सिक्किम में आई बाढ़ में सेना के 8 जवानों के मिले शव ,राजनाथ सिंह और आर्मी चीफ ने जताया शोक



नई दिल्ली :- रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि सिक्किम में अचानक आई बाढ़ के बाद लापता हुए सैनिकों के एक समूह में शामिल आठ सैन्यकर्मियों के शव शनिवार को बरामद कर लिए गए. 

राजनाथ ने सिक्किम में बादल फटने से आई बाढ़ के कारण लोगों की मौत पर भी शोक व्यक्त किया.रक्षा मंत्री ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, 'हाल ही में सिक्किम में एक हिमनदी झील के फटने से आई बाढ़ में आठ सैन्यकर्मियों सहित बहुमूल्य जिंदगियों की दुखद क्षति से बहुत दुखी हूं.' सिंह ने कहा कि 'लापता 23 सैनिकों में से एक को बचा लिया गया जबकि आठ बहादुर सैनिकों के शव बरामद कर लिए गए. राष्ट्र की सेवा में अग्रिम क्षेत्रों में तैनात रहते हुए उनके बलिदान को भुलाया नहीं जाएगा.

उन्होंने कहा कि 'शेष 14 सैनिकों और लापता नागरिकों को बचाने के लिए तलाशी अभियान जारी है.' आर्मी चीफ मनोज पांडे ने भी शोक जताया है. उन्होंने ट्वीट किया 'दुख की इस घड़ी में हम शोक संतप्त परिवारों के साथ मजबूती से खड़े हैं।

शेष 14 लापता सैनिकों और अन्य नागरिकों का पता लगाने और उन्हें बचाने के लिए ठोस खोज और बचाव प्रयास जारी हैं.सिक्किम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एसएसडीएमए) की रिपोर्ट के अनुसार, मरने वालों की संख्या 26 दर्ज की गई और 142 लोग अभी भी लापता बताए जा रहे हैं.

इसमें कहा गया है कि 2413 लोगों को बचाया गया है और अचानक आई बाढ़ में 1203 घर क्षतिग्रस्त हो गए हैं.

सिक्किम के मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग ने शनिवार को कहा कि 'राज्य के मंगन जिले के चुंगथांग में 1200 मेगावाट का बांध टूटने के बाद तीस्ता नदी में अचानक आई बाढ़ से सबसे ज्यादा नुकसान हुआ.' 

उन्होंने राज्य में पिछली सरकार पर घटिया निर्माण कार्य का आरोप लगाया. सीएम ने स्थिति का आकलन करने के लिए मंगन के नागा गांव में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों और राहत शिविरों का दौरा किया और आज सुबह वहां लोगों से बातचीत की।

सिक्किम हिमालय में ल्होनक ग्लेशियर 3 अक्टूबर को फट गया. झील का एक किनारा टूटने से तीस्ता में जल स्तर बढ़ गया और राज्य के कई इलाके जलमग्न हो गए. सिक्किम सरकार ने सिंगतम, रंगपो, डिक्चू और आदर्श गांव में 18 राहत शिविर स्थापित किए हैं, जहां सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है।

हालांकि, चुंगथांग से कनेक्टिविटी की कमी के कारण, वहां राहत शिविर भारतीय सेना और अन्य अर्धसैनिक बलों द्वारा स्थापित किए जा रहे हैं.

कलम के जादूगर और हिंदी साहित्य के महान कथाकार मुंशी प्रेमचंद की आज पुण्य तिथि, आइये जानते हैं उनके रचनाओं से संग्रहित उनके महान विचार ...!


दिल्ली: 8 अक्टूबर आज हिंदी साहित्य के प्रमुख कहानीकार और कलम के जादूगर कहे जाने वाले मुंशी प्रेमचंद की पुण्यतिथि है। आज ही के दिन वनारस में उनका निधन हुआ था।

वे हिंदी और उर्दू के महानतम लेखकों में शुमार थे। मुंशी प्रेमचंद को शरतचंद्र चट्टोपाध्याय ने उपन्यास सम्राट कहकर संबोधित किया था। प्रेमचंद ने हिंदी कहानी और उपन्यास की एक ऐसी परंपरा का विकास किया, जिसने पूरी सदी के साहित्य का मार्गदर्शन किया है।

साहित्य की यथार्थवादी परंपरा की नींव रखने वाले प्रेमचंद का लेखन हिंदी साहित्य की एक ऐसी विरासत है, जो हिंदी की विकास यात्रा को संपूर्णता प्रदान करती है। 

मुंशी प्रेमचंद द्वारा लिखित गबन, गोदान, निर्मला, मानसरोवर, कफन आदि कई किताबें बहुत प्रसिद्ध है। जिसमे उन्होंने समाज के उस तस्बीर को सामने रखा है जिसको पढ़कर हर आदमी को महसूस होता है कि वह उसकी अपनी कहानी है। अपने उपन्यास में वे ग्रामीण परिवेश, सामाजिक ताना बाना, महाजन की शोषण, कृषकों की पीड़ा और पारिवरिक जटिल रिश्तों के उस यथार्थ तस्बीर को प्रस्तुत किया है जिसको पढ़ने के बाद हर पाठक एक ऐसे दुनिया में खो जाता है जहां वह हर पात्रों को अपने आंखों जे सामने महसूस करता है।

 मुंशी प्रेमचंद ने कहानी, नाटक, उपन्यास के साथ हिंदी साहित्य के अन्य विधाओं में भी लिखा, वे बहुमुखी प्रतिभा के भी धनी थे। जीवन भर लिखते रहे, इस दौरान वे कई विकट परिस्थितियों से गुजड़े लेकिन साहित्य उनके जीवन के एक साधना था।

 मुंशी प्रेमचंद का जन्म 31 जुलाई 1880 को हुआ था। उनकी मृत्यु 08 अक्टूबर 1936 को हुई। आज मुंशी प्रेमचंद जी की पुण्यतिथि पर जानते हैं उनके अनमोल विचार। उनके ये विचार आज भी लोगों के लिए प्रेरणास्त्रोत है।

1. आशा उत्साह की जननी है। आशा में तेज है, बल है, जीवन है। आशा ही संसार की संचालक शक्ति है।

 

2. आदमी का सबसे बड़ा शत्रु उसका अहंकार है।

 

3. आत्मसम्मान की रक्षा हमारा सबसे पहला धर्म ओर अधिकार है।

 

 

4. निराशा संभव को अससंभव बना देती है।

 

5. सोने और खाने का नाम जिंदगी नहीं है, आगे बढ़ते रहने की लगन का नाम ही जिंदगी हैं।

6. कुल की प्रतिष्ठा भी सदव्यवहार और विनम्रता से होती है, हेकड़ी और रौब दिखाने से नहीं।

 

7. आकाश में उड़ने वाले पंछी को भी अपना घर याद आता है।

 

8. अन्याय होने पर चुप रहना, अन्याय करने के ही समान है।

 

9. दौलतमंद आदमी को जो सम्मान मिलता है, वह उसका नहीं, उसकी दौलत का सम्मान है।

 

10. जीवन का सुख दूसरों को सुखी करने में है, उनको लूटने में नहीं।

 

11. न्याय और नीति सब लक्ष्मी के ही खिलौने हैं। इन्हें वह जैसे चाहती है, नचाती है।

12. संतान वह सबसे कठिन परीक्षा है जो ईश्वर ने मनुष्य को परखने के लिए गढ़ी है।

 

13. आलोचना और दूसरों की बुराइयां करने में बहुत फर्क है। आलोचना करीब लाती है और बुराई दूर करती है।

 

14. क्रोध मौन सहन नहीं कर सकता हैं। मौन के आगे क्रोध की शक्ति असफल हो जाती है। 

 

15. प्रेम एक बीज है, जो एक बार जमकर फिर बड़ी मुश्किल से उखड़ता है।

 

16. स्वार्थ में मनुष्य बावला हो जाता है।

 

17. कार्यकुशल व्यक्ति की सभी जगह जरूरत पड़ती है।

 

18. कुल की प्रतिष्ठा भी विनम्रता और सद्‍व्यवहार से होती है, हेकड़ी और रुआब दिखाने से नहीं।

19. विलासियों द्वारा देश का उद्धार नहीं हो सकता। उसके लिए सच्चा त्यागी होना पड़ेगा।

 

20. घर सेवा की सीढ़ी का पहला डंडा है। इसे छोड़कर तुम ऊपर नहीं जा सकते।

 

21. जीवन का वास्तविक सुख, दूसरों को सुख देने में है; उनका सुख छीनने में नहीं।

 

22. उपहास और विरोध तो किसी भी सुधारक के लिए पुरस्कार जैसे हैं।

 

23. अधिकार में स्वयं एक आनंद है, जो उपयोगिता की परवाह नहीं करता।

 

24. धन खोकर अगर हम अपनी आत्मा को पा सकें तो यह कोई महंगा सौदा नहीं।

 

25. गलती करना उतना गलत नहीं, जितना उसे दोहराना है।

दिल्ली:दिल्ली पुलिस ने आईआईटी के चपरासी को लेडिस बाथरूम में न्यूड वीडियो बनाने के आरोप में किया गिरफ्तार


दिल्ली:- दिल्ली पुलिस ने आईआईटी के एक चपरासी को गिरफ्तार किया है. आरोप है कि वह लेडीज बाथरूम में चुपके से मोबाइल छुपाकर रख देता था और छात्राओं की अश्लील वीडियो बनाता था।

एक छात्रा ने उसे ऐसा करते हुए रंगेहाथों पकड़ लिया. जिसके बाद थाने में तहरीर दी. फिलहाल चपरासी को कोर्ट में पेश करके न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। 

दिल्ली:इजरायल और फिलिस्तीन में जारी जंग के बीच फसी फिल्म अभिनेत्री नुसरत भरुचा, नहीं हो पा रहा संपर्क


दिल्ली:- इजरायल और फिलिस्तीन में जारी जंग के बीच बॉलीवुड से भी परेशान करने वाली खबर आई है. सामने आया है कि, अभिनेत्री नुसरत भरुचा इजराइल में फंस गई हैं।

हाइफा अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में भाग लेने के लिए वहां गई थीं. उनकी टीम के एक सदस्य ने इसे शेयर करते हुए कंफर्म किया है. उनकी टीम की ओर से दिए गए मैसेज के अनुसार आखिरी बार जब उनसे संपर्क किया गया . इस दौरान वह एक बेसमेंट में थीं और सुरक्षित थीं.

दिल्ली:राहुल गांधी अगले सप्ताह तेलंगाना में कांग्रेस पार्टी की एकता बस यात्रा करेंगे शुरू,सभी 119 विधानसभा क्षेत्रों से गुजरेगी

नई दिल्ली :-राहुल गांधी अगले सप्ताह तेलंगाना में कांग्रेस पार्टी की एकता बस यात्रा शुरू करेंगे जो सभी 119 विधानसभा क्षेत्रों से गुजरेगी और इसमें पार्टी के शीर्ष नेता शामिल होंगे.तेलंगाना के एआईसीसी प्रभारी माणिकराव ठाकरे ने ईटीवी भारत को बताया, 'हां, हमने राहुलजी को अगले सप्ताह के लिए आमंत्रित किया है.

तारीखों पर काम किया जा रहा है. हम सभी शीर्ष नेताओं को भी आमंत्रित करेंगे.पार्टी के अंदरूनी सूत्रों के अनुसार, जहां राहुल राज्य टीम में एकता प्रदर्शित करने के उद्देश्य से बस यात्रा शुरू करेंगे।

वहीं अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, प्रियंका गांधी वाड्रा, सभी चार मुख्यमंत्री और जयराम रमेश और दिग्विजय सिंह जैसे वरिष्ठ पार्टी पदाधिकारी भी शक्ति प्रदर्शन में विभिन्न निर्वाचन क्षेत्रों में काफिले में शामिल होंगे।

पार्टी के अंदरूनी सूत्रों ने कहा कि बस यात्रा 15 या 16 अक्टूबर को शुरू होने की संभावना है और एक महीने में सभी 119 विधानसभा सीटों को कवर करेगी. अंदरूनी सूत्रों ने कहा कि योजना की तारीख और विवरण तय करने के लिए 7 अक्टूबर को हैदराबाद में राज्य इकाई की एक बैठक होनी है।

बस यात्रा कांग्रेस को सत्तारूढ़ बीआरएस के साथ-साथ भाजपा पर निशाना साधने का एक और मौका प्रदान करेगी. राहुल ने हाल ही में पीएम मोदी के एक बयान का हवाला देते हुए बीआरएस और बीजेपी की साठगांठ की आलोचना की थी कि बीआरएस प्रमुख केसी राव पहले एनडीए में शामिल होना चाहते थे।

एआईसीसी के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने कहा, 'यही कारण है कि राहुल ने बीआरएस को विपक्षी गठबंधन इंडिया में शामिल होने से साफ मना कर दिया था. वह हमेशा बीआरएस से हाथ मिलाने के खिलाफ रहे हैं.' पार्टी की योजना बड़ी संख्या में लोगों को शामिल करने की है ताकि बस यात्रा के लिए अधिकतम आकर्षण हासिल किया जा सके, जिसे राहुल की एक भव्य रैली के बाद शुरू किया जाएगा.

इसके अनुसार, प्रियंका गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे, कर्नाटक के मुख्यमंत्री के सिद्धारमैया, उपमुख्यमंत्री डीके शिव कुमार, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू की भागीदारी की सुविधा के लिए तारीखों पर काम किया जा रहा है।

पार्टी के सूत्रों ने कहा कि इसके अलावा, दिग्विजय सिंह और जयराम रमेश जैसे वरिष्ठ नेता भी इसमें शामिल हो सकते हैं. ये राष्ट्रीय नेता पीसीसी नेताओं का साथ देने के लिए विशेष बिंदुओं पर बस यात्रा में शामिल होंगे.रेवंत रेड्डी ने कहा, 'प्रियंका गांधी को नवरात्रि के दौरान राज्य का दौरा करना चाहिए और बथुकम्मा समारोह में शामिल होना चाहिए।

इससे राज्य कांग्रेस, खासकर महिला मतदाताओं को बढ़ावा मिलेगा.पार्टी के अंदरूनी सूत्रों ने कहा कि प्रियंका के इस महीने के अंत या नवंबर के पहले सप्ताह में महिला चार्टर पेश करने और निज़ामाबाद में एक रैली को संबोधित करने के लिए तेलंगाना का दौरा करने की उम्मीद है।

यह यात्रा कर्नाटक में दो दिग्गजों के. सिद्धारमैया और डीके शिव कुमार के बीच एकता प्रदर्शित करने के लिए पार्टी द्वारा चलाए गए इसी तरह के अभियान की तर्ज पर बनाई गई है.

तेलंगाना में कांग्रेस के प्रदर्शन का नेतृत्व राज्य इकाई के प्रमुख रेवंत रेड्डी और सीएलपी नेता भट्टी विक्रमार्क कर रहे हैं, जिन्होंने पिछले हफ्तों में कई बीआरएस और भाजपा नेताओं को शामिल किया है. 

शुक्रवार को बीआरएस नेता कासिरेड्डी नारायण रेड्डी और ठाकुर बालाजी सिंह के साथ-साथ कलवाकुर्थी विधानसभा क्षेत्र के 100 से अधिक अन्य नेता खड़गे की उपस्थिति में कांग्रेस में शामिल हो गए.चूंकि यात्रा चुनाव आयोग द्वारा चुनाव की तारीखों की घोषणा के कुछ दिनों बाद शुरू होगी।

कुछ पार्टी नेताओं ने बताया कि यात्रा खर्च का प्रबंधन एक मुद्दा हो सकता है. एआईसीसी पदाधिकारी ने कहा, 'नहीं, यह कोई समस्या नहीं होगी. यात्रा चलती रहेगी. जिसे भी शामिल होना है वह एक विशेष निर्वाचन क्षेत्र में शामिल होगा.

अगर आप घूमने के शौकीन हैं मगर बजट कम है,तो परेशान ना हो,आइए जानते हैं भारत में घुमने के लिए सबसे सस्ती जगह, मात्र 5 से 7 हजार का होगा खर्चा


 दिल्ली:- आज कल के इस व्यस्त जिंदगी में लोग अपने जिम्मेदारियों के कारण अपने कई शोक होते है जो पूरा नहीं कर पाते है इस भागदौड़ की जिंदगी में लोग शरीर से भी और दिमाग से भी थक जाते है,पर अपने लिए वक्त नहीं निकाल पाते है अपने आप को रिलैक्स करने के लिए नए अनुभव के लिए बाहर घूमने से जगह भी चेंज होगा और थोड़ा रिलेक्स भी होंगे और फिर से नई ऊर्जा के साथ नए अनुभव के साथ अपने काम को अच्छे से कर पाएंगे क्योंकि लोग हमेशा काम करते-करते बोर हो जाते हैं तो इसके लिए घूमना फिरना एक बेहतर ऑप्शन है लेकिन बजट कम होने के कारण कई लोग घूम नहीं पाते हैं आज हम आपको बता रहे हैं कम बजट में कहां-कहां घूम सकते हम लोग। घूमना फिरना हर किसी को पसंद है कम बजट है तो कोई दिक्कत अब आपका यह शौक भी पूरा हो जाएगा क्योंकि आज हम आपको कुछ ऐसी जगहों के बारे में बताएंगे जो न सिर्फ घूमने के लिए बेहतरीन हैं बल्कि आपके बजट में भी हैं। आप करीब 5-7 हजार रुपये में इन खूबसूरत जगहों की सैर कर सकते हैं। आइए जानते हैं इन जगहों के बारे में।

मुक्तेश्वर :

अगर आप एडवेंचर के शौकीन हैं तो इस बार मुक्तेश्वर जाने का प्लान बना सकते हैं। यहां रॉक क्लाइंबिंग से लेकर रैपलिंग, कैंपिंग, पैराग्लाइडिंग आदि कई विकल्प मौजूद हैं और यह जगह आपके बजट में भी है।

जयपुर :

राजस्थान का जयपुर घूमने के लिए बेस्ट डेस्टिनेशन है। यहां की संस्कृति, पहनावा और खानपान पूरी दुनिया में मशहूर है। हर साल लाखों पर्यटक इस जगह पर घूमने आते हैं। यहां आकर आपको कई ऐतिहासिक चीजें देखने को मिलेंगी और इस शहर की खूबसूरती आपका मन मोह लेगी।

यहां तक कैसे पहुंचे -

दिल्ली से लगभग 5 घंटे का सफर तय करके आप इस खूबसूरत जगह पर पहुंच सकते हैं।

कब जाएं -

अक्टूबर से मार्च तक का महीना यहां घूमने के लिए परफेक्ट है।

अमृतसर:

गोल्डेन टेंपल के लिए मशहूर अमृतसर बजट में घूमने के लिए बेस्ट ऑप्शन है। वाघा बॉर्डर हो या जलियांवाला बाग, इन जगहों पर घूमने के लिए आपको कोई पैसा खर्च नहीं करना पड़ेगा। यहां आकर आप यहां के स्वादिष्ट व्यंजनों का आनंद ले सकते हैं। सबसे अच्छी बात यह है कि इसके लिए आपको ज्यादा पैसे भी खर्च नहीं करने पड़ेंगे।

यहां तक कैसे पहुंचे -

दिल्ली से अमृतसर के लिए बसें चलती रहती हैं, जो यहां पहुंचने का सस्ता और आसान तरीका है। यहां तक पहुंचने के लिए आप ट्रेन भी बुक कर सकते हैं।

कब जाएं -

आप इस जगह पर अक्टूबर से अप्रैल के बीच जा सकते हैं।

आम आदमी पार्टी के राज्य सभा सांसद राघव चड्ढा को बड़ा झटका, कोर्ट ने सरकारी बंगला खाली करने का दिया आदेश


नई दिल्ली:- दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट ने पंजाब से आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा को टाइप 7 बंगला खाली करने का आदेश दिया है. पटियाला हाउस कोर्ट ने राज्यसभा सचिवालय के बंगले को खाली करने के नोटिस को सही ठहराया है. साथ ही कोर्ट ने अपने उस अंतरिम आदेश को भी वापस ले लिया है, जिसमें राघव चड्ढा से बंगला न खाली कराने का निर्देश दिया गया था।

इससे पहले, राज्यसभा सचिवालय ने राघव चड्ढा को टाइप-7 बंगला खाली करने का आदेश दिया गया था. इसके खिलाफ उन्होंने कोर्ट का रुख किया था. शुक्रवार को पटियाला हाउस कोर्ट ने कहा कि राज्यसभा सचिवालय के आदेश पर राघव चड्ढा को यह बंगला खाली करना ही होगा.

दरअसल आम आदमी पार्टी के पंजाब से पहली बार राज्यसभा सांसद बने राघव चड्ढा को राज्यसभा सचिवालय ने गलती से पंडरा रोड पर टाइप-7 बंगला आवंटित कर दिया था. जबकि, नियमानुसार पहली बार सांसद बने व्यक्ति को सरकारी फ्लैट आवंटित किया जाता है. लेकिन जैसे ही राज्यसभा सचिवालय को अपनी इस भूल का ख्याल आया, उसने चड्ढा को बंगला खाली करने का आदेश जारी कर दिया।

राघव चड्ढा ने यह दावा किया कि एक बार बंगला अलॉट होने के बाद वह छह साल तक सांसद रहेंगे और तब तक उनसे इस बंगले को खाली नहीं कराया जा सकता।

दिल्ली:कल के बाद 2 हजार के नोट हो जाएंगे रद्दी,अभी तक कई लोगो ने नही बदले दो हजार का नोट

नई दिल्ली : 2000 के गुलाबी नोट को वापस करने की डेडलाइन कल यानी 7 अक्टूबर 2023 को समाप्त होने वाली है. अभी तक कई लोगों ने 2000 के नोट को बदला नहीं है ना ही जमा करवाया है. बता दें कि भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने 29 मई 2023 को गुलाबी नोट को बाजार से वापस लेने का ऐलान किया था. इसके बाद बैंक ने इसे लौटाने के लिए आखिरी तारीख 30 सितंबर रखा था, जिसे बढ़ा कर 7 अक्टूबर कर दिया गया था।

आरबीआई के मुताबिक, 2000 के 3.56 लाख करोड़ रुपये के नोट में से 12,000 करोड़ रुपये अब तक वापस नहीं किए गए है. बता दें कि 7 अक्टूबर के बाद 2000 के नोट वैध मुद्रा बने रहेंगे, लेकिन इन्हें केवल आरबीआई कार्यालय में ही बदला जाएगा।

8 अक्टूबर के बाद से बैंक ब्रांच में नोट जमा करना या बदलने की सुविधाएं बंद कर दी जाएंगी. इसके बाद से लोगों को नोट बदलने के लिए आरबीआई के मौजूदा 19 कार्यालय में बदलना होगा।

13 फीसदी नोट अभी भी बाजार में मौजूद नोट को आरबीआई कार्यालय के पते पर कही से भी इंडिया पोस्ट के माध्यम से भेज सकते है. आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने बताया कि अब तक 2000 के 87 फीसदी नोट बैंक को वापस किए गए है. 

रिजर्व बैंक के पास 29 सितंबर तक 3.42 लाख करोड़ रुपये नोट वापस आ गए है, जबकि 14,000 करोड़ रुपये के नोट अभी भी आना बाकी है. इसके बाद केंद्रीय बैंक ने नोट वापस करने के लिए एक हफ्ते का समय सीमा बढ़ा दिया था।

दिलचस्प : गांव के एक शख्स की वजह से बन गया बॉलीवुड का सबसे बड़ा विलेन,आज भी बच्चो को उनके नाम लेकर डराया जाता हैं।

नयी दिल्ली : 'यहां से पचास-पचास कोस दूर गांव में जब बच्चा रात को रोता है, तो मां कहती है बेटा सो जा नहीं तो गब्बर आ जाएगा...', यह डायलॉग सुनकर आज भी लोगों की रूह कांप जाती है. इस छोटे बच्चे ने बड़े होकर जब यह डायलॉग बोला तो बच्चा-बच्चा उनसे डरने लगा. आप पहचान तो गए ही होंगे कि हम किस सितारे की बात कर रहे हैं. अगर आपको अब तक नहीं समझ आया तो बता दें कि ये बच्चा बॉलीवुड का सबसे खूंखार विलेन अमजद खान है।

गांव के एक शख्स की वजह से बना 'गब्बर'

अमजद खान का गब्बर वाला किरदार बहुत फेमस हुआ, लेकिन क्या आप जानते हैं कि उन्हें डायलॉग डिलीवरी की प्रेरणा किससे मिली? एक्टर के डायलॉग डिलीवरी का जो अंदाज था, वो न तो फिल्म डायरेक्टर और न ही किसी स्क्रिप्ट राइटर ने उन्हें बताया था. दरअसल, एक्टर के गांव में एक कपड़े धोने वाला शख्स था, जिसके बात करने का अंदाज बहुत अलग था।

अमजद खान उसके स्टाइल से बहुत प्रभावित थे और उसे गौर से सुनते थे. ऐसे में जब उन्हें गब्बर का रोल मिला तो उसे उन्होंने उसी के अंदाज में ही बोला, जिसके बाद रमेश सिप्पी ने भी उनकी तारीफ की. इस तरह से गब्बर के बोलने का स्टाइल भी फेमस हो गया।

अमजद खान से प्यार करती थीं ये एक्ट्रेस

आपको बता दें कि अमजद खान ने शैला खान से शादी की थी, जो कॉलेज टाइम में उन्हें भैया कहा करती थीं. जानकर हैरान रह जाएंगे कि अमजद खान से एक एक्ट्रेस बेइंतहा प्यार करती थीं और उनके लिए ताउम्र अकेली रह गईं।

फिल्म राजा हिंदुस्तानी के गाने परदेसी परदेसी में बंजारन के रोल में नजर आईं कल्पना अय्यर अपने टाइम की मशहूर एक्ट्रेस थीं.एनएफ कल्पना अय्यर अमजद खान से बहुत प्यार करती थीं. वे उनके प्यार में इस कदर दीवानी थीं कि उनकी मौत के बाद उन्होंने कभी शादी नहीं की.

दिल्ली में आपको मिल जाएगा 18 रुपए में 2 प्रकार की सब्जी, 4 पूड़ी और एक कटोरी चावल और अचार


नयी दिल्ली : देशभर में दिल्ली अपने अनोखे ऐतिहासिक जगहों के लिए जानी जाती है. इसलिए यहां लोग घूमने-फिरने और स्वादिष्ट व्यंजनों का लुत्फ उठाने आते हैं. हालांकि, इन जगहों पर काफी महंगे फूड मिलते हैं. लेकिन अगर आप साउथ दिल्ली में सस्ते फूड स्पॉट की तलाश कर रहे हैं, तो आपको परेशान होने की जरूरत नहीं हैं. क्योंकि साउथ दिल्ली में एक ऐसी जगह है जहां आप केवल 18 रुपए में स्वादिष्ट खाने का लुत्फ उठा सकते हैं।

दिल्ली के लाल क़िला के सामने जन आहार के नाम से यह स्टॉल हैं. इस स्टॉल को मंगल अंकल चलाते हैं, लेकिन इस स्टॉल के मालिक प्रेम हैं. ये 13 साल से लोगों को कम कीमत में खाना खिला रहे हैं।

यहां पर आपको 18 रुपए में 2 प्रकार की सब्जी, 4 पूड़ी और एक कटोरी चावल और अचार मिल जाएगा. अगर आप लाल क़िला घूमने आए हैं और कम क़ीमत में अच्छा खाना खाना चाहते हैं तो आपको यहां कम दाम पर घर जैसा स्वादिष्ट खाना मिल जाएगा।

आपको बता दें कि इनकी यह स्टॉल हफ्ते में 7 दिनों लगता है। 

जानें टाइमिंग और लोकेशन

जन आहार स्टॉल सुबह 9 बजे से लेकर शाम 6 बजे तक खुला रहता है. वहीं, आप यहां जाने के लिए बस और मेट्रो दोनों का प्रयोग कर सकते हैं. यहां का नियरेस्ट मेट्रो स्टेशन लाल क़िला है और इसका बस स्टैंड भी लाल क़िला है।