मौसम अलर्ट : राजधानी पटना समेत कई जिलों में बारिश के आसार, इन चार जिलों में भारी बारिश के साथ वज्रपात का येलो अलर्ट जारी

डेस्क : प्रदेश में एकबार फिर बारिश की छिटपुट गतिविधियां बनी हुई हैं। बादलों की आवाजाही और नमी के प्रवाह की वजह से उमस की स्थिति भी है। इस बीच मौसम विज्ञान केंद्र ने आज रविवार को राज्य के 4 जिलों में भारी बारिश की संभावना जताई हैं। 

मौसम विभाग के अनुसार पटना सहित सूबे के कई जिलों में बादलों की सक्रियता बनी हुई है। इसके प्रभाव से कहीं आंशिक तो कहीं भारी बारिश हो रही है। पटना में बीते शनिवार की शाम झमाझम बारिश हुई, जिससे उमस से राहत मिली है। दिन में भी छिटपुट बूंदाबांदी की स्थिति बनी थी। इधर कटिहार और जमुई जिले के कुछ स्थानों पर भारी बारिश दर्ज की गई है। 

मौसम विभाग ने आज रविवार की दोपहर तक चार जिलों में भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है। इनमें मधुबनी, सुपौल, अररिया और किशनगंज शामिल हैं। वहीं पटना सहित राज्य के शेष हिस्सों में छिटपुट बारिश की स्थिति बनेगी। हालांकि इस बीच उमस वाली गर्मी बीच-बीच में लोगों को परेशान करेगी। 

वहीं उत्तर-पश्चिम और दक्षिण-पश्चिम बिहार में एक दो जगहों पर वज्रपात का अलर्ट जारी किया है।

शिक्षा विभाग ने बीपीएससी के पत्र का दिया कड़ा जवाब, कहा- स्वायत्तता का अर्थ अराजकता नहीं

डेस्क : बिहार के शिक्षा विभाग और राजभवन के बीच टकराव का मामला अभी ठंडा भी नहीं हुआ था कि अब शिक्षा विभाग और बिहार लोक सेवा आयोग के बीच टकराव शुरु हो गया है। बीते शनिवार को शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव के.के. पाठक के निर्देश पर माध्यमिक शिक्षा निदेशक कन्हैया प्रसाद श्रीवास्तव ने बीपीएससी के सचिव के पत्र का जवाब दिया। इसमें उन्होंने कड़ी आपत्ति प्रकट की है। उन्होंने सचिव के पत्र को अनावश्यक व बचकानी हरकत भी बताया और ऐसा न करने की नसीहत दी।

शिक्षा विभाग ने बिहार लोक सेवा आयोग से दो टूक कहा है कि स्वायत्तता का अर्थ अराजकता नहीं होता। आयोग अपनी स्वायत्तता के नाम पर विवेकहीन व मूर्खतापूर्ण निर्णय नहीं ले सकता है, जिससे शिक्षक नियुक्ति को लेकर सरकार के सामने वैधानिक अड़चन आए। स्वायत्तता का अर्थ यह नहीं है कि वह स्थापित परंपराओं से इतर जाए। विभाग ने इसको लेकर आयोग को आगाह भी किया। साथ ही आयोग को उसका मूल पत्र भी लौटा दिया है। शिक्षा विभाग ने बीपीएससी से यह भी पूछा है कि आयोग यह भी स्पष्ट करे कि लिखित परीक्षा का परिणाम निकले बगैर प्रमाण पत्रों का सत्यापन पहले से किन-किन मामलों में किया गया है?

माध्यमिक शिक्षा निदेशक ने बीपीएससी से स्पष्ट कहा कि वह उसके आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप नहीं कर रहा। नियमावली के तहत आयोग अपनी कार्रवाई के लिए स्वतंत्र है। ऐसे में विभाग पर हस्तक्षेप करने और दबाव बनाने का आरोप अनुचित और अस्वीकार्य है। लेकिन, शिक्षकों की नियुक्ति के संबंध में प्रशासी विभाग तो शिक्षा विभाग है और संबंधित नियमावली में कई जगह लिखा है कि परीक्षा की विभिन्न पहलुओं पर प्रशासी विभाग से चर्चा कर ही कार्य किया जाए।

निदेशक ने कहा कि शिक्षक नियुक्ति में आयोग को जब भी स्थापित परंपराओं से हटकर कोई कार्य करना है तो पहले एक औपचारिक बैठक आयोग के स्तर पर होनी चाहिए। इसमें शिक्षा विभाग, विधि विभाग और सामान्य प्रशासन विभाग से चर्चा होनी चाहिए।

शिक्षा विभाग के निदेशक ने बीपीएससी का पत्र लौटाते हुए सचिव से कहा कि शिक्षक नियमावली में प्रावधानों का अनुपालन जरूरी है। ताकि समय पर नियुक्ति की प्रक्रिया पूर्ण हो सके। आपने अनावश्यक रूप से अनर्गल शब्दों का प्रयोग करते हुए पत्राचार में जो ऊर्जा व्यय किया है वह अनुचित है। इसकी बजाय नियमावली के तहत ससमय कार्रवाई सुनिश्चित करें, ताकि नियुक्ति प्रक्रिया को कोर्ट केसों के बोझ से बचाया जा सके। निदेशक ने कहा कि मुख्य सचिव ने 6 सितंबर को ही सारी स्थिति स्पष्ट कर दी तो फिर आयोग को इस तरह के पत्र लिखने की कोई आवश्यकता नहीं थी। इसके साथ ही शिक्षा विभाग ने बिहार लोक सेवा आयोग के मूल पत्र को उन्हें वापस भी कर दिया।

बिहार के पैक्स अब बनेंगे पेट्रोल पंप मालिक, सहकारिता विभाग ने पंप खोलने के इच्छुक पैक्सों से मांगा आवेदन

डेस्क : बिहार के पैक्स जल्द ही पेट्रोल पंप मालिक बनेंगे। इसकी प्रक्रिया तेज हो गई है। सहकारिता विभाग ने पंप खोलने के इच्छुक पैक्सों से 27 सितंबर तक आवेदन करने को कहा है।

विभाग की ओर से सभी जिला सहकारिता पदाधिकारियों को भेजे गए निर्देश में कहा गया है कि इच्छुक और मानक पूरा करने वाले पैक्सों को आवेदन के लिए प्रोत्साहित करें। 

पैक्स उन्हीं जगहों के लिए आवेदन कर सकते हैं, जहां पेट्रोलियम कंपनियों की ओर से रिटेल आउटलेट की रिक्तियां निकाली गई हैं। रिटेल डीलरशिप के लिए पैक्सों को स्वतंत्रता सेनानियों वाली श्रेणी यानी सीसी-2 में रखा गया है। इसी श्रेणी के हिसाब से पैक्सों को पंप के नियमों में छूट दी जाएगी।

रिक्तियों का विवरण पेट्रोलियम कंपनियों के पोर्टल ( www. petrolpumpdealerchayan. in/ petrol-2023) पर मौजूद है। इंडियन ऑयल, भारत पेट्रोलियम और हिन्दुस्तान पेट्रोलियम की रिक्तियां अलग-अलग हैं। 

सहकारिता विभाग के सूत्रों के अनुसार राज्य के कई जिलों के प्राथमिक कृषि ऋण समितियों (पैक्स) ने पंप खोलने में रुचि दिखाई है। इसमें सीतामढ़ी, गोपालगंज, गया, पटना आदि जिलों के पैक्स हैं। अन्य जिलों से भी प्रस्ताव आ रहे हैं। राज्य में वर्तमान में 8463 पैक्स हैं।

बिहार में अब निबंधित डीलर ही कर सकेंगे पुराने वाहनों की खरीद-बिक्री, डीटीओ से रजिस्ट्रेशन अनिवार्य

डेस्क : बिहार में अब निबंधित डीलर ही पुराने वाहनों की खरीद-बिक्री कर सकेंगे। पुराने वाहनों की खरीद-बिक्री करने के लिए वाहन डीलर को जिला परिवहन कार्यालय से निबंधन कराना अनिवार्य होगा।

पुराने वाहनों का कारोबार करने वाले डीलरों पर निगरानी के लिए परिवहन विभाग यह व्यवस्था लागू करने जा रहा है। इसके तहत वैध प्राधिकार प्रमाण पत्र मिलने के बाद ही कारोबारी पुरानी गाड़ियों की खरीद-बिक्री कर सकेंगे। 

नयी व्यवस्था में डीलरों की जवाबदेही तय की गयी है। इससे पुरानी गाड़ी खरीदने वालों को काफी लाभ होगा, क्योंकि पहले डीलर की कोई जवाबदेही नहीं रहती थी। दरअसल, मोटर वाहन नियमावली में परिवर्तन के बाद 1 अप्रैल 2023 से यह अनिवार्य हो गया है। 

परिवहन सचिव संजय कुमार अग्रवाल ने बताया कि डीलरों का रजिस्ट्रेशन अनिवार्य करने से सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि ग्राहकों के साथ धोखाधड़ी नहीं होगी। पुरानी गाड़ियों के व्यापार में पारदर्शिता आएगी। साथ ही चोरी के वाहनों की बिक्री और वाहनों के तस्करी, आपराधिक गतिविधियों में उपयोग लिए जाने जैसी घटनाओं पर रोक लगेगी।

राजधानी पटना में डेंगू के बढ़ते प्रकोप को लेकर नगर निगम प्रशासन हुआ सतर्क, शुरु किया यह काम

डेस्क : बिहार में डेंगू का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। मरीजों की संख्या में हर रोज वृद्धि हो रही है। सबसे बड़ी बात यह है कि पटना में इसका प्रकोप सबसे ज्यादा बढ़ रहा है। राजधानी के कई इलाकों में डेंगू की मरीजों की संख्या बढ़ रही है।  

इधर डेंगू के बढ़ते प्रकोफ को देखते हुए नगर निगम प्रशासन सतर्क हो गया है। नगर निगम ने प्रमुख अस्पतालों पीएमसीएच, एनएमसीएच और आईजीआईएमएस में फॉगिंग व एंटी लार्वा के छिड़काव के लिए विशेष टीम बनाई है। अस्पतालों में प्रतिदिन दो पालियों में कर्मी व पदाधिकारी तैनात रहेंगे। नगर आयुक्त अनिमेष कुमार पराशर ने निर्देश दिया है कि टीम सुबह और शाम छिड़काव करते फोटो भी भेजेगी।

डेंगू पीड़ित के घर के 400 मीटर दायरे में छिड़काव 

नगर आयुक्त ने बताया कि प्रभावित वार्डों में नगर निगम युद्ध स्तर पर डेंगू से बचाव एवं रोकथाम के लिए फॉगिंग एवं एंटी लार्वा का छिड़काव कर रहा है। प्रतिदिन डेंगू से पीड़ित मरीजों के घर से 400 मीटर के दायरे में विशेष रूप से एंटी लार्वा का छिड़काव दो पालियों में किया जा रहा है। प्रतिदिन सार्वजनिक स्थानों एवं 50 घरों के आसपास एंटी लार्वा का छिड़काव हो रहा है। डेंगू के मच्छर दिन में काटते हैं। इसलिए पटना नगर निगम सूर्योदय एवं सूर्यास्त के दौरान विशेष फॉगिंग करा रहा है। 

मुख्यालय के पदाधिकारियों की ओर से स्थल निरीक्षण कर वार्ड की वस्तुस्थिति की भी जांच की जा रही है। नगर आयुक्त ने विशेष रूप से अलर्ट रहने का निर्देश सभी पदाधिकारियों एवं कर्मियों को दिया है। वॉकी-टॉकी से लगातार कार्यों की समीक्षा भी की जा रही है।

मौसम अलर्ट : प्रदेश के उत्तर, दक्षिण-पश्चिमी और दक्षिण-मध्य बिहार में हो सकता है वज्रपात, 19 जिलों में मध्यम बारिश के आसार

डेस्क : प्रदेश में एकबार फिर बारिश की छिटपुट गतिविधियां बनी हुई हैं। बादलों की आवाजाही और नमी के प्रवाह की वजह से उमस की स्थिति भी है। इस बीच मौसम विज्ञान केंद्र ने आज शुक्रवार को राज्य के 19 जिलों में आंशिक से मध्यम बारिश के आसार जताये हैं। 

मौसम विभाग की ओर से आज शुक्रवार को रोहतास, कैमूर, बांका और गया में भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। साथ ही राज्य के उत्तर-पश्चिम और दक्षिण-पश्चिम भाग में आंशिक से मध्यम बारिश हो सकती है। पटना में आंशिक बादलों की आवाजाही रहेगी। उमस बढ़ने पर बारिश संभावित है। वहीं उत्तर, दक्षिण-पश्चिमी और दक्षिण-मध्य बिहार में शुक्रवार को वज्रपात का भी अलर्ट जारी किया है।

बीते गुरुवार की शाम पटना में अचानक घने बादल छाये। हालांकि छिटपुट बारिश के बाद बाद वैशाली की ओर बढ़ गए। वहीं गया में 14.6 मिमी बारिश दर्ज की गई। जबकि सुपौल के निर्मली में 53 मिमी, मधेपुरा में 40.6 मिमी, नालंदा के गिरियक में 35.4, भागलपुर के कहलगांव में 30.4, गोपालगंज के बरौली में 30.2, नालंदा के इस्लामपुर में 29.8, भभुआ के अधवारा में 28.4, रोहतास के नौहट्टा में 26.2, कटिहार के अमदाबाद में 24.8, औरंगाबाद के नवीनगर में 24.4, नौगछिया में 22.8, बक्सर के नवानगर में 22.6, बीहपुर में 21.4, कुशेश्वर स्थान में 21.2 मिमी बारिश हुई।

बिहार में डेंगू मरीजों की संख्या पहुंची 390 के पार, पटना बना हॉट स्पॉट

डेस्क : डेंगू मरीजों की संख्या में हर रोज वृद्धि हो रही है। बुधवार को राज्य में डेंगू मरीजों की संख्या बढ़कर 390 पहुंच गई। इसमें सबसे अधिक पटना में 146 तो भागलपुर में डेंगू मरीजों की संख्या बढ़कर 133 हो गई। वैशाली, गया, बांका में भी मरीजों की संख्या बढ़ रही है। डेंगू के बढ़ते मामले को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने जांच में और तेजी लाने का निर्णय लिया है ताकि मरीजों की वास्तविक जानकारी मिल सके।।

इधर राजधानी में डेंगू तेजी से पांव पसार रहा है। बुधवार को जारी रिपोर्ट के अनुसार पटना में डेंगू के 33 मरीज पाए गए हैं। इनमें से 17 मरीज निजी अस्पतालों में भर्ती है। सबसे ज्यादा पांच-पांच मरीज रूबन और पारस अस्पताल में भर्ती है। वहीं साई अस्पताल में चार, मेदांता में दो और जगदीश मेमोरियल में एक मरीज भर्ती हैं। पटना में 14 हॉटस्पॉट चिह्नित किए गए हैं। पाटलीपुत्रा अंचल के मोहल्ले हॉट स्पॉट बने हुए हैं। राजधानी के 33 मरीजों में एक तिहाई पाटलीपुत्रा अंचल में पाए गए हैं।

बुधवार से मच्छरों को मारने के लिए फॉगिंग और एंटी लार्वा का छिड़काव करने के लिए विशेष अभियान शुरू किया है। नगर निगम के 375 कर्मचारियों को इसकी जिम्मेदारी सौंपी गई है। आज से टीम ने अपना काम शुरू कर दिया है। 

महपौर सीता साहू और नगर आयुक्त अनिमेष पराशर ने बुधवार को निगम मुख्यालय से इस टीम को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। ये रोजाना दिन में नगर निगम क्षेत्र के सभी वार्डों में 18 हजार से अधिक घरों में फॉगिंग और एंटी लार्वा का छिड़काव करेंगे। बुधवार को नगर निगम मुख्यालय में सभी वार्ड में तैनात सुपरवाइजर की बैठक हुई। 

नगर आयुक्त अनिमेष पराशर ने एक सुपरवाइजर को प्रतिदिन 50 घरों में फॉगिंग और एंटी लार्वा का छिड़काव का लक्ष्य दिया। 375 सुपरवाइजर प्रतिदिन 18 हजार 750 घरों में फॉगिंग कराएंगे। फॉगिंग रोज की जाएगी। यह अभियान एक महीने चलेगा। नगर निगम ने डेंगू पर नियंत्रण के लिए शुरू किए गए विशेष अभियान के तहत सभी सुपरवाइजर को नया रजिस्टर दिया है। इसमें पूरा विवरण दर्ज करना है।

बिहार के इन 6 छात्र-छात्राओं ने बढ़ाया प्रदेश का मान, बाल वैज्ञानिक बनकर करेंगे जापान की सैर

डेस्क : सरकारी स्कूल के विद्यार्थी भी अब बाल वैज्ञानिक बनकर जापान की सैर करेंगे। सूबे के पांच सरकारी स्कूलों के छह बाल वैज्ञानिकों का चयन सकुरा विज्ञान एक्सचेंज (विनिमय) कार्यक्रम के तहत किया गया है। ये सभी विभिन्न उच्च माध्यमिक स्कूल के 11वीं और 12वीं के विद्यार्थी हैं। इन सभी छात्र-छात्राओं को दिसंबर में जापान ले जाया जाएगा।

केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के स्कूल शिक्षा एवं साक्षरता विभाग ने बुधवार को इसकी जानकारी सभी छात्रों को दी। देशभर से 60 बाल वैज्ञानिकों का चयन किया गया है। चयन के लिए मैट्रिक के अंक और विज्ञान प्रतियोगिता में छात्रों की अलग-अलग उपलब्धि को देखा जाता है। पहली बार बिहार के सरकारी स्कूल के छात्रों को इसमें शामिल होने का मौका मिला है। अब तक इसमें ज्यादातर निजी स्कूल के छात्र ही चयनित होते थे।

इन विद्यार्थियों का हुआ चयन

1. मो. रुमान अशरफ, प्लस टू इस्लामिया हाई स्कूल, शेखपुरा

2. सुधांशु कुमार, पटना कॉलेजिएट स्कूल, पटना

3. अभिषेक कुमार चौधरी, पटना कॉलेजिएट स्कूल, पटना

4. निर्जला कुमारी, महादेव हाई स्कूल खुशरुपुर, पटना

5. सानिया कुमारी, प्रोजेक्ट गर्ल्स इंटर स्कूल रजौली, नवादा

6. मुस्कान कुमारी, टीएस कॉलेज हिसुआ, नवादा

ये सभी विद्यार्थी इंस्पायर से लेकर चिल्ड्रेन साइंस कांग्रेस व कई विज्ञान प्रतियोगिताओं में राष्ट्रीय स्तर पर विजेता रहे हैं। निर्जला कुमारी ने ऑटोमेटिक चलनी बनाकर इंस्पायर में टॉप-दस में जगह बनाई थी। वहीं, मुस्कान ने ऑटोमेटिक ड्रेनेज सिस्टम का मॉडल बनाकर इंस्पायर में टॉप-पांच में जगह बनाई थी। सात देशों भारत, इंडोनेशिया, मलेशिया, नेपाल, श्रीलंका, थाईलैंड और वियतनाम के साथ जापान विज्ञान विनिमय कार्यक्रम चलाता है। चयनित छात्रों को एक माह तक सकुरा साइंस क्लब की गतिविधियों से परिचय करवाया जाता है।

संसद का विशेष सत्र बुलाए जाने पर बरसे जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह, केन्द्र सरकार पर लगाया यह बड़ा आरोप

डेस्क : संसद का विशेष सत्र बुलाए जाने पर जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने केन्द्र सरकार को निशाने पर लिया है। उन्होंने कहा है कि ये लोग पहले सेशन का एजेंडा तो बताएं। ऐसा कभी कहीं हुआ है आजतक? सेशन बुला लिये हैं, उसमें क्या बहस करने वाले हैं किसी सांसद को नहीं पता है। ये लोग (भाजपा वाले) लोकतंत्र को खत्म कर रहे हैं। लोकतंत्र को अपनी मर्जी से चला रहे हैं।

पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने नरेन्द्र मोदी को निशाने पर लेते हुए कहा कि ये लोग सारा इतिहास बदल रहे हैं। ये चाहते हैं कि देश का इतिहास बापू के नाम से हटा कर नरेंद्र मोदी के नाम से कर दिया जाए। 

ललन सिंह ने कहा कि ‘इंडिया’ शब्द से इन लोगों की घबराहट साफ दिख रही है। यह लोग हताशा में हैं इसलिए नाम बदलेंगे, नाम बदलने से क्या होगा? इस देश की जनता में बीजेपी के खिलाफ जो अविश्वास है उसको कैसे मिटाएंगे? 

वहीं केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बिहार दौरे पर ललन सिंह ने कहा कि वह आते रहें, जहां मन करे वहां घूमते रहें, किसने रोका है?

बिहार में बढ़ते डेंगू के प्रकोप को लेकर विपक्ष सरकार पर हुई हमलावर, नेता प्रतिपक्ष ने राज्य सरकार पर सतर्क नहीं रहने का लगाया आरोप*

डेस्क : बिहार में डेंगू तेजी से पांव पसार रहा है। डेंगू मरीजों की संख्या 300 से अधिक हो गई है। पटना और भागलपुर जिले में सबसे अधिक डेंगू के मरीज मिल रहे हैं। मंगलवार की शाम तक राज्य में डेंगू के मरीजों की संख्या 325 हो गई। सबसे अधिक भागलपुर में 119 डेंगू के मरीज हैं।

इधर डेंगू के बढ़ते प्रकोप के लिए विपक्ष ने सरकार को जिम्मेवार ठहराया है। बिहार विधान सभा में नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि बिहार में तेजी से डेंगू फैल रहा है। मंगलवार को जारी बयान में उन्होंने आरोप लगाया कि समय रहते सरकार के सतर्क नहीं होने के कारण ही राज्य में डेंगू महामारी का रूप धारण कर रहा है।

उन्होंने कहा कि बरसात का मौसम शुरू होने के पहले सरकार को निषेधात्मक कार्रवाई करनी चाहिए थी। इसके तहत नालों की उड़ाही, डीडीटी का छिड़काव और जल जमने वालों स्थलों की साफ-सफाई होनी थी। लेकिन, इस पर ध्यान नहीं दिया गया। अब स्थिति भयावह हो गई है। सरकारी अस्पतालों में डेंगू पीड़ितों के उपचार की व्यवस्था दयनीय है। पटना में लोग डेंगू होने पर निजी अस्पतालों में भर्ती हो रहे हैं।

बेड का अभाव, दवा की कमी, गन्दगी का अंबार और खराब डाइग्नोस्टिक मशीन के कारण लोग सरकारी अस्पतालों में जाने से कतरा रहे हैं। एक वर्ष पूर्व महागठबंधन सरकार बनने के वाद स्वास्थ्य मंत्री तेजस्वी यादव ने ताम-झाम के साथ मिशन 60 की शुरुआत की थी। कहा था कि सभी सरकारी अस्पतालों की हालत बदलेगी लेकिन स्थिति में सुधार नहीं हुआ। सरकार को डेंगू पर अविलंब संज्ञान लेना चाहिए।