*31 अगस्त को भाइयों की कलाई में राखी बांधे बहनें, जानिये कब है शुभ मुहूर्त*
नितेश श्रीवास्तव
भदोही। आगामी रक्षाबंधन त्यौहार को लेकर बहनों व भाईयों ने भले ही तैयारी शुरू कर दी है, लेकिन त्यौहार को लेकर इस बार अब तक ऊहापोह की स्थिति बनी हुई है। भद्रा के कारण उत्पन्न हुए इस विकट समस्या को लेकर रक्षाबंधन त्योहार 30 या 31 अगस्त तारीख को लेकर असमंजस की स्थिति देखी जा रही है। भाई-बहन के प्रेम के प्रतीक रक्षाबंधन त्योहार इस दिन दो तिथियों के बीच उलझा हुआ है। त्योहार को लेकर भाई व बहन की तरफ भी तैयारी शुरू कर दी गई है। बहनें जहां डिजाइनर राखियां खरीद रहीं हैं। वहीं भाई अपनी बहनों को उपहार देने के लिए तरह-तरह के गिफ्ट आइटम देख रहे हैं। इस बीच भद्रा तिथि के कारण त्योहार को लेकर असमंजस है।
दरअसल सावन मास की पूर्णिमा 30 अगस्त को दिन में सुबह 10 बजकर 58 मिनट पर शुरू हो रही है। पूर्णिमा तिथि का समापन 31 अगस्त को सुबह 07 बजकर 05 मिनट पर होगा। ऐसे में रक्षाबंधन 30 अगस्त को ही होना चाहिए, लेकिन 30 अगस्त को भद्रा दिन में 10 बजकर 13 मिनट से लेकर रात में 8 बजकर 58 मिनट तक लग रहा है। भद्रा काल में रक्षाबंधन का पर्व मनाया अशुभ माना जाता है। रात्रि काल में रक्षाबंधन पर्व मनाना कभी भी उचित नहीं है। अतः 31 अगस्त को उदय व्यापिनी पूर्णिमा तिथि में ही रक्षाबंधन का पावन पर्व मनाया जाएगा। इस असमंजस को देखते हुए आचार्य संतोष महाराज ने बताया कि 31 अगस्त को सिद्धयोग में रक्षाबंधन पर्व मनाना उचित होगा।
इस बार सावन पूर्णिमा 30 अगस्त को सुबह 10 बजकर 13 मिनट पर लग रहा है और उसी समय भद्रा भी लग रहा है,जो रात्रि 8 बजकर 58 मिनट तक रहेगी। 30 अगस्त दिन बुधवार को रात्रि 09 से रात्रि 11 बजे तक राखी बांधने का मुहूर्त उत्तम रहेगा और 31 अगस्त को सुबह पांच बजे से सात बजकर 50 मिनट तक राखी बांधने का शुभ मुहूर्त है क्योंकि 31 अगस्त को सुबह 07 बजकर 50 मिनट तक पूर्णिमा है।
उदया तिथि के अनुसार राखी 31 अगस्त को दिनभर बांधी जाती सकती है। सभी पंचांगों में एक मत से भद्रांते रक्षा बंधमन वर्णित हैं। इसलिए सनातन धर्म को मानने वाले 31 अगस्त को सुबह 07 बजकर 45 मिनट तक मनाना श्रेयस्कर होगा। सबको कोशिश करनी चाहिए कि इस मुहूर्त में ही यह पर्व मना लें। सभी बहनें इस मुहूर्त में ही भाई की कलाई पर राखी बांधे।
Aug 30 2023, 12:12