पटना जंक्शन पर बम होने की सूचना के चलाया गया जांच अभियान, नही मिला कोई आपत्तिजनक वस्तु

पटना – राजधानी पटना से एक बड़ी खबर सामने आई है। जहां पटना जंक्शन पर बम होने की सूचना के बाद सभी प्लेटफार्मों पर सघन जांच किया गया। हालांकि जांच के दौरान किसी भी प्रकार की कोई आपत्तिजनक वस्तु नहीं मिला। 

बताया जा रहा है कि पटना स्टेशन डायरेक्टर राजू कुमार को पटना जंक्शन पर बम होने की सूचना फोन कॉल के माध्यम से मिली। स्टेशन पर बम होने की सूचना के बाद सुरक्षा एजेंसी सतर्क हो गई।  

जीआरपी और आरपीएफ ने संयुक्त रूप से डॉग स्क्वायड और बम स्क्वॉड की टीम के साथ पटना जंक्शन के तमाम प्लेटफार्म पर जांच अभियान चलाया। वही किसी तरह की आपत्तिजनक वस्तु होने की कोई सूचना नहीं है।

पटना से मनीष प्रसाद

आगामी लोकसभा और विधानसभा चुनाव की तैयारी में जुटी बीजेपी, लगातार बैठक कर बूथ स्तर सभी प्रकोष्ठों को दिया जा रहा दिशा-निर्देश

पटना - 2024 के लोकसभा चुनाव और 2025 के विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा पूरी तरह तैयारी मे जुट गई है। पार्टी में लगातार प्रकोष्ठों की बैठक हो रही है और रणनीति बनाई जा रहे हैं। बूथ स्तर तक सभी प्रकोष्ठों को जाने का दिशा निर्देश दिया गया है। 

इसी कड़ी मे आज वाणिज्य प्रकोष्ठ की बैठक भाजपा कार्यालय में की गई। वाणिज्य विभाग के तमाम अधिकारी और प्रदेश संयोजक जगन्नाथ गुप्ता के साथ-साथ बीजेपी वाणिज्य प्रकोष्ठ के तमाम व्यसायी मौजूद थे। 

बैठक में वाणिज्य प्रकोष्ठ के संयोजक जगन्नाथ गुप्ता ने वाणिज्य प्रकोष्ठ के अधिकारियों को दिशा निर्देश दिया और चुनाव की तैयारी में अपना बेहतर करने का भी निर्देश दिया।

पटना से मनीष प्रसाद

इजरायल में फंसे भारतीय को ऑपरेशन अजय के तहत लाया जा देश, केन्द्र सरकार के इस कार्य का पूर्व डिप्टी सीएम तारकेश्वर प्रसाद की जमकर तारीफ

पटना - इजरायल से भारत के लोगों को वापस लाया जा रहा है ऑपरेशन अजय के तहत केंद्र सरकार यह कर रही है। इस मामले पर बिहार सरकार के पूर्व डिप्टी सीएम तारकेश्वर प्रसाद ने कहा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में जो केंद्र की सरकार ने भारत के लोगों में आत्मविश्वास भरा है। 

आज अंतरराष्ट्रीय घटनाओं पर हमारी नजर है अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत एक नेतृत्वकर्त्ता के रूप में सामने है और इजरायल के साथ हम लोगों का एक बेहतर संबंध प्रधानमंत्री ने बनाया है,और संभावित है कि भारत के लोग जहां जहां भी जिस देश में है वह किस तरह के संकट में कैसे वापस अपने घर पहुचे यह हमारी जिम्मेदारी है। 

इससे पहले भी यूक्रेन और रूस से छात्रों को वापस लाया गया था। वहीं अब इजराइल से भी जो भारतीय लोग हैं उन्हें वापस लाया जा रहा है। हम प्रधानमंत्री को इसके लिए धन्यवाद देते हैं। वही पूर्व विधायक ललन पासवान के जदयू छोड़ने को लेकर तारकेश्वर प्रसाद ने जदयू पर निशाना साधा है। 

तारकेश्वर प्रसाद ने कहा जदयू छोड़ने वाले लोगों का सिलसिला रुकने वाला नहीं है आज जदयू नेतृत्वहीन हो गई है । जनता दल यूनाइटेड जदयू आज ऐसे नेतृत्व में चली गई जो राष्ट्रीय जनता दल का एक डमी है और जल्द ही जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह के नेतृत्व में एक बड़ा जदयू का भाग आरजेडी में शामिल होगा।

पटना से मनीष प्रसाद

अखिल भारतीय कुशवाहा महासभा ने जातीय गणना मे षड्यंत्र के तहत संख्या को कम दिखाने का नीतीश सरकार पर लगाया आरोप, शक्ति प्रदर्शन का किया एलान

पटना : बिहार सरकार के द्वारा किए गए जातीय जनगणना के बाद कई समाज के लोगों ने आपत्ति दर्ज कराया है और अपनी संख्या कम होने को लेकर सरकार को निशाने पर लिया है। 

आज अखिल भारतीय कुशवाहा महासभा ने भी अपनी संख्या को लेकर नीतीश सरकार पर निशाना साधा। कहा कि एक षड्यंत्र के तहत नीतीश सरकार ने संख्या को कम बताया है। हम लोग शक्ति प्रदर्शन करेंगे और नीतीश सरकार को अपनी संख्या बताएंगे। 

अखिल भारतीय कुशवाहा महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी वर्मा ने कहा जिस तरह से नीतीश सरकार ने कुशवाहा समाज की अवहेलना की है तो हम लोग अब एक साथ भारतीय जनता पार्टी में आस्था जताते हुए भारतीय जनता पार्टी में शामिल होंगे और नीतीश सरकार को चुनाव में हराने का काम करेंगे।

पटना से मनीष प्रसाद

एनसीसी ग्रुप मुख्यालय पटना के द्वारा गंगा दर्शन अभियान की हुई शुरुआत, बिहार एवं झारखंड के 60 कैडेट ले रहे भाग

पटना - राजधानी के गंगा घाट से एनसीसी ग्रुप मुख्यालय पटना के द्वारा गंगा दर्शन अभियान की शुरुआत की गई। 13 से 22 अक्टूबर तक चलने वाले इस गंगा दर्शन अभियान में पटना से भागलपुर तक ncc की तीन टीम नौका अभियान पर रवाना हुई है।

नौका अभियान का शुभारंभ बिहार एवं झारखंड निदेशालय के अपर महानिदेशक निदेशक मेजर जनरल अमनदीप सिंह बजाज और एनसीसी ग्रुप मुख्यालय पटना के ब्रिगेडियर टीवी प्रदीप कुमार ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। बिहार एवं झारखंड के 60 कैडेट इसमे भाग ले रहे हैं 

वहीं मेजर जनरल अमनदीप सिंह बजाज ने बताया कि इस अभियान का मुख्य मकसद स्वच्छता ,नारी सशक्तता सहित शिक्षा इन तीनों विषयों पर पटना से लेकर भागलपुर तक कई जगहों पर नुक्कड़ सभाओं के द्वारा लोगों को जागरूक किया जाएगा।

पटना से मनीष प्रसाद

सीएम नीतीश कुमार की अध्यक्षता मे चल रही कैबिनेट की बैठक खत्म, इन 8 महत्वपूर्ण एजेंडो पर लगी मुहर

पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में चल रही कैबिनेट की बैठक खत्म हो गई है। बैठक में कुल 8 एजेंडा पर मुहर लगी है। दशहरा के पूर्व सरकारी सेवकों को तोहफा दिया गया है। कैबिनेट ने सरकारी सेवकों को प्रोन्नति के पद पर योग्य कर्मियों को कार्यकारी प्रभार देकर प्रोन्नति देगी। प्रोन्नति देने पर कैबिनेट ने मुहर लगाई है।

प्रमोशन में एससीएसटी कर्मियों को कोटे के अंदर कोटा दिया जाएगा। साल 2016 से सराकरी कर्मियों को प्रोन्नति बाधित है। एससीएसटी के 17 फ़ीसदी पद रिजवर्ड रखकर प्रमोशन दिया जाएगा। एससी वर्ग के कर्मियो को 16 प्रतिशत और ST वर्ग के कर्मियों के लिए एक फीसदी को फ्रिज रखा जाएगा। सरकार के इस फैसले से बिहार के तकरीबन 5 लाख सरकारी सेवक को फायदा होगा। 

पुलिस और शिक्षकों को भी इसका लाभ मिलेगा। सुप्रीम कोर्ट में एससीएसटी आरक्षण का मामला चल रहा है। सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद सामान्य प्रमोशन दिया जाएगा।

बिहार सरकार किसानों से धान खरीदेगी। वित्तीय वर्ष 2023-24 में रबी फसल के लिए कुल 8 हजार करोड़ अधिप्राप्ति से जुड़े संस्थाओं को ऋण उपलब्ध कराई है।

उग्रवाद प्रभावित जिलों को 37 करोड़ 83 लाख रुपए दिए गए हैं। विशेष आधारभूत संरचना योजना वर्ष 2022-26 के तहत यह जारी की गई है।

आईजीआईएमएस पटना के आई डिपार्टमेंट में कुल 149 पोस्ट क्रिएट किए गए हैं। पद सृजन पर कैबिनेट ने मुहर लगाई है।

बिहार के सभी सरकारी डेंटल हॉस्पिटल में एक समान एडमिशन फी किए जाने पर कैबिनेट ने मंजूरी लगाई है। स्नातक और स्नातकोत्तर में नामांकन और अन्य शुल्क एक समान किया गया है।

पटना से मनीष प्रसाद

सूचना कार्यकर्ता संघ ने एकदिवसीय धरना का किया आयोजन, राज्य सरकार की यह मांग

पटना - राजधानी पटना के गर्दनीबाग में में आज सूचना कार्यकर्ता संघ के द्वारा धरना प्रदर्शन किया गया। 

इस धरने के माध्यम से सूचना कार्यकर्ताओं ने सूचना कानून का राज्य में बुरा हाल है इस बाबत जानकारी दी। 

वहीं बताया कि सूचना आयोग दोनों पद खाली है और राज्य में सूचना कानून का राज्य सरकार ने बुरा हाल कर दिया है। 

सूचना कार्यकर्ता शिव प्रकाश ने तत्काल दोनों पदों को भरने और सूचना कानून को धारदार बनाने की मांग की।

पटना से मनीष प्रसाद

निफ्ट पटना में खादी महोत्सव 2023 का हुआ आयोजन, निफ़्ट पटना छात्रों ने खादी परिधान में वॉक कर खादी के पार्टी लोगों की जागरूकता बढ़ाई

पटना : नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी (निफ्ट) पटना में "खादी महोत्सव 2023" का भव्य आयोजन हुआ। यह महोत्सव भारत की समृद्ध विरासत और स्वतंत्रता की भावना का प्रतीक है, जिसका उद्देश्य खादी और ग्रामोद्योग, हथकरघा, हस्तशिल्प और स्थानीय स्तर पर निर्मित विभिन्न पारंपरिक और कुटीर उत्पादों को बढ़ावा देना है, साथ ही "वोकल फॉर लोकल" अभियान की विचारधारा को बढ़ावा देना है एवं “खादी फैशन के लिए, खादी राष्ट्र के लिए” की भवन का प्रसार करना है। 

12 और 13 अक्टूबर, 2023 को खादी और ग्रामोद्योग आयोग (KVIC) और NIFT पटना संयुक्त रूप से इस दो दिवसीय उत्सव की मेजबानी कर रहें हैं । कार्यक्रम का उद्घाटन संयोऊकत रूप रूप से निफ्ट पटना के निदेशक कर्नल राहुल शर्मा एवं डॉ. हनीफ मेवाती, निदेशक- ग्रामोद्योग आयोग, एमएसएमई मंत्रालय, भारत सरकार ने किया। कर्नल राहुल शर्मा ने आयोजन की अध्यक्षत की।  

इस वर्ष के खादी महोत्सव के चार प्रमुख विषयों में से प्रत्येक में भारत की स्वतंत्रता और सांस्कृतिक विविधता गहराई से समाहित है। ये हैं: आत्मनिर्भर भारत जो घरेलू कंपनियों की क्षमता को प्रदर्शित करता है और स्वतंत्रता के प्रतीक के रूप में खादी के उपयोग पर जोर देता है। वोकल फॉर लोकल, लोगों को स्थानीय कंपनियों और कारीगरों का समर्थन करने के लिए प्रोत्साहित करता है, यह अभियान स्थानीय रूप से प्राप्त और स्थायी रूप से निर्मित वस्तुओं के महत्व पर प्रकाश डालता है। अपने बुनकरों को जानें: विषय के तहत ये महोत्सव खादी के जादू को जीवंत करने वाले प्रतिभाशाली कारीगरों को पहचानकर ग्राहकों और कलाकारों के बीच संबंधों को मजबूत करता है। 

महोत्सव में आए सारे अतिथियों ने खादी के प्रति अपना प्रेम और स्वदेशी उद्देश्य के प्रति प्रतिबद्धता प्रदर्शित करने के लिए स्वदेशी सेल्फी प्वाइंट पर अपनी सेल्फ़ी उतरी एवं आपने सोशल मीडिया अकाउंट पर पोस्ट किया एवं ई-प्रतिज्ञा लेकर खादी के पार्टी अपनी निष्ठा को प्रदर्शित किया। 

खादी वॉक में निफ़्ट पटना छात्रों ने खादी परिधान में वॉक कर खादी के पार्टी लोगों की जागरूकता बढ़ाई। अतिथियों के लिए एक मजेदार प्रश्नोत्तरी का भी आयोजन किया गया। 

निफ़्ट पटना में आयोजित खादी महोत्सव में उपस्थित अतिथियों में प्रोफेसर (डॉ.) राणा सिंह, निदेशक, सीआईएमपी, पटना, श्री कुमोद कुमार, सीएओ, सीआईएमपी, पटना, श्री के.पी.एस. केशरी, अध्यक्ष, बीआईए, पटना, श्री एन.के.मिश्रा, उप महाप्रबंधक एसएलबीसी, बिहार एवं श्री मुकेश कुमार, सहायक, निदेशक-डीसी, हस्तशिल्प प्रमुख रहें।

जदयू के प्रवक्ता नीरज कुमार के बयान पर बीजेपी का पलटवार, पहले अपने गिरेबान में झांक के देख ले

पटना - जदयू के प्रवक्ता नीरज कुमार द्वारा सम्राट चौधरी पर दिए बयान के बाद से भाजपा के तरफ से प्रतिक्रिया आना शुरू हो गया है। 

भाजपा के प्रवक्ता प्रभाकर मिश्रा ने कहा कि पहले अपने गिरेबान में झांक के देख ले। उनका यह बयान क्षमा योग नहीं है। शकुनी चौधरी और सम्राट चौधरी एक अच्छे परिवार से आते हैं। अगर शैक्षणिक योग्यता देखना है तो मुख्यमंत्री जी पहले अपने उपमुख्यमंत्री और अपने मंत्रिमंडल में शामिल मंत्रियों की शैक्षणिक योग्यता देख ले।

बताते चले बीते गुरुवार को जदयू प्रदेश प्रवक्ता नीरज कुमार ने भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी पर पलटवार करते हुए उनसे कई सवाल किये थे। उन्होंने कहा कि आज जिस फैसले को लेकर सम्राट चौधरी राज्य सरकार पर ऊंगली उठा रहे हैं, उस निर्णय में बतौर राज्य के पंचायती राज मंत्री वह भी शामिल थे।

फेसबुक लाइव के दौरान नीरज कुमार ने सवाल किया कि सम्राट चौधरी ये बताएं कि पहले तो वो कहते हैं कि देश को साल 1947 में आजादी ही नहीं मिली थी। अब उन्होंने देश के अमर स्वतंत्रता सेनानी पंडित शीलभद्र याजी, शहीद मोगल सिंह, शहीद नाथून सिंह यादव, स्वर्गीय डूमर सिंह और स्वर्गीय कविराज रामलखन सिंह के सम्मान में बख्तियारपुर में आयोजित किए जा रहे राजकीय समारोह कार्यक्रम पर सवाल उठाकर उनका अपमान नहीं किया है?

बताएं कि छह जनवरी, 2022 को इन स्वतंत्रता सेनानियों के सम्मान में बख्तियारपुर में राजकीय समारोह करने का फैसला हुआ था तो क्या पंचायती राज मंत्री के रूप में इस निर्णय में शामिल नहीं थे?

पटना से मनीष प्रसाद

अररिया लोकसभा से राजद प्रत्याशी हो सकते है "प्रसेनजीत कृष्ण"

अररिया - राजनीति का अनुसंधान केंद्र बिहार को कहा जाता है जब भी राजनीति में बड़े बदलाव की पटकथा लिखी गई उसमें बिहार का बड़ा योगदान था। यह आजादी से पहले और आजादी के बाद भी समान रूप से चलता रहा । जेपी आंदोलन हो या आपातकाल बिहार की सहभागिता हमेशा देश के अन्य राज्यों के मुकाबले ज्यादा ही रही। हालांकि बिहार की राजनीति को लेकर सटीक आकलन नहीं लगाया जा सकता। क्योंकि यहां की जनता पहले ही 2014 के लोकसभा चुनाव और उसके बाद 2015 के बिहार विधानसभा चुनाव में बड़े उलटफेर की गवाही दे चुकी है। सीटों की खींचतान में कौन 2024 होगा यह तो वक्त ही बताएगा लेकिन इतना पता है कि राजनीति में हमेशा संभावनाओं का दौर खुला माना जाता है । ऐसे में देखना होगा कि बिहार सहित देश की राजनीति किस करवट बदलती है और कौन इसका बाजीगर बनता है?

अररिया जिले की बात करें तो 2006 में भारत सरकार ने इस जिले को देश के सबसे पिछड़े जिलों में शामिल किया था . 18 साल बाद भी हालात बहुत अच्छे नहीं हैं .यहां के आवाम प्रमुख रूप से कृषि पर निर्भर है यहां पर बहुत कम कल कारखाने है जिसकी वजह से बेरोजगारी यहां की एक बड़ी समस्या है .उससे भी बड़ी समस्या हर साल आने वाली बाढ़ है . जिस पर अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है .2017 में बिहार के 19 जिलों में बाढ़ आई जिसमें अररिया भी शामिल था और बाढ़ में करीब 90 लोग की मौत हुई पिछले 20 सालों में अररिया में बाढ़ की चपेट में आने से पांच सौ से ज्यादे लोग मारे जा चुके हैं लेकिन इस बड़ी समस्या पर ना ही सरकार सचेत हो रही है और ना ही स्थानीय जनप्रतिनिधि। भले ही कभी किसी के कार्य हेतु प्रखंड कार्यालय में गए हो या नहीं गए हो कभी जनहित मुद्दे के लिए धरना अथवा प्रदर्शन किया हो या ना किया हो यह मायने नहीं रखता है बस आप किसी भी तरीके से किसी सशक्त पार्टी का टिकट हासिल कर ले तो आपकी जीत सुनिश्चित है । सच तो यह है कि अररिया राजनीतिक नायक विहीन है । वर्तमान में जो भी नेता है अगर वह निर्दलीय चुनाव लड़े तो जमानत जप्त हो जाएगी। 

अररिया में नेता चुनाव नहीं लड़ता बल्कि पार्टी चुनाव लड़ती है। इसी बीच नरपतगंज के एक युवा है जो इन दिनों अररिया की राजनीति में लोकप्रिय हो रहा है उनका नाम प्रसेनजीत कृष्णा है । स्थानीय लोगों का कहना है कि वह जमीनी हकीकत से जुड़ा हुआ युवक है। प्रसेनजीत कृष्ण जिला में एक सामाजिक संगठन “बिहार विकास युवा मोर्चा” की स्थापना कर सक्रिय राजनीति में भूमिका निभा रहे हैं । बीते वर्ष 2017 मंी आये प्रलयकारी बाढ़ में जहां जीते हुए प्रतिनिधि गायब थे वही प्रसेनजीत कृष्ण कई चुनौतियों का सामना कर आम जनता के मदद में जुटे हुए थे। छात्र जीवन से राजनीति करने वाले प्रसेनजीत कृष्ण “यादव” जाति से हैं।अररिया जिले भर में माय समीकरण का वर्चस्व रहा है। 

गौरतलब है की अररिया जिला यादव बाहुल्य क्षेत्र है। सूत्रों के हवाले से खबर है कि राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगतानंद सिंह के द्वारा प्रसेनजीत कृष्ण को लोकसभा में राजद प्रत्याशी के लिए बायोडेटा लेकर पटना कार्यालय बुलाये थे। बीते 16 सितम्बर को पूर्व विधायक प्रत्याशी रहे प्रसेनजीत कृष्ण अपने पूर्ण बायोडेटा के साथ राजद प्रदेश अध्यक्ष से मिलने पहुंचे थे। सूत्रों की माने तो श्री कृष्ण से राजद कार्यलय में राजद प्रदेश अध्यक्ष के अलावा पूर्व विधानसभा अध्यक्ष उदय नारायण चौधरी और पूर्व मंत्री वृषण पटेल भी मिले थे। तीनो सदस्यों के द्वारा बायोडेटा को पढ़ने के बाद घण्टो बात चीत हुई। उसके बाद चुनाव की तैयारी करने का आदेश भी दिया गया है। यदि प्रसेनजीत कृष्ण को राजद लोकसभा में टिकट देती है तो जो अररिया सीट राजद की झोली से छीना जा चुका है वह सीट आसानी से जीता जा सकता है। 

गौर करने योग्य बात यह है कि इस बार युवा मतदाताओं की संख्या काफी बढ़ी है । आसान शब्दों में कहें तो युवा वर्ग (उम्र 18 वर्ष से 25 वर्ष) इस बार अपना एमपी का चुनाव करेंगे । प्रसेनजीत कृष्ण युवा है,शिक्षित है और जनता और जमीन से जुड़े हुए जनप्रतिनिधि हैं । श्री कृष्ण जिला के एक ऐसे युवा नेता हैं जो बिना विधायक सांसद बने आम जनता और अररिया जिला के लिए बहुत कुछ किये है खासकर कृष्ण की पहचान क्रप्शन के खिलाफ लम्बी लड़ाई लड़ने वाले योद्धा के तौर पर जाना जाता है। 

हालांकि सूत्रों के हवाले से खबर यह भी है कि तेजस्वी यादव के खास और राजद के रणनीतिकार संजय यादव के द्वारा प्रसेनजीत कृष्ण को चयन किया गया है। 

गौरतलब है कि तेजस्वी यादव इससे पूर्व एक आरटीआई एक्टिविस्ट को टिकट देकर चुनाव लड़वा चुके है। यदि कृष्ण को खोजा गया है तो मतलब साफ है कि साफ छवि के लोगों को पार्टी में जगह दिया जा रहा और कृष्ण को टिकट मिलना मतलब एक के बाद दूसरे किसी आरटीआई एक्टिविस्ट को पार्टी में जगह दिया जाएगा। तेजस्वी यादव स्वच्छ राजनीति की और एक बेहतर कदम उठाए है इससे बिहार की जनता जोर दार स्वागत कर रही है। 

प्रसेनजीत कृष्ण नरपतगंज विधानसभा क्षेत्र से आते है।वे 2020 में विस चुनाव भी लड़ चुके है। नरपतगंज विस के यादवो का रुझान जिस पार्टी के प्रत्याशी के तरफ रहती है उस पार्टी का सांसद का जितना ताय माना जाता है। इसका फिलहाल में उदाहरण 2018 लोकसभा उपचुनाव और 2019 आम लोकसभा चुनाव के तौर पर देखा जा सकता है। एकबात ताय है यदि राजद यादव जाती के उम्मीदवार प्रसेनजीत कृष्ण को अपना प्रत्याशी बनाते है तो बीजेपी को अररिया सीट जीतना टेडी खीर साबित होगी। प्रसेनजीत कृष्ण की उम्मीदवारी से नरपतगंज, फारबिसगंज, रानीगंज,भरगामा ब्लॉक के लोगों का रुझान इस ओर भी रहेगा कि सांसद उसके नजदीक क्षेत्र कक हो रहा जो कि वर्षों से पूर्वी क्षेत्र से बनता आ रहा है। वर्षो पूर्व पश्चिमी क्षेत्र से सांसद होते थे जिनका नाम सुकदेव पासवान है। ऐसे में प्रसेनजीत कृष्ण के जीत के लिए यह भी एक बड़ा फैक्टर बनेगा।