*एक अक्टूबर से सात अक्टूबर तक होगा "जाता राजा" महानाट्य का मंचन*
कानपुर। आईएमए कानपुर एवं जाणता राजा संचालन समिति के संयुक्त तत्वाधान में आगामी 1 अक्टूबर से प्रारंभ होने वालें जाणता राजा महानाट्य के संबंध में एक संगोष्ठी का आयोजन आईएमए परेड कोकानपुर में किया गया। डॉ पंकज गुलाटी अध्यक्ष एवं सचिव डा अमित सिंह गौर ने जाणता राजा संचालन समिति के अध्यक्ष डॉ उमेश पालीवाल, संयोजक नीतू सिंह जी एवं सगोष्ठी के मुख्य वक्ता श्रीरामजी प्रान्त प्रचारक राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का पुष्पगुछ देकर स्वागत एवं अभिनंदन किया।
आईएमए कानपुर के अध्यक्ष डा० पंकज गुलाटी ने अपने स्वागत उद्बोधन में जाणता राजा संचालन समिती के पदाधिकारियों का कार्यक्रम आयोजन के लिये उनका स्वागत एवं अभिनन्दन किया और आईएमए के सदस्यों को 1 से 7 अक्टूबर तक चलने वाले महानाट्य को देखने के लिये सदस्यों से अनुरोध किया।
जाणता राजा संचालन समिति के अध्यक्ष डॉ उमेश पालीवाल, ने बताया कि 2019 मे इस महानाटय का मंचन कानपुर में हो चुका है, और पुन: इस वर्ष कानपुर में इसका मंचन होने जा रहा है।संचालन समिति की संयोजक नीतू सिंह जी ने बताया कि जाणता राजा महानाट्य विश्व का सबसे बड़ा महानाट्य है। 1 अक्टूबर से 7 अक्टूबर तक इतका मंचन उ.र.अ. में होने जा रहा है ! उन्होने बताया महानाट्य में पुणे से आये 150 कलाकारों 150 स्थानीय कलाकारों के द्वारा महानाट्य का मंचन किया जायेगा। संयोजक नीतू सिंह जी ने बताया कि आज के समय में मां जीजाबाई और शिवा जी के आदर्शो पर हर परिवार में अमल होना चाहिये। उनके बताये रास्ते पर चलकर न केवल परिवार, समाज बल्कि देश को विश्व गुरु बनाया जा सकता है। उन्होंने बताया कि महानाट्य करने से अर्जित होने वाली का धनराशि को स्वास्थ समाज और समृद्ध समाज की कल्पना को पूर्ण करने के मकसद से बनाये जा रहे निर्माणधीन श्री राम लला अरोग्यधाम हॉस्पिटल में उपयोग किया जायेगा। जिससे अन्तिम पायदान पर बैठे व्यक्ति को उच्च गुणवत्ता एवं कम पैसे में स्वास्थ सेवा का लाभ मिल सके।
संगोष्ठी के मुख्य व्यक्ता आर०एस०एस० के प्रांत प्रचारक श्री राम ने कहा राष्ट्र की दिशा और दशा आज का नौजवान तय करता है, और हर नौजवान को छत्रपति शिवा जी जैसा आचरण अपनाने की जरूरत है। उन्होने ने कहा छत्रपति शिवा जी का व्यक्तित्व समाज के अन्दर आत्मविश्वास, ऊर्जा से कार्य करने की प्रेरणा देता है। उन्होने बताया कि कैसे छत्रपति शिवाजी महाराज ने मुगल शासकों की कट्टरता और उदंडता के विरुद्ध अपनी लडाई लड़ी! छत्रपति शिवाजी महाराज राष्ट्रीयता के जीवंत परिचायक थे। शिवाजी महाराज पूर्णतया राष्ट्रप्रेमी, कर्तव्यपरायण एवं कर्मठ योद्धा होने के प्रतीक है। संचालन समिति के पदाधिकारियो ने आईएमए सदस्यों से महानाट्य देखने का अनुरोध किया। कार्यक्रम का संचालन आईएमए सचिव डॉ अमित सिंह गौर ने किया। इस मौके पर डा० नंदिनी रस्तोगी, डॉ बृजेंद्र शुक्ला, डा० दीपक श्रीवास्तव समेत कई अन्य सदस्य भी मौजूद रहे ।
Sep 26 2023, 17:55