धनबाद : NH के किनारे आने वाले कई स्कूल भवनों पर आफत, खाली करने का दिया गया नोटिस
धनबाद : जिले के कई सरकारी स्कूल भवनों पर आफत है। एनएच टू चौड़ीकरण की जद में धनबाद के कई सरकारी स्कूलों के भवन पहले से हैं। कई स्कूल का भवन टूट चुका है, तो कई भवनों को जल्द तोड़ा जाएगा।
वहीं रेलवे ने अब निरसा के शिवलीबाड़ी में मध्य विद्यालय को खाली करने का नोटिस दिया। आसनसोल रेल मंडल ने नोटिस जारी कर खाली करने को कहा।
स्कूल में 90 छात्र-छात्राएं नामांकित व चार शिक्षक कार्यरत हैं। बीईईओ निरसा 3 ने डीएसई को पत्र भेजकर मामले की जानकारी दी।
1967 में बना था शिवलीबाड़ी स्कूल: जानकारों का कहना है कि 22 अगस्त को जारी नोटिस में 15 सितंबर तक शिवलीबाड़ी स्कूल परिसर को खाली करने को कहा गया। एक वर्ष पूर्व भी डीआरएम की ओर से स्कूल भवन को चिह्नित कर पत्र भेजा गया था। बताया गया कि उक्त जमीन का उपयोग रेलवे फ्रेट कॉरिडोर के लिए हो सकता है। स्कूल भवन का निर्माण 1967 में कुमारधुबी फायरलेक्स एंड सिलेका (केएफएस) ने कराया था।
वहीं मध्य विद्यालय शिवलीबाड़ी की जमीन अधिग्रहण करने की स्थिति में स्कूल का समायोजन मध्य विद्यालय बांग्ला पोटरी निरसा 3 में किया जा सकता है।
केसी बालिका की छात्राओं की पढ़ाई झरिया एकेडमी में: केसी बालिका उच्च विद्यालय का भवन जर्जर है। बीईईओ झरिया की जांच रिपोर्ट पर केसी बालिका उवि झरिया के नए भवन का निर्माण होने तक नौवीं व दसवीं का अध्यापन झरिया एकेडमी झरिया में किया जाएगा। इस बाबत डीईओ भूतनाथ रजवार ने आदेश जारी कर दिया है। केसी बालिका उवि झरिया के सभी शिक्षकों व कर्मियों को झरिया एकेडमी झरिया में अध्यापन कार्य करने को कहा गया।
11 स्कूल भवनों के लिए 1.74 करोड़ मुआवजा :
एनएच चौड़ीकरण व धनबाद-बोकारो सड़क के फोरलेन की जद में 11 स्कूल भवन आ गए हैं। स्कूलों का भवन तोड़ने व अधिग्रहण के लिए 1.74 करोड़ का मुआवजा दिया गया है। इन स्कूलों में मवि कोटालअड्डा, उर्दू प्रावि बेलाटांड़, उदू मवि लेदाटांड़, बोकाथान, मवि दयाबांसपहाड़, उउवि कांडेयडीह, प्रावि तिलाटांड़, मवि कांड्रा, प्रावि भुरूंगिया, उमवि सिनीडीह शामिल हैं।
डीएसई ने किया हेडमास्टर को शोकॉज : मवि
शिवलीबाड़ी को हटाने के संबंध में बीईईओ की रिपोर्ट के बाद डीईओ ने स्कूल हेडमास्टर को शोकॉज किया। आसनसोल रेल मंडल ने नौ जुलाई-2022 को स्कूल को रेलवे ने नोटिस भेजा था। इसकी जानकारी हेडमास्टर की ओर विभाग को नहीं दी गई। यह लापरवाही है। इसके लिए व्यक्तिगत रूप से जिम्मेदार हैं। डीईओ कार्यालय में उपस्थित होकर स्पष्टीकरण मांगा। समय पर स्पष्टीकरण नहीं देने पर विभागीय कार्रवाई की जाएगी।
Sep 01 2023, 13:50