बिहार पुलिस में दारोगा के 1275 पदों पर बहाली की प्रक्रिया शुरू, जानिए पूरा डिटेल

डेस्क : बिहार पुलिस में दारोगा (सब इंस्पेक्टर) के 1275 पदों पर बहाली की प्रक्रिया शुरू हो गयी। बीते शनिवार को बिहार पुलिस अवर सेवा आयोग ने इन पदों पर बहाली को लेकर रिक्ति जारी कर दी।

आयोग के मुताबिक इन पदों के लिए पांच अक्टूबर से पांच नवंबर तक आवेदन लिए जाएंगे। 

आवेदन के लिए स्नातक या उसके समकक्ष उत्तीर्ण होना अनिवार्य है। तीन चरणों में होने वाली परीक्षा से अभ्यर्थियों का चयन किया जाएगा। 

दो चरणों में लिखित परीक्षा (प्रारंभिक एवं मुख्य परीक्षा) जबकि एक चरण में शारीरिक दक्षता परीक्षा होगी। रिक्त पदों में 441 अनारक्षित जबकि 275 एससी, 16 एसटी, 238 अत्यंत पिछड़ा वर्ग, 107 पिछड़ा वर्ग, 82 पिछड़े वर्ग की महिलाओं के लिए, 111 पद ईडब्लूएस और पांच पद ट्रांसजेंडर के लिए आरक्षित किए गए हैं। 

वहीं महिलाओं को प्रत्येक कोटि में 35 फीसदी क्षैतिज आरक्षण का लाभ प्रदान किया जाएगा।

प्रारंभिक और मुख्य परीक्षा 500 अंकों की होगी आयोग के अनुसार प्रारंभिक और मुख्य परीक्षा 500 अंकों की होगी। प्रारंभिक परीक्षा में 200 अंक के 100 प्रश्न को दो घंटे में हल करना अनिवार्य है। इसमें 30 प्रतिशत से कम अंक पाने वाले असफल घोषित होंगे। 

वहीं, मुख्य परीक्षा में प्रथम पत्र और द्वितीय पत्र 200-200 अंक के होंगे, जिसमें 100-100 प्रश्न होंगे। सभी परीक्षा के लिए समय सीमा दो घंटे निर्धारित की गयी है।

मुख्य परीक्षा का प्रथम पत्र हिन्दी का होगा और उसमें 30 प्रतिशत अंक पाना अनिवार्य है, जबकि द्वितीय पत्र में सामान्य अध्ययन के प्रश्न पूछे जायेंगे। इस दौरान दोनों चरणों में एक गलत उत्तर के लिए 0.2 अंक काटे जाएंगे। दोनों लिखित परीक्षा में सफल अभ्यर्थी ही तीसरे चरण की शारीरिक दक्षता परीक्षा में शामिल हो सकेंगे। 

आयोग के अनुसार अभ्यर्थियों का एक सितंबर 2023 तक न्यूनतम आयु 20 वर्ष होना अनिवार्य है।

सामान्य कोटि के पुरुषों की अधिकतम आयु 37 वर्ष और महिला की 40 वर्ष होगी। पिछड़ा वर्ग और अत्यंत पिछड़ा वर्ग के पुरुष और महिला की अधिकतम आयु 40 वर्ष एवं अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति के पुरुष और महिला एवं थर्ड जेंडर अभ्यर्थियों के लिए अधिकतम आयु 42 वर्ष तय की गयी है। 

सामान्य वर्ग के पुरुष की अधिकतम ऊंचाई 165 सेमी और आरक्षित वर्ग की 160 सेमी निर्धारित की गयी है, जबकि महिला की ऊंचाई 155 सेमी निर्धारित की गयी है। इन अर्हताओं को पूरा करने पर ही आवेदन पर विचार किया जाएगा।

2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा का सूपड़ा साफ हो जायेगा : अखिलेश सिंह

डेस्क : बिहार प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डॉ. अखिलेश प्रसाद सिंह ने कहा है कि बिहार केन्द्र की भाजपा सरकार को हटाने के लिये तैयार है। आने वाले 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा का सूपड़ा साफ हो जायेगा। डॉ. सिंह शनिवार को प्रदेश दफ्तर में सांसद मो. जावेद के सम्मान में आयोजित समारोह को सम्बोधित कर रहे थे। 

मो. जावेद को हाल ही में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की केन्द्रीय चुनाव समिति में सदस्य के तौर पर मनोनीत किया गया है। 

प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि मो. जावेद की निष्ठा पार्टी के प्रति ऐसी है कि उन्होंने एक समय पार्टी को बड़ी टूट से बचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी।

डॉ. सिंह ने कहा कि परिवर्तन का संकल्प लेकर पिछले चार दिनों में भोजपुर, बक्सर, कैमूर, सासाराम और औरंगाबाद के दौरे के क्रम में उन्होंने लोगों में भाजपा सरकार को हटाने को लेकर बेचैनी देखी है। इससे पहले सीवान, बेगूसराय और गया में रैली कर चुका हूं। इस अवसर पर कांग्रेस के तमाम बड़े नेताओं ने मो. जावेद को सम्मानित किया और बधाईयां दीं। 

इनमें पूर्व राज्यपाल निखिल कुमार, कांग्रेस विधान मंडल दल के नेता डॉ. शकील अहमद खान, विधान परिषद में कांग्रेस दल के नेता डॉ. मदन मोहन झा, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ. शकील अहमद, चंदन बागची, राज्य सरकार के मंत्री मुरारी प्रसाद गौतम, पूर्व मंत्री कृपानाथ पाठक, अवधेश सिंह, प्रेमचन्द्र मिश्रा, डॉ. समीर सिंह, डॉ. अशोक कुमार, विजय शंकर दूबे, वीणा शाही, नरेन्द्र कुमार, संजीव प्रसाद टोनी, राजेश कुमार, इजरारूल हुसैन, प्रतिमा कुमारी दास, विजेन्द्र चौधरी, डॉ. अजय कुमार सिंह, ब्रजेश प्रसाद मुनन, ब्रजेश पांडेय, निर्मल वर्मा, डॉ. अजय सिंह, बंटी चौधरी, लाल बाबू लाल व पूनम पासवान शामिल थे।

सीमांचल में बाढ़ की रोकथाम के लिए सरकार ने उठाया कदम, रतवा और नागर नदी पर बनेगा 86 किमी लंबा बांध

डेस्क : बिहार के सीमांचल इलाके में हर साल आनेवाले बाढ़ से भारी तबाही होती है। बाढ़ की विभीषिका से बचाने के लिए बिहार सरकार ने बड़ा कदम उठाया है। हर साल आने वाले बाढ़ से बचाव के लिए रतवा नदी पर तटबंध का निर्माण होगा। महानंदा फेज-2 के तहत इसके किनारे 66 किलोमीटर लंबे तटबंध का निर्माण होगा। 

रतवा नदी पर दायें व बायें दोनों तटबंधों का निर्माण होना है। इसके लिए भूअर्जन की कार्रवाई शीघ्र शुरू होगी। वहीं, नागर नदी पर भी 20.10 किलोमीटर लंबा तटबंध का निर्माण किया जाएगा। रतवा नदी की योजना के साथ ही इसके कार्यान्वयन की योजना है। नागर में दायें तटबंध का निर्माण होना है।

दरअसल, महानंदा नदी के साथ-साथ रतवा व नागर नदियों के तटबंध के लिए लगभग दो हजार एकड़ जमीन का अधिग्रहण किया जाना है। महानंदा फेज-2 के तहत कटिहार, पूर्णिया, अररिया व किशनगंज में भूअर्जन होना है। 

पिछले दिनों जल संसाधन विभाग के अपर मुख्य सचिव की अध्यक्षता में हुई बैठक में महानंदा नदी बाढ़ प्रबंधन योजना को लेकर उच्चस्तरीय बैठक हुई। इसमें बाढ़ नियंत्रण एवं बाढ़ निस्सरण के अभियंता प्रमुख समेत एक दर्जन वरीय अधिकारी व इंजीनियर शामिल हुए। इसमें पूरी योजना पर विस्तार से मंथन किया गया। अपर मुख्य सचिव ने कई दिशा-निर्देश भी जारी किये। 

महानंदा बाढ़ प्रबंधन योजना को वर्ष 2007 में केन्द्र की सलाहकार समिति की 91वीं बैठक में सैद्धांतिक स्वीकृति मिली थी। योजना के लिए 603.88 करोड़ स्वीकृत भी किए गए। इस योजना के फेज-1 के तहत 95.40 किमी की लंबाई में उच्चीकरण व सुदृढ़ीकरण का कार्य वर्ष 2013 में पूरा कर लिया गया।

बिहार डेंगू का कहर : राजधानी पटना बना हॉट स्पॉट, फिर मिले 102 नए मरीज

डेस्क : बिहार में डेंगू का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा हैं। प्रदेश के तकरीबन सभी जिले डेंगू की चपेट में है। सबसे ज्यादा खराब स्थिति राजधानी पटना का है। पटना में लगातार चौथे दिन डेंगू के 100 से अधिक यानी 102 नए पीड़ित मिले हैं। जिसके बाद यहां कुल संख्या 1623 हो गई है। अस्पतालों में भी संख्या 75 हो गई है। 

पीएमसीएच में 31, एम्स में 20, आईजीआईएमएस में 13 और एनएमसीएच में 11 मरीज भर्ती हैं। एनएमसीएच के मेडिसिन के हेड सह डेंगू के नोडल पदाधिकारी डॉ. अजय कुमार सिन्हा, पीएमसीएच के डॉ. राजन कुमार ने बताया कि डेंगू का प्रकोप बढ़ने लगा है। ओपीडी के बुखार पीड़ितों में से 40 प्रतिशत लोगों में अब डेंगू मिलने लगा है। बता दें कि बिहार में इस वर्ष 5609 डेंगू मरीज मिल चुके है।

वहीं भागलपुर में 49, मुंगेर में 22, सारण में 20 और बेगूसराय में 17 मरीज मिले। राज्य के 12 मेडिकल कॉलेजों में अभी 277 मरीजों का उपचार चल रहा है। इसमें भागलपुर में सबसे अधिक 134 मरीज भर्ती हैं। 

अन्य मेडिकल कॉलेजों में एम्स में 17, आईजीआईएमएस में 13, पीएमसीएच में 25, एनएमसीएच में पांच, एसकेएमसीएच मुजफ्फरपुर में नौ, डीएमसीएच में सात, एएनएमसीएच गया में 16, जीएमसी बेतिया में पांच जीएमसी पूर्णिया में छह, मधेपुरा में सात और विम्स में 33 मरीजों का उपचार चल रहा है।

उर्स के मौके पर सीएम नीतीश कुमार ने हजरत मखदूम सैयद शाह पीर मुहम्मद मुजीबुल्लाह कादरी रहमतुल्लाह अलैह की मजार पर की चादरपोशी, प्रदेश की मांगी अनन-चैन और तरक्की की दुआ

डेस्क : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने फुलवारीशरीफ खानकाह मुजीबिया में उर्स के मौके पर हजरत मखदूम सैयद शाह पीर मुहम्मद मुजीबुल्लाह कादरी रहमतुल्लाह अलैह की मजार पर चादरपोशी की। साथ ही राज्य में अमन, चैन एवं तरक्की की दुआ मांगी। इस अवसर पर खानकाह-ए-मुजीबिया के हाफिज मो. नइमुद्दीन मुजीबी ने मुख्यमंत्री को राज्य की सुख, शांति एवं समृद्धि के लिए दुआ करायी।

चादरपोशी से पहले मुख्यमंत्री ने खानकाह मुजीबिया के पीर सज्जादानशीं हजरत मौलाना सैयद शाह मोहम्मद अयातुल्लाह कादरी से मुलाकात कर उनका आशीर्वाद लिया। खानकाह-ए-मुजीबिया के प्रबंधन द्वारा मुख्यमंत्री को पुष्प गुच्छ, अंगवस्त्रत्त् एवं प्रतीक चिह्न भेंटकर अभिनंदन किया गया। 

इस अवसर पर वित्त, वाणिज्य कर एवं संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी, जल संसाधन मंत्री संजय कुमार झा, बिहार राज्य सुन्नी वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष मो. इरशादुल्लाह, बिहार राज्य शिया वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष अफजल अब्बास, फुलवारीशरीफ नगर परिषद के अध्यक्ष मो. आफताब आलम, खानकाह-ए-मुजीबिया के सचिव मो. मिनहाजुद्दीन कादरी मुजीबी, राजद के प्रदेश महासचिव मो. सलाउद्दीन मंसूरी, पटना डीएम चंद्रशेखर सिंह, एसएसपी राजीव मिश्रा उपस्थित थे।

ललन सिंह के बयान पर बीजेपी और जदयू के बीच जुबानी जंग जारी, अब पूर्व डिप्टी सीएम सुशील मोदी ने किया यह पलटवार

डेस्क : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एकबार फिर पलटी मार सकते है। इस चर्चा को लेकर प्रदेश की सियासत गरम है। इस चर्चा को लेकर बीजेपी और जदयू दोनो से इंकार किये जाने के साथ एक-दूसरे पर बयानबाजी का दौर जारी है। इसी बीच जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह के बयान कि नीतीश कुमार बीजेपी पर थूकने भी नहीं जाएंगे लेकर बीजेपी के नेता जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह पर हमलावर हैं। 

इसी कड़ी में पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने ललन सिंह पर निशाना साधते हुए कहा कि, ललन सिंह पार्टी की हालत देखकर हताशा हैं, इसलिए वह शब्दों का मर्यादा खो दिए हैं। 

सुशील मोदी ने कहा कि नीतीश कुमार सूरज (भाजपा) पर थूकने का दुस्साहस नहीं करेंगे क्योंकि ऐसा करने वाला खुद ही अपना चेहरा गंदा करता है। नीतीश कुमार के लिए भाजपा के दरवाजे बंद हैं, लालू प्रसाद उन पर भरोसा नहीं करते और पार्टी के सांसदों-विधायकों का भविष्य अनिश्चित है, इसलिए हताश जदयू अध्यक्ष ललन सिंह भाषा की मर्यादा खो रहे हैं। 

उन्होंने कहा कि देश की सबसे बड़ी और केंद्र सहित कई राज्यों में सत्तारूढ़ भाजपा के लिए मात्र एक राज्य में सीमित 44 विधायकों वाले दल के अध्यक्ष को बोलने से पहले अपनी हैसियत भी देखनी चाहिए। नीतीश कुमार सत्ता के लिए भाजपा और राजद, दोनों को बार-बार धोखा चुके हैं। उन पर कोई भरोसा नहीं करता। 

पूर्व डिप्टी सीएम ने कहा कि नीतीश कुमार केवल लालू प्रसाद पर दबाव बनाने के लिए देवीलाल की जयंती में शामिल न होकर दीनदयाल उपाध्याय की जयंती में आए थे। इस पर उनके फिर पलटी मारने की अटकल लगाना निराधार है। जिस व्यक्ति ने भाजपा से दूर रहने के लिए मिट्टी में मिल जाने की कसम तोड़ दी और जो अपना आधार वोट ट्रांसफर कराने की क्षमता भी खो चुके हैं, उन्हें एनडीए क्यों वापस लेगा?

मनोज झा के समर्थन में आगे आए राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद, कही यह बात

डेस्क : राजद के वरिष्ठ नेता व राज्य सभा सांसद मनोज झा की ओर से संसद में महिला आरक्षण विधेयक को लेकर जारी बहस के दौरान सुनाई गई एक कविता में ठाकुर शब्द का इस्तेमाल के बाद से प्रदेश कीसियासत गरमाई हुई है। 

उनके बयान को लेकर विपक्षी बीजेपी के साथ-साथ बिहार मे उनका साथी दल जदयू के भी कई नेता गरम है। राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव का इस मामले को लेकर बड़ा बयान सामने आया है। 

लालू प्रसाद ने इस मामले में मनोज झा के बयान का समर्थन किया है। साथ ही उन्हें विद्वान व्यक्ति कहा है। 

राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद ने मनोज झा का समर्थन करते हुए कहा कि, मनोज झा ने कोई गलत बयान नहीं दिया है। सासंद ने किसी को ठेस नहीं पहुंचाया है। वह विद्वान आदमी हैं, उन्होंने गलत बात नहीं बोला है। मनोज झा ने किसी पर कटाक्ष नहीं किया है। हालांकि उनके बयान को लेकर कुछ लोग अनर्गल बयान दे रहे हैं। 

वहीं इस मामले में आनंद मोहन की नाराजगी को लेकर लालू यादव ने उन्हें हिदायत देते हुए कहा कि, आनंद मोहन को संयम रखना चाहिए। मनोज झा ने राजपूतों को लेकर कोई गलत बयान नहीं दिया है। सांसद ने किसी समाज का अपमान किया है।

बिहार के चक्रपाणि पाण्डेय को मिला मिस्टर सुपर मॉडल ऑफ इंडिया 2023 का खिताब

डेस्क : बिहार के युवाओं ने हर क्षेत्र में अपनी अलग पहचान बनाई है। कोई भी ऐसी जगह नहीं हैं जहां बिहार के युवाओं ने अपना झंडा न गाड़ा हो। बिहार के लिए एक बार फिर गौरव की बात है। जानेमाने मॉडल, अभिनेता चक्रपाणि पाण्डेय मिस्टर सुपर मॉडल ऑफ इंडिया 2023 के विजेता बन गये हैं। 

  

सालिमपुर गांव ,प्रखंड बख्तियारपुर, पटना के निवासी विवेकानंद पाण्डेय के पुत्र चक्रपाणि पाण्डेय ने हाल ही में राष्ट्रीय राजधानी नयी दिल्ली में आयोजित मिस्टर सुपर मॉडल ऑफ इंडिया 2023 में हिस्सा लिया था। चक्रपाणि पांडेय ने पहला स्थान हासिल कर पूरे जनपद का नाम रोशन किया है। इस शो में देशभर से आये प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया था।चक्रपाणि पांडेय ने प्रतिभागियों को टक्कर देते हुये बाजी अपने नाम कर ली।

सालिमपुर के लाल के इस कमाल पर गांव सहित पूरे क्षेत्र में उत्सव का माहौल हैं। चक्रपाणि पाण्डेय ने वर्ष 2016 में इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी की। बचपन के दिनों से चक्रपाणी पाण्डेय बतौर मॉडल,अभिनेता बनने का ख्वाब देखा करते थे।

अभिनय में मनोज वाजपेयी, नवाज़ुद्दीन सिद्दीकी, सुशांत सिंह राजपूत, सिद्धार्थ शुक्ला और मॉडलिंग में जॉन अब्राहम, मिलिंद सोमन, अर्जुन रामपाल को चक्रपाणि पाण्डेय अपना आदर्श मानते हैं। 

वर्ष 2019 में चक्रपाणि पांडेय ने रेडरती की ओर से आयोजित मिस्टर एंड मिस पटना में हिस्सा लिया और मिस्टर पटना का खिताब अपने नाम कर लिया। इस शो में उन्हें आयोजक मास्टर उज्जवल और कोरियोग्राफर कुमार शानू का काफी सपोर्ट मिला। चक्रपाणि बालाजी टेलिफिल्मस एकता कपूर इंस्टीच्यूट ऑफ एक्टिंग में एक्टिंग फैक्लटी भी रह चुके हैं। 

उन्होंने बलचनमा, अकेले नहीं है आप, उड़ान, कृषि दर्शन, गांव घर, पुलिस फाइल, सावधान इंडिया, दुल्हन वही जो पिया बन भाये जैसे सीरियल के साथ ही फिल्म इंडियाज मोस्ट वांटेड ,जंगल मिस्ट्री ऑफ मर्डर ,आकांक्षा द डिजायर अनफोल्ड में काम किया है। उनकी आने वाली फिल्मों में काव्या द अन्टोल्ड स्टोरी, अनजाने डेविल प्रमुख है। इसके अलावा चक्रपाणि रेड रती इवेंट कंपनी एवम मिस्टर एंड मिस पटना के ब्रांड एंबेसडर भी हैं। 

चक्रपाणि पांडेय को नालंदा गौरव सम्मान , बेस्ट इमर्जिग स्टार ऑफ बिहार समेत कई सम्मान से सम्मानित किया जा चुका है। उन्होंने कई विज्ञापन फिल्मों में काम किया है चक्रपाणी पांडेय ने मिस्टर एंड मिस बोकोरो fashionista फैशन शो में फैशन कोरियोग्राफी और ग्रुमिंग क्लासेज भी दे चुके हैं इसके अलावा उन्होंने देश भर के कई फैशन शो किए हैं जैसे फैशनस्टा फैशन शो ( इनरव्हील क्लब ऑफ पटना), आरंभ फैशन शो (VIDM), खादी फैशन शो इत्यादि ,उन्होने रंगमंच पर 100 से अधिक नाटक और नुक्कड़ नाटक किये हैं।

सफलता की जानकारी मिलते ही भाई त्रिलोकी पाण्डेय ,त्रिभुवन पाण्डेय, बहन अर्चना पाण्डेय और भांजा राज पाण्डेय खुशी से फुले नहीं समाए।चक्रपाणि पाण्डेय अपनी सफलता का श्रेय अपनी नानी राजमणि देवी, पिता विवेकानंद पाण्डेय ,मां प्रमिला देवी और अपने शुभचितंको को देते हैं।

राज की रिपोर्ट

विश्व प्रसिद्ध पितृपक्ष मेले का आज से होगी शुरूआत, गया और पटना के पुनपुन में तर्पण के लिए जुटने लगे तीर्थ यात्री

डेस्क : विश्व प्रसिद्ध पितृपक्ष मेला आज से शुरू हो रहा है। गया धाम पितृपक्ष मेला के लिए सज-धजकर तैयार है। इसके लिए जिला प्रशासन की ओर से तीर्थयात्रियों के लिए व्यवस्था पूरी कर ली गई है। मेले का उद्घाटन राजस्व भूमि सुधार मंत्री आलोक मेहता दीप जला कर करेंगे। इस अवसर पर सहकारिता मंत्री डॉ सुरेंद्र प्रसाद यादव, कृषि मंत्री सर्बजीत, सांसद विजय मांझी, एमएलए प्रेम कुमार सहित पंडा समाज के लोग शामिल होंगे। जिला प्रशासन की संभावना है कि इस बार गयाजी में दस से बारह लाख पिंडदानी पहुंच सकते हैं। प्रशासन का दावा है कि उन्हें हर तरह की सुविधा की व्यवस्था की गई है।

वहीं पटना के पुनपुन प्रखंड में पितृपक्ष मेले में देश विदेश से श्रद्धालु आएंगे इसीलिए जिला प्रशासन ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं। मेला परिसर, नदी के घाट, पार्किंग, रेलवे स्टेशन, श्रद्धालुओं के आवासन स्थल आदि के पास 34 मजिस्ट्रेट और इतनी ही संख्या में पुलिस अधिकारियों की तैनाती की गई है। मेला परिसर की सुरक्षा के लिए 215 पुलिसकर्मी भी तैनात रहेंगे।

पटना डीएम डॉ चंद्रशेखर सिंह ने बताया कि पूजा स्थल पर अधिक भीड़ नहीं हो इसकी पूरी व्यवस्था की गई है। पुनपुन नदी के दाहिने किनारे (दक्षिण) पर श्रद्धालुओं द्वारा पूजा पाठ किया जाएगा। यहां श्रद्धालुओं और पुजारियों की अधिक भीड़ होने की संभावना है। इसीलिए यहां विशेष निगरानी रखने को निर्देश अधिकारियों को दिया गया है। चिकित्सा दल भी तैनात किया गया है जिनके साथ जीवनरक्षक दवाएं भी रहेगी। चार एंबुलेंस भी मेला परिसर में रहेगी। अग्निशमन दल को भी चौबीस घंटे तैनात किया गया है। शौचालय, चेंजिंग रूम की भी व्यवस्था है।

देश विदेश से लोग आएंगे इसीलिए यहां चलंत एटीएम भी रखा जाएगा। इसके लिए बैंकों की ओर से तैयारी की गई है। नदी में गश्ती दल भी तैनात किया गया है जो पिंडदान के समय विशेष तौर पर नदी में गश्त करेंगे।

इधर मेले की सारी तैयारी बुधवार की शाम तक कर ली गयी थी। इसबीच बुधवार की दोपहर एसडीओ प्रीति कुमारी व एएसपी शुभम आर्य संयुक्त रूप से मेला में प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी व सुरक्षाकर्मियों के अलावे अन्य लोगों के साथ पुनपुन नदी घाट पर स्थित पंडाल में बैठक करते हुये तैयारी की समीक्षा की एवं उनके साथ संयुक्त ब्रीफिंग करते हुये आवश्यक दिशा निर्देश दिया।

सीएम नीतीश कुमार के औचक निरीक्षण का दिखने लगा असर, नियत समय पर अपने कार्यालय में दिखने लगे मंत्री और अधिकारी

डेस्क : बीते कुछ दिनों से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अचानक सचिवालय और राजधानी के कई कार्यालयों का औचक निरीक्षण कर रहे है। वही अब उनके औचक निरीक्षण का व्यापक असर देखने को मिलने लगा है। 

बीते बुधवार को विकास भवन और विश्वेश्वरैया भवन स्थित विभागों में मंत्री और अधिकारी समय पर कार्यालय में दिखे। विकास भवन में बुधवार को ज्यादा चहल-पहल रही। दूसरे दिन सभी विभागों में अधिकारी से लेकर कर्मी तक अपने कार्यों को निपटाने में जुटे दिखे। मुख्यमंत्री के निरीक्षण को लेकर हर तरफ चर्चा रही, पता नहीं सर कब और किस दिन पहुंच जाएं।

सीएम नीतीश कुमार के निरीक्षण के दौरान मंगलवार को शहर से बाहर रहे कृषि मंत्री कुमार सर्वजीत पूरे दिन कार्यालय में डटे रहे। बुधवार को निर्धारित समय पर विकास भवन सचिवालय स्थित अपने कार्यालय पहुंच गए। उनके साथ विभाग के अन्य अधिकारी और कर्मी भी पूरी तन्मयता से रोजमर्रा के काम निपटाने में जुटे हुए थे। मीठापुर स्थित कृषि भवन में मौजूद अधिकारी और कर्मचारी भी चर्चा करते रहे। 

इसी तरह उत्पाद एवं मद्य निषेध विभाग में भी मंत्री सुनील कुमार से लेकर सभी अधिकारी मौजूद थे। इस विभाग के मंत्री मुख्यमंत्री के निरीक्षण के दौरान भी समय पर विभाग में पाए गए थे। गन्ना उद्योग विभाग के मंत्री आलोक कुमार मेहता सरकारी कार्यक्रम में शिरकत करने जमुई गए हुए थे। उद्योग मंत्री समीर कुमार महासेठ भी मधुबनी में क्षेत्र प्रवास पर हैं।