बाराचट्टी में दो होटल समेत पांच ठिकानों पर पुलिस का छापा, हजारों लीटर ईधन, सरिया, मोटर और पिकअप जप्त

गया/बाराचट्टी। जिले के बाराचट्टी क्षेत्र में एनएच 2 के किनारे डीजल और सरिया लदे वाहनों से चोरी करने के मामले में पुलिस ने रविवार को दो होटल समेत कुल पांच ठिकानों पर छापामारी की हैं जिसमें पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है।

शेरघाटी डीएसपी राज किशोर सिंह ने बताया कि बाराचट्टी थाना क्षेत्र अंतर्गत काहुदाग में एक लंबू होटल और गोपी होटल में पुलिस की टीम ने छापेमारी की जहां से 8 ड्रम में सैकड़ों लीटर डीजल और कटिंग मोटर के साथ एक पिकअप वैन को जब्त किया गया है। सूचना मिल रही थी कि ईंधन ढुलाई करने वाले वाहनों से बड़ी पैमाने कर डीजल की चोरी की जा रही है। इस आशय की सूचना के बाद उक्त कारवाई की गई हैं। उन्होंने बताया कि इसके बाद टीम ने दूसरी कारवाई निकट के गोपी होटल में किया गया। जहां से एक ट्रक पर लदे सरिया को काटा जा रहा था। उन्होंने बताया कि कटिंग किया गया सरिया भारी मात्रा में बरामद किया गया हैं। इसके पश्चात पुलिस आगे की कारवाई कर रही हैं। मौके पर बाराचट्टी थानाध्यक्ष रूपेश कुमार सिन्हा पहुंचे हुए हैं। 

उन्होंने बताया कि इस मामले में काहुदाग के रहने वाले दो लोगो को गिरफ्तार किया गया है तथा इसके घर से हजार लीटर डीजल बरामद किया गया हैं। वहीं परमेश्वर साव सहित तीन लोगो को हिरासत में लिया गया है वही इनलोगो के घर से भी हजारों लीटर डीजल बरामद किया गया हैं। थानाध्यक्ष ने बताया कि आगे की कारवाई की जा रही हैं बता दें कि हिरासत में लिए गए परमेश्वर साव के घर में लगभग 3 वर्ष पहले बड़े मात्रा में डीजल और पेट्रोल रखा हुआ था जिससे आग लग गया था तत्पश्चात पूरा घर आग के चपेट में आ गया था जिससे घर को काफी नुकसान हुआ था इसमें घर के सदस्य बाल बाल बचे थे।

रिपोर्ट: गणेश गुप्ता

आमस पुलिस ने सात शराब भट्ठियों को किया ध्वस्त, गुप्त सूचना पर हुआ कार्रवाई

गया/आमस। आमस पुलिस ने शराब माफियों के खिलाफ करवाई करते हुए बाघमरवा जंगल में सात शराब भट्टियों को ध्वस्त किया है। साथ ही पांच हजार जावा महुआ को विनिष्ट किया गया है।

थानाध्यक्ष मृत्युंजय कुमार ने जानकारी देते हुए बताया की गुप्त सूचना मिली की बाघमरवा जंगल में शराब माफियों द्वारा शराब भट्ठी चलाया जा रहा है। जिसकी सूचना मिलते पुलिस का एक टीम गठित कर बाघमरवा जंगल में छापेमारी किया गया। जहां सात शराब भट्टियों को ध्वस्त करते हुए पांच हजार जावा महुआ को विनष्ट किया गया है। रिपोर्ट: धनंजय कुमार।

बुधौल में बुद्धा लाइब्रेरी को मुखिया ने फीता काटकर किया उद्घाटन

गया/आमस। आमस प्रखंड क्षेत्र स्थित बुधौल में रविवार को बुद्धा लाइब्रेरी स्टडी सेंटर का शुभारंभ किया गया। जिसका उद्घाटन मुखिया संघ अध्यक्ष सह बड़की चिलमी पंचायत के मुखिया महेंद्र पासवान ने किया। उद्घाटन के कुछ समय पश्चात पूर्व मंत्री विनोद प्रसाद यादव का आगमन हुआ

और वहां के व्यवस्था देख बहुत प्रसन्न हुए और कहा इस क्षेत्र में लाइब्रेरी को नया रूप देकर विद्यार्थियों के लिए सौगात देने का काम किया है। की इस तरह की व्यवस्था हर बाजार में होना चाहिए जिससे विद्यार्थियों को पढ़ाई करने के लिए दूर नही जाना पड़ेगा।

वहीं बुद्धा पुस्तकालय के निर्देशक नीता कुमारी, त्रिवेणी प्रसाद ने बताया की यहां युवाओं के लिए वातानुकूलित वातावरण के साथ साथ फ्री इंटरनेट की व्यवस्था किया गया है। इस मौके पर मुखिया महेंद्र पासवान,भाजपा प्रखंड अध्यक्ष रौशन गुप्ता, तपेश्वर प्रसाद, नीता कुमारी, केवाईपी शिक्षक गुड्डू कुमार सहित अन्य लोग मौजूद थें।

रिपोर्ट: धनंजय कुमार।

पुलिस ने छापेमारी कर अवैध हथियार को किया बरामद, आरोपी भागने में रहा सफल

गया - बिहार के गया में फतेहपुर थाना की पुलिस ने अवैध हथियार को बरामद किया है. बरामद अवैध हथियार में दो देसी कट्टा, तीन जिंदा कारतूस है। इसकी जानकारी गया के एसएसपी आशीष भारती ने प्रेस रिलीज जारी कर दी है। 

एसएसपी आशीष भारती ने बताया कि फतेहपुर थानाध्यक्ष को गुप्त सूचना मिली कि ग्राम गणेशीडीह में एक व्यक्ति आपराधिक मनोवृत्ति का है और उसके पास अवैध हथियार है जिसके सूचना के बाद सत्यापन एवं आवश्यक कार्रवाई करते हुए जब पुलिस उसके घर पर छापामारी करने के लिए पहुंचा तो एक व्यक्ति घर से निकलकर भागने लगा, जिसे पीछा किया गया परंतु वह भाग निकलने में सफल रहा। 

जब उसके घर का विधिवत तलाशी लिया गया तो उसकि घर के मुख्य दरवाजे से सटे कमरा के अलमारी में रखे एक झूला में दो देसी कट्टा एवं तीन जिंदा कारतूस बरामद किया गया। इस संबंध में फतेहपुर थाना में कांड संख्या 75/2023 दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जा रही है। 

गया से मनीष कुमार

कृषि विज्ञान केन्द्र मानपुर से रबी अभियान का शुभारम्भ, कृषि यांत्रिकीकरण योजना के तहत 108 प्रकार के कृषि यंत्रो पर अनुदान देने का प्रावधान

गया : जिले में रबी अभियान का उद्घाटन कृषि विज्ञान केन्द्र मानपुर में कृषि निदेशालय पटना से आये हुए नोडल पदाधिकारी शंकर कुमार चौधरी, निदेशक, बिहार राज्य बीज एवं जैविक अभिकरण (बसोका) एवं संयुक्त निदेशक, मगध प्रमंडल, गया द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया। 

निदेशक बसोका ने कहा कि कृषि विभाग द्वारा फसल,विविधीकरण, मक्का एवं दलहन, तेलहन के उत्पादन एवं उत्पादकता में वृद्धि के उद्देष्य से कार्य कर रही है। 

पी०एम० किसान योजना में किसानों को ई०के०वाई०सी कराना अनिवार्य है तथा अयोग्य पाये किसानों से राशि की रिकवरी कराने का निर्देश दिया गया। 

जिला कृषि पदाधिकारी ने कहा कि चतुर्थ कृषि रोड मैप के तहत जलवायु के बदलते परिवेश को ध्यान में रखकर पारम्परिक फसलों की जगह मक्का, स्वीट काॅर्न, बेबी काॅर्न, चना, मसूर एवं राई सरसों फसलों के क्षेत्र विस्तार, उत्पादन एवं उत्पादकता में वृद्धि करने के उद्देष्य से वित्तीय वर्ष 2023-24 में फसल विविधीकरण के तहत मक्का 4500 हे०, चना 18100 हे०, मसूर 22300 हे०, राई/सरसों 7300 हे० एवं तीसी 1800 हे० आच्छादन का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इसके लिये कृषि विभाग द्वारा प्रत्यक्षण के साथ-साथ अनुदानित दर पर प्रमाणित बीजों को वितरण गेहूँ 18049 क्वीं, चना 3805 क्वीं, मसूर 2241 क्वीं, मक्का 666 क्वीं एवं राई/सरसों 158 क्वीं कराया जा रहा है। 

रबी मौसम में मक्का, बेबी काॅर्न एवं स्वीट काॅर्न फसल पर किसान पाठशाला का आयोजन कर किसानों को प्रशिक्षित किया जायेगा। 

गुणवत्तापूर्ण बीजों की उपलब्धता हेतु जिले में दो सीड हब की स्थापना करने का लक्ष्य रखा गया है। गेहूँ फसल के लिये गुरारु प्रखंड अन्तर्गत डीहा एवं देवकली ग्राम एवं चना फसल के लिये अतरी प्रखंड अन्तर्गत बैरका ग्राम का चयन किया गया है। वित्तीय वर्ष 2023-24 में आर०ए०डी० योजना अन्तर्गत बोधगया प्रखंड के गाफाखूर्द ग्राम पंचायत का चयन कलस्टर के रुप में किया गया है। इसके तहत फसल पद्धति आधारित कृषि प्रणाली में बायो फोर्टिफाईड बीज से आच्छादित कराने का लक्ष्य रखा गया है जिसमें 25 हे० में मक्का 5 हे० गेहूँ एवं 10 हे० मसूर फसल का आच्छादन का लक्ष्य है, जिसका व्यापाक प्रचार - प्रसार किया जाना है। 

इसके लिये सभी प्रखंड मुख्यालय में फ्लैक्सी बोर्ड के साथ- साथ राज्य से भेजे गये एल०ई०डी० रथ के माध्यम से किया जा रहा है। सहायक निदेशक, कृषि अभियंत्रण ने कहा कि कृषि यांत्रिकीकरण योजना के तहत 108 प्रकार के कृषि यंत्रो पर अनुदान देने का प्रावधान है। 

’’पहले आओ, पहले पाओ‘‘ के सिद्धान्त पर आवेदकों को अधिक अनुदान वाले योजनान्तर्गत लाभ पहले दिया जायेगा। 

सहायक निदेशक, पौधा संरक्षण ने कहा कि कृषि क्षेत्र में अत्याधिक एवं अनुचित रसायनों के प्रयोग से मृदा के सूक्ष्म जीवों का विनाश हो रहा है, फलस्वरुप मृदा की उर्वरता एवं उत्पादन के टिकाउपन में लगातार कमी हो रही है। रसायनिक उर्वरकों एवं कीटनाशकों के आसमान छूते मूल्य के कारण खेती की लागत में लगातार वृद्धि हो रही है। इन तथ्यों को ध्यान में रखकर वर्तमान में वैज्ञानिकों द्वारा जैविक खेती पर बल दिया जा रहा है। जैविक खेती में मुख्य रुप से उर्वरता प्रबंधन हेतु कार्बनिक खाद (कम्पोस्ट, वर्मी कम्पोस्ट), हरित खाद एवं जैव उर्वरक इत्यादि का प्रयोग किया जाता है। कीट एवं रोगों के प्रबंधन हेतु बायोपेस्टीसाइड का प्रयोग किया जाता है। जैविक खेती में प्रयोग होने वाले अधिकांश उपादान कृषक अपने स्त्रोत से अपने प्रक्षेत्र पर ही तैयार कर सकते है। 

रबी कार्यशाला में कृषि विज्ञान केन्द्र, मानपुर एवं आमस के वैज्ञानिक, जिला कृषि पदाधिकारी, जिला मत्स्य पदाधिकारी, सहायक निदेशक, भूमि संरक्षण, सहायक निदेशक, उद्यान, सहायक निदेशक, पौधा संरक्षण, सहायक निदेशक, रसायन, जिला परामर्शी, सभी अनुमंडल कृषि पदाधिकारी, सभी प्रखंड कृषि पदाधिकारी, सभी कृषि समन्वयक, सभी बी०टी०एम०, ए०टी०एम० एवं किसान सलाहकार उपस्थित थे।

गया से मनीष कुमार

गयाजी में 17 दिवसीय चलने वाले विश्व प्रसिद्ध पितृपक्ष मेला का आज हुआ समापन, तीर्थ यात्री ने सरकार और जिला प्रशासन को सराहा

गया। गयाजी में इस वर्ष 28 सितंबर से 14 अक्टूबर तक 17 दिवसीय चलने वाले विश्व प्रसिद्ध पितृपक्ष मेला का आज समापन किया गया। इस वर्ष का पितृपक्ष मेला काफी ऐतिहासिक मेला रहा। प्रशासन की ओर से लगभग 5 महीना पहले से ही पितृपक्ष मेला के सफल आयोजन के लिए हर स्तर पर तैयारी की गई थी, जिसका परिणाम रहा कि पितृपक्ष मेला में लाखों लाख आए तीर्थ यात्री ने सरकार एवं प्रशासन को काफी ज्यादा सराहा गया है।

जिला प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन द्वारा डग डग पर तीर्थ यात्रियों को पूरी मदद सेवा भाव समर्पण के साथ उनका सहयोग देने का कार्य किया गया है। पितृपक्ष मेला 2023 के समापन समारोह पर ज़िलाधिकारी डॉ त्यागराजन एसएम ने तमाम पदाधिकारियों, पुलिस पदाधिकारियों, सफाई कर्मियों, स्वयं सेवी संस्थानों, समाजसेवियों, ncc के बच्चे, स्काउट गाइड के बच्चे, नेहरू युवा केन्द्र के वोलेंटियर, विभिन्न मीडिया हाउस के प्रतिनिधियों सहित अन्य सभी लोगो के साथ-साथ गया ज़िला वासियों को इस वर्ष पितृपक्ष मेला को ऐतिहासिक बनाने, स्मरणीय बनाने तथा यादगार बनाने के साथ साथ सफल बनाने में जो कार्य किया है, उसे लेकर सभी को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि इस वर्ष का मेला सालो साल इतिहास के रूप में याद किया जाएगा। देश विदेश से आए पिंडदानी गया जिला के साथ-साथ बिहार का अच्छा छवि लेकर घर वापस लौटे। सभी यात्रियों ने इस वर्ष के मेले की व्यवस्थाओं से काफी खुस दिखे और बिहार सरकार तथा जिला प्रशासन के तमाम अधिकारियों को धन्यवाद भी दिया।

पितृपक्ष मेला के अवसर पर 15 लाख से अधिक तीर्थयात्री गयाजी आकर अपने पूर्वजों का पिंडदान किया है साथ ही लगभग 45 से अधिक विदेशी पिंडदानी जो अमेरिका, रसिया, फ्रांस एवं जर्मनी से आकर अपने पूर्वजों का पिंडदान किए हैं। विदेशी पिंडदानी ने भी कहा कि जिस फल्गु नदी में पानी नहीं होती थी, वहां अब लबालब पानी देखने को मिल रहा है। गया जी डैम बहुत बड़ा आकर्षण का केंद्र इस वर्ष बना है। सरकार एवं माननीय मुख्यमंत्री के निर्देश के अनुरूप ऐसा बना है। पहले पिंडदानी गड्ढा खोदकर पानी निकालकर तर्पण करते थे। अभी लबालब पानी मे यात्री तर्पण कर काफी संतुष्ट हो रहे हैं। फल्गु नदी में लबालब पानी को देखकर सरकार एवं स्थानीय जिला प्रशासन को काफी सराहना किया है कि हम सभी तीर्थ यात्रियों के लिए गया जी डैम का निर्माण कर सालों भर पानी उपलब्ध करवाने का कार्य काफी सराहनीय कार्य किया गया है। इसके अलावा इस वर्ष पहली बार टेंट सिटी में रहने वाले तीर्थ यात्रियों को पीने के लिए गंगा जल भी उपलब्ध कराया गया है साथ ही विष्णु पद मंदिर के समीप प्याऊ तथा देवघाट एवं सीता कुंड में प्याऊ के माध्यम से आए हुए सभी तीर्थ यात्रियों को गंगाजल पिलाने का कार्य बिहार सरकार एवं जिला प्रशासन द्वारा किया गया था, इस व्यवस्था को लेकर देश-विदेश से आए सभी तीर्थ यात्रियों ने काफी सराहा है। पितृपक्ष मेला के अवसर पर गांधी मैदान में बनाए गए टेंट सिटी में तीर्थ यात्रियों को निशुल्क सभी व्यवस्था उपलब्ध करवाना एक बहुत बड़ी उपलब्धि साबित हुई है। यहां जो भी पिंडदानी रहने आए उन सभी ने सरकार एवं प्रशासन का सराहना किया है। टेंट सिटी में जीविका दीदियों द्वारा लगाए गए स्टॉल, सुधा तथा हर दिन संध्या में भजन कीर्तन इत्यादि का काफी आनंद सभी ने लिया है। टेंट सिटी में लगभग 12000 से ऊपर तीर्थ यात्रियों ने आवासन किया है।

विगत कोरोना काल के बाद मेला का स्वरूप में बड़ी बदलाव हुई है। तीर्थ यात्रियों को जगह-जगह पर निशुल्क ई रिक्शा की व्यवस्था रखकर उन्हें यह सुविधा उपलब्ध करवाई गई। विशेष रूप से विष्णुपद मंदिर से चांद चौराहा एवं विष्णुपद मंदिर से बंगाली आश्रम तक नो व्हीकल जोन बनाकर यात्रियों के लिए पर्याप्त संख्या में ई रिक्शा की व्यवस्था रखी गई। इस व्यवस्था को लेकर सभी तीर्थ यात्रियों ने काफी सराहा है एवं भरपूर ई रिक्शा का प्रयोग किया है।

 लगभग 3 लाख 10 हजार से ज्यादा तीर्थयात्रियों ने निःशुल्क ई रिक्शा का लाभ लिया है। मंदिर परिसर में यात्री अच्छे तरीके से भगवान का दर्शन करें इसके लिए क्यू- सिस्टम बनाकर यात्रियों को कतारबद्ध रूप से गर्वगृह में प्रवेश करवाया गया, जिससे भगदड़ जैसी स्थिति को भी पूरी तरह रोका गया। अब शतप्रतिशत तीर्थयात्री भगवान का दर्शन कर पा रहे हैं। क्यू- सिस्टम बनने से कोई भी श्रद्धालु भगवान के दर्शन से वंचित नहीं रह पाये और भगदड़ की जैसी भी कोई स्थिति उत्पन्न नहीं हुई। इस बार पहली बार विभिन्न संकीर्ण गलियों एवं मंदिर परिसर के चिन्हित बिंदुओं पर वॉकी-टॉकी के साथ पदाधिकारी को प्रतिनियुक्त किया गया था ताकि अत्यधिक भीड़ बढ़ने पर अलग-अलग स्पॉट पर भीड़ की कैसी स्थिति है इसका पूरा निगरानी हो सके। दूर दराज से आए सभी पिंड दानियों को स्वास्थ्य सुविधा की पूरी मुकम्मल व्यवस्था इस बार रखी गई। सिविल सर्जन एवं उनके स्तर पर निरंतर इसकी जांच एवं समीक्षा की गई। कहीं भी कोई भी छोटी से छोटी स्वास्थ्य संबंधी समस्या होने पर सिविल सर्जन की टीम द्वारा क्विक रिस्पांस दिया गया।

 पूरे 17 दिनों में 65 स्वास्थ्य शिविर में 75000 से अधिक तीर्थयात्री चिकित्सा सेवा उपलब्ध कराई गई। इसके अलावा 410 तीर्थ यात्रियों को कैंप में रखकर जरूरी उपचार यथा स्लाइन पानी चढ़ाना, बैंडेज इत्यादि का इलाज किया गया। इसके अलावा 245 तीर्थ यात्रियों को स्वास्थ्य शिविर से बेहतर इलाज के लिए मगध मेडिकल, जयप्रकाश नारायण अस्पताल सहित अन्य डेडीकेटेड बनाए गए अस्पतालों में रेफर किया गया। फूड इंस्पेक्टर की टीम बनाकर निरंतर मेला क्षेत्र के विभिन्न दुकानों/ प्रतिष्ठानों में दूषित खाना का जांच करवाया गया, जिसमें 349 दुकानों में छापेमारी की गई उसमें 387 फूड सैंपल संग्रह किये गए तथा जांच हेतु सैंपल को लैब में भेजा गया, जांच रिपोर्ट के आधार पर कानूनी कार्रवाई की जा रही है। तीर्थयात्री के छोटी-छोटी सुविधाओं पर विशेष ध्यान इस वर्ष रखा गया है। तीर्थयात्री जब भगवान के दर्शन करने जाने पर अपने जूते चप्पल को एक जगह सुरक्षित रखने के लिए जिला प्रशासन द्वारा 3 अलग-अलग स्थान पर चप्पल जूता स्टैंड बनवाया गया, जहां विभिन्न स्वयंसेवी संस्था द्वारा इसका संचालन किया गया। अनेकों तीर्थ यात्री इसका भरपूर लाभ उठाएं।

विष्णुपद मंदिर दर्शन करने आने वाले अति बुजुर्ग तीर्थ यात्रियों को विशेष रूप से व्हीलचेयर की सुविधा इस वर्ष उपलब्ध कराई गई। पूरे मेला अवधि में लगभग 317 तीर्थ यात्रियों को व्हीलचेयर की सुविधा मुहैया कराई गई।

 देवघाट पर बनाए गए नियंत्रण कक्ष में लगभग 438 तीर्थ यात्रियों को खोया पाया काउंटर के माध्यम से उनके परिजन से मिलाने का कार्य किया गया है। इसके अलावा संवास सदन नियंत्रण कक्ष में बनाए गए आईवीआरएस सिस्टम के तहत 384 कॉल्स तीर्थ यात्रियों का सीधे पदाधिकारी से संपर्क स्थापित कराकर उनके समस्याओं को समाधान करवाया गया है। विभिन्न तालाबों एवं सरोवर में एसडीआरएफ एवं गोताखोर के टीम द्वारा लगभग 115 से ऊपर रेस्क्यू ऑपरेशन कर तीर्थ यात्रियों को सहायता प्रदान किया है। 

इस वर्ष पितृपक्ष मेला में पहली बार निर्बाध बिजली आपूर्ति के साथ-साथ मेला क्षेत्र में कहीं भी लो- वोल्टेज की समस्या नहीं आने के उद्देश्य से मेला क्षेत्र के 7 अलग-अलग स्थान पर 200 केवीए का अतिरिक्त ट्रांसफार्मर लगवाए गए थे। साफ सफाई के क्षेत्र में भी काफी उत्कृष्ट कार्य नगर निगम द्वारा किए गए हैं। नदी के पानी को स्वच्छ रखने के लिए पर्याप्त सफाई कर्मी द्वारा जाल के साथ पानी से यत्र तत्र पूजन सामग्री को लगातार साफ करने का कार्य किए हैं। इसके अलावा मेला क्षेत्र, टेंट सिटी एवं सभी आवासन स्थल में डेंगू से बचाव हेतु विशेष रूप से फोगिंग की व्यवस्था रखी गई थी। 

विष्णुपद मंदिर गर्वगृह में यात्रियों को कोई फिसलन ना हो इसे ध्यान में रखते हुए मंदिर प्रांगण एवं मंदिर परिसर में लगातार साफ सफाई की व्यवस्था करवाई गई है। इस वर्ष किसी भी तीर्थ यात्रियों को फिसलन जैसी कोई समस्या नहीं हुई। पितृपक्ष मेला प्रारंभ होने के पहले से प्रशासन का एक प्रमुख चैलेंज था, यातायात को सुगम रखना।

 पितृपक्ष मेला के पहले विभिन्न मुख्य सड़कों को युद्ध स्तर पर मरम्मत करवाए गए थे एव नए सिरे से कुछ सड़कों का निर्माण भी करवाए थे, जिसमें मुख्य रूप से चांद चौरा से विष्णुपद मंदिर तक, पिता महेश्वर की मुख्य सड़क, रामशिला प्रेतशिला की मुख्य सड़क तथा घुगड़ी ताड़ बाईपास सड़क को नए सिरे से पितृपक्ष मेला के पहले बनवाने का कार्य पूर्ण किया गया था, ताकि देश विदेश से आने वाले लाखों लाख तीर्थ यात्रियों को आवागमन में कोई समस्या नहीं हो। 

उन्होंने कहां की पितृपक्ष मेला में हर एक तिथि के अनुसार सभी अपने-अपने पिंड वेदी स्थल का धार्मिक आस्था की दृष्टिकोण से एक अलग महत्व है। 

इन सभी चीजों को देखकर उक्त तिथियों पर अतिरिक्त पदाधिकारी का डेप्लॉयमेंट, पुलिस की डेप्लॉयमेंट एवं सफाई व्यवस्था रखी जाती थी ताकि तीर्थ यात्रियों को कहीं कोई समस्या नहीं हो। संपूर्ण मेला क्षेत्र को 43 जोन में विभक्त कर कुल 329 सेक्टर में बाँटते हुए प्रशासनिक दृष्टिकोण से सभी व्यवस्थाएं मुकम्मल कराई गई थी।

पूर्व प्रमुख ने खिलाड़ियों के लिए किया सम्मान समारोह, खिलाड़ियों को जिला स्तर पर खेलने का प्रस्ताव पास

गया/बाराचट्टी। बाराचट्टी प्रखंड स्थित शनिवार को नीलांबर पीतांबर फुटबॉल मैदान गोही में पूर्व प्रमुख वर्तमान पंचायत समिति सदस्या गीता देवी की ओर से सहारा क्लब गोही प्लस खजुराइन के फुटबॉल खिलाड़ियों का सामान समारोह का आयोजन किया गया। इस दौरान सभी खिलाड़ियों को पर्यावरण हेतु संरक्षण हेतु सामान समारोह में पूर्व प्रमुख के द्वारा खिलाड़ियों को दो-दो आम का पौधा वितरण किया गया।

इसकी जानकारी देते हुए पूर्व प्रमुख वर्तमान पंचायत समिति गीता देवी ने बताया कि सहारा क्लब गोही प्लस खजुरैन बाराचट्टी में फुटबॉल खेल का प्रथम स्थान प्राप्त किया है जो प्रथम झारखंड में अमकुदर पर विजय पाया गोही के टीम, दूसरा झारखंड में तुलबुल से विजय हुए गोही , तीसरा बाराचट्टी स्थित मनफर में फाइनल मैच में विजय गोही हुआ, चौथा बाराचट्टी स्थित सोभ में फाइनल मैच में गोही टीम विजय हुए, पांचवा बाराचट्टी में केंदुआ से विजय गोही टीम ने पांच मैच में जीत हासिल के बाद एसएसबी बीबीपेसरा द्वारा कराई गई।

मैच में विजेता बनने के बाद एसएसबी बीबीपेसरा द्वारा गोही के खिलाड़ियों को जिला स्तर पर खेलने का प्रस्ताव पास किया है। इसको लेकर खिलाड़ियों में एवं क्षेत्र के लोगों में हर्ष है। उन्होंने खुशी जताते हुए कहा कि एक पिछड़ा इलाका के बच्चें जिला स्तर पर फुटबॉल खेलेंगे जो बहुत ही गौरवान्वित की बात है। सहारा क्लब गोही प्लस खजुराइन के टीम की खिलाड़ी सतेन्द कुमार कप्तान, मुरली कुमार उप कप्तान, गुड्डू कुमार सलाहकार, कमलेश कुमार कोच, पिंटू कुमार, उमेश कुमार, गुलाबी कुमार, सेहन कुमार, महेश कुमार, कैलाश कुमार, टूकन कुमार, कैलु कुमार इजाज आलम रहिश आलम विकास कुमार, सुरज कुमार, विलंद्र कुमार व मनोज कुमार ये सभी खिलाड़ी शामिल हैं।इस दौरान पूर्व प्रमुख प्रतिनिधि सह समाजसेवी तिलेशर सिंह भोक्ता भी मौजूद थे। 

रिपोर्ट: गणेश गुप्ता

चांकद थाना की पुलिस ने चोरी के कांड में एक आरोपी को किया गिरफ्तार, एसएसपी ने दी जानकारी

गया। बिहार के गया में चांकद थाना की पुलिस ने चोरी के कांड में एक आरोपी कैसर कुरैशी को गिरफ्तार किया गया है. इसके खुलासा गया के एसएसपी आशीष भारती ने प्रेस रिलीज जारी कर की है।

एसएसपी आशीष भारती ने जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस को सूचना मिली थी कि चांकद बाजार में एक चोर को ग्रामीण जनता द्वारा चोरी के साइकिल के साथ पकड़ कर रखा हुआ है। जिसके सूचना के बाद सत्यापन एवं आवश्यक कार्रवाई करते हुए पुलिस पहुंची और चोर को पकड़कर साइकल के साथ थाना लाया गया

, जिससे पूछताछ किया गया तो उसने अपना नाम कैसर कुरैशी बताया। जब गिरफ्तार चोर का तलाशी लिया गया तो उसके पास से एक स्मार्टफोन मोबाइल बरामद हुआ। गिरफ्तार चोर को जेल भेज दिया गया है।

गया के पूर्व डिप्टी मेयर मोहन श्रीवास्तव ने मृत सफाईकर्मी, अज्ञात मृतकों सहित अपने पितरों का किया तर्पण, सौ ब्राह्मणों को कराया भोजन

गया। गया के पूर्व डिप्टी मेयर सह स्टैंडिंग कमेटी सदस्य डॉ. अखौरी ओंकार नाथ उर्फ मोहन श्रीवास्तव ने शनिवार को फल्गु देवघाट पर पितरों के निमित्त तर्पण का कर्मकांड किया. वहीं, पितृपक्ष मेले में डूब कर एक सफाईकर्मी की मौत हो गई थी. मृत सफाईकर्मी के लिए और घटना-दुर्घटना समेत विभिन्न अकाल मृत्यु से मेरे अनजान लोगों के लिए भी पूर्व डिप्टी मेयर ने फल्गु तट पर तर्पण किया और मोक्ष की कामना की. पूर्व डिप्टी मेयर के द्वारा अपने पितरों के निमित तर्पण का कर्मकांड करने के बाद अपने गयापाल पुरोहित मणिलाल बारिक से से आशीर्वाद लिया. 

100 ब्राह्मण को भोजन कराया 

वही, एक सौ ब्राह्मणो को उन्होंने भोजन भी कराया और दान दक्षिणा भी दिया. इस मौके पर पूर्व डिप्टी मेयर मोहन श्रीवास्तव ने कहा कि जैसा कि हम लोग जानते हैं कि इस वर्ष का पितृपक्ष मेला आज समाप्त हो रहा है. इस दिन मेरे द्वारा वैसे लोगों का तर्पण किया गया है जिनकी अकाल मृत्यु हुई हो, जो अज्ञात हो, ऐसे लोगों का तर्पण कर्मकांड नहीं हुआ हो, उनके लिए मेरे द्वारा विष्णुपद फल्गु नदी के तट पर तर्पण का कर्मकांड किया गया। वही अपने पूर्वजों के लिए भी मैंने तर्पण का कर्मकांड किया है और पूर्वजों के मोक्ष की कामना की है। इसके अलावा एक सफाईकर्मी की पितृ पक्ष मेले में ड्यूटी के दौरान तालाब में डूबने से मौत हो गई थी. उस सफाईकमी के निमित्त भी हमारे द्वारा तर्पण का कर्मकांड कर मोक्ष की कामना की गई है।

रिपोर्ट: मनीष कुमार।

पैमार नदी में डूबने से दो की मौत काफी मशक्कत के बाद ग्रामीणों ने ढूंढकर निकाला शव

गया/फतेहपुर। थाना क्षेत्र के गोयनिया गांव की दो लालपरी देवी 70 वर्ष एवं सोनाली 10 वर्ष की मौत पैमार नदी के गहरे पानी मे शनिवार की सुबह डूबने से हो गई। मृतक दोनो एक घर की है। रिश्ते में दादी पोती थी।

सुबह में लालपरी एवं सोनाली जितिया पूजन की मूर्ति डुबाने पैमार नदी गई थी। नदी में स्नान कर मूर्ति डुबाने के बाद घर जाने के क्रम में साथ ले गई लोटा पानी मे बहने लगा। जिसे दोनो मिलकर पानी से निकालने गई। तभी ये हादसा हो गई। दोनो नदी के गहरे पानी मे डूबने से दम घुटने से मौत हो गई। नदी में उस वक्त अन्य महिलाएं मूर्ति डुबाने गई थी।

सभी ने दोनों को पानी मे डूबते देखा और गांव जाकर शोर मचाया। घर के परिवार एवं ग्रामीण दौड़कर आये और पानी मे गोता लगाकर दादी पोती को ढूंढकर खोजने लगा। शव को ढूंढने में एक घंटा लग गया। शव निकालने के बाद ग्रामीण चिकित्सको जांच करते हुए मृत बताया।

घटना के बाद घर मे कोहराम मच गया। वहीं गांव में सन्नाटा पसर गया। घटना की जानकारी पाकर फतेहपुर पुलिस, टनकुप्पा बीडीओ, पंचायत की मुखिया अनिता देवी सहित अन्य पहुंचकर घटना की जानकारी लिए। शव को पोस्टमार्टम कराने के लिए मगध मेडिकल कालेज गया भेजने की तैयारी की जा रही थी।