गोवंश, गंगाजल के मुद्दे पर सीएम बघेल आक्रामक, भाजपाइयों को बताया नकली रामभक्त, रमन सिंह ने किया पलटवार

रायपुर-    मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने गंगाजल पर 18 प्रतिशत जीएसटी लगाए जाने पर केंद्र सरकार और भाजपा पर हमला बोला है। उन्होंने मंगलवार को इंटरनेट मीडिया एक्स (ट्विटर) पर पोस्ट कर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से गंगाजल से जीएसटी हटाने की मांग की है। बघेल ने पोस्ट में कांग्रेस के पांच वर्ष और भाजपा के 15 वर्ष के शासनकाल का अंतर भी बताया है।

मुख्यमंत्री बघेल ने पोस्ट में लिखा है, अब गंगाजल पर भी जीएसटी, क्या श्रद्धालु पूजा-पाठ न करें? क्योंकि केंद्र की भाजपा सरकार की मंशा तो ऐसी ही लग रही है। मोदी सरकार ने चार दिन पहले गंगाजल पर 18 प्रतिशत जीएसटी लगाने का निर्णय किया है। इससे नकली रामभक्त, सनातन संस्कृति के महिमा मंडन का ढोंग करने वाले और गोमाता की रक्षा के नाम पर आतंक फैलाने वालों का चेहरा बेनकाब हो गया है।

भूपेश बघेल ने बताए अपने काम

कांग्रेस सरकार के बड़े काम: स्वामी आत्मानंद स्कूल, सबको 35 किलो प्रतिमाह चावल, हाफ बिजली बिल, कालेज जाने के लिए निश्शुल्क बस।

गिनाईं रमन शासनकाल की गड़बड़ियां: आंखफोड़वा कांड, गर्भाशय कांड, नसबंदी कांड, पोरा बाई कांड आदि।

सीएम के पोस्ट पर पलटवार रमन सिंह का पलटवार

इधर, पूर्व मुख्यमंत्री डा. रमन सिंह ने मुख्यमंत्री के एक्स पर किए गए पोस्ट पर पलटवार किया है। उन्होंने लिखा है, झूठ का झुनझुना बजा लिया हो तो सच पढ़िए। उन्होंने कांग्रेस सरकार के पांच वर्ष के कार्यकाल में गोठान और कोयला घोटाला व बड़े स्तर पर भ्रष्टाचार करने का आरोप लगाया। रमन ने आगे लिखा, ‘बाकी जानकारी के लिए आप जनता के बीच चले जाइए, जो अब पुराने डेढ़ दशक को याद कर रही है।

गिनाई भूपेश काल की गड़बड़ियां

डा. रमन ने लिखा, पांच साल में 15,000 करोड़ (कोयला, गोठान, महादेव एप आदि) की लूट, भाजपा की बनाई आदर्श पीडीएस नीति में घोटाला, अपराधियों को संरक्षण और नशे का कारोबार, 36 वादों के घोषणापत्र में लपेटकर बेचा गया चूरन, पीएससी भर्ती गड़बड़ी हुई।

भाजपा सरकार के ये काम गिनाए

आइआइटी, एम्स, एचएनएलयू समेत कई राष्ट्रीय शैक्षणिक संस्थान दिए। 58 लाख गरीब परिवारों के लिए एक रुपये किलो चावल और निश्शुल्क नमक, 60 हजार किलोमीटर से अधिक सड़कों और सैकड़ों पुल-पुलियाओं का निर्माण।

चुनाव से पहले आयकर विभाग अलर्ट, सभी संभागों में खोले जाएंगे कंट्रोल रूम, जीएसटी ने भी तीन टीमों का किया गठन

रायपुर-   प्रदेश में विधानसभा चुनाव की घोषणा होते ही अब पुलिस प्रशासन के साथ ही आयकर विभाग, जीएसटी विभाग आदि सभी सक्रिय हो गए हैं। बताया जा रहा है कि एक से दो दिनों में ही आयकर विभाग द्वारा प्रदेश के सभी पांचों संभागों में कंट्रोल रूम खोले जाएंगे। साथ ही किसी भी प्रकार की गड़बड़ी की सूचना देने के लिए हेल्पलाइन नंबर भी जारी होंगे।

गौरतलब है कि विधानसभा चुनाव के मद्देनजर निर्वाचन आयोग ने भी सभी विभागों को निर्देशित किया है कि चुनाव के दौरान विभिन्न गतिविधियों पर नजर बनाए रखें और कार्रवाई करें। बता दें कि विधानसभा चुनाव के दौरान हवाला कारोबार सहित उपभोक्ताओं को लुभाने के लिए उपहार बांटने वाली गतिविधियां बढ़ जाती हैं, इस पर कड़ी निगरानी रखी जाएगी।

बताया जा रहा है कि आयकर विभाग के साथ ही जीएसटी विभाग भी पूरी तरह से तैयार है। जीएसटी विभाग ने तो तीन टीमों का गठन भी कर लिया गया है, जो बाहर से आ रहे उत्पादों और गोडाउनों में रखी जाने वाली सामग्री पर नजर बनाए रखेंगी। साथ ही उनकी जांच भी करेंगी। पिछले दिनों तो जीएसटी विभाग ने रावांभाठा और भनपुरी स्थित गोडाउन में कार्रवाई भी की थी और वहां से साइकिल, कपड़े, फ्लैश लाइट आदि जब्त भी किए थे। जीएसटी अधिकारियों का कहना है कि उनकी जाचं लगातार जारी है।

कांग्रेस की चुनावी बैठक में कैंंडी क्रश खेलते नजर आए सीएम बघेल, भाजपा ने कसा तंज, मुख्‍यमंत्री ने दिया जवाब

रायपुर- छत्‍तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के तारीखों की घोषणा होते ही राजनीतिक दलों में आरोप-प्रत्‍यारोप का दौर तेज हो गया है। सियासी दल एक-दूसरे को घेरने का कोई मौका नहीं छोड़ रहे हैं। इसी बीच भारतीय जनता पार्टी ने मुख्‍यमंत्री भूपेश बघेल की एक तस्‍वीर को इंटरनेट मीडिया (एक्‍स) पर पोस्‍ट कर तंज कसा है।

भाजपा ने एक्‍स हैंडल पर सीएम बघेल की तस्‍वीर पोस्‍ट कर कहा, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी निश्चिंत हैं, उन्हें पता है कि कितनी भी माथा-पच्ची कर लें सरकार तो आनी नहीं है। शायद इसीलिए कांग्रेस के प्रत्याशी चयन से संबंधित बैठक में ध्यान देने के बजाय उन्होंने CANDY CRUSH खेलना उचित समझा।

भूपेश जी भी निश्चिंत हैं, उन्हें पता है कितनी भी माथा पच्ची कर लें सरकार तो आनी नहीं है।

भाजपा के तंज पर मुख्‍यमंत्री बघेल ने किया पलटवार

मुख्‍यमंत्री बघेल ने भाजपा के इस तंज पर पलटवार करते हुए कहा है कि पहले भाजपा को ऐतराज़ था कि मैं गेड़ी क्यों चढ़ता हूं, भौंरा क्यों चलाता हूं, गिल्ली डंडा क्यों खेलता हूं, प्रदेश में छत्तीसगढ़िया ओलंपिक क्यों हो रहे हैं? कल एक बैठक से पहले फ़ोटो मिल गई जिसमें मैं कैंडी क्रश खेल रहा हूं। अब भाजपा को उस पर ऐतराज़ है।

दरअसल उनको मेरे होने पर ही ऐतराज़ है। पर यह तो छत्तीसगढ़ के लोग हैं जो तय करते हैं कि कौन रहेगा कौन नहीं रहेगा। मैं गेड़ी भी चढूंगा, गिल्ली डंडा भी खेलूंगा। कैंडी क्रश भी मेरा फेवरेट है। ठीक ठाक लेवल पार कर लिया हूँ, वो भी जारी रहेगा। बाकि छत्तीसगढ़ को पता है कि किसे आशीर्वाद देना है।

चुनाव प्रचार में 40 लाख रुपये खर्च कर सकेंगे प्रत्याशी, मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी की इन बातों का जरूर रखें ध्‍यान

रायपुर- विधानसभा चुनाव के मद्देनजर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों को चुनाव आयोग के प्रविधानों की जानकारी दी। प्रतिनिधियों को बताया गया कि प्रत्येक विधानसभा में खर्च की अधिकतम सीमा 40 लाख रुपये है। खर्च का ब्यौरा भी निर्वाचन कार्यालय में प्रस्तुत करना होगा। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी रीना बाबासाहेब कंगाले ने बैठक में आदर्श आचार संहिता, निर्वाचन व्यय, नामांकन दाखिले की प्रक्रिया और चुनाव आयोग के दिशा-निर्देशों की जानकारी दी।

उन्होंने बताया कि निर्वाचन अवधि के दौरान वाहनों व रैलियों के लिए अनुमति लेना आवश्यक होगा। उन्होंने कहा कि अभ्यर्थियों द्वारा नामांकन पत्र दाखिल करने के समय सावधानी बरतें। मतदान के दोनों चरणों में निर्वाचक नामावली में नाम जोड़े जाने की अंतिम तिथि पर भी दलों के सवालों का उन्होंने जवाब दिया। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय के अधिकारियों ने बताया कि इस बार कानून में किए गए संशोधन के अनुसार निर्वाचन ड्यूटी में तैनात कर्मचारियों को केवल सुविधा केंद्र पर ही मतदान करना अनिवार्य होगा।

शिकायतों के त्वरित निराकरण के लिए प्रशिक्षण कल

विधानसभा निर्वाचन-2023 के दौरान विभिन्न माध्यमों से प्राप्त होने वाली शिकायतों के साफ्टवेयर के माध्यम से त्वरित निराकरण करने के लिए गुरुवार को प्रशिक्षण दिया जाएगा। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय के सभागृह में यह प्रशिक्षण मिलेगा। शिकायतों के त्वरित निराकरण के लिए तकनीक ईजाद की गई है। सभी नोडल अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि वे इस प्रशिक्षण में अनिवार्य रूप से मौजूद रहे।

टीएस सिंहदेव बने बीजेपी के लिए सबसे बड़ी चुनौती

रायपुर-   बीजेपी ने सीएम भूपेश बघेल को घेरने के लिए उनके निर्वाचन क्षेत्र पाटन के हाट सीट के लिए सांसद और सीएम के भतीजे विजय बघेल को मैदान में उतारा है, वहीं एक और हाट सीट अंबिकापुर में उपमुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव को टक्कर देने के लिए दमदार प्रत्याशी नहीं मिल पा रहा है।

भाजपा ने 2018 में अनुराग सिंहदेव को उतार कर देख लिया है। अनुराग सिंहदेव तीन बार टीएस सिंहदेव से भिड़ चुके है लेकिन सफलता हाथ नहीं लगी।

एक चर्चा तो ये है कि बीजेपी आलाकमान अब अम्बिकापुर से डमी कैंडिडेट उतारने के मूड में नही है और टी एस सिंहदेव के सामने जिताऊ कंडीडेट बीजेपी के लिए बड़ी चुनौती है। अब अनुराग सिंहदेव के चुनाव लड़ने से इंकार करने के बाद बीजेपी यहां उलझ कर रह गई है।

बीजेपी के पास जो पैनल है उसमें तीन नाम है लेकिन पत्ता खोल नहीं पा रही है। अंबिकापुर का चुनावी किला बीजेपी के संभावित प्रत्याशी से बहुत ऊंचा होने के कारण भाजपा के पास जो नाम है वो सिंहदेव के कद मुकाबले बहुत छोटा है।

बीजेपी की दूसरी सूची मे दूसरी हाई प्रोफाइल सीट अम्बिकापुर से बीजेपी ने कोई भी नाम तय नहीं कर पाई है। अब अम्बिकापुर के बीजेपी नेता और राजनीति म दिलचस्पी रखने वाले नेताओं मे मंत्रणा का दौर चल रहा है। गौरतलब है कि अम्बिकापुर सीट से डिप्टी सीएम टी एस सिंहदेव कांग्रेस के तय उम्मीदवार माने जा रहे है। ऐसे में इसके पहले बीजेपी में जिन तीन नाम को यहाँ से प्रत्याशी के लिए भेजा था। उस पर अब तक मुहर ना लग पाने से तरह तरह की चर्चाएँ होने लगी है।

14 सीट पर कांग्रेस कब्जा

सरगुजा संभाग की 14 सीटों पर 2018 में हुए चुनाव में सभी सीटों पर बीजेपी का हार का मुँह देखना पडा था. और कांग्रेस ने सभी 14 सीट जीतकर सूबे में कांग्रेस सरकार बनाने में अहम भूमिका निभाई थी। इसके साथ ही प्रदेश में कांग्रेस का 15 साल का वनवास भी खत्म हुआया था।

2018 के चुनाव में ये चर्चा थी कि अगर कांग्रेस सरकार बनती है तो टी एस सिंहदेव सीएम बनेंगे. और सरगुजिहा सरकार के नारे का ऐसा असर हुआ कि संभाग से बीजेपी का सूपडा साफ हो गया था। पर इस बार परिस्थितियाँ 2018 जैसी नहीं है। ऐसा खुद टी एस सिंहदेव सार्वजनिक मंच में कह चुके है। बहरहाल देखना दिलचस्प होगा कि आखिर जिस अम्बिकापुर सीट को लेकर बीजेपी आलाकमान इतनी लंबी मंत्रणा कर रहा है।उसका परिणाम क्या निकलता है।

अरविंद केजरीवाल: हम मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में पूरी ताकत से चुनाव लड़ेंगे


रायपुर- चुनाव आयोग ने पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया है। दिल्ली और पंजाब में सरकार बनाने के बाद आप के संयोजक सीएम अरविंद केजरीवाल ने छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश,राजस्थान में चुनाव लड़ने की ताल ठोंक दी है। चुनाव की तारीखों की घोषणा पर आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि हमारी तैयारी है, हम मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में पूरी ताकत से चुनाव लड़ेंगे।

वहीं, आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद और राष्ट्रीय संगठन महामंत्री डॉ संदीप पाठक ने कहा कि आम आदमी पार्टी विधानसभा चुनाव के लिए पूरी तरह से तैयार है। डॉ संदीप पाठक ने कहा कि पार्टी मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में पूरी ताकत के साथ चुनाव लड़ेगी।

उन्होंने कहा कि जनता ने सभी पार्टियों को बार-बार मौका दिया है, अब जनता ने आम आदमी पार्टी को मौका देने का मन बना लिया है। यह चुनाव बहुत निर्णायक होने वाला है।

आम आदमी पार्टी की तरफ से दी जाने वाली गारंटी पर राष्ट्रीय संगठन महामंत्री डॉ संदीप पाठक ने कहा कि एक समय ऐसा होता था जब शिक्षा, स्वास्थ्य सेवाएं, बिजली और पानी जैसे मुद्दे किसी भी राजनीतिक पार्टियों के चुनाव का एजेंडा नहीं होते थे। आम आदमी पार्टी ने चुनाव के पूरे परिपेक्ष को ही बदल कर रख दिया है।

आम आदमी पार्टी ने शिक्षा, स्वास्थ्य, बिजली, पानी, महिला सुरक्षा और रोजगार जैसे जनहित मुद्दों को अपना चुनावी एजेंडा बनाया। अब सारी पार्टियां भी आम आदमी पार्टी को कॉपी कर रही हैं। पर सब जानते हैं कि कॉपी तो कॉपी ही होती है। सब सबको पता है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गारंटी ओरिजिनल होती है और इसका जीता जागता सबूत दिल्ली और पंजाब हैं।

उन्होंने कहा कि आज छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और राजस्थान के हर गांव में आम आदमी पार्टी की कमेटी है। आम आदमी पार्टी का संगठन तीनों राज्यों में घर-घर तक फैला हुआ है। हम जनता के बीच में दिल्ली और पंजाब के गुड गवर्नेंस मॉडल को लेकर जा रहे हैं। अब जनता को झूठे वादे करने वाली सरकार नहीं चाहिए, इस बार जनता फ्री बिजली, पानी, स्वास्थ्य सेवाएं और शिक्षा देने वाली सरकार चाहती है।

जनता ने सभी पार्टियों को बार-बार आजमा कर देख लिया है अब जनता ने आम आदमी पार्टी को अपना मत देने का मन बना लिया है। आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह की गिरफ्तारी पर डॉक्टर संदीप पाठक ने कहा कि भाजपा चुनाव में मिलने वाली हार से बौखलाई हुई है। उनको पता चल गया है कि अब आम आदमी पार्टी को रोकना मुश्किल है इसीलिए वह इस तरह की गंदी राजनीति कर रही है।

आज जिस तरह से भाजपा देश की संस्थाओं को एक-एक कर के खत्म कर रही है यह देश के लिए खतरे की घंटी है। मुझे दुख होता है कि भारतीय जनता पार्टी ने अपने चुनावी एजेंडे के लिए देश की व्यवस्थाओं को तहस-नहस करने का काम किया है। किसी भी व्यवस्था को खड़ा करने में सदियां लग जाती हैं लेकिन भारतीय जनता पार्टी धीरे-धीरे इसे खत्म कर रही है। अपने चुनावी एजेंडे के लिए भाजपा देश के हितों को दांव पर लगा रही है।

यह बहुत ही गंदी राजनीति है और देश की जनता इसे बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं करेगी। राज्यसभा सांसद डॉक्टर संदीप पाठक ने आगे कहा कि आज 24 घंटे फ्री बिजली, फ्री शिक्षा, फ्री स्वास्थ्य सेवाएं, रोजगार, महिला संबंधित सुविधाएं जनता की मूलभूत जरूरतें हैं। इन सब से ही किसी भी देश का भविष्य निर्धारित होता है। हमारी राजनीति स्पष्ट तरीके से इन सभी मुद्दों पर आधारित है। इन सभी मुद्दों को लेकर हम मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में चुनाव लड़ने वाले हैं।

पांच सीटों को लेकर रमन सिंह का आया बयान


रायपुर-   भाजपा की दूसरी सूची जारी होने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह का बड़ा बयान सामने आया है। डॉ रमन सिंह ने कहा कि, 90 में से 85 सीटों पर प्रत्याशी घोषित हुए हैं। प्रत्याशियों के नामों की घोषणा के बाद कार्यकर्ताओं में उत्साह का माहौल है। 85 प्रत्याशियों में से 40-42 युवाओं को मौका मिला है।

डा. रमनसिंह ने कहा कि जारी हुई सूची में 14 महिलाओं को मौका दिया है और सभी वर्गों को व्यापक प्रतिनिधि देने का कार्य किया गया। बाकी पांच सीटों के उम्मीदवारों की घोषणा को लेकर पूर्व सीएम ने कहा कि, बची हुई पांच सीटों पर जल्द ही प्रत्याशियों के नाम घोषित किए जाएंगे। छत्तीसगढ़ में भाजपा के रूके पांच नामों को लेकर राजनीतिक चर्चा जोर पकड़ने लगा है।

पांच नामों को लेकर कयासों को दौर राजनीतिक पटल गरमागर्म बहस का मुद्दा भी बनते जा रहा है। आचार संहिता लगते ही भाजपा ने छत्तीसगढ़-मध्य प्रदेश और राजस्थान के उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी। भाजपा ने छत्तीसगढ़ में अपने प्रत्याशियों की दूसरी सूची जारी की। इस सूची में 64 प्रत्याशियों के नाम शामिल है।

केंद्रीय प्रशासनिक अधिकारी सुरक्षा व्यवस्था को पुख्ता करने पहुंचे रायपुर


रायपुर-   भारत निर्वाचन आयोग ने छत्तीसगढ़ समेत पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव 2023 की घोषणा कर दी है। जिसमें पहला चरण 7 नवंबर और दूसरे चरण की वोटिंग 17 नवंबर को होगी. छत्तीसगढ़ में दो चरणों में मतदान होना है. जिसमें पहले चरण में 20 सीटों पर और दूसरे चरण में 70 सीटों पर वोटिंग की जाएगी. पांचों राज्यों के चुनाव नतीजे एक साथ 3 दिसंबर को घोषित किए जाएंगे. अब चुनाव आयोग के ऐलान के साथ ही पांचों चुनावी राज्यों में आचार सहिंता लागू हो गई है। आचार संहिता लागू होते ही केंद्रीय प्रशासनिक अधिकारी सुरक्षा व्यवस्था को पुख्ता करने के लिए रायपुर पहुंचे हैं।

बता दें कि, छत्तीसगढ़ में आचार संहिता लगने के बाद प्रशासनिक गतिविधियां बढ़ गई है. केंद्रीय प्रशासनिक अधिकारियों का आना जाना शुरू हो गया है. इसी क्रम में आईबी के 2JD, 1AD और SPG के 1 DIG स्तर के अधिकारी रायपुर पहुंचे हैं. जहां वे राज्य पुलिस और चुनाव अधिकारियों समेत पैरा मिलिट्री के अधिकारियों के साथ बैठक में शामिल होंगे और आगामी विधानसभा चुनाव में सुरक्षा व्यवस्था पर चर्चा करेंगे।

मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों के साथ की बैठक


रायपुर-   मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी रीना बाबासाहेब कंगाले ने आज अपने कार्यालय के सभा कक्ष में सभी मान्यता प्राप्त राजनैतिक दलों के साथ बैठक की। बैठक में छत्तीसगढ़ विधानसभा आम निर्वाचन 2023 के दृष्टिगत प्रदेश में लागू आदर्श आचार संहिता, नॉमिनेशन प्रक्रिया एवं इलेक्शन एक्सपेंडिचर मॉनिटरिंग सिस्टम के संबंध में आवश्यक जानकारी प्रदान की गई।

रायपुर जिले की 8 विधानसभा सीटों के लिए अधिसूचना 21 अक्टूबर को जारी होगा यहां के लिए नये विधायक को चुनने 1879762 वोटर मतदान करेंगे। इनमें 45 हजार से अधिक 18-19 वर्ष वाले 45432 वोटर हैं।

डीआरओ ,कलेक्टर डॉ.सर्वेश्वर भूरे ने बताया कि इन सीटें के 1400 से अधिक पोलिंग बूथ पर वेब कास्टिंग से नजर रखी जाएगी। जो पांच हजार से अधिक ईवीएम के जरिए 17 नवंवर को मतदान करेंगे।इनमें सर्वाधिक बलौबाजार सीट पर हैं। जिले के हर विस क्षेत्र के हर मतदान केंद्र में औसतन एक हजार वोटर हैं।

हत्या के आरोपित आइएएस के भाई ने पांच साल बाद किया आत्मसमर्पण, ओवरटेक की वजह से हुआ था विवाद


रायपुर-  नवा रायपुर में पांच साल पहले हुई कंस्ट्रक्शन कंपनी के सुपरवाइजर की हत्या मामले में फरार आरोपित मुख्य आरोपित वरुण कौशल ने मंदिर हसौद थाने में आत्मसमर्पण किया है। आरोपित वरुण ने वर्ष 2018 में अपने साथी समीर सहित अन्य साथियों के साथ मिलकर कंस्ट्रक्शन कंपनी के सुपरवाइजर तुहिन मलिक को चाकू से गोदकर मौत के घाट उतार दिया था। इसके बाद से वह लगातार फरार चल रहा था। पुलिस आरोपित को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया। आरोपित वरुण कौशल प्रदेश की एक महिला आइएएस अधिकारी का भाई है। आरोपित के खिलाफ राजधानी के अलग-अलग थानों में हत्या, हत्या की कोशिश, अपहरण, बलवा, उगाही, मारपीट समेत कुल 11 गंभीर अपराधिक प्रकरण दर्ज हैं।

यह है मामला

10 मार्च 2018 की आधी रात कंस्ट्रक्शन कंपनी के सुपरवाइजर तुहिन मलिक की बेरहमी से चाकू मारकर हत्या कर दी गई थी। हत्या के पीछे कार रेसिंग के दौरान तुहिन मलिक की गाड़ी को ओवरटेक कर दोपहिया वाहन सवार निकला था। इसे लेकर विवाद इतना बढ़ा कि वरुण कौशल ने कार में सवार तीन साथियों के साथ मिलकर तुहिन और इंजीनियर अलंकार पाल पर चाकू से ताबड़तोड़ हमला कर दिया था।

इस घटना में गंभीर रूप से घायल तुहिन की मौत हो गई थी। मामले में पुलिस ने अभिषेक नागवंशी उर्फ बिट्टू और अभिलाष नागवंशी उर्फ बाबी को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। वहीं मुख्य आरोपित वरुण कौशल और समीर लगातार फरार चले रहे थे। वरुण ने आत्मसमर्पण कर दिया है। वहीं समीर अब भी फरार है।

पांच वर्ष में नहीं खोज सकी पुलिस

घटना को पांच वर्ष बीतने के बाद भी पुलिस आरोपित को नहीं पकड़ सकी थी। पुलिस ने इस मामले में 10 दिन के भीतर दो आरोपितों को पकड़ लिया था। पूछताछ में वरुण कौशल का नाम आने के बाद से कई तरह की बातें सामने आने लगी थी। पांच वर्ष बीतने के बाद भी आरोपित को पुलिस पता नहीं लगा सकी। उसकी कोई फोटो तक पुलिस ने जारी नहीं की थी। वहीं आत्मसमर्पण के बाद भी आरोपित को फोटो जारी नहीं की गई।