का प्रथम सत्र उद्घाटन सत्र होगा जिसे उद्घाटनकर्ता और आमंत्रित अतिथि भी संबोधित करेंगे । इस सत्र के दौरान पत्रकारों को समाचार संकलन के क्रम में दी जाने वाली सुविधाओं , पत्रकार पेंशन योजना , पत्रकार बीमा योजना , पत्रकार गृह ऋण योजना आदि पर भी चर्चा होगी । दूसरे सत्र में संगठन को लेकर विचार - विमर्श होगा । आज की बैठक में राज्य सम्मेलन के व्यापक प्रचार - प्रसार का भी निर्णय लिया गया ।

बैठक में वरिष्ठ पत्रकार प्रेमेन्द्र कुमार मिश्र, रवींद्र कुमार रवि ,भूपेंद्र नारायण सिंह, श्रीराम अम्बष्ट,संजय सिन्हा ,गणेश प्रसाद , ओमप्रकाश विपुल , अजय श्रीवास्तव , मनीष कुमार , जितेंद्र सिंह, अरविंद कुमार सिंह , दीनानाथ मौआर , मिथिलेश दीपक, धीरेंद्र पांडेय, मंटू कुमार,मदन मोहन श्रीवास्तव, अजय वर्मा, अनिल कुमार , यशवंत सिंह, सूरज पांडेय, आकाश कुमार आदि उपस्थित थे। 

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

तेज रफ्तार स्कॉर्पियों ने बाइक में मारी टक्कर, इलाज के दौरान बाइक सवार की एक किशोर की मौत

औरंगाबाद : जिले के मुफस्सिल थाना क्षेत्र के चतरा मोड़ के समीप एक दर्दनाक हादसा सामने आया है। जहां बाइक सवार एक 17 वर्षीय किशोर की मौत हो गई। मृतक की पहचान अंबा थाना क्षेत्र के डुमरा गांव निवासी संजय यादव के पुत्र पवन कुमार के रूप में की गई है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार पवन अपने रिश्ते के नाना सत्येंद्र यादव के साथ बाइक से नवरात्र पूजा की सामग्री लेकर मामा के घर बेल इमामगंज जा रहा था। बाइक सत्येंद्र यादव चला रहे थे। तभी चतरा मोड़ के समीप नहर पर पीछे से आ रही एक स्कार्पियो वाहन ने बाइक में टक्कर मार दी। इस हादसे में दोनो सड़क पर गिर पड़े। लेकिन हादसे के बाद सत्येंद्र यादव को हल्की चोट आई और पवन गंभीर रूप से घायल हो गया। 

आनन फानन में पवन को इलाज के लिए सदर अस्पताल लाया गया जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।पवन की मौत की खबर से परिजनों में हाहाकार मचा हुआ है और उनका रो रोकर बुरा हाल है।

फिलहाल पुलिस शव के पोस्टमार्टम की प्रक्रिया में जुटी हुई है।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

इस दिवाली जाति-धर्म के नाम पर कंगाल करने वाले नेताओं को झाड़ू मारकर बाहर भगाइए, वरना आपके बच्चों का जीवन भीख मांगते बीतेगा : प्रशांत किशोर

सीतामढ़ी : जन सुराज व्यवस्था बनाने का जो प्रयास शुरू किया गया है, जब ये व्यवस्था बनेगी तब नाली गली बने या न बने, स्कूल अस्पताल जब सुधरेगा तब सुधरेगा, लेकिन एक साल के अंदर जितने आपके घर के लोग बाहर राज्यों में मजदूरी करने गए हैं और आपके जो बच्चे बेरोजगार बैठे हैं उन सभी के लिए 12 से 15 हजार का रोजगार का व्यवस्था इसी बिहार में कर के देंगे। ये बातें जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने जन संवाद के दौरान कहीं।

प्रशांत किशोर ने आगे कहा कि बिहार में बहुत सारे लोग कह रहे हैं कि झूठ बोल रहे हैं ये कैसे देंगे, मैं आपको बताता हूं आप जरा बताइए कि क्या आज हरियाणा, पंजाब से कोई नौकरी करने बिहार आ रहा है? क्यों नहीं आ रहे हैं उस प्रदेश में भी तो गरीब हैं वहां पर भी लोग मजदूर हैं, वहां पर भी नेता चोरी कर रहा है लेकिन इतना व्यवस्था उन राज्यों में हो गई है कि किसी भी आदमी को 12 से 15 हजार के रोजगार के लिए उन राज्यों में लोगों को सोचना नहीं पड़ रहा है। अगर ये व्यवस्था पंजाब हरियाणा में हो सकता है तो बिहार में भी तो हो सकता है। 

 वोट नेता का चेहरा देखकर नहीं अपने बच्चों का चेहरा देखकर दीजिए: प्रशांत किशोर 

लोगों को वोट की ताकत का एहसास कराते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि अगली बार वोट नेता का चेहरा देखकर नहीं अपने बच्चों का चेहरा देख कर वोट देना है। इस बार वोट का कीमत होगी रोजगार और पढ़ाई। अभी दिवाली आ रही है। दिवाली में लक्ष्मी जी को बुलाने के लिए क्या करना पड़ता है? सबसे पहले यानि कि पूजा से भी पहले झाड़ू मारकर सफाई करते हैं। 

बिहार के जितने भी नेता हैं जिन्होंने आपको लूटकर कंगाल बनाया है, चाहे आपकी जाति का है या धर्म का, अगर कंगाली खत्म करना है लक्ष्मी जी को घर में बुलाना है तो आपके जाति का हो या धर्म का झाड़ू लेकर सबको बाहर भगाइए, बिहार तभी सुधरेगा वरना आपके बच्चों का जीवन इसी भिखारी पने में गुजरेगा।