कोचिंग इंस्टीट्यूट झारखण्ड की शिक्षा व्यवस्था को दीमक की तरह चाट रही है - आलोक कुमार दूबे
पासवा प्रदेश अध्यक्ष आलोक कुमार दूबे ने कहा है कोचिंग इंस्टीट्यूट्स झारखण्ड की शिक्षा व्यवस्था को दीमक की तरह चाट रही है। डॉक्टर, इंजीनियर बनने का सपना दिखाकर राज्य के भोले भाले अभिभावकों एवं बच्चों को लूट रहे हैं।
बच्चे अपना पढ़ाई का बोझ इन्हें खुदकुशी करने पर मजबूर कर रहा है। कोटा की घटना इसका प्रत्यक्ष उदाहरण है।
आलोक दुबे ने कहा कक्षा 9 से ही कोचिंग इंस्टीट्यूट बच्चों को अपने गिरफ्त में लेना शुरु कर देते हैं। कोचिंग इंस्टीट्यूट एक ऐसा माहौल बनाते हैं कि अगर कोचिंग इंस्टीट्यूट में नामांकन नहीं लिया तो बच्चे जीवन में कुछ नहीं कर पाएंगे। सबसे भयावह स्थिति दसवीं पास वाले बच्चों की है। 11वीं की अगर बात कर तो बच्चे एडमिशन लेते और स्कूल नहीं जाते हैं वो कोचिंग इंस्टीट्यूट में ही रहते हैं।
स्कूल सिर्फ हमें ज्ञान नहीं देता है बल्कि हर स्तर पर शिक्षित करता है । बच्चों का स्कूल नहीं जाना चिंता का विषय है और जो 40 प्रतिशत बच्चे स्कूल जाते भी हैं वो भी क्लासरुम में कोचिंग के सवालों को हल करते रहते हैं। आलोक दूबे ने बताया कि कई प्रिंसिपल ने 11 वीं कक्षा के बच्चों के मानसिक दवाब को लेकर गंभीर चिंता दर्शाई है।
पासवा प्रदेश अध्यक्ष ने झारखण्ड के मुख्यमंत्री से आग्रह किया है कि कोचिंग इंस्टिट्यूट संचालन के लिए एक सख्त कानून बननी चाहिए, विशेष कर स्कूल संचालन के समय अवधि में किसी भी सूरत में कोचिंग इंस्टिट्यूट में बच्चों के क्लास पर रोक लगनी चाहिए,अन्यथा इसके गंभीर परिणाम हो सकते हैं। पासवा बहुत जल्द ऐसे कोचिंग इंस्टिट्यूट की सूची भी जारी करेगी जो झारखंड को लूट खंड बना कर राज्य के भोले भाले अभिभावकों बच्चों का आर्थिक, मानसिक दोहन कर रहे हैं।
Sep 15 2023, 10:13