पूजा में घर आने वालों लोगों अब वापस लौटने में नहीं होगी परेशानी : छठ बाद पूर्व मध्य रेल पूजा स्पेशल ट्रेन का करेगी परिचालन, जानिए पूरा डिटेल

हाजीपुर : छठ पूजा के उपरांत यात्रियों की अतिरिक्त भीड़ के मद्देनजर उनको सुगम आवागमन की सुविधा मुहैया कराने के लिए पूर्व मध्यि रेल द्वारा सहरसा से अम्बाला कैंट तथा रक्सौल से आनंद विहार के लिए पूजा स्पेशल ट्रेन केे परिचालन करने का निर्णय लिया गया है जिनका विवरण निम्नानुसार है:- 

1.गाड़ी सं. 05577/05578 सहरसा-अंबाला कैंट-सहरसा स्पेशल: गाड़ी संख्या 05577 सहरसा-अंबाला कैंट स्पेशल दिनांक 24.11.2023 से 08.12.2023 तक प्रत्येक शुक्रवार को सहरसा से 19.10 बजे प्रस्थान करेगी तथा विभिन्न स्टेशनों पर रूकते हुए अगले दिन शनिवार को 23.15 बजे अंबाला कैंट पहुंचेगी । वापसी में गाड़ी संख्या 05578 अंबाला कैंट-सहरसा स्पेशल दिनांक 26.11.2023 से 10.12.2023 तक प्रत्येक रविवार को अंबाला कैंट से 03.40 बजे प्रस्थान करेगी और अगले दिन सोमवार को  09.45 बजे सहरसा पहुँचेगी । अप एवं डाउन दिशा में यह ट्रेन सिमरी बख्तियारपुर, मानसी, खगड़िया, हसनपुर रोड, समस्तीपुर, दरभंगा, कमतौल, जनकपुर रोड, सीतामढ़ी, बैरगनिया, रक्सौल, नरकटियागंज, बगहा, गोरखपुर, सीतापुर, मुरादाबाद तथा सहारनपुर स्टेशनों पर रूकेगी । इस स्पेशल में स्लीपर क्लास के 10 कोच एवं साधारण श्रेणी के 10 कोच होंगे । 

2. गाड़ी सं. 05531/05532 रक्सौल-आनंद विहार-रक्सौल स्पेशल: गाड़ी संख्या 05531 रक्सौल-आनंद विहार स्पेशल दिनांक 26.11.2023 से 10.12.2023 तक प्रत्येक रविवार को रक्सौल से 22.25 बजे प्रस्थान करेगी तथा विभिन्न स्टेशनों पर रूकते हुए अगले दिन सोमवार को 18.00 बजे आनंद विहार पहुंचेगी । वापसी में गाड़ी संख्या 05532 आनंद विहार-रक्सौल स्पेशल दिनांक 27.11.2023 से 11.12.2023 तक प्रत्येक सोमवार को आनंद विहार से 20.00 बजे प्रस्थान करेगी और अगले दिन मंगलवार को 14.30 बजे रक्सौल पहुँचेगी । अप एवं डाउन दिशा में यह ट्रेन सगौली, बेतिया, नरकटियागंज, बगहा, गोरखपुर, बस्ती, गोंडा, सीतापुर, मुरादाबाद तथा गाजियाबाद स्टेशनों पर  रुकेगी । इस स्पेशल में साधारण श्रेणी के 20 कोच होंगे।

संतोष तिवारी की रिपोर्ट

पितरों को खुश करने बिहार के गया में मनी पितृ दीपावली, बैंड बाजे पर थिरके देश भर के तीर्थयात्री, जगमग हुआ देवघाट

बिहार के गया में आयोजित पितृपक्ष मेला के दौरान लाखों तीर्थयात्री गया जी पहुंचकर अपने पितरों को मोक्ष की कामना के साथ पिंडदान, तर्पण एवं कर्मकांडों को पूरा कर रहे हैं।

पितृ दीवाली की गया से सामने अा रही तस्वीरों को देखकर आपका मन प्रसन्न हो जाएगा। जिला प्रशासन की ओर से गुरुवार की शाम को आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर कई तस्वीरें शेयर किया गया। 

दरअसल पितृपक्ष के 14वें दिन त्रयोदशी तिथि की शाम विष्णुपद मंदिर के समीप देवघाट पर पितृ दिवाली मनाई गई। इस दौरान बैंड बाजे के साथ देशभर से गया पहुंचे तीर्थयात्री थिरक उठे। वहीं देवघर लाखों दीयों से जगमग हो उठा।

पुरोहितों के अनुसार ऐसी मान्यता है कि आज के दिन दीपदान करने से पितरों के स्वर्ग जाने का मार्ग प्रकाशमय हो जाता है। दीप जलाकर पितरों को प्रसन्न किया जाता है। इसके बाद पितृ प्रसन्न होकर सुख समृद्धि का आशीर्वाद देते हैं।

इस दौरान अलग अलग प्रांतों से आए महिला-पुरुष तीर्थयात्रियों ने अपने पूर्वजों की आत्मशांति के लिए कामना करते हुए पितरों के लिए घी का दीया जलाया। पितृ दीपावली पर लाखों में दीप जलने के बाद पूरा घाट जगमग हो उठा।

देवघाट को दीपक से आकर्षक रूप से सजाया गया है। बड़ी संख्या श्रद्धालु पहुंचे हैं। वहीं बैंड बाजे से साथ कई तीर्थयात्री पितृ दिवाली मनाने पहुंचे। पितरों की याद में घी का दीया जलाकर थिरकते दिखे।

गया को भगवान विष्णु की नगरी और मोक्ष की भूमि कहा जाता है। गया को भगवान विष्णु स्वयं पितृ देव के रूप में विराजमान रहते हैं, इसलिए इसे पितरों का तीर्थ भी कहा जाता है।

बताया जाता है कि यहां जिस भी पितरों का पिंडदान होता है वह मोक्ष को प्राप्त करते हैं। गरुड़ पुराण के अनुसार गया श्राद्ध पितरों को सीधे स्वर्ग के दरवाजे पर ले जाता है। 

वहीं इस अवसर पर गया जिला प्रशासन ने ट्वीट कर लिखा- पितृपक्ष मेले के अवसर पर आज गुरुवार की शाम विष्णुपद मंदिर के पास पवित्र फल्गु के तट देवघाट पर देव दीपावली मनाई गई। इसके पीछे की अवधारणा है कि हे पितर! आपके मोक्ष के निमित्त जो श्रद्धा (श्राद्ध) अर्पित किया हमने उसे आपने सहर्ष स्वीकार किया है और अब हमें शेष जीवन में आपका आशीर्वाद रहे यही आपसे निवेदन करता हूं। सुख समृद्धि की कामना करते हैं।

ब्रेकिंग न्यूज : दानापुर मंडल के रघुनाथपुर में रेल परिचालन हुआ बहाल

दानापुर मंडल के रघुनाथपुर में पुनर्बहाली कार्य करते हुए आज प्रातः 08.10 बजे अप लाइन को परिचालन हेतु फिट कर दिया गया है। 

13209 पटना-डीडीयू एक्सप्रेस परिवर्तित मार्ग के बदले अब अपने नियमित मार्ग से जाएगी ।

डाउन लाइन पर पुनर्बहाली कार्य युद्धस्तर पर जारी है।

पटना से मनीष प्रसाद

रघुनाथपुर रेल दुर्घटना : प्रारंभिक जांच में हुआ खुलासा, ट्रैक में गड़बड़ी के कारण दुर्घटनाग्रस्त हुई नार्थ-ईस्ट एक्सप्रेस

डेस्क : आनंद विहार से कामाख्या जा रही नार्थ ईस्ट एक्सप्रेस ट्रैक (पटरी) की गड़बड़ी से रघुनाथपुर में दुर्घटनाग्रस्त हुई। रेलवे के अफसरों की संयुक्त प्रारंभिक जांच रिपोर्ट में यह खुलासा हुआ है। रिपोर्ट में इस दुर्घटना के पीछे इंजीनियरिंग विभाग की लापरवाही बताई गई है। जिस जगह हादसा हुआ वहां पटरियां तहस-नहस पाई गईं।

डेटा लॉगर और स्पीडोमीटर की जांच में हादसे के वक्त ट्रेन की गति 112 किमी प्रतिघंटे थी। यही वजह रही कि ट्रेन के इंजन समेत सभी बोगियां ताश के पत्तों की तरह छिटक कर पटरी से उतर गईं। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार तीन कोच ट्रैक के किनारे आसपास खेतों की ओर लुढ़क गए।

इधर, दुर्घटना के बाद गठित संयुक्त जांच कमेटी ने ट्रेन मैनेजर (गार्ड) विजय कुमार, ऑनड्यूटी स्टेशन मास्टर नित्यांनद कुमार, प्वाइंटमैन विशाल कुमार, गेट मैन नंदकिशोर सिंह, लोको पायलट बिपिन कुमार और असिस्टेंट लोको पायलट राजेश कुमार का बयान लिया। इसके आधार पर पाया कि हादसे की वजह ट्रैक में गड़बड़ी है। हादसे के बाद लंबी दूरी तक ट्रैक टूटा मिला। वहीं, ट्रेन का इंजन लूप लाइन के प्लेटफॉर्म से टकरा गया जिससे लोको पायलट बिपिन कुमार को आंशिक, जबकि असिस्टेंट लोको पायलट राजेश कुमार को भीषण चोट आई है। रिपोर्ट में घटना का समय रात नौ बजकर 51 मिनट बताया गया है। 

सूत्रों के अनुसार, सीआरएस की जांच अभी जारी है। ऐसे में रिपोर्ट सौंपे जाने के बाद रेल मंडल व जोन के कई अफसरों पर बड़ी कार्रवाई संभव है। इस हादसे में चार की मौत हुई, जबकि 70 घायल हैं। जांच में लोको पायलट और असिस्टेंट लोको पायलट की ब्रेथ एनालाइजर टेस्ट निगेटिव पाई है। यानी, दोनों नशे में नहीं थे। इधर, हादसे के बाद इस रूट पर ट्रेनें ठप हैं। परिचालन कब तक बहाल होगा, इस बारे में रेल अधिकारी कुछ भी स्पष्ट नहीं बता सके।

सीएम नीतीश कुमार ने 2000 पंचायत सरकार भवनों के निर्माण कार्य का किया शुभारंभ, केन्द्र सरकार पर बिहार की उपेक्षा करने का लगाया आरोप

डेस्क : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गुरुवार को एक अणे मार्ग स्थित संकल्प में पंचायती राज विभाग की विभिन्न योजनाओं का वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से शिलान्यास व उद्घाटन किया। वहीं उन्होंने 2000 पंचायत सरकार भवनों के निर्माण कार्य का शुभारंभ किया। साथ ही 366 नवनियुक्त अंकेक्षकों के बीच नियुक्ति पत्र का वितरण किया और ई-पंचायत पोर्टल का शुभारंभ किया। इसके अलावा उन्होंने मुख्यमंत्री पेयजल निश्चय योजना के अंतर्गत 9500 अनुरक्षकों के प्लबिंग प्रशिक्षण की भी शुरआत की।

वहीं इस दौरान लोगों को संबोधित करते हुए सीएम नीतीश कुमार ने केन्द्र सरकार पर बिहार की उपेक्षा का आरोप लगाया है और कहा कि हमें हमारा वास्तविक हक भी नहीं मिल रहा। मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार अपने बूते विकास कर रहा है। अपने संसाधनों से विकास कार्यों का संचालन कर रहा है। केन्द्र सरकार कोई मदद नहीं कर रही। यहां तक कि केन्द्र सरकार द्वारा राज्यों को मिलने वाला उसके हिस्से का 41 फीसदी शेयर नहीं मिल रहा है। 

उन्होंने कहा कि केन्द्रीय राशि में बिहार की हिस्सेदारी लगातार कम होती जा रही है। केन्द्र खुद तो कोई काम नहीं कर रहा, हमें भी काम के लिए आवश्यक धनराशि नहीं देता। इससे राज्य पर अनावश्यक आर्थिक बोझ पड़ता है। नीतीश कुमार ने कहा कि हम विकास के लिए संकल्पित हैं। आज हर सेक्टर में काम हो रहा है।

सड़क, बिजली समेत कोई क्षेत्र ऐसा नहीं जहां स्पष्ट बदलाव नहीं दिखता। यह सब बेहतर काम का ही नतीजा है। 2005-06 में जब हम सरकार में आए तह राज्य का बजट 21-22 हजार करोड़ का था। आज यह बढ़कर 2.63 लाख करोड़ का हो चुका है। यह साबित करता है कि बिहार में कितना काम हुआ है और हो रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि केन्द्र सरकार उनके कार्यों का भी श्रेय लेना चाहती है। हर घर नल का जल योजना में जब बिहार ने काफी काम कर लिया तो उन्होंने मदद की पेशकश की। हमने इसे ठुकरा दिया। वे थोड़ा पैसा देते और पूरा श्रेय लेते।

प्रखर समाजवादी नेता राम मनोहर लोहिया की पुण्यतिथि आज, राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर, सीएम नीतीश कुमार ने प्रतिमा पर माल्यार्पण कर किया नमन

डेस्क : देश में गैर-कांग्रेसी सरकार की अलख जगाने वाले समाजवादी नेता और स्वतंत्रता सेनानी राम मनोहर लोहिया की आज यानी 12 अक्टूबर को पुण्यतिथि है। इस मौके पर आज पूरा देश उन्हें नमन कर रहा है। 

इधर राजधानी पटना में राम लोहिया की पुण्यतिथि पर राजकीय समारोह का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में बिहार के राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार समेत कई मंत्री और नेता शामिल हुए और उनकी प्रतिमा पर माल्यापर्ण कर उन्हें अपना श्रद्धा सुमन अर्पित किया। 

वहीं इस मौके पर मीडिया से बातचीत करते हुए सीएम नीतीश कुमार ने बक्सर में हुए रेल हादसे पर दुख व्यक्त करते हुए मुआवजा का एलान किया है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रेल हादसे में मारे गए लोगों के लिए चार-चार लाख रुपये और घायल यात्रियों को 50-50 हजार रुपए मुआवजे का एलान किया।

बड़ी खबर : सीएम नीतीश कुमार ने रेल दुर्घटना पर व्यक्त किया दुख, हादसे में मारे गए लोगों को लिए 4-4 लाख और घायल लोगों के लिए 50 हजार मुआवजा राशि का किया एलान


पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बक्सर में हुए रेल हादसे पर दुख व्यक्त करते हुए मुआवजा का एलान किया है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रेल हादसे में मारे गए लोगों के लिए चार-चार लाख रुपये और घायल यात्रियों को 50-50 हजार रुपए मुआवजे का एलान किया है। वहीं रेल प्रशासन पर सवाल खड़ा करते रेल प्रशासन को अधिक ध्यान देने की जरूरत है की बात की है।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि आपदा विभाग लगातार हादसे के वक्त से ही मॉनिटरिंग कर रही है और घटनास्थल पर पहुंच कर हर संभव घायल यात्रियों को अस्पताल पहुंचाने और सुविधा मुहैया कराने के लिए कार्य कर रही है। 

उन्होंने कहा कि जब वह रेल मंत्री थे तो रेल हादसे रोकने के लिए कई तरह के कार्य किए थे। जिससे घटनाएं कम हो गई थी। सीएम ने कहा कि रेल मंत्रालय को इस पर ध्यान देना चाहिए ताकि इस तरह की घटनायें रोकी जा सके। 

पटना से मनीष प्रसाद

बक्सर ट्रेन दुर्घटना : स्टेशन के नजदीक हादसा होने से जल्द ही शुरु हुआ बचाव और राहत कार्य, नहीं तो होती बड़ी परेशानी

डेस्क : दानापुर-बक्सर रेलखंड पर रघुनाथपुर रेलवे स्टेशन के समीप बीते बुधवार की रात लगभग 9.35 बजे 12506 डाउन नार्थ ईस्ट एक्सप्रेस बेपटरी होकर दुर्घटनाग्रस्त हो गई। इस हादसे में ट्रेन के छह डिब्बे पटरी से उतर गए। एक डिब्बा दूसरे डिब्बे पर चढ़ गया। इस घटना में बड़ी संख्या में लोगों की जाने जा सकती थी, लेकिन एलएचबी बोगियां होने और स्टेशन के नजदीक हादसा होने की वजह से बड़ी संख्या में यात्रियों की जान बच गई है।

नॉर्थ-ईस्ट एक्सप्रेस ट्रेन रघुनाथपुर स्टेशन की पश्चिमी गुमटी के पास दुर्घटना का शिकार हुई। इसके चलते स्थानीय लोग तुरंत मौके पर पहुंच गए और एंबुलेंस सहित जेसीबी वगैरह भी कुछ ही देर में वहां मंगा लिया गया। इससे बचाव कार्य में काफी आसानी हुई। हालांकि अंधेरे की वजह से बचाव दल को कुछ परेशानियों का सामना करना पड़ा। बावजूद स्थानीय लोगों के सहयोग और आवश्यक संसाधनों की उपलब्धता के चलते डिब्बे में फंसे यात्रियों को बाहर निकालने में काफी मदद मिली। 

यदि ट्रेन स्टेशन से कुछ दूर पलटी होती तो बचाव कार्य काफी मुश्किल हो गया होता। स्थानीय लोगों ने कहा कि बोगी के पलटने से तेज आवाज हुई। चीख पुकार की आवाज सुनकर घटनास्थल की ओर भागे तो देखा कि ट्रेन दुर्घटनाग्रस्त हो गई है।

बक्सर और आरा के बीच रघुनाथपुर स्टेशन के नजदीक हादास होने की सूचना के बाद आरा जंक्शन स्टेशन प्रशासन अलर्ट हो गया। स्टेशन प्रबंधक प्रो एनके राय ने बताया कि एंबुलेंस की भी व्यवस्था की गई। भोजपुर डीएम राजकुमार ने बताया कि आरा से भी बचाव कार्य के लिए 15 एम्बुलेंस समेत चार-पांच बसें घटनास्थल पर भेजी गई। आरा सदर अस्पताल समेत भोजपुर के अनुमंडलीय अस्पताल भी अलर्ट मोड में किये गये। जगदीशपुर एसडीओ व डीएसपी समेत बिहिया थानेदार भी दुर्घटनास्थल पर पहुंच गये।

*बक्सर ट्रेन दुर्घटना : एलएचबी बोगियां होने से बच गईं बड़ी संख्या में यात्रियों की जान*

डेस्क : दानापुर-बक्सर रेलखंड पर रघुनाथपुर रेलवे स्टेशन के समीप बीते बुधवार की रात लगभग 9.35 बजे 12506 डाउन नार्थ ईस्ट एक्सप्रेस बेपटरी होकर दुर्घटनाग्रस्त हो गई। इस हादसे में ट्रेन के छह डिब्बे पटरी से उतर गए। एक डिब्बा दूसरे डिब्बे पर चढ़ गया। इस घटना में बड़ी संख्या में लोगों की जाने जा सकती थी, लेकिन एलएचबी बोगियां होने की वजह से बड़ी संख्या में यात्रियों की जान बच गई है।

बक्सर के जिलाधिकारी अंशुल कुमार ने चार यात्रियों की मौत की पुष्टि की है। मृतकों में एक बच्ची भी शामिल है। बड़ी संख्या में यात्री घायल भी हुए हैं। हालांकि, पूर्व मध्य रेल के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी वीरेन्द्र कुमार ने बताया कि 50 यात्री घायल हुए हैं। दुर्घटना में घायल और मरने वालों की संख्या अभी बढ़ सकती है।

दुर्घटनाग्रस्त नार्थ ईस्ट एक्सप्रेस में कुल 22 बोगियां हैं। पांच एसी समेत छह बोगियां दुर्घटनाग्रस्त हुई हैं। इनमें एल.एच. बी. कोच (लिंक हॉफमैन बुश) होने से बहुतेरे यात्रियों की जानें बच गईं। इंडियन रेलवे में पहली बार साल 1999 में इस तरह के कोच शामिल किए गए थे। इसका निर्माण कपूरथला रेल कोच फैक्ट्री में किया जाता है। ये कोच पैसेंजर्स के लिए काफी आरामदायक होते हैं। दुर्घटना की स्थिति में ये कोच कम क्षतिग्रस्त होते हैं और यात्रियों के सुरक्षित रहने की संभावना बढ़ जाती है।

इस बीच, रेलवे बोर्ड ने हादसे की जांच के आदेश दिये हैं। रेलवे और स्थानीय प्रशासन के अधिकारी व कर्मी राहत बचाव में जुटे हुए हैं। घायलों को रघुनाथपुर अस्पताल भेजा गया है। गंभीर रूप से घायलों को आरा और पटना रेफर किया गया है। दुर्घटना के कारण अप और डाउन लाइन में ट्रेनों का परिचालन ठप है।

*बड़ी खबर : बिहार में नॉर्थ ईस्ट एक्सप्रेस दुर्घटनाग्रस्त, 8 बोगी पटरी से उतरी, 4 की मौत*

डेस्क : बिहार में बड़ा रेल हादसा हुआ है। दानापुर मंडल के रघुनाथपुर स्टेशन के निकट बीते बुधवार की रात करीब 9.35 बजे आनंद विहार टर्मिनल से चलकर कामाख्या जाने वाली गाड़ी संख्या 12506 नॉर्थ ईस्ट एक्सप्रेस के कुछ डिब्बे पटरी से उतर गए। जिसमे 4 लोगों की मौत हुई है। वहीं कई लोग घायल हुए है। 

इस बीच रेलवे के सीपीआरओ वीरेंद्र कुमार ने बताया कि मेडिकल टीम और अधिकारियों के साथ-साथ दुर्घटना राहत यान घटनास्थल के लिए रवाना हो चूकी है। ग्रामीण बचाव कार्य में लगे हुए हैं। अभी तक जो शुरुआती जानकारी मिल रही है उसके अनुसार डाउन नार्थ ईस्ट एक्सप्रेस के 8 कोच बेपटरी हुए हैं। पीडीडीयू-पटना रेलखंड के रघुनाथपुर स्टेशन के पास हादसा हुआ है। 

इस बीच सीमांचल एक्सप्रेस, गुवाहाटी राजधानी, विभूति एक्सप्रेस, पंजाब मेल समेत अन्य कई ट्रेनों का रूट बदला जा रहा है। वाराणसी से ही दूसरे रूट से ट्रेनों को किउल भेजा जा रहा है। 12149 दानापुर पुणे एक्सप्रेस दानापुर में ही खड़ी है। मौके पर राहत ट्रेन रवाना हो चुकी है। दानापुर डीआरएम जयंत कुमार चौधरी और सीनियर डीसीएम सरस्वती चंद्र मौके पर रवाना हो चुके हैं।

इस बीच दुर्घटनाग्रस्त नार्थ ईस्ट एक्सप्रेस की गार्ड बोगी के पहले वाली बोगी में सवार आरा के बाबू बाजार निवासी अशोक ने बताया कि वह और उनके साथ आरा के ही सामाजिक कार्यकर्ता मंगलम की मां समेत तीन लोग रात करीब साढ़े आठ बजे विंध्याचल से सवार हुए थे। रात साढ़े नौ बजे अचानक जोरदार आवाज के साथ ट्रेन लड़खड़ाने लगी। आगे की बोगियां दुर्घटनाग्रस्त हो गईं। उनके साथ की महिला को पैर व सिर में मामूली चोट है। वहीं हादसे की सूचना मिलते ही मंगलम चारपहिया वाहन लेकर हादसा स्थल पर पहुंचे और अपनी मां समेत साथ रहे आरा के लोगों को गाड़ी से लाया।

रेलवे ने जारी किया हेल्पलाइन नंबर

पटना - 9771449971

दानापुर - 8905697493

आरा - 8306182542

कंट्रोल नंबर – 7759070004

धीरेन्द्र पांडेय की रिपोर्ट