सीएम नीतीश कुमार ने पटना स्थित दरगाह हजरत शाह जलाल शहीद रहमतुल्लाह अलैह की मजार पर दी हाजिरी, प्रदेश के लिए मांगी अमन-चैन की दुआ

डेस्क : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार को नेहरू पथ स्थित दरगाह हजरत शाह जलाल शहीद रहमतुल्लाह अलैह की मजार पर हाजिरी दी। उन्होंने बड़े अदब के साथ दरगाह हजरत शाह जलाल शहीद रहमतुल्लाह अलैह की मजार पर चादरपोशी की। अकीदत के फूल पेश किये।

इस अवसर पर इमाम मौलाना अजमतुल्लाह रहमानी ने मुख्यमंत्री को राज्य की सुख, शांति एवं समृद्धि के लिए दुआ करायी। दरगाह हजरत शाह जलाल शहीद रहमतुल्लाह अलैह की प्रबंधन समिति की तरफ से मुख्यमंत्री को अंगवस्त्रत्त् एवं पुष्प गुच्छ भेंटकर उनका स्वागत किया गया।

इस अवसर पर वित्त, वाणिज्य कर एवं संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी, अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री मो. जमा खान, बिहार राज्य सुन्नी वक्फ बोर्ड के चेयरमेन मो. इर्शादुल्लाह, बिहार राज्य शिया वक्फ बोर्ड के चेयरमेन मो. अफजल अब्बास, मजार शरीफ प्रबंधन समिति के अध्यक्ष मेजर इकबाल हैदर खान, सचिव मो. तहसीन नदीम, जिलाधिकारी चन्द्रशेखर सिंह आदि रहे।

बिहार में चार अक्टूबर तक कई जिलों में भारी बारिश की संभावना, पढ़ें मौसम का ताजा अपडेट

औरंगाबाद: बिहार में कही हल्की तो कही भारी बारिश के बीच मौसम विभाग ने बारिश को लेकर अलर्ट जारी किया है। 

मौसम विभाग ने बिहार में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। 4 अक्टूबर तक राज्य के कई जिलों में भारी बारिश होने की संभावना है।

आईएमडी की ओर से जारी किये गये अलर्ट के अनुसार बिहार में 2 यानि सोमवार और 3 अक्टूबर को भारी हो सकती है।

मौसम विभाग की ओर से जारी अलर्ट के अनुसार बिहार में पटना सहित 17 जिलों में भारी बारिश होने की आशंका है। 

भागलपुर, बांका, कटिहार, पूर्णिया और पूर्वी चंपारण, गोपालगंज, सारण, वैशाली, पटना, भोजपुर में भी कुछ स्थानों पर भारी बारिश की चेतावनी दी गई है।

दो अक्टूबर को पांच जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। 3 और 4 अक्टूबर को भी राज्य के अधिकांश हिस्सों में बारिश की संभावना है। इसे लेकर मौसम विभाग की ओर से अलग-अलग जिलों के लिए ऑरेंज और येलो अलर्ट जारी किया गया है।

उल्लेखनीय है कि बिहार के छह जिलों पूर्वी चंपारण, गोपालगंज, शिवहर, सीतामढ़ी, सिवान, पश्चिमी चंपारण में सामान्य से बहुत कम बारिश हुई है तो राज्य के 9 जिलों में औरंगाबाद, भभुआ, अरवल, भोजपुर, मुजफ्फरपुर,किशनगंज, मधुबनी, पटना और सारण जिले में सामान्य से कम बारिश दर्ज की गई है।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

जाति आधारित सर्वे के आधार पर सभी वर्गों के विकास एवं उत्थान के लिए होगी अग्रेतर कार्रवाई : नीतीश कुमार

डेस्क : मुख्यमंत्री कुमार ने कहा कि गांधी जयंती के शुभ अवसर पर बिहार में कराई गई जाति आधारित गणना के आंकड़े प्रकाशित कर दिए गए हैं। जाति आधारित गणना से न सिर्फ जातियों के बारे में पता चला है, बल्कि सभी की आर्थिक स्थिति की जानकारी भी मिली है। इसी के आधार पर सभी वर्गों के विकास एवं उत्थान के लिए अग्रेतर कार्रवाई की जाएगी।

उन्होंने जाति आधारित गणना के कार्य में लगी हुई पूरी टीम को बधाई भी दी। 

उन्होंने कहा कि आज मंगलवार को दिन में साढ़े तीन बजे विधानसभा के उन 9 दलों की बैठक बुलाई जाएगी, जिनकी बैठक पहले की गयी थी। उन्हें जाति आधारित गणना के परिणामों से अवगत कराया जाएगा। 

बीते सोमवार को ट्वीट कर मुख्यमंत्री ने कहा कि गणना के लिए सर्वसम्मति से विधानमंडल में प्रस्ताव पारित किया गया था। विधानसभा के सभी 9 दलों की सहमति से निर्णय लिया गया था कि राज्य सरकार अपने संसाधनों से जातिय गणना कराएगी।

बिहार में जातीय जनगणना के आंकड़े जारी होने के बाद आई CM नीतीश और लालू यादव की प्रतिक्रिया, पढ़िए क्या कहा

 बिहार में नीतीश सरकार ने जातीय जनगणना के आंकड़े जारी कर दिए हैं। सरकार की सर्वे रिपोर्ट के अनुसार, बिहार में 36 प्रतिशत अत्यंत पिछड़ा, 27 प्रतिशत पिछड़ा वर्ग, 19 प्रतिशत से थोड़ी अधिक अनुसूचित जाति तथा 1.68 प्रतिशत अनुसूचित जनजाति की जनसंख्या है। वहीं रिपोर्ट जारी होने के पश्चात् सीएम नीतीश कुमार एवं राजद सुप्रीमो लालू यादव ने इस प्रतिक्रिया दी है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि बिहार में कराई गई जाति आधारित गणना को लेकर जल्द ही विधानसभा में जानकारी दी जाएगी। नीतीश ने ट्वीट कर कहा, "जिन दलों ने इसका समर्थन किया था, उन्हीं नौ दलों की बैठक बुलाई जाएगी तथा जाति आधारित गणना के नतीजों से उन्हें अवगत कराया जाएगा।"  

नीतीश कुमार ने जाति आधारित गणना के कार्य में लगी हुई पूरी टीम को बधाई देते हुए कहा कि जाति आधारित गणना के लिए सर्वसम्मति से विधानमंडल में प्रस्ताव पारित किया गया था। सीएम नीतीश ने कहा, "बिहार विधानसभा के सभी 9 दलों की सहमति से फैसला लिया गया था कि प्रदेश सरकार अपने संसाधनों से जाति आधारित गणना कराएगी एवं दिनांक 02-06-2022 को मंत्रिपरिषद से इसकी स्वीकृति दी गई थी। इसके आधार पर राज्य सरकार ने अपने संसाधनों से जाति आधारित गणना कराई है। जाति आधारित गणना से न केवल जातियों के बारे में पता चला है बल्कि सभी की आर्थिक स्थिति की जानकारी भी मिली है। इसी के आधार पर सभी वर्गों के विकास एवं उत्थान के लिए अग्रेतर कार्रवाई की जाएगी। नीतीश ने कहा, "बिहार में कराई गई जाति आधारित गणना को लेकर जल्द ही बिहार विधानसभा के उन्हीं 9 दलों की बैठक बुलाई जाएगी तथा जाति आधारित गणना के नतीजों से उन्हें अवगत कराया जाएगा।"

वहीं राजद सुप्रीमो लालू यादव ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि भाजपा की अनेकों साजिशों, कानूनी अड़चनों और तमाम षड्यंत्र के बावजूद आज बिहार सरकार ने जाति आधारित सर्वे को रिलीज किया। लालू यादव ने कहा, "ये आंकडे वंचितों, उपेक्षितों और गरीबों के समुचित विकास तथा तरक़्क़ी के लिए समग्र योजना बनाने एवं हाशिए के समूहों को आबादी के अनुपात में प्रतिनिधित्व देने में देश के लिए नज़ीर पेश करेंगे।" लालू यादव ने कहा, "सरकार को अब सुनिश्चित करना चाहिए कि जिसकी जितनी संख्या, उसकी उतनी हिस्सेदारी हो। हमारा शुरू से मानना रहा है कि प्रदेश के संसाधनों पर न्यायसंगत अधिकार सभी वर्गों का हो। केंद्र में 2024 में जब हमारी सरकार बनेगी तब पूरे देश में जातिगत जनगणना करवायेंगे तथा दलित, मुस्लिम, पिछड़ा और अति पिछड़ा विरोधी बीजेपी को सता से बेदखल करेंगे।"

पटना: बिहार जातीय आधारित गणना 2022 से संबंधित पुस्तिका का विमोचन

मुख्य सचिव विवेक कुमार सिंह ने बिहार जातीय आधारित गणना 2022 से संबंधित पुस्तिका का विमोचन किया ।

हिन्दू 81.99%  ;(107192958)

इस्लाम17.70%

(23149925)

ईसाई0.05%

(75238)

सिख0.011%

(14753)

बौद्ध 0.0851%

(111201)

जैन0.0096%

(12523)

अन्य धर्म 0.1274%

(166566)

कोई धर्म नहीं0.0016%

(2146)

 कुर्मी 3762 969 2.8785%

कुशवाहा (5506113) 4.2120%

चंद्रवंशी (कहार, कमकर) 

2155644 

1.6490%

चमार,मोची,चमार रविदास,चमार रविदास,चमार रोहिदास, चमरकार

(6869664)

5.2550%

जट ( हिंदू सहरसा सुपौल मधेपुरा और अररिया जिला के लिए)

(7781)

0.0060%

तेली 

(3677491)

2.8131%

नोनिया

(2498474)

1.9112%

बढ़ई

(1895672)

1.4501%

ब्राह्मण

(4781280*

3.6575%

बिंद

1285358

0.9833%

भूमिहार 

3750886

2.8693%

मुसहर

4035787

3.0872%

यादव ( ग्वाला, अहीर, गोरा,घासी मेहर, सदगोप, लक्ष्मी नारायण गोला)

18650119

14.2666%

राजपूत 

4510733

3.4505%

लोहार 

204345

0.1562%

शेरशाहबादी

1302644

0.9965%

बिहार पुलिस में दारोगा के 1275 पदों पर बहाली की प्रक्रिया शुरू, जानिए पूरा डिटेल

डेस्क : बिहार पुलिस में दारोगा (सब इंस्पेक्टर) के 1275 पदों पर बहाली की प्रक्रिया शुरू हो गयी। बीते शनिवार को बिहार पुलिस अवर सेवा आयोग ने इन पदों पर बहाली को लेकर रिक्ति जारी कर दी।

आयोग के मुताबिक इन पदों के लिए पांच अक्टूबर से पांच नवंबर तक आवेदन लिए जाएंगे। 

आवेदन के लिए स्नातक या उसके समकक्ष उत्तीर्ण होना अनिवार्य है। तीन चरणों में होने वाली परीक्षा से अभ्यर्थियों का चयन किया जाएगा। 

दो चरणों में लिखित परीक्षा (प्रारंभिक एवं मुख्य परीक्षा) जबकि एक चरण में शारीरिक दक्षता परीक्षा होगी। रिक्त पदों में 441 अनारक्षित जबकि 275 एससी, 16 एसटी, 238 अत्यंत पिछड़ा वर्ग, 107 पिछड़ा वर्ग, 82 पिछड़े वर्ग की महिलाओं के लिए, 111 पद ईडब्लूएस और पांच पद ट्रांसजेंडर के लिए आरक्षित किए गए हैं। 

वहीं महिलाओं को प्रत्येक कोटि में 35 फीसदी क्षैतिज आरक्षण का लाभ प्रदान किया जाएगा।

प्रारंभिक और मुख्य परीक्षा 500 अंकों की होगी आयोग के अनुसार प्रारंभिक और मुख्य परीक्षा 500 अंकों की होगी। प्रारंभिक परीक्षा में 200 अंक के 100 प्रश्न को दो घंटे में हल करना अनिवार्य है। इसमें 30 प्रतिशत से कम अंक पाने वाले असफल घोषित होंगे। 

वहीं, मुख्य परीक्षा में प्रथम पत्र और द्वितीय पत्र 200-200 अंक के होंगे, जिसमें 100-100 प्रश्न होंगे। सभी परीक्षा के लिए समय सीमा दो घंटे निर्धारित की गयी है।

मुख्य परीक्षा का प्रथम पत्र हिन्दी का होगा और उसमें 30 प्रतिशत अंक पाना अनिवार्य है, जबकि द्वितीय पत्र में सामान्य अध्ययन के प्रश्न पूछे जायेंगे। इस दौरान दोनों चरणों में एक गलत उत्तर के लिए 0.2 अंक काटे जाएंगे। दोनों लिखित परीक्षा में सफल अभ्यर्थी ही तीसरे चरण की शारीरिक दक्षता परीक्षा में शामिल हो सकेंगे। 

आयोग के अनुसार अभ्यर्थियों का एक सितंबर 2023 तक न्यूनतम आयु 20 वर्ष होना अनिवार्य है।

सामान्य कोटि के पुरुषों की अधिकतम आयु 37 वर्ष और महिला की 40 वर्ष होगी। पिछड़ा वर्ग और अत्यंत पिछड़ा वर्ग के पुरुष और महिला की अधिकतम आयु 40 वर्ष एवं अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति के पुरुष और महिला एवं थर्ड जेंडर अभ्यर्थियों के लिए अधिकतम आयु 42 वर्ष तय की गयी है। 

सामान्य वर्ग के पुरुष की अधिकतम ऊंचाई 165 सेमी और आरक्षित वर्ग की 160 सेमी निर्धारित की गयी है, जबकि महिला की ऊंचाई 155 सेमी निर्धारित की गयी है। इन अर्हताओं को पूरा करने पर ही आवेदन पर विचार किया जाएगा।

2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा का सूपड़ा साफ हो जायेगा : अखिलेश सिंह

डेस्क : बिहार प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डॉ. अखिलेश प्रसाद सिंह ने कहा है कि बिहार केन्द्र की भाजपा सरकार को हटाने के लिये तैयार है। आने वाले 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा का सूपड़ा साफ हो जायेगा। डॉ. सिंह शनिवार को प्रदेश दफ्तर में सांसद मो. जावेद के सम्मान में आयोजित समारोह को सम्बोधित कर रहे थे। 

मो. जावेद को हाल ही में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की केन्द्रीय चुनाव समिति में सदस्य के तौर पर मनोनीत किया गया है। 

प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि मो. जावेद की निष्ठा पार्टी के प्रति ऐसी है कि उन्होंने एक समय पार्टी को बड़ी टूट से बचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी।

डॉ. सिंह ने कहा कि परिवर्तन का संकल्प लेकर पिछले चार दिनों में भोजपुर, बक्सर, कैमूर, सासाराम और औरंगाबाद के दौरे के क्रम में उन्होंने लोगों में भाजपा सरकार को हटाने को लेकर बेचैनी देखी है। इससे पहले सीवान, बेगूसराय और गया में रैली कर चुका हूं। इस अवसर पर कांग्रेस के तमाम बड़े नेताओं ने मो. जावेद को सम्मानित किया और बधाईयां दीं। 

इनमें पूर्व राज्यपाल निखिल कुमार, कांग्रेस विधान मंडल दल के नेता डॉ. शकील अहमद खान, विधान परिषद में कांग्रेस दल के नेता डॉ. मदन मोहन झा, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ. शकील अहमद, चंदन बागची, राज्य सरकार के मंत्री मुरारी प्रसाद गौतम, पूर्व मंत्री कृपानाथ पाठक, अवधेश सिंह, प्रेमचन्द्र मिश्रा, डॉ. समीर सिंह, डॉ. अशोक कुमार, विजय शंकर दूबे, वीणा शाही, नरेन्द्र कुमार, संजीव प्रसाद टोनी, राजेश कुमार, इजरारूल हुसैन, प्रतिमा कुमारी दास, विजेन्द्र चौधरी, डॉ. अजय कुमार सिंह, ब्रजेश प्रसाद मुनन, ब्रजेश पांडेय, निर्मल वर्मा, डॉ. अजय सिंह, बंटी चौधरी, लाल बाबू लाल व पूनम पासवान शामिल थे।

सीमांचल में बाढ़ की रोकथाम के लिए सरकार ने उठाया कदम, रतवा और नागर नदी पर बनेगा 86 किमी लंबा बांध

डेस्क : बिहार के सीमांचल इलाके में हर साल आनेवाले बाढ़ से भारी तबाही होती है। बाढ़ की विभीषिका से बचाने के लिए बिहार सरकार ने बड़ा कदम उठाया है। हर साल आने वाले बाढ़ से बचाव के लिए रतवा नदी पर तटबंध का निर्माण होगा। महानंदा फेज-2 के तहत इसके किनारे 66 किलोमीटर लंबे तटबंध का निर्माण होगा। 

रतवा नदी पर दायें व बायें दोनों तटबंधों का निर्माण होना है। इसके लिए भूअर्जन की कार्रवाई शीघ्र शुरू होगी। वहीं, नागर नदी पर भी 20.10 किलोमीटर लंबा तटबंध का निर्माण किया जाएगा। रतवा नदी की योजना के साथ ही इसके कार्यान्वयन की योजना है। नागर में दायें तटबंध का निर्माण होना है।

दरअसल, महानंदा नदी के साथ-साथ रतवा व नागर नदियों के तटबंध के लिए लगभग दो हजार एकड़ जमीन का अधिग्रहण किया जाना है। महानंदा फेज-2 के तहत कटिहार, पूर्णिया, अररिया व किशनगंज में भूअर्जन होना है। 

पिछले दिनों जल संसाधन विभाग के अपर मुख्य सचिव की अध्यक्षता में हुई बैठक में महानंदा नदी बाढ़ प्रबंधन योजना को लेकर उच्चस्तरीय बैठक हुई। इसमें बाढ़ नियंत्रण एवं बाढ़ निस्सरण के अभियंता प्रमुख समेत एक दर्जन वरीय अधिकारी व इंजीनियर शामिल हुए। इसमें पूरी योजना पर विस्तार से मंथन किया गया। अपर मुख्य सचिव ने कई दिशा-निर्देश भी जारी किये। 

महानंदा बाढ़ प्रबंधन योजना को वर्ष 2007 में केन्द्र की सलाहकार समिति की 91वीं बैठक में सैद्धांतिक स्वीकृति मिली थी। योजना के लिए 603.88 करोड़ स्वीकृत भी किए गए। इस योजना के फेज-1 के तहत 95.40 किमी की लंबाई में उच्चीकरण व सुदृढ़ीकरण का कार्य वर्ष 2013 में पूरा कर लिया गया।

बिहार डेंगू का कहर : राजधानी पटना बना हॉट स्पॉट, फिर मिले 102 नए मरीज

डेस्क : बिहार में डेंगू का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा हैं। प्रदेश के तकरीबन सभी जिले डेंगू की चपेट में है। सबसे ज्यादा खराब स्थिति राजधानी पटना का है। पटना में लगातार चौथे दिन डेंगू के 100 से अधिक यानी 102 नए पीड़ित मिले हैं। जिसके बाद यहां कुल संख्या 1623 हो गई है। अस्पतालों में भी संख्या 75 हो गई है। 

पीएमसीएच में 31, एम्स में 20, आईजीआईएमएस में 13 और एनएमसीएच में 11 मरीज भर्ती हैं। एनएमसीएच के मेडिसिन के हेड सह डेंगू के नोडल पदाधिकारी डॉ. अजय कुमार सिन्हा, पीएमसीएच के डॉ. राजन कुमार ने बताया कि डेंगू का प्रकोप बढ़ने लगा है। ओपीडी के बुखार पीड़ितों में से 40 प्रतिशत लोगों में अब डेंगू मिलने लगा है। बता दें कि बिहार में इस वर्ष 5609 डेंगू मरीज मिल चुके है।

वहीं भागलपुर में 49, मुंगेर में 22, सारण में 20 और बेगूसराय में 17 मरीज मिले। राज्य के 12 मेडिकल कॉलेजों में अभी 277 मरीजों का उपचार चल रहा है। इसमें भागलपुर में सबसे अधिक 134 मरीज भर्ती हैं। 

अन्य मेडिकल कॉलेजों में एम्स में 17, आईजीआईएमएस में 13, पीएमसीएच में 25, एनएमसीएच में पांच, एसकेएमसीएच मुजफ्फरपुर में नौ, डीएमसीएच में सात, एएनएमसीएच गया में 16, जीएमसी बेतिया में पांच जीएमसी पूर्णिया में छह, मधेपुरा में सात और विम्स में 33 मरीजों का उपचार चल रहा है।

उर्स के मौके पर सीएम नीतीश कुमार ने हजरत मखदूम सैयद शाह पीर मुहम्मद मुजीबुल्लाह कादरी रहमतुल्लाह अलैह की मजार पर की चादरपोशी, प्रदेश की मांगी अनन-चैन और तरक्की की दुआ

डेस्क : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने फुलवारीशरीफ खानकाह मुजीबिया में उर्स के मौके पर हजरत मखदूम सैयद शाह पीर मुहम्मद मुजीबुल्लाह कादरी रहमतुल्लाह अलैह की मजार पर चादरपोशी की। साथ ही राज्य में अमन, चैन एवं तरक्की की दुआ मांगी। इस अवसर पर खानकाह-ए-मुजीबिया के हाफिज मो. नइमुद्दीन मुजीबी ने मुख्यमंत्री को राज्य की सुख, शांति एवं समृद्धि के लिए दुआ करायी।

चादरपोशी से पहले मुख्यमंत्री ने खानकाह मुजीबिया के पीर सज्जादानशीं हजरत मौलाना सैयद शाह मोहम्मद अयातुल्लाह कादरी से मुलाकात कर उनका आशीर्वाद लिया। खानकाह-ए-मुजीबिया के प्रबंधन द्वारा मुख्यमंत्री को पुष्प गुच्छ, अंगवस्त्रत्त् एवं प्रतीक चिह्न भेंटकर अभिनंदन किया गया। 

इस अवसर पर वित्त, वाणिज्य कर एवं संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी, जल संसाधन मंत्री संजय कुमार झा, बिहार राज्य सुन्नी वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष मो. इरशादुल्लाह, बिहार राज्य शिया वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष अफजल अब्बास, फुलवारीशरीफ नगर परिषद के अध्यक्ष मो. आफताब आलम, खानकाह-ए-मुजीबिया के सचिव मो. मिनहाजुद्दीन कादरी मुजीबी, राजद के प्रदेश महासचिव मो. सलाउद्दीन मंसूरी, पटना डीएम चंद्रशेखर सिंह, एसएसपी राजीव मिश्रा उपस्थित थे।