एशिया कप में पाकिस्तान और श्रीलंका के लिए “करो या मरो” वाला मुकाबला, जीतने वाली टीम का भारत से होगा मुकाबला

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पाकिस्तान और श्रीलंका के बीच आज एशिया कप के सुपर-4 में अहम मुकाबला खेला जाना है।आज ही दिन दूसरा फाइनलिस्ट तय हो जाएगा, टीम इंडिया पहले से ही फाइनल में पहुंची हुई है और अब उसके सामने कौन होगा ये पाकिस्तान-श्रीलंका का मैच ही तय करेगा।मुकाबला जीतने वाली टीम 17 सितंबर को भारत के खिलाफ फाइनल खेलेगी।

श्रीलंका और पाकिस्तान के बीच कोलंबो के आर. प्रेमदासा स्टेडियम में खेला जाएगा।दोनों ही टीमों के लिए ये मैच काफी अहम होगा। अब तक सिर्फ टीम इंडिया ने ही एशिया कप के फाइनल में जगह बनाई है। वहीं आज दूसरा फाइनलिस्ट भी तय हो जाएगा। इस मैच में जीत हासिल करने वाली टीम फाइनल में जगह बनाएगी, जहां उसकी भिड़ंत भारत से होगी। सुपर-4 में अब तक श्रीलंका और पाकिस्तान की टीमों ने 2 में से 1-1 मैच जीता है।

पाकिस्तान ने प्लेइंग 11 में पांच बड़े बदलाव किए

इस मैच के लिए पाकिस्तान ने अपनी प्लेइंग 11 का ऐलान पहले ही कर दिया था। पाकिस्तान के कुछ खिलाड़ी इंजरी के कारण या तो टूर्नामेंट से बाहर हो गए हैं या उन्हें इस मैच में रेस्ट दिया गया है। पाकिस्तान की टीम ने अपनी पिछली गलतियों से इस मैच में सीख ली है और अपने प्लेइंग 11 में पांच बड़े बदलाव भी किए हैं।भारत के खिलाफ खेले गए मैच में टीम तेज़ गेंदबाज़ नसीम शाह और हारिस रऊफ को निगल हुआ था, जिसके कारण नसीम शाह टूर्नामेंट से बाहर हो चुके हैं और ज़मान खान के उनकी जगह ली है। ज़मान खान श्रीलंका के खिलाफ मैच के ज़रिए अपना वनडे डेब्यू करेंगे। उन्होंने अब तक पाकिस्तान के लिए सिर्फ टी20 इंटरनेशनल ही खेला है। इसके अलावा हारिस रऊफ की जगह वसीम जूनियर टीम का हिस्सा होंगे। वहीं टीम में बल्लेबाज़ फखर ज़मां, सलमान अली आगा और ऑलराउंडर फहीम अशरफ भी नहीं होंगे।

पाकिस्तान की प्लेइंग-11

मोहम्मद हारिस, इमाम उल हक, बाबर आजम (कप्तान), मोहम्मद रिजवान (विकेटकीपर), सउद शकील, इफ्तिखार अहमद, शादाब खान (उपकप्तान), मोहम्मद नवाज, शाहीन अफरीदी, मोहम्मद वसीम जूनियर, जमान खान।

श्रीलंका की संभावित प्लेइंग-11

पथुम निसांका, दिमुथ करुणारत्ने, कुसल मेंडिस (विकेटकीपर), सदीरा समरविक्रमा, चरिथ असलांका, धनंजय डी सिल्वा, दासुन शनाका (कप्तान), दुनिथ वेलालेज, महीश तीक्ष्णा, कसुन रजिथा, मथीशा पथिराना।

भोपाल में होगी विपक्षी गठबंधन “INDIA” की पहली रैली, समन्वय समिति की पहली बैठक में हुआ फैसला

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विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ (इंडिया) की समन्वय समिति की पहली बैठक आज नई दिल्ली में एनसीपी प्रमुख शरद पवार के आवास पर हुई। मीटिंग में क्या फैसले लिए गए, इसकी जानकारी कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में दी है। उन्होंने कहा कि गठबंधन की पहली रैली अक्टूबर के पहले हफ्ते में ये रैली होगी। केसी वेणुगोपाल ने बताया कि समन्वय समिति ने सीट-बंटवारे के निर्धारण के लिए प्रक्रिया शुरू करने का फैसला किया है। 

अक्टूबर के पहले हफ्ते में विपक्ष की साझा रैली होगी

कांग्रेस संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने बताया कि बैठक में तय हुआ है कि अक्टूबर के पहले हफ्ते में भोपाल में विपक्ष की साझा रैली होगी। वेणुगोपाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि पहली रैली में महंगाई, बेरोजगारी और बीजेपी के भ्रष्टाचार का मुद्दा होगा। समन्वय समिति ने सीट बंटवारा तय करने की प्रक्रिया शुरू करने का फैसला किया है। यह निर्णय लिया गया कि सदस्य दल बातचीत करेंगे और जल्द से जल्द निर्णय लेंगे।

बैठक में शामिल हुए ये नेता

आज की बैठक में 12 दलों के नेता शामिल हुए। आरजेडी नेता तेजस्वी यादव, डी राजा, टी आर बालू ,समाजवादी पार्टी के जावेद अली, कांग्रेस की ओर से गुरदीप सिंह सप्पल और के सी वेणुगोपाल भी शरद पवार के घर हो रही बैठक में मौजूद थे। इंडिया अलायंस की फंक्शनिंग कैसे होगी , इस पर भी आज की बैठक में चर्चा की गई। पीएम ने अपना कोई नुमाइंदा इसलिए नॉमिनेट नही किया क्योंकि उनकी पोलित ब्यूरो मीटिंग इस हफ्ते होगी और उसमें चर्चा के बाद ही सीपीएम अपना नुमाइंदा नॉमिनेट करेगा।

बता दें कि लोकसभा चुनाव में बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए का मुकाबला करने के लिए 26 से ज्यादा विपक्षी दलों ने इंडिया का गठन किया है। इंडिया के घटक दलों के नेताओं की पिछले दिनों मुंबई में हुई बैठक में गठबंधन के भविष्य के कार्यक्रमों की रूपरेखा तैयार करने के लिए 14 सदस्यीय समन्वय समिति का गठन किया गया था।

*मेक्सिको की संसद में लाई गई 'एलियन' की लाश, वैज्ञानिको का दावा- 1800 साल है पुरानी

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क्या धरती के अलावा भी किसी ग्रह पर जीवन है? क्या एलियंस का अस्तित्व है? ऐसे कई सवाल हैं, जो अब तक अनसुलझे हैं। हालांकि ये ऐसे प्रश्न हैं, जिनमें नाम केवल वैज्ञानिकों की ही रूचि है, बल्कि आम लोग भी इसके बारे में जानने को इच्छुक रहते हैं। इसी बीच एलियंस से जुड़ी एक ऐसी खबर आई है, जिसने लोगों को हैरत में डाल दिया है। लैटिन अमेरिकी देश मेक्सिको की संसद में एलियन को लेकर एक असामान्‍य घटना देखने को मिली है। दरअसल, मेक्सिको की कांग्रेस के अंदर एक आधिकारिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें दो 'एलियन शव' का प्रदर्शन किया गया। एलियन की इन लाशों का आधिकारिक अनावरण यूएफओ विशेषज्ञ जैमी मौसान ने किया।

मेक्सिको की संसद में मंगलवार को एलियन्स की मौजूदगी को लेकर चर्चा हुई। इस दौरान 2 शव भी दिखाए गए। ममी बन चुके एलियन के शवों को लकड़ी के बॉक्स में रखा गया था। दावा है कि ये शव एलियन्स के हैं। मेक्सिकन जर्नलिस्ट और यूफोलॉजिस्ट जेम मोसान ने बताया कि ये शव पेरू की एक खान से मिले थे। मौसान ने मैक्सिको सरकार के सदस्‍यों से कहा कि 'यूएफओ के नमूने' का मेक्सिको की एक यूनिवर्सिटी में अध्‍ययन किया गया है जहां उनके मुताबिक वैज्ञानिकों ने जोर देकर कहा है कि उन्‍होंने रेडियोकार्बन डेटिंग के आधार पर डीएनए साक्ष्‍य हासिल करने में सफलता हासिल की है।

1800 साल पुराने शव

वैज्ञानिकों ने दावा किया कि इन दोनों शवों को पेरू के कुस्को से 2017 में बरामद किया गया था। यह दोनों शव करीब 700 साल और 1800 साल पुराने हैं। इन दोनों एलियन के हाथों में तीन उंगलियां थीं और लंबे सिर थे। 

संसद में इस इवेंट का लाइव टेलिकास्ट किया गया

संसद में इस इवेंट का लाइव टेलिकास्ट किया गया। इसका वीडियो भी जारी किया गया है। सुनवाई के दौरान अमेरिकी नेवी के पूर्व पायलट रायन ग्रेव्स भी मौजूद थे। ग्रेव्स ने ही अमेरिकी संसद में दावा किया था कि सर्विस के दौरान वो एलियन का स्पेसक्राफ्ट देख चुके हैं। रयान ने दावा किया है कि उड़ानों के दौरान उनका सामना यूएफओ से हुआ था।

बता दें कि मेक्सिकन यूफोलॉजिस्ट जैमे मौसान दशकों से ऐसी घटनाओं पर काम कर रहे हैं। एलियंस पर उनका शोध काफी लंबा है।

जब श्रीलंका के राष्‍ट्रपति ने बंगाल की सीएम से पूछा- क्या आप 'INDIA' को लीड करेंगी? जाने ममता बनर्जी ने क्या दिया जवाब

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पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी दुबई और स्पेन की 12 दिवसीय यात्रा पर हैं। अपनी यात्रा के क्रम में बंगाल की सीएम ने आज दुबई हवाई अड्डे पर श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे से मुलाकात की। इस दौरान ममता बनर्जी ने उन्हें नवंबर में स्टेट बिजनेस समिट के लिए आमंत्रित भी किया। निल विक्रमसिंघे ने ममता बनर्जी से पूछ लिया कि क्या वे विपक्षी इंडिया गठबंधन का नेतृत्व करने जा रही हैं। इस पर बनर्जी ने मुस्कुराते हुए जवाब दिया कि यह पब्लिक पर निर्भर करता है। इसके बाद दोनों नेता मुस्कुराने लगे।

दरअसल, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी निवेशकों को आकर्षित करने के लिहाज से दुबई और स्पेन की यात्रा पर हैं। पश्चिम बंगाल में 21-22 नवंबर को बिजनेस समिट है। ममता अपनी दुबई और स्पेन यात्रा के दौरान कई बिजनेस समिट में हिस्सा लेंगी। इसी यात्रा के दौरान दुबई एयरपोर्ट पर श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे से उनकी मुलाकात हो गई। 

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एक्स (पहले ट्विटर) के जरिए बताया कि विक्रमसिंघे ने मुझे हवाई अड्डे के लाउंज में देखा। इसके बाद उन्होंने मुझे कुछ चर्चा के लिए बुलाया। मैं उनके अभिवादन से अभिभूत हो गई हूं। मैंने उन्हें कोलकाता में बंगाल ग्लोबल बिजनेस समिट 2023 के लिए आमंत्रित भी किया है। ममता ने यह भी बताया कि विक्रमसिंघे ने उन्हें श्रीलंका का दौरा करने के लिए भी आमंत्रित किया है। अपनी पोस्ट के साथ मुख्यमंत्री ने मुलाकात की तस्वीर भी शेयर की है।

इसी मुलाकात के दौरान श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे ने ममता बनर्जी से पूछा कि क्या वह विपक्षी गठबंधन इंडिया का नेतृत्व करने वाली हैं। रानिल विक्रमसिंघे के इस सवाल पर पहले तो ममता मुस्कुरा गईं और उन्होंने कहा कि यह जनता पर निर्भर करता है। इसके बाद उन्होंने यह जरूर कहा कि हम सत्ता में आएंगे। ममता बनर्जी मंगलवार को दुबई पहुंची थीं। उन्होंने बुधवार को दुबई से स्पेन के लिए उड़ान पकड़ी।

उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मध्यप्रदेश के इंदौर में लोकमाता देवी अहिल्या बाई होलकर को दी श्रद्धांजलि

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का बुधवार को मध्य प्रदेश के इंदौर दौरे पर जोरदार स्वागत किया गया। उनकी यात्रा का उद्देश्य अहिल्या उत्सव समारोह के हिस्से के रूप में लोकमाता देवी अहिल्या बाई होल्कर की प्रतिमा पर श्रद्धांजलि अर्पित करना था। अपनी यात्रा के दौरान, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को लोकमाता देवी अहिल्या बाई होल्कर की एक प्रतिमा भेंट की गई, जो इस अवसर के महत्व का प्रतीक है।

इस कार्यक्रम में इंदौर के सांसद शंकर लालवानी और महापौर पुष्यमित्र भार्गव सहित प्रमुख हस्तियां उपस्थित थीं। इस यात्रा में भारी भीड़ उमड़ी, जिसमें उत्साही समर्थकों और विभिन्न राजनीतिक पृष्ठभूमि के नेताओं की एक बड़ी भीड़ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री को बधाई देने के लिए एकत्र हुई। सुचारू यातायात प्रवाह और जनता की सुविधा सुनिश्चित करने के लिए, विभिन्न यातायात मार्गों को अस्थायी रूप से डायवर्ट किया गया था। बुधवार को वरिष्ठ यातायात प्रबंधन पुलिस अधिकारियों ने स्थिति का आकलन किया और आयोजन को सुविधाजनक बनाने के लिए अपने अधीनस्थों को आवश्यक निर्देश जारी किए।

पुलिस विभाग ने एयरपोर्ट, एयरपोर्ट गेट, एरोड्रम थाने के सामने से कालानी नगर की ओर जाने वाली सड़क, वायरलेस टी किला मैदान, मरीमाता, भागीरथपुरा टी, शिवालय मार्ग, किशनपुरा छतरी, राजवाड़ा फल मंडी समेत कई इलाकों में वाहनों की आवाजाही पर प्रतिबंध लागू कर दिया है। राजवाड़ा और मृगनयनी चौराहा। राजवाड़ा में आयोजित कार्यक्रम को ध्यान में रखते हुए राजवाड़ा क्षेत्र को दोपहर 12:00 बजे से कार्यक्रम समाप्ति तक नो-व्हीकल जोन घोषित किया गया। कार्यक्रम में भाग लेने आने वाले लोगों की सुविधा के लिए कृष्णपुरा छतरी नई पार्किंग में पर्याप्त पार्किंग सुविधाएं उपलब्ध कराई गईं।

रामनगरी अयोध्या में श्रीराम मंदिर के लोकार्पण पर होगा सभी भाषाओं की रामायण का पाठ, कांची शंकराचार्य की मौजूदगी में प्रस्ताव पर बनी सहमति



 रामनगरी अयोध्या में श्रीराम मंदिर के लोकार्पण पर अगले साल 17 जनवरी से आरम्भ होने वाला अनुष्ठान भारत में अब तक के सभी अनुष्ठानों से विशिष्ट होगा। इस के चलते भारत में उपलब्ध सभी भाषाओं की रामायण का एक साथ पारायण होगा। इससे पहले कभी ऐसा नहीं हुआ है। यह फैसला गत दिनों काशी में ही हुआ था। कांची कामकोटि पीठाधीश्वर शंकराचार्य स्वामी शंकर विजयेंद्र सरस्वती के सानिध्य में हुई बैठक में इसका प्रस्ताव काशी के शुक्ल यजुर्वेद के वयोवृद्ध विद्वान आचार्य लक्ष्मीकांत दीक्षित ने दिया था। 

उस बैठक में उपस्थित श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चंपत राय ने इसपर सहर्ष मंजूरी दी थी। बैठक में काशी के प्रकांड विद्वान पं. गणेश्वर शास्त्री द्रविड़ भी मौजूद थे जिन्होंने श्रीराममंदिर के लोकार्पण का मुहूर्त निकाला है। सूत्रों के मुताबिक, अयोध्या में होने वाला वृहद मंदिर लोकार्पण अनुष्ठान चारों वेदों के 108 विद्वान संपादित कराएंगे। काशी के 84 वर्षीय आचार्य लक्ष्मीकांत दीक्षित अनुष्ठान के मुख्य आचार्य होंगे। इसका संयोजक वेदमूर्ति पंडित गणेश्वर शास्त्री द्रविड़ को बनाया गया है। काशी से 11 वैदिक विद्वान इस अनुष्ठान में शामिल होंगे। विद्वानों का दल 15 जनवरी 2024 को अयोध्या प्रस्थान करेगा।

ये रामायण भी उपलब्ध 

आर्ष रामायण, अद्भुत रामायण, कृत्तिवास रामायण, बिलंका रामायण, मैथिल रामायण, रामायण मीमांसा, सर्वार्थ रामायण, तत्वार्थ रामायण, प्रेम रामायण, संजीवनी रामायण, उत्तर रामचरितम् रघुवंशम्, प्रतिमानाटकम्, कम्ब, भुशुण्डि, अध्यात्म, मंत्र, आनंद, योग वाशिष्ठ, श्रीराघवेंद्रचरितम्, अभिषेकनाटकम्, जानकीहरणम्, रामाश्वमेधीयम्, राधेश्याम, श्रीमद्भार्गवराघवीयम्।

सर्वाधिक संस्करण बांग्ला में

रामायण 1 हजार तक की संख्या में है। इनमें संस्कृत में वाल्मीकि रामायण सबसे प्राचीन है। अवधी में गोस्वामी तुलसीदास कृत राम चरित मानस ने खास स्थान पाया है। हिन्दी में 11, मराठी में आठ, बांग्ला में 25, तमिल में 12, तेलुगु में 12 व उड़िया में रामायण के 6 संस्करण हैं। वहीं गुजराती, उर्दू, मलयालम, कन्नड़, असमिया, अरबी, फारसी आदि में भी रामकथा लिखी है।

बौद्ध और जैन रामायण

बौद्ध परंपरा में श्रीराम से संबंधित दशरथ जातक, अनामक जातक और दशरथ कथानक नामक कथाएं हैं। जैन साहित्य में विमलसूरि कृत प्राकृत भाषा में ‘पउमचरियं’, संस्कृत में आचार्य रविषेण कृत ‘पद्मपुराण’, रामचंद्र चरित्र पुराण तथा गुणभद्र कृत उत्तर पुराण प्रमुख हैं।

विदेशी भाषाओं में रामायण

 विदेशों में तिब्बती रामायण, पूर्वी तुर्किस्तान की खोतानी रामायण, इंडोनेशिया की काकाविन रामायण, जावा का सेरतराम, सैरीराम, रामकेलिंग, पातानी रामकथा, इण्डोचायना की रामकेर्ति, खमैर रामायण, बर्मा की यूतोकी रामयागन, थाईलैंड की रामकियेन लोकप्रिय हैं।

भारतीय वायु सेना की और बढ़ी ताकत, देश को आज मिला पहला C-295 एयरक्राफ्ट, जानें क्या है खासियत

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देश को आज पहला C-295 टैक्टिकल मिलिट्री एयर लिफ्ट प्लेन मिलने जा रहा है।जिससे हवा में भारत की ताकत और बढ़ने वाली है।भारतीय वायुसेना को आज स्पेन से पहला C-295 एयरक्राफ्ट मिलने जा रहा है। C-295 टैक्टिकल एयरक्राफ्ट को भारत लाने के लिए वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी स्पेन पहुंच चुके हैं। इसकी तैनाती आगरा एयरबेस में की जाएगी।

कुल 56 C-295 एयरक्राफ्ट बढ़ाएंगे देश की ताकत

देश में लाए जाने वाले इस पहले एयरक्राफ्ट का इंडक्शन हिंडन एयरबेस पर होगा। एयरक्राफ्ट इसी महीने 25 सितंबर को भारतीय वायुसेना में शामिल किया जाएगा। दूसरा C-295 एयर लिफ्ट प्लेन मई 2024 में आएगा। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, स्पेन से ऐसे 56 एयरक्राफ्ट लाने की योजना थी। इसमें 16 फुली रेडी विमान भारत आएंगे। अन्य 40 एयरक्राफ्ट गुजरात के वडोदरा में तैयार किए गए जाएंगे। 

करीब 21 हजार करोड़ रुपए की है डील

2024 से इन्हें तैयार करने का काम टाटा एडवांस सिस्टम कंपनी करेगी। भारत में पहला स्वदेशी सी-295 विमान 2026 में बनकर तैयार होगा। फाइनल असेम्बलिंग के लिए एयरबस और टाटा के हैदराबाद व नागपुर प्लांट में 14,000 से ज्यादा स्वदेशी पार्ट्स तैयार कर वडोदरा भेजे जाएंगे। बता दें कि भारत ने सितंबर 2021 में यूरोपियन कंपनी एयरबस डिफेंस एंड स्पेस के साथ सी-295 ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट के लिए करीब 21 हजार करोड़ रुपए की डील की थी।

आगरा में होगी पायलटों की विशेष ट्रेनिंग

जानकारी के मुताबिक पहले सी-295 ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट की तैनाती आगरा एयरबेस में होगी। यहां विमान के पायलटों के लिए विशेष ट्रेनिंग सेंटर भी तैयार किया जा रहा है। वायु सेना के मुताबिक ट्रेंनिंग सेंटर अगले वर्ष तक बनकर तैयार हो जाएगा।

एयरक्राफ्ट में क्या है खास

इसमें कई ऐसी खूबियां हैं जो इसे दूसरेऑपरेशनल एयरक्राफ्ट से अलग बनाती हैं। जैसे- इमरजेंसी के समय में इसकी मदद से शॉर्ट टेक-ऑफ और लैंडिंग की जा सकती है। स्पेन की कंपनी का कहना है कि इसमें मात्र 320 मीटर की दूरी से टेक-ऑफ करने की क्षमता है। इसके अलावा लैंडिंग के लिए मात्र 670 मीटर की दूरी काफी है।इसके अलावा एयरक्राफ्ट अपने साथ 7,050 किलोग्राम वजन ले जा सकता है। विमान एक बार में अपने साथ 71 सैनिक, 44 पैराट्रूपर्स, 24 स्ट्रेचर या 5 कार्गो पैलेट को ले जा सकता है। इसके साथ ही यह ट्रांसपोर्ट विमान लगातार 11 घंटे तक उड़ान भर सकता है।

लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा ने बनाया मास्टरप्लान, बताया कैसे 300 सीटें जीतेगा NDA

 केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान मंगलवार को उत्तराखंड के दौरे पर आए थे। इस दौरान उन्होंने 2024 लोकसभा चुनावों में एक बार फिर से जीत का दावा किया है। केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि आगामी लोकसभा चुनाव में भाजपानीत एनडीए 300 से अधिक सीटें जीतकर इतिहास रचेगा। नरेन्द्र मोदी लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री बनेंगे।

धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि पार्टी लोकसभा चुनाव की तैयारियों में जुट गई है। संगठन की ताकत के बूते भाजपा विश्व का सबसे बड़ा राजनीतिक समूह है। कार्यकर्ताओं का आह्वान किया कि वे आम चुनाव के लिए शेष रह गए 180 दिनों में 51 प्रतिशत वोट के लक्ष्य प्राप्ति के लिए जुट जाएं। केंद्रीय मंत्री प्रधान मंगलवार को यहां सुभाष रोड स्थित होटल पैसिफिक में भाजपा के टिहरी लोकसभा क्षेत्र के सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे।

लोकसभा की पांचों सीटें भाजपा जीतेगी

केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि वर्ष 2014 से देवभूमि उत्तराखंड की जनता का आशीर्वाद प्रत्येक चुनाव में भाजपा को मिलता आया है। यह सब पार्टीजनों की अथक मेहनत का परिणाम है। इस बार भी राज्य में लोकसभा की पांचों सीटें भाजपा जीतेगी।

उन्होंने कहा कि हमें यह ध्यान रखना है कि लोकसभा चुनाव की लड़ाई निर्णायक और देश को नई दिशा और ऊंचाई प्राप्त करने पर मुहर लगाने के लिए है। उन्होंने कहा कि यदि देश में कांग्रेस व अन्य दलों के 60 वर्ष और एनडीए के 15 वर्ष की उपलब्धियों को देखें तो जमीन-आसमान का अंतर है।

कांग्रेस को निशाने पर लेते हुए प्रधान ने कहा कि जिन्होंने अपने नाम के पीछे गांधी लगाकर शासन किया, उनके द्वारा महात्मा गांधी के सम्मान के लिए क्या किया गया। आज प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में जी-20 की बैठक के दौरान विश्व के शीर्ष नेताओं ने एक साथ राजघाट पर जाकर श्रद्धांजलि दी तो एक बार फिर महात्मा गांधी के विचार और सिद्धांतों को वैश्विक स्वीकृति मिली है।

सनातन संस्कृति का अपमान कर रही कांग्रेस

धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि कांग्रेस के नेतृत्व में विपक्ष सनातन संस्कृति के अपमान की नीति पर कार्य कर रहा है। आने वाले दिनों में विपक्ष सद्भाव बिगाड़ने और तनाव व भ्रम फैलाने की कोशिश करेगा। ऐसे में भाजपा कार्यकर्ताओं को सतर्क रहते हुए बड़ी सजगता और कर्मठता से राष्ट्र को शक्तिशाली बनाने के लिए पार्टी को मजबूत करना है।

पीएम मोदी को दी बधाई

भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने चंद्रयान की सफलता, सूर्य मिशन आदित्य एल-1 के लिए प्रधानमंत्री मोदी और विज्ञानियों को शुभकामनाएं दीं। साथ ही बागेश्वर उपचुनाव में जीत के लिए पार्टीजनों को बधाई दी। राज्यसभा सदस्य नरेश बंसल ने कहा कि हम किसी को विधायक, सांसद या मंत्री बनाने के लिए नहीं, बल्कि देश की प्रगति एवं एक विचारधारा के साथ जुड़कर कार्य करते हैं। सम्मेलन के दूसरे सत्र में प्रदेश महामंत्री संगठन अजेय कुमार ने टिहरी लोकसभा क्षेत्र के सभी जिलाध्यक्षों, जिला प्रभारियों, मंडल अध्यक्षों व महामंत्रियों से सुझाव लिए।

 अजेय कुमार ने बूथ सत्यापन के कार्य को शीघ्र पूर्ण करने को कहा। अंतिम व तीसरे सत्र में पार्टी के अब तक के कार्यों की समीक्षा और भावी कार्यक्रमों की जानकारी दी गई। बैठक में टिहरी सांसद माला राज्यलक्ष्मी शाह समेत विधायक और पार्टी पदाधिकारी मौजूद थे।

वैश्विक बना भारत का विकास मॉडल

मीडिया से बातचीत में केंद्रीय मंत्री प्रधान ने कहा कि जी-20 के अविस्मरणीय आयोजन को ही देखें तो आज विश्व ने प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत की आर्थिक, सांस्कृतिक व नीतिगत शक्ति को स्वीकार किया है। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में आज देश का विकास मॉडल वैश्विक बन गया है।

इंडिया बेचैन और एनडीए खेमे में हलचल, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के दिल्ली में जी20 समिट के दौरान राष्ट्रपति की मेजबानी में डिनर भोज खाने क

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जब से दिल्ली में जी20 समिट के दौरान राष्ट्रपति की मेजबानी में डिनर भोज खाकर लौटे हैं तबसे इंडिया गठबंधन में खलबली मची हुई है। एक तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ नीतीश की हंसती-खिलखिलाती मुलाकात और फिर उनको अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन से मिलवाने की तस्वीर सामने आने से बिहार एनडीए में शामिल चिराग पासवान, जीतनराम मांझी और उपेंद्र कुशवाहा के पेट में दर्द होने लगा है। ये तीनों नीतीश विरोधी हैं और दो तो हाल में ही उनका साथ छोड़कर इधर आए हैं।

मोदी और नीतीश की दोस्ताना मुलाकात से इंडिया गठबंधन में अलग खलबली है जिसकी खीज लोग जी20 पर निकाल रहे हैं। आरजेडी अध्यक्ष लालू यादव ने जी20 को पैसे की बर्बाद बताकर सवाल पूछा कि इससे देश के आम लोगों को क्या मिला। प्रशांत किशोर कह रहे हैं कि नीतीश के लिए इंडिया गठबंधन दरवाजा है और एनडीए एक खिड़की है। वो जहां चाहें, जा सकते हैं। पूर्व सीएम जीतनराम मांझी कह रहे हैं कि बिहार में राजनीतिक भूचाल आने वाला है और आगे-आगे देखिए क्या होता है।

मांझी कह रहे हैं कि नीतीश के पास मोदी की शरण में आने के अलावा कोई विकल्प नहीं है। इंडिया गठबंधन में राहुल गांधी को लालू यादव ने दूल्हा बनवा दिया और नीतीश को संयोजक भी नहीं बनने दिया। मांझी ने कहा कि नीतीश के मन में कुछ नहीं होता तो वो दिल्ली में जी20 के भोज में नहीं जाते। नीतीश के मन की बात तो नीतीश ही जानें लेकिन उनके दिल्ली जाने और पीएम मोदी के साथ मुस्कुराने से काफी हलचल है।

बुधवार को दिल्ली में इंडिया गठबंधन के कोर्डिनेशन कमिटी की पहली मीटिंग है लेकिन नीतीश की पार्टी जेडीयू के अध्यक्ष ललन सिंह उसमें शामिल नहीं होंगे। उनके बदले भी कोई नहीं जाएगा। पार्टी की तरफ से कहा गया है कि वो बीमार हैं। बिहार से कमिटी में दो ही नेता हैं और दूसरे नेता आरजेडी के तेजस्वी यादव दिल्ली पहुंच गए हैं। ये तय है कि जेडीयू अध्यक्ष के नहीं जाने से सीट शेयरिंग पर जो भी बात कर लें, बिहार की बात ना शुरू हो पाएगी और ना ही पूरी हो पाएगी। लालू ने कल ही कहा था कि सीट शेयरिंग पर दिल्ली की मीटिंग में बात शुरू हो जाएगी। लेकिन बिना जेडीयू के बिहार में सीट का बंटवारा कैसे होगा।

बीते दिनों सीपीआई माले महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य ने अपनी सीट की डिमांड आरजेडी को सौंपी और बताया कि मुंबई में यही तय हुआ है कि हर राज्य में जो सबसे बड़ी पार्टी है, उसे ही बाकी दल अपनी मांग सौंपेंगे। तो क्या बिहार में जेडीयू को अपनी विश लिस्ट आरजेडी को देनी होगी या इन दोनों के लिए बराबरी का स्पेशल केस होगा। जो नीतीश कुमार पीएम पद की नारेबाजी को लेकर कार्यकर्ताओं को शांत करा देते थे अब उनकी पार्टी के अध्यक्ष ललन सिंह ने दो दिन पहले कहा है कि नीतीश कुमार में पीएम बनने की पूरी क्षमता है।

लालू यादव ने जब जी20 को पैसे की बर्बादी बताया तो बीजेपी के राष्ट्रीय सचिव ऋृतुराज सिन्हा ने कहा कि नीतीश और पीएम मोदी के मिलने से कौन जल रहा है, ये सबको पता है। संयोग कि मोदी-नीतीश मुलाकात के अगले ही दिन केंद्र सरकार ने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और दूसरी योजनाओं के लिए 1942 करोड़ का फंड जारी कर दिया।

नीतीश कुछ राजनीतिक सोच के साथ गए थे या मुख्यमंत्री के पद पर रहने के कारण एक राजनेता की तरह दिल्ली गए थे, ये तो कभी पता नहीं चल पाएगा लेकिन उनके जी20 डिनर में जाने और पीएम मोदी के साथ तस्वीरें आने से एक साथ कई निशाने सध गए हैं। एक तो राहुल गांधी को इंडिया गठबंधन में आगे बढ़ाने के लिए परेशान कांग्रेस को इशारा हो गया है कि विकल्प और भी हैं। दूसरा इशारा लालू यादव को भी हो गया है कि तेजस्वी यादव का सीएम-इन-वेटिंग का इंतजार और लंबा हो सकता है अगर नीतीश को ज्यादा परेशान किया गया। राहुल गांधी को दूल्हा बताने वाले लालू यादव ने ही कहा था कि विपक्षी गठबंधन का कोई एक संयोजक नहीं होगा।

विपक्षी दलों को एकजुट करने की ज्यादातर कोशिश का श्रेय नीतीश कुमार को जाता है लेकिन पटना से लेकर मुंबई तक की तीन दौर की मीटिंग में तमाम अटकलों के बावजूद उनको संयोजक नहीं बनाने की बात जेडीयू को पसंद नहीं आई। नीतीश खुद से कुछ भी कहें लेकिन जेडीयू को उम्मीद थी कि उनके नेता को उनकी मेहनत का वाजिब सम्मान मिलेगा। वो नहीं मिला। जेडीयू के नेताओं के मन में ये बात आ रही है कि लालू यादव कांग्रेस के हिसाब से चल रहे हैं। उन्होंने राहुल गांधी की शादी की बात उठाई और दूल्हा बताया जिसका मतलब पीएम दावेदारी निकाला गया। फिर संयोजक पर भी कांग्रेस ने नीतीश पर भरोसा नहीं किया और लालू ने भी कह दिया कि कोई एक संयोजक नहीं होगा।

जी20 में नीतीश कुमार की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से एक शिष्टाचार मुलाकात हुई और इस दौरान दोनों नेता अच्छे मूड में कैमरे में कैद हुए। इसका ये मतलब निकालना जल्दबाजी होगी कि नीतीश गठबंधन बदलने का मूड बना रहे हैं। इंडिया गठबंधन को बनाने में वो काफी आगे निकल चुके हैं। वहां से लौटना आसान नहीं है। नीतीश इंडिया गठबंधन में पूरी तरह खुश नहीं हैं लेकिन वो इसे जाहिर भी नहीं कर रहे हैं। जहां तक हो सके वो इसका खंडन भी कर देते हैं कि वो नाराज हैं। ऐसे में इस मुलाकात से और कुछ हो ना हो इंडिया गठबंधन में उनका वजन बढ़ेगा, इसमें कोई दिक्कत नहीं है।

विशेष सत्र से एक दिन पहले नई संसद पर फहराया जाएगा तिरंगा, उसी दिन है पीएम नरेंद्र मादी का जन्‍मदिन

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18 सितंबर से 22 सितंबर के बीच संसद के विशेष सत्र को बुलाया गया है। इससे एक दिन पहले 17 सितंबर को नई संसद में तिरंगा फहराया जाएगा। 17 सितंबर को राज्यसभा चेयरमैन और लोकसभा स्पीकर ओम बिरला नई संसद के गजद्वार पर तिरंगा झंडा फहराएंगे। इस दौरान पीएम नरेंद्र मोदी भी वहां मौजूद रह सकते हैं।बता दें कि उसी दिन यानी 17 सितंबर को पीएम नरेंद्र मोदी का जन्‍मदिन भी है और साथ ही विश्‍वकर्मा जयंती भी है।

संसद भवन से जुड़े सूत्रों ने बताया कि केंद्रीय लोक निर्माण विभाग ने नई इमारत का निर्माण किया है और इस विभाग ने तीन औपचारिक प्रवेश द्वारों में से एक, गज द्वार के सामने राष्ट्रीय ध्वजारोहण समारोह की तैयारी शुरू कर दी है। संसद की नई इमारत में इस तरह का पहला और औपचारिक ध्वजारोहण होगा। सूत्रों के मुताबिक 18 से 22 सितंबर तक चलने वाला विशेष सत्र पुराने भवन में शुरू होगा और फिर नए भवन में चलेगा। 19 सितंबर को पुरानी संसद भवन से नई संसद भवन में शिफ्टिंग का कार्यक्रम होगा।

माना जा रहा है कि संसद का विशेष सत्र होने के चलते केंद्र सरकार इसमें कुछ विशेष बिल ला सकती है। कुछ रिपोर्ट में यह भी दावा किया गया है कि इस सत्र में सरकार एक देश-एक चुनाव का बिल ला सकती है। संसद के विशेष सत्र को लेकर विपक्ष आक्रामक है। हाल ही में सोनिया गांधी ने चिट्ठी लिखी थी, जिसमें उन्होंने कहा था कि बिना किसी चर्चा के विशेष सत्र की घोषणा कर दी गई है।

इसी बीच नई संसद में कर्मचारियों के लिए ड्रेस कोड जारी किया गया है। इस ड्रेस कोड के तहत लोकसभा और राज्‍यसभा सचिवालय में काम करने वाले कर्मचारी अब खाकी रंग की पैंट पहनेंगे। उन्‍हें अब बंद गले का सूट नहीं पहनना होगा। इसके स्‍थान पर मैजेंटा व गहरे गुलाबी रंग की नेहरु जैकेट संसद के कर्मचारी पहने नजर आएंगे। कर्मचारियों की शर्ट गहरी गुलाबी रंग की होगी, जिनपर कमल का निशाना भी बना होगा। संसद के दोनों सदनों में मार्शल की नयी पोशाक में अब मणिपुरी पगड़ी शामिल होगी। संसद के सुरक्षा कर्मचारी नीले सफारी सूट के बजाय सेना की वर्दी जैसी पोशाक में नजर आएंगे।