चंद्रमा पर कदम रखने वाले विश्व के पहले अंतरिक्ष वैज्ञानिक स्वर्गीय नील आर्मस्ट्रांग की 11वी पुण्यतिथि पर वृक्षारोपण।
डॉ एजाज अहमद अधिवक्ता ।अंतरिक्ष विज्ञान एवं सूचना प्रौद्योगिकी मे आगे आए विश्व की नई पीढ़ी।
![]()
चंद्रमा पर कदम रखने वाले विश्व के पहले अंतरिक्ष वैज्ञानिक नील आर्मस्ट्रांग की 11 वीं पुण्यतिथि पर सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन एवं विभिन्न सामाजिक संगठनों द्वारा दी गई भावभीनी श्रद्धांजलि।
चंद्रमा पर कदम रखने वाले विश्व के पहले अंतरिक्ष वैज्ञानिक
नील आर्मस्ट्रांग की 11 वीं पुण्यतिथि पर सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन एवं विभिन्न सामाजिक संगठनों द्वारा सर्व धर्म श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। जिसमें विभिन्न सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों, बुद्धिजीवियों एवं छात्र छात्राओं ने भाग लिया। इस अवसर पर अंतर्राष्ट्रीय पीस एंबेसडर सह सचिव सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन डॉ एजाज अहमद अधिवक्ता, डॉ सुरेश कुमार अग्रवाल चांसलर प्रज्ञान अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय झारखंड, डॉ अमित कुमार लोहिया,डॉ शाहनवाज अली, डॉ अमानुल हक मदर ताहिरा चैरिटेबल ट्रस्ट की निदेशक एस सबा डॉ महबूब उर रहमान ने संयुक्त रूप से विश्व की नई पीढ़ी से आह्वान करते हुए कहा कि अंतरिक्ष विज्ञान एवं सूचना प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में नई पीढ़ी आगे आए, जिस का सपना बरसों पहले नील आर्मस्ट्रांग एवं विभिन्न अंतरिक्ष विज्ञानीयो ने देखा था। इस अवसर पर वृक्षारोपण किया गया।
पहले अंतरिक्ष वैज्ञानिक नील आर्मस्टॉग के कार्यों ने वैश्विक नायक बना दिया। एक फौलादी अमेरिकी पायलट के रूप में उन्होंने चंद्रमा पर पहले कदम के साथ "मानव जाति के लिए एक विशाल छलांग" बनाई थी।
उनकी की प्रेरणा और संबल ने भारत को चंद्रमा की दक्षिणी ध्रुव के सतह पर चन्द्रयान 3 के सफल उतरने पर में अहम भूमिका निभाई। पृथ्वी पर लोगों को मंत्रमुग्ध करने एवं जगाने वाले विनम्र व्यक्ति की मृत्यु 82 वर्ष की आयु में 25 अगस्त 2012 को हुई थी।श्री आर्मस्ट्रांग ऐसे व्यक्ति थे जिन्होंने मानव जाति के लिए अंतरिक्ष का मार्ग प्रशस्त किया ।
उन्होंने 20 जुलाई 1969 को चंद्रमा पर उतरने वाले अपोलो 11 अंतरिक्ष यान की कमान संभाली थी, जो 20वीं सदी के वैज्ञानिक अभियानों में सबसे साहसी व्यक्ति थे। सतह पर पैर रखने के बाद उनके पहले शब्द इतिहास की किताबों में और उन लोगों की यादों में अंकित हैं, जिन्होंने उन्हें देखा था । इस मंच के माध्यम से हम उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं और आशा करते हैं नई पीढ़ी एवं आने वाली नई पीढ़ीयो के लिए वह मार्गदर्शक रहेंगे। जब जब अंतरिक्ष एवं चंद्रमा की बात आएगी । विश्व के प्रथम अंतरिक्ष अनुसंधान वैज्ञानिक स्वर्गीय नील आर्मस्ट्रांग का नाम लिया जायेगा।
Aug 26 2023, 09:47