*पेंशन के रुपए से संवार रहे बचपन, राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित हो चुके हैं अवकाश प्राप्त शिक्षक*
अयोध्या- वैसे तो गरीबों की शिक्षा के लिए प्रदेश से लेकर केंद्र सरकार की ओर से कई योजनाएं चलाई जा रही हैं। लेकिन अभी भी कुछ बच्चे ऐसे हैं जिन्हें पढ़ने के लिए पाठ्य सामग्री जैसे कॉपी, पेंसल, रबड़ और कटर तक नहीं मिल पाता है। वे दूसरों के भरोसे रहते है। ऐसे बच्चो के लिए अयोध्या जनपद का एक अवकाश प्राप्त शिक्षक और महामहिम राष्ट्रपति द्वारा शिक्षक पुरस्कार से सम्मानित त्रिभवनदत्त मौर्य सहारा बन गए है।
श्री मौर्य सोहावल ब्लॉक के मजनावा ग्राम पंचायत के कुडौली ग्राम के निवासी है। वर्ष 2014 में सेवानिवृत हुए। उन्होंने बताया कि सेवानिवृत होने के बाद से अनवरत वे निर्धन असहाय बच्चों को अपनी पेंशन से स्टेशनरी वितरित करते आ रहे है। श्री मौर्य ने बताया कि अभी तक उन्होंने अयोध्या जनपद में करीब ग्यारह सौ बच्चो को पाठ्य सामग्री वितरित की है। उन्होंने बताया कि सोहावल, मिल्कीपुर, मसौधा, मवई, अमानीगंज आदि ब्लॉकों में और नगर क्षेत्र के विद्यालयों में भी पाठ्य सामग्री वितरित कर चुके हैं।
राष्ट्रपति से शिक्षक पुरस्कार से सम्मानित अवकाश प्राप्त शिक्षक मास्टर त्रिभवनदत्त मौर्य ने बताया कि सेवा काल से ही वे अनवरत प्रधानमंत्री राहत कोष में सहयोग देते आ रहे है। उन्होंने बताया कि अवकाश प्राप्त होने के बाद से वे लगातार अपनी पेंशन से एक हजार रुपए प्रति माह की सहायता राशि वे प्रधानमंत्री राहत कोष में देते आ रहे है। उन्होंने बताया कि देश सेवा की भावना उनके अंदर कूट कूट कर भरी हुई है इसी लिए वे ऐसा कार्य वे करते है जिससे कि देश मजबूत हो सके।
Sep 16 2023, 19:06