मानवता की प्रतिमूर्ति मदर टेरेसा के जीवन दर्शन से प्रेरणा ले विश्व की नई पीढ़ी।

   

 यूक्रेन रूस संघर्ष, फलस्तीन इजराइल संघर्ष ,पश्चिम एशियाई देशों मे संघर्ष, म्यांमार में संघर्ष एवं चीन ताइवान संघर्ष समाप्त करने की सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन एवं विभिन्न सामाजिक संगठनों ने पुनः की अपील।

“विश्व शांति दूत एवं मानवता की प्रतिमूर्ति मदर टेरेसा की 113 वीं जन्मदिवस पर सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन द्वारा भव्य कार्यक्रम का आयोजन ।.”

बेतिया पश्चिम चंपारण।

सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन के सभागार सत्याग्रह भवन में विश्व शांति एवं मानवता की प्रतिमूर्ति मदर टेरेसा की 113 वीं जन्मदिवस पर भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें विभिन्न सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों के साथ-साथ बुद्धिजीवियों, शिक्षकों एवं छात्र छात्राओं ने भाग लिया। इस अवसर पर विश्व शांति के लिए सर्व धर्म प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया। जिसमें सभी धर्मों के लोगों ने भाग लिया। इस अवसर पर संपूर्ण विश्व एवं विशेष रुप से दक्षिण एशिया में सुख, शांति, समृद्धि एवं विकास के लिए प्रार्थना की गई ,साथ ही यूक्रेन रूस संघर्ष

,फलस्तीन इजरायल संघर्ष ,पश्चिम एशियाई देशों में संघर्ष ,म्यांमार में संघर्ष एवं ताइवान चीन संघर्ष समाप्त करने की अपील के साथ ही इन देशों में युद्ध समाप्ति के लिए एवं स्थाई शांति स्थापित करने के लिए विशेष प्रार्थना की गई। इस अवसर पर अंतराष्ट्रीय पीस एंबेस्डर सह सचिव सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन डॉ0 एजाज अहमद (अधिवक्ता) एवं डॉ सुरेश कुमार अग्रवाल चांसलर प्रज्ञान अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय झारखंड ने संयुक्त रूप से कहा कि मदर टेरेसा विश्व शांति दूत एवं मानवता की प्रतिमूर्ति थी। युगोस्लाविया गणराज्य में 26 अगस्त 1910 ई0 को उनका जन्म हुआ था। 18 वर्ष की आयु से ही उन्होंने मानव सेवा में अपना जीवन समर्पित कर दिया। गरीब एवं असहाय बच्चों के लिए 1948 में कोलकाता स्थित एक विद्यालय की स्थापना की। इसके साथ ही मिशनरी ऑफ चैरिटी की स्थापना हुई। मदर टेरेसा ने यह साबित कर दिया कि सच्ची लगन एवं मेहनत से किया गया काम कभी निष्फल नहीं होता। 1996 उनकी संस्था मिशनरी ऑफ चैरिटी ने विश्व के 125 देशों में 755 निराश्रित गृह खोलें।

जिसमें लगभग विश्व के 05 लाख लाख भूखे लोगों के लिए पेट भर भोजन उपलब्ध कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। हमें कोलकाता में मदर टेरेसा के साथ मिलकर मानवीय कार्य करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ।मदर टेरेसा ने यह साबित कर दिया कि जीवन का लक्ष्य दुखी मानवता की सच्ची सेवा ही है एवं प्रेम के रूप से ही ईश्वर को पाया जा सकता है। आज विश्व में मदर टेरेसा के प्रेरणा और संबल से लाखों लोग जाति धर्म से ऊपर उठकर मानवता की सेवा में लगे हैं। मदर टेरेसा ने दिन-रात गरीबों की सेवा में लगी रहती थी। वह जरूरतमंदों तक खुद ही पहुंच जाती थी। कहते हैं कि एक बार एक गरीब परिवार में खाना नहीं बना था।

इस बात की जानकारी मदर टेरेसा को हुई। मदर टेरेसा खुद चावल का पात्र लेकर उस गरीब परिवार की घर पहुंची। दरवाजे पर मानो वह महिला खड़े होकर पहले से किसी के आने का इंतजार कर रही हो। घर पहुंचते ही दरवाजे पर उसे चावल का पात्र दिया। चावल का पात्र पाते ही महिला ने मदर टेरेसा का धन्यवाद किया। उस महिला ने मदर टेरेसा से कहा कि “मदद आप बैठिए मैं तुरंत आ रही हूं “। घर में पड़े टूटे हुए कुर्सी पर मदर टेरेसा बैठ गई। कुछ देर बाद वह महिला वापस लौटती है और मदर टेरेसा ने देखा कि चावल का दिया हुआ पात्र खाली है। यह देखकर मदर टेरेसा बोली. ..आप कहां गई थी..? महिला बोली …मेरे बगल की झोपड़ी में एक मुस्लिम परिवार रहता है। उनका परिवार कई दिनों से भूखा है। उस परिवार में छोटे-छोटे बच्चे हैं। उस परिवार को चावल की आवश्यकता मेरे परिवार से कहीं ज्यादा थी। मैं उन्हें चावल देने गई थी। मदर ने महिला की ओर गर्व से देखती रह गई। तभी महिला का पुत्र एक डिब्बा लेकर आया और बोला मदर लीजिए… ! मदर टेरेसा ने हैरानी से देखते हुए बोली इसमें क्या है?..

बालक ..बोला मुझे चीनी बहुत पसंद है। मेरी मां हमेशा मुझे खाने के बाद थोड़ा चीनी देती थी। मैं हर बार चीनी बचाकर इस डब्बे में जमा कर लेता था कि मन करने पर खाऊंगा। हमारी बस्ती में अनेक बच्चे भूखे हैं और आप भूखे लोगों के लिए भोजन बांट रही हैं! वह बच्चे चीनी के साथ सूखी रोटी अच्छी से खा लेंगे। मदर टेरेसा का बच्चे एवं महिला की मानवता देखकर अभिभूत हो गए और बोली … धन्य है यह भारत देश जहां स्वयं भूखे रहकर भी लोग दूसरों की भूख मिटाने का प्रयास करते हैं।

इस अवसर पर डॉ एजाज अहमद डॉ सुरेश कुमार अग्रवाल ने संयुक्त रूप से युवाओं से आह्वान करते हुए कहा हुए कि हजारों हजार बरस की भारतवर्ष की परंपरा जहां भूखे रहकर भी लोग दूसरों की भूख मिटाने का प्रयास करें, इस परंपरा को जीवित रखने की आवश्यकता है। यही है राष्ट्र एवं मानवता के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि। डॉ एजाज अहमद, डॉ सुरेश कुमार अग्रवाल , डॉ अमित कुमार लोहिया,बिहार विश्वविद्यालय के इतिहास विभाग के शोधार्थी डॉ शाहनवाज अली, वरिष्ठ अधिवक्ता शंभू शरण शुक्ल ने संयुक्त रूप से कहा कि हमें मानवीय मूल्यों को जीवित रखते हुए भारतीय समाज में सुख,

शांति, समृद्धि एवं विकास के साथ प्रेम, भाईचारा एवं आपसी सौहार्द की आवश्यकता है ताकि मानव जीवन को और भी सरल एवं सुलह बनाया जा सके। साथ ही विश्व के संघर्षरत देशों में युद्ध विराम एवं स्थाई शांति ही होगी मानवता की प्रतिमूर्ति विश्व शांति दूत मदर टेरेसा के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि।

वाल्मीकि नगर-घर के अंदर से अजगर को पकड़ कर सुरक्षित जंगल में छोड़ा गया

इन दिनों वाल्मीकि नगर में हो रही झमाझम बारिश के कारण रिहायशी इलाकों के गांवो व सरेहो मे अजगरो के निकलने का सिलसिला नहीं थम रहा है।

इस क्रम में बुधवार की देर शाम वाल्मीकि नगर थाना क्षेत्र के हवाई अड्डा के धनहा टोला निवासी शंभु बैठा पिता हरि बैठा के आवास में एक लगभग 12 फिट का अजगर सांप को देख घर के परिजनो में अफरा-तफरी मच गई।गृहस्वामी शंभु बैठा के द्वारा इसकी सूचना वाल्मीकि नगर स्थित वन कार्यालय को दी गई।

सूचना को गंभीरता से लेते हुए वाल्मीकि नगर वन क्षेत्र स्थित कोतराहा वन परिसर के वनपाल सोनू कुमार ने वंरक्षी आजाद कुमार के नेतृत्व में वन कर्मिय गोरख राम को घटनास्थल स्थल पर भेजा।वन कर्मिय गोरख राम ने घटनास्थल पर पहुंच कर घर के अंदर छुपा हुआ अजगर सांप को कडी मशकत के बाद पकड़कर वीटीआर के कक्ष संख्या 29 के जंगल में सुरक्षित छोड़ दिया गया।

इसकी पुष्टि करते हुए वाल्मीकि नगर वन क्षेत्र के वनपाल सोनू कुमार ने बताया कि सूचना मिली थी,कि वाल्मीकि नगर थाना क्षेत्र के हवाई अड्डा स्थित धनहा टोला निवासी शंभु बैठा के घर के अंदर एक बड़ा अजगर डेरा जमाया हुआ है। इस अजगर को पकड़ने के लिए वंरक्षी आजाद कुमार के नेतृत्व में वन कर्मिय गोरख राम को घटनास्थल पर भेजा गया।

 वन कर्मिय गोरख राम ने अजगर सांप को पकड़ कर वीटीआर के कक्ष संख्या 29 के जंगल में सुरक्षित छोड़ दिया गया।वनपाल सोनू कुमार ने आगे बताया कि अजगर की लंबाई करीब 12 फीट और मोटाई करीब डेढ़ फिट है। अजगर को देखने के लिए लोगों की काफी भीड़ उमड़ पड़ी थी।

बाइक दुर्घटना में दो युवक बुरी तरह से जख्मी।

वाल्मीकि नगर थाना क्षेत्र के लक्ष्मीपुर पुल स्थित गोदाम टोला के निकट वाल्मीकि नगर -बगहा मुख्य पथ पर गुरुवार की दोपहर एक मोटरसाइकिल अनियंत्रित होकर दुर्घटनाग्रस्त हो गई।

मोटरसाइकिल पर सवार मोहम्मद हजरत हुसैन उम्र लगभग 35 वर्ष पिता मोहम्मद रजाक हुसैन एवं मोहम्मद नाजिर अली उम्र लगभग 29 वर्ष पिता मोहम्मद कमरूध्दिन अली दोनों जिला कुशीनगर थाना पडरौना निवासी बताया जाते है

।आनन-फानन में दोनों घायल युवकों को राहगीरों के द्वारा वाल्मीकि नगर थाना क्षेत्र के लक्ष्मीपुर चौक स्थित एक निजी क्लीनिक में लाया गया।जहां दोनो घायलो उपचार जारी था।

घायल युवक मोहम्मद नाजिर अली ने बताया कि हम लोग वाल्मीकि नगर बुधवार को घूमने आए थे।गुरूवार की दोपहर अपने घर पडरौना जाने के क्रम में बाइक अनियंत्रित होकर दुर्घटनाग्रस्त हो गई।

नहर में डूबा हुआ दूसरा युवक का शव को नेपाल पुलिस ने चौथे दिन किया बरामद।

वाल्मीकि नगर भारत-नेपाल सीमा पर स्थित गंडक बराज से निकले मुख्य पश्चिमी नहर के एक नंबर साइफन गाईड बांध के समीप नहर में दो सगे भाई आपसी झगड़ा को लेकर नहर के पानी में बीती रविवार की दोपहर कूद पड़े थे ।

नहर की तेज धारा में हुए लापता दोनो सगे भाईयों में से छोटा भाई सुजित पाल के शव को सोमवार की शाम को बरामद कर लिया गया था।वही नेपाल पुलिस,एपीएफ,ग्रामीण, परिजनो स्थानीय गोताखोरो के द्वारा लागातार दूसरे भाई के शव की खोजबीन जारी थी।

गौरतलब हो कि बीती रविवार की दोपहर वाल्मीकिनगर थाना क्षेत्र के तीन नंबर पहाड़ ऊपरी शिविर वार्ड नंबर 14 निवासी स्वर्गीय सोनू पाल का 22 वर्षीय पुत्र राजू पाल व 20 वर्षीय पुत्र सुजीत पाल नेपाल के जीरो आरडी पर किसी कार्य वश आए थे। इसी दौरान दोनों भाइयों में किसी बात को लेकर झगड़ा होने लगी।

दोनों सगे भाइयों ने नेपाल के मुख्य पश्चिमी नहर के एक नंबर साईफन गाइड बांध के समीप नहर में कूद पड़े। जिससे वह दोनों सगे भाई नहर के पानी में लापता हो गए थे। बीती रविवार की देर शाम तक स्थानीय लोगो व नेपाल पुलिस,नेपाल एपीएफ व परिजनों तथा द्वारा खोजबीन की जा रही थी।वही बीती सोमवार को नहर के पानी में लापता दोनों सगे भाइयों में से एक का शव नेपाल के रानी बाजार स्थित गुदरीया गांव के निकट साइफन से बरामद कर लिया गया था। तथा दूसरे भाई के शव की तलाश नेपाल पुलिस,एपीएफ,ग्रामीण एवं स्थानीय गोताखोरो के द्वारा चौथे दिन बुधवार की शाम को दुसरा बाडा भाई राजू पाल उम्र लगभग 22 वर्ष के शव को नेपाल के बेलाटाडी गांव के समीप नहर से नेपाल पुलिस,एपीएफ और

स्थानीय गोताखोरो के सहयोग से बरामद कर लिया गया। इस बाबत पूछे जाने पर त्रिवेणी चौकी के प्रभारी इंचार्ज एएसआई रामबली महतो एवं एपीएफ के इंस्पेक्टर पदम पानी पांडे ने बताया कि डूबा हुआ युवक के शव को अपने कब्जे में लेकर नवल परासी जिला अस्पताल में पोस्टमार्टम हेतु भेज दिया गया है। तथा उन्होंने आगे बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद मृत्यु के कारणों का पता चल सकेगा।

एवं पोस्टमार्टम आने के बाद मृत् युवक के शव को उसके परिजनों के हवाले कर दिया जाएगा। इधर नेपाल मुख्य पश्चिमी नहर के सहायक अभियंता दूधनाथ प्रसाद ने बताया कि बंद नहर को सिंचाई विभाग उत्तर-प्रदेश की मांग पर जल प्रवाह शुरू कर दिया गया है।

चंद्रमा पर कदम रखने वाले विश्व के पहले अंतरिक्ष वैज्ञानिक स्वर्गीय नील आर्मस्ट्रांग की 11वी पुण्यतिथि पर वृक्षारोपण।

 डॉ एजाज अहमद अधिवक्ता ।अंतरिक्ष विज्ञान एवं सूचना प्रौद्योगिकी मे आगे आए विश्व की नई पीढ़ी।          

      चंद्रमा पर कदम रखने वाले विश्व के पहले अंतरिक्ष वैज्ञानिक नील आर्मस्ट्रांग की 11 वीं पुण्यतिथि पर सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन एवं विभिन्न सामाजिक संगठनों द्वारा दी गई भावभीनी श्रद्धांजलि।

चंद्रमा पर कदम रखने वाले विश्व के पहले अंतरिक्ष वैज्ञानिक

नील आर्मस्ट्रांग‌ की 11 वीं पुण्यतिथि पर सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन एवं विभिन्न सामाजिक संगठनों द्वारा सर्व धर्म श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। जिसमें विभिन्न सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों, बुद्धिजीवियों एवं छात्र छात्राओं ने भाग लिया। इस अवसर पर अंतर्राष्ट्रीय पीस एंबेसडर सह सचिव सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन डॉ एजाज अहमद अधिवक्ता, डॉ सुरेश कुमार अग्रवाल चांसलर प्रज्ञान अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय झारखंड, डॉ अमित कुमार लोहिया,डॉ शाहनवाज अली, डॉ अमानुल हक मदर ताहिरा चैरिटेबल ट्रस्ट की निदेशक एस सबा डॉ महबूब उर रहमान  ने संयुक्त रूप से विश्व की नई पीढ़ी से आह्वान करते हुए कहा कि अंतरिक्ष विज्ञान एवं सूचना प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में नई पीढ़ी आगे आए, जिस का सपना बरसों पहले नील आर्मस्ट्रांग एवं विभिन्न अंतरिक्ष विज्ञानीयो ने देखा था। इस अवसर पर वृक्षारोपण किया गया।  

पहले अंतरिक्ष वैज्ञानिक नील आर्मस्टॉग के कार्यों ने वैश्विक नायक बना दिया। एक फौलादी अमेरिकी पायलट के रूप में उन्होंने चंद्रमा पर पहले कदम के साथ "मानव जाति के लिए एक विशाल छलांग" बनाई थी।

उनकी की प्रेरणा और संबल ने भारत को चंद्रमा की दक्षिणी ध्रुव के सतह पर चन्द्रयान 3 के सफल उतरने पर में अहम भूमिका निभाई।  पृथ्वी पर लोगों को मंत्रमुग्ध करने एवं जगाने वाले विनम्र व्यक्ति की मृत्यु 82 वर्ष की आयु में 25 अगस्त 2012 को हुई थी।श्री आर्मस्ट्रांग ऐसे व्यक्ति थे जिन्होंने मानव जाति के लिए अंतरिक्ष का मार्ग प्रशस्त किया ।

उन्होंने 20 जुलाई 1969 को चंद्रमा पर उतरने वाले अपोलो 11 अंतरिक्ष यान की कमान संभाली थी, जो 20वीं सदी के वैज्ञानिक अभियानों में सबसे साहसी व्यक्ति थे। सतह पर पैर रखने के बाद उनके पहले शब्द इतिहास की किताबों में और उन लोगों की यादों में अंकित हैं, जिन्होंने उन्हें देखा था । इस मंच के माध्यम से हम उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं और आशा करते हैं नई पीढ़ी एवं आने वाली नई पीढ़ीयो के लिए वह मार्गदर्शक रहेंगे। जब जब अंतरिक्ष एवं चंद्रमा की बात आएगी । विश्व के प्रथम अंतरिक्ष अनुसंधान वैज्ञानिक स्वर्गीय नील आर्मस्ट्रांग का नाम लिया जायेगा।

*पुलिस क्रिकेट एकेडमी के मैदान में क्रिकेट नेट प्रेक्टिस बॉक्स का डीआईजी और महापौर ने किया संयुक्त रुप से किया उद्घाटन, मौके पर गरिमा ने कही यह

बेतिया : पुलिस लाइन परिसर में संचालित पुलिस लाइन क्रिकेट एकेडमी के द्वारा होने वाले नेट प्रेक्टिस के लिए महापौर गरिमा देवी सिकारिया के निजी कोष से स्थापित क्रिकेट नेट प्रेक्टिस बॉक्स का उद्घाटन चम्पारण रेंज के डीआईजी जयंतकांत और गरिमा देवी सिकारिया के द्वारा वार्ड 17 के नगर पार्षद रोहित सिकारिया की मौजूदगी में किया गया। 

इस मौके पर महापौर श्रीमती सिकारिया ने कहा कि फिजिकल फिटनेस आज के दौर में हर एक आदमी की अपरिहार्य जरूरत है। वही अगर पुलिस बल की बात हो तो यह और जरूरी हो जाता है। इसके लिए क्रिकेट जैसे लोकप्रिय खेल को माध्यम बनाना स्वागत योग्य पहल है। इसके नियमित अभ्यास के लिए क्रिकेट प्रेक्टिस नेट बॉक्स जैसा जरूरी संसाधन मुहैया कराने के पुनीत कार्य का सौभाग्य मुझे और मेरे परिवार को मिला है। चंपारण रेंज के पुलिस उप महानिरीक्षक के निदेश से मुझे यह प्राप्त होना मेरी समाजसेवा का एक उत्तम कार्य है। 

इससे पूर्व पुलिस उप महानिरीक्षक जयंतकांत ने कहा कि नगर निगम की महापौर गरिमा देवी सिकारिया के द्वारा सामाजिक सहयोग के कार्य अन्य के लिए अनुकरणीय हैं। अनेक बार सरकारी व्यवस्था या संसाधन उपलब्ध नहीं होने पर ऐसा सहयोग सामाजिक रूचि के स्वच्छ लोगों की ओर से स्वीकार करना पड़ता है। 

मौके पर पार्षद पुत्र इम्तियाज एवं क्रिकेट प्रेक्टिस करने वाले दर्जनों बच्चे मौजूद रहे।

चंद्रयान-3 की सफल परीक्षण पर रोटरी क्लब ने मनाया जश्न, अध्य ने कहा-चंदमामा अब दूर के नहीं

नरकटियागंज : इसरो द्वारा चंद्रयान -3 के सफल परीक्षण से पूरे देशवासियों में खुशी का माहोल व्याप्त हो गया है. 

इसी क्रम में आज रोटरी क्लब नरकटियागंज और रोट्रेक्ट क्लब द्वारा अध्यक्ष विवेक कुमार (आशीष) के निवास पर चंद्रयान -3 द्वारा चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर सफलता पूर्वक लैंडिंग करने पर खुशी व्यक्त करते हुए आपस में मिठाई बांटते हुए इसरो के वैज्ञानिकों को बधाई दी.

   

इस अवसर पर जोन -6 के एo जीo प्रोo एनo डीo ओझा ने इसरो के वैज्ञानिकों को बधाई एवं शुभकामनाएं दी.

    

इस कार्यक्रम में सचिव डाo फैसल सिद्दीकी,पूर्व अध्यक्ष वर्मा प्रसाद, कृष्ण कुमार पाठक, कोषाध्यक्ष प्रोo अतुल कुमार रोट्रेक्ट क्लब के अध्य्क्ष, सुमीत कुमार गुप्ता,सचिव आयुष कुमार, चन्दन कुमार,अंबुज कुमार आदि ने पटाखे फोड़े और मिठाइयां बांटी।

एक्टिविटी जोन के अभिषेक, शिवम् और वसंत खेलेंगे नेशनल थाई बॉक्सिंग चैंपियनशिप

बेतिया : बिहार एक्टिविटी जोन,नरकटियागंज के प्रशिक्षक अभिषेक कुमार और उनके दो प्रशिक्षु शिवम् कुमार और बसंत कुमार 25, 26और 27 अगस्त को भुनेश्वर में होने वाले 14वीं राष्ट्रीय थाई बॉक्सिंग चैंपियनशिप 2023 के लिए पश्चिम चंपारण के लिए चयन होने पर क्लब के अध्य्क्ष समाज सेवी वर्मा प्रसाद ने खुशी व्यक्त किया है.

     

संस्था के उपाध्यक्ष खेल निदेशक सुनील कुमार वर्मा ने बताया कि इन तीनो के कठिन मेहनत और लगन के फलस्वरूप राज्य के विभिन्न प्रतियोगिताओं में सफलता के बाद इस राष्ट्रीय प्रतियोगिता में चयन होना जिला और नगर के लिए बहुत गर्व की बात है. इसके पूर्व भी इस संस्था के प्रशिक्षक और छात्र छात्राओं ने अनेक राज्य स्तरीय और राष्ट्रीय स्तर पर पदक जीत कर इस नगर का नाम रौशन किया है.

     

संस्था के प्रदीप कुमार श्रीवास्तव, प्रोo अतुल कुमार, दिनेश जायसवाल, बबलू तिवारी, चन्दन कुमार, सुमीत कुमार गुप्ता, विश्वजीत कुमार, दीपशिखा राय ने तीनों के इस उपलब्धि पर बधाई देते हुए पदक प्राप्त करने के शुभकामनाएं दी.

चंद्रयान 3 के सफल लेंडिंग पर सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन एवं विभिन्न सामाजिक संगठनों ने इसरो के वैज्ञानिकों एवं कर्मचारियों को भेजा बधाई संदेश

  

बेतिया : आज दिनांक 24 अगस्त 2023 को सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन में एक बैठक का आयोजन किया गया जिसमें अंतरराष्ट्रीय पीस एंबेस्डर सह सचिव सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन डॉ एजाज अहमद अधिवक्ता ,डॉ सुरेश कुमार अग्रवाल चांसलर प्रज्ञान अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय झारखंड ,डॉ शाहनवाज अली ,डॉ अमित कुमार लोहिया, मदर ताहिरा चैरिटेबल ट्रस्ट की निदेशक एस सबा ,डॉ अमानुल हक एवं डॉ महबूब उर रहमान ने संयुक्त रूप से कहा कि भारत के अंतरिक्ष अनुसंधान केंद्र इसरो द्वारा चंद्रयान 3 के सफल परिक्षेपण के बाद 23 अगस्त 2023 को इसरो का चन्द्रयान का चांद के सतह पर शाम 6:04 लेंडिंग हुआ ।यह क्षण काफी महत्वपूर्ण है।

जब हम खुद अपने स्वदेशी सैटेलाइटो के साथ चांद के सतह पर उतर रहे हैं। यह भारत समेत पूरे विश्व के मानव जीवन के लिए मील का पत्थर साबित होगा ।भारत का अंतरिक्ष कार्यक्रम विश्व शांति एवं मानव जीवन को सरल बनाने के लिए समर्पित है। भारत काचंद्रयान-3 अपने मिशन की ओर बढ़ता जा रहा है। 23 अगस्त को चंद्रमा की सतह पर लैंड किया है, पोलैंड के अंतरिक्ष केंद्र द्वारा चंद्रयान-3 की तस्वीरें ली गई है।

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने 14 जुलाई को चंद्रयान-3 को लॉन्च किया था, जिसके बाद से वह लगातार चांद की तरफ बढ़ते हुए चांद की सतह पर स्थापित हुआ है. इस मिशन पर पूरी दुनिया नजर बनाए हुए है. इस बीच चंद्रयान-3 को पोलैंड में ROTUZ (पैनोप्टेस-4) टेलीस्कोप के जरिए भी देखा गया है।

 

यह मिशन भारत एवं मानव जीवन के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है।जो मानव जीवन एवं अनुसंधान के दिशा में मील का पत्थर साबित होने वाला है। जैसे-जैसे यान अपने गंतव्य की ओर आगे बढ़ रहा है वैसे-वैसे ROTUZ टेलीस्कोप उसकी यात्रा को डॉक्युमेंट कर रहा है. वहीं, इसरो ने पुष्टि की कि अंतरिक्ष यान ने सफलतापूर्वक लेंडिंग पूरा कर लिया है।

चंद्रयान सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से लॉन्च किया गया था. वह इस समय पृथ्वी के चारों ओर 1,27,609 किमी x 236 किमी की ऑर्बिट में है. इस समय यान अपनी ऑर्बिट-रेजिंग मैन्यूवर की प्रक्रिया को पूरा करने के बाद धीरे-धीरे गति पकड़ रहा है और चांद की ओर बढ़ते हुए अपने लक्ष्य की ओर बढ़ रहा है।

भारत सहित दुनिया के वैज्ञानिकों के लिए मिशन है महत्वपूर्ण

चंद्रयान-3 मिशन इसरो और वैश्विक वैज्ञानिकों के लिए बेहद महत्वपूर्ण महत्व माना जा रहा है. दुनिया जान रही है कि भारत धीरे-धीरे स्पेस में अपने कदम मजबूत कर रहा है. बताया गया है कि इस मिशन में चंद्रमा की कक्षा से पृथ्वी का अध्ययन करने के लिए SHAPE (स्पेक्ट्रो-पोलरिमेट्री ऑफ हैबिटेबल प्लैनेट अर्थ) नामक एक पेलोड शामिल है. मिशन का उद्देश्य चंद्रमा का वातावरण, मिट्टी, पानी समेत कई चीजों की जानकारी जुटाना शामिल है. 

चंद्रयान-3 मिशन सफल होने के साथ ही भारत अमेरिका, सोवियत संघ और चीन के बाद चंद्रमा पर सॉफ्ट लैंडिंग हासिल करने वाला चौथा देश बन गया है एवं चांद के दक्षिण ध्रुव पर पहुंचने वाला विश्व का पहला देश बन गया है। यह इसरो के वैज्ञानिकों के लगभग 75 वर्षों के लगन मेहनत एवं त्याग का नतीजा है।

SSB नरकटियागंज के प्रांगण में दोस्ताना वॉलीबॉल मैच,रस्सा कस्सी प्रतियोगिता कर मनाया 13वां स्थापना दिवस

नरकटियागंज: 44 वाहिनी मुख्यालय के प्रांगण में वाहिनी के 13वें स्थापना दिवस के शुभ अवसर पर सर्वप्रथम वाहिनी क्वार्टर गार्ड प्रांगण में सम्मान गार्ड द्वारा सलामी दी गयी।

तत्पश्चात वाहिनी के कार्यवाहक कमान्डेंट श्री गोविन्द कुमार ठाकुर द्वारा सभी बलकर्मियों को स्थापना दिवस की शुभकामनाएं देते हुए 44 वाहिनी के इतिहास, उपलब्धियों एवं कार्यों के बारे में सभी को बताया गया। 

इस शुभ अवसर पर 44 वाहिनी में दोस्ताना वॉलीबॉल मैच, रस्सा कस्सी प्रतियोगिता एवं बड़े खाने का आयोजन कर पूर्ण हर्षोल्लास के साथ वाहिनी का 13वां स्थापना दिवस मनाया गया।

कार्यक्रम के दौरान श्री सुरेश सुब्रमण्यम, उप-महानिरीक्षक, क्षेत्रक मुख्यालय बेतिया द्वारा सभी बलकर्मियों को स्थापना दिवस की शुभकामनाएं देते हुए क्षेत्रक मुख्यालय बेतिया एवं 44 वाहिनी के मध्य दोस्ताना वॉलीबॉल मैच एवं रस्सा कस्सी प्रतियोगिता का शुभारम्भ किया गया एवं सभी को खेल की भावना से खेलने के लिए हाथ मिलाकर सभी खिलाडियों का मनोबल भी बढाया।

कार्यक्रम के दौरान उप-महानिरीक्षक श्री सुरेश सुब्रमण्यम, क्षेत्रक मुख्यालय बेतिया, द्वितीय कमान अधिकारी श्री गोविन्द कुमार ठाकुर, कार्यवाहक कमान्डेंट 44 वाहिनी, द्वितीय कमान अधिकारी श्री कुमार सुन्दरम, क्षेत्रक मुख्यालय बेतिया, उप-कमान्डेंट श्री प्रदीप कुमार मेधी, उप-कमान्डेंट श्री हरिमेंद्र कुमार दुबे, उप-कमान्डेंट श्री राजेश कुमार कुजूर, अधीनस्थ अधिकारी एवं क्षेत्रक मुख्यालय बेतिया के बलकार्मिकों सहित लगभग 160 की उपस्थिति रही।