SSB नरकटियागंज के प्रांगण में दोस्ताना वॉलीबॉल मैच,रस्सा कस्सी प्रतियोगिता कर मनाया 13वां स्थापना दिवस

नरकटियागंज: 44 वाहिनी मुख्यालय के प्रांगण में वाहिनी के 13वें स्थापना दिवस के शुभ अवसर पर सर्वप्रथम वाहिनी क्वार्टर गार्ड प्रांगण में सम्मान गार्ड द्वारा सलामी दी गयी।

तत्पश्चात वाहिनी के कार्यवाहक कमान्डेंट श्री गोविन्द कुमार ठाकुर द्वारा सभी बलकर्मियों को स्थापना दिवस की शुभकामनाएं देते हुए 44 वाहिनी के इतिहास, उपलब्धियों एवं कार्यों के बारे में सभी को बताया गया। 

इस शुभ अवसर पर 44 वाहिनी में दोस्ताना वॉलीबॉल मैच, रस्सा कस्सी प्रतियोगिता एवं बड़े खाने का आयोजन कर पूर्ण हर्षोल्लास के साथ वाहिनी का 13वां स्थापना दिवस मनाया गया।

कार्यक्रम के दौरान श्री सुरेश सुब्रमण्यम, उप-महानिरीक्षक, क्षेत्रक मुख्यालय बेतिया द्वारा सभी बलकर्मियों को स्थापना दिवस की शुभकामनाएं देते हुए क्षेत्रक मुख्यालय बेतिया एवं 44 वाहिनी के मध्य दोस्ताना वॉलीबॉल मैच एवं रस्सा कस्सी प्रतियोगिता का शुभारम्भ किया गया एवं सभी को खेल की भावना से खेलने के लिए हाथ मिलाकर सभी खिलाडियों का मनोबल भी बढाया।

कार्यक्रम के दौरान उप-महानिरीक्षक श्री सुरेश सुब्रमण्यम, क्षेत्रक मुख्यालय बेतिया, द्वितीय कमान अधिकारी श्री गोविन्द कुमार ठाकुर, कार्यवाहक कमान्डेंट 44 वाहिनी, द्वितीय कमान अधिकारी श्री कुमार सुन्दरम, क्षेत्रक मुख्यालय बेतिया, उप-कमान्डेंट श्री प्रदीप कुमार मेधी, उप-कमान्डेंट श्री हरिमेंद्र कुमार दुबे, उप-कमान्डेंट श्री राजेश कुमार कुजूर, अधीनस्थ अधिकारी एवं क्षेत्रक मुख्यालय बेतिया के बलकार्मिकों सहित लगभग 160 की उपस्थिति रही।

रतनमाला, बगहा में स्थिति सामान्य, शांति-व्यवस्था कायम।

कई शरारती तत्वों को किया गया है गिरफ्तार, अन्य की गिरफ्तारी हेतु की जा रही है छापेमारी।

लोगों से अपील-आपसी सौहार्द, सद्भावना के साथ रहें। किसी भी प्रकार के अफवाहों पर ध्यान नहीं दें। 

लगातार करायी जा रही है मॉनिटरिंग, संवेदनशील स्थलों पर ड्रोन से रखी जा रही है नजर।

बगहा के रतनमाला में आपसी विवाद के पश्चात वर्तमान में वस्तुस्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है तथा शांतिपूर्ण है। इस दौरान कई शरारती तत्वों एवं अफवाह फैलाने वालों को गिरफ्तार किया है। साथ ही अन्य चिन्हित शरारती तत्वों की गिरफ्तारी हेतु सघन छापेमारी अभियान चलाया जा रहा है।

शांति-व्यवस्था कायम होने के पश्चात आज रतनमाला की स्थिति सामान्य हो गयी है। व्यवसायियों द्वारा अपनी दुकानें खोली गई। लोगों की आवाजाही सामान्य रही। सभी स्थानीय निवासी अपने-अपने दिनचर्या में मशगुल रहें।

स्थानीय प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारियों द्वारा भ्रमणशील रहकर रेगुलर मॉनिटरिंग की जा रही है। संवेदनशील इलाकों में ड्रोन के माध्यम से निगरानी की जा रही है। शांति समिति के सदस्यों के माध्यम से भी स्थानीय लोगों को इस बारे में जानकारी दे दी गयी है ताकि आम जनजीवन सामान्य रहे।

जिलाधिकारी, पश्चिमी चम्पारण, श्री दिनेश कुमार राय द्वारा अपील की गई है कि बगहावासी आपसी सौहार्द, सद्भावना के साथ रहें। किसी भी प्रकार के अफवाहों पर ध्यान नहीं दें। अफवाह के कारण ही उक्त घटना हुई थी। अफवाह फैलाने वालों को चिन्हित किया जा रहा है, कई की गिरफ्तारी भी हुई है। उक्त घटना के किसी भी दोषी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा। रतनमाला, बगहा में स्थिति सामान्य है। शांति-व्यवस्था कायम है। जिला प्रशासन, स्थानीय पुलिस प्रशासन पूरी तरह सक्रिय एवं संवेदनशील है।

नगर निगम क्षेत्र के स्थाई निवासी गरीब परिवारों के लिए होगा बहुमंजिला भवन का निर्माण:गरिमा


आत्मनिर्भर बिहार' योजना के सात निश्चय-2 के तहत बेतिया नगर निगम के अतिरिक्त जिला के सभी शहरी निकायों में होगा गरीबो के लिए आवास निर्माण,

नगर निगम क्षेत्र में आवश्यक सरकारी भूमि नहीं होने पर जमीन को खरीद कर नगर निगम कराएगा बुनियादी सुविधायुक्त बहुमंजिला भवन का निर्माण,

==योजना में अतिक्रमण हटाओ अभियान में विस्थापित परिवार, कमजोर वर्ग व अनुसूचित जाति-जनजाति के योग्य लाभुकों को मिलेगी प्राथमिकता,

बेतिया। शहरी गरीबों के लिए बिहार राज्य आवास बोर्ड बहुमंजिला भवन का निर्माण कराएगा। आत्मनिर्भर बिहार के सात निश्चय- 2 के तहत बेतिया नगर निगम के अतिरिक्त जिला के सभी शहरी निकायों में यह निर्माण होना तय किया गया है। योजना के तहत अतिक्रमण हटाओ अभियान से विस्थापितों, कमजोर वर्गों व अनुसूचित जाति-जनजाति के योग्य लाभुकों को प्राथमिकता दी जाएगी। महापौर श्रीमती सिकारिया ने सरकार से जारी संबंधित अधिसूचना का हवाला लेकर बताया कि प्रत्येक चयनित परिवार को 30 वर्ग मीटर तक के परिक्षेत्र वाला आवास उपलब्ध कराया जाएगा। नगर विकास एवं आवास विभाग ने बहुमंजिला आवासन योजना को लेकर महापौर ने यह भी बताया कि नगर विकास एवं आवास विभाग ने इसको लेकर विस्तृत मार्गदर्शिका भेजी है। इसके अनुसार, प्रस्ताव तैयार कर विभाग को स्वीकृति के लिए भेजने का निर्देश दिया गया है। जिसके अनुसार, बहुमंजिला आवास का निर्माण आवास बोर्ड की जमीन या जिला प्रशासन द्वारा उपलब्ध कराई गई जमीन पर किया जाएगा। शहरी क्षेत्र में जमीन उपलब्ध न होने पर शहर से सटे ग्रामीण क्षेत्र में सरकारी जमीन का चयन किया जाएगा। सरकारी भूमि अगर उपलब्ध नहीं होती है, तो जमीन खरीद कर बहुमंजिला भवन का निर्माण किया जा सकेगा। आवास बोर्ड योजना को अपनी निधि से पूरा करेगा। आवश्यकता होने पर किसी भी वित्तीय संस्थान से दीर्घकालीन ऋण लेकर भी योजना पूरी की जाएगी। योजना के निर्धारित प्रावधानों का हवाला देकर महापौर श्रीमती सिकारिया ने बताया कि 

योजना के तहत बने आवास को सबसे पहले 11 माह के एकरारनामे के आधार पर लाभार्थियों को किराये पर उपलब्ध कराया जाएगा। इसके बाद लाभुकों के सत्यापन के बाद अवधि विस्तार किया जाएगा। इस दौरान किराये का भुगतान बिहार राज्य आवास बोर्ड के द्वारा ही किया जाएगा।

बहुमंजिला भवन निर्माण स्थल के भूतल पर पार्किंग, प्रथम तल पर दी जाएगी व्यावसायिक कार्य की सुविधा

गरीबों के लिए बनाए जाने वाले बहुमंजिला आवास के भू-तल पर पार्किंग एवं हरित क्षेत्र होगा। वहीं पहले तल पर व्यावसायिक सुविधाओं का निर्माण कराया जाएगा। इससे प्राप्त होने वाली आमदनी से ही बिहार राज्य आवास बोर्ड के लाभार्थियों के किराये का भुगतान किया जाएगा। इसके अलावा आवास का रख-रखाव भी इसी राशि से किए जाने की योजना है।

लाभार्थियों के चयन के लिए नगर निगम और जिला प्रशासन से लेकर राज्य स्तर पर भी चयन समिति

बहुमंजिला आवास योजना के लाभार्थियों के चयन के लिए दो समितियों का गठन किया जाएगा। पटना में राज्य मुख्यालय स्तर पर आवास समिति बनेगी। जिसके अध्यक्ष नगर विकास एवं आवास विभाग के प्रधान सचिव होंगे। वहीं नगर निगम स्तर पर बनने वाली समिति में डीएम, एसडीओ और मुख्य पार्षद अर्थात नगर निगम की महापौर और नगर आयुक्त व कार्यपालक पदाधिकारी सदस्य होंगे। जबकि जिलास्तरीय आवास समिति के अध्यक्ष डीएम होंगे, जबकि एडीएम (राजस्व), एसडीएम और सभी नगर निकायों के मुख्य पार्षद व नगर आयुक्त व कार्यपालक पदाधिकारी इसके सदस्य होंगे।

शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव का आदेश को बेअसर और धत्ता बताने में जुटे विश्वविद्यालय के पदाधिकारी, पढ़िए पूरी खबर

बेतिया : बिहार सरकार के उच्च शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव के. के. पाठक के आदेशों पर अंगीभूत और सम्बद्ध कालेजों में हो रहे पठन- पाठन की जांचों को बेअसर और धता बताने में इन दिनों विश्वविद्यालय के पदाधिकारी ही जुट गये हैं। 

मिली जानकारी के मुताबिक पश्चिम चंपारण के बेतिया और बगहा में सम्बद्ध कालेजों की जांच 17 अगस्त को होनी थी। बेतिया के महेश्वर नाथ महामाया महिला कालेज में पठन - पाठन एवं खातों की जांच करने के लिए विश्वविद्यालय मुजफ्फरपुर के कॉमर्स विभागाध्यक्ष डॉ० रवि कुमार श्रीवास्तव को जिम्मेदारी विभाग द्वारा सौंपी गयी थी। 

डॉ० रवि कुमार श्रीवास्तव जांच करने के लिए उक्त कालेज में अपनी निजी कार से आये, जहाँ अनुपस्थित छात्राओं की उपस्थिति दिखाने एवं शिक्षक - शिक्षकेतर कर्मचारियों को नौकरी बचाने के लिए उपस्थित शिक्षक - शिक्षकेत्तर कर्मचारियों को, अनुपस्थित छात्रा एवं शिक्षक - शिक्षकेतर कर्मचारियों की उपस्थिति पंजी पर फर्जी उपस्थिति बनाने का आदेश दे दिया, जिस कारण स्टाफ रूम में बैठकर शिक्षक एवं शिक्षिकाओं ने अपना और सभी छात्राओं की उपस्थिति बना डाली, जिसका फोटो वायरल भी हुआ है। हालांकि हम इसकी सत्यता की पुष्टि नहीं कर रहे है। 

इस सन्दर्भ में दबी जुबान कालेज कर्मियों का बताना है कि उसके बाद स्वयं डॉ रवि कुमार वर्मा अपनी जांच कार्य पूर्ण करते हुए उपस्थिति पंजी पर अपना हस्ताक्षर कर, उसकी छाया प्रति ले लिया और विश्व विद्यालय रवाना हो गये। जिसके सन्दर्भ में संवाददाता ने रवि वर्मा के मोबाइल पर सम्पर्क करके प्रतिक्रिया लेनी चाही तो सम्पर्क स्थापित नहीं हो पाया। 

वहीं दूसरी तरफ बगहा पंडित उमाशंकर तिवारी महिला कालेज बगहा में जांच करने के लिए विश्वविद्यालय मुजफफरपुर के प्रोक्टर अजीत कुमार और डाॅ इन्दुधर झा आनेवाले थे, परन्तु वो जांच करने नहीं आये। प्रोक्टर अजीत कुमार ने मोबाइल पर कहा है कि अगले सप्ताह बगहा जांच करने आऊंगा। 

बाइस अगस्त तक निदेशक रेखा कुमारी के जांच के लिए जारी किये गये आदेशों के अनुसार इन कालेजों की जांच धरातल पर नहीं हो पायी है, भले ही जांच के नाम पर कागजों में खानापूर्ति कर ली जाय।

बेतिया से शकील

बापू द्वारा नेटाल भारतीय कांग्रेस की स्थापना की 129 वीं वर्षगांठ पर सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन द्वारा भव्य कार्यक्रम का किया गया आयोजन

बेतिया : राष्ट्रपिता महात्मा गांधी द्वारा नेटाल भारतीय कांग्रेस की स्थापना की 129 वीं वर्षगांठ पर सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन मदर ताहिरा चैरिटेबल ट्रस्ट एवं विभिन्न सामाजिक संगठनों द्वारा भव्य कार्यक्रम का आयोजन। आज दिनांक 22 अप्रैल 2023 को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी द्वारा नेटाल भारतीय कांग्रेस की स्थापना की 129 वी वर्षगांठ पर सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन के सभागार सत्याग्रह भवन में एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

इस अवसर पर अंतर्राष्ट्रीय पीस एंबेस्डर सह सचिव सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन डॉ एजाज अहमद अधिवक्ता ,डॉ सुरेश कुमार अग्रवाल चांसलर प्रज्ञान अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय झारखंड ,डॉ शाहनवाज अली, डॉ अमित कुमार लोहिया मदर ताहिरा चैरिटेबल ट्रस्ट की निदेशक एस सबा डॉ अमानुल हक डॉ महबूब उर रहमान , पश्चिम चंपारण कला मंच की संयोजक शाहीन परवीन ने संयुक्त रुप से राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, नेटाल भारतीय कांग्रेस के अन्य संस्थापकों एवं स्वतंत्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि आज ही के दिन आज से 129 वर्ष पूर्व महात्मा गांधी के नेतृत्व में नेटाल भारतीय कांग्रेस की स्थापना दक्षिण अफ्रीका में 22 अगस्त, 1894 ई. में की गई थी। 

भारतीय मूल के अफ्रीकी व्यापारी दादा अब्दुल्लाह एंड कंपनी के लिए 1893 ई. मे केस लड़ने लिए महात्मा गाँधी दक्षिण अफ़्रीका गए थे। वहाँ उन्हें सभी प्रकार के रंगभेद का सामना करना पड़ा। गाँधी जी नागरिक अधिकारों का उल्लघंन, नस्लीय भेदभाव और पुलिस क़ानून के ख़िलाफ़ विरोध व्यक्त करने के लिए भारतीय, एशियाई एवं अफ्रीकी समुदाय को संगठित करने का प्रयास करने लगे। इसके लिए उन्होंने वहीं रहकर समाज कार्य तथा वकालत करने का निर्णय लिया और 'नेटाल भारतीय कांग्रेस' की स्थापना की।

महात्मा गाँधी ने अनुभव किया कि सबसे पहली आवश्यकता तो इस बात की है कि दक्षिण अफ़्रीका के भारतीयों ,एशियाई एवं अश्वेतअफ्रीकी हितों की रक्षा करने वाला एक स्थायी संगठन तुरन्त बनाया जाना चाहिए। उन्होंने नेटाल की विधायिका और ब्रिटिश सरकार के नाम याचिकाएँ लिखीं और उन पर सैकड़ों भारतीयों के हस्ताक्षर कराए। वह विधेयक को तो नहीं रोक सके, लेकिन नेटाल में रहने वाले एशियाई , अश्वेत अफ्रीकी लोगो, भारतीयों के कष्टों की ओर नेटाल, भारत और इंग्लैंड के अख़बारों का ध्यान आकर्षित करने में सफल रहे। 

उन्हें डरबन में रहकर वकालत करने और एशियाई विशेष रुप से भारतीय समुदाय का एकजुट करने के लिए राज़ी कर लिया गया। 1894 में उन्होंने 'नेटाल इंडियन कांग्रेस' की स्थापना की और उसके सक्रिय सचिव बन गए।

गाँधी जी नेटाल इंडियन कांग्रेस को अपनी प्रतिभा से वहां के भारतीयों की आवश्यकताओं के अनुरूप एक जीवंत संगठन बना सके, जो पूरे साल कार्यशील रहता और जिसका उद्देश्य केवल राजनीतिक चौकसी न होकर सदस्यों का सामाजिक और नैतिक उत्थान भी था।

*वाल्मीकिनगर में वन विभाग ने सरकारी कार्यों में बाधा उत्पन्न करने को लेकर तीन लोगों पर कराई एफआईआर दर्ज


वाल्मीकि : नगर वन क्षेत्र के वनपाल सोनू कुमार ने वन भूमि के अतिक्रमण मामले में को वाल्मीकि नगर थाना में प्राथमिकि दर्ज कराई है।

प्राथमिकि संख्या 95/23 में कहा गया है, कि वनपाल सोनू कुमार वन कक्ष संख्या एम 29 के विजयपुर कर्माबारी जंगल के समीप किया गया अतिक्रमण भूमि के जमीन पर अवैध रूप से ईट जोराई कर पक्का का घर का निर्माण को वन विभाग की ओर से तोड़ने के क्रम में वनवाद संख्या 119/23 के नामजद अभियुक्त संगीता देवी पति शंभू राम, रिंकी देवी पति राम लखन, बिंदु देवी पति राजा कुमार सभी का सकीन विजयपुर कर्माबारी थाना वाल्मीकि नगर एवं अन्य के द्वारा स्थानीय ग्रामीणों को एकत्रित कर प्रकायत इसैया अपनाये जाने एवं वन कर्मियों द्वारा किए जा रहे जब्ती कार्यों का विरोध किए जाने लगा। 

उन सभी वन कर्मियों तथा विभागीय वाहनो को चारों तरफ से घेर लिया गया। तथा गाली गलौज एवं हाथापाई किया जाने लगा। अपर्याप्त बल के कारण हम सभी वन कर्मियों के बिना कोई करवाई किए हुए वापस आना पड़ा। 

अभियुक्तो द्वारा भीड़ को एकत्रित कर किए गए कृत से अस्पष्ट है कि नामजद अभियुक्तों षडयंत्र पूर्वक वन कर्मियों के साथ दुर्व्यवहार एवं सरकारी कार्यों में बाधा उत्पन्न कर सरकारी कार्यों को पूर्ण होने से रोका गया है। 

इस बाबत पूछे जाने पर वाल्मीकि नगर थाने के थानाध्यक्ष विजय कुमार राव ने बताया कि आवेदन के आलोक में प्राथमिक की दर्ज कर ली गई है।पुलिस अग्रिम कार्रवाई में जुटी गई है।

नाग पंचमी पर सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन ने दिया विश्व शांति मानवता पर्यावरण संरक्षण एवं सामाजिक सद्भावना का सन्देश

बेतिया : आज दिनांक 21 अगस्त को सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन के सभागार सत्याग्रह भवन में नाग पंचमी के अवसर पर एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

इस अवसर पर अंतरराष्ट्रीय पीस एंबेस्डर सह सचिव सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन डॉ एजाज अहमद अधिवक्ता डॉ सुरेश कुमार अग्रवाल चांसलर प्रज्ञान अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय झारखंड डॉ शाहनवाज अली डॉ अमित कुमार लोहिया मदर ताहिरा चैरिटेबल ट्रस्ट की निदेशक एस सबा डॉ अमानुल हक डॉ महबूब उर रहमान ने संयुक्त रूप से कहा कि नाग पंचमी भारत का एक प्रमुख त्योहार है।

हिन्दी पंचांग के अनुसार सावन माह की शुक्ल पक्ष के पंचमी को नाग पंचमी के रूप में मनाया जाता है। इस दिन नाग देवता या सर्प की पूजा की जाती है । उन्हें दूध से स्नान कराया जाता है। लेकिन कहीं-कहीं दूध पिलाने की परम्परा चल पड़ी है।

नाग को दूध पिलाने से पाचन नहीं हो पाने या प्रत्यूर्जता से उनकी मृत्यु भी हो जाती है। शास्त्रों में नागों को दूध से स्नान कराने को कहा गया है। इस दिन नवनाग की पूजा की जाती है।

आज के पावन पर्व पर वाराणसी (काशी) में नाग कुआँ नामक स्थान पर बहुत बड़ा मेला लगता है। भारत के विभिन्न जगहों पर मेलों का आयोजन किया जाता है।

किंवदन्ति है कि वाराणासी के इस स्थान पर तक्षक गरूड़ जी के भय से बालक रूप में काशी संस्कृत की शिक्षा लेने हेतु आये, परन्तु गूरू पत्नी के सखियों से तक्षक रुपी बालक के बारे में बतलाने के कारण गरूड़ जी को इसकी जानकारी हो गयी,और उन्होंने तक्षक पर हमला कर दिया, परन्तु अपने गुरू जी के प्रभाव से गरूड़ जी ने तक्षक नाग को अभय दान कर दिया, उसी समय से यहाँ नाग पंचमी के दिन से यहाँ नाग पूजा की जाती है।

यह मान्यता है, कि जो भी नाग पंचमी के दिन यहाँ पूजा अर्चना कर नाग कुआँ का दर्शन करता है, उसकी जन्मकुन्डली के सर्प दोष का निवारण हो जाता है। नागपंचमी के ही दिन अनेकों गांव व कस्बों में कुश्ती एवं विभिन्न सांस्कृतिक एवं सामाजिक कार्यक्रमों का आयोजन होता है ।जिसमें आसपास के लोग भाग लेते हैं। गाय, बैल आदि पशुओं को इस दिन नदी, तालाब में ले जाकर नहलाया जाता है। महाराष्ट्र के बत्तीस शिराळा गांव में सर्प प्रदर्शन होता हैं।

सावन में रुद्राभिषेक से दूर होते हैं रोग और शोक,19 साल बाद बना है दो सावन का अद्भुत संयोग:गरिमा

बेतिया : नगर निगम की महापौर गरिमा देवी सिकारिया ने परिवार और नगर निगम क्षेत्र के लोक मंगल कामना का संकल्प लेकर अपने लाल बाजार स्थित आवास पर विधिवत रुद्राभिषेक यज्ञ किया।

इस मौके पर उन्होंने बताया कि इस वर्ष के सावन माह को बहुत ही शुभ और खास माना गया है। क्योंकि इस साल का सावन एक नहीं बल्कि दो माह का है। महात्मा और आचार्य बताते हैं कि ऐसा अद्भुत संयोग 19 साल बाद बना है।

रुद्राभिषेक में भगवान शिव के रुद्र रूप की पूजा की जाती है। भगवान शिव के रुद्र रूप की पूजा करने से समस्त ग्रह बाधाओं और समस्याओं से छुटकारा मिलता है।

पौराणिक मान्यता है कि सावन से पहले भगवान विष्णु निद्रा अवस्था में चले जाते हैं। इस समय भगवान शिव यानी रुद्र ही सृष्टि को चलाते हैं। इसी से सावन में रुद्राभिषेक करना सनातन धर्म में अत्यंत शुभ माना गया है। शिव पुराण में भगवान शिव को ही परमात्मा का रुद्र अवतार माना गया है।सावन में रुद्राभिषेक करने का विशेष महत्व होता है। सावन में रुद्राभिषेक करने से सभी पाप और दुखों का अंत होता है।

श्रीमती सिकारिया ने कहा कि आध्यात्मिक मान्यता है कि रुद्राभिषेक यज्ञ आयोजित कर भगवान शिव को प्रसन्न करने से भक्तजन की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। रुद्राभिषेक से घर में सुख-शांति और संकल्पित लोक जीवन में सुख शांति बनी रहती है।

मौके पर महापौर के परिवार के सदस्य भोलानाथ सिकारिया, सुमन देवी सिकारिया, रोहित सिकारिया इत्यादि ने साथ में विधिवत पूजा की।

बेहतर पढ़ाई व्यवस्था से सक्षम व जिम्मेदार नागरिक तैयार कर रहे शांति कन्या जैसे सरकारी स्कूल : महापौर

बेतिया :- नगर निगम की महापौर गरिमा देवी सिकारिया ने कहा कि अब सरकारी स्कूलों की पढ़ाई व्यवस्था में बुनियादी सुधार होता दिखने लगा है। नगर शांति कन्या, आदर्श विपिन और सर्वोदय मध्य विद्यालय जैसे नगर के दर्जनाधिक सरकारी स्कूलों में पढ़ रहे हजारों विद्यार्थियों का बौधिक विकास महंगे निजी विद्यालयों से कम होता नहीं दिख रहा है। वे नगर के कोतवाली चौक के समीप अवस्थित शांति कन्या मध्य विद्यालय में शनिवार को अपराह्न पुस्तकालय का उद्घाटन करने के बाद बोल रहीं थीं। 

उन्होंने शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक के दिशा निर्देशन में काम कर रहे डीईओ रजनीकांत प्रवीण व उनकी टीम के कार्यों की खुलकर सराहना की। श्रीमती सिकारिया ने कहा कि शिक्षा में सुधार के जारी प्रयास से जिले की स्कूली शिक्षा व्यवस्था में सीमित संसाधन और कम सुविधा के बावजूद बेहतर और रचनात्मक बदलाव दिखने लगा है। 

इसके बाद महापौर ने खुद से अनेक वर्ग कक्षों में जाकर स्कूल की छात्राओं को प्रोत्साहित किया। उन्होंने कहा कि आप सबको खुद शिक्षित और सशक्त बनाने के लिए पूरे समर्पण और परिश्रम से पढ़ना है। महापौर ने यह भी कहा कि विद्यालय की शिक्षिकाओं के परिश्रम की वजह से हमारी छात्राओं में रचनात्मक सुधार देखने को मिल रहा है। इससे पूर्व विद्यालय की प्रधानाध्यापिका मंजू सिन्हा ने महापौर का विद्यालय परिवार की ओर से पुरजोर स्वागत करते हुए विद्यालय की जरूरी समस्याओं से अवगत कराया। 

वही सदर अंचल की निकासी एवं व्ययन पदाधिकारी (डीडीओ) व आदर्श विपिन मध्य विद्यालय की प्रधानाध्यापिका पूनम कुमारी ने महापौर के आदर्श व्यक्तित्व को अनुकरणीय बताया। आयोजन में नगर निगम की उपमेयर गायत्री देवी की भी उपस्थित रहीं। 

वही विद्यालय का औचक निरीक्षण करने पहुंची जिला शिक्षा कार्यालय की विभागीय जांच पदाधिकारी अल्का शर्मा के साथ शिक्षिका रोजलीन बेंजामिन, नैनसी अगापित, ममता राम, शाहजहा खातून एवं शिक्षक सुनील कुमार प्रसाद, राजीव कुमार पाठक द्वारा भी आयोजन में अपनी रचनात्मक भागीदारी प्रस्तुत की गई।

पूर्व पीएम राजीव गांधी की 79 वीं जयंती पर सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन ने पौधारोपन कर उन्हें किया नमन

नवादा : आज पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय राजीव गांधी की 79वीं जयंती है। इस मौके पर सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन के सभागार, सत्याग्रह भवन में एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया। विभिन्न सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों, बुद्धिजीवियों एवं विद्यार्थियों ने भाग लिया। इस अवसर पर पौधारोपण किया गया। 

इस अवसर पर अंतर्राष्ट्रीय शांति दूत सह सचिव सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन डॉ. एजाज अहमद अधिवक्ता, डॉ. सुरेश कुमार अग्रवाल चांसलर प्रज्ञान अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय झारखंड , डॉ. शाहनवाज अली, डॉ. अमित कुमार लोहिया, मदर ताहिरा चैरिटेबल ट्रस्ट की निदेशक एस सबा डॉ अमानुल हक डॉ महबूब उर रहमान संयुक्त रूप से कहा कि भारत के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के 79वें जन्मदिन पर श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि आज ही के दिन 20 अगस्त 1944 को स्वर्गीय राजीव गांधी का जन्म हुआ था. उनकी जयंती पर हर साल सद्भावना दिवस मनाया जाता है। 21वीं सदी के भारत के निर्माता कहे जाने वाले राजीव गांधी ने अपने कार्यकाल (1984 से 1989 तक) के दौरान कई बड़े फैसले लिए।

  

राजीव गांधी को 21वीं सदी के भारत का निर्माता भी कहा जाता है. 40 साल की उम्र में प्रधानमंत्री बने राजीव गांधी ने आधुनिक भारत की नींव रखने का काम किया। राजीव गांधी की पहल पर भारतीय दूरसंचार नेटवर्क की स्थापना के लिए सेंटर पार डेवलपमेंट ऑफ टेलीमैटिक्स (सी-डॉट) की स्थापना अगस्त 1984 में की गई थी। एमटीएनएल की स्थापना 1986 में राजीव की पहल से हुई, जिससे दूरसंचार क्षेत्र में और प्रगति हुई। हायर शिक्षा के आधुनिकीकरण और विस्तार के लिए 1986 में राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) की घोषणा की।  

जवाहर नवोदय विद्यालय प्रणाली के संस्थापक - राजीव गांधी को ग्रामीण भारत में कक्षा 6वीं से 12वीं तक मुफ्त, गुणवत्तापूर्ण और आवासीय शिक्षा प्रदान करने का श्रेय भी दिया जाता है। देश में कंप्यूटर उपकरणों पर आयात शुल्क कार्यक्रम की शुरुआत। हर चौक चौराहे पर पीसीओ (टेलीफोन बूथ) राजीव गांधी का ही प्रयास था। इसने ग्रामीण भारत को टेलीफोन सेवा से जोड़ा। राष्ट्र के नाम एक संदेश के रूप में, उन्होंने मताधिकार की आयु 21 से घटाकर 18 वर्ष करने की पहल की, ताकि उन्हें देश के प्रति अधिक जिम्मेदार और सशक्त बनाया जा सके। 

उन्होंने पंचायत राज व्यवस्था की शुरुआत की, भारत भर के गांवों में निर्णय लेने की शक्ति को विकेंद्रीकृत किया। स्वर्गीय राजीव गांधी के सपनों को साकार करते हुए भारत सरकार ने 24 अप्रैल 1993 से पूरे देश में पंचायती राज व्यवस्था लागू की। उन्होंने 1989 में महत्वाकांक्षी जवाहर रोजगार योजना शुरू की थी, जो पूरे भारत में गरीब लोगों को रोजगार के अवसर प्रदान करेगी। 

इस अवसर पर वक्ताओं ने कहा कि आधुनिक भारत के निर्माण में स्वर्गीय राजीव गांधी का महत्वपूर्ण योगदान था।