*न्यायिक अधिकारी ने किया अयोध्या जिले का नाम रोशन*

अयोध्या।जिले के मसौधा ब्लॉक के मैनुद्दीनपुर निवासी न्यायिक अधिकारी राकेश कुमार यादव ने नाम रोशन किया है। लखनऊ के न्यायिक प्रशिक्षण अनुसंधान केंद्र में आयोजित खेल प्रतियोगिता में इलाहाबाद हाईकोर्ट में रजिस्ट्रार बजट के पद पर तैनात यादव ने गोला फेंक (ओपन पुरुष) प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त किया है।

इस प्रतियोगिता में प्रदेशभर के न्यायिक अधिकारियों ने हिस्सा लिया था। प्रतियोगिता का उदघाटन इलाहाबाद हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश प्रीतिंकर दिवाकर ने किया था।

प्रतियोगिता इस सफलता पर विधायक रामचंद्र यादव, विधायक अवधेश प्रसाद, विधायक अभय सिंह, जिलाध्यक्ष पारसनाथ यादव, पूर्व मंत्री पवन पाण्डेय, वरिष्ठ पत्रकार भीम यादव, उग्रसेन मिश्र, पत्रकार राममूर्ति यादव, डा. जनार्दन यादव, डा. उमेश चौधरी, डा. जयंती चौधरी, अवध विवि कर्मचारी परिषद के पूर्व मंत्री विपिन यादव, महंत कल्याणदास, महंत डा. भरतदास, महंत राजकुमार दास, टीटीई जितेंद्र कुमार व अन्य से बधाई दी है।

*जिलाधिकारी नितीश कुमार ने लिया जायजा*

अयोध्या।जिलाधिकारी नितीश कुमार द्वारा कलेक्ट्रेट के पास निमार्णाधीन मल्टी लेवल पार्किंग का किया निरीक्षण। निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने कहा। 85 प्रतिशत तक काम पूरा हो चुका। इसके बनने से लगभग 282 कार की पार्किंग की व्यवस्था के अलावा पार्किंग के बाहर तथा अंदर मोटर साइकिलों के पार्किंग के होंगी व्यापक व्यवस्था।उन्होंने पार्किंग स्थल पर रेलिंग, टाय्लेट, सीढ़ियों के पास रेलिंग तथा पानी को बाहर निकलने के लिए आवश्यक निकास बनाने का दिया निर्देश।

मल्टीलेबल पार्किंग पर बैठने के लिए कुर्सी तथा डिजाइन के अनुसार टाइल्स, साफ सफाई आदि की बेहतर व्यवस्था करने को कहा। पार्किंग स्थल बहुत ही महत्वपूर्ण स्थान पर है इसमें सरकारी विभागों के साथ साथ अधिवक्तागणों, विशिष्ट व्यक्तियों के पार्किंग की व्यवस्था होगी जो आम लोगों के लिए भी होंगी सुविधादायक। बेहतर ढंग से बनाने हेतु सम्बंधित अभियन्ता एवं कार्यदायी संस्था को निर्देश दिया।

*अयोध्या जिला के हाईटेक होंगे ग्रामीण डाकघरों के शाखा पोस्टमास्टर*

अयोध्या।जल्द ही हाईटैक होंगे ग्रामीण क्षेत्र के शाखा पोस्टमास्टर, डाक विभाग का उद्देश्य समावेशी विकास के तहत शहरों के साथ-साथ सुदूर ग्रामीण अंचल स्थित लोगों को भी सभी योजनाओं के तहत लाना है। 'दर्पण' 2.0 प्रोजेक्ट के तहत गाँव में स्थित शाखा डाकघरों को भी हाईटेक करके वहाँ पर 5ॠ स्मार्ट मोबाइल फोन दिए जा रहे हैं । इसके तहत शाखा डाकघरों को आॅनलाइन और डिजिटल बनाने के लिए सोलर चार्जिंग उपकरणों से जोडने के साथ-साथ मोबाइल थर्मल प्रिन्टर, फिंगर प्रिन्ट स्कैनर, डिजिटल कैमरा एवं सिगनेचर व दस्तावेज स्कैनिंग के लिये यन्त्र भी मुहैया कराए गए हैं ताकि ग्रामीण लोगों को इन सुविधाओं के लिये शहरों की तरफ न भागना पडे और घर बैठे ही वे अपना भुगतान प्राप्त कर सकें। उक्त बातें मण्डल के प्रवर अधीक्षक डाकघर एच के यादव ने कहा।

साथ ही यह भी कहा कि डाक विभाग का यह कदम भारत सरकार के "डिजिटल इण्डिया" मिशन को भी पूरा करता है। श्री यादव ने बताया की अब पंजीकृत डाक बुकिंग की सुविधा भी शाखा डाकघरों में उपलब्ध होगी, जो कि पहले मात्र उपडाकघरों या प्रधान डाकघर में ही थी। अभी तक शाखा डाकघर के शाखा पोस्टमास्टरों को हैंडहेल्ड डिवाइस उपलब्ध कराया गया जिस पर 3ॠ नेटवर्क ही उपलब्ध कराया गया था । नया मोबाइल फोन मिलने से डाकघरों की मूल समस्या नेटवर्क पर विराम लगेगा और उन्हें 5ॠ नेटवर्क की सुविधा के साथ साथ वाई फाई से लैस किया जायेगा । जिससे शाखा डाकघरों के जमा निकासी, डाक जीवन बीमा जमा के साथ रजिस्ट्री बुकिंग में तेजी से कार्य होगा साथ इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक के खातों में भी जमा निकासी की सुविधा का लाभ मिलेगा ।

प्रथम चरण में अंबेडकरनगर के सूरापुर के 5 शाखा डाकघरों को स्मार्ट मोबाइल सेट वितरित कर सफलता पूर्वक ट्रायल किया गया । इसके साथ अयोध्या जनपद के मीरमऊ भेलसर एवं मिल्कीपुर एक एक शाखा डाकघरों को स्मार्ट मोबाइल सेट वितरित किया गया इस दौरान परिवाद निरीक्षक राजेश्वर दूबे, आई पी पी बी वरिष्ठ प्रबंधक चेतन जायसवाल, पंकज पाल सहित शाखा पोस्टमास्टर उपस्थित रहे ।

*अवध विवि में कला आचार्य कला प्रदर्शनी-2023 का शुभाारंभ 26 से*

अयोध्या।डॉ० राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के ललित कला (फाईन आर्ट्स) विभाग तथा राज्य ललित कला अकादमी, लखनऊ के संयुक्त तत्वावधान में 26 से 28 सितम्बर, 2023 में मध्य तीन दिवसीय ह्णह्णकला आचार्य कला प्रदर्शनी-2023ह्णह्ण का आयोजन फाईन आर्ट्स विभाग की कला विथिका (आर्ट् गैलरी) में किया जायेगा। यह आयोजन शिक्षक दिवस के उपलक्ष्य मे संस्कृति विभाग, उत्तर प्रदेश शासन, लखनऊ द्वारा प्रदेश के विभिन्न विश्वविद्यालयों को कला शिक्षक के सम्मान हेतु उनके द्वारा निर्मित कला कृर्तियों की प्रदर्शन हेतु राज्य ललित कला अकादमी द्वारा आयोजन सम्बंधी वित्त पोषण किया गया है।

जिसमें विश्वविद्यालय से सम्बद्ध महाविद्यालयों एवं अवध क्षेत्र के विभिन्न शैक्षिक संस्थानों के शिक्षको की चित्रकला, मूर्तिकला एवं व्यवहारिक कला की कृर्तियों की प्रदर्शनी की जायेगी। प्रदर्शनी में प्रतिभागिता पूर्णत: नि:शुल्क रहेगा। 26 सितम्बर, 2023 से प्रारम्भ होने वाली प्रदर्शनी में लगभग 50 कला शिक्षको की कलाकृतियां विभाग को प्राप्त हो चुकी है।कला आचार्य कला प्रदर्शनी की संयोजिका डॉ0 सरिता द्विवेदी ने बताया कि उद्घाटन कार्यक्रम में श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने मुख्य अतिथि के रूप में आशीर्वचन हेतु अपनी सहमति प्रदान की है। कार्यक्रम की अध्यक्षता विवि की कुलपति प्रो0 प्रतिभा गोयल करेंगीं। विशिष्ट अतिथि के रूप में संकायाध्यक्ष, कला एवं मानविकी संकाय, प्रो0 आशुतोष सिन्हा एवं प्राचार्य, रामनगर पी0जी0 कालेज बाराबंकी, प्रो0 शैलेन्द्र मिश्र के साथ राज्य कला संस्कृति विभाग कि निदेशिका, डॉ0 श्रृद्धा शुक्ला होंगी।

डॉ0 द्विवेदी ने बताया कि इस कला प्रदर्शनी में विभिन्न प्रकार की कलाकृतियों के साथ प्रभु श्रीराम कथा आधारित 153 फिट की विश्व रिकार्ड धारी पेन्टिग का प्रदर्शन अन्तररााष्ट्रीय कलाकार, डॉ0 लीना मिश्रा द्वारा प्रस्तुत किया जायेगा।कला प्रदर्शनी की आयोजन सचिव, श्रीमती रीमा सिंह ने बताया कि सभी प्रतिभागी कला शिक्षकों को राज्य ललित कला अकादमी द्वारा प्रतिभागिता प्रमाण पत्र नि:शुल्क प्रदान किया जायेगा। प्रदर्शनी हेतु अब तक प्राप्त कलाकृतियां अवध क्षेत्र से सम्बंधित विभिन्न शैलीयों को वर्णित करेगी। ललित कला के समन्वयक प्रो0 विनोद कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि कला प्रदर्शनी के उद्घाटन सत्र के साथ दिनाँक 26 से 28 सितम्बर, 2023 तक प्रात: 11:00 से सायं 5 बजे तक क्षेत्र के समस्त कला प्रेमी एवं शैक्षणिक संस्थानों के छात्र-छात्राओं के आवलोकनार्थ विभाग खुला रहेगा। प्रात: 10 बजे तक अपनी कला कृतियों को ललित कला विभाग में भेज सकते है।

*अवध विवि की तैराकी प्रतियोगिता में अभिषेक ने जीते दो स्वर्ण एवं एक सिल्वर*

अयोध्या।डॉ० राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के क्रीड़ा परिषद द्वारा आयोजित अंतर महाविद्यालय खेलकूद प्रतियोगिता 2023-24 में सोमवार को तैराकी (पुरुष-महिला) खेल का आयोजन रमाबाई राजकीय महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय अकबरपुर अंबेडकर में आयोजित किया गया।

इस तैराकी प्रतियोगिता में आवासीय परिसर की पुरुष वर्ग टीम के अभिषेक कुमार ने ब्रेस्ट स्ट्रोक 50 मीटर में गोल्ड मेडल, बैक स्ट्रोक 50 मीटर में गोल्ड मेडल, बटर फ्लाई 100 मीटर में सिल्वर मेडल प्राप्त किया। मैडल विजेता अभिषेक कुमार की इस उपलब्धि पर अवध विवि की कुलपति प्रो. प्रतिभा गोयल ने सम्मानित किया। इसके अतिरिक्त प्रो. एस. एस.मिश्रा, आवासीय परिसर की क्रीड़ा अध्यक्ष प्रो. नीलम पाठक, सचिव डॉ0 सुरेन्द्र मिश्र, सदस्य डॉ. अनुराग पांडे, सदस्य डॉ. त्रिलोकी यादव,मैनेजर कुमार मंगलम सिंह ,आनन्द मौर्य ने बधाई एवं शुभकामनाएं दी है।

*रामराज्य नित प्रजा सुखाई, इसमें पण्डित दीनदयाल के अन्तोदय का भाव है: कुलपति प्रो. प्रतिभा गोयल*

अयोध्या।डॉ० राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के स्वामी विवेकानंद सभागार में सोमवार को पण्डित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती पर माल्यार्पण एवं पण्डित दीनदयाल उपाध्याय: जीवन एवं दर्शन विषय पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया। संगोष्ठी को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि व वक्ता श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र अयोध्या के महासचिव चम्पत राय ने कहा कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय जैसे महापुरुष के बारे में मुझे बोलना अच्छा लगता है। आरएसएस 1925 से चल रहा है लेकिन मुझे नहीं लगता कि आरएसएस के संचालनकर्ता, संगठनकर्ता और चिंतक दीनदयाल जी को कभी 30 दिन में 60 समय भोजन मिला होगा। लेकिन उन्होंने एक विचार समाज को दिया जो आज एक वट वृक्ष बन गया है। उन्होंने बताया कि किसी ने संसद में ही कहा कि यह दैवीय पुरुष थे।

किसी ने अवतारी कहा किसी ने कहा महात्मा गांधी, लोकमान्य तिलक और सुभाष चंद्र बोस इन तीनों के विचारों का एकात्मक सूत्र है तो वह है दीनदयाल उपाध्याय। उन्होंने कहा कि अंत्योदय अर्थात अंतिम व्यक्ति का उदय। यह पंडित जी की सशक्त विचारधारा थी। उनका मानना था की सबसे गरीब आदमी, निचले पायदान के व्यक्ति के उत्थान की आवश्यकता है। आर्थिक उन्नति इसमें नहीं की अमीर आदमी कितना विकास कर रहा है कितना उन्नत हो रहा है बल्कि इसमें है कि गरीब व्यक्ति अपने बच्चों को पढ़ाने की स्थिति में है कि नहीं है। उन्होंने कहा कि विकास का पैमाना होना चाहिए कि निचले पायदान का आदमी अपने बच्चों को पढ़ने के लिए सामर्थ्यवान हो। दीनदयाल उपाध्याय जी ने कहा कि इस मिट्टी में अरबपति भी पैदा होता है और मजदूर भी और इस मिट्टी को हम मां कहते हैं।

अगर हमें स्वाभिमान से रहने का अधिकार है तो उसी स्वाभिमान से मजदूर को रहने का भी हक है। हम मानव जाति परमात्मा की उत्कृष्ट कृति हैं। पंडित जी ने कहा था एक संस्था की भलाई की योजना बनाएं तो यह विचार करना चाहिए कि कहीं दूसरी इकाई को नुकसान तो नहीं हो रहा है। दीनदयाल जी ने अपने पूर्वजों के द्वारा लिखी गई बातों को दोहराया है उस पर अमल किया है। उनका मानना था जैसे आत्म संतुष्टि आत्मिक सुख है वैसे ही राष्ट्र की भी आत्मा होती है और उसकी भी आत्मिक संतुष्टि और आत्मिक सुख होता है। राष्ट्र अपनी आत्मा को दे वह भी उसी प्रकार मृत हो जाता है जैसे शरीर अपनी आत्मा को खो दे तो वह मृत्यु को प्राप्त हो जाता है।

उन्होंने कहा कि वे ऐसे व्यक्ति थे जो किसी सुख सुविधा में नहीं पले थे परंतु जीवन में कभी रोए भी नहीं थे और न निराश हुए थे। उनके चिंतन पर जो भी किसी विश्वविद्यालय में या किसी संस्था में कहा जाए उसे लोग मनन करें। लिखें और उसका उपयोग देश की योजनाओं एवं विकास के लिए करें।संगोष्ठी की अध्यक्षता करते हुए अवध विवि की कुलपति प्रो0 प्रतिभा गोयल ने राष्ट्र और मानव को दिशा देने वाले भारत के महान युगपुरूष कर्मयोगी पण्डित दीनदयाल उपाध्याय के जन्मदिवस पर हार्दिक बधाई देते हुए कहा कि पण्डित दीनदयाल उपाध्याय ने मानव जीवन और सम्पूर्ण प्रकृति के एकात्मक सम्बन्धों का मौलिक विचार समाज के सामने रखा है। मानव विविधा आपसी एकता को अभिव्यक्त करती है। सभी शक्ति का समन्वय ही एकात्मकता है। कुलपति प्रो0 गोयल ने कहा कि हमारी सभ्यता और दर्शन के अनुसार पूरी व्यवस्था सद्भाव पर टिकी हुई है। प्राणी के चार पहलू होते है।

शरीर, मन, बुद्धि और आत्मा। इन्हीं रूपों का संकलन है मानव। इन चारों की जरूरतों के जीवन दर्शन में में पूरूषार्थ की आवश्यकता होती है धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष। इन सबका आपस में अटूट सम्बन्ध है। इन चारों में सामजस्य कायम रखना किसी भी व्यक्ति के जीवन के आवश्यक होता है। कार्यक्रम में कुलपति ने कहा कि दीनदयाल जी का मत था कि व्यक्तिवाद, राष्ट्रवाद और अन्तरराष्ट्रवाद में किसी प्रकार का अन्तर विरोध नही होना चाहिए। व्यक्ति के आगे समाज है, समाज के आगे राष्ट्र है और राष्ट्र के आगे अन्तरराष्ट्र है। कुलपति ने कहा कि उपाध्याय जी का शिक्षा के प्रति दृढ निश्चय था। उन्होंने कहा कि अन्तोदय शिक्षा के माध्यम से हो सकता है। वर्तमान में राष्ट्रीय शिक्षा नीति में भलीभांति जोड़ा गया है। अंतिम पायदान में खडे़ व्यक्ति को शिक्षा से जोड़ा जाए। शिक्षा के रास्ते विकास की ओर ले जाए। राष्ट्र को विश्वगुरू बनना है इसमें समाहित है। दीनदयाल जी के विचार ऐसी व्यवस्था को उजागर करता है जिनमें राष्ट्रीयता, मानवता, विश्व शांति की भावना उत्पन्न करके व्यक्ति परिपूर्ण जीवन व्यतीत कर सकता है। कार्यक्रम में कुलपति ने कहा कि रामराज्य नित प्रजा सुखाई, इसमें अन्तोदय का भाव है। इसलिए आज भी पण्डित जी के विचारों को आत्मसात् करने की आवश्यकता है। कार्यक्रम में पण्डित दीनदयाल उपाध्याय शोध पीठ के समन्वयक प्रो0 आशुतोष सिन्हा ने अतिथियों को स्वागत करते हुए कहा कि दीनदयाल जी अपना सम्पूर्ण जीवन देश के लिए न्योछावर कर दिया है।

ऐसे महापुरूष के प्रति आज सच्ची श्रद्धाजंलि होगी। विद्यार्थियों को उनके कृतित्व एवं व्यक्तित्व को जानने की जरूरत होगी। समन्वयक ने कहा कि पण्डित दीनदयाल के एकात्मवाद में हर समस्या का समाधान है। इसमें पूरे विश्व का उत्थान है। इसलिए भारत को विश्व गुरू बनने से रोक नही सकता है। कार्यक्रम में आईईटी के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ0 सुधीर श्रीवास्तव ने पण्डित दीनदयाल के कृतित्व एवं व्यक्तित्व पर प्रकाश डालते हुए समाज के विकास के बिना व्यक्ति का विकास संभव नही है। यहीं उपाध्याय जी जीवन और दर्शन है। कार्यक्रम का शुभारम्भ अतिथियों द्वारा पण्डित दीनदयाल जी के चित्र पर माल्यार्पण एवं सरस्वती मॉ की प्रतिमा पर माल्यार्पण करके किया गया। अतिथियों का स्वागत स्मृति चिन्ह एवं अंगवस्त्रम भेटकर किया गया। कार्यक्रम का संचालन अर्थशास्त्र एवं ग्रामीण विकास विभाग के प्रो0 विनोद कुमार श्रीवास्तव ने किया। इस अवसर पर कुलसचिव डॉ0 अंजनी कुमार मिश्र, प्रो0 एसएस मिश्र, प्रो0 चयन कुमार मिश्र, प्रो0 आरएन राय, प्रो0 आरके सिंह, प्रो0 मृदुला मिश्रा, प्रो0 के0के0 वर्मा, डॉ0 प्रिया कुमारी, डॉ0डीएन वर्मा, डॉ0 संजय कुमार चैधरी, डॉ0 विजयेन्दु चतुवेर्दी, डॉ0 अनिल कुमार मिश्र, डॉ0 अनुराग पाण्डेय, डॉ0 शैलेन वर्मा, डॉ0 शिवांश कुमार, डॉ0 सरिता द्विवेदी डॉ0 सरिता सिंह, डॉ0 कविता श्रीवास्तव सहित बड़ी संख्या में विद्यार्थी मौजूद रहे। उद्घाटन सत्र के उपरांत तकनीकी सत्र का आयोजन अर्थशास्त्र विभाग में किया गया जिसमें शोधर्थिओं नें शोध पत्र प्रस्तुत किये। प्रथम तकनीकी सत्र का विषय पं. दीनदयाल उपाध्याय का जीवन और कृत्तित्व था जिसकी अध्यक्षता प्रो0 मृदुला मिश्रा ने की। द्वितीय तकनीकी सत्र का विषय प. दीनदयाल उपाध्याय का एकात्म मानव दर्शन था जिसकी अध्यक्षता प्रो. संजय चैधरी एवं सह अध्यक्षता डॉ0 प्रिया कुमारी ने की। कार्यक्रम में डॉ. अलका श्रीवास्तव द्वारा संगोष्ठी की रिपोर्ट प्रस्तुत की गई। संगोष्ठी का समापन प्रो. आशुतोष सिन्हा, संकायध्यक्ष कला एवं मानविकी द्वारा किया गया।

अयोध्या में मनाई गई पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी की जयंती

अयोध्या।एकात्म मानववाद का सिद्धान्त को समाज के समक्ष प्रस्तुत करने वाले पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती भाजपा ने महानगर व जिले के सभी बूथों पर मनाई। सिविल लाईन स्थित उनकी प्रतिमा पर सांसद लल्लू सिंह के नेतृत्व में माल्यापर्ण करके उन्हें पुष्पांजलि अर्पित की गयी ।

इस दौरान अयोध्या सांसद लल्लू सिंह ने कहा कि एकात्म मानववाद व अंत्योदय के विचारों से राष्ट्र को प्रगतिपथ पर गतिमान करने का सोच पंडित दीनदयान उपाध्याय की थी। उन्ही के पथचिन्हों पर चलते हुए केन्द्र व प्रदेश सरकार अंतिम व्यक्ति के उत्थान की परिकल्पना को सार्थक कर रही है। नि:शुल्क आवास, शौचालय गैस व विद्युत कनेक्शन ने गरीबों की जीवनशैली में परिवर्तन किया है । अयोध्या विधायक वेद प्रकाश गुप्ता ने कहा कि सरकार सबका साथ सबका विकास के पथ पर चलते हुए सबका विश्वास हासिल करने की लक्ष्य की ओर तेजी से बढ़ रही है । इस अवसर पर अयोध्या महापौर गिरीश पति त्रिपाठी ने कहा कि दीनदयाल जी के डबल इंजन सरकार पूरी प्रतिबद्धता और ईमानदारी के साथ पंडित उपाध्याय के अंत्योदय के सपने को राष्ट्रोदय में बदलने का कार्य कर रही है। पहली बार बिना किसी भेदभाव के बिना हर पात्र व्यक्ति को योजनाओं का लाभ मिल रहा है।

महानगर अध्यक्ष कमलेश श्रीवास्तव ने कहा कि अंत्योदय की परिकल्पना करने वाले पंडित दीनदयाल उपाध्याय ज्योतिपुंज थे। उन्होंने समाज के अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति के कल्याण को राजनीतिक चिंतन का एजेंडा बनाया था। उनके इस चिंतन का असर आज दिखता है। आज एकात्म मानववाद की ताकत दुनिया देख रही है।इस अवसर पर अवधेश पांडे बादल, आलोक द्विवेदी, रवि सोनकर, शैलेंद्र कोरी, राम कुमार सिंह राजू, अखंड प्रताप सिंह डिंपल, आकाश मणि त्रिपाठी, जेपी श्रीवास्तव, संग्राम सिंन्हा अंशुमान मित्रा सहित सैकड़ो कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

*राजनीतिक भागीदारी हेतु वैश्य समाज ने भरी हुंकार, 28 अक्टूबर को लखनऊ में दिखाएंगी अपनी ताकत:संजय गुप्ता*

अयोध्या।अखिल भारतीय वैश्य महासम्मेलन का आयोजन आज श्री रामचरितमानस भवन रामघाट अयोध्या में किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि कौशांबी के पूर्व विधायक रहे संजय गुप्ता रहे। विशिष्ट अतिथि पूर्व विधायक संजू गुप्ता रही। कार्यक्रम की अध्यक्षता भागीरथ पचेरीवाला ने किया। जबकि कार्यक्रम का संचालन प्रदेश उपाध्यक्ष व कार्यक्रम संयोजक मनोज जायसवाल ने किया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि संजय गुप्ता ने कहा कि 28 अक्टूबर को लखनऊ में विशाल वैश्य महाकुंभ का आयोजन किया गया है।

इस कार्यक्रम में पूरे उत्तर प्रदेश से वैश्य समाज के लोग शामिल होंगे। उन्होंने अयोध्या मंडल, बस्ती मंडल, देवी पाटन मंडल के कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि आप लोग अपने जनपद से कम से कम एक 1000- 1000 लोगों को अपने साथ लेकर लखनऊ कुंभ में आए । श्री गुप्ता ने कहा कि जो वैश्य समाज की बात करेगा अब वही देश में राज करेगा । उन्होंने कहा कि हमारे समाज की संख्या काफी है। लेकिन उस दृष्टिकोण से राजनीति में भागीदारी और हिस्सेदारी नहीं है। वैश्य समाज के उत्थान और राजनीतिक भागीदारी हेतु लखनऊ में कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। पूर्व विधायक संजू गुप्ता ने कहा कि लखनऊ में आयोजित वैश्य महाकुंभ जो 28 अक्टूबर 2023 को होगा।

वह ऐतिहासिक होगा और इस कार्यक्रम में काफी संख्या में वैश्य समाज की महिलाएं भी शामिल होंगी। कार्यक्रम को अन्य लोगों ने भी संबोधित किया और कहा कि कार्यक्रम को ऐतिहासिक बनाने के लिए हम सभी अभी से तैयारी करेंगे और 28 अक्टूबर को हजारों हजार की संख्या में लखनऊ महाकुंभ में शामिल होंगे। कार्यक्रम में आए वैश्य समाज के मुख्य अतिथि व अन्य लोगों का माला पहनकर मोमेंटो देकर स्वागत सम्मान किया गया। कार्यक्रम के संयोजक और प्रदेश उपाध्यक्ष मनोज जायसवाल ने कहा कि वैश्य समाज अब एकजुट होकर अपना अधिकार लेगा। लखनऊ में आयोजित यह वैश्य महाकुंभ ऐतिहासिक होगा।

उन्होंने सभी से अपील किया कि अभी से तैयारी शुरू करें, ताकि लखनऊ में आयोजित वैश्य महाकुंभ इतिहासिक बन सके। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे हैं भागीरथ पचेरीवाला ने कार्यक्रम में आए सभी के प्रति आभार व्यापित करते हुए सभी को धन्यवाद दिया। इस कार्यक्रम में केशव बगुलर, पूर्व अध्यक्ष अयोध्या राधेश्याम गुप्ता, बस्ती जिला अध्यक्ष पवन कसौधन, शैलेंद्र कुमार अग्रहरी, संजय पराग, ब्रजकिशोर सहित अयोध्या बस्ती देवी पाटन मंडल के सभी पदाधिकारी आदि शामिल रहे।

*अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा समारोह की तैयारी तेज*

अयोध्या । रामलला की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर तैयारियां तेज हो गई हैं। राममंदिर के उद्घाटन के बाद हर रोज एक लाख से अधिक भक्त व पर्यटक अयोध्या आएंगे। ऐसे में यात्री सुविधाएं विकसित करने की भी कवायद तेज हो गई है। इस दौरान जिलाधिकारी ने एक अनूठी पहल शुरू की है। शहर में सौ दिन में 100 होटल निर्माण को मंजूरी देने की तैयारी है। इसके लिए प्रशासन तमाम तरह की सुविधाएं भी दे रहा है, जिससे होटल कारोबार को बढ़ावा मिल सके। यह अभियान एक अक्तूबर से 10 जनवरी तक चलेगा।

जिलाधिकारी नितीश कुमार ने बताया कि होटल निर्माण के लिए आवेदन करने पर मात्र 100 दिन में सभी प्रकार की मंजूरी और एनओसी देने का अभियान शुरू किया जा रहा है। कहा कि राममंदिर निर्माण के साथ ही अयोध्या विश्वस्तरीय पर्यटन नगरी के रूप में भी विकसित हो रही है। ऐसे में रामनगरी में होटल कारोबार को भी पंख लगे हैं। कई बड़े होटल समूह अयोध्या में होटल बनाने के लिए लालायित हैं। इसी क्रम में ताज ग्रुप भी अयोध्या में होटल बनाने जा रहा है। ताज सहित अब तक 26 होटलों को स्वीकृति मिल चुकी है।उन्होंने बताया कि एक होटल निर्माण के लिए करीब 15 तरह की मंजूरी और एनओसी की आवश्यकता होती है।

आवेदक मंजूरी के लिए एक विभाग से दूसरे विभाग के चक्कर काटता रहता है। इन्हीं परेशानियों को देखते हुए 100 दिन 100 होटल की अनूठी पहल शुरू की गई है, ताकि अयोध्या में अधिक से अधिक होटल बन सकें और श्रद्धालुओं व पर्यटकों को कम से कम एक सप्ताह तक यहां रोका जा सके। नव्य अयोध्या के विकास की जिम्मेदारी आवास-विकास को दी गई है। यहां पर होटल निर्माण के लिए आवेदन करने पर जमीन दी जाएगी। इसके अलावा जिसके पास अपनी जमीन है उनको भी तुरंत लाइसेंस दे दिया जाएगा।हाईवे के किनारे 40 मीटर दूर होगा होटल निर्माण।

हाईवे के किनारे होटल निर्माण के लिए एनएचएआई की दो एनओसी सबसे महत्वपूर्ण होती हैं। पहली होटल निर्माण के लिए है, दूसरी सड़क को लेकर है। अब जिला प्रशासन ने इसमें राहत प्रदान की है। अब आवेदन करते ही होटल का निर्माण शुरू किया जा सकेगा। एनओसी की जो भी प्रक्रिया है, वह चलती रहेगी। इसके लिए प्रशासन ने एनएचएआई से बात कर ली है। जरूरी है कि होटल की जमीन व्यवसायिक होनी चाहिए और रोड के डिवाइडर से 40 मीटर की दूरी पर होटल का निर्माण कराया जा सकेगा।

प्रशासन के इस पहल से होटल कारोबारियों को बड़ी सुविधा मिलेगी। अब उन्हें आवेदन करने के बाद होटल निर्माण के लिए एनओसी के लिए इंतजार नहीं करना पड़ेगा वे तुरंत निर्माण शुरू कर पाएंगे।रामनगरी में पांच हजार कमरे बढ़ाने का लक्ष्य रखा गया है । जिलाधिकारी नितीश कुमार ने बताया कि रामनगरी में आने वाले पर्यटकों के लिए पांच हजार नए कमरे बढ़ाने का लक्ष्य है। राम मंदिर बनने के बाद यहां दुनियाभर से लाखों लोग दर्शन करने आएंगे। ऐसे में उनके ठहरने के लिए होटल में कमरों की कमी न रहे, इसका प्रयास किया जा रहा है। यदि एक होटल में 50 कमरे में भी बने तो 100 होटलों में पांच हजार कमरे बन जाएंगे। ऐसे में अयोध्या आने श्रद्धालुओं व पर्यटकों को बेहतर सुविधा देने में सहूलियत होगी। रामनगरी की समृद्धि में भी इजाफा होगा।

*नगर सूर्यकुंण्ड में मेले का भव्य आयोजन प्रशासन का बड़ा सहयोग*

अयोध्या।दर्शननगर सूर्यकुंण्ड में भव्य मेले का आयोजन सूर्यकुंण्ड में प्रशासन व श्री हनुमान दुर्गा मंदिर सेवा ट्रस्ट के पदाधिकारी का सहयोग रहा । श्री हनुमान दुर्गा मंदिर सेवा ट्रस्ट के पदाधिकारी कोषाध्यक्ष रामसूरत ने कहा कि अयोध्या राम नगरी में दर्शन नगर सूर्यकुंण्ड में मेला के आयोजन में हमारी अयोध्या पुलिस प्रशासन बड़े ही कड़ी सुरक्षा में लगी है।

मेले में आए हुए सभी जनता जनार्दन को किसी प्रकार की समस्या नहीं हो प्रशासन और भी अपनी तरफ से सुरक्षा व्यवस्था कायम कर रहा है । श्री हनुमान दुर्गा मंदिर सेवा ट्रस्ट अयोध्या पदाधिकारी जिलाध्यक्ष युवा मोर्चा रजनीश तिवारी जिला सचिव युवा मोर्चा जितेन्द्र शर्मा मीडिया प्रभारी संदीप कुमार अन्य संगठन के पदाधिकारी उपस्थित रहे कहा कि प्रशासन बड़े ही प्रमाणों पर कड़ी सुरक्षा के साथ मेले में आए हुए किसी भी जनता जनार्दन को कोई दिक्कत नहीं है मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने सूर्यकुंण्ड को चमका दिया है । अयोध्या राम नगरी में खुशियों की लहर दौड़ रही है