भाजपा नेता रविशंकर प्रसाद बोले- भूपेश की फिटिंग, कटिंग और सेटिंग जोगी जैसी, कैंडी क्रश खेलने को लेकर सीएम पर कसा तंज
रायपुर- पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद छत्तीसगढ़ की तीन विधानसभा क्षेत्र का करेंगे दौरा करने रायपुर पहुंचे हैं। उन्होंने कहा कि मुझे भूपेश बघेल को देखकर पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी की याद आती है। उस समय क्या आतंक होता था? भाजपा के कार्यकर्ताओं को प्रताड़ित किया जाता था।
मुख्यमंत्री के कैंडी क्रश वाले मुद्दे पर रविशंकर प्रसाद ने निशाना साधा। उन्होंने कहा, भूपेश बाबू आपको कैंडी क्रश और गेमिंग एप से प्यार क्यों है? पता चला कि यहां महादेव एप चल रहा है। अब समझ में आया कि भूपेश बघेल को कैंडी क्रश क्यों पसंद है। भूपेश भ्रष्टाचार में सब पर ट्रस्ट नहीं करते हैं। इसी वजह से दो कलेक्टर जेल में है। उपसचिव भी जेल में है। छत्तीसगढ़ में भ्रष्टाचार भी पारदर्शी है। यहां शराब घोटाला हो रहा है।
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कांग्रेस सरकार पर तंज कसते हुए कहा, भूपेश यूपीए के घोटालों से सीख लीजिए। मनमोहन सिंह को भी सुप्रीम कोर्ट में कोल घोटाला पर पिटिशन दायर की है। हमारी सरकार बनने वाली है। भ्रष्टाचार पर छोड़ेंगे नहीं। यहां छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग की भर्ती में घोटाला हो रहा है। हम घोटाले एक्सपोज कर चुके हैं। अब कार्रवाई करेंगे।
भगवान राम के मुद्दे पर भाजपा नेता रविशंकर प्रसाद ने भूपेश बघेल को घेरा। उन्हाेंने कहा, भूपेश खुद का भगवान राम का भक्त बताते हैं। भूपेश के पिता कितने रामभक्त सब जानते हैं। इतना ही नहीं कांग्रेस ने सनातन धर्म का अपमान किया और भूपेश खामोश रहे।
वह प्रदेश की तीन विधानसभा क्षेत्र का दौरा करेंगे। इसके अलावा भाजपा नेताओं के साथ चुनाव रणनीति को लेकर चर्चा भी करेंगे। जानकारी के मुताबिक रविशंकर प्रसाद धरसींवा, आरंग और अभनपुर विधानसभा क्षेत्रों का दौरा करेंगे। वह दोपहर 12 बजे प्रेस कान्फ्रेस करेंगे।
रूठे नेताओं को मनाने से जुड़े इस पूरे कवायद की कमान अब केंद्रीय मंत्रियों को सौंप दी गई है। पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद रायपुर पहुंच गए हैं। रविशंकर प्रसाद यहां तीन अलग-अलग सीटों पर कोर ग्रुप के सदस्यों की बैठक लेंगे और माहौल को भांपने की कोशिश करेंगे।
जिन सीटों पर यह बैठक होगी उनमें आरंग, अभनपुर और धरसींवा विधानसभा सीट शामिल है। जाहिर है इन्ही तीन सीटों पर अबतक सबसे ज्यादा असहमति के हालात नजर आये है। देखना दिलचस्प होगा कि बड़े नेता क्या वाकई स्थानीय नेताओं की नाराजगी दूर कर पाते हैं या फिर इन सीटों पर भाजपा को बगावत झेलना पड़ता है।
Oct 13 2023, 21:35