*मुकदमा दर्ज होने के बाद आक्रामक हुए कांग्रेस के पूर्व एमएलसी दीपक सिंह*

अमेठी।संजय गांधी अस्प्ताल के लाइसेंस बहाली की मांग को लेकर सत्याग्रह आंदोलन पर बैठे कांग्रेस के पूर्व एमएलसी दीपक सिंह के ऊपर मुकदमा दर्ज होंने के बाद पूर्व एमएलसी दीपक सिंह ने बड़ा बयान जारी किया है।

दीपक ने केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के ऊपर तंज कसते हुए कहा कि मेरे बयान से यदि किसी भी चीनी पाकिस्तानी या ईरानी के पेट में दर्द होता है तो मुझे कोई खेद नही है।अमेठी के हक के लिए जो संत्याग्रह कर रहे है वो सत्याग्रह जेल जाकर।भी जारी रखेंगे।

उन्होंने कहा कि हम माफी मांगने वाले नही है।कांग्रेस के पूर्व एमएलसी दीपक सिंह ने बुधवार को मीडिया से बात करते हुए कहा मुझे नहीं पता कौन सा वीडियो वायरल हुआ है।

मुझे यह पता है कि मेरे ऊपर एक एफआईआर दर्ज हुआ है।जिस बात पर एफआईआर दर्ज हुई है मैं उसे बारे में फिर से कहता हूं कि मुझे गर्व है। एक बहुत ही बेहतर दुनिया का सबसे बेहतरीन संविधान दिया है।

हमें उस संविधान पर गर्व है। हमें उस संविधान की बहुत सारी धारों पर गर्व है ।हमें आर्टिकल 19 पर गर्व है। हम सब ने पहले दिन जब संजय गांधी हॉस्पिटल बंद हुआ था तो ज्ञापन देने गए थे।हमने संकल्प लिया था कि हम अमेठी वासी अमेठी के लिए संघर्ष करेंगे। अगर हमारी बातें नहीं मानी गई तो हम सत्याग्रह करेंगे।

सत्याग्रह करने का इजाजत हमें हमारा संविधान देता है। हमारा आर्टिकल 19 देता है ।अगर मुझे ऐसे करने पर किसी भारतीय जनता पार्टी के महामंत्री के पेट में दर्द होता है। उसकी दीदी के पेट में दर्द होता है।मैं अपनी बात को फिर से दोहराता हूं ।

हम भारत के लोग हैं हमें भारत के संविधान पर गर्व है हम अपने कार्यक्रम को संचालित करेंगे।हम अपने संविधान के अनुरूप अपनी बातों को बिना डर के कहेंगे।हमारे संविधान की डर से यदि किसी भी चीनी पाकिस्तान या ईरानी को तकलीफ होती है तो मुझे उससे कोई तकलीफ नहीं होती है ।

अगर कोई साजिश करता इस बात को न्याय की लड़ाई लड़ने के खिलाफ मानता है तो अमेठी के भलाई के लिए मैं सत्याग्रह करूंगा। जेल में भी सत्याग्रह करूंगा।ना हम जेल से डरते हैं ना हम माफ़ी मांगेंगे क्योंकि हमारे नेता राहुल गांधी कहते हैं की डरो मत हम माफी भी नहीं मांगेंगे क्योंकि हम ऐसे पार्टी से हैं। हमें पेंशन की जरूरत नहीं है क्योंकि हमारी पार्टी ने हमें देश के सबसे बड़े राज्य की विधान परिषद में भेजा था।

मुझे यात्रा भत्ता मिलता है

मुझे पेंशन मिलती है तो मुझे किसी भी बिना डर के अपनी बात को अपनी अमेठी की सुरक्षा के लिए दवाई के लिए लगातार संघर्ष करते रहेंगे। हम इस बात को मानते हैं की जिस प्रकार से राहुल गांधी और प्रियंका गांधी कहती हैं अमेठी उनका घर है तो अमेठी में उनका हर कार्यकर्ता चाहे वह कांग्रेस कमेटी का अध्यक्ष हो या फिर ग्राम सभा का अध्यक्ष हो हर अमेठी वासी को अपना परिवार मानता है।उसके दुख में उसके सुख में हमेशा खड़ा रहेगा और उसके लिए लड़ता रहेगा।

हम ऐसे ही अपने अमेठी वासियों के लिए संघर्ष करते रहेंगे।आपको बताते चले कि कांग्रेस के पूर्व एमएलसी दीपक सिंह के बयान पर भाजपा के जिला महामंत्री केशव सिंह ने पुलिस को दी गई तहरीर में आरोप लगाया है कि पूर्व एमएलसी ने बातचीत के दौरान केंद्रीय मंत्री पर अपमानजनक टिप्पणी की है। इस मामले में पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है।

*सांसद का पुतला फूंकना ग्रामीणों को पड़ा महंगा,10 नामजद और 8-10 ग्रामीणों के खिलाफ मुकदमा दर्ज*

अमेठी । मंगलवार को केंद्रीय मंत्री और सांसद स्मृति ईरानी का पुतला फूंकना ग्रामीणों को महंगा पड़ गया।मुसाफिरखाना थाने में तैनात उपनिरीक्षक की तहरीर पर मुसाफिरखाना थाने में 10 नामजद और 8 से 10 अज्ञात ग्रामीणों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ है।

दरअसल ये पूरा मामला मुसाफिरखाना थाना क्षेत्र के पूरे पहलवान गांव का है।जहाँ मंगलवार को संजय गांधी अस्प्ताल के पक्ष में बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने सांसद स्मृति ईरानी का पुतला फूंक कर मुर्दाबाद के नारे लगाए थे।सांसद स्मृति ईरानी का पुतला फूंकने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था।

घटना के बादमुसाफिरखाना थाने में तैनात उप निरीक्षक अम्बिका सिंह की तहरीर पर मुसाफिरखाना थाने में ग्रामीण मनोज मिश्रा,अनुज तिवारी,रामधनी,सर्वेश सिंह, रोशन यादव,तेज बहादुर मिश्र,सरजू,भालू धोबी,विश करन यादव और राजकरण यादव समेत 8 से 10 अज्ञात ग्रामीणों पर धारा 505(2) के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।

दो संविदाकर्मियों की सेवा समाप्त

वही पुतला दहन में शामिल बिजली विभाग में तैनात संविदाकर्मी कर्मी मनोज मिश्र, अनुज तिवारी,और नवनीत शर्मा की सेवा तत्काल प्रभाव से समाप्त कर दी गई है।

ब्रॉडकास्ट इंजीनियरिंग कंसलटेंट इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के प्रबंध निदेशक और नोडल अधिकारी अजय दुबे ने अधीक्षण अभियंता गौरीगंज के पत्र का संज्ञान लेते हुए तत्काल तीनो संविदाकर्मियों की सेवा समाप्त कर दी है।

*अमेठी में पुलिस ने तीन चोरों को किया गिरफ्तार, कई मोबाइल, लैपटॉप और मोबाइल एसेसिरिज बरामद*

अमेठी में अपराधियों के खिलाफ चलाए जा रहे धड़ पकड़ अभियान में पुलिस को एक बार फिर बड़ी सफलता मिली जहां पुलिस ने चोरी की कई घटनाओं का अंजाम दे चुके 3 शातिर चोरों को गिरफ्तार किया।

चोरों के पास से बड़ी मात्रा में मोबाइल फोन एसेसरीज लैपटॉप और चार्जर बरामद हुए।पुलिस ने तीनों चोरों पर संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया है।

दरअसल ये पूरा मामला जगदीशपुर थाना क्षेत्र के हसनपुर जोरई मोड़ के पास का है।जहां देर शाम संदिग्ध व्यक्ति और वाहनों की तलाशी के दौरान पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि जोरई मोड़ के पास बोरी और झाले में बड़ी मात्रा में चोरी का सामान भरकर तीन अभियुक्त खड़े हैं।मुखबिर से सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने बल प्रयोग करते हुए तीनों अभियुक्तों को हिरासत में ले लिया।

पूछताछ में एक चोर ने अपना नाम मनोज कुमार पुत्र स्वर्गीय राम रामखेलावन दूसरे ने अपना नाम संजय कुमार पुत्र जयकरन और तीसरे ने अपना नाम मोहित पुत्र सहदेव पूरे मंजूशाह हसवा सुरवन जगदीशपुर बताया।तलाशी के दौरान बोरी से एक इनवर्टर एक बैट्रा, एक लैपटॉप,5 कीमती मोबाइल फोन,चार दर्जन से अधिक डाटा केबल, 6 दर्जन से अधिक ईरयरफोन और मोबाइल चार्ज ब्लूटूथ बरामद हुआ।

अभियुक्तों ने बताया कि 14 सितंबर की देर रात तीनों ने अयोध्या रायबरेली मार्ग पर स्थित मोबाइल की दुकान का ताला तोड़कर इन सभी कीमती सामानों को चोरी किया था। पुलिस ने तीनों चोरों पर धारा 457 380 और 411 के तहत मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया है।

राजस्व विभाग ने चिन्हित भूमि को जल निगम को किया सुपुर्द

सरकार की अतिमहत्वाकांक्षी योजना हर घर नल, हर घर जल पूरे जिले में बड़ी ही तेजी से कार्य हो रहा हैं। विकास खंड शाहगढ़ की ग्राम सभा किशुन दास पुर में भूमि चिन्हाकित न होने के कारण पानी की टंकी बनने में समस्या हो रही थी, उपजिलाधिकारी गौरीगंज अभिनव कन्नौजिया के आदेश पर तहसीलदार आशीष सिंह के निर्देशन में नायब तहसीलदार राज बहादुर वर्मा के नेतृत्व में राजस्व कर्मी व जल निगम के कर्मियों की संयुक्त टीम गठित हुई। 

जो ग्राम सभा में जाकर पानी की टंकी निर्माण हेतु जमीन गाटा संख्या 1045 रकबा 0.0750 हेक्टेयर की पैमाईश कर चिन्हाकन कराया। और जल निगम जे ई सतीश यादव ने बताया कि विभाग को जमीन मिल चुकी हैं, इस पर बहुत ही जल्द टंकी बनाने का कार्य शुरू हो जायेगा। 

और ग्राम सभा के घरों तक पानी पहुंचने लगेगा। इस मौके पर राजस्व निरीक्षक लालमणि पाण्डेय, जगदीश प्रसाद विश्वकर्मा, राजस्व कर्मी अरुण तिवारी, राजकुमार, गौरव यादव, कुलदीप यादव, ग्राम प्रधान आदि सहित ग्रामीण मौजूद रहे।

अस्पताल पर राजनीति करने के बजाय देंखे जनता का हित

अमेठी।संजय गांधी अस्पताल का लाइसेंस निरस्त होने एवं सभी सेवाओं पर प्रतिबंध लगने के बाद संचालन ठप हो गया है। आलम यह है कि हम सभी करीब 500 से अधिक कर्मचारी बेरोजगार एवं भुखमरी के कगार पर आ गए हैं।

भाजपा सरकार और स्थानीय सांसद व केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी जनता की समस्या सुलझाने के बजाय राजनीति करने में जुटी हैं। स्वास्थ्य सेवाओं पर राजनीति करने की वजह सुविधा और बढ़ाई जानी चाहिए ना की उसे बंद किया जाना चाहिए।

आज संसद और भाजपा की इशारे पर अस्पताल को बंद कर जनता एवं मरीज के साथ विश्वास घात किया गया है यह हम लोग बर्दाश्त नहीं करेंगे। हम लोगों का सत्याग्रह अनवरत जारी रहेगा।

1980 के दशक में पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय इंदिरा गांधी ने संजय गांधी की कर्मभूमि पर संसदीय क्षेत्र के लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराए जाने को लेकर साढे 350 बेड का संजय गांधी चिकित्सालय की आधारशिला रखी।

इस अस्पताल में अमेठी संसदीय क्षेत्र के साथ ही दर्जनों जनपद के हजारों मरीज प्रतिदिन अस्पताल के लिए आते हैं। प्रतिदिन 650 से अधिक ओपीडी तो 200 से अधिक इमरजेंसी के साथ ही 1000 से अधिक विभिन्न जाच होती हैं।

गंभीर मरीजों का प्रतिदिन करीब 12 से 15 का ऑपरेशन होता है। लोगों को उच्च स्तरीय सुविधा मिलती हैं। अस्पताल में उच्च स्तरीय सुविधा वाला ब्लड बैंक भी संचालित है।

जिससे क्षेत्र के लोग लाभान्वित हो रहे हैं इन सब के बीच 14 सितंबर को मुसाफिरखाना कोतवाली के गांव रामशाहपुर निवासी अनुज शुक्ला की पत्नी दिव्या शुक्ला पथरी का ऑपरेशन करने के लिए अस्पताल आई थी।

ऑपरेशन थिएटर में जाने के बाद उनकी हालत गंभीर हुई तो उन्हें लखनऊ स्थित मेदांता अस्पताल ले जाया गया जहां उनकी मौत हो गई। इस मामले में शासन और प्रशासन की ओर से 17 सितंबर को 90 दिन का समय देते हुए नोटिस जारी किया गया।

लेकिन राजनीतिक विद्वेष भावना के चलते 24 घंटे के भीतर ही संजय गांधी अस्पताल का लाइसेंस निरस्त कर सभी सेवाओं पर प्रतिबंध लगा दिए गए। जिसके चलते अस्पताल में तैनात करीब 450 सौ कर्मचारी बेरोजगार हो गए हैं तो वहीं प्रतिदिन आने वाले मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है तो वही बाजार में सैकड़ो दुकानदारों की रोजी-रोटी पर भी संकट आ गया है।

इसी को लेकर कर्मचारी संघ एवं अस्पताल का पूरा स्टाफ सत्याग्रह आंदोलन करने को बाध्य हुआ है। पीड़ित परिवार के साथ हम लोगों की पूरी संवेदना है। केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के इसारे पर ट्रस्ट की अध्यक्ष सोनिया गांधी एवं राहुल गांधी को बदनाम करने के लिए यह सब शासन व प्रशासन पर दबाव बना कर कराया गया है।

मांगे पूरी होने तक हम लोगों का प्रदर्शन जारी रहेगा। अस्पताल के वरिष्ठ कर्मचारी अरविंद श्रीवास्तव ने बताया कि हमारी सांसद कह रही हैं कि गांधी परिवार अपना नुकसान देख रहा है।

जबकि यह अस्पताल डेढ़ करोड़ प्रतिवर्ष के घाटे में रहकर भी लोगों को लखनऊ जैसी उच्च स्तरीय स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध करा रहा है। हम लोग यहां 35 वर्षों से कार्यरत हैं लाखों गंभीर से गंभीर मरीज यहां से ठीक होकर गए हैं।

इस तरह का आरोप प्रत्यारोप रूप लगाने के बजाय क्षेत्र की जनता की समस्याओं और मरीज को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं संसद को उपलब्ध करानी चाहिए। संजय गांधी अस्पताल के ऑपरेशन मैनेजर मनो कर्णिका मिश्रा ने कहा कि शासन और प्रशासन की ओर से जल्दबाजी में की गई कार्रवाई न्यायोचित नहीं है।

अस्पताल प्रशासन का पक्ष लेने के बाद ही इस पर कार्यवाही व निर्णय लेना चाहिए था। अस्पताल बंद होना क्षेत्र की जनता एवं मरीज के हित में नहीं है। सरकार और न्यायालय पर उन्हें पूरा भरोसा है इसका संचालन जल्द शुरू होगा।

कर्मचारी संघ के अध्यक्ष संजय सिंह ने कहा कि अगर संजय गांधी अस्पताल का लाइसेंस बहस नहीं किया जाता तो हम लोग अपनी अंतिम सांस तक आर पार की लड़ाई लड़ेंगे। इसके लिए उन्हें कुछ भी करना पड़ेगा उनका संघ तैयार है।

दूसरे दिन सत्याग्रह स्थल पर कर्मचारियों ने उग्र रूप से नारेबाजी करते हुए लाइसेंस बहाली एवं संचालन की आवाज बुलंद की। हालांकि इन सब के बीच सड़कों से आने जाने वाले राहगीर बेरोजगार हुए कर्मचारी की मनो दशा को देखकर इस कार्रवाई के विरोध में कोसते नजर आए।

इस मौके पर संजय सिंह अरविंद श्रीवास्तव चंद्रभान पांडे विनोद कुमारी सिंह विपिन श्रीवास्तव बृजेश कुमार सिंह सीमा यादव अवधेश तिवारी सूरज शुक्ला शिवांशु मंजू नायर शिव प्रकाश साधना कामाख्या गुड्डी देवी ममता समेत कर्मचारी संघ पैरामेडिकल स्टाफ नर्सिंग स्टाफ समेत कॉन्ट्रैक्ट वर्कर मौजूद रहे

मेरी माटी मेरा देश के अंतर्गत नरैनी में शहीद स्मारक से शुरू हुआ कार्यक्रम

अमेठी । जिले के प्रभारी मंत्री गिरीश यादव अपने एक दिवसीय दौरे पर अमेठी पहुंचे इस दौरान प्रभारी मंत्री ने सबसे पहले जगदीशपुर में सांसद खेलकूद प्रतियोगिता में शामिल होकर वहां पर विजई खिलाड़ियों को प्रमाण पत्र और मेटल शॉप इसके बाद प्रभारी मंत्री सीधे कलेक्ट्रेट पहुंचे। यहां पर प्रभारी मंत्री ने विकास कार्यों को लेकर जिला स्तरीय अधिकारियों के साथ बैठक की बैठक के बाद प्रभारी मंत्री ने भाजपा पदाधिकारी के साथ भी बैठक की इसके साथ ही सेंभुई गांव मे गौशाला का निरीक्षण किया । निरीक्षण के दौरान प्रभारी मंत्री ने चौपाल, लगाकर जन शिकायतों को सुनकर उनके निस्तारण के आदेश विभाग अधिकारियों को दिए।

पूरे कार्यक्रम को लेकर प्रभारी मंत्री गिरीश यादव ने कहा कि आज विकास कार्यों की समीक्षा बैठक की गई है समीक्षा बैठक में अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि विकास कार्यों की जो भी योजनाएं हैं वह निचले स्तर तक जन-जन तक पहुंचाई जाएं किसी भी प्रकार की लापरवाही उसमें ना हो प्रभारी मंत्री ने कहा कि अमेठी वैसे भी हर कार्यों में प्रथम स्थान पर है लेकिन कुछ कार्यों में अमेठी में थोड़ी बहुत कमियां मिली है उनको जल्द से जल्द पूरा करने की निर्देश दिए वही मुंशीगंज अस्पताल बंद होने को लेकर प्रभावित प्रभारी मंत्री ने कहा कि अस्पताल एक ट्रस्ट के नाम संचालित है वहां पर जब मौत हुई तो इसका संज्ञान सरकार ने लिया।

सरकार ने लापरवाही पर उसे अस्पताल का लाइसेंस निरस्त किया है जांच चल रही है जांच के बाद जो भी आगे होगा देखा जाएगा अगर वहां पर कोई भी मुद्दा उठ रहा है तो ट्रस्ट के लोगों ने दूसरी डॉक्टर पर कार्रवाई क्यों नहीं की कार्रवाई तो भाजपा सरकार ने की प्रभारी मंत्री ने कांग्रेस पर निशाना चाहते हुए कहा कि कांग्रेस के पास कोई मुद्दा नहीं है कोई भी चुनाव हो सब में बीजेपी जीत दर्ज कर रही है जनता योगी मोदी के साथ उनके विकास कार्यों को देख रही है और आज हर समाज खुशहाल है भारतीय जनता पार्टी का जनाधार हर चुनाव में बढा है।

प्रभारी मंत्री गिरीश यादव अपने एक दिवसीय दौरे पर अमेठी पहुंचे

अमेठी । जिले के प्रभारी मंत्री गिरीश यादव अपने एक दिवसीय दौरे पर अमेठी पहुंचे इस दौरान प्रभारी मंत्री ने सबसे पहले जगदीशपुर में सांसद खेलकूद प्रतियोगिता में शामिल होकर वहां पर विजई खिलाड़ियों को प्रमाण पत्र और मेटल शॉप इसके बाद प्रभारी मंत्री सीधे कलेक्ट्रेट पहुंचे। यहां पर प्रभारी मंत्री ने विकास कार्यों को लेकर जिला स्तरीय अधिकारियों के साथ बैठक की बैठक के बाद प्रभारी मंत्री ने भाजपा पदाधिकारी के साथ भी बैठक की इसके साथ ही सेंभुई गांव मे गौशाला का निरीक्षण किया । निरीक्षण के दौरान प्रभारी मंत्री ने चौपाल, लगाकर जन शिकायतों को सुनकर उनके निस्तारण के आदेश विभाग अधिकारियों को दिए।

पूरे कार्यक्रम को लेकर प्रभारी मंत्री गिरीश यादव ने कहा कि आज विकास कार्यों की समीक्षा बैठक की गई है समीक्षा बैठक में अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि विकास कार्यों की जो भी योजनाएं हैं वह निचले स्तर तक जन-जन तक पहुंचाई जाएं किसी भी प्रकार की लापरवाही उसमें ना हो प्रभारी मंत्री ने कहा कि अमेठी वैसे भी हर कार्यों में प्रथम स्थान पर है लेकिन कुछ कार्यों में अमेठी में थोड़ी बहुत कमियां मिली है उनको जल्द से जल्द पूरा करने की निर्देश दिए वही मुंशीगंज अस्पताल बंद होने को लेकर प्रभावित प्रभारी मंत्री ने कहा कि अस्पताल एक ट्रस्ट के नाम संचालित है वहां पर जब मौत हुई तो इसका संज्ञान सरकार ने लिया।

सरकार ने लापरवाही पर उसे अस्पताल का लाइसेंस निरस्त किया है जांच चल रही है जांच के बाद जो भी आगे होगा देखा जाएगा अगर वहां पर कोई भी मुद्दा उठ रहा है तो ट्रस्ट के लोगों ने दूसरी डॉक्टर पर कार्रवाई क्यों नहीं की कार्रवाई तो भाजपा सरकार ने की प्रभारी मंत्री ने कांग्रेस पर निशाना चाहते हुए कहा कि कांग्रेस के पास कोई मुद्दा नहीं है कोई भी चुनाव हो सब में बीजेपी जीत दर्ज कर रही है जनता योगी मोदी के साथ उनके विकास कार्यों को देख रही है और आज हर समाज खुशहाल है भारतीय जनता पार्टी का जनाधार हर चुनाव में बढा है।

*भरभरा कर गिरा कच्चा मकान,मलबे की चपेट में आने से 40 वर्षीय युवक की मौत*

अमेठी । जिले में आज सुबह एक कच्चा मकान भरभरा कर गया।मलबे की चपेट में आने से 40 वर्षीय युवक की मौत हो गई।मकान गिरने की आवाज सुनकर बड़ी संख्या में ग्रामीण मौके पर पहुँचे और शव को मलबे से बाहर निकाला।सूचना के बाद मौके पर पहुँची पुलिस ने शव का पंचनामा भरकर कब्जे में लेते हुए पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।

दरअसल ये पूरा मामला मुसाफिरखाना कोतवाली क्षेत्र के हरदोईया गांव का है जहाँ आज सुबह राम बली यादव पुत्र नन्हे यादव का कच्चा मकान अचानक भरभरा कर गिर पड़ा।मलबे की चपेट में आने से रामबली की मौके पर मौत हो गई।मकान के गिरने की आवाज सुनते ही बड़ी संख्या में ग्रामीण मौके पर पहुँचे और कड़ी मशक्कत के बाद शव को बाहर निकाला लेकिन रामबली की पहले ही मौत हो चुकी थी।

घटना की जानकारी ग्रामीणों ने पुलिस को दी।सूचना मिलते ही मुसाफिरखाना पुलिस मौके पर पहुँची और शव का पंचायत नामा भरकर कब्जे में लेते हुए पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।

एसएचओ ने कहा

वही पूरे मामले पर मुसाफिरखाना एसएचओ विनोद सिंह ने कहा कच्चा मकान गिरने से 40 वर्षीय युवक की मौत हुई।मृत युवक अविवाहित था और घटना के समय उसके घर मे कोई मौजूद नही थी।शव का पंचायतनामा भरकर कब्जे में लेते हुए पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।

*अमेठी में भीषण सड़क हादसा:ट्रक और ट्रेलर की आमने सामने टक्कर,दो ड्राइवरों समेत तीन की मौत*

अमेठी । जिले में देर रात भीषण सड़क हादसा सामने आए जहां ट्रक और ट्रेलर की आमने-सामने भीषण टक्कर हो गई।हादसे में दोनों गाड़ियों के चालक समेत एक कंडक्टर की दर्दनाक मौत हो गई।

हादसे की सूचना मिलते ही मौके पर पहुँची पुलिस ने दोनों तीनों शवों को कड़ी मशक्कत बाद गाड़ी से निकलकर कब्जे में लेते हुए पोस्टमार्टम के लिए भेजा दिया है।फिलहाल अभी तक सिर्फ एक शव की पहचान हुई है और पुलिस ने उसके परिजनों को सूचना दे दी है।बाकी दोनो शवो की पहचान कराने में पुलिस जुटी हुई है।

दरअसल ये पूरा मामला जगदीशपुर कोतवाली क्षेत्र के अयोध्या मार्ग स्थित थौरी गांव के पास का है जहाँ देर रात करीब एक बजे तेज रफ्तार ट्रक और ट्रेलर की आमने सामने भीषण टक्कर हो गई।हादसे में दोनों गाड़ियों के चालक समेत एक खलासी की मौके पर ही मौत हो गई।हादसा इतना भीषण था कि तीनों के शव गाड़ियों में फंस गए।घटना की सूचना स्थानीय ग्रामीणों जे पुलिस को दी।

सूचना मिलते ही जगदीशपुर एसएचओ राकेश सिंह दलबल के साथ मौके पर पहुँचे और गाड़ी में फंसे तीनों शवों को कड़ी मशक्कत के बाद बाहर निकाला।

खलासी की पहचान मनोज मिश्रा थाना बल्दीराय जिला सुल्तानपुर के रूप में हुई।पुलिस ने तत्काल इसकी सूचना उसके परिजनों को दी बाकी दोनो शवों की पहचान अभी तक नही हो पाई है।पुलिस दोनो शवो का पहचान कराने में जुटी हुई है।

एसएचओ ने कहा

वही पूरे मामले पर जगदीशपुर एसएचओ राकेश सिंह ने कहा कि देर रात ट्रक और ट्रेलर की आमने सामने टक्कर हुई थी।हादसे में दोनो गाड़ियों के चालक समेत एक खलासी की मौके पर मौत हो गई थी।तीनो शवो को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के किये भेजा गया है।

एक मृतक की पहचान हुई है बाकी दो मृतकों की पहचान के प्रयास किये जा रहे है।मृतक के परिजनों को सूचना दे दी गई है।

*सीएमओ आफ़िस में अनिश्चित कालीन धरने पर बैठे पूर्व एमएलसी दीपक सिंह,संजय गांधी अस्पताल के लाइसेंस को बहाल करने की मांग*

अमेठी। संजय गांधी हॉस्पिटल के लाइसेंस बहाली की मांग को लेकर कांग्रेस के पूर्व एमएलसी दीपक सिंह अपने सैकड़ो समर्थकों के साथ सीएमओ ऑफिस में सत्याग्रह आंदोलन करते हुए पर बैठ गए हैं।धरने में मौजूद जिला अध्यक्ष पूर्व,जिला अध्यक्ष समेत बड़ी संख्या में कांग्रेस नेता और कार्यकर्ता शामिल है।दीपक सिंह का कहना है कि जिस अस्पताल में सैकड़ो लोगों का रोज इलाज होता वो अस्प्ताल एक महिला की मौत के बाद राजनीति का शिकार हो गया। जल्दबाजी में अमेठी प्रशासन ने अस्पताल के लाइसेंस को निलबित कर दिया जो पूरी तरह से गलत है। अस्पताल का लाइसेंस बहाल नहीं हो जाता जब तब तक वह सीएमओ ऑफिस परिसर में अनिश्चितकाल के लिए धरने पर बैठे रहेंगे।

दरअसल बीते 15 सितम्बर को संजय गांधी अस्पताल में एनेस्थीसिया का ओवरडोज देने की वजह से एक महिला कोमा में चली गई थी जिसके बाद उसकी मौत हो गई।महिला की मौत के बाद जिला प्रसाशन ने इलाज में लापरवाही बरतने के आरोप में अस्पताल के लाइसेंस को निलंबित कर दिया।गांधी परिवार द्वारा संचालित हो रहे हैं संजय गांधी अस्पताल का लाइसेंस निलंबित होने के बाद कांग्रेस पूरी तरह से सड़क पर उतर आई।

घटना के बाद कांग्रेस नेताओं ने प्रशासन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करते हुए राज्यपाल और मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन प्रसाशन को सौपा और लाइसेंस को बहाल करने की मांग की लेकिन एक सप्ताह से अधिक का समय बीतने के बाद भी प्रशासन द्वारा कार्रवाई नहीं की गई। अब कांग्रेस के पूर्व एमएलसी दीपक सिंह पूरी तरह से संजय गांधी के पक्ष में मैदान में कूद पड़े और आज से अनिश्चित काल के लिए सीएमओ ऑफिस में धरने पर बैठ गए है। दीपक सिंह के साथ कांग्रेस के जिला अध्यक्ष प्रदीप सिंघल पूर्व जिला अध्यक्ष योगेंद्र मिश्रा युवा जिला अध्यक्ष शुभम सिंह समेत बड़ी संख्या में कांग्रेस नेता और कार्यकर्ता सत्याग्रह आंदोलन कर रहे हैं।दीपक के सत्याग्रह आंदोलन में आप और सपा के नेता भी शामिल हुए हैं।

सत्याग्रह को लेकर दीपक सिंह ने कहा कि जिस तरह से एक महिला की मौत के बाद अस्पताल के लाइसेंस को निलंबित कर दिया गया यह बिल्कुल गलत है।क्या ट्रेन हादसे में किसी मौत होने के बाद पूरे रेलवे को बंद कर दिया जाता है।क्या बस हादसे में किसी की मौत के बाद पुरे रोडवेज को बंद कर दिया जाता है। अस्पताल के लाइसेंस निलंबन में पूरी तरह से राजनीति हुई।जो अस्पताल सैकड़ो लोगों का रोग इलाज करता था आज वह राजनीति का शिकार हो गया जिस कारण प्रशासनिक अधिकारियों ने 24 घंटे के भीतर अस्प्ताल का लाइसेंस को निलंबित कर दिया।जब तक अस्पताल का लाइसेंस बहाल नहीं किया जाता तब तक मैं अनिश्चितकाल के लिए सत्याग्रह आंदोलन करते हुए धरने पर बैठा रहूंगा।

जिले की स्वास्थ्य व्यवस्था पर सवाल

इतना कि दीपक सिंह ने जिले की स्वास्थ्य व्यवस्था पर भी सवाल उठाया और कहा कि जिले में स्वास्थ्य व्यवस्था पूरी तरह से बदहाल हो चुकी है।अस्प्ताल है लेकिन डॉक्टर नही है।मशीनें है लेकिन आपरेटर नहीं है।